#इस की वजह को समझते है ?
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Earthquake in Delhi today , क्यों आते है नेपाल में इतने भूकंप ?
Earthquake in Delhi today , क्यों आते है नेपाल में इतने भूकंप ? आज हम इसमें यह जानेंगे की नेपाल में इस्त्ने ज्यादा भूकंप क्यों आते है और कल आये भूकंप से नेपाल और भारत के कौन कौन से हिस्से प्रभावित हुए । Earthquake in Delhi today Earthquake in Delhi today ,नेपाल में गत माह दो भूकंप आये थे जिनकी तीव्रता रेक्टर स्केल पर करीब 6.1 और 4.8 की थी । और इस भूकंप की वजह से वह पर कई माकन जो पुराने थे वो…
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#Earthquake in Delhi today#इस की वजह को समझते है ?#क्या कारण है की नेपाल में इतने भूकंप आते है ?#क्यों आते है नेपाल में इतने भूकंप ?#नेपाल मे बार - बार भूकंप क्यों आते है
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क्या यह बचपन की गलतियां मेरे वैवाहिक जीवन को खतरे में डाल सकती हैं?
मैं 32 साल का एक लड़का हूँ और मेरा जीवन बचपन से ही बुरी संगत की वजह से प्रभावित हुआ था। किशोरावस्था में, मुझे सही और गलत की समझ नहीं थी, और दोस्तों के प्रभाव में आकर मैंने कई गलतियाँ कीं, जिनमें से सबसे बड़ी गलती मेरे सेक्सुअल हेल्थ को नजरअंदाज करना था। तब मुझे यह महसूस नहीं हुआ कि मेरे ये गलत फैसले भविष्य में कितनी गंभीर समस्याएं पैदा करेंगे।
समय बीतता गया और मेरी उम्र बढ़ने के साथ-साथ मेरी समस्याएँ भी बढ़ती गईं। जब मैं 30 के आसपास पहुँचा, तो मुझे महसूस हुआ कि मेरे सेक्सुअल हेल्थ में गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो चुकी हैं। मैं लगातार कमजोरी महसूस करने लगा और मुझमें आत्मविश्वास की कमी हो गई। पहले तो मैंने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरता गया, मेरे मन में चिंता और भय बढ़ने लगे।
फिर पिछले साल की बात है, जब मेरी शादी तय हो गई थी। जिस खुशी को लेकर मैं बचपन से सपने देखता था, अब वही शादी मेरे लिए तनाव का कारण बन गई। मुझे डर था कि कहीं मेरी सेक्सुअल हेल्थ की समस्याएँ मेरे वैवाहिक जीवन को प्रभावित न कर दें। मैं हर रोज़ इस चिंता में डूबा रहता कि क्या मैं अपने जीवनसाथी के साथ एक खुशहाल वैवाहिक जीवन जी पाऊँगा?
एक दिन, मैं नोएडा के अट्टा मार्केट में बैठा हुआ था और अपनी समस्याओं को लेकर बहुत चिंतित था। तभी मेरी मुलाकात एक पुराने दोस्त से हुई। मैंने उसे अपनी परेशानियों के बारे में बताया, और वो हस्ते हुए बोला अरे पागल, इतनी टेंशन क्यों ले रहा है? सीधे डॉ. सिंह के पास चला जा। सुना है वो तेरे जैसे 'शेरों' को फिर से जंगल का राजा बना देते हैं!" .
उस समय मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी समस्या का हल मिल गया हो। बिना किसी देरी के, मै�� उसी दिन डॉ. सिंह क्लिनिक गया और डॉक्टर से मिला। डॉक्टर ने मेरी पूरी समस्या सुनी और मुझे बहुत सहज महसूस कराया। उन्होंने मेरी चिंता को समझते हुए मुझे कुछ टेस्ट और जांच करवाने के लिए कहा।
टेस्ट और जांच के बाद, डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरी समस्याओं का इलाज संभव है और सही उपचार के साथ मैं पूरी तरह ठीक हो सकता हूँ। उन्होंने मुझे दवाइयाँ दीं और कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव करने की सलाह दी। मैंने डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन किया और धीरे-धीरे मेरी स्थिति में सुधार आने लगा। कुछ ही महीनों में, मैं अपने पुराने आत्मविश्वास को वापस पाने लगा और मेरी सेक्सुअल हेल्थ में भी भारी सुधार हुआ।
अब, एक साल बाद, मैं बेहद खुश हूँ और मेरे वैवाहिक जीवन में कोई समस्या नहीं है। डॉ. सिंह क्लिनिक के इलाज ने मेरी जिंदगी बदल दी है और मैं उनका तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ। अगर उस दिन मेरे दोस्त ने मुझे डॉक्टर ��िंह के बारे में न बताया होता, तो शायद मैं आज भी अपनी समस्याओं में फंसा होता।
मुझे यह समझ में आ गया है कि अगर किसी को भी इस तरह की समस्या होती है, तो उसे तुरंत सही डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सही इलाज और समय पर इलाज से किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है।
आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूँ और खुशहाल जीवन जी रहा हूँ, और इसका श्रेय केवल डॉ. सिंह क्लिनिक को जाता है।
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Best 100+ एक तरफा प्यार शायरी | Ek Tarfa Pyar Shayari
Ek Tarfa Pyar Shayari - जब हम किसी को चाहने लगते हैं और उससे हम अपने दिल की बात कह नहीं पाते हैं तो इस प्यार को एक तरफा प्यार कहा जाता है। यह प्यार एक तरफ से ही होता है। इसमें या तो दूसरे शख्स को प्यार के बारे में मालूम नहीं होता या फिर वह उसे पसंद नहीं करता है। जब भी हम किसी से प्यार करते हैं और उसे अपने दिल की बात कह नहीं पाते हैं तो इस प्रकार का प्यार हमें बहुत तड़पाता है। यह Ek tarfa pyar बहुत दर्द देता है। इस एक तरफा प्यार को एक तरफा मोहब्बत भी कह सकते हैं। ऐसे इस प्रकार का प्यार अच्छा भी होता है इसमें दिल टूटने का खतरा नहीं होता है।. इस प्रकार के प्यार में हमे किसी शख्स के द्वारा धोखा नहीं दिया जा सकता है। आज के इस लेख में हमने आपके साथ एक तरफा प्यार की बहुत अच्छी शायरियां साझा की है। अगर आपका प्यार भी एक तरफा ही है तो यह Ek tarfa pyar shayari आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आएगी। मुझे मालूम है की आप भी इस लेख तक एक तरफा प्यार मोहब्बत शायरी स्टेटस खोजते हुए ही पहुंचे हो। इस लेख की Ek tarfa shayari बहुत अच्छी व बेहतरीन है। जो की आप अपने व्हाट्सएप स्टेटस में लगा सकते हो।.
Ek Tarfa Pyar Shayari
एक तरफा ही सही प्यार तो प्यार है, उसे हो ना हो लेकिन मुझे बेशुमार है।
जरूरी नही की तुम भी चाहो मुझे, मेरा इश्क है, एक तरफा भी हो सकता है…!
