#उलझ
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lord-of-lollipops · 6 months ago
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हैं हम मिले सौ सौ दफा!
फिर भी क्यों तुम मिले अजनबी की तरह ?
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writerss-blog · 1 year ago
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कांटों में उलझा
हम तो चले थे फूल चुनने कांटों में उलझ गए, हमको पता नहीं चला और उलझते चले गए । देखा जो चारों ओर तो एक साजिश का जाल था, अपने मंजिल की चाह में भटक कर रह गए । जिसने हाथ थाम राह दिखाने का दम भरा, बीच रास्ते में छोड़ मुझे नई राह चल दिए ।।
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chaisutra · 25 days ago
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पद्मव्यूह . Padmavyuh
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इस इश्क के चक्रव्यूह में,
कुछ इस तरह उलझ गई हूँ,
अनजाने में घुस तो गई,
पर निकलना भूल गई हूँ।
अभिमन्यु के श्राप सा लगता है,
जिस दर्द में जी रही हूँ,
उसी के कारण पहचानी जा रही हूँ।
उसने सीखा था सुभद्रा के कोख में,
और मैंने सिर्फ सुना था।
उसे सिखाने वाले चक्रव्यूह के उस्ताद थे,
मुझे बताने वालों को बस नाम पता था।
पर अगर सवेरा फिर आए,
और ये पद्मव्यूह दोबारा बिछाए,
कुछ न बदलूँगी मैं,
फिर से उलझ जाऊंगी मैं।
–fakepoetess
@a-sparrows-melody cause you made my day and it pushed me forward to post
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kiran-dasi-12 · 3 months ago
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काल की सुनियोजित चाल!
शराब व अन्य विकारों में फंसकर मानव जीवन उलझ जाता है और सद्भगति से दूर हो जाता है। जागते रहें, काल कसाई की चाल से बचें!
#नशा_नाश_का_कारण_है
#alcohol #alcoholfree #alcoholic #drugfree #drugfreeindia #drugaddiction #intoxication
#TrueGuru
#TatvdarshiSant
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hi-avathisside · 11 months ago
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उलझा हुआ था वो, उलझी हुई थी मैं,
एक दूसरे को सुलझने में, कब एक दूसरे में उलझ गए, पता ही नहीं चला,
कब मोहब्बत के धागे बुन के लिए हम दोनों ने पता ही नहीं चला~
-me
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natkhat-sa-shyam · 1 year ago
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तारीख - २३/१२/२०२३
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किसी शाम जो मिले तू कहीं
हाथों में हाथ...
फिर लफ्ज़ बुन लाये हम कई,
करीब हम हो कुछ इतने
सब्र बसब्र सिमट यूँ कहीं
यूँही फिर नज़रों से
धड़कने उलझ जाए ना कहीं,
मुस्कुराहटों में कुछ अल्फाज़ हो उलझें
कुछ तू ��ी समझ जाए बात कई,
सजाऊँ खुद को मै ऐसे
हर शाम गुज़र जाए कुछ यूँही
इंतज़ार हो हर शाम का मुझे
तू ख्यालातों से बाहर आए तो सही||
~ स्मृति
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helputrust · 1 year ago
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लखनऊ, 27.11.2023 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक जी की जयंती के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर, सेक्टर 25 स्थित कार्यालय में "श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि" कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल तथा हेल्प यू ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने गुरुनानक जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर उन्हें श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि दी |   
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि, "गुरु नानक देव की जयंती को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है । गुरु नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन समाज सुधारक के रूप में समर्पित कर दिया । उन्होंने जात-पात, ऊंच-नीच और भेद-भाव को मिटाने के लिए खास कदम उठाए थे । गुरु नानक देव जी ने भक्ति के अमृत-भक्ति रस के बारे में बात की थी तथा वह भक्ति योग में पूरी तरह से समर्पित थे । वे कहा करते थे कि “इतने भी सांसारिक मामलों में मत उलझ जाओ कि आप परमेश्वर के नाम को भूल जाओ ।" गुरु नानक देव जी का जीवन निश्चय ही अनुकरणीय है  हमें उनके बताए सिद्धांतों का पालन करना चाहिए |"
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anarkali-disco-chali · 2 years ago
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यूँ ही एक छोटी सी बात पे
ताल्लुकात पुराने बिगड़ गये
मुद्दा ये था कि सही " क्या" है?
और वो सही "कौन" पर उलझ गये....
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nedsecondline · 5 days ago
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गुम / Lost
कैसे पढूं मैं  इतनी सारी किताबों को, जबकि उलझ के रह गया हूं  एक ही किताब में  तुम्हारे चेहरे की… 📖 📖 📖  How can I read  countless books  while I’m… गुम / Lost
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praysure · 11 days ago
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‘ये मेरा पति है!’…‘नहीं, ये मेरा है!’ – थाने में पति को लेकर भिड़ीं दो पत्नियां, हंगामे के बीच मच गया बवाल!
