#ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
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jharkhand cm meets imarat-e-sharia team : मुख्यमंत्री से इमारत-ए- शरिया, बिहार -झारखंड एवं ओडिशा के अमीर- ए -शरियत- सह- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मिले, इन मुद्दों पर हुई बात
जमशेदपुर : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से इमारत-ए- शरिया, बिहार -झारखंड एवं ओडिशा के अमीर- ए -शरियत- सह- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. उन्होंने वक़्फ़ अमेंडमेंट बिल को लेकर अपनी भावनाओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. मंत्री इरफान अंसारी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की मौजूदगी में मुख्यमंत्री से भेंट…
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वक्फ संशोधन बिल पर मुसलमानों से राय मांगेगी बीजेपी, अल्पसंख्यक मोर्चा को दी जिम्मेदारी
नई दिल्ली: कुछ प्रमुख संगठनों द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक की तीखी आलोचना के बीच अल्पसंख्यक मोर्चा वक्फ बोर्ड में सुधार के लिये मुसलमानों से सुझाव मांगेगा और विधेयक की पड़ताल कर रही संसदीय समिति के सामने पेश करेगा। सूत्रों ने बताया कि राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों सहित सात बीजेपी सदस्यों की एक टीम देश भर के अल्पसंख्यक समुदाय के विचार जानेगी और कई मुद्दों पर उनकी चिंताओं को दूर करेगी। संसदीय टीम को रिपोर्ट सौंपेगा बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा बीजेपी के एक नेता ने दावा किया कि हम समिति को हर सुझाव से अवगत कराएंगे। अगर विधेयक के किसी पहलू पर कोई चिंता है, तो हम उसे भी व्यक्त करेंगे। लेकिन, हर जगह समुदाय द्वारा वक्फ बोर्ड में सुधार की जरूरत महसूस की जाती है। अल्पसंख्यक मोर्चा अपनी रिपोर्ट को बीजेपी नेतृत्व और सीनियर पार्टी सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति के साथ साझा करेगा। अल्पसंख्यक मोर्चा की टीम में कौन-कौन? अल्पसंख्यक मोर्चा की टीम के सदस्यों में उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और गुजरात में वक्फ बोर्ड के प्रमुख शादाब शम्स, सनवर पटेल और मोहसिन लोखंडवाला और हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन शामिल हैं। पिछले सप्ताह बीजेपी मुख्यालय में अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया था। वक्फ एक्ट के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेतृत्व ने मोर्चा प्रमुख जमाल सिद्दीकी से कहा है कि वह देशभर के मुसलमानों से संपर्क कर वक्फ अधिनियम में सुधार के पक्ष में माहौल बनाएं, ताकि विभिन्न वक्फ बोर्ड के कामकाज को और अधिक जवाबदेह और पारदर्शी बनाया जा सके। जमीयत उलेमा-ए-हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसे प्रमुख मुस्लिम संगठन प्रस्तावित विधेयक का विरोध कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि यह उनकी धार्मिक प्रथाओं के खिलाफ तथा संविधान का उल्लंघन है।(एजेंसी के इनपुट के साथ) http://dlvr.it/TCg1Kc
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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बड़ा बयान- वक्फ एक्ट में कोई बदलाव मंजूर नहीं
केंद्र सरकार ने वक्फ एक्ट में 40वें संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी जारी है। इसको लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि हमें वक्फ एक्ट में कोई बदलाव मंजूर नहीं है। वक्फ ���ोर्ड में संशोधन करने वाला विधेयक अभी संसद में पेश भी नहीं हुआ है, लेकिन इस पर बवाल मच गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि वक्फ अधिनियम…
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मौलाना उमरैन रहमानी का जालना का दौरा
* बिलाल मस्जिद में एक दिवसीय इज्तिमा का आयोजन Maulana Umaran Rahmani’s visit to Jalna जालना: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव, मौलाना मुहम्मद उमरैन महफूज रहमानी, बुधवार, १० जुलाई को जालना के दौरे पर होंगे. इस अवसर पर, शहर के मामा चौक पर स्थित हजरत बिलाल मस्जिद में एक दिवसीय इजतेमा बराए तसव्वुफ़ और सुलूक का आयोजन किया जाएगा, जहां वे नागरिकों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे. मौलाना उमरैन…
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#AIMPLB सदस्य बोले- #UCC गोवा और उत्तराखंड में अलग अलग कैसे इस कानून को मुसलमानों को टारगेट करके बनाया गया
#AIMPLB #Kanpur #MohammadSuleman #icnewsnetwork
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ज्ञान वापी मस्जिद मामला : न्यायपालिका पर लोगों का भरोसा कमजोर हुआ है : मदनी
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने वाराणसी की ज्ञान वापी जामा मस्जिद के तहखाने में पूजा की इजाजत देने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि उच्चतम न्यायालय ने बाबरी मस्जिद- राम जन्म भूमि मामले में ऐसा रास्ता दिखाया है जिससे न्यायपालिका पर लोगों का भरोसा कमजोर हुआ है।
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Aimplb:मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बयान- 2024 में भाजपा सत्ता में आई तो बदल दिया जाएगा संविधान - Constitution Will Be Changed If The Bjp Will Come To Power In 2024.