उसी के बिन जीना गवारा नहीं है, वो जो एक शख्स हमारा नहीं है।। हमारी तरफ यूं आस से न देखिए, हमे खुद का ही सहारा नहीं है। 😔😔😔😔😔😔😔😔
कहानी ए- इश्क दिल तीर -तीर हो गया . एक तरफा था यारा लडकी ��ंसती रही , और लडका फकीर हो गया।
महोब्बत अगर एक तरफा है … तो उसे बोलने का कोई फायदा नही … और अगर ये दो तरफा है तो … इजहार करने की जरूरत नही।
कुछ आरजू ए इश्क हमें भी बयां कर लेने दो, इजहार न सही एक तरफा प्यार ही कर लेने दो।
महोब्बत बहुत खूबसूरत होती है जब वो एक तरफा हो…
बेवफाई वहा होती है जब दोनो तरफ प्यार हो एक तरफा मोहब्बत मैं वफा ढूंढी नही जाती।
प्यार दोनों को एक दुसरे से था पर दोनों एक तरफा समझते रहे।
~रात हो गयी में सुबह का इन्तजार कल फिर करूंगा प्यार एक तरफा है तो किया हुआ तुम दिल किसी से भी. लगाना में तुम्हारा इन्तजार जिन्दगी भर करूंगा…….. 🌿दोनो तरफ से रिश्ते निभाई जाए वही रिश्ता कामयाब होता हे 🌿 एक तरफ से सेक कर तो रोटी भी बनाई नहीं जाती🌹 सर्द रात��ं को नही पता, कि एक तरफ़ा इश्क़ की चादर ओढ़े आशिक़ का दर्द क्या हैं..🤗 मोहब्बत तो एक तरफा ही होती है, जो दोनों तरफ़ से हो उसे किस्मत कहलते है। वो आयेगी नहीं मगर मैं फिर भी इंतजार करता हूं एक तरफा ही सही मगर मे सच्चा प्यार करता हूं।
एक तरफा मोहब्बत शायरी
एक तरफा मोहब्बत भी बड़ी अजीब होती है चाहत उसकी करते है हम जो नसीब मैं नही होती है। तुम मेरे हो जाओगे किसी रोज़ तो ठीक है वर्ना मैं एक तरफा प्रेम को ही ख़ूबसूरत लिख दूंगा। एक तरफा रहीं हमेशा मोहब्बत मेरी……… किसी से खयालात न मिले, किसी से हालात न मिले…!😪🙃 एक तरफा हि सही तुम पर हम मरते तो है। तुम नहीं करते तो क्या हुआ हम तुम पर मरते तो है। जैसा भी हू ठीक हू किसी दूसरे पर मरता तो नहीं। देकर गुलाब का फूल कह गया टोकरी वाला तुम करते रह जाओगे एक तरफा मोहब्बत ले जाएगा उसे कोई सरकारी नौकरी वाला मोहब्बत तो हम एक तरफ़ा भी कर लेंगे लेकिन झगड़ा करने के लिए तो तुम्हारे जरूरत पड़ेगे___!! महोब्बत थी हम दोनों को लेकिन लगता है अब एक तरफा इश्क हो गया है उन्होंने हमें दिल से याद किये हुए एक जमाना बीत गया है दो तरफा महोब्बत भी एक तरफा हो जाती है जब किसी एक के एहसास इंतजार को दुसरा नजरअंदाज करता है इस एक तरफा इश्क़ का कुछ तो स्वाद होगा, अगर मुझे सब कुछ याद हैं, तो तुझे भी तो कुछ याद होगा।। एक तरफा प्यार अब हार रहा हैं, खुश वहीं है जो 10 जगहा मुँह मार रहा हैं वक़्त बदल देता है जज्बातों को।।🥀 हर कोई रोता नज़र आता है रातों को।🥀 एक तरफा मोहब्बत में सबकुछ जायज़ है। वरना कोन महफूज़ रखता है ।।🥀🥀 किसी की यादों को।❣️♠️💔 किसी को चाहने की आदत खुद को खोने की वजह बन सकती है..!! मर्ज़ी उसकी दिल उसका वो जिसे दे ये इश्क़ मेरा एक-तरफ़ा ही काफ़ी है। दिल की बातें अधूरी रह गई, एक तरफा प्यार में हम रह गए। उसकी यादों में खोये रहे हम, किसी और के साथ वो खुश रह गए। दिल में छुपी चाहत को बयां करना, वो मुमकिन नहीं था हमसे रह गए। पर फिर भी उसकी यादों में जी रहे हैं, क्योंकि उसके बिना हम अधूरे हैं। ये ना सोच की तुझसे मोहब्बत की गुजरिश करेंगे हम हम तो एक तरफा मोहब्बत भी दिल से ही करते है।
एकतरफा प्यार शायरी २ लाइन
सारी दुनिया की मुलाकातें एक तरफ, मेरा एक तरफा प्यार एक तरफ। जब प्यार एक तरफ��� होता है, तब बर्बादी चौतरफा होती है। ख्वाइश नही है की तू भी इश्क करे हमसे, एक तरफा मोहब्बत उम्र भर निभायेगे ! मुझे तेरा रूप नहीं तेरी बातें पसंद है, मुझे तेरा रंग नहीं तेरा संग पसंद है , अनकहे प्यार जताने की तेरी अदा पसंद है , एक तरफ़ा प्यार ही सही, मुझे तेरे प्यार का ये अंदाज पसंद है, मुझे तू और तेरा प्यार पसंद है। Read Also Read the full article
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अंधेरा
अंधेरा सिर्फ दिखता है, पर अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं देता है। चीजों का ओझल होना, चीजों का अदृश्य होना, दर्शाता है खोया हुआ रास्ता, या अपने ही कारणों में फँ��ा।
करते हैं हम सब अंधेरा का सामना, और होती है इस पर जीत की कामना। कोई कर जातें हैं इसे पार, या कोई खाता है इसकी मार। इस अंधेरे में दिखते जाले, उसे झाड़कर साफ करते हैं सारे मामले।
मैं सही, तुम गलत के अंधेरे में, दिखता है सभी के चेहरे में। होता है खुद पर इतना अभिमान, कि कर देते हैं गलत अनुमान। यह सभी है लालच का परिणाम, जो लाता है तकलीफें तमाम।
दूसरों के विषयों को खोदने के अंधेरे में, दिखता है सभी के ढेरे में। होती हैं यह दूसरों की गुप्त बातें, जिन्हे बाहर लाने से हम नहीं कतराते। जब खुद का होता है भांडा फोड़, हम चिल्लाने लगते हैं हर मोड़।
दूसरों को उलझाने के अंधेरे में, दिखता है सभी के घेरे में। रखना दूसरों को बेवजह व्यस्त, है बहाना उनको करने के लिए पस्त, ताकि करके भी कुछ न कर पाए, और सफलता उनके हाथ न आए।
अपने आपको अलावा में रखने के अंधेरे में, दिखता है सभी के फेरे में। अपने पर अपार भरोसा, लाती है सब समस्या। फिर होता है सब टालने की वजह, अंत में मिलती है सब सजा।
अपनी गलती न मानने के अंधेरे में, दिखता है सभी के कमरे में। लाते हैं सिर्फ अपना पैमाना, चाहे जो भी बदले जमाना। और उलझने लगते हर जगह, बस लाकर अपनी वजह।
दूसरों को माफ न करने के अंधेरे में, दिखता है सभी के जीवन की लहरों में। समझते हैं हम पर हुआ सबसे बड़ा अन्याय, जिसका मिल न सकता है उपाय। आखिर अंदर लगी यह आग, लाती है रिश्तों पर दाग।
बेहवजह बयान देने के अंधेरे में, दिखता है सभी के कहने में। कहने लगते हैं खुद को माहिर, कर के मुख से सब जाहिर। अंत में सब हो जाती है हवा, जब आपने पर गिर जाती है लावा।
दूसरों को दोष देने के अंधेरे में, दिखता है सभी के बहाने में। बताकर सब कारण नकली, करते हैं अपनी चीजें हल्की। हम भूल जाते हैं बनना उदार, और करते रहते दूसरों की सुधार।
हम अंधेरा खुद बनाते हैं, और उसको हर ओर फैलाते हैं। यह दुख और कठिनाइयों का अंधेरा, जिसका हम चारों तरफ पीटते हैं ढिंढोरा। इस अंधेरे में लाकर उजाला, हम जरुर खोल सकता हैं अंदर का ताला।
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Tumblr और Automattic के कुछ ट्रांस कर्मचारियों की तरफ़ से एक संदेश:
हम चाहते हैं कि ट्रांस लोग और व्यापक रूप से LGBTQ+ लोग Tumblr पर बढ़िया महसूस करें, कुछ इस वजह से कि हम खुद ट्रांस लोग हैं और इसलिए चाहते हैं कि Tumblr और Automattic ऐसी जगह बने जहाँ हमें लगे कि हम भी इनका हिस्सा हैं. हम महसूस करना चाहते हैं कि ये प्लैटफ़ॉर्म हमें सपोर्ट करता है और हमारी सुरक्षा के लिए लड़ता है. आपकी मौजूदगी Tumblr को और उज्जवल और जोशपूर्ण बनाती है, और इसे चलाने में मदद करने वाल��� LGBTQ+ लोग आंतरिक रूप से हर वक्त इसके लिए और आपके लिए लड़ते रहते हैं.
कुछ दिन पहले मैट मलेनवेग (Tumblr की मुख्य कंपनी Automattic के सीईओ) ने किसी अकाउंट सस्पेंशन के बारे में एक यूज़र के आस्क का जवाब कुछ इस तरह से दिया कि Tumblr के LGBTQ+ समुदाय पर इसका बुरा असर पड़ा. हम मानते हैं कि इस आस्क के लिए मैट का जवाब और उनकी लगातार कमेंट्री बेबुनियाद और नुकसानदायक रही है. अलग-अलग वजहों से Tumblr स्टाफ़ नीतिगत तौर पर मॉडरेशन से जुड़े फ़ैसलों पर कमेन्ट नहीं करता है—इन वजहों में इनमें शामिल लोगों की निजता और हर रोज़ हज़ारों रिपोर्ट को मॉडरेट करने की व्यावहारिकता से जुड़े मुद्दे शामिल हैं. इस नीति का एक बुरा पहलू ये है कि इससे हमारी विश्वास और सुरक्षा टीम द्वारा की गई कार्यवाहियों के बारे में अफ़वाहें और गलत जानकारी को बेरोकटोक फैलाना आसान हो जाता है. ऐसे में हम इस हालात के कुछ दूसरे पहलुओं को स्पष्ट कर देना चाहते हैं:
प्रेडस्ट्रोजेन के सस्पेंशन की सच्चाई को सही तरह से बताया नहीं गया था, और इसे ऐसे पेश किया गया था कि मानो हम इस प्लैटफ़ॉर्म से ट्रांस फ़ेमिनिन लोगों को बैन करने का बस मौका ढूँढ रहे हैं. ऐसी बात बिल्कुल नहीं है. ऊपर लिंक की गई पोस्ट में शेयर किया गया उदाहरण कमेन्ट सच में हिंसा की धमकी देने की हमारी परिभाषा से मेल नहीं खाता है, और ये अकाउंट सस्पेंशन की असली वजह नहीं था.