‘ये मेरा पति है!’…‘नहीं, ये मेरा है!’ – थाने में पति को लेकर भिड़ीं दो पत्नियां, हंगामे के बीच मच गया बवाल!
‘ये मेरा पति है!’…‘नहीं, ये मेरा है!’ – थाने में पति को लेकर भिड़ीं दो पत्नियां, हंगामे के बीच मच गया बवाल! -बिहार के सहरसा जिले के नवहट्टा थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में एक शादीशुदा युवक द्वारा दूसरी शादी करने का मामला सामने आया है। यह घटना पुलिस के लिए भी चौंकाने वाली रही, जब एक ही पति को लेकर दो पत्नियां थाने में उलझ पड़ीं। इस मामले में युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और जांच जारी…
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writerss-blog · 18 days ago
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आज का माहौल
सौजन्य गूगल आज का माहौल यही है सुन लिया तो सुलझ गए सुना दिया तो उलझ गए । लोग विरोध सहन नहीं कर पाते हैं रिश्तों की लम्बी अवधि में भी गांठ पड़ जाती है जब आप विरोध या असहमति जताते हैं । आप एक श्रोता ही बन कर रहें तो सब बेहतर है ।।
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sadguru2022 · 20 days ago
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श्रीमद भगवद गीता | Shrimad Bhagavad Gita | सांख्य योग | बुद्धि का उपयोग |
गीता में योग शब्द को एक नहीं बल्कि कई अर्थों में प्रयोग हुआ है, लेकिन हर योग अंतत: ईश्वर से मिलने मार्ग से ही जुड़ता है। योग का मतलब है आत्मा से परमात्मा का मिलन। गीता में योग के कई प्रकार हैं, लेकिन मुख्यत: तीन योग का वास्ता मनुष्य से अधिक होता है। ये तीन योग हैं, ज्ञानयोग, कर्मयोग और भक्तियोग। महाभारत युदध् के दौरान जब अर्जुन रिश्ते नातों में उलझ कर मोह में बंध रहे थे तब भगवान श्रीकृष्ण गीता में अर्जुन को बताया था कि जीवन में सबसे बड़ा योग कुछ है तो वह है, कर्म योग। उन्होंने बताया था कि कर्म योग से कोई भी मुक्त नहीं हो सकता, वह स्वयं भी कर्म योग से बंधे हैं। कर्म योग ईश्वर को भी बंधन में बांधे हुए रखता है। भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था कि भगवान शिव से बड़ा तपस्वी कोई नहीं हैं और वह कैलाश पर ध्यान योग मुद्रा में लीन रहते हैं। श्रीकृष्ण योग ने अर्जुन को 18 प्रकार के योग मुद्रा के बारे में जानकारी देकर उनके मन के मैल को साफ किया था।  क्या हैं ये 18 योग मुद्राएं? गीता में उल्लेखित श्रीकृष्ण के इस ज्ञान को आइए हम भी जानें।                                                                                        #motivation #geetagyan #geetaupdesh #geetasaar #gita #gitagyan #gitaupdesh #krishnastatus #krishnavani #krishnamotivationalspeech #krishnaupdesh #krishnaquotes #krishnamotivation #krishnamotivationalvideo  #shahajipatil संपूर्ण गीता सार | Shrimad Bhagwat Geeta Saar | श्रीमद भगवद गीता | Shrimad Bhagavad Gita | सांख्य योग | बुद्धि का उपयोग |
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vedantbhoomidigital · 23 days ago
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कोलकाता ब्रिज पर बाबुल सुप्रियो से बीजेपी सांसद अभिजीत गांगुली की तीखी नोकझोंक
कोलकाता के प्रतिष्ठित सेकेंड हुगली ब्रिज पर शुक्रवार रात एक राजनीतिक ड्रामा देखने को मिला, जब बंगाल के मंत्री बाबुल सुप्रियो और बीजेपी सांसद अभिजीत गांगुली आपस में उलझ गए। यह घटना तब घटी जब सुप्रियो हावड़ा में अपने आवास पर वापस जा रहे थे, जब वह अपने पीछे की कार से लगातार हॉर्न बजाने से नाराज हो गए। सूत्रों ने कहा कि उत्तेजित बाबुल सुप्रियो ने अपना वाहन रोका और अपने पीछे वाली कार के पास आकर…
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rightnewshindi · 24 days ago
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ऑपरेशनल डेमोंस्ट्रेशन की रिहर्सल के दौरान आपस में उलझे पैराशूट, पानी में गिरे नौसेना अधिकारी; देखें खौफनाक वीडियो
Kerala News: भारतीय नौसेना के दो अधिकारी गुरुवार को ऑपरेशनल डेमोंस्ट्रेशन के रिहर्सल के दौरान एक हादसे का शिकार हो गए। उनके पैराशूट उतरने के दौरान आपस में उलझ गए, जिससे वे विशाखापट्टनम के रामकृष्ण बीच के पानी में आ गिरे। गनीमत रही कि दोनों अधिकारी सुरक्षित बच गए। हादसा उस वक्त हुआ जब पूर्वी नौसेना कमान के ऑपरेशनल डेमोंस्ट्रेशन की तैयारी चल रही थी। वीडियो में देखा गया कि दोनों अधिकारी पैराशूट लिए…
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moviespopcorn · 1 month ago
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रामप्रसाद की तेहरवीं फिल्म रिव्यु
परिवार के बनावटी रिश्ते!
