#इस तारीख तक कर स
Explore tagged Tumblr posts
getdreamjobonline · 4 years ago
Link
Tumblr media
Orissa High Court Recruitment 2020 : उड़ीसा उच्च न्यायालय (High Court of Orissa), कटक ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर वर्ष 2020 के लिए बार से जिला जज कैडर की सीधी भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक और पात्र उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 6 जुलाई, 2020 तक अप्लाई कर सकते हैं।
Orissa High Court Recruitment : वेकेंसी डिटेल्स उड़ीसा हाई कोर्ट ने यह भर्ती प्रक्रिया जिला जज क�� 17 पदों को भरने के लिए शुरू की है।
पात्रता मानदंड -पद के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार ने सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थान या मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से विधि डिग्री हासिल कर रखी हो।
-1 अगस्त, 2020 के अनुसार, आवेदक ने एडवोकेट के रूप में सात साल प्रेक्टिस कर रखी हो।
-उम्मीदवार की उम्र 35 साल से कम नहीं होनी चाहिए।
Orissa High Court Recruitment : आवेदन फीस हाई कोर्ट में प्रत्येक आवेदन जमा करने पर उम्मीदवारों को आवेदन फीस (non-refundable ) के रूप में 500 रुपए देने होंगे। आवेदन फीस बैंक ड्राफ्ट के रूप में जमा करनी होगी।
ड्राफ्ट Registrar (Administration), Orissa High Court, Cuttack के नाम से बनेगा और एसबीआई कटक (मुख्य शाखा) (SBI Cuttack (Main Branch)) में देय होगा।
प्रशिक्षण और परिवीक्षा की अवधि चयनित उम्मीदवारों को Rule-30-A के तहत कोर्स ट्रेनिंग से गुजरना होगा और ये सभी नियुक्तियां ओएसजेएस के नियम -33 और ओजेएस नियम 2007 के तहत परिवीक्षा पर होंगी।
आधिकारिक नोटिफिकेशन के direct link के लिए यहां क्लिक करें
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/orissa-hc-recruitment-2020-applications-are-invited-for-17-dj-posts-6178775/
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
जॉन अब्राहम की OTT से दूरी, ऐक्‍टर्स से बोले- जिन चीजों के बारे में पता ना हो, उस पर ज्ञान ना दें Divya Sandesh
#Divyasandesh
जॉन अब्राहम की OTT से दूरी, ऐक्‍टर्स से बोले- जिन चीजों के बारे में पता ना हो, उस पर ज्ञान ना दें
कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण लंबे वक्‍त तक सिनेमाघर बंद रहे। इस दौरान अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), अक्षय कुमार (Akshay Kumar), वरुण धवन (Varun Dhawan) जैसे बड़े-बड़े स्टार्स की फिल्में ओटीटी प्‍लैटफॉर्म्‍स (OTT Platforms) पर रिलीज हुईं लेकिन ऐक्टर जॉन अब्राहम (John Abraham) ने इसके बदले थिअटर्स को चुना। उन्‍होंने इंतजार किया और अब उनकी फिल्‍में बड़ी स्‍क्रीन पर आ रही हैं। इसक�� आगाज इस शुक्रवार यानी 19 मार्च को फिल्म ‘मुंबई सागा’ (Mumbai Saga) से हुआ। नवभारत टाइम्‍स से खास मुलाकात में जॉन ने फिल्म को थिअटर्स में रिलीज करने, ओटीटी प्‍लैटफॉर्म्‍स, कोविड में शूटिंग जैसे कई विषयों पर बात की। बातचीत के अंश:
बीते साल बड़े-बड़े स्टार्स ने अपनी फिल्में ओटीटी पर रिलीज कीं लेकिन आपकी सभी फिल्में ‘मुंबई सागा’, ‘सत्यमेव जयते 2’, ‘अटैक’ थिअटर्स में ही आ रही हैं। इसके पीछे क्या सोच रही? ‘वे लोग (ओटीटी पर फिल्म लाने वाले) शायद कॉन्फिडेंट नहीं थे अपनी फिल्म को लेकर। अगर आप ट्रैक रेकॉर्ड देखो तो जो फिल्में ओटीटी प्‍लैटफॉर्म्‍स पर आईं, सब खराब फिल्में थीं। मुझमें इतना कॉन्फिडेंस है कि मेरी फिल्म बिग स्क्रीन के लिए है। मुंबई सागा में हीरोइजम है, बिग स्केल है तो मैंने बहुत साफ तौर पर ठान लिया था कि यह बड़े पर्दे पर ही आएगी। हालांकि, रिजल्ट कुछ भी हो सकता है। हो सकता है कि हमें नुकसान उठाना पड़े या हो सकता है कि लोग थिअटर (Theatre) में फिल्म देखने आएं लेकिन मुझे डर नहीं है। पिक्चर एक करोड़ कमाए या सौ करोड़, मुझे फर्क नहीं पड़ता है। मेरे लिए यह बड़ी बात है कि यह बिग स्क्रीन की फिल्म थी, बिग स्क्रीन पर ही आई क्योंकि मुझे स्क्रिप्ट लेवल से पता था कि यह फिल्म बड़े पर्दे के लिए है। यह ओटीटी की फिल्म नहीं थी। इसलिए हमने तय किया कि हम इसे बिग स्क्रीन (Big Screen) पर ही लाएंगे। इसी तरह, सत्यमेव जयते 2, अटैक, एक विलन रिटर्न्‍स जैसी सभी फिल्‍में खुशकिस्मती से बिग स्क्रीन वाली फिल्में हैं तो मै चाहता हूं कि मैं बिग स्क्रीन पर ही आऊं।’
आजकल रिऐलिस्टिक फिल्मों का दौर चल रहा है जबकि ‘मुंबई सागा’ 80-90 के दशक के गैंगस्टर वाली कमर्शल फिल्म है। क्या लोग इससे रिलेट करेंगे? आपने यह फिल्म करने का फैसला क्यों किया? ‘मेरे हिसाब से ऑडियंस को हर तरह की फिल्में चाहिए। मैं भी शायद कोई रिऐलिस्टिक फिल्म करूं पर अभी मैं लार्जर दैन लाइफ फिल्में कर रहा हूं। सत्यमेव जयते 2 में इससे भी बड़ा कैरक्टर है। उसमें अवेंजर्स के सारे सुपरपावर हैं। क्या है कि हर प्लैटफॉर्म की ऑडियंस अलग होती है। जैसे ओटीटी की ऑडियंस हर कोने से नुक्ताचीनी करके फिल्म देखती है कि यह ऐसे बननी चाहिए। थिअटर में अलग तरह की फिल्में चलती हैं जो मास फिल्में होती हैं तो अभी मैं मास फिल्में कर रहा हूं। वैसे मैं पहले भी गैंगस्टर फिल्म कर चुका हूं, शूटआउट ऐट वडाला लेकिन वह आठ साल पहले की थी। मुझे गैंगस्टर फिल्में बहुत अच्छी लगती हैं। संजय गुप्ता (Sanjya Gupta) के साथ काम करना मुझे बहुत अच्छा लगता है। फिर यह शूटआउट ऐट वडाला से भी ज्यादा कंप्लीट फिल्म है क्योंकि इसमें इमरान (Emraan Hashmi) का किरदार एक मजेदार कॉन्‍फ्लिक्‍ट लेकर आता है।’
इधर बहुत से ऐक्टर्स ओटीटी पर भी आ रहे हैं। आपका इस ओर क्या रूझान है? आपको ऑफर्स तो आए होंगे? ‘हां, ऑफर्स तो आए लेकिन मैंने सबको मना कर दिया। मैं अपनी फिल्मों में बहुत बिजी हूं। अपनी फिल्मों पर ध्यान दे रहा हूं। अगर ओटीटी पर कुछ अच्छा मिले तो शायद मैं उसके बारे में सोचूं लेकिन आज की तारीख में मैं केवल बिग स्क्रीन फिल्में ही कर रहा हूं। मैं वे बड़ी फिल्में करके बहुत खुश हूं।’
आप लॉकडाउन के बाद से लगातार शूट कर रहे हैं। ‘सत्यमेव जयते 2’ के सेट पर पॉजिटिव केस भी आया, इसे लेकर मन में डर नहीं था? ‘डर तो था ना, क्यों नहीं था लेकिन मेरे डायरेक्टर ने बोला कि जॉन लखनऊ में महामारी का असर है ही नहीं। हालांकि, वहां हमारे सेट पर केस भी हो गया लेकिन सच बोलूं तो वहां लोग काफी लापरवाही भी बरतते हैं। मास्क-वास्क लगाते नहीं हैं। हमने तो सारे प्रोटोकॉल फॉलो किए। हमारा पूरा यूनिट बबल में रहता था, जितने एक्स्ट्रा थे, वे टेस्ट करके आते थे। हम हर दस दिन में कोविड टेस्ट करते थे। मैंने इतने सारे टेस्ट किए हैं पर टचवुड सारे नेगेटिव रहे।’
सोशल मीडिया के दौर में ऐक्टर्स के लिए अपनी पर्सनल लाइफ छिपाना मुश्किल हो चुका है। ज्यादातर ऐक्टर्स तो खुद अपनी निजी जिंदगी की बातें शेयर करते रहते हैं। वहीं, आप अपनी पर्सनल लाइफ काफी सीक्रेट रखते हैं। ऐसा क्यों? ‘मेरी सोच थोड़ी अलग है। जो दूसरे ऐक्टर्स शेयर करते हैं, वह भी गलत नहीं हैं। वह उनका चॉइस है। उनको अच्छा लगता है ऑडियंस को बताना कि क्या खा रहे हैं, कब टॉइलट जा रहे हैं, कब बाहर आ रहे हैं, वे इंजॉय करते हैं। मैं बहुत ही प्राइवेट इंसान हूं। मैं मानता हूं कि मेरी निजी जिंदगी अलग होनी चाहिए। बाकी मेरी जो स्क्रीन इमेज है, जो स्क्रीन पर दिखती है, फिटनेस, फुटबॉल, मोटसाइकिल, मैं उनके बारे में ही पोस्ट करता हूं। फिर ट्रेंडिंग कल्चर से तो मुझे बहुत डर लगता है। मैं देखता हूं कि ये जो सारे ट्रेंड होते हैं और जो ट्रेंड करते हैं, सारे जोकर्स और बेवकूफ हैं। आप देखो, ये सारे ट्रेंड, सब मजाक लगता है। इसलिए मैं ट्रेंड नहीं होना चाहता तो मैं उससे भी अलग रहता हूं।’
बीता साल इंडस्ट्री के लिए भी काफी मुश्किल रहा, हर मायने में। इस इंडस्ट्री के बारे में कोई ऐसी चीज है, जो मौका मिले तो आप बदलना चाहेंगे? ‘इंडस्ट्री अच्छी जगह है। बस मैं अपने इंडस्ट्री���ालों से इतना ही कहूंगा कि अभी सोशल मीडिया (Social Media) आ गया है तो प्लीज जिन चीजों पर आपकी जानकारी नहीं है, उस पर कॉमेंट न करें। जैसे, आपको सीएए (CAA), एनआरसी (NRC) या किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के बारे में पता नहीं है तो उस बारे में कॉमेंट ना करें। वह कम से कम आपको एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक बनाएगा। आधा ज्ञान बहुत ही खतरनाक होता है तो मैं अपने को-ऐक्टर्स से ये दरख्वास्त करूंगा कि इस पर थोड़ा कंट्रोल करें।’
1 note · View note
bakaity-poetry · 6 years ago
Text