उसके बाद मैट इस सस्पेंशन की वजह से समुदाय को हुए नुकसान को पहचानने से चूक गए. मैट उन LGBTQ+ लोगों की तरफ़ से बात नहीं करते हैं, जो Tumblr या Automattic को चलाने में मदद करते हैं और इन घटनाओं का जवाब तैयार करने के मामले में हमसे सलाह नहीं ली गई थी.
पिछले साल कुछ यूज़र की पोस्ट पर गलती सी "वयस्क" और "यौन थीम" समुदाय लेबल लगा दिए गए थे. ट्रांस से जुड़े कंटेंट पर गलत लेबल लगाने के इस बड़े ट्रेंड के लिए बाहर के कॉन्ट्रैक्टर की टीम ज़िम्मेदार थी जिन्हें पोस्ट पर समुदाय लेबल लगाने का काम सौंपा गया था. जब हमारी विश्वास और सुरक्षा टीम को इस मुद्दे का पता चला (काफ़ी हद तक समुदाय से मिली रिपोर्ट की वजह से), तो हमने कॉन्ट्रैक्ट पर रखी गई इस टीम से समुदाय लेबल लगाने की ताकत वापस ले ली और अपनी निगरानी बढ़��कर सुनिश्चित किया कि ऐसी घटना दोबारा ना घटे. LGBTQ+ स्टाफ़ ने इस बारे में स्टाफ़ पोस्ट में ज़्यादा पारदर्शीता की मांग की, लेकिन लीडरशिप ने इसे रद्द कर दिया. मूल आस्क जवाब में किसी कॉन्ट्रैक्टर की सेवा समाप्ति की जो बात कही गई थी, वो किसी और घटना के संबंध में थी, लेकिन उसे गलत ढंग से इस मामले के साथ जोड़ दिया गया था. हमें गलत लेबल किए जाने वाली घटना का और Tumblr पर ट्रांस समुदाय पर इसका जो बुरा असर पड़ा है, उसका अफ़सोस है.
ट्रांजीशन टाइमलाइन हमारे समुदाय दिशानिर्देशों के खिलाफ़ नहीं हैं और मॉडरेशन टीम ने सस्पेंशन और बाद की अपीलों पर चर्चा के दौरान इन पर ध्यान नहीं दिया था. हम ऐसे कंटेंट के खिलाफ़ कार्यवाही नहीं करते हैं, जो ट्रांजीशन करने या ट्रांस शरीरों से संबंधित है जब तक कि इसमें समुदाय दिशानिर्देशों का उल्लंघन शामिल ना हो.
जब ट्रांस लोगों के Tumblr पर ट्रांसफ़ोबिक कंटेंट दिखाई देने और धर्मांध यूज़र से इंटरैक्ट करने की बात आती है, तो हम आपकी निराशा को समझते और शेयर करते हैं. Tumblr की नीतियाँ और Automattic की नीतियाँ बोलने और अभिव्यक्ति की आज़ादी सुनिश्चित करने के लिए लिखी गई हैं. हम अपने समुदाय दिशानिर्देशों में परिभाषित अनुसार उत्पीड़न को वर्जित करते हैं, लेकिन हमें पता है कि ये नीति LGBTQ+ और दूसरे उपेक्षित लोगों के खिलाफ़ अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली नुकसानदायक बोली की व्यापक सीमा से यूज़र को सुरक्षित नहीं रख पाती है.
भविष्य में, Tumblr निम्नलिखित कार्यवाहियाँ करने वाला है:
उत्पीड़न-विरोधी सुविधाओं को ज़्यादा महत्व देना, जो यूज़र को और कारगर तरीके से खुद को उत्पीड़न से बचाने में सशक्त बनाएँगे.
स्टाफ़ के तौर पर हमारे लिए ज़्यादा आंतरिक टूलींग का निर्माण करना ताकि अग्रसक्रिय तरीके से उत्पीड़न की पहचान करके उन्हें कम किया जा सके.
ये रिव्यू करना कि ट्रांस समुदाय द्वारा अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले किन टैग को ब्लॉक किया गया है और अगले हफ़्ते उन्हें उपलब्ध कराने के लिए काम करना.
जिस तरीके से ये सबकुछ हुआ उसका हमें अफ़सोस है और हम और ज़ोरदार तरीके से अपनी बात दुनिया के सामने रखने और भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हो इसे सुनिश्चित करने के लिए सक्रियता से लड़ रहे हैं. हमें अपने खुद के अनुभव से मालूम है कि Tumblr यूज़र के तौर पर ऐसे हालातों से निपटना काफ़ी मुश्किल होता है, खासकर तब जब आप ऐसे समुदाय के सदस्य हैं जिसे पहले से ही बार-बार परेशान करने का निशाना बनाया जा रहा है. हम जानते हैं कि हमें आपका भरोसा फिर ��े जीतने में वक्त लगेगा, और हम वो भरोसा वापस जीतने के लिए सारी कोशिशें करने वाले हैं.
हम अपनी चिताएँ और असहमति व्यक्त करने के लिए दी गई जगह की सराहना करते हैं और हम आभारी हैं कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के प्रति मैट (और Automattic) की मज़बूत वचनबद्धता ने इस काम को आसान बनाया है.
हम Tumblr को हम सभी के लिए सुरक्षित बनाने के लिए अपनी ये लड़ाई जारी रखेंगे.
— ये बयान Tumblr और Automattic के कई ट्रांस कर्मचारियों ने मिलकर लिखा है.
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प्रधानमंत्री आवास योजना-2024(Pradhan Mantri Awas Yojana-2024) PM Awas Yojana Gramin / Urban full information
प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana-2024) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी Introduction: What is PM Awas Yojana) प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक योजना है जो गरीब लोगों के लिए आवास के सुविधाओं को सुलभ बनाने के लिए शुरू की गई है। यह योजना 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी प्रधानमंत्री आवास योजना, जिसका नाम सितंबर 2016 में इंदिरा आवास योजना से बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजना कर दिया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के गरीब लोगों को सस्ते आवास प्रदान करना है। प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana), जिसका नाम सितंबर 2016 में इंदिरा आवास योजना से बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजना कर दिया गया। इस योजना के तहत, सरकार गरीब लोगों को आवास के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य 2022 तक सभी को घर उपलब्ध करना है। इस के लिए सरकार 20 लाख घरो का निर्माण करवाएगी जिनमे से 18 लाख घर झुग्गी –झोपड़ी वाले इलाके में बाकि 2 लाख शहरों के गरीब इलाकों में किया जायेगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 तक देश के निम्न आय वर्ग (LIG), मध्यम आय वर्ग (MIG 1 और 2) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के नागरिकों को आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा था। देश के इच्छुक नागरिक आधिकारिक वेबसाइट pmaymis.gov.in पर जाकर PMAY ऑनलाइन फॉर्म 2024 के माध्यम से PMAY योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना-PM AWAS Yojana को 2 भागो मे बता गया है (PMAY-G) ग्रामीण एवं (PMAY-U) शहरी। लेकिन आज हम केवल प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) के बारे मे बात करेंगे। क्या है प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G):- प��रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है जो कि 2016 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू की गयी थी जिसे ��ब 2024 तक बढ़ा दी गयी है जिसका उद्देश्य 2024 तक देश के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों और कमजोर वर्गों को पक्के घर प्रदान करना है। Objective of Pradhan Mantri Awas Yojana प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना ऑनलाइन फॉर्म का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों को नरेंद्र मोदी प्रशासन द्वारा संचालित पीएमएवाई कार्यक्रम के तहत आवेदन करने की सुविधा प्रदान करना है। हमारे देश के ग्रामीण क्षेत्रो में रहने वाले आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के लोग जो अपना खुद का पक्का घर बनाना चाहते है लेकिन आर्थिक स्थिति कमज़ोर होने की वजह नहीं बना पाते लेकिन अब प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2024 के अंतर्गत उम्मीदवार नागरिक पीएमएवाई कार्यक्रम के तहत उपलब्ध आवास के लिए पीएमएवाई ऑनलाइन फॉर्म 2024 के माध्यम से 31 दिसंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। इच्छुक नागरिक प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। नागरिक अपनी पात्रता के अनुसार झुग्गीवासियों की श्रेणी एवं अन्य तीन घटकों के अंतर्गत आवेदन करके सस्ती दरों पर आवास प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के अनुसार आवास निर्माण दो उपक्रमो मे बांटा गया है जो स्व-घर योजना और एकल घर योजना हैं। 