एम्स ऋषिकेश, टेक्निकल असिस्टेंट/ लैब टेक्नीशियन का क्वेश्चन पेपर|AIIMS Rishikesh, Technical Assistant/ Lab Technician Question Paper
आपको बता दें कि एम्स ऋषिकेश ने 27 जुलाई 2023 को एग्जाम कंडक्ट कराया था जिसका करेक्ट आंसर की लिस्ट उसने जारी कर दिया है, जिसके द्वारा आप अपने द्वारा लोकित प्रश्नों के आंसर को मिलान कर सकते है। आपको बता दें कि इससे कई परीक्षार्थी नाराज भी है क्योंकि उन्हें याद नहीं की उन्होंने किस प्रश्न का उत्तर क्या दिया था, ऐसे में कोई भी विद्यार्थी अपने अंकों का आंकलन सही तरह से नहीं कर सकता।
ऐसे में चाहिए था…
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किरतपुर नेरचौक फोरलेन पर आपस में टकराए चार वाहन, चार लोग हुए घायल; एम्स में चल रहा इलाज
किरतपुर नेरचौक फोरलेन पर आपस में टकराए चार वाहन, चार लोग हुए घायल; एम्स में चल रहा इलाज
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Bilaspur News: किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर ऋषिकेश में चार वाहन आपस में टकरा गए। हादसे में दो बच्चों सहित तीन लोग घायल हो गए। हादसा इतना भयानक था कि एक गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों का उपचार एम्स में चल रहा है। झंडूता थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। हादसा रविवार दोपहर बाद हुआ।
जानकारी के अनुसार किरतपुर की ओर जा रहे एक ट्रक ने अचानक अपनी लेन बदल ली। इसके पीछे चल रहीं दो कारों के…
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अस्पताल की छठी मंजिल पर चढ़ी पुलिस की गाड़ी, पर क्यों ?
नवीन समाचार, देहरादून, 23 मई 2024। उत्तराखंड के देहरादून जनपद स्थित एम्स यानी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में एक महिला चिकित्सक से एक नर्सिंग अधिकारी द्वारा छेड़छाड़ किये जाने की घटना सामने आयी है। महिला चिकित्सक द्वारा ऐसे आरोप लगाने के बाद एम्स के चिकित्सक खासे आक्रोशित हो गये। इसके बाद एक अजीब घटनाक्रम देखने को मिला। आरोपित नर्सिंग अधिकारी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की गाड़ी छठवें…
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चिकित्सा के क्षेत्र में विश्वस्तरीय शिक्षा और सेवा प्रदान करना एम्स संस्थानों की बड़ी उपलब्धिः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के चतुर्थ दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सभी टॉपर 14 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। समारोह में मेडिकल के 598 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि मरीजों तथा उनके परिवारजन का स्नेह और आशीर्वाद ही चिकित्सक की सबसे बड़ी कमाई है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में उत्तराखंड की…
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Noida News : उत्तर प्रदेश की नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने एक बेहद ही सराहनीय काम किया है। नोएडा पुलिस ने एम्स अस्पताल ऋषिकेश में तैनात एक चिकित्सक का रुपयों से भरा बैग कुछ ही देर में ढूंढ निकाला और डॉक्टर के परिजनों को सौंप दिया। नोएडा पुलिस के इस कार्य के लिए डॉक्टर और उसके परिजनों ने पुलिस का आभार जताया है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित एम्स अस्पताल में तैनात डॉक्टर सुमन चौरसिया दिल्ली एयरपोर्ट से अपने नोएडा के सेक्टर 119 की इंडिगो आमंत्रण सोसाइटी में स्थित घर के लिए ओला कैब से निकले थे। अपनी सोसाइटी पर उतरते समय एक बैग ओला कैब टैक्सी में छूट गया, जिसे ओला कैब ड्राइवर लेकर चला गया था।
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ऋषिकेश के कैंपस में डॉक्टर की ड्रेस में एक संदिग्ध युवती को घूमते हुए सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ लिया। पूछताछ के बाद फर्जी डॉक्टर होने पर संस्थान के अधिकारियों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संदीप कुमार के मुताबिक शनिवार दोपहर एम्स के सुरक्षा कर्मियों की नजर डॉक्टर की ड्रेस पहने एक युवती पर पड़ी। युवती ने सीनियर रेजीडेंट का कोट पहना था, लेकिन साथ में जिंस पहनी होने पर…
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वह आवाज जो उम्मीद बन रगों में दौड़ गई... सिलक्यारा सुरंग से बाहर आए मजदूर ने सुनाई सहमा देने वाली कहानी
