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एप्पल और साथ एक नयी कहावत -
एप्पल एक वैश्विक रूप से बहुत बड़ा ब्रांड बन चूका है | दुनिया भर में इसके लिए लोगों में क्रेज दिखता है | ह�� भी क्यों न इस ब्रांड के सामान अपने में बहुत अच्छे होते है और तो और सुरक्षा की दृष्टि से और प्राइवेसी का इनके उत्पादों में बहुत ख्याल रखा जाता है | पहले की एक कहावत है की 'एक सेव् सुबह रोज लीजिये और डॉक्टर से दूर रहिये ' ये कहावत सेव् फल के लिए है लेकिन आज के दौर को देखते हुए दूसरी कहावत ये भी बन गयी है की 'एक एप्पल लीजिये और अपने सब सुरक्षा और प्राइवेसी से निश्चिंत रहिये ' रही बात इसके फीचर्स के बारे में तो वो भी बहुत शानदार रहते है |टेक्नोलॉजी के टॉप फाइव में ये कंपनी आती है | एमेज़न,गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट के साथ |
एप्पल की स्थापना उद्भव और विकास -
एप्पल इंक॰ एक अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन सेवाएं उत्पादों की रचना, विकास और बिक्री करता है। एप्पल का मुख्यालय क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया में है|एप्पल की स्थापना 1 अप्रैल 1976 को स्टीव जॉब्स, स्टीव वोज़्निएक और रोनाल्ड वेन ने की है |जिसमे स्टीव जॉब्स कंपनी के मुख्या अधिकारी थे |और इस दिन ही एप्पल ने अपना पहला कंप्यूटर लांच किया |इसके बाद 16 अप्रैल 1977 में एप्पल ने एप्पल दुत्तीय लांच किया |लेकिन धीरे -धीरे पर्तिस्पर्धा बढ़ती गयी और 1980 को IBM और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी को कड़ी टक्कर देने के लिए एप्पल तृतीय को लांच किया गया| फिर एप्पल ने अपना आईपीओ लांच किया और जिसका शेयर की कीमत उस समय 24 डॉलर थी |
एप्पल को कई परेशानिया भी झेलनी पड़ी |1983 में उसका एक प्रोडक्ट ज्यादा कीमत की वजह से असफल हो गया |एप्पल लिसा नाम का ये एक डेस्कटॉप कंप्यूटर था |यह व्यक्तिगत व्यवसाय उपयोगकर्ताओं के उद्देश्य से एक मशीन में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पेश करने वाले पहले व्यक्तिगत कंप्यूटरों में से एक बनाया गया था |इसको असफलता इस लिए झेलनी पड़ी क्योकि इसकी कीमत ज्यादा थी और सीमित सॉफ्टवेयर थे | जिसके बाद वर्ष 1984 में कंपनी ने मैकिन्टौश लांच किया| जिसके विज्ञापन के लिए 1.5 मिलियन डॉलर खर्च किये गए थे|
स्टीव जॉब्स को क्यों निकाला -
1985 में उस समय के कंपनी के सीईओ जॉन स्कली से विवाद के चलते निदेशक मंडल की बैठक में स्टीव जॉब्स को प्रबंधकीय कार्यों से मुक्त कर दिया गया|ये बात तब से शुरू हुई जब सन् 1983 में जॉब्स ने लालची जॉन स्कली को पेप्सी कोला को छोड़ कर एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में काम करने के लिए पूछा, " क्या आप आपनी बाकी ज़िंदगी शुगर पानी बेचने मे खर्च करना चाहते हैं, या आप दुनिया को बदलने का एक मौका चाहते हैं"