ब्राह्मणवाद के अलावा जो दूसरी मोटी वजह हिंदी समाज के संस्‍थानों के पतन के लिए जिम्‍मेदार नज़र आती है उसकी जड़ें साठ के दशक में हैं जब विचारधारा के आधार पर दो खेमे गढ़े जा रहे थे। एक खेमे ने मुक्तिबोध को तो दूसरे ने अज्ञेय को अपना खूंटा बना लिया था। मुक्तिबोध बनाम अज्ञेय की पॉलेमिक्‍स ने जैसा विभाजन हिंदी के वैचारिक समाज में किया है, वह दुनिया में शायद कहीं और देखने को नहीं मिलता। यह बात शायद आज की तारीख में अतिशयोक्ति या अटपटी लगे जब नई पीढ़ी के लेखकों-संस्‍कृतिकर्मियों का विचार और राजनीतिक प्रतिबद्धता से कोई लेना-देना नहीं रह गया है लेकिन दरअसल यही बदलाव उस पॉलेमिक्‍स की पुष्टि भी करता है। हाल के वर्षों तक और कभी-कभार आज भी आवाजाही के लोकतंत्र पर जो बहस हिंदी समाज में उठ खड़ी होती रही, वह उसी खेमेबाज़ी का नया संस्‍करण है। पिछले दिनों पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी जब राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के शिक्षण वर्ग के समापन पर नागपुर गए, तो ऐसे दो खेमे साफ़ उभर आए थे। एक खेमा वैचारिक शुद्धता की बात कह के प्रणब को पतित बताने में जुटा हुआ था। दूसरा खेमा लोकतंत्र का हवाला देकर उनके जाने को सही ठहरा रहा था। ध्‍यान दीजिएगा कि यह खेमा केवल प्रबुद्ध-जन के बीच ही नहीं, पूरे समाज में दिख रहा था। जिसे हम उत्‍तर-विचारधारा समाज मानकर हलके में लेते हैं, वही समाज कभी-कभार विचारधारा को सबसे स्‍थूल रूप में अभिव्‍यक्‍त करता है। आज हमारे समाज में छिटपुट विषयों पर जिस किस्‍म का विभाजन दिखाई देता है, वह इस बात को साबित करता है क�� समकालीन राजनीति विचारधाराओं के विशुद्ध टकराव को पोस रही है। उसे बढ़ावा दे रही है। यही काम साठोत्‍तर लोकतंत्र में हिंदी के प्रतिनिधि चेहरों ने भी किया था अलबत्‍ता उनकी मंशा में फ़र्क था।
साठ साल की पॉलेमिकल प्रैक्टिस का नतीजा ये रहा कि हिंदी का पढ़ा-लिखा समाज ‘’प्रगतिशीलता’’ और ‘’प्रतिगामिता’’ के दो आसान खांचों में बंट गया। आसान इसलिए क्‍योंकि प्रमाण-पत्र देने के लिए बड़ी सुविधा हो गई। किसी के आचार-व्‍यवहार को देखिए और अपने खेमे की आवाज़ में आवाज़ मिलाकर उसे सजातीय या विजातीय घोषित कर दीजिए। शैलेश मटियानी से लेकर स्‍वदेश दीपक और राजकमल चौधरी जैसी हिंदी की प्रतिभाएं इसी खेमेबाज़ी में मर-खप गईं। उदय प्रकाश दस साल से रट रहे हैं कि वे अपने बड़े भाई की बरखी में गोरखपुर गए थे जहां मंच पर उन्‍हें योगी आदित्‍यनाथ मिल गए लेकिन हिंदी का ‘प्रगतिशील’ समाज यह सुनने तक को तैयार नहीं कि योगी के हाथ से लिया वह कोई पुरस्‍कार नहीं बल्कि मृत भाई के नाम का स्‍मृति-चिह्न था। ठीक इसके उलट वाकया मंगलेश डबराल का है तो एक दक्षिणपंथी संगठन इंडिया पॉलिसी फाउंडेशन के मंच पर जाकर बोल आते हैं लेकिन उसी तर्क के हिसाब से अपने खेमे में कायम भी रहते हैं।
3 notes · View notes
webvartanewsagency · 3 years ago
Text
Life insurance : अगर लैप्‍स हो जाए जीवन बीमा तो क्‍या है उसे चालू करने का तरीका
Tumblr media
नई दिल्‍ली, 27 जून (वेबवार्ता)। अगर आप अपनी जीवन बीमा पॉलिसी (Life insurance) का प्रीमियम भरने से चूक गए हैं और पॉलिसी लैप्स (Lapse) हो गई है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। आप लैप्स हुई बीमा पॉलिसी (Life insurance) को फिर से सक्रिय करा सकते हैं। आइए जानते हैं LIC Policy Lapse होने का क्‍या मतलब है और इसे कैसे दोबारा शुरू कर सकते हैं। आमतौर पर बीमा पॉलिसी (Life insurance) खरीदने के बाद हम छमाही या सालाना प्रीमियम (annual premium) भरते हैं। कुछ बीमा कंपनियां अब हर महीने भी प्रीमियम जमा करने का विकल्प मुहैया कराती हैं। अगर आप समय पर इसका भुगतान नहीं कर पाते हैं तो पॉलिसी लैप्स (Policy Lapse) हो जाती है। ऐसे में नई पॉलिसी खरीदने का ऑप्शन रह जाता है। यह पुरानी पॉलिसी से महंगी पड़ती है क्योंकि तब तक ग्राहक की उम्र ज्यादा हो जाती है, क्योंकि प्रीमियम ज्यादा देना पड़ता है। myinsuranceclub.com के फाउंडर दीपक योहानन का कहना है कि बीमा कंपनियां पॉलिसी लैप्स हो जाने पर एक निश्चित ब्याज के साथ प्रीमियम (सभी बाकी किश्तें) चुकाने पर पॉलिसी को सक्रिय कर देती हैं। इसके अलावा बीमा कंपनी री-अंडरराइटिंग और हेल्थ चेकअप के लिए भी बोल सकती है। ऐसी स्थिति में सम एश्योर्ड भी घट सकता है। अगर आप समय पर प्रीमियम नहीं चुकाते हैं तो और ट्रेडिशनल पॉलिसी है तो लैप्स पीरियड के खत्म होने पर यह पेड अप पॉलिसी बन जाती है। कई बीमां कंपनियां पेड अप पॉलिसी में सम एश्योर्ड घटा देती हैं। यह आपकी ओर से भुगतान किये गये प्रीमियम पर निर्भर करता है। साथ ही सम एश्योर्ड पॉलिसी के मैच्यौर होने पर ही मिलता है। पॉलिसी लैप्स होने पर क्या करें बीमा प्रीमियम का भुगतान करने से चूकने पर पॉलिसी को ग्रेस पीरियड में ट्रांसफर कर दिया जाता है। आमतौर पर बीमा कंपनियां छमाही या सालाना प्रीमियम होने पर उसके भुगतान के लिए एक 30 दिन का ग्रेस पीरियड देती हैं। मासिक प्रीमियम होने पर 15 दिनों का ग्रेस पीरियड देती है। इस ग्रेस पीरियड के दौरान पॉलिसीधारक प्रीमियम का भुगतान कर अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी को फिर से एक्टिव कर सकता है। अगर ग्रेस पीरियड में भी आप प्रीमियम का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो पॉलिसी लैप्स हो जाती है। ऐसे में बेनिफिशयरी को पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद सम एश्योर्ड नहीं मिलेगा। लेकिन अगर ग्रेस पीरियड में पॉलिसीधारक की मौत हो जाती है तो नॉमिनी को पूरा पैसा (सम एश्योर्ड) मिलता है। इन बातों का भी रखें ध्यान 1-पॉलिसी लैप्स होने पर प्रीमियम के अलावा ब्याज भी भरना पड़ता है 2-हेल्थ डेक्लरेशन, मेडिकल रिपोर्ट भी कंपनी मांग सकती है 3- जरूरी नहीं कि पॉलिसी के पुराने लाभ भी जारी रहेंगे यानी सम एश्योर्ड राशि घट भी सकती है 4-कई बीमा कंपनियां 6 महीने के भीतर लैप्स पॉलिसी सक्रिय कराने पर मेडिकल चेकअप की मांग नहीं करती हैं Ordinary/Simple Revival of Insurance Policy इस स्कीम में लैप्स पॉलिसी को आसानी से पुनर्जीवित (revive) किया जा सकता है। हां, प्रीमियम के साथ ब्याज भी भरना होगा। जरूरी है कि पॉलिसीधारक पॉलिसी लैप्से होने की तारीख से 6 महीने के अंदर-अंदर ऐसा कर लें। LIC उस व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में कोई दस्तावेज नहीं मांगेगी जो बीमाधारक (Policy holder) है। Medical Basis Policy Revival ऐसी पॉलिसी, जिनका Ordinary Revival Scheme या Non-Medical Basis पर रिवाइवल नहीं हो सकता तब LIC द्वारा पूछे गए मेडिकल रिकॉर्ड और दूसरे सवालों का जवाब देकर आप फिर से पॉलिसी को पुनर्जीवित कर सकते हैं। Special Revival Scheme of Policy Policyholder रिवाइवल के समय आयु के मुताबिक एकल प्रीमियम का पेमेंट करेगा। विशेष पुनरुद्धार योजना का फायदा तभी उठा सकते हैं जब पूरा प्रीमियम चुकाते हैं। इस स्कीम के तहत, बीमा कंपनी अच्छे स्वास्थ्य और कुछ मेडिकल रिकॉर्ड की घोषणा करने के लिए आपसे कह सकती है। Installment Revival Scheme of LIC Policy यह बेहतर Revival plan है। यह योजना उन लोगों के लिए है जो प्रीमियम का भुगतान एकसाथ नहीं कर सकते। व्यक्ति Installment Revival Scheme का ऑप्शन चुनते हैं। अगर आप ये स्कीम चुनने जा रहे है तो कुछ तरीके हैं, जिनके माध्यम से आप इसे जारी रख सकते हैं। - yearly premium payment के लिए, व्यक्ति को वार्षिक भुगतान की रकम देनी होगी। - half-yearly premium payment में साल में दो बार प्र‍ीमियम दे सकते हैं। - quarterly premium payment में हर तिमाही प्रीमियम देना होता है। Read the full article
0 notes
samsinghji78-blog · 4 years ago
Text
रिया चक्रवर्ती की जमानत रद्द करने वाली याचिका पर अब 22 मार्च को होगी सुनवाई, SC ने NCB को सही ढंग से याचिका दायर करने को कहा
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स मामले में गिरफ्तार और जमानत पर बाहर चल रही एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के खिलाफ दायर याचिका की सुनवाई 22 मार्च तक के लिए टल गई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक्ट्रेस की जमानत रद्द करने की मांग को लेकर पिछले सप्ताह एक याचिका दायर की थी। कोर्ट ने कहा कि याचिका सही तरीके से दाखिल नहीं की गई है। NCB उसमें सुधार करे। सुनवाई के दौरान तीन जजों की बेंच की अध्यक्षता कर रहे जस्टिस SA बोबडे ने कहा कि NCB ने जमानत को सीधे चुनौती दिए बिना हाई कोर्ट की तरफ से कही गई दूसरी बातों को चुनौती दी है।
बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस सारंग कोतवाल की बेंच ने 50 हजार के निजी मुचलके पर रिया चक्रवर्ती, सुशांत के कुक दीपेश सावंत और होम मैनेजर सैमुअल मिरांडा को जमानत दे दी थी।