मौलाना खलीलुर्रहमान सज्जाद नोमानी। – फोटो : amar ujala विस्तार ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य एवं इस्लामिक स्कॉलर मौलाना खलीलुर्रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो देश का संविधान बदल दिया जाएगा। मौलाना ने कहा कि केन्द्र सरकार के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देबरॉय के लेख ने भाजपा सरकार की मंशा को…
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#PmModi#PMNarendraModi#UniformCivilCode#AllIndiaMuslimPersonalyLawBoard#ucc#meeting#youthjagran#youthjagrannews#youthjagranindia
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अयोध्या बाबरी विवाद में मुस्लिम पक्ष के वकील रहे जफरयाब जिलानी का निधन, लंबे समय से थे बीमार
नई दिल्ली: बड़ी खबर उत्तर प्रदेश के लखनऊ से निकल कर आ रही है जहां ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के पूर्व मेंबर और बाबरी विवाद मामले में मुस्लिम पक्ष के वकील रहे जफरयाब जिलानी का बुधवार को लखनऊ में निधन हो गया। जफरयाब जिलानी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त वह बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के अध्यक्ष और यूपी के अपर महाधिवक्ता के पद पर भी रह चुके हैं। जफरयाब जिलानी लंबे…
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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मोहतरम ज़फ़रयाब जीलानी साहब इस वक़्त सख़्त अलील हैं और लखनऊ के निशात अस्पताल में ज़ेरे इलाज हैं । डॉक्टरों ने अपनी कड़ी निगरानी में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा है ।
आप सभी हज़रात से मुख़्लिसाना अपील है कि मोहतरम जीलानी साहब के लिए दुआ करें कि अल्लाह सुब्हाना व तआला उन्हें जल्द से जल्द सेहत कामिला व आजिला अता करें। आमीन ।
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हैवानियत की सारी हदें पार: 5 साल की मासूम भतीजी पर डोली चाचा की नीयत, ऐसे हुआ खुलासा
NCG NEWS जांजगीर चांपा। जिले की चाम्पा पुलिस ने 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म करने वाले आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दरअसल, मामला चाम्पा का है, ��हां 12 अप्रैल को 5 साल की मासूम से दुष्कर्म करने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई थी। यह भी पढ़े:-ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का हुआ निधन, 94 साल की उम्र में ली अंतिम सांस रिपोर्ट में…
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ज्ञानवापी केस सुप्रीम कोर्ट जाएगा, पूजा से दबाव बनाया जाएगा, यही प्लान है... AIMPLB का बड़ा दावा
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिला कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यासजी तहखाने का दरवाजा खोल दिया गया। 31 सालों के बाद वहां पूजा- अर्चना शुरू कर दी गई है। 4 नवंबर 1993 को तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार के आदेश पर वाराणसी प्रशासन ने व्यासजी तहखाने को सील कर दिया था। इसके बाद से लगातार मंदिर के गेट को खोलने और नियमित पूजा करने की सुविधा देने का मामला जिला कोर्ट में चल रहा था। 31 दिसंबर को वाराणसी जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश ने इस मामले में बड़ा फैसला देते हुए हिंदू पक्ष को पूजा का अधिकार दे दिया। व्यासजी तहखाने के रिसीवर वाराणसी डीएम को एक सप्ताह में पूजा शुरू कराने का आदेश दिया गया। इस मामले को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के प्रवक्ता डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास ने एक मीडिया इंटरव्यू में बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि ज्ञानवापी केस को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की तैयारी है। पूजा शुरू कराकर इस मामले में दबाव बढ़ाया जाएगा। केस को प्रभावित किए जाने की तैयारी है। यही प्लान है। मामले को बताया चौंकाने वाला डॉ. इलियास ने वाराणसी कोर्ट के फैसले के बाद प्रशासन की सक्रियता को चौंकाने वाला करार दिया। दरअसल, वाराणसी की जिला अदालत की ओर से हिंदू वादियों को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के दक्षिणी तहखाने में प्रार्थना करने की अनुमति दी गई थी। वाराणसी प्रशासन ने इस फैसले के कुछ ही घंटों के भीतर वहां पर पूजा- पाठ शुरू करा दी। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का कहना है कि आदेश और उसके बाद की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाली हैं। एआईएमपीएलबी के प्रवक्ता और वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास ने इस मामले को ��ाबरी विवाद से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में 22 दिसंबर 1949 को अंदर मूर्ति स्थापित करने के बाद परिसर में ताला लगा दिया गया था। इसे 1 फरवरी 1986 को खोला गया। बाबरी के जैसी बनी स्थिति फैजाबाद जिला कोर्ट ने दर्शन की अनुमति देने के लिए ताले खोलने का आदेश दिया था। उस समय भी मुस्लिम पक्ष को सुने बिना फैसला सुनाया गया था। उस समय दूरदर्शन के जरिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया कि रामलला की पूजा की जा सकती है। कल रात ज्ञानवापी में जो हुआ वह बिल्कुल वैसा ही प्रतीत होता है। एआईएमपीएलबी के प्रवक्ता ने कहा कि बाबरी मामले में जब स्वामित्व का मुकदमा अदालत में लंबित था। उस समय भी मस्जिद के अंदर दर्शन और पूजा अर्चना शुरू की गई थी। ठीक ऐसा ही बुधवार को ज्ञानवापी में भी हुआ। कोर्ट में एक आवेदन दायर किया गया था और कोर्ट ने व्यासजी तहखाने के अंदर पूजा करने का आदेश दिया। कोर्ट ने प्रशासन को व्यवस्था करने के लिए सात दिन का समय दिया। लेकिन, देर रात तक सारी व्यवस्थाएं कर ली गईं और पूजा शुरू कर दी गई। भले मामले में सुनवाई जारी रहेगी, लेकिन यह स्थिति गलत है। हिंदुओं का दावा होगा मजबूत एआईएमपीएलबी के प्रवक्ता डॉ. इलियास ने कहा कि कोर्ट के आदेश से परिसर में तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है। एक वर्ग वहां पूजा के लिए जाएगा। दूसरा पक्ष मस्जिद में नमाज के लिए पहुंचेगा। इससे संघर्ष की स्थिति बन सकती है। उन्होंने कहा कि हिंदू पक्ष का यहां दावा कितना मजबूत होगा ये ईश्वर जानें। लेकिन, वर्तमान स्थिति सही नहीं है। वहां पर पूजा की इजाजत दिए जाने से पहले इस सवाल पर निर्णय लेने की जरूरत है कि क्या मस्जिद किसी और चीज के ऊपर बनाई गई है। इस सवाल का जवाब तय किए बिना वहां पर पूजा की इजाजत कैसे दी जा सकती है? बाबरी फैसले पर बड़ा बयान एआईएमपीएलबी के प्रवक्ता ने बाबरी मस्जिद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमने बाबरी मामले में कोर्ट के आदेश को नहीं माना था। हमारी ओर से एक समीक्षा याचिका दायर की थी, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। उसके बाद हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला तो दिया, लेकिन बाबरी मामले में न्याय नहीं किया। ज्ञानवापी मामले में ऐसा फैसला हमें कैसे स्वीकार्य हो सकता है? उन्होंने कहा कि आपके पास कोई सबूत न होने के बावजूद भी आप पूजा शुरू कर देते हैं? जब तक ये मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा, तब तक काफी पानी बह चुका होगा। तहखाना में पूजा जारी रहेगी और इससे केस पर असर पड़ेगा। यह एक सोची- समझी योजना है। दलों पर लगाया बड़ा आरोप डॉ. इलियास ने सभी दलों पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दल अवसरवादी हैं। उन्हें डर है कि अगर वे इस मामले मे�� कुछ भी बोलेंगे तो हिंदू उनसे ना��ाज हो जायेंगे। आपको इंसाफ के बारे में बोलना चाहिए। जो सही है वह कहो। मौन रहना किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं है। विपक्षी दल कहेंगे कि वे अदालत के फैसले के खिलाफ कुछ नहीं कर सकते। लेकिन वे कम से कम तब टिप्पणी कर सकते हैं जब अदालत कोई गलत निर्णय… http://dlvr.it/T2CWgt