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रामप्रसाद की तेहरवीं फिल्म के मुख्य फिल्म सितारे प्लॉट: यह फिल्म राम प्रसाद के परिवार पर बनाई गई है जिनका स्वर्गवास हो गया है और उनके सभी 6 बच्चे जिनमें चार बेटे और दो बेटियां अपने पुश्तैनी घर पर अपने पिता की तेहरवीं पर आते हैं लेकिन वह सभी अपने पिता के जाने के दुख को बाँटने के बजाय अपनी ही समस्याओं में उलझ जाते हैं, आपस में ही लड़ने झगड़ने लग जाते हैं जो आज तक अपने माता-पिता को एक बार भी देखने नहीं आए,अब आए हैं तो पिता की तेहरवीं पर आपस में ही झगड़ रहे हैं उनकी मां उन सभी का चुपचाप तमाशा देख रही है पर कुछ नहीं बोलती| अब मां अकेली हो गई कौन सा बेटा उनको अपने साथ लेकर जाएगा? क्या वह अकेली ही इतने बड़े घर में रहेगी? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: इस फिल्म की टोन फैमिली ड्रामा है औरथीम फॅमिली एंड रिलेशनशिप पर है, इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य आज के परिवारों की सच्चाई दिखाना है कि आजकल के बच्चे अपने माता-पिता को नहीं पूछते| यह फिल्म इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करती है और छाप छोड़ने में कामयाब रही| फिल्म हमारे समाज की सच्चाई से रूबरू करवाती है एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: अम्मा के किरदार में सुप्रिया पाठक कपूर ने बहुत ही शानदार अभिनय किया है उन्होंने अपने किरदार को बहुत ही संपूर्णता से निभाया, उनका अभिनय उत्तम दर्जे का कहा जा सकता है पति को खोने का दर्द क्या होता है वह उन्होंने अपने चेहरे पर बखूबी चित्रित किया| राम प्रसाद के किरदार में नसीरुद्दीन शाह का रोल मेहमान भूमिका में है जितना भी उनका स्क्रीन टाइम था उन्होंने अपने रोड को अच्छे से निभा दिया| सीमा के किरदार कोंकणा सेन शर्मा का अभिनय भी अच्छा कहा जा सकता है, उनके अभिनय में बिल्कुल अलग तरह का एक ऐटिटूड, दुख, दर्द पीड़ा और अकेलापन पर्दे पर नजर आया| सपोर्टिंग कास्ट में परमब्रत चट्ट���पाध्याय, विक्रांत मैसी, मनोज पाहवा, निनाद कामत, विनय पाठक, दीपिका अमीन, दिव्या जगदाले, सादिया सिद्दीकी, अनुभा फतेहपुरी, सारिका सिंह, बृजेंद्र काला, श्रीकांत वर्मा, राजेंद्र गुप्ता, पुष्पा जोशी, विनीत कुमार, अलका कौशल और यामिनी दास सभी ने अपने किरदारों को ठीक से निभाया है | निर्देशन: इस फिल्म को सीमा पाहवा ने निर्देशित किया है जो की जानी-मानी एक फिल्म अभिनेत्री भी है यह उनकी पहली हिंदी फिल्म डेब्यू Directorial है, उन्होंने कहानी को बहुत अच्छे ढंग से बताने की कोशिश की है फिल्म की गति थोड़ी सी धीमी जरूर है लेकिन फिल्म कहीं से भी पटरी से नहीं उतरती, वह कहानी में सही तरीके से तकरार और टकराव दिखा पाई, पहली फिल्म को ही सीमा पाहवा ने बहुत अच्छे से निर्देशित किया है, सभी चरित्रों को बहुत अच्छे से पर्दे पर चित्रित किया गया है, सभी का अभिनय असल जिंदगी के चरित्रों जैसा लगता है| कहानी-पटकथा: सीमा पाहवा की कहानी भी आज के दौर की है आज समाज में रिश्तों की कोई अहमियत नहीं रह गई है, पटकथा भी बहुत बढ़िया से लिखा गया है डायलॉग: सीमा पाहवा ने सभी चरित्रों के डायलॉग आपस में विश्वसनीय लगने वाले लिखे हैं, जो फिल्म की कहानी के मुताबिक बिल्कुल फिट बैठते हैं सभी के डायलॉग फिल्म की टोन और थीम से मैच करते हैं, फिल्म के कथन में डायलॉग ने सभी चरित्रों के भाव आदि को अच्छे से वर्णित किया हैं| संगीत और बैकग्राउंड स्कोर: इस फिल्म में सागर देसाई