अप्रैल 10 1985 और 11, बोर्ड की बैठक के दौरान, एप्पल के बोर्ड के निदेशकों ने स्कली के कहने पर जॉब्स को अध्यक्ष पद को छोड़कर उसकी सभी भूमिकाओं से हटाने का अधिकार दे दिया।परंतु जॉन ने यह फ़ैसला कुछ देर के लिया रोक दिया। मई 24, 1985 के दिन मामले को हल करने के लिए एक बोर्ड की बैठक हुई, इस बैठक में जॉब्स को मेकिनटोश प्रभाग के प्रमुख के रूप में और उसके प्रबंधकीय कर्तव्यों से हटा दिया गया।एप्पल से इस्तीफ़ा देने के बाद जॉब्स ने एक नयी कंपनी की स्थापना की जिसका उन्होंने नाम रखा -नेक्स्ट इंक॰ |कुछ समय बाद जॉब्स की कंपनी नेक्स्ट इंक॰ को एप्पल ने ही खरीद लिया| जिसके बाद स्टीव जॉब्स फिर से एप्पल के सीईओ बने|जॉब्स के नेतृत्व में कंपनी में फिर से ग्रोथ करने लगी|वर्ष 2004 में जॉब्स ने कैंसर के चलते सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया और टीम कुक कंपनी के नए सीईओ बने| वर्ष 2011 में स्टीव जॉब्स का निधन हो गया| टिम कुक नए सीईओ बन गये|एप्पल अपने आकार और राजस्व के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है।एप्पल राजस्व के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी है और सैमसंग और हुआवे के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल फोन निर्माता है।
एप्पल कंपनी के हर विज्ञापन में 9:41 का समय दिखाया जाता है क्यों ?
1 - एप्पल कंपनी के हर विज्ञापन में 9:41 का समय दिखाया जाता है |इसके पीछे कारण ये है की आपको बता दें कि जब एप्पल ने 2007 में अपना पहला फोन रिलीज किया था तो उस समय घड़ी में 9.42 बजे थे, जिसके चलते तब हर विज्ञापन में 9.42 बजे का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन 2010 के बाद हर विज्ञापन में 9.41 बजे का इस्तेमाल किया जाने लगा| 2 - इस कंपनी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी ��ात से लगाया जा सकता है कि जापान में एक आदमी iPhone 6 खरीदने के लिए 7 महीने तक लाइन में लगा था| 3 - एप्पल कंपनी में अपने आखिरी 15 साल तक जॉब्स ने सिर्फ 1 डॉलर बतौर सैलरी ली थी और इसके बावजूद जॉब्स की कुल पूंजी 7 बिलियन डॉलर से ज्यादा थी| 4 -मैकबुक एप्पल की बैटरी (BulletProof) बुलेटप्रूफ होती है| यह आपको बंदूक की गोली से भी बचा सकती है| 5 -एप्पल के CEO टिम कुक के बारे में एक और बात बहुत प्रसिद्ध है. वे अपने कर्मचारियों को सुबह 4.30 बजे मेल करते हैं. यह इनके काम का अनोखा तरीका हैं|
एप्पल लगातार 6 वर्षों तक इंटरब्रांड की वार्षिक बेस्ट ग्लोबल ब्रांड्स रिपोर्ट में सबसे ऊपर था|अमेरिकन कंपनी एप्पल दुनिया की सबसे शक्तिशाली कंपनियों में से एक है अपने विशिष्ट कंप्यूटर,सॉफ्टवेयर और अन्य गैजेट के माध्यम से आज संपूर्ण विश्व में एक विश्वसनीय ब्रांड है. एप्पल की प्रसिद्धि का कारण यह भी है कि वह अपने ग्राहकों की जानकारी की सुरक्षा और गोपनीयता से कोई समझौता नहीं करती है एक बार अमेरिकी खुफिया एजेंसी फेडरल ने Apple कंपनी से एक आतंकवादी क्या यह फोन को अनलॉक करने के लिए संपर्क किया था परंतु अपनी सुरक्षा नीतियों के चलते एप्पल ने फेडरल को मना कर दिया था|
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एप्पल:आये जाने 'एप्पल' का इतिहास