लखनऊ: अहमद मुश्ताक का शेर है, 'मौत ख़ामोशी है चुप रहने से चुप लग जाएगी/ ज़िंदगी आवाज़ है बातें करो बातें करो।' उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल से 17 दिन बाद मौत के सिर पर पांव रखकर बाहर आए 41 मजदूरों से बेहतर इसे कोई नहीं समझ सकता। इनमें यूपी के भी 8 मजदूर थे। यूपी सरकार उन्हें शुक्रवार को लखनऊ ले आई। श्रावस्ती के मोतीपुर कला निवासी अंकित भी सुरंग में फंस गए थे। वह बताते हैं, ' टनल बंद होने के करीब 17-18 घंटे बाद एक आवाज सुनाई दी। हम उसकी दिशा तलाशने लगे। पता चला कि पानी के पाइप से आई वह आवाज टनल के बाहर से थी। हमारी रगों में जिंदगी की उम्मीद दौड़ पड़ी। एक-दूसरे को हौसला देते दिन कट गए।'सिलक्यारा में 12 नवंबर को निर्माणाधीन टनल में मिट्टी धंसने से 41 मजदूर फंस गए थे। इन्हें 28 नवंबर को बाहर निकाला जा सका। एम्स ऋषिकेश में मेडिकल जांच के बाद यूपी के मजदूरों (श्रावस्ती के अंकित, राममिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश, रामसुंदर, खीरी के मंजीत व मीरजापुर के अखिलेश कुमार) को सरकार शुक्रवार सुबह लखनऊ ले आई। इन्हें राजधानी के सबसे आलीशन सरकारी गेस्ट हाउस नैमिषारण्य में ठहराया गया।धमाके की आवाज और अनहोनीमीडिया के कैमरों से जूझ रहे अंकित से नजर मिली तो उसमें नींद और नाराजगी दोनों ही भरी थी। उन्होंने कहा, 'इतना तो 17 दिन पाइप से बोलना-चिल्लाना नहीं पड़ा, जितना पिछले तीन दिनों से आप लोग बोलवा रहे हैं। जो हम याद नहीं करना चाहते, आप लोग भूलने नहीं दे रहे।' कुछ सेकंड खामोशी के बाद मैंने बात आगे बढ़ाई,' हम दोनों ही खोदाई करते हैं, आप टनल खोदते हैं, हम एहसास।' अंकित मुस्कराए और फ्लैशबैक शुरू हो गया- ' मैं वेल्डर हूं। हमारी शिफ्ट सुबह 8 बजे खत्म होनी थी। उस दिन दीपावली थी, इसलिए हम लोग एक-डेढ़ घंटे पहले ही निकलने वाले थे। सुबह करीब पांच बजे तेज धमाका हुआ। हम लोग उधर भागे तो पता चला कि मलबा गिर गया है। कुछ देर में ही आभास हो चुका था कि टनल से निकलने के सभी रास्ते बंद हो चुके हैं।'पानी का पाइप बना सहारासंतोष बताते हैं कि 12-15 घंटे तक बाहर से कोई संपर्क नहीं हो पाया। टनल में दो पाइप पड़े थे, एक पानी अंदर लाने के लिए, एक बाहर निकालने के लिए। 17-18 घंटे बाद हमें पाइप से आवाज सुनाई दी। इसके साथ ही बाहर से हमारा संवाद शुरू हुआ। पाइप के जरिए लइया, सूखे मेवे आने शुरू हुए। टनल ढाई किमी लंबी है, इसलिए, शुरुआत में दो-दिनों तक ऑक्सिजन की कोई दिक्कत नहीं थी, बाद में उस पाइप से कंप्रेशर के जरिए ऑक्सिजन भी पहुंचाई जाने लगी। http://dlvr.it/Szbg9s
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उत्तरकाशी सुरुङबाट निकालिएका सबै कामदार स्वस्थ, घर जान अनुमतिः एम्स
ऋषिकेश, १५ मंशिर । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेशमा गरिएको स्वास्थ्य परीक्षणमा उत्तरकाशी जिल्लाको सिल्कियारा सुरुङबाट निकालिएका ४१ जना कामदार स्वस्थ भेटिएका छन्।
एम्स प्रशासनले भारतीय सञ्चारमाध्यमलाई दिएको जानकारी अनुसार स्वास्थ्य परीक्षणमा सबै कामदारहरु स्वस्थ पाइएका छन् र उनीहरुलाई घर जान अनुमति दिइएको छ । त्यसपछि धेरै मजदुरहरु घरतर्फ लागेका छन् ।
एम्सका जनरल मेडिसिन विभागका…
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उत्तराखंड मे अब हिन्दी में भी होगी एमबीबीएस की पढ़ाईः डॉ. धन सिंह रावत
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उत्तराखंड मे अब हिन्दी में भी होगी एमबीबीएस की पढ़ाईः डॉ. धन सिंह रावत
देहरादून, 10 अगस्त 2023/ आज उत्तराखंड चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। इस दौरान डॉ. रावत ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को ऊधमसिंह नगर जनपद में एम्स ऋषिकेश के सैटालाइट सेंटर के भूमि पूजन कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सूबे के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2023-24 से हिन्दी माध्यम में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ करने के लिये भी आमंत्रित किया। जिस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी सहमति प्रदान कर दोनों कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने उत्तराखंड आने का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि उन्होंने नई दिल्ली में आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात कर उत्तराखंड की स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