1. स्व-घर योजना:- स्व-घर योजना में, सरकार गरीब लोगों को सस्ते ब्याज दर पर घर खरीदने और घर बनाने के लिए ऋण प्रदान करती है। इसके तहत, घर के निर्माण के लिए ऋण देने के लिए सभी वित्तीय संस्थाओं को संबोधित किया जाता है। आइये इसे एक उदारहण से समझते है: स्व-घर योजना: उदाहरण: मान लीजिए कि श्री राम एक गरीब परिवार से हैं और उनकी वार्षिक आय 2 लाख रुपये है। उनके पास पहले से अपना घर नहीं है और उनके पास अपनी भूमि है। वे स्व-घर योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं और घर निर्माण के लिए 1.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। विस्तार: योजना के तहत, लाभार्थियों को घर निर्माण के लिए विभिन्न चरणों में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। पहली किस्त नींव डालने के लिए, दूसरी किस्त दीवारों के निर्माण के लिए, और तीसरी किस्त छत डालने के लिए प्रदान की जाती है। अतिरिक्त लाभ: योजना के तहत, लाभार्थियों को शौचालय निर्माण के लिए 12,000 रुपये और एलपीजी गैस कनेक्शन के लिए 5,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता भी प्रदान की जाती है। 2. एकल घर योजना:- एकल घर योजना में, सरकार गरीब लोगों को आवास के निर्माण या विस्तार के लिए सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, गरीब लोगों को BPL परिवारों को मिलने वाली आर्थिक मदद को 45,000 रुपये से बढ़ाकर 70,000 रुपये कर दिया गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में SC/ST/मुक्त बंधुआ मजदूर/अल्पसंख्यक /Non SC/ST/BPL कैटेगरी के 2.95 करोड़ लोगों को मार्च 2022 तक पक्का घर दिलाने के उदेश्य से लाया गया था। जिसकी डेडलाइन अब बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2024 कर दी गई है। आइये इसे भी एक उदारहण से समझते है: एकल घर योजना: उदाहरण: मान लीजिए कि श्रीमती सीता एक गरीब परिवार से हैं और उनकी वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये है। उनके पास पहले से अपना घर नहीं है और उनके पास घर खरीदने के लिए 20% राशि जमा है। वे एकल घर योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं और घर खरीदने के लिए 2.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। विस्तार: योजना के तहत, लाभार्थियों को घर खरीदने के लिए ब्याज मुक्त ऋण भी मिल सकता है। ऋण की अवधि 20 वर्ष तक होती है। अतिरिक्त लाभ: योजना के तहत, लाभार्थियों को घर खरीदने के लिए ��कनीकी सहायता भी प्रदान की जाती है। सरकार द्वारा लाभार्थियों को ��िभिन्न बैंकों और आवास वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में मदद की जाती है। स्व-घर योजना एवं एकल घर योजना के बीच अंतर योजना पात्रता लाभ स्व-घर योजना परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। परिवार के पास पहले से अपना घर नहीं होना चाहिए। परिवार के पास स्वयं की भूमि होनी चाहिए। घर निर्माण के लिए 1.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता। ब्याज मुक्त ऋण। तकनीकी सहायता। शौचालय निर्माण के लिए 12,000 रुपये। एलपीजी गैस कनेक्शन के लिए 5,000 रुपये। एकल घर योजना परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। परिवार के पास पहले से अपना घर नहीं होना चाहिए। परिवार के पास घर खरीदने के लिए 20% राशि जमा होनी चाहिए। घर खरीदने के लिए 2.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता। ब्याज मुक्त ऋण। तकनीकी सहायता। Read Also Aadhar Card Download Using Mobile Number: मोबाइल से आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करे- 2 तरीके PMGKAY | PMGKAY Extension 2023 | पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना सम्पूर्ण जानकारी PM Kisan Beneficiary Status List 2024 | PM Kisan Beneficiary Status Aadhar | Check Now Rajasthan LDC Vacancy 2024: 4200 पदों पर भर्ती नोटिफिकेशन जारी होगा Pradhan Mantri Awas Yojana-2024 का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा संचालित PMAY कार्यक्रम वर्ष 2015 में शुरू किया गया था, जिसके माध्यम से देश के निम्न-आय समूह (LIG), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और मध्यम-आय समूह (MIG 1 और 2) को कवर किया जा रहा है। है। केंद्र सरकार द्वारा 31 दिसंबर 2024 तक सभी संबंधित नागरिकों को किफायती आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। EWS LIG MIG I MIG II अधिकतम होम लोन राशि रु. 3 लाख तक रू 3-6 लाख 6-12 लाख रू रू 12-18 लाख ब्याज़ सब्सिडी 6.50% 6.50% 4.00% 3.00% अधिकतम ब्याज़ सब्सिडी राशि रु. 2,67,280 रु. 2,67,280 2,35,068 रू रु. 2,30,156 अधिकतम कारपेट एरिया 30 Sq. m. 60 Sq. m. 160 Sq. m. 200 Sq. m. Pradhan Mantri Awas Yojana-2024 के लाभ एवं विशेषताए इस योजना के तहत मिलने वाली राशि और सब्सिडी राशि डायरेक्ट उम्मीदवार के बैंक खाते में आएगी जो कि आधार कार्ड से लिंक होगा जिससे कि उसे इसका सम्पूर्ण फायदा मिल सके। प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले पक्के मकान 25 स्कार मीटर (लगभग 270 स्कार फिट) के होंगे जो की पहले से बड़ा दिए गए है पहले इनका आकर 20 स्कार मीटर (लगभग 215 स्कार फिट) तय किया गया था। इस योजना में लगने वाला खर्चा केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा मिलकर किया जायेगा । मैदानी क्षेत्रोँ में इस शेयर की जाने वाली राशि का अनुपात 60:40 होगा वहीं उत्तर-पूर्व और हिमालय वाले तीन राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में यह अनुपात 90:10 होगा। प्रधान मंत्री आवास योजना को स्वच्छ भारत योजना से भी जोड़ा गया है इसके अंतर्गत बनने वाले शौचालयो के लिए स्वच्छ भारत योजना के तहत 12,000 रूपए अलग से आवंटित किये जायेंगे। इस योजना के तहत यदि लाभार्थी चाहे तो 70 हजार रुपय का लोन भी ले सकता है जो की बिना ब्याज के होगा जिस क़िस्त रूप में पु��ः भरना होगा जो की उसे विभिन्न फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट से अप्लाई करके लेना होगा। शहरी चैत्र में उम्मीदबार 70 हजार से अधिक लोन ले सकता है जो की बहुत ही काम ब्याज डरो पर उपलभ्ध होगा। लोन केटेगरी LIG, HIG, MIG केटेगरी के हिसाब से मिलेगी । लाभार्थी को संपूर्ण सुविधा जैसे टॉयलेट, पीने का पानी, बिजली, सफाई खाना बनाने के लिए धुआ रहित ईंधन, सोशल और तरल अपशिष्टो से निपटने के लिए इस योजना को अन्य योजनाओं से जोड़ा भी गया है। प्रधान मंत्री आवास योजना को पहले इंदिरा आवास योजना के नाम से जाना जाता था । प्रधानमंत्री आवास योजना 2024 का बदलाव है? प्रिय पाठको पीएमएवाई कार्यक्रम के तहत आवेदन करने एवं होम लोन सब्सिडी प्राप्त करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2022 थी और क्रेडिट लिंक सब्सिडी योजना सीएलएसएस के तहत एमआईजी (I और II) श्रेणी के लिए अंतिम तिथि 31 मार्च 2021 थी। अब केंद्र सरकार द्वारा आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है। देश के इच्छुक नागरिक अब 31 दिसंबर, 2024 से पहले प्रधान मंत्री आवास योजना ऑनलाइन फॉर्म 2024 के माध्यम से आवेदन करके पीएमएवाई कार्यक्रम के तहत लाभ प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना 2024 का प्रमुख लक्ष्य है कि गरीब, पिछड़े, असहाय और सामाजिक रूप से पिछड़ा हुआ भारतीय नागरिकों को स्वनिर्धारित, सुरक्षित और स्थायी मकान प्रदान किया जाए। इसके अलावा, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को होम लोन सब्सिडी के माध्यम से मकान में स्थिरता और सुरक्षा की प्रदान की जाए। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2023 ऑनलाइन आवेदन के लिए पात्रता Eligibility for Pradhan Mantri Gramin Awas Yojana 2023 online application. LIG/EWS (कम आय वाला वर्ग) - वह लाभार्थी 6.5% की ब्याज की सब्सिडी के पात्र हैं जिनकी आय या पात्रता नीचे बतायी गयी है। - घर का सह-स्वामित्व परिवार की महिला सदस्य के पास होना चाहिए। - लाभार्थी के परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रूपये से 6 लाख होनी चाहिए। यहाँ परिवार में पति पत्नी, अविवाहित बेटे या अविवाहित बेटियां होनी चाहिए। मध्यम आय वाली 2 श्रेणी -MIG I व MIG II - MIG II के लिए 12 लाख से 18 लाख वार्षिक आय होनी चाहिए. - MIG I के लिए लाभार्थी की वार्षिक आय 6 लाख से 12 लाख रूपये के मध्य होनी चाहिए. - नौकरी करने वाले ब्यक्ति को एक अलग परिवार के रूप में माना जायेगा. चाहे शादीहो रखी हो या ना हो रखी हो. - इनमे भी घर का सह- स्वामित्व महिला के पास होना चाहिए. - MIG I के अंतर्गत लाभार्थी उम्मीदवार 4% की सब्सिडी का लाभ उठा सकता है. तथा MIG II के अंतर्गत उम्मीदवार 3 % की सब्सिडी प्राप्त कर सकता है. घर के एरिया का स्क्वायर - केंद्र सरकार ने मध्यम आय वाले जो पहले वर्ग में आते हैं उनका कार्पेट एरिया 120 वर्ग मीटर था जिसे सरकार ने बढाकर अब 1 घर का कार्पेट 160 वर्ग मीटर कर दिया है। - मध्यम आय वाले जो दुसरे वर्ग में आतें हें उनका कारपेट एरिया पहले 150 था जिसे सरकार ने बढाकर 200 वर्ग मीटर कर दिया है। प्रधानमंत्री आवास योजना 2024 की पात्रता में किए गए बदलाव आय सीमा: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 6 लाख रुपये प्रति वर्ष (नई) लोअर इनकम ग्रुप (LIG): 6 लाख रुपये से 12 लाख रुपये प्रति वर्ष (नई) मिडिल ��नकम ग्रुप I (MIG I): 12 लाख रुपये से 18 लाख रुपये प्रति वर्ष (नई) मिडिल इनकम ग्रुप II (MIG II): 18 लाख रुपये से 24 लाख रुपये प्रति वर्ष (नई) अन्य पात्रता मानदंड: आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए। लाभार्थी परिवार के पास पक्का घर नहीं होना चाहिए। भारत सरकार या राज्य सरकार द्वारा किसी भी आवासीय योजना का लाभ प्राप्त नहीं किया जा रहा हो। आवेदक के पास पहले से कोई पक्का मकान नहीं होना चाहिए। आवेदक के पास शहरी क्षेत्र में रहने का प्रमाण होना चाहिए। आवेदक के पास आधार कार्ड होना चाहिए। नए बदलाव: EWS श्रेणी के लिए आय सीमा को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 6 लाख रुपये प्रति वर्ष किया गया है। LIG, MIG I और MIG II श्रेणी के लिए आय सीमा में भी वृद्धि की गई है। अब, विधवा और तलाकशुदा महिलाएं भी योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं। योजना के तहत आवेदन करने के लिए परिवार में कम से कम एक महिला सदस्य होना अनिवार्य नहीं है। अब, आवेदक ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी: Pradhan Mantri Awas Yojana (PMAY) की आधिकारिक वेबसाइट: https://pmayg.nic.in PMAY हेल्पलाइन नंबर: 1800-11-6446 यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये पात्रता मानदंड केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए हैं। राज्य सरकारें अपनी पात्रता मानदंड भी निर्धारित कर सकती हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (पीएमएवाई) के लिए आवश्यक दस्तावेज Required Documents for Pradhan Mantri Awas Yojana-2024 (PMAY-G) - आधार कार्ड - निवास प्रमाण पत्र - आय प्रमाण पत्र - आयु प्रमाण पत्र - मोबाइल नंबर - बैंक पासबुक - पासपोर्ट साइज फोटो आय प्रमाण पत्र के लिए: वेतन पर्ची (नवीनतम 3 महीने) आयकर रिटर्न (पिछले वर्ष) बैंक खाता विवरण (पिछले 6 महीने) निवास प्रमाण पत्र के लिए: बिजली बिल पानी का बिल राशन कार्ड मतदाता पहचान पत्र परिवार के सदस्यों का विवरण: परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड परिवार के सभी सदस्यों का जन्म प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) बैंक खाता विवरण: बैंक खाता पासबुक बैंक खाता विवरण (पिछले 6 महीने) अन्य दस्तावेज: जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये आवश्यक दस्तावेज केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए हैं। राज्य सरकारें अपने आवश्यक दस्तावेज भी निर्धारित कर सकती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) 2024 के तहत लाभ: PMAY 2024 के तहत, लाभार्थियों को घर बनाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी। सब्सिडी की राशि लाभार्थी की आय और परिवार के आकार के आधार पर होगी। PMAY 2024 के तहत, लाभार्थियों को घर बनाने के लिए बैंक ऋण भी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए। लाभार्थी परिवार के पास पक्का घर नहीं होना चाहिए। भारत सरकार या राज्य सरकार किसी भी आवासीय योजना का लाभ प्राप्त न किया जा रहा हो। ईडब्ल्यूएस के लिए लाभार्थी की वार्षिक आय 6 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। LIG के तहत आने वाले लाभार्थी की सालाना आय 6 लाख रुपए से अधिक और 12 लाख रुपए से कम होनी चाहिए। MIG-I के लाभार्थी की सालाना आय 12 लाख या 18 लाख से कम होनी चाहिए। MIG-II के लिए लाभार्थी की सालाना आय 18 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें ? How to Apply for Pradhan Mantri Awas Yojana-2024 प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए, आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं: 1. PMAY-G की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: वेबसाइट: https://pmayg.nic.in/ भाषा: हिंदी या अंग्रेजी 2. "नागरिक पंजीकरण" लिंक पर क्लिक करें: यह आपको पंजीकरण फॉर्म पर ले जाएगा। 3. पंजीकरण फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें: अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, ��ैंक खाता विवरण, और अन्य आवश्यक जानकारी। ध्यान दें: सभी जानकारी सही और पूर्ण होनी चाहिए। 4. "सबमिट" बटन पर क्लिक करें: आपका पंजीकरण फॉर्म जमा हो जाएगा। 5. "आवेदन करें" लिंक पर क्लिक करें: यह आपको आवेदन फॉर्म पर ले जाएगा। 6. आवेदन फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें: अपना पंजीकरण संख्या, परिवार की जानकारी, घर की स्थिति, और अन्य आवश्यक जानकारी। आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें: आधार कार्ड बैंक खाता पासबुक आय प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र निवास प्रमाण पत्र भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र 7. "सबमिट" बटन पर क्लिक करें: आपका आवेदन फॉर्म जमा हो जाएगा। 8. अगर आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है, तो "अडवांस सर्च" विकल्प पर क्लिक करें। सभी आवश्यक विवरण प्रदान करें, प्लान प्रकार चुनें, और फिर सबमिट बटन पर क्लिक करें। 