सुनवाई के दौरान NCB ने कहीं ये बातें आज सुनवाई के दौरान NCB की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, "हम जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट जमानत को रद्द करने पर विचार नहीं करेगा। इसलिए, उसे चुनौती नहीं दे रहे। लेकिन हमारी समस्या हाई कोर्ट की तरफ से कही गई दूसरी बातों पर है। हाई कोर्ट ने आरोपी को जमानत देते वक्त जो तर्क दिए हैं, उनसे NDPS एक्ट से जुड़े सभी मुकदमों पर असर पड़ेगा।"
Tumblr media
रिया को इस आधार पर हाईकोर्ट ने दी थी जमानत रिया चक्रवर्ती को बॉम्बे हाई कोर्ट ने सुशांत केस से जुड़े ड्रग्स मामले में नियमित जमानत दी थी। उस आदेश में हाई कोर्ट ने यह दर्ज किया था कि सिर्फ गांजा खरीदने के लिए किसी को पैसे देना और गांजा मिलने के बाद उसे जांच एजेंसी से छुपा लेना ड्रग्स का व्यापार करने की श्रेणी में नहीं आता है। इसलिए, रिया चक्रवर्ती पर NDPS एक्ट की धारा 27 ए का मामला नहीं बनता।
अदालत में सुनवाई के दौरान जज ने यह कहा जस्टिस बोबडे ने कहा, "हमें यह नया चलन समझ में नहीं आता। आप ने जमानत को चुनौती नहीं दी है, लेकिन जमानत देते समय कही गई दूसरी बातों को चुनौती दी है। क्या मुख्य आदेश को चुनौती दिए बिना सिर्फ आदेश में दर्ज की गई टिप्पणियों को हटाने की मांग की जा सकती है?" इसके बाद मामले की सुनवाई 22 तारीख तक लिए टाल दी गई है। इससे पहले NCB को याचिका में सुधार करके इसे फिर से दाखिल करना होगा।
रिया समेत 33 के खिलाफ 12 हजार पन्नों की चार्जशीट
5 मार्च को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 12 हजार पन्नों की चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट में रिया और उसके भाई शोविक चक्रवर्ती समेत 33 लोगों को आरोपी बनाया गया था। रिया को NCB ने सुशांत सिंह राजपूत राजपूत के लिए ड्रग्‍स का 'इंतजाम' करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में 50 हजार पेज का डिजिटल एविडेंस भी अदालत में पेश किया गया था।
आरोप-रिया ने शौविक की मदद से ड्रग्स खरीदे
चार्जशीट में रिया पर आरोप लगाया है कि नवंबर 2019 से रिया या की सहमति से उनके घर पर ड्रग्स की डिलीवरी हो रही थी और अपने घर का इस्तेमाल वह अपने ब्वॉयफ्रेंड सुशांत को ड्रग्स सप्लाई करने के लिए कर रही थीं। NCB ने कहा है, 'रिया ने ड्रग्स की खरीद के लिए पैसों का इंतजाम किया, इसलिए वह लगातार ड्रग्स की खरीद-फरोख्त को फाइनैंस कर रही थीं। रिया ने अपने भाई शौविक चक्रवर्ती की मदद के जरिए ड्रग्स की सप्लाई का चैनल तैयार किया।'
NCB का दावा मगर HC ने सबूतों के अभाव में दी थी जमानत
NCB चार्जशीट में कहा है कि उपलब्ध सबूतों के आधार पर यह साफ है कि रिया ने ड्रग्स को खरीदने, पास रखने, बेचने और उसे एक-जगह से दूसरी जगह ले जाने की पूरी योजना बनाई। वह गांजा, मैरुआना और बड की खरीद-फरोख्त में शामिल थीं। हालांकि 7 अक्टूबर को रिया को जमानत देते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि रिया ने ड्रग्स की खरीद-फरोख्त के लिए फाइनैंस किया था और इसी आधार पर उन्हें बेल दी गई थी।
ऐसे हुई थी अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत
14 जून 2020 को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने इसे ��क आत्महत्या करार दिया था। हालांकि, इसके बाद जांच CBI को सौंप दी गई थी। सुशांत के परिवार का दावा है कि रिया चक्रवर्ती के कारण सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है। इसके बाद से लगातार रिया जांच के घेरे में हैं।
और पढ़ने के लिए
0 notes
shaileshg · 4 years ago
Link
Tumblr media
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही उनके दोस्‍त संदीप सिंह सवालों के घेरे में हैं। उन पर अभिनेता की मौत के बाद पुलिस को थम्स अप दिखाने और एंबुलेंस के ड्राइवर से कई बार बात करने समेत विदेश भागने की तैयारी करने तक के आरोप लगे। भास्कर से हुई बातचीत में उन्होंने आरोपों पर अपना पक्ष रखा...
सुशांत से कब से संपर्क में नहीं रह पा रहे थे आप?
मैं और सुशांत 2011 से एक-दूसरे को जानते हैं। 2018 तक हम लोग रेगुलर टच में भी रहे। वो सब मैंने इंस्‍टाग्राम पर डाला है। मगर अब मेरी इज्‍जत पर बात आ रही थी तो मुझे सर्टिफिकेट दिखाना पड़ा। चैट सार्वजनिक किए। कोई भी उनको जानने वाला 14 जून को तो नहीं आया। गलती थी कि उस दिन अकेली मीतू दीदी और सुशांत के परिवार वालों की मदद की। हम लोग बिहारी हैं साहब। अनजान की अर्थी को भी कांधा दे देते हैं।
बहरहाल, 2019 में मैं पीएम मोदी फिल्‍म बना रहा था। सुशांत 'दिल बेचारा' और 'छिछोरे' में व्‍यस्‍त रहे। लिहाजा हम संपर्क में नहीं रह सके थे। यह लाजिमी है। काम के चलते तो हम अपने स्‍कूल और कॉलेज फ्रेंड्स के साथ भी टच में नहीं रह पाते हैं। इंसानियत का कोई वजूद नहीं है। मुझे लगा कि जैसे मैं उनके पास जा रहा हूं, वैसे ही इंडस्‍ट्री भी खड़ी होगी।
आप लोग रेगुलर टच में नहीं थे तो उनके निधन की जानकारी कैसे मिली?
मेरे पड़ोसी हैं संजीत कुमार। मैं उस दिन अपनी बिल्डिंग में संजय निरूपम जी को पिक करके आ रहा था। हम तीनों लंच पर मिल रहे थे। उस दौरान मैंने अपने दोस्‍त को क्रॉस चेक करने को कहा कि क्‍या वाकई सुशांत नहीं रहे। टीवी पर न्‍यूज आने के बाद महेश शेट्टी को कॉल किया और सुशांत के घर निकल पड़े।
वहां पहुंचने पर पता चला या सिद्धार्थ पिठानी से बात हो सकी कि बॉडी को उतारा किसने था?
मैं तो किसी को जानता नहीं था, जो पूछूं। साथ ही वहां पुलिस अधिकारी इतने थे कि हम किसी से क्‍या बातचीत करते। हम कायर तो हैं नहीं कि वो देख वहां से भाग जाते। मीतू दीदी को अकेला छोड़ देते। पिछले 50 दिनों में मेरे रिलेटिव, दोस्‍त लगातार फोन कर बता रहे हैं कि मैं सबसे बड़ा बेवकूफ हूं, जो इस सिचुएशन में वहां रहा। इंडस्‍ट्री के बाकी लोग तो अपनी इमेज बचाने के चक्‍कर में वहां पहुंचे तक नहीं। तूने आ बैल मुझे मार वाली सिचुएशन पैदा कर ली।
कूपर हॉस्पिटल में एक चश्‍मदीद ने कहा कि सुशांत की टांगें टूटी हुईं थीं। गले पर सुइयां चुभोने के निशान थे?
उस इंसान को सबसे पहले पुलिस और सीबीआई को जाकर ये सारी बातें बोलनी चाहिए। मीडिया में पब्लिसिटी गेन नहीं करनी चाहिए। उसे महाराष्‍ट्र सरकार से लेकर सबको एक लेटर लिखना चाहिए इन सब चीजों के बारे में। बताए कि उसके पास सारी समस्‍याओं का हल है। ऐसा कुछ नहीं है।
आपने भी तो पूरी बॉडी देखी ही होगी?
मैंने सिर्फ चेहरा देखा था। वो भी अंतिम संस्‍कार के वक्‍त, जब चेहरे से कपड़ा हटाया जाता है। जब अंतिम समय में लकड़ी रखी जाती है और माला चढ़ाई जाती है।
मुंबई पुलिस, सीबीआई ने आप से क्‍या पूछा?
जो सवालात आप पूछ रहे हैं, वही थे। उन्‍होंने मीतू दीदी को भी बुलाया। जो लोग उस वक्‍त पर मौजूद थे, सबको बुला रहे हैं। जांच एजेंसियों ने सिर्फ मुझसे ये पूछा कि मैं उन्‍हें 15 और 16 जून का सीक्‍वेंस बता दूं। क्‍या-क्‍या हुआ?
दोनों के सवाल कॉमन थे या कुछ अलग भी रहे?
मुंबई पुलिस के अपने सवाल थे। सीबीआई के अपने सवाल हैं। सब एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन सवालों को पब्लिक तो नहीं कर सकते।
आप सुशांत के दोस्त हैं तो सच बताइये कि क्या वो वाकई डिप्रेशन में था या नशे की लत थी?
सात सालों के सफर में कभी ड्रग्‍स नहीं लिया। कभी डिप्रेशन में नहीं रहे। हमेशा मौज-मस्‍ती करते रहे। सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का था। कभी मेरे सामने डिप्रेशन में नहीं दिखा।
सुशांत की बहनों के भी आप करीबी रहे हैं, क्या आपको लगता है कि बहनों ने सुशांत की केयर नहीं की और इसी कारण रिया का दखल बढ़ गया?
मैं यह नहीं जानता, क्‍योंकि सुशांत के परिवार से मैं कभी मिला नहीं। परिवार ��े भी कहा ही है कि वो मुझे नहीं जानते थे उससे पहले। यह सच है। परिवार से भी उस मोड़ पर मिलना हुआ, जब अंतिम संस्‍कार हो रहा था। वो शादी या जन्‍मदिन का फंक्‍शन तो था नहीं, जो एक-दूसरों को प्रॉपरली इंट्रोड्यूस करते। आशीर्वाद भी नहीं। बातचीत भी नहीं। सब घर चले गए।
Tumblr media
सुशांत की मौत वाले दिन उनकी बड़ी बहन मीतू के साथ संदीप सिंह।
जांच एजेंसियों की जांच में कभी सवाल उठे कि आखिर बॉडी किसने उतारी? उसके ऐसा करने से बॉडी पर से निशान मिटे होंगे?
यह तो वो इंसान ही जाने, जिसने बॉडी उतारी हो। मगर मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस, एनसीबी, ईडी, सीबीआई जांच कर रहे हैं। पब्लिक और मीडिया को जरा इंतजार करना चाहिए। देश की न्‍याय व्‍यवस्था पर भरोसा करना चाहिए। जांच जोर-शोर से चालू है। हकीकत सामने आ जाएगी।
क्या दिशा और सुशांत की मौत में कोई कनेक्शन हो सकता है?