डॉ. रावत ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को ऊधमसिंह नगर जनपद में स्वीकृत एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट सेंटर के भूमि पूजन हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंह नगर में एम्स ऋषिकेश का सेटेलाइट सेंटर स्थापित होने पर पूरे कुमाऊं मंडल को इसका लाभ मिलेगा और प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सूबे के मेडिकल कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2023-24 से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी में कराये जाने की जानकारी दी। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को हिन्दी मीडियम में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ करने के लिये भी आमंत्रित किया। जिस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दोनों कार्यक्रमों में शामिल होने पर अपनी सहमति जताई और शीघ्र उत्तराखंड आने का सकारात्मक आश्वासन दिया।
डॉ. रावत ने बताया कि मध्य प्रदेश की भांति उत्तराखंड में भी मेडिकल की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी माध्यम में होगी। इसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि मेडिकल पाठ्यक्रम हिन्दी में तैयार करने के लिये विभाग ने राजकीय मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक विशेष समिति गठित की। इस समिति ने मध्य प्रदेश में लागू एमबीबीएस के हिन्दी पाठ्यक्रम का अध्ययन कर राज्य के मेडिकल कॉलेजों के लिये हिन्दी माध्यम में सिलेबस तैयार किया और इसे हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय को सौंपा। विश्वविद्यालय ने भी हिन्दी मीडियम पाठ्यक्रम लागू करने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी है। शीघ्र ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के हाथों इसे प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में लागू कर दिया जायेगा। यह उन छात्रों के लिये बड़ी सौगात होगी जो हिन्दी मीडियम के स्कूलों से पढ़कर आये हैं।
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एम्स ऋषिकेश पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, चिकित्सकों को दिये निर्देश
एम्स ऋषिकेश पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, चिकित्सकों को दिये निर्देश
चमोली घटना में घायल हुये लोगों का जाना हालचाल
देहरादून/ ऋषिकेश: सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत आज चमोली से लौटकर एम्स ऋषिकेश पहुंचे, जहां उन्होंने चमोली हादसे में घायल हुये लोगों का हालचाल जाना।
डा. रावत ने घायलों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिये एम्स प्रशासन एवं चिकित्सकों…
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AIIMS बिलासपुर में शुरू होगी हेली एंबुलेंस सेवा, आपदा में मिलेगी तुरंत मदद; प्रस्ताव को मिली हरी झंडी
Bilaspur News: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारी है। प्रस्ताव बन गया है। प्रस्ताव को हरी झंडी मिली तो देहरादून के एम्स ऋषिकेश के बाद एम्स बिलासपुर ऐसा करने वाला दूसरा संस्थान होगा। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इस सेवा की जरूरत महसूस की जा रही है।
20 सितंबर को एम्स ऋषिकेश में हेली एंबुलेंस सेवा का उद्घाटन है। इसके बाद इसी तर्ज पर…
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char dham yatra 2023 : सरकार का दावा चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलेगी अच्छी मेडिकल फैसिलिटी
char dham yatra 2023: सरकार का दावा चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलेगी अच्छी मेडिकल फैसिलिटी
चारधाम यात्रा के दौरान आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को एयर एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश और राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून व श्रीनगर में एयर लिफ्ट किया जाएगा।
विस्तृत समाचार पेज थ्री epaper पर
https://page3news.in/epaper/dehradun/25_April/25_April_2023.html
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Rishikesh: कनाडा की कैथलीन का पुलिसकर्मियों.
देवभूमि उत्तराखंड में देश विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं। जो कई बार यहां के वातावरण में इस तरह से रम जाते हैं। कि वह बस यहीं के होकर रहने लगते हैं। ऋषिकेश को ही अपना घर बनाकर ईश्वर की भक्ती करने लगते हैं। ऐसी ही कहानी कनाडा की कैथरीन की भी है। जो 1 महीना पहले उत्तराखंड के ऋषिकेश में आईं थीं। जहां उनका मन अध्यात्म, योग, संस्कृति और वैदिक पुराणों के पठन-पाठन में ऐसा लगा कि वह इनसे अलग नहीं होना चाहती थीं। इसीलिए उनकी इच्छा के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार भी यहीं हिंदू रीति रिवाज से किया गया है।
29 मार्च को हुई थी मौत
तकरीबन 56 साल की कैथछरीन कनाड़ा की मूल नागरीक थी। वह पिछले करीब 15 सालों से युगांडा के एनजीओ में काम कर रही थीं। तकरीबन 1 महीना पूर्व उन्हें उत्तराखंड की संस्कृति इतनी भा गई कि वह यहां खींची चली आई। ऋषिकेश में उन्होंने भारतीय संस्कृति को करीब से देखा और योग व अध्यात्म में लगी रही। 28 मार्च को उनकी तबीयत अचानक से खराब हो गई। कैथरीन को निर्मल अस्पताल और फिर एम्स में भर्ती कराया गया। लेकिन 29 मार्च को कैथरीने ने इलाज के दौरान अपना दम तोड़ दिया। दरअसल कैथरीन ने डेनमार्क में रहने वाली अपनी दोस्त नाया को अपनी अंतिम इच्छा बताई थी। कि उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किया जाए। क्योंकि नाया भी कैथरीन के साथ ऋषिकेश के एक आश्रम में योग सीख रही थी। ऐसे में पुलिस भी काफी मददगार साबित रही।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा था शव
लक्ष्मणझूला थाना प्रभारी विनोद सिंह गुसाईं ने मामले को लेकर कहा कि कनाडा दूतावास के माध्यम से कैथरीन के चारों भाइयों से बातचीत की गई थी। बड़े भाई ने कैथरीन की इच्छा के मुताबिक नाया के माध्यम से अंतिम संस्कार की इजाजत दे दी थी। ऐसे में अंतिम संस्कार में देरी भी हुई। क्योंकि शव को पोस्टमार्टम के बाद चंद्रेश्वर घाट पर भेजा गया था। जहां कैथरीन की दोस्त नाया ने उन्हें मुखाग्नि दी। नाया का कहना है कि उनकी अस्थि के एक भाग को गंगा में विसर्जित किया गया। वहीं, दूसरे भाग को नाया युगांडा लेकर जाएंगी। पुलिस के अनुसार कैथरीन करीब एक सप्ताह से बीमार थीं। उन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत थी।
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सीबीआई टीम की छापेमारी के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे देर शाम ऋषिकेश एम्स
ऋषिकेश
ऋषिकेश एम्स में सीबीआई टीम की छापेमारी के बाद देर शाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत निरीक्षण करने पहुंच
इस दौरान उन्होंने एमबीबीएस के छात्रों के साथ चर्चा भी की। उन्होंने इमरजेंसी और ट्रामा में भर्ती मरीजों का हाल जाना और एम्स की ओर दी जा रही सुविधाओं की जानक��री ली। उनके साथ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत भी मौजूद थे। आज सुबह डॉ…
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Financetime.in उत्तराखंड के पहाड़ों में ड्रोन से की जा रही दवाओं की डिलीवरी; 30 मिनट में 22 मील, स्वास्थ्य समाचार, ईटी हेल्थवर्ल्ड
देहरादून: उत्तराखंड में समग्र स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रयास में एम्स-ऋषिकेश ने दवाइयां देने और लेने के लिए ड्रोन सेवा शुरू की है.
यह सुविधा उत्तराखंड में छह महीने की चार धाम यात्रा के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगी, क्योंकि पिछले साल वार्षिक तीर्थ यात्रा के दौरान 300 से अधिक तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गंवाई थी और सभी चार पवित्र तीर्थ – केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री स्थित…
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Rishikesh: ड्रोन क्रांति दुर्गम क्षेत्रों के लिए संजीवनी, कम समय में पहुंचाएगा दवा, चिकित्सा उपकरण और खून - Drone Will Deliver Medicines Medical Equipment And Blood In Less Time Rishikesh Aiims Uttarakhand News
एम्स ऋषिकेश से ड्रोन से भेजी गई दवा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
चिकित्सा क्षेत्र में ड्रोन क्रांति को एम्स की निदेशक ने दुर्गम क्षेत्रों के लिए संजीवनी करार दिया है। आपातकालीन स्थिति में दवा, चिकित्सा उपकरण और खून मरीजों तक पहुंचाने में ड्रोन सबसे कारगर साबित होंगे। यही नहीं, टेलीमेडिसिन सेवा से जोड़ने पर भविष्य में ड्रोन उपचार और दवा दोनों मरीजों तक पहुंचाएंगे।
उत्तराखंड में ड्रोन से दवा सप्लाई…
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