8. आवेदन की स्थिति की जांच करें: आप अपनी पंजीकरण संख्या और मोबाइल नंबर का उपयोग करके आवेदन की स्थिति की जांच कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए PMAY-G की आधिकारिक वेबसाइट: https://pmayg.nic.in/ अथवा PMAY-G हेल्पलाइन नंबर: 1800-11-6446 पर संपर्क कर सकते है। यह जानकारी आपको PMAY-G 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में मदद करेगी। अतिरिक्त जानकारी: आप PMAY-G के लिए ग्राम पंचायत, ग्राम विकास अधिकारी (VDO), या ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO) के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं। PMAY-G के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए, आपके आवेदन को स्वीकृत किया जाना चाहिए। आवेदन स्वीकृत होने के बाद, आपको घर निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। सभी दस्तावेजों को सत्यापित करने के बाद, आपका आवेदन पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद, आपको आवेदन स्थिति के बारे में अपडेट मिलेगा। इस प्रक्रिया ��े अलावा, आप प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन करने के लिए अपने नजदीकी आवास वितरण कार्यालय या नगर निगम के आवास विभाग में भी जा सकते हैं। वहाँ, आपको आवेदन पत्र जमा करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ संपर्क करना होगा। आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद, आपका आवेदन समीक्षित किया जाएगा और आपको सूचित किया जाएगा कि आपका आवेदन स्वीकृत हुआ है या नहीं। इसके बाद, आपको निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा और आपको एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा इस प्रकार आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं आप आवेदन पत्र भरने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया का पूरा अनुभव कर सकते हैं। आवेदन करने से पहले, आपको सभी आवश्यक दस्तावेजों को तैयार रखना होगा। इस योजना के माध्यम से, आप अपने सपनों के घर का सपना पूरा कर सकते हैं और एक बेहतर जीवन जी सकते है प्रधानमंत्री आवास योजना (pm awas yojana) मे आवेदन कैसे करे तो इस विडियो को देख सकते है। https://www.youtube.com/watch?v=7ROT67tpYx4&ab_channel=DigitalSahayata इस लेख से संबन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) Q.1 how to apply pm awas yojana ? To apply for the Pradhan Mantri Awas Yojana (PMAY), follow these steps. 1. Visit the official PMAY website. 2. Click on the "Apply Now" button. 3. Fill out the application form with accurate details. 4. Upload the required documents. 5. Submit the application. 6. Keep track of your application status through the portal. 7. Await further instructions from the authorities. Q.2 how to apply for pmay, how to check pmay status? To apply for PMAY, visit the official website and fill out the application form. To check the status of your PMAY application, you can log in to your account on the PMAY portal. Q.3 आवास योजना के फॉर्म कब भरे जाएंगे 2024? 2024 में प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana-PMAY) के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है ओर last date 31 dec. 2024 है। Q. 4 प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त कब आएगी 2024? प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त 2024 में आपके आवेदन स्वीकृति, दस्तावेज सत्यापन और घर निर्माण प्रगति के आधार पर 3-6 महीने के भीतर आ सकती है। Q.5 2024 में PMAY सब्सिडी की आखिरी तारीख क्या है? 31 December 2024 दोस्तो इस पोस्ट से संबन्धित कोई समस्या हो तो आप हमे comment कर सकते है या फिर social Meida द्वारा भी संपर्क कर सकते है। आप हमारे Telegram ओर Whats App द्वारा भी इस पुस्तक को प्राप्त कर सकते है Join WhatsApp Group Click Here Join Telegram Click Here Join Facebook Page Click Here Read the full article
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बॉबी भैया से चुदने गई पति को सुला कर
Best Desi Sex Tips ज़िंदगी में कई बार कुछ गलत करना पड़ जाता है। लोगों को लगता है की फलाना गलत कर रहा है या कर रही है पर लोग ये समझते हैं या सोचते हैं की आखिर ऐसा क्या हुआ था की गलत करने को मजबूर हुआ। लोग अंदर की बात नहीं जानते हैं। Best Desi Sex Tips मेरा पति कर्ज के बोझ में दबा हुआ इस वजह से वो रात को दारू बहुत पीता है। और इससे मेरी सेक्स लाइफ बहुत ही ज्यादा ख़राब हो गई है। मेरी सेक्स लाइफ…
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दिल्ली में अफगान दूतावास बंद होने से क्यों टेंशन में पाकिस्तान? भारत के तालिबानी दांव से दहशत
काबुल/इस्लामाबाद: नई दिल्ली स्थित अफगानिस्तान के दूतावास ने काम करना बंद कर दिया है। अफगान दूतावास ने एक बयान जारी करके कहा कि वह कर्मचारियों और संसाधनों की वजह से देश के लोगों की सेवा नहीं कर पाएगा। भारत अब इस अफगान दूतावास का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेगा। अफगान दूतावास ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है जब तालिबान के अफगानिस्तान के ऊपर कब्जा करने के 2 साल पूरे हो गए हैं। भारत ने अभी तक तालिबान की सरकार को मान्यता नहीं दिया है। पर अब तक अशरफ गनी सरकार के समय तैनात रहे राजनयिकों का ही कब्जा था। भारत ने उन्हें काम करने की पूरी आजादी दी थी। अब भारत में अफगान दूतावास बंद हो गया है जिससे पाकिस्तान की टेंशन बढ़ गई है। आइए समझते हैं पूरा मामलाअफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद पाकिस्तान, चीन समेत कई देशों ने तालिबानी राजनयिकों को अफगान दूतावासों में तैनात किए जाने को मंजूरी दे दी। भारत ने इससे अब तक परहेज किया था। पिछले दिनों अफगान दूतावास में सत्ता को लेकर संघर्ष शुरू हो गया था। तालिबान के नियुक्त किए गए एक प्रभारी राजनयिक कादिर शाह ने वर्तमान राजदूत मामूंदजय को हटाने की कोशिश की थी। बाद में दूतावास ने एक बयान जारी करके कहा कि उसके नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं हुआ है। कादिर ने भारतीय विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर अपनी दावेदारी का दावा भी किया था। अफगान दूतावास ने भारत पर लगाए आरोप अब अफगान दूतावास ने अपने ताजा बयान में दावा किया कि उनके कर्मचारियों में आंतरिक मतभेद चल रहा था। यह भी कहा कि इस संकट का इस्तेमाल राजनयिक किसी तीसरे देश में शरण हासिल करने के लिए कर रहे हैं। अफगान दूतावास ने अपने बयान में भारत पर आ���ोप लगाया कि उसने समर्थन देना बंद कर दिया है। उसने दावा किया कि इसकी वजह से अफगान दूतावास के कर्मचारी काम नहीं कर पा रहे हैं। भारत ने अब तक अफगान दूतावास के आरोप पर जवाब नहीं दिया है। उधर, पाकिस्तान में अफगान दूतावास के बंद होने को भारत और तालिबान के बीच बढ़ती दोस्ती से जोड़कर देखा जा रहा है। पाकिस्तानी विश्लेषक कामरान युसूफ का कहना है कि अफगानिस्तान में तालिबान का राजा आया था, तब पाकिस्तान ने इसे अपनी भारत के खिलाफ बड़ी जीत माना था। उन्होंने कहा कि अब दो सालों में भारत ने तालिबान के साथ दोस्ती को मजबूत किया है, वहीं पाकिस्तान और तालिबान के बीच जंग जैसे हालात हैं। भारत की मदद तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब और तालिबान के विदेश उपमंत्री शेर मोहम्मद मदद कर रहे हैं। भारत ने अपने दूतावास में टेक्निकल मिशन को फिर से खोल दिया है। इसके लिए तालिबान ने खुद ही भारत को बुलाया। तालिबान को इस पर भी कोई दिक्कत नहीं है कि भारत अपने विकास वाले प्रॉजेक्ट को फिर से शुरू करे। तालिबान और भारत की दोस्ती से पाकिस्तान परेशान कामरान दावा करते हैं कि आने वाले दिनों में भारत इस दूतावास को तालिबान के राजनयिकों को सौंप देगा। उन्होंने कहा कि भारत और तालिबान के बीच रिश्ते अब निर्णायक मोड़ पर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तालिबान और पाकिस्तान के बीच हालात बहुत ही खराब हैं। चित्राल में तो तालिबान के समर्थन वाले टीटीपी ने 300 की संख्या में पाकिस्तानी इलाके पर धावा बोला था। उन्होंने कहा कि तालिबान की वजह से पाकिस्तान दुनिया में बदनाम हुआ और अब वे भारत के साथ खामोशी से दोस्ती बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी रक्षा अधिकारियों का मानना है कि तालिबानी भारत के साथ दोस्ती करके गेम खेल रहे हैं ताकि पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाया जाय। मुल्ला याकूब भारत के साथ दोस्ती को मजबूत करना चाहता है। इसी वजह से ये घटनाक्रम हो रहा है। http://dlvr.it/Swszxl