ये बात मैं कैसे कह सकता हूं? यही सवाल तो देश के सवाल हैं। यह सवाल उस इंसान से पूछा जा रहा है, जो फैमिली के साथ सपोर्ट में खड़ा था। अंतिम संस्‍कार में, डेथ सर्टिफिकेट निकालने में। यही तो जांच चल रही है तीन महीनों से कि कोई कनेक्‍शन था या नहीं।
आप कह रहे हैं कि एम्बुलेंस के ड्राइवर का पेमेंट आपने किया था? लेकिन एंबुलेंस के मालिक ने कहा था कि पेमेंट सैमुअल मिरांडा ने किया था?
उस दिन मालिक नहीं, ड्राइवर अक्षय आया था। उसने एबीपी पर साफ-साफ बोला कि उसने संदीप सिंह को चार बार फोन इसलिए किया कि उसका आठ हजार का बिल था। फिर मैंने वो नंबर दीपक साहू को दिया। दीपक साहू ने 22 तारीख को कैश पेमेंट कर दिया। इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया किसी और का इंटरव्‍यू करती रही। नेगेटिव इंटरव्‍यू से टीआरपी ज्‍यादा मिलती है।
सुरजीत सिंह राठौड़ का कहना है कि आपने उन्हें कूपर हॉस्पिटल से बाहर निकलवाया था? उसने आपको मास्टरमाइंड भी कहा?
वो कभी खुद का करणी ��ेना का मेंबर कहते हैं। कभी एनसीपी का बताते हैं। अब सुनने में आ रहा है कि बतौर प्रोड्यूसर उन्‍होंने सुशांत पर फिल्‍म अनाउंस कर दी है। पहले वो अपनी सफाई दें। कूपर हॉस्पिटल में पुलिस ने मुझसे पूछा था कि यह इंसान कौन है? क्‍या मैं जानता हूं? उस पर मैंने ना में जवाब दिया। तब उनसे साइड होने को कहा गया। उसे वो अपने तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है। वो सुशांत पर फिल्‍म कैसे बना रहे हैं, वो तो उन्‍हें पता होगा ही।
अब जो हालात हैं, आप का दिल क्‍या कहता है, यह मर्डर है या सुसाइड?
यह सवाल मुझसे क्‍यों पूछा जा रहा है, जो मैं खुद जानना चाहता हूं। पूरी जनता और परिवार जानना चाहता है। अब यह सच्‍चाई छिपने वाली नहीं है। जो लोग मेरी दोस्‍ती और इंसानियत को गाली दे रहे हैं, बिना किसी सबूत के, उन्‍हें पछतावा होगा।
रिया की क्या गलती रही? जैसा कि रिया ने कहा कि प्यार ही गुनाह हो गया, आप क्या मानते हैं?
मुझे यह तो नहीं मालूम। मैं अपनी ही इज्‍जत बचा लूं, वही काफी है। उंगली तो संजय लीला भंसाली, सलमान खान, करण जौहर और सूरज पंचोली तक पर उठ रही है।
सुशांत की मौत वाले दिन बहन के साथ आप थे, उस दिन के बारे में कुछ बताएं?
डेथ सर्टिफिकेट को लेकर परिवार को जो मदद चाहिए थी, वो मैंने की। बाद में भी संपर्क में रहा। पर उसी काम को लेकर।
बीच में खबर आई थी कि आप मुंबई छोड़कर विदेश जाने की तैयारी में हैं। आपके पीआर के वीजा एजेंट्स से संपर्क की चर्चा भी थी?
मैं तो यही हूं। जांच एजेंसियों को सहयोग भी कर रहा हूं।
रिया कह रही हैं कि वे सुशांत को बहुत सालों से जानती थीं, आप भी कई सालों से सुशांत के दोस्त रहे, क्या कभी उन्होंने रिया का जिक्र किया?
सुशांत ने कभी भी जिंदगी में साल 2018 तक रिया का जिक्र नहीं किया।
कभी सुशांत ने वर्चुअल रिएलिटी और ऑर्गेनिक खेती वाले प्रोग्राम में अपने इनवेस्‍टमेंट को लेकर बात की थी?
आप मेरे चैट्स देख लें, जो पब्लिक डोमेन में हैं अब। हमारी बातें घूमने-फिरने, गीत-संगीत पर होती थीं।
कांग्रेस ने आपके बीजेपी से कनेक्शन पर सवाल उठाए थे, जबकि खुद भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी आपके दुबई कनेक्शन की बात करते हैं?
सुब्रह्मण्यम स्वामी जिम्‍मेदार और अनुभवी नेता हैं। उन्‍होंने लिखा कि संदीप सिंह के दुबई आने-जाने की जांच होनी चाहिए। इसमें उन्‍होंने क्‍या गलत कहा। मैं जांच को तैयार हूं। जैसे एक आम आदमी दुबई आता-जाता है, वहां वीजा का ज्‍यादा प्रॉब्‍लम नहीं है। ��हां इंडिया जैसा माहौ�� ही फील होता है। उसमें क्‍या गलत है।
रिया बार-बार कह रही हैं कि सुशांत ड्रग्स लेते थे, क्या आपके सामने कभी ऐसी कोई बात आई?
देखिए मैं रिया को नहीं जानता। वो भी मुझे नहीं जानती, जैसा उन्‍होंने कहा भी है। मेरे पास उनका नंबर भी नहीं है। उनके मुताबिक जिस तरह सुशांत ने कभी मेरा जिक्र उनसे नहीं किया, ठीक उसी तरह सुशांत ने भी मेरे सामने कभी रिया का जिक्र नहीं किया। तो रिया क्‍या बोलना चाहती हैं, वो उनका ईमान जाने। उनसे पूछताछ चालू है। मुझ पर जो आरोप लगे हैं, उससे हिला हुआ हूं। पिछले 60 दिनों से मेरी मम्‍मी, मेरी बहन मेरा परिवार ठीक से रह नहीं पा रहा है।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Tumblr media
संदीप के मुताबिक वो और सुशांत 2011 से एक-दू��रे को जानते थे और 2018 तक रेगुलर टच में भी रहे थे।
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3icVQSp via IFTTT
0 notes
manishajain001 · 4 years ago
Link
Tumblr media
जॉन अब्राहम की दो फिल्‍मों की शूटिंग दो-दो महीने आगे खिसक गई है। वे दो फिल्‍में ‘सत्‍यमेव जयते 2’ और ‘मुंबई सागा’ हैं। ‘मुंबई सागा’ के लिए वो और पूरी टीम 15 जुलाई को हैदराबाद निकलने वाली थी। वहां रामोजी फिल्‍मसिटी में आइसोलेट होकर शूट करने वाले थे। मगर प्रोडक्‍शन से जुड़े लोगों ने बताया कि यह योजना टाल दी गई है। वहां जाने के बजाय मुंबई में ही संबंधित लोकेशन ढूंढी जा रही हैं। इस फिल्‍म का 10 से 12 दिनों का काम बाकी है। वो सारे ‘एक्‍शन’ और ‘टॉकी’ सीक्‍वेंस हैं।
शूट से जुड़े लोगों ने कास्ट एंड क्रू मेंबर्स की टिकटें बुक नहीं की थीं। सब इंतजार में थे कि बेहतर विकल्‍प हैदराबाद रहेगा या मुंबई। सब 15 जुलाई को हैदराबाद जाकर अगस्‍त की पहली वीक में वापसी करने को थे। अब मुंबई में तारीख आगे खिसकते हुए 15 अगस्‍त हो गई है।
मुंबई सागा का असर सत्यमेव जयते 2 पर पड़ा
इसका नैचुरल असर ‘सत्‍यमेव जयते 2’ पर पड़ा। वह अगस्‍त के पहले हफ्ते से शूट होनी थी। पर अब फिल्म खिसककर सितम्बर और अक्‍टूबर जा रही है। इसकी शूटिंग मुंबई में ही होनी थी, मगर ‘मुंबई सागा’ की भी मुंबई में होने के चलते इस फिल्‍म की लोकेशन को लखनऊ में शिफ्ट किया जा रहा है। ट्रेड पंडितों की मानें तो लखनऊ में फिल्‍म का बैकड्रॉप रहेगा। इससे फिल्‍म यूपी सरकार से सब्सिडी लेने लायक भी हो जाएगी।
अभिषेक शर्मा के साथ जुड़े जॉन
इन दोनों के बाद ‘जोया फैक्‍टर’ की विफलता के बावजूद जॉन अब्राहम का भरोसा अभिषेक शर्मा से नहीं डिगा है। ‘परमाणु’ के तौर पर दोनों हिट फिल्‍म दे पाए थे। अब जॉन अब्राहम दोबारा अभिषेक शर्मा के साथ फिल्‍म करेंगे। इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि हो गई है।
दैनिक भास्‍कर से बातचीत में अभिषेक शर्मा ने कहा, बहुत एक्‍साइटिंग प्रोजेक्‍ट है। जॉन अब्राहम ने भी बोला है कि उस टॉपिक पर हिंदुस्‍तान में फिल्‍म बनी नहीं है आज तक। उस तरह की कहानी को बतौर एक्‍टर और प्रोड्यूसर जॉन बेक कर रहे हैं। वह बड़ी बात है। वो ही इकलौते शख्‍स हैं, जो इस तरह की फिल्‍म को सपोर्ट कर सकते हैं। एकदम अलग अंदाज की है।‘
इस पर जब जॉन ‘सत्‍यमेव जयते’ और ‘मुंबई सागा’ के बचे हुए पोर्शन पूरी कर लेंगे, तब हम शूट शुरू करेंगे। कोरोना और लॉकडाउन के चलते सभी सितारों की तारीखें अस्‍त व्‍यस्‍त हो गई हैं। ऐसे में हम इस फिल्‍म की शूट पर कब जाएंगे, वह जरा अनिश्चित है। कोरोना और लॉकडाउन अगर नहीं हुआ होता तो हम अगले साल की शुरूआत से शूट पर जाते।
जॉनर बिल्‍कुल नया है। ऐसा करते हुए लोगों ने न तो मुझे और न जॉन को देखा है। शायद हिंदुस्‍तान में भी लोगों ने उस जॉनर की फिल्‍में नहीं देखी होंगी। मजा आएगा। परमाणु वीर रस की फिल्‍म थी। यह ‘अद्भुत रस’ की फिल्‍म है। फैंटेसी जॉनर की ‘अवतार’ जैसे जॉनर की नहीं। बिल्‍कुल ‘अद्भुत रस’ की फिल्‍म में जॉन को लोग देख सकेंगे। दुनिया ही अलग है। जॉन इसको लेकर बहुत एक्‍साइटेड हैं। वो अपने अंदाज में इसकी अनाउंसमेंट करने वाले हैं।
जॉन क�� साथ भी इन चार महीनों में फोन पर घंटों बातें हुईं। मिलने की भी प्‍लानिंग है। जॉन ने इसका वर्किंग टाइटल ‘रे’ रखा है। फाइनल टाइटल क्‍या होगा, वह तय होगा।
प्रोड्यूसर्स से आजादी में नहीं कटौती
अभिषेक ने यह भी स्‍पष्‍ट किया कि वो फिल्‍मों तक सीमित हैं। ओटीटी के लिए भी उन्‍हें ऑफर आ रहे हैं, मगर उधर का वो रुख नहीं कर रहे हैं। उन्‍होंने साथ ही यह भी कहा कि लॉकडाउन के चलते प्रोड्यूसर्स की डिमांड में बहुत बड़े बदलाव नहीं आए हैं। अभी भी लेखक और निर्देशकों को पूरी आजादी दी जा रही है। खासतौर पर हॉटस्‍टार प्‍लेटफॉर्म पर काफी अच्‍छा काम हो रहा है। स्‍पेशल ऑप्‍स और आर्या यकीनन बेहतर बने हैं। हॉस्‍टेजेज बेहतरीन एडेप्‍टशेन है। नेटफ्लिक्‍स और अमेजन भी लॉकडाउन में कोई पाबंदी नहीं डाल रहे हैं लॉकडाउन परिस्थिति के चलते।
जेट लैग होने के बावजूद दिलजीत की शूटिंग
सूरज पर मंगल भारी में ढेर सारे अवॉर्ड विनिंग एक्‍टर्स हैं। मनोज पाहवा, मनोज बाजपेयी, दिलजीत दोसांझ सब कमाल है। सबने खासकर शूट के आखिरी दिन पांच घंटे एक्‍स्‍ट्रा टाइम लगाकर फिल्‍म शूट की। वरना उसी दिन लॉकडाउन अनाउंस हो रहा था। हम भी फंस सकते थे। दिलजीत टूर करके आए थे। जेट लैग था उनको। उसके बावजूद उन्‍होंने थकान में शूट पूरा किया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Tumblr media
John Abraham's 'Satyamev Jayate 2' and 'Mumbai Saga' shooting gets postpone , now makers changed the location
0 notes
getdreamjobonline · 4 years ago
Text
PESB NEEPCO Recruitment 2021: निदेशक के पद पर निकली भर्ती, यहां से डिटेल करें चेक
Tumblr media