एप्पल और साथ एक नयी कहावत -
एप्पल एक वैश्विक रूप से बहुत बड़ा ब्रांड बन चूका है | दुनिया भर में इसके लिए लोगों में क्रेज दिखता है | हो भी क्यों न इस ब्रांड के सामान अपने में बहुत अच्छे होते है और तो और सुरक्षा की दृष्टि से और प्राइवेसी का इनके उत्पादों में बहुत ख्याल रखा जाता है | पहले की एक कहावत है की 'एक सेव् सुबह रोज लीजिये और डॉक्टर से दूर रहिये ' ये कहावत सेव् फल के लिए है लेकिन आज के दौर को देखते हुए दूसरी कहावत ये भी बन गयी है की 'एक एप्पल लीजिये और अपने सब सुरक्षा और प्राइवेसी से निश्चिंत रहिये ' रही बात इसके फीचर्स के बारे में तो वो भी बहुत शानदार रहते है |टेक्नोलॉजी के टॉप फाइव में ये कंपनी आती है | एमेज़न,गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट के साथ |
एप्पल की स्थापना उद्भव और विकास -
एप्पल इंक॰ एक अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन सेवाएं उत्पादों की रचना, विकास और बिक्री करता है। एप्पल का मुख्यालय क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया में है|एप्पल की स्थापना 1 अप्रैल 1976 को स्टीव जॉब्स, स्टीव वोज़्निएक और रोनाल्ड वेन ने की है |जिसमे स्टीव जॉब्स कंपनी के मुख्या अधिकारी थे |और इस दिन ही एप्पल ने अपना पहला कंप्यूटर लांच किया |इसके बाद 16 अप्रैल 1977 में एप्पल ने एप्पल दुत्तीय लांच किया |लेकिन धीरे -धीरे पर्तिस्पर्धा बढ़ती गयी और 1980 को IBM और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी को कड़ी टक्कर देने के लिए एप्पल तृतीय को लांच किया गया| फिर एप्पल ने अपना आईपीओ लांच किया और जिसका शेयर की कीमत उस समय 24 डॉलर थी |
एप्पल को कई परेशानिया भी झेलनी पड़ी |1983 में उसका एक प्रोडक्ट ज्यादा कीमत की वजह से असफल हो गया |एप्पल लिसा नाम का ये एक डेस्कटॉप कंप्यूटर था |यह व्यक्तिगत व्यवसाय उपयोगकर्ताओं के उद्देश्य से एक मशीन में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पेश करने वाले पहले व्यक्तिगत कंप्यूटरों में से एक बनाया गया था |इसको असफलता इस लिए झेलनी पड़ी क्योकि इसकी कीमत ज्यादा थी और सीमित सॉफ्टवेयर थे | जिसके बाद वर्ष 1984 में कंपनी ने मैकिन्टौश लांच किया| जिसके विज्ञापन के लिए 1.5 मिलियन डॉलर खर्च किये गए थे|
स्टीव जॉब्स को क्यों निकाला -
1985 में उस समय के कंपनी के सीईओ जॉन स्कली से विवाद के चलते निदेशक मंडल की बैठक में स्टीव जॉब्स को प्रबंधकीय कार्यों से मुक्त कर दिया गया|ये बात तब से शुरू हुई जब सन् 1983 में जॉब्स ने लालची जॉन स्कली को पेप्सी कोला को छोड़ कर एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में काम करने के लिए पूछा, " क्या आप आपनी बाकी ज़िंदगी शुगर पानी बेचने मे खर्च करना चाहते हैं, या आप दुनिया को बदलने का एक मौका चाहते हैं"