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( हजरत मुहम्मद ﷺ के अल्लाह के पैग़म्बर होने के सबूत।
अबू-लहब और उसकी बीवी के बारे में पेशनगोई )
जब मुहम्मद ﷺ ने मक्का में अपने करीबी लोगों को दावत देनी शुरू की तो उनमें मुहम्मद ﷺ की सबसे ज्यादा मुखालिफत आप ﷺ के सगे चचा ने की, जिसका नाम अबू-लहब था और ये मुहम्मद ﷺ की दुश्मनी में हद से गुज़र गया था और उसका रवैया इस्लाम की राह में एक बड़ी रुकावट बन रहा था। और अबू लहब का साथ उसकी बीवी भी बखूबी दे रही थी।
ऐसे माहौल में कुरआन दावा करता है कि अबू लहब और उसकी बीवी आग में जाने वाली है। यानी वह दोनो मुहम्मद ﷺ पर ईमान नहीं लाएंगे और जहन्नुम का ईंधन बनेंगे।
تَبَّتۡ یَدَاۤ اَبِیۡ لَہَبٍ وَّ تَبَّ ؕ﴿۱﴾ مَاۤ اَغۡنٰی عَنۡہُ مَالُہٗ وَ مَا کَسَبَ ؕ﴿۲﴾ سَیَصۡلٰی نَارًا ذَاتَ لَہَبٍ ۚ﴿ۖ۳﴾ وَّ امۡرَاَتُہٗ ؕ حَمَّالَۃَ الۡحَطَبِ ۚ﴿۴﴾ فِیۡ جِیۡدِہَا حَبۡلٌ مِّنۡ مَّسَدٍ
"टूट गए अबू-लहब के हाथ और नामुराद हो गया वो। उसका माल और जो कुछ उसने कमाया वो उसके किसी काम न आया। ज़रूर वो शोलाज़न आग में डाला जाएगा और (उसके साथ) उसकी जोरू भी, लगाई-बुझाई करनेवाली, उसकी गर्दन में मूँझ की रस्सी होगी।"
[कुरआन 111:1-5]
कुरआन में इन आयतों क�� नाजिल होने के कई साल बाद तक अबू लहब और उसकी बीवी दोनो जिंदा रहे लेकिन दोनों में से एक भी मुहम्मद ﷺ पर ईमान लाकर आप ﷺ की पेशनगोई को झूठा साबित नहीं कर सके। यहां तक की अबू लहब को मक्का के सरदारों ने मशवरा भी दिया था कि आप मुहम्मद ﷺ पर सिर्फ झूठा ईमान ले आए यानी कि सिर्फ ज़बान से कह दे और उसको दिल से तस्लीम न करें जिससे मुहम्मद ﷺ की पेशनगोई झूठी साबित हो जायेगी और लोग उन पर भरोसा नहीं करेंगे और लोग मुहम्मद ﷺ पर ईमान नहीं लाएंगे जिससे हमारा दीन बचा रह जायेगा। लोगों के इस मशवरे के बाद भी अबू लहब मुहम्मद ﷺ पर ईमान नहीं लाया और मरते दम तक अपने मुशरीकाना दीन पर कायम रहा।
इन आयतों के नाजिल होने के इतने साल बाद तक भी अबू लहब का ईमान न लाना इस बात का सबूत है कि ये पेशनगोई अल्लाह की तरफ से थी जो कि मुहम्मद ﷺ के सच्चे पैगम्बर होने का जीता जागता सबूत है।
अब आइए उस दौर के पसमंज़र पर भी एक नजर डाल लेते है जब अबू लहब के बारे में ये आयतें नाजिल हुई।
क़ुरआन मजीद में ये एक ही मक़ाम है जहाँ इस्लाम दुश्मनों में से किसी शख़्स का नाम लेकर उसकी मज़म्मत की गई है, हालाँकि मक्के में भी, और हिजरत के बाद मदीना में भी बहुत-से लोग ऐसे थे जो इस्लाम और मुहम्मद (ﷺ) की दुश्मनी में अबू-लहब से किसी तरह कम न थे। सवाल ये है कि इस शख़्स की वो क्या ख़ुसूसियत थी जिसकी बिना पर उसका नाम लेकर उसकी मज़म्मत की गई? इस बात को समझने के लिये ज़रूरी है कि उस वक़्त के अरबी मुआशरे को समझा जाए, और उसमें अबू-लहब के किरदार को देखा जाए।
पुराने ज़माने में चूँकि पूरे मुल्के-अरब में हर तरफ़ बदअमनी, ग़ारत गरी और अनारकी फैली हुई थी, और सदियों से हालत ये थी कि किसी शख़्स के लिये उसके अपने ख़ानदान और ख़ूनी रिश्तेदारों की हिमायत के सिवा जान व माल और इज़्ज़त व आबरू के तहफ़्फ़ुज़ की कोई ज़मानत न थी, इसलिये अरबी समाज की अख़लाक़ी क़दरों में रिश्तेदारों के साथ हुस्ने-सुलूक को बड़ी अहमियत हासिल थी, और रिश्तों के काटने को बहुत बड़ा पाप समझा जाता था। अरब की इन्हीं रिवायतों का ये असर था कि मुहम्मद ﷺ जब इस्लाम की दावत लेकर उठे तो क़ुरैश के दूसरे ख़ानदानों और उनके सरदारों ने तो मुहम्मद ﷺ की शदीद मुख़ालिफ़त की, मगर बनी-हाशिम और बनी-मुत्तलिब (हाशिम के भाई मुत्तलिब की औलाद) ने न सिर्फ़ ये कि आपकी मुख़ालिफ़त नहीं की, बल्कि वो खुल्लम-खुल्ला आपकी हिमायत करते रहे, हालाँकि उनमें से अक्सर लोग आपकी नुबूवत पर ईमान नहीं लाए थे। क़ुरैश के दूसरे ख़ानदान ख़ुद भी मुहम्मद ﷺ के इन ख़ूनी रिश्तेदारों की हिमायत को अरब की अख़लाक़ी रिवायतों के ठीक मुताबिक़ समझते थे, इसी वजह से उन्होंने कभी बनी-हाशिम और बनी-मुत्तलिब को ये ताना नहीं दिया कि तुम एक-दूसरा दीन पेश करनेवाले शख़्स की हिमायत करके अपने बाप-दादा से चले आ रहे दीन से फिर गए हो। वो इस बात को जानते और मानते थे कि अपने ख़ानदान के एक फ़र्द को वो किसी हालत में उसके दुश्मनों के हवाले नहीं कर सकते, और उनका अपने रिश्तेदार की पीठ को मज़बूत करना क़ुरैश और अहले-अरब, सबके नज़दीक बिलकुल एक फ़ितरी मामला था।
इस अख़लाक़ी उसूल को, जिसे ज़मानाए-जाहिलियत में भी अरब के लोग एहतिराम के लिए ज़रूरी समझते थे, सिर्फ़ एक शख़्स ने इस्लाम की दुश्मनी में तोड़ डाला, और वो था अबू-लहब-बिन-अब्दुल-मुत्तलिब। ये मुहम्मद ﷺ का चचा था। मुहम्मद ﷺ के वालिद मोहतरम और ये एक ही बाप के बेटे थे। अरब में चचा को बाप की जगह समझा जाता था, ख़ुसूसन जबकि भतीजे का बाप वफ़ात पा चुका हो तो अरबी मुआशरे में चचा से ये उम्मीद की जाती थी कि वो भतीजे को अपनी औलाद की तरह प्यारा रखेगा। लेकिन इस शख़्स ने इस्लाम की दुश्मनी और कुफ़्र की मुहब्बत में इन तमाम अरबी रिवायतों को पामाल कर दिया।
इब्ने-अब्बास (रज़ि०) से बहुत-सी सनदों के साथ ये रिवायत मुहद्देसीन ने नक़ल की है कि जब मुहम्मद (ﷺ) को दावते-आम पेश करने का हुक्म दिया गया और क़ुरआन मजीद में ये हिदायत नाज़िल हुई कि आप अपने क़रीब तरीन रिश्तेदारों को सबसे पहले अल्लाह के अज़ाब से डराएँ तो आपने सुबह सवेरे सफ़ा पहाड़ी पर चढ़कर बुलन्द आवाज़ से पुकारा, "हाय सुबह की आफ़त!"
मक्का में अबू-लहब मुहम्मद (ﷺ) का सबसे क़रीबी पड़ौसी था। दोनों के घर के बीच में एक दीवार थी। उसके अलावा हकम-बिन-आस (मरवान का बाप), उक़्बा-बिन-मुऐत, अदी-बिन-हम्रा और इब्नुल-असदाइल-हुज़्ली भी आपके पड़ौसी थे। ये लोग घर में भी हुज़ूर को चैन नहीं लेने देते थे। मुहम्मद ﷺ कभी नमाज़ पढ़ रहे होते तो ये ऊपर से बकरी का ओझ आपपर फेंक देते। कभी सेहन में खाना पक रहा होता तो ये हंडिया पर गन्दगी फेंक देते। मुहम्मद (ﷺ) बाहर निकलकर उन लोगों से फ़रमाते ऐ बनी-अब्द-मनाफ़! ये कैसा पड़ौस है? अबू-लहब की बीवी उम्मे-जमील (अबू-सुफ़ियान की बहन) ने तो ये मुस्तक़िल आदत ही बना ली थी कि रातों को आपके घर के दरवाज़े पर ख़ारदार झाड़ियाँ लाकर डाल देती, ताकि सुबह सवेरे जब आप या आपके बच्चे बाहर निकलें तो कोई काँटा पाँव में चुभ जाए। [बैहक़ी, इब्ने-अबी-हातिम, इब्ने-जरीर, इब्ने-असाकिर, इब्ने-हिशाम]