PESB NEEPCO Recruitment 2021: सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (PESB) उत्तर पूर्वी इलेक्ट्रिक पावर कॉर्��ोरेशन लिमिटेड (North Eastern Electric Power Corporation Limited ) ने निदेशक ( तकनीकी ) पद पर भर्ती के लिए एक अधिसूचना जारी की है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार से इस पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। अभ्यर्थी 22 जुलाई 2021 तक या उससे पहले ऑनलाइन मोड ( Online Mode ) में आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव, चयन मानदंड, आयुसीमा और अन्य जानकारी पीएसईबी की आधिकारिक वेबसाइट pseb.gov.in. से हासिल कर सकते हैं। उम्मीदवार आवेदन तय प्रारूप में ही करें।
Read More: UPSC IAS Exam 2021 Postponed: सिविल सर्विस प्रीलिम्‍स परीक्षा स्‍थगित, यहां से चेक करें डिटेल
महत्वपूर्ण तिथि
ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि: 22 जुलाई 2021
शैक्षणिक योग्यता
किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से अच्छे अकादमिक रिकॉर्ड के साथ सिविल/मैकेनिकल/ इलेक्ट्रिकल में इंजीनियरिंग स्नातक होना चाहिए। साथ ही प्रशासकीय अनुभव होना भी जरूरी है।
Read More : South Central Railway Recruitment 2021: नर्सिंग अधीक्षक और लैब असिस्टेंट सहित अन्य पदों पर निकली वैकेंसी, यहां से करें अप्लाई
PESB NEEPCO Recruitment 2021: कैसे करें आवेदन
इच्छुक उम्मीदवार सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड ( पीईएसबी ) की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ किम्बुंग किपगेन सचिव, सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड, सार्वजनिक उद्यम भवन 14, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली-110003 के पते पर आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रखें आवेदन की आखिरी तारीख 22 जुलाई 2021 है। तय समय के बाद कोई भी आवेदन पर स्वीकार्य नहीं होंगे।
Read More: Greater Chennai City Urban Health Mission Recruitment 2021: ट्रेनी चिकित्सा अधिकारी के सैकड़ों पदों पर निकली भर्ती, जल्द करें आवेदन
Web Title: pesb neepco 2021 recruitment notification rleased
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/pesb-neepco-2021-recruitment-notification-rleased-6843730/
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
ओलिंपिक पोडियम पर छाती चौड़ी कर खड़ा होने वाला आज मुंह छिपाने को मजबूर Divya Sandesh
#Divyasandesh
ओलिंपिक पोडियम पर छाती चौड़ी कर खड़ा होने वाला आज मुंह छिपाने को मजबूर
नजफगढ़ में पैदा हुए सुशील कुमार 14 साल के थे मॉडल टाउन के छत्रसाल स्‍टेडियम में ट्रेनिंग शुर��� की थी। घर की माली हालत ऐसी नहीं थी कि दो-दो पहलवानों की ट्रेनिंग करवाई जा सके, इसलिए कजन संदीप ने पहलवानी छोड़ी और सुशील पर दांव खेला गया। लड़का तेज था। एक के बाद एक मेडल बटोरता गया। जूनियर चैम्पियनशिप, एशियन चैम्पियनशिप, कॉमनवेल्‍थ, ओलिंपिक…2012 आते-आते सुशील कुमार ने पहलवानी का शिखर छू लिया था। यहीं से शुरू हुई एक सुशील कुमार की जिंदगी का दांव ��लटा पड़ने की कहानी। आज सुशील कुमार हत्‍या के एक मामले में सलाखों के पीछे हैं। मगर कैसे? सुशील के अर्श से फर्श तक आने की कहानी भी वापस छत्रसाल स्‍टेडियम पर आकर टिकती है। तफसील से समझते हैं।Sushil Kumar News: नई दिल्‍ली के जिस छत्रसाल स्‍टेडियम में सुशील कुमार ने पहलवानी शुरू की थी, उसी के पार्किंग लॉट में एक युवा पहलवान सागर धनखड़ की हत्‍या के सिलसिले में उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया है।नजफगढ़ में पैदा हुए सुशील कुमार 14 साल के थे मॉडल टाउन के छत्रसाल स्‍टेडियम में ट्रेनिंग शुरू की थी। घर की माली हालत ऐसी नहीं थी कि दो-दो पहलवानों की ट्रेनिंग करवाई जा सके, इसलिए कजन संदीप ने पहलवानी छोड़ी और सुशील पर दांव खेला गया। लड़का तेज था। एक के बाद एक मेडल बटोरता गया। जूनियर चैम्पियनशिप, एशियन चैम्पियनशिप, कॉमनवेल्‍थ, ओलिंपिक…2012 आते-आते सुशील कुमार ने पहलवानी का शिखर छू लिया था। यहीं से शुरू हुई एक सुशील कुमार की जिंदगी का दांव उलटा पड़ने की कहानी। आज सुशील कुमार हत्‍या के एक मामले में सलाखों के पीछे हैं। मगर कैसे? सुशील के अर्श से फर्श तक आने की कहानी भी वापस छत्रसाल स्‍टेडियम पर आकर टिकती है। तफसील से समझते हैं।जूनियर से सीनियर तक के सफर में उम्‍मीदें जगाने लगे थे सुशीलसुशील कुमार के बुलंदियां छूने की शुरुआत होती है 1998 से। वर्ल्‍ड कैडेट गेम्‍स में बंदे ने गोल्‍ड मेडल जीता था। दो साल बाद एशिया लेवल पर जूनियर चैम्पियनशिप में भी दांतों तले सोना दबाया। अब बारी आगे बढ़ने की थी तो पहला पड़ाव एशियन रेसलिंग चैम्पियनशिप ही रहा। 2003 में यहां भी गोल्‍ड जीता और कॉमनवेल्‍थ चैम्पियनशिप में भी। सबको बड़ी उम्‍मीदें थीं कि सुशील कुमार 2004 के ओलिंपिंक में जरूर कुछ करेगा मगर निराश किया। यह वो दौर था जहां से सुशील कुमार की पहचान बदलनी शुरू हुई।2012 आया और पूरी दुनिया में छा गए सुशील कुमारओलिंपिंक दूर था मगर बाकी टूर्नमेंट्स में गोल्‍ड जीतने का स‍िलसिला जारी रहा। 2005 और 2007 के कॉमनवेल्‍थ में भी। इतना काफी था कि सरकार सुशील कुमार को अर्जुन अवार्ड से नवाज देती। फिर आया 2008 का ओलिंपिंक। सुशील कुमार ने कांसा जीता। 2011 में सरकार ने पद्मश्री से सम्‍मानित किया।भारत उस समय ऐसे वक्‍त में था जब ओलिंपिक में एक भी पदक जीतने पर बड़े गर्व का अनुभव होता था। सुशील कुमार ने यह मौका दो-दो बार दिया है। 2012 के समर ओलिंपिक्‍स में सुशील ने सिल्‍वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। इकलौता ऐसा भारतीय जिसने दो-दो ओलिंपिक मेडल जीते। पहलवान से रोल मॉडल बन चुके थे सुशील मगर…सुशील की भारतीय रेलवे में नौकरी लग रखी है और वे छत्रसाल स्‍टेडियम में ओएसडी भी हैं। सुशील कुमार 2012 के बाद एक रोल मॉडल बन चुके थे। पहलवानी करने वाला हर युवा उन्‍हें आदर्श की तरह देखता था। इन्‍हीं में से एक था सागर धनखड़। सागर 2012-13 सत्र में छत्रसाल स्‍टेडियम आया। यहीं पर उसका टेस्‍ट हुआ। टेस्‍ट लेने वाले भी सुशील ही थे।सुशील के ससुर और छत्रसाल स्‍टेडियम में पहलवानी का स्‍कूल चलाने वाले सतपाल सिंह भी सागर से प्रभावित हुए। हॉस्‍टल में सागर को कमरा दिला दिया गया। उसकी ट्रेनिंग चलने लगी। सागर बढ़‍िया पहलवान था। देश-विदेश में कई मेडल जीते। पिछले साल तक यहीं हॉस्‍टल में रहता था। उसके बाद मॉडल टाउन के एम ब्‍लॉक में शिफ्ट हो गया। आरोप है कि जिस फ्लैट में सागर रहता था, वह��ं से उसे अगवा कर लिया गया। 4 मई 2021… और सुशील कुमार आरोपी बन गएइसी महीने की 4 तारीख को रात करीब 11 बजे एम ब्‍लॉक के उसी फ्लैट पर कुछ लोग पहुंचते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सागर और उसके साथ‍ियों को किडनैप कर लिया गया। सागर के अलावा जिन्‍हें किडनैप किया गया, उन्‍होंने पुलिस को बताया कि नीचे कार में सुशील कुमार बैठे थे। सबको गन पॉइंट पर छत्रसाल स्‍टेडियम ले जाया गया। वहीं, जहां से सुशील कुमार की ट्रेनिंग शुरू हुई। वहीं, जहां से सागर का करियर आगे बढ़ा।आरोप है कि इसी छत्रसाल स्‍टेडियम की पार्किंग में सागर और उसके दोस्‍तों- सोनू और अमित कुमार को बुरी तरह पीटा गया। तीनों की हालत खराब थी। उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया जहां सागर ने दम तोड़ दिया। नाम आया सुशील कुमार का। किस वजह से यह पूरी घटना हुई, इसे लेकर कुछ साफ नहीं है। फरार हुए सुनील, दिल्‍ली पुलिस ने रखा 1 लाख का इनामसागर की हत्‍या में आरोपी बनाए जाने के बाद से ही सुशील कुमार गायब हो गए। कभी उनके उत्‍तराखंड में छिपे होने की बात सामने आई तो कभी हरियाणा में। दिल्‍ली पुलिस ने सुशील पर एक लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा कर दी। लुकआउट नोटिस जारी हुआ। अदालत ने 15 मई को सुशील कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। फिर सुशील की तरफ से वकील कुमार वैभव के जरिए रोहिणी की जिला अदालत में अंतरिम जमानत की याचिका डाली।अदालत ने 18 मई को याचिका खारिज कर दी। सुशील के वकील का तर्क था कि ‘बेबुनियाद आरोपों के जरिए छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।’ पुलिस ने कहा कि सुशील इस मामले में मुख्य आरोपी हैं जिनकी इस अपराध में अहम भूमिका है।दिल्‍ली पुलिस ने सुशील को मुंडका से किया अरेस्‍टदिल्‍ली पुलिस की स्‍पेशल सेल के डेप्‍युटी कमिश्‍नर पीएस कुशवाह के अनुसार, सुशील कुमार को उनके सहयोगी अजय उर्फ सुनील के साथ मुंडका से अरेस्‍ट किया गया है। अजय की गिरफ्तारी पर भी 50,000 रुपये का इनाम था। पहली बार किसी विवाद में नहीं फंसे हैं सुशीलसुशील कुमार पर पहली बार हत्‍या जैसा गंभीर आरोप लगा है, मगर यह इकलौता आरोप हो, ऐसा भी नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुशील कुमार ने एमसीडी के टोल का ठेका तक ले रखा था जिसे चलाने के लिए वह गैंगस्‍टर्स के संपर्क में भी थे। सुशील को लेकर पहले भी मीडिया में छन-छनकर बातें सामने आती रही हैं मगर उनकी पुष्टि नहीं हो पाई।2017 में कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स ट्रायल के दौरान, सुशील कुमार और पहलवान प्रवीण राणा के समर्थकों के बीच मारपीट हुई। राणा ने कहा कि सुशील ने भी मारपीट की। नरसिंह यादव ने लगाए थे बेहद गंभीर आरोपइस केस से पहले सुशील कुमार के साथ जुड़ा सबसे बड़ा विवाद साल 2016 ओलिंपिक्‍स का है। 74 किलो कैटेगरी में सुशील कुमार और मुंबई के पहलवान न‍रसिंह यादव के बीच कड़ी टक्‍कर थी। सुशील ओलिंपिक क्‍वालिफायर्स में हिस्‍सा नहीं ले पाए थे जबकि वर्ल्‍ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में कांस्‍य जीतकर नरसिंह क्‍वालिफाई कर चुके थे। कुश्‍ती महासंघ ने कहा कि दोनों पहलवानों के बीच ट्रायल कराएंगे मगर बाद में मना कर दिया। सुशील कुमार अदालत चले गए। मगर निराशा हाथ लगी।कुश्‍ती महासंघ ने नरसिंह को चुना क्‍योंकि वे क्‍वालिफाई कर चुके थे। मगर नरसिंह ओलिंपिंक से 10 दिन पहले हुए डोप टेस्‍ट में पॉजिटिवि पाए जाते हैं। नैशनल ऐंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने बाद में क्‍लीन चिट दे दी मगर वर्ल्‍ड ऐंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) ने नरसिंह को न सिर्फ ओलिंपिंक में हिस्‍सा लेने से रोका, बल्कि चार साल के लिए सस्‍पेंड भी कर दिया। नरसिंह ने आरोप लगाया कि सुशील कुमार ने उनके खान-पान में मिलावट कर दी।
