#उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त
Explore tagged Tumblr posts
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_भगवान_को��ेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं#उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_कोवेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं#उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_कोवेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं#उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त
0 notes
Text
Sadhna TV Satsang || 13-08-2024 || Episode: 2997|| Sant Rampal Ji Mahara...
🙏🙇♂️🙏💖🌺🥀💖
*📯🙏बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की
🙏���*🌷🌷🌷🌷🌷
*13/08/24 Tuesday/मंगल��ार*
🎈🌷🌼🌷🎈
#tuesdaymotivations
#TuesdayFeeling
💠🌐🎉🎉🌐💠
#भगवान_कौन_है
#godisgood #scripture #spiritual #meditation
#god #allah #bible #quran #bhagavadgita #gita #krishna #shiva #mahadev
#viralreels #trendingreels
#viralvideos
#PhotoChallenge
#India #World #Haryana #Faridabad
#SantRampalJiMaharaj
🌼🌼🌼🔮⏬
1🥁📚परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
2🥁📚कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
3🥁📚पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
4🥁📚श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।7
5🥁📚परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
7🥁📚ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
8🥁📚पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
9🥁📚पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
10🥁📚जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
11🥁📚"सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
12🥁📚परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
13🥁📚ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
14🥁📚परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
15🥁📚कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
16🥁📚पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
17🥁📚पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
18🥁📚पवित्र कुरान प्रमाणित करती है अल्लाह कबीर साहेब ही हैं।
सुरत-फुर्कानि नं. 25 आयत 52
कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए अडिग रहना।
19🥁📚आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्�� अगाध गति, सुते चादर तान।।
6 notes
·
View notes
Text
*🔅बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🔅*
13/08/24
*🎈Facebook सेवा🎈*
🌼 *मालिक की दया से परमेश्वर कौन है, इससे सम्बंधित Facebook पर सेवा करेंगे जी।*
*🔸टैग हैं⤵️🔸*
#भगवान_कौन_है
#godisgood #scripture #spiritual #meditation
#god #allah #bible #quran #bhagavadgita #gita #krishna #shiva #mahadev
#SantRampalJiMaharaj
*🌿सेवा से सम्बंधित फ़ोटो लिंक⤵️🌿*
https://www.satsaheb.org/who-is-god-hindi/
https://www.satsaheb.org/kabir-is-god-hindi/
https://www.satsaheb.org/kabir-is-god-english/
*⛳सेवा Points👇🏼*
💠परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
💠कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
💠पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
💠श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।7
💠परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
💠ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
💠पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
💠पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
💠जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
💠"सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
💠परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनी��� है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
💠ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
💠परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
💠कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
💠पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
💠पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
💠पवित्र कुरान प्रमाणित करती है अल्लाह कबीर साहेब ही हैं।
सुरत-फुर्कानि नं. 25 आयत 52
कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए अडिग रहना।
💠आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
❌ *No Copy Paste*❌
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, Maharaj
0 notes
Text
Satsang Ishwar TV | 05-08-2024 | Episode: 2471 | Sant Rampal Ji Maharaj ...
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25
Sant Rampal Ji Maharaj
1 note
·
View note
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes
Text
Sadhna TV Satsang || 13-08-2024 || Episode: 2997|| Sant Rampal Ji Mahara...
🙏🙇♂️🙏💖🌺🥀💖
*📯🙏बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की
🙏📯*🌷🌷🌷🌷🌷
*13/08/24 Tuesday/मंगलवार*
🎈🌷🌼🌷🎈
#tuesdaymotivations
#TuesdayFeeling
💠🌐🎉🎉🌐💠
#भगवान_कौन_है
#godisgood #scripture #spiritual #meditation
#god #allah #bible #quran #bhagavadgita #gita #krishna #shiva #mahadev
#viralreels #trendingreels
#viralvideos
#PhotoChallenge
#India #World #Haryana #Faridabad
#SantRampalJiMaharaj
🌼🌼🌼🔮⏬
1🥁📚परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
2🥁📚कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
3🥁📚पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
4🥁📚श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।7
5🥁📚परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
7🥁📚ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
8🥁📚पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
9🥁📚पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
10🥁📚जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभ�� ही आते हैं।
11🥁📚"सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
12🥁📚परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
13🥁📚ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
14🥁📚परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
15🥁📚कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
16🥁📚पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
17🥁📚पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
18🥁📚पवित्र कुरान प्रमाणित करती है अल्लाह कबीर साहेब ही हैं।
सुरत-फुर्कानि नं. 25 आयत 52
कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए अडिग रहना।
19🥁📚आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
2 notes
·
View notes
Text
*🔅बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🔅*
13/08/24
*🎈Facebook सेवा🎈*
🌼 *मालिक की दया से परमेश्वर कौन है, इससे सम्बंधित Facebook पर सेवा करेंगे जी।*
*🔸टैग हैं⤵️🔸*
#भगवान_कौन_है
#godisgood #scripture #spiritual #meditation
#god #allah #bible #quran #bhagavadgita #gita #krishna #shiva #mahadev
#SantRampalJiMaharaj
*🌿सेवा से सम्बंधित फ़ोटो लिंक⤵️🌿*
https://www.satsaheb.org/who-is-god-hindi/
https://www.satsaheb.org/kabir-is-god-hindi/
https://www.satsaheb.org/kabir-is-god-english/
*⛳सेवा Points👇🏼*
💠परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
💠कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
💠पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
💠श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।7
💠परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
💠ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
💠पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
💠पूर्ण परमात्मा "सत कबीर" हैं।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
‘‘राग तिलंग महला 1‘‘ पंजाबी गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ठ नं. 721
नानक देव जी कहते हैं:-
हे सर्व सृष्टि रचनहार, दयालु ‘‘सतकबीर‘‘ आप निर्विकार परमात्मा हैं।
💠जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
💠"सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
💠परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, स���क्त 82, मंत्र 1 - 3
💠ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
💠परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
💠कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
💠पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
💠पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
💠पवित्र कुरान प्रमाणित करती है अल्लाह कबीर साहेब ही हैं।
सुरत-फुर्कानि नं. 25 आयत 52
कबीर ही पूर्ण प्रभु है तथा कबीर अल्लाह के लिए अडिग रहना।
💠आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
❌ *No Copy Paste*❌
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes
Text
#आओ_जानें_भगवान_को
वेदों के अनुसार कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमेश्वर हैं, उनकी महिमा ही पवित्र चारों वेदों में है। पवित्र ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 8-9, सूक्त 86 मंत्र 26-27, सूक्त 96 मंत्र 16-20, पवित्र यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 29 मंत्र 25 और भी अनेकों स्थानों पर प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
0 notes