नुबूवत से पहले मुहम्मद ﷺ की दो बेटियाँ अबू-लहब के दो बेटों उत्बा और उतैबा से ब��याही हुई थीं। नुबूवत के बाद जब मुहम्मद (ﷺ) ने इस्लाम की तरफ़ दावत देनी शुरू की तो इस शख़्स ने अपने दोनों बेटों से कहा कि मेरे लिये तुमसे मिलना हराम है अगर तुम मुहम्मद (ﷺ) की बेटियों को तलाक़ न दे दो। चुनांचे दोनों ने तलाक़ दे दी। और उतैबा तो जहालत में इतना आगे बढ़ गया कि एक दिन हुज़ूर के सामने आकर उसने कहा कि मैं 'अन-नजमि इज़ा हवा' और 'अल-लज़ी दना फ़तदल्ला' का इनकार करता हूँ, और ये कहकर उसने मुहम्मद ﷺ की तरफ़ थूका जो आप पर नहीं पड़ा।
मुहम्मद ﷺ ने फ़रमाया: "ख़ुदाया, इस पर अपने कुत्तों में से एक कुत्ते को मुसल्लत कर दे।"
इसके बाद उतैबा अपने बाप के साथ शाम के सफ़र पर रवाना हो गया। दौराने-सफ़र में एक ऐसी जगह क़ाफ़ले ने पड़ाव किया जहाँ मक़ामी लोगों ने बताया कि रातों को दरिन्दे आते हैं। अबू-लहब ने अपने साथ क़ुरैश के लोगों से कहा कि मेरे बेटे की हिफ़ाज़त का कुछ इन्तिज़ाम करो, क्योंकि मुझे मुहम्मद ﷺ की बद्दुआ का डर है। इस पर क़ाफ़िले वालों ने उतैबा के चारों तरफ़ ऊँट बिठा दिये और पड़कर सो गए। रात को एक शेर आया और ऊँटों के हलक़े में से गुज़रकर उसने उतैबा को फाड़ खाया।
अबू लहब के नफ़्स की गन्दगी का ये हाल था कि जब मुहम्मद ﷺ के बेटे हज़रत क़ासिम के बाद दूसरे बेटे हज़रत अब्दुल्लाह का भी इन्तिक़ाल हो गया तो ये अपने भतीजे के ग़म में शरीक होने के बजाय ख़ुशी-ख़ुशी दौड़ा हुआ क़ुरैश के सरदारों के पास पहुँचा और उनको ख़बर दी कि लो आज मुहम्मद ﷺ बेनामो-निशाँ हो गए।
मुहम्मद ﷺ जहाँ-जहाँ भी इस्लाम की दावत देने के लिये तशरीफ़ ले जाते, ये आपके पीछे-पीछे जाता और लोगों को मुहम्मद ﷺ की बात सुनने से रोकता।
रबीआ-बिन-अब्बादुद्देली बयान करते हैं कि मैं नई उम्र का लड़का था जब अपने बाप के साथ ज़ुल-मजाज़ के बाज़ार में गया। वहाँ मैंने मुहम्मद ﷺ को देखा कि, "आप कह रहे थे लोगो, कहो, अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं है, फ़लाह पाओगे। और आपके पीछे-पीछे एक शख़्स कहता जा रहा था कि ये झूठा है, बाप-दादा के दीन से फिर गया है। मैंने पूछा ये कौन शख़्स है? लोगों ने कहा ये इनका चचा अबू-लहब है।" [मुसनद अहमद, बैहक़ी]
दूसरी रिवायत इन्हीं हज़रत रबीआ से ये है कि मैंने मुहम्मद ﷺ को देखा कि आप एक-एक क़बीले के पड़ाव पर जाते हैं और फ़रमाते हैं, "ऐ बनी फ़ुलॉ, मैं तुम्हारी तरफ़ अल्लाह का रसूल हूँ। तुम्हें हिदायत करता हूँ कि सिर्फ़ अल्लाह की इबादत करूँ जिसके लिये अल्लाह ने मुझे भेजा है। आपके पीछे-पीछे एक और शख़्स आता है और वो कहता है कि ऐ बनी-फ़ुलां, ये तुम को लात और उज़्ज़ा से फेर कर उस बिदअत और गुमराही की तरफ़ ले जाना चाहता है जिसे ये लेकर आया है। इसकी बात ��रगिज़ न मानो और इसकी पैरवी न करो। मैंने अपने बाप से पूछा ये कौन है। उन्होंने कहा ये इनका चचा अबू-लहब है।" [मुसनद अहमद, तबरानी]
तारिक़-बिन-अब्दुल्लाह अल-मुहारिबी की रिवायत भी इसी से मिलती-जुलती है। वो कहते हैं मैंने ज़ुल-मजाज़ के बाज़ार में देखा कि मुहम्मद ﷺ लोगों से कहते जाते हैं कि, "लोगो, ला-इलाहा इल्लल्लाह कहो, फ़लाह पाओगे। और पीछे एक शख़्स है जो आपको पत्थर मार रहा है, यहाँ तक कि आप की एड़ियाँ ख़ून से तर हो गई हैं, और वो कहता जाता है कि ये झूठा है, इसकी बात न मानो। मैंने लोगों से पूछा ये कौन है? लोगों ने कहा ये इनका चचा अबू-लहब है।" [तिर्मिज़ी]
नुबूवत के सातवें साल जब क़ुरैश के तमाम ख़ानदानों ने बनी-हाशिम और बनी-अब्दुल-मुत्तलिब का मुआशरती और मुआशी मुक़ातिआ किया और ये दोनों ख़ानदान मुहम्मद ﷺ की हिमायत पर साबित क़दम रहते हुए शेबे-अबी-तालिब में क़ैद हो गए तो अकेला यही अबू-लहब था जिसने अपने ख़ानदान का साथ देने के बजाए क़ुरैश के काफ़िरों का साथ दिया। ये बॉयकॉट तीन साल तक जारी रहा और इस दौरान में बनी-हाशिम और बनी-अल-मुत्तलिब पर फ़ाक़ों की नौबत आ गई। मगर अबू-लहब का हाल ये था कि जब मक्का में कोई तिजारती क़ाफ़िला आता और शेबे-अबी-तालिब के क़ैदियों में से कोई ख़ुराक का सामान ख़रीदने के लिये उसके पास जाता तो ये ताजिरों से पुकार कर कहता कि इनसे इतनी क़ीमत माँगो कि ये ख़रीद न सकें, तुम्हें जो ख़सारा भी होगा उसे में पूरा करूँगा। चुनांचे वो बेतहाशा क़ीमत तलब करते और ख़रीदार बेचारा अपने भूख से तड़पते हुए बाल-बच्चों के पास ख़ाली हाथ पलट जाता। फिर अबू-लहब उन्हीं ताजिरों से वही चीज़ें बाज़ार के भाव ख़रीद लेता। [इब्ने-सअद , इब्ने-हिशाम]
ये अबू लहब की हरकतें थीं जिनकी बिना पर उपर की आयतों में नाम लेकर इसकी मज़म्मत की गई। ख़ास तौर पर इसकी ज़रूरत इसलिये थी कि मक्का से बाहर के अहले-अरब जो हज के लिये आते, या मुख़तलिफ़ मक़ामात पर लगने वाले बाज़ारों में जमा होते, उनके सामने जब मुहम्मद ﷺ का अपना चचा आपके पीछे लग कर आपकी मुख़ालिफ़त करता, तो वो अरब की जानी पहचानी रिवायत के लिहाज़ से ये बात उम्मीद के ख़िलाफ़ समझते थे कि कोई चचा बिलावजह दूसरों के सामने ख़ुद अपने भतीजे को बुरा भला कहे और उसे पत्थर मारे और इस पर इलज़ाम तराशियाँ करे। इस वजह से वो अबू-लहब की बातों से मुतास्सिर होकर मुहम्मद ﷺ के बारे में शक में पड़ जाते। मगर जब ये सूरा नाज़िल हुई और अबू-लहब ने ग़ुस्से में बिफर कर ऑल-फॉल बकना शुरू कर दिया तो लोगों को मालूम हो गया कि मुहम्मद ﷺ की मुख़ालिफ़त में इस शख्स का क़ौल क़ाबिले-ऐतिबार नहीं है, क्योंकि ये अपने भतीजे की दुश्मनी में दीवाना ��ो रहा है।
ये था वो पूरा पसमंजर जिसने मुहम्मद ﷺ के जरिए अबू लहब के बारे में पेशनगोई कराई गई जो कि बिल��कुल ठीक साबित हुई।
अल्लाह से दुआ है कि हमे हक़ (सत्य) कुबूल करने वाला बनाएं।
आमीन।
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घरेलू पौधों की देखभाल gardner कैसे करे
आजकल इनडोर गार्डनिंग बहुत ज़्यादा हो रही है, लोगों के पास जगह की कमी है, इसलिए वो अपनी छत ��ा बालकनी पर इनडोर गार्डनिंग कर रहे हैं । इसके लिए कईं लोग gardner भी रखते हैं ताकि छत और बालकनी की सुंदरता बनी रहे । हर कोई इस काम के लिए अपने घर के नज़दीक gardner service near me गार्डनिंग सर्विस या माली को ढूंढता है जो कि एक थका देने वाला काम है । पहले तो माली मिलना और उसके बाद माली से मोल-भाव करना और काम करवाना एक बड़ी चुनौती है । लेकिन अब ये सारा काम हमारे लिए numberdekho ऐप कर रहा है जिसने घरेलू पौधों की देखभाल के लिए माली या gardner को हमारे एक क्लिक पर उपलब्ध करवा दिया है ।
आइए पहले जानते हैं कि Numberdekho से घरेलू पौधों की देखभाल कैसे होती है -
सबसे पहले अपने मोबाइल पर प्लेस्टोर से Numberdekho ऐप डाउनलोड कर लें ।
फिर आपको साइन-इन का विकल्प दिखेगा, उसे क्लिक करें ।
उसके बाद आपसे आपका मोबाइल नंबर पूछा जाएगा, जैसे ही आप मोबाइल नंबर डालते हैं, आपके फोन में एक OTP आ जाता है ।
उस OTP को जैसे ही आप अपने फोन में डाल देते हैं, आप numberdekho ऐप पर साइन-इन हो जाते हैं ।
आप देखेंगे कि आपके सामने हर सर्विस के लिए अलग-अलग सर्विस विकल्प आ जाएंगे ।
आपको gardner service के विकल्प पर क्लिक करना है, जैसे ही आप क्लिक करते हैं आपके सामने बहुत सारे gardner service के फोन नंबर, लोकेशन और उनकी फोटो आ जाएंगे ।
Numberdekho सबसे पहले उन gardening service professional को दिखाता है जो आपके सबसे नज़दीक nearest gardening service मौजूद होते हैं ।
इसकी मदद से आप gardner को अपनी लोकेशन बता सकते हैं, जिससे आप दूरी का चार्ज और विजिट चार्ज कम करवा सकते हैं क्योंकि आपके पास उसकी लोकेशन होगी, आपको पता है वो कहां से सर्विस देने आ रहा है ।
इसके अलावा आप पहले 2 या 3 gardner से बात करके सर्विस रेट का पता भी लगा सकते हैं, इससे आपको ये पता चल जाता है कि फिलहाल gardening service का मार्केट में क्या