0 notes
poonamranius · 3 years ago
Text
UP Bijli Bill Mafi Yojana Registration 2022 : यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना रजिस्ट्रेशन शुरू uppcl.mpower
Tumblr media
UP Bijli Bill Mafi Yojana Registration 2022 : प्रदेश सरकार ने  उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में बकाया बिजली बिलों को माफ़ करने के लिए एक मुश्त समाधान योजना शुरू की है ! अब आप यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) के तहत अपना बिजली बिल कम कर सकते हैं! अगर आपके पास बिजली का बहुत बड़ा बिल है, तो अब आप इसे किश्तों में छूट के साथ चुका सकते हैं ! UP Bijli Bill Mafi Yojana Registration 2022 उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) सरकार ने 20 अक्टूबर 2021 को शुरू की यूपी बिजली बिल माफी योजना ! इसके तहत कोई भी घरेलू बिजली कनेक्शन धारक या किसान इस योजना का लाभ उठा सकता है !   यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) का पूरा नाम वन टाइम सेटलमेंट स्कीम है ! आज हम आपको उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) बिजली माफ़ी योजना के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं ! आप यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) में पंजीकरण करा सकते हैं! ओटीएस पंजीकरण लाभ क्या है! आप अपने भारी बिजली बिल को कैसे कम कर सकते हैं? इन्हीं सब बातों की जानकारी हम देने जा रहे हैं! उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) सरकार ने घरेलू या वाणिज्यिक बिजली बिल कनेक्शन धारकों के लिए यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) की घोषणा की है ! इस योजना के तहत आप अपना ओटीएस पंजीकरण कर सकते हैं ! आप अपना बकाया बिजली बिल ब्याज दर छूट और किश्तों पर जमा कर सकते हैं! अगर आपका बिजली का बिल ज्या��ा है तो सरकार आपका सारा ब्याज माफ कर देगी ! वहीं,उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh )  सरकार के पास जो रकम रहेगी, उसे किश्तों में जमा करना होगा ! इस यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) से ग्राहक और किसान को बिजली बिल का भुगतान करने में काफी मदद मिलती है ! यूपी एक मुश्त समाधान योजना के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है ! यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना अगर आप भी उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) मुफ्त बिजली योजना में आवेदन करना चाहते हैं ! तो आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आवेदन कर सकते हैं ! आवेदन करते समय आपको यह ध्यान रखना होगा कि कुछ बिजली बिलों का भुगतान आपको तुरंत करना होगा ! इसके बाद जब आपका यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो आपका बकाया बिजली बिल किश्तों में जमा करना होता है ! यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना पात्रता - आवेदक उत्तर प्रदेश से होना चाहिए ! - केवल घरेलु बिजली कनेक्शन के ही बिल माफ़ मिये जायेंगे ! - आधार कार्ड जरूरी - यूपी वन टाइम सेटलमेंट योजना की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2021 है ! उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) सरकार ने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम / ओटीएस योजना शुरू की है ! इसके तहत बकाया बिजली बिल धारक अपना ओटीएस पंजीकरण कराकर बिजली बिल माफी योजना का लाभ उठा सकते हैं ! यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) रजिस्ट्रेशन का मतलब है ! कि आपको एक बार नजदीकी पब्लिक सर्विस सेंटर या अपने मोबाइल फोन या बिजली घर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा ! इसमें आपको पता चल जाएगा कि आपका पुराना बिजली बिल कितना है ! अब तक के पुराने बिजली बिल पर सरकार ने आप पर कितना ब्याज लगाया है! UP Bijli Bill Mafi Yojana – Registration ( ऐसे करें आवेदन ) यदि आप उत्तर प्रदेश एक मुश्त समाधान योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं ! फिर आपको निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा – - सबसे पहले आवेदक को योजना की आधिकारिक वेबसाइट ( uppcl.mpower.in ) पर जाना होगा ! - अब यहां आपको उत्तर प्रदेश एक मुश्त समाधान योजना/ओटीएस पंजीकरण का विकल्प दिखाई देगा - आपको ” OTS Registration ” ( EK Musht Smadhan Yojana ) विकल्प पर क्लिक करना होगा - अगले पेज पर आपको कनेक्शन नंबर डालकर अपना बिजली बिल जमा करना होगा - अब आपके सामने पुराना पूरा बिल, ब्याज दर या किस्त की राशि दिखाई देगी ! - वर्तमान किश्त जमा कर आप ओटीएस रजिस्ट्रेशन कराएंगे ! - आपको आने वाली किश्त दी गई तारीख को जमा करनी होगी ! - इस तरह आप उत्तर प्रदेश वन टाइम सेटलमेंट योजना रजिस्ट्रेशन करवा कर अपना बिजली बिल माफ करवा सकते हैं ! यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है ! बिजली बिल माफ़ी योजना से घरेलू और किसान बिजली कनेक्शन धारकों को ब्याज दर में 100% तक की छूट मिल सकती है ! उत्तर प्रदेश के लगभग सभी बिजली कनेक्शन धारकों को इस यूपी बिजली बिल माफ़ी योजना ( Uttar Pradesh Bijli Bill Mafi Yojana ) का लाभ मिलना है ! उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना के तहत आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं ! योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में दिया जायेगा ! Read the full article
0 notes
supermamaworld · 4 years ago
Photo
Tumblr media
इस महीने लगने जा रहा साल का दूसरा चंद्रग्रहण, जानें समय और तारीख 5 June 2020 5 जून को उपछाया चंद्रग्रहण लगने वाला है। ये अन्‍य चंद्रग्रहण के मुकाबले काफी अलग होता है। जून के माह में सूर्य और चंद्रग्रहण दोनों ही लगने वाले हैं। चंद्रग्रहण जहां जून के पहले सप्‍ताह के पांचवें दिन अर्थात 5 जून को लगेगा तो वहीं 21 जून को सूर्य ग्रहण लगेगा। इन दोनों की ही अपनी पौराणिक कथाएं, मान्‍यताएं और महत्‍व हैं। इसके अलावा इन दोनों का ही वैज्ञानिक महत्‍व भी है। यहां पर हम आपको इन दोनों ही महत्‍व और इस खगोलीय घटना के पीछे छिपे कारणों की जानकारी दे रहे हैं। चंद्रग्रहण उस समय लगता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक ही सीध में होते हैं। यह उस वक्त लगता है जब पूरा चांद निकला हुआ होता है और पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है। ऐसे में सूर्य की किरणें चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती हैं। आपको बता दें कि इस वर्ष चार चंद्रग्रहण लगने हैं। इनमें से पहला चंद्रग्रहण एक जनवरी को लग चुका है। दूसरा इस माह है। तीसरा जुलाई और चौथा नवंबर में होगा। 5 जून को होने वाला चंद्रग्रहण उपछाया होगा। इसका अर्थ है कि चांद, पृथ्वी की हल्की छाया से होकर गुजरेगा। यह चंद्रग्रहण 3 घंटे और 18 मिनट का होगा। 5 जून को इसकी शुरुआत रात 11.15 होगी और 6 जून को सुबह 12.54 बजे तक ये अपने अधिकतम चरण में होगा। 6 जून की सुबह 2.34 पर ये खत्म हो जाएगा। एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के लोग इस ग्रहण को देख सकते हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि उपछाया चंद्र ग्रहण होने के कारण लोगों के बीच सामान्य चांद और ग्रहण वाले चांद के बीच अंतर करना मुश्किल होगा। इस ग्रहण को पूरे भारत में देखा जा सकेगा। इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा के आकार में कोई परिवर्तन नहीं आएगा। इस दौरान चंद्रमा की छवि कुछ धुंधली जरूर हो जाएगी और ये कुछ मटमैला सा दिखाई देगा। इसकी वजह यह है कि यह वास्तविक चंद्रग्रहण नहीं है यह एक उपछाया चंद्रग्रहण है। इससे पहले 10 जनवरी को ऐसा ही चंद्रग्रहण लगा था। हिंदू धर्म में चंद्रग्रहण के पीछे राहु व केतु का प्रभाव होता है। समुद्र मंथ�� के दौरान देवताओं व दानवों के बीच अमृत पाने को लेकर युद्ध चल रहा था। अमृत का देवताओं को सेवन करवाने के लिए भगवान विष्णु सुंदर कन्या का रूप धारण कर सभी में अमृत बांटने लगे। इस बीच एक असुर देवताओं के बीच जाकर बैठ गया। उसने जैसे ही अमृत हासिल किया तो भगवान सूर्य व चंद्रमा को इस बात का पता चल गया। जब उन्होंने इसकी जानकारी भगवान विष्णु को दी तो उन्होंने अपने स (at चन्द्रमा) https://www.instagram.com/p/CBBKHpMAMiI/?igshid=2yz7q5thyc30