का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर कुछ खास प्रभाव नहीं डाल पाया, सभी गीत फिल्म के बैकग्राउंड में ही चलाए गए हैं, बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के मूड और कहानी के हिसाब से sync करता है| लिरिसिस्ट: नीरज पांडे के लिखे सभी गीत भी कहानी के साथ अपने आप को जोड़ते हुए पाते हैं सिनेमैटोग्राफी: सुदीप सेनगुप्ता की पूरी फिल्म की सिनेमैटोग्राफी एक ही घर में फिल्माई गई है तो ज्यादा स्कोप फिल्म में नहीं था पर जितने भी शॉट घर के अंदर फिल्माए गए हैं वह बेहतरीन फिल्माए गए हैं साउंड डिजाइन: रेसुल पूकुट्टी और अमृत प्रीतम का साउंड डिजाइन बहुत ही बढ़िया है प्रोडक्शन डिजाइन: परिजात पोद्दार का प्रोडक्शन डिजाइन कहानी के मुताबिक किया गया है एडिटिंग: दीपिका कालरा की एडिटिंग थोड़ी सी कसी हुई हो सकती थी, फिल्म Slow pace की है दृश्यों के बीच की गति कमजोर है कॉस्ट्यूम डिजाइन: दर्शन जालान और मनीष तिवारी के कॉस्ट्यूम डिजाइन फिल्म की थीम और टोन से मेल खाते हैं| ओपिनियन: जो लोग कला फिल्में देखने के शौकीन है वह ��ोग यह फिल्म एक बार देख सकते हैं मैसेज: आज के परिवारों में रिश्तो और एक दूसरे से लगाव को संजोकर रखना बहुत जरूरी है क्लाइमेक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स बहुत बढ़िया बन पड़ा है| 67th फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: बेस्ट फिल्म, बेस्ट एक्ट्रेस क्रिटिक्स, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर, बेस्ट फिल्म क्रिटिक्स, बेस्ट स्टोरी, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के नॉमिनेशंस प्राप्त हुए थे फिल्म एक बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर सीमा पाहवा जीतने में कामयाब रही| CBFC-U Movietime-1h.53m Genre-Family Drama Backdrop-Lucknow Release-2021 फ़िल्मकास्ट: सुप्रिया पाठक कपूर, कोंकणा सेन शर्मा, परमब्रत चट्टोपाध्याय, विक्रांत मैसी, मनोज पाहवा, निनाद कामत, विनय पाठक, दीपिका अमीन, दिव्या जगदाले, सादिया सिद्दीकी, नुभा फतेहपुरा, सारिका सिंह, बृजेंद्र काला, श्रीकांत वर्मा, राजेंद्र गुप्ता, पुष्पा जोशी, विनीत कुमार, अलका कौशल और यामिनी दास, नसीरुद्दीन शाह (मेहमान भूमिका) प्रोडूसर:मनीष मुंद्रा, जिओ स्टूडियोज, लेखक और डायरेक्टर:सीमा पाहवा, साउंड डिज़ाइन:रेसुल पोकुट्टी अमृत प्रीतम कास्टूम डिज़ाइन:दर्शन जालान, मनीष तिवारी, म्यूजिक एंड बैकग्राउंड स्कोर:समीर देसाई, प्रोडक्शन डिज़ाइन: परिजात पोद्दार, एडिटर:दीपिका कालरा, सिनेमेटोग्राफी:सुदीप सेनगुप्ता, लिरिक्स:नीरज पांडेय, आर्ट डायरेक्शन:कृष्णा स्वैन, कास्टिंग: कास्टिंग बे Read the full article
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shabdforwriting · 1 month ago
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आथर्व खेमका by मदन मोहन मैत्रेय
किताब के बारे में... नाम से यह उपन्यास है, तो स्वाभाविक ही है कि चरित्र विशेष होगा। कहते है न कि युवा अवस्था जीवन का वह पड़ाव है, जहां पहुंचने के बाद मन की इच्छा पंख लगा कर उड़ने की होती है।....वह भले-बुरे के भेद को न तो समझना चाहता है और न ही समझ पाता है। फिर तो उसका जो हश्र होता है, वह इतना भयावह होता है कि.... वह संभल ही नहीं पाता। अनियंत्रित इच्छाएँ जब उसपर हावी होती है, वह बस उलझ कर रह जाता है।
यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ!
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