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विश्व प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान मौलाना राबे हसनी नदवी का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया
लखनऊ: विश्व प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का संक्षिप्त बीमारी के बाद गुरुवार, 13 अप्रैल को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। भारत में मुस्लिम समुदाय में सम्मानित व्यक्ति और इस्लामी शिक्षा, न्यायशास्त्र, और पारस्परिक संवाद के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया था। 1929 में उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में जन्मे, मौलाना राबे…
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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक को लेकर FIR दर्ज कराने की ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता शफात हुसैन ने कही बात sorts short shirtvideo ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की बैठक को लेकर एफ आई आर दर्ज कराने की ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता शफात हुसैन ने कही बात आपको बता दें कि राजधानी लखनऊ में जहां एक तरफ देखने को आया था कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की एक बैठक की गई थी तो वही इस बैठक को लेकर अब ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने एफआइआर दर्ज कराने की बात कही है
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हिजाब विवाद: संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी जानी चाहिए, मुस्लिम निकायों का कहना है | लखनऊ समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया
हिजाब विवाद: संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी जानी चाहिए, मुस्लिम निकायों का कहना है | लखनऊ समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
लखनऊ: कर्नाटक हाई कोर्ट के आदेश से खफा हिजाब पंक्तिमौलवियों और मुस्लिम निकायों के सदस्यों ने कहा कि आदेश के खिलाफ है संवैधानिक अधिकार और इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जानी चाहिए। जबकि मुस्लिम प्रतिनिधियों सहित ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने कहा कि एक ड्रेस कोड एक शैक्षणिक संस्थान द्वारा तय किया जा सकता है और इसका पालन सभी को करना चाहिए, वे सर्वसम्मति से अदालत के हिजाब को…
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#आज की खबर लखनऊ#ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड#डॉ अस्मा ज़हराई#मौलाना सैफ अब्बास#लखनऊ की आज की खबर#लखनऊ ताजा खबर#लखनऊ समाचार#लखनऊ समाचार लाइव#संवैधानिक अधिकार#हिजाब पंक्ति
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सूर्य नमस्कार को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का फूटा गुस्सा, मौलाना ने कही ये बात
सूर्य नमस्कार को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का फूटा गुस्सा, मौलाना ने कही ये बात
केंद्र सरकार द्वारा एक आदेश के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना का गुस्सा फूटा है और स्कूलों में सूर्य नमस्कार के विरुद्ध 4 जनवरी को एक अपील जारी कर दी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस अपील में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा “भारत एक धर्मनिरपेक्ष, बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक देश है। इन्हीं सिद्धांतों के आधार पर हमारा संविधान लिखा गया…
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