अप्रैल 10 1985 और 11, बोर्ड की बैठक के दौरान, एप्पल के बोर्ड के निदेशकों ने स्कली के कहने पर जॉब्स को अध्यक्ष पद को छोड़कर उसकी सभी भूमिकाओं से हटाने का अधिकार दे दिया।परंतु जॉन ने यह फ़ैसला कुछ देर के लिया रोक दिया। मई 24, 1985 के दिन मामले को हल करने के लिए एक बोर्ड की बैठक हुई, इस बैठक में जॉब्स को मेकिनटोश प्रभाग के प्रमुख के रूप में और उसके प्रबंधकीय कर्तव्यों से हटा दिया गया।एप्पल से इस्तीफ़ा देने के बाद जॉब्स ने एक नयी कंपनी की स्थापना की जिसका उन्होंने नाम रखा -नेक्स्ट इंक॰ |कुछ समय बाद जॉब्स की कंपनी नेक्स्ट इंक॰ को एप्पल ने ही खरीद लिया| जिसके बाद स्टीव जॉब्स फिर से एप्पल के सीईओ बने|जॉब्स के नेतृत्व में कंपनी में फिर से ग्रोथ करने लगी|वर्ष 2004 में जॉब्स ने कैंसर के चलते सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया और टीम कुक कंपनी के नए सीईओ बने| वर्ष 2011 में स्टीव जॉब्स का निधन हो गया| टिम कुक नए सीईओ बन गये|एप्पल अपने आकार और राजस्व के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है।एप्पल राजस्व के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी है और सैमसंग और हुआवे के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल फोन निर्माता है।
एप्पल कंपनी के हर विज्ञापन में 9:41 का समय दिखाया जाता है क्यों ?
1 - एप्पल कंपनी के हर विज्ञापन में 9:41 का समय दिखाया जाता है |इसके पीछे कारण ये है की आपको बता दें कि जब एप्पल ने 2007 में अपना पहला फोन रिलीज किया था तो उस समय घड़ी में 9.42 बजे थे, जिसके चलते तब हर विज्ञापन में 9.42 बजे का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन 2010 के बाद हर विज्ञापन में 9.41 बजे का इस्तेमाल किया जाने लगा| 2 - इस कंपनी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जापान में एक आदमी iPhone 6 खरीदने के लिए 7 महीने तक लाइन में लगा था| 3 - एप्पल कंपनी में अपने आखिरी 15 साल तक जॉब्स ने सिर्फ 1 डॉलर बतौर सैलरी ली थी और इसके बावजूद जॉब्स की कुल पूंजी 7 बिलियन डॉलर से ज्यादा थी| 4 -मैकबुक एप्पल की बैटरी (BulletProof) बुलेटप्रूफ होती है| यह आपको बंदूक की गोली से भी बचा सकती है| 5 -एप्पल के CEO टिम कुक के बारे में एक और बात बहुत प्रसिद्ध है. वे अपने कर्मचारियों को सुबह 4.30 बजे मेल करते हैं. यह इनके काम का अनोखा तरीका हैं|
एप्पल लगातार 6 वर्षों तक इंटरब्रांड की वार्षिक बेस्ट ग्लोबल ब्रांड्स रिपोर्ट में सबसे ऊपर था|अमेरिकन कंपनी एप्पल दुनिया की सबसे शक्तिशाली कंपनियों में से एक है अपने विशिष्ट कंप्यूटर,सॉफ्टवेयर और अन्य गैजेट के माध्यम से आज संपूर्ण विश्व में एक विश्वसनीय ब्रांड है. एप्पल की प्रसिद्धि का कारण यह भी है कि वह अपने ग्राहकों की जानकारी की सुरक्षा और गोपनीयता से कोई समझौता नहीं करती है एक बार अमेरिकी खुफिया एजेंसी फेडरल ने Apple कंपनी से एक आतंकवादी क्या यह फोन को अनलॉक करने के लिए संपर्क किया था परंतु अपनी सुरक्षा नीतियों के चलते एप्पल ने फेडरल को मना कर दिया था|
पूरा जानने के लिए-http://bit.ly/2X8eFgM
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