0 notes
kisansatta · 5 years ago
Photo
Tumblr media
रणबीर कपूर-आलिया भट्ट की टली शादी, दिसंबर में लेंगे सात फेरे
बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर और एक्ट्रेस आलिया भट्ट के रिलेशनशिप की चर्चा पूरी इंडस्ट्री में है। रणबीर कपूर और आलिया भट्टकी लव स्टोरी किसी से छिपी नहीं हैं।आपको बता दें कि रणबीर और आलिया करीब 2 साल से एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। हाल ही में दोनों के ब्रेकअप की खबरें भी आई थीं लेकिन वो भी सिर्फ अफवाह निकलीं। रणबीर और आलिया के बीच सब ठीक है।इससे पहले रणबीर और आलिया की शादी की और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी
जिसमें दोनों एक दूसरे वरमाला पहनाते नजर आ रहे थे। हालांकि वो फोटो स्कैचिंग नहीं थी, फोटोशॉप थी। इसके अलावा दोनों की शादी के कार्ड भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है| वहीं एक रिपोर्ट्स की मानें तो खबर के मुताबिक दोनों जल्द ही शादी भी करने वाले हैं। लेकिन इनकी शादी को लेकर एक नई अपडेट सामने आई है। कोरोना लॉकडाउन की वजह से दोनों की शादी टाल दी गई है और अब यह दिसंबर के महीने में मुंबई में होनी तय हुई है। आपको बता दे लॉकडाउन के बीच रणबीर कपूर और आलिया भट्ट साथ में रह रहे हैं।
इसी बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें रणबीर और आलिया नजर आ रहे थे| वीडियो में रणबीर कपूर का डॉग भी दिख रहा था|वीडियो देखकर फैन्स काफी खुश हुए थे और उन्हें वे क्यूट लव बर्ड्स बता रहे थे। रणबीर और आलिया भट्ट के इस वीडियो को ��ूब पसंद किया गया था। पिछले काफी समय से इस कपल की शादी की खबरें भी जोरो से हैं। बीते दिनों खबर थी कि ये कपल अपनी शादी विदेशी में नहीं बल्कि इंडिया में ही करेगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक ये दोनों कश्‍मीर की हसीं वादियों में एक दूसरे के जीवन साथी बनने की प्‍लानिंग कर रहे हैं। वहीं अब ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो आलिया भट्ट और रणबीर कपूर की शादी के लिए मुंबई को फाइनल वेन्यू के तौर पर लॉक किया गया है। इस कपल की शादी कश्‍मीर की हसीं वादियों में नहीं बल्कि मुंबई में ही होगी। कहा जा रहा है कि इसी साल दिसंबर में शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। शादी का फंक्शन 21 दिसबंर को शुरू होगा और 4 दिनों तक चलेगा। लेकिन यह तारीख भी अभी पक्के तौर पर तय नहीं की गई है|बदला भी जा सकता है |
वर्कफ्रंट की बात करें तो आलिया भट्ट और रणबीर कपूर फिल्‍म ब्रह्मास्‍त्र में नजर आने वाले हैं। फिल्‍म में इनके साथ अमिताभ बच्‍चन, डिपंल कपाड़िया, नागार्जुन और मौनी रॉय भी हैं। आलिया भट्ट के पास इसके अलावा करण जौहर की पीरियड फिल्‍म तख्‍त, पापा महेश भट्ट की सड़क 2, संजय लीला भंसाली की गुगूबाई और राजामैली की आरआरआर जैसी फिल्‍में हैं। वहीं रणबीर कपूर के पास यशराज फिल्‍म्‍स के अलावा लव रंजन की अगली फिल्‍म है। इन सब फिल्मों की शूटिंग कोरोना वायरस के वजह से कुछ दिन पहले ही बंद कर दी गई हैं।
https://kisansatta.com/ranbir-kapoor-alia-bhatts-marriage-delayed-will-take-seven-rounds-in-december31489-2/ #Brahmastra, #RanbirKapoorAliaBhattSMarriageDelayed, #WillTakeSevenRoundsInDecember 'Brahmastra', Ranbir Kapoor-Alia Bhatt's marriage delayed, will take seven rounds in December Entertainment, Trending #Entertainment, #Trending KISAN SATTA - सच का संकल्प
0 notes
chaitanyabharatnews · 5 years ago
Text
कोरोना वायरस के संकट के बीच सरकार ने किए ये 15 बड़े ऐलान, आम आदमी को मिलेगी राहत
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था के बीच केंद्र सरकार की ओर से देशवासियों को बड़ी राहत दी गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राहत की घोषणा करते हुए बताया कि अब लोगों को इनकम टैक्‍स रिटर्न भरने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने आईटीआर, आधार-पैन लिंकिंग, GST, आदि को लेकर कई बड़े ऐलान किए गए। आइए जानते हैं निर्मला सीतारमण द्वारा की गई वीडियो कॉन्फ्रेंस की खास बातें- वित्त वर्ष 2018-19 के लिए इनकम टक्स रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 जून 2020 कर दी गई है। अब तक इसकी आखिरी तारीख 31 मार्च 2020 थी। अब देर से पेमेंट जमा करने पर ब्याज दर को 12 फीसदी से घटाकर 9 फीसदी कर दिया गया है। अगले 3 महीने के लिए ATM से कैश निकालना मुफ्त कर दिया गया है। अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस का झंझट भी खत्म हो गया है। मतलब बैंक अकाउंट में कैश रखने की जरूरत नहीं है। डिजिटल ट्रेड के लिए बैंक चार्जेज को घटाया गया है। इसका मकसद डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना है। सरकार ने आधार-पैन लिंक करने की आखिरी तारीख बढ़ाकर 30 जून 2020 तक कर दी है। अब तक ये डेडलाइन 31 मार्च थी। 'विवाद से विश्वास' योजना को भी अब 30 जून कर दिया गया है। यानी 31 मार्च के बाद 30 जून तक कोई अतिरि��्त चार्ज नहीं लगेगा। बता दें सरकार की इस योजना का उद्देश्य उन लोगों को राहत देना है जिनकी टैक्स देनदारी को लेकर कई तरह का विवाद है। टीडीएस डिपॉजिट की आखिरी तारीख में विस्तार नहीं किया गया है। लेकिन 30 जून 2020 तक देर से भरे गए टीडीएस के लिए ब्याज दर 18 फीसदी से कम होकर 9 फीसदी कर दिया गया है। सरकार ने जीएसटी फाइलिंग को लेकर भी राहत दी है। मार्च, अप्रैल और मई के लिए जीएसटी रिटर्न भरने के लिए समय सीमा को भी बढ़ाकर 30 जून 2020 कर दिया गया है। इसके अलावा 5 करोड़ रुपए से कम सालाना टर्नओवर वाली कंपनियों के लिए लेट जीएसटी रिटर्न भरने पर कोई ब्याज, लेट फीस व पेनल्टी नहीं लगेगी। इससे ज्यादा के टर्नओवर वाली कंपनियों पर पहले 15 दिन के लिए कोई लेट फीस और पेनल्टी नहीं लगेगी। लेकिन 15 दिन बाद ब्याज, पेनल्टी या लेट फीस 9 फीसदी की दर पर होगी। 30 जून 2020 तक 24 घंटे कस्टम क्लीयरेंस की सुविधा मिलेगी। कॉर्पोरेट को राहत देते हुए यह कहा गया कि बोर्ड बैठक 60 दिनों के लिए टाला जा सकता है. यह राहत फिलहाल अगली दो तिमाही के लिए है। कंपनियों के निदेशकों को भारत में प्रवास की समयसीमा में छूट देने का भी फैसला किया गया है। शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव पर सरकार और सेबी लगातार नजर रखे हुए हैं। दिन में लगभग तीन बार इसकी निगरानी हो रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक, कोरोना वायरस लॉकडाउन के मद्देनजर अलग-अलग क्षेत्रों की मदद के लिए सरकार जल्द ही आर्थिक पैकेज की घोषणा करेगी। Read the full article
0 notes
vsplusonline · 5 years ago
Text
Government Jobs 2020: डिस्ट्रिक्ट जज के पद पर निकली वैकेंसी, करें चेक
New Post has been published on https://apzweb.com/government-jobs-2020-%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%9c%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%a6-%e0%a4%aa%e0%a4%b0/
Government Jobs 2020: डिस्ट्रिक्ट जज के पद पर निकली वैकेंसी, करें चेक
Tumblr media Tumblr media
Madras High Court recruitment 2019: उम्मीदवारों का चयन प्रीलिम्‍स परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्‍यू के आधार पर किया जाएगा.
Government Jobs 2020: अगर आप लॉ के फील्‍ड में जॉब चाहते हैं तो खुशखबरी है, यहां डिस्ट्रिक्ट जज के पदों पर वैकेंसी निकाली है.
Government Jobs 2020: अगर आप लॉ के फील्‍ड में जॉब चाहते हैं तो खुशखबरी है. मद्रास हाई कोर्ट (High Court of Madras) ने  डिस्ट्रिक्ट जज (District Judge) के पदों पर वैकेंसी निकाली है. इस पोस्‍ट के लिए जो उम्‍मीदवार अप्‍लाई करना चाहते हैं, वे मद्रास हाई कोर्ट की ऑफिशियिल वेबसाइट पर https://www.mhc.tn.gov.in/ जाकर ऑनलाइन अप्‍लाई कर सकते हैं.
उम्‍मीदवार बस इस बात का ध्‍यान रखें कि वे फटाफट अप्‍लाई कर दें, क्‍योंकि इस पोस्‍ट पर अप्‍लाई करने की आखिरी तारीख कल यानी कि 8 जनवरी रात 12 बजे हैं. वहीं आवेदन शुल्‍क जमा करने की आखिरी तारीख 10 जनवरी है. इसलिए आखिरी वक्‍त में हड़बड़ी से बचने के लिए अप्‍लाई कर दें.
कुल वैकेंसी:  डिस्ट्रिक्ट जज के कुल 32 पदों पर भर्तियां की जाएंगी.ये होनी चाहिए उम्र:  उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 35 वर्ष तक निर्धारित की गई है.
आयु सीमा :उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 35 वर्ष तक होनी चाहिए.
एजुकेशन क्‍वालिफिकेशन: किसी भी मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान से LLB की डिग्री होनी चाहिए. वहीं इसके अलावा उन्‍हें तमिलनाडु या किसी भी राज्‍य में बतौर वकील के रूप में कम से कम सात सालों का अनुभव होना चाहिए.
सेलेक्‍शन प्रक्रिया:  उम्मीदवारों का चयन प्रीलिम्‍स परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्‍यू के आधार पर किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: 
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए करियर से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: January 7, 2020, 5:54 AM IST
function serchclick() var seacrhbox = document.getElementById("search-box"); if (seacrhbox.style.display === "block") seacrhbox.style.display = "none"; else seacrhbox.style.display = "block";
document.addEventListener("DOMContentLoaded", function() document.getElementById("search-click").addEventListener("click", serchclick); /* footer brand slider start */ new Glide(document.querySelector('.ftrchnl-in-wrap'), type: 'carousel', perView: 8, ).mount(); ); !function(f,b,e,v,n,t,s)if(f.fbq)return;n=f.fbq=function()n.callMethod? n.callMethod.apply(n,arguments):n.queue.push(arguments);if(!f._fbq)f._fbq=n; n.push=n;n.loaded=!0;n.version='2.0';n.queue=[];t=b.createElement(e);t.async=!0; t.src=v;s=b.getElementsByTagName(e)[0];s.parentNode.insertBefore(t,s)(window, document,'script','https://connect.facebook.net/en_US/fbevents.js'); fbq('init', '482038382136514'); fbq('track', 'PageView'); Source link
0 notes
getdreamjobonline · 5 years ago
Text
Govt Jobs 2019 : कांस्टेबल, कुक, क्लर्क, एमटीएस, नर्स और JE सहित विभिन्न पदों पर भर्ती, पूरी डिटेल्स यहां पढ़ें
Tumblr media
Govt Jobs 2019 : सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के द्वारा बहुत सी भर्तियां निकाली गई है। दसवीं से स्नातक योग्यताधारी अभ्यर्थियों के लिए निचे कुछ भर्तियों के बारे में जानकारी दी गई है। संबंधित पद के लिए योग्यता और अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। govt jobs 2019 में ये सभी भर्तियां अगस्त महीने के लिए ही है। इन भर्तियों के लिए आवेदक अगस्त महीने के अंदर ही आवेदन करें।
स्‍टाफ नर्स ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (BECIL), नोएडा ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम कार्यालय में स्टाफ नर्स (ग्रेड-ए) के कुल 50 पदों पर भर्ती की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन 21 अगस्त 2019 तक www.becil.com पर कर सकते हैं।
NTPC Recruitment 2019 NTPC ने आईटीआई एंड डिप्लोमा ट्रेनी के लिए इलेक्ट्रीशियन, फिटर, असिस्टेंट जनरल समेत कुल 79 पदों पर आवेदन मांगे हैं। इस भर्ती के लिए 10वीं पास, आईटीआई डिप्लोमा, B.Sc और ग्रेजुएट आवेदन कर सकते हैं। आवेदन आधिकारिक वेबसाइट www.ntpc.co.in से 31 अगस्त 2019 तक स्वीकार किए जाएंगे।
जूनियर इंजीनियर भर्ती UKSSSC ने जूनियर इंजीनियर के रिक्‍त 100 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। 21 से 42 वर्ष के संबंधित ट्रेड में डिप्‍लोमा धारक उम्‍मीदवार आवेदन करने के पात्र हैं। आधिकारिक वेबसाइट sssc.uk.gov.in पर आवेदन की आखिरी तारीख 25 अगस्‍त है।
क्‍लर्क और 10th Pass Jobs (मल्‍टीटास्किंग) के कुल 57 पदों पर भर्ती जामिया मिलिया इस्‍लामिया कॉलेज में क्‍लर्क, मल्‍टीटास्किंग स्‍टाफ और अन्‍य के कुल 57 पदों पर भर्ती के लिए 10वीं पास से लेकर ग्रेजुएट उम्‍मीदवार तक आवेदन करने के पात्र हैं। आधिकारिक वेबसाइट jmi.ac.in पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 16 अगस्‍त है।
BTSC Jobs 2019 बिहार टेक्निकल सर्विस कमीशन में स्‍टाफ नर्स और ट्यूटर के 9299 रिक्‍त पदों पर भर्ती के लिए योग्‍य उम्‍मीदवारों से आवेदन मांगे गए हैं। 18 से 37 वर्ष के B.Sc डिग्री धारक उम्‍मीदवार आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर आवेदन कर सकते हैं। अंतिम तिथि 26 अगस्‍त है।
असम राईफल्‍स भर्ती असम राईफल्‍स में राइफलमैन तथा हवलदार के रिक्‍त 79 पदों पर भर्ती के लिए 10वीं पास उम्‍मीदवारों से आवेदन मांगे गए हैं। आयु सीमा पदानुसार 18 से 23वर्ष तथा 25 वर्ष निर्धारित है। आधिकारिक वेबसाइट assamrifles.gov.in पर आवेदन की आखिरी तारीख 19 अगस्‍त है।
बिहार पुलिस कुक भर्ती 2019 बिहार पुलिस में कुक के 10 पदों पर भर्ती के लिए 18 से 37 वर्ष के 10वीं पास उम्‍मीदवार आवेदन करने के पात्र हैं। आधिकारिक वेबसाइट csbc.bih.nic.in पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 14 अगस्‍त निर्धारित है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/govt-jobs-2019-10th-pass-to-graduate-candidate-can-apply-4965217/
0 notes
rohtakmedia-blog · 6 years ago
Text
5 लाख तक की टैक्सेबल इनकम टैक्स फ्री
Tumblr media
5 लाख तक की टैक्सेबल इनकम टैक्स फ्री : इस अंतरिम बजट में छोटे करदाताओं पर टैक्स का बोझ घटाने का प्रस्ताव दिया गया है। साल में पांच लाख रुपये तक की कमाई पर टैक्स नहीं देना होगा। यहां तक कि इससे ज्यादा कमाई वाले भी टैक्स देने से बच सकते हैं, बशर्ते आयकर कानून की विभिन्न धाराओं में टैक्स डिडक्शंस क्लेम करने के बाद उनकी इनकम पांच लाख रुपये से कम रह जाए। अंतरिम वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बजट भाषण में कहा था, '6.5 लाख रुपये की सकल आमदनी वालों को भी टैक्स नहीं देना होगा, बशर्ते वे एक सीमा तक निवेश तय इंस्ट्रूमेंट्स में कर दें।' उदाहरण के लिए, सात लाख रुपये तक की कमाई वाले ऐसे शख्स को टैक्स नहीं देना होगा, अगर वह सेक्शन 80C में 1.50 लाख रुपये का निवेश करे और सेक्शन 80CCD(1B) के तहत 50 हजार रुपये एनपीएस में लगा दे। इन्हे भी पढ़े :- रिस्क लिए बिना बेहतर रिटर्न के, ये हैं निवेश के अच्छे विकल्प स छूट ने सेक्शन 87A के तहत मौजूदा बेनेफिट को बढ़ा दिया है। अब तक साल में 3.5 लाख रुपये तक कमाने वालों को 2,500 रुपये की टैक्स छूट मिलती थी। इस बार के प्रस्ताव में इसे बढ़ाकर 12,500 रुपये कर दिया गया है और इसे पाने की पात्रता सीमा 5 लाख रुपये तक की कमाई को कर दिया गया है। इस छूट का असर ज्यादा कमाई करने वालों पर नहीं पड़ेगा, लेकिन लोअर इनकम ग्रुप के टैक्सपेयर्स इस प्रस्ताव से टैक्स के रूप में 13 हजार रुपये तक की बचत कर सकते हैं। करीब तीन कर��ड़ टैक्सपेयर्स के टैक्स नेट से बाहर निकल जाने का अनुमान है। इससे सरकार को करीब 18,500 करोड़ रुपये के राजस्व से हाथ धोना पड़ेगा। टैक्स फाइलिंग पोर्टल टैक्सस्पैनरडॉटकॉम के को-फाउंडर सुधीर कौशिक ने कहा, 'इस छूट से केवल लो-इनकम टैक्सपेयर्स को फायदा होगा। दूसरों के मामले में मामूली बदलाव ही आएगा।' ज्यादा कमाई करने वालों के लिए एकमात्र फायदा यह है कि स्टैंडर्ड डिडक्शन को 10 हजार रुपये बढ़ाकर 50 हजार रुपये करने का प्रस्ताव है। इससे वेतनभोगी करदाताओं का सालाना टैक्स 3000 रुपये घट जाएगा। एक्सपर्ट्स ने इस कदम का स्वागत इस वजह से किया है कि ट्रांसपोर्ट अलाउंस और मेडिकल रीइंबर्समेंट पर टैक्स इग्जेंप्शन खत्म कर पिछले साल स्टैंडर्ड डिडक्शन का असर खत्म कर दिया गया था। क्लीयरटैक्सडॉटकॉम के फाउंडर और सीईओ अर्चित गुप्ता ने कहा, 'स्टैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ाकर 50 हजार रुपये करने से यह बेनिफिट ज्यादा सार्थक हो जाएगा। इस कदम से 80-90 प्रतिशत वेतनभोगी करदाताओं को फायदा होगा।' टैक्स प्लानिंग पर फोकस अंतरिम बजट के प्रस्तावों से टैक्स प्लानिंग पर जोर बढ़ने की संभावना है। थ्रेशोल्ड लिमिट के करीब वाले करदाताओं को यह पक्का करना होगा कि उनकी इनकम 5 लाख रुपये से ज्यादा न हो जाए। अभी सालाना 3.5 लाख रुपये तक की टैक्सेबल इनकम वाले हर शख्स को सेक्शन 87A के तहत 2,500 रुपये की टैक्स छूट मिलती है। हालांकि यह इनकम 3.5 लाख रुपये से एक रुपया भी ज्यादा होने पर टैक्स छूट खत्म हो जाती है। कई टैक्सपेयर्स को यह भी पता नहीं है कि फिक्स्ड डिपॉजिट्स, बॉन्ड्स और कुछ लघु बचत योजनाओं (स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स) से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है। इसे टैक्सपेयर की आमदनी में जोड़ा जाता है और नॉर्मल रेट से उस पर टैक्स लगाया जाता है। ऐसे करदाता अपने रिटर्न में इस आमदनी का जिक्र करना भूल सकते हैं और इस पर एक सीमा तक मिलने वाली टैक्स छूट का दावा करने से चूक सकते हैं। इन्हे भी पढ़े :- SAMSUNG के फोल्डेबल स्मार्टफोन का इंतजार खत्म, इस तारीख को हो सकता है लॉन्च हालांकि इस ब्याज को जोड़ने पर अगर उनकी टोटल इनकम 5 लाख रुपये से ज्यादा हो जाए तो वे टैक्स छूट पाने लायक नहीं रह जाएंगे। क्लीयरटैक्सडॉटकॉम के गुप्ता ने कहा, 'अधिकतर करदाता इस रिबेट का क्लेम अपना रिटर्न फाइल करते वक्त ही कर सकते हैं। उसी वक्त उन्हें पता लगेगा कि उनकी कुल आमदनी और डिडक्शंस का आंकड़ा क्या है।' एक्सपर्ट्स का कहना है कि बजट प्रस्तावों से टैक्स सेविंग के उपायों का इस्तेमाल बढ़ सकता है। उदाहरण के लिए, 80CCD(2) के तहत एनपीएस बेनिफिट से टैक्सेबल इनकम काफी कम हो सकती है। इसके तहत ए��प्लॉयी की बेसिक पे का 10 प्रतिशत तक हिस्सा एंप्लॉयर एनपीएस में रखे तो उस पर टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। टैक्सस्पैनरडॉटकॉम के कौशिक ने कहा, 'अब एनपीएस का 60 प्रतिशत तक मच्योरिटी कॉर्पस टैक्स फ्री है और आपात स्थिति में उसे निकाला जा सकता है। लिहाजा टैक्स सेविंग के लिए इस पेंशन स्कीम का सहारा लिया जा सकता है।' हालांकि, इस बजट में 60 साल से ऊपर के सीनियर सिटीजंस और 80 साल से ऊपर के बहुत सीनियर सिटीजंस के लिए कुछ खास नहीं है। पिछले साल के बजट में सीनियर सिटीजंस के लिए टीडीएस थ्रेशोल्ड बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया गया था। साथ ही, 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए 5 लाख रुपये की बेसिक एग्जेम्प्शन लिमिट है। लिहाजा ताजा प्रस्तावों से उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 5 लाख तक की टैक्सेबल इनकम टैक्स फ्री स्त्रोत :- navbharattimes छायाचित्र भिन्न हो सकता है Read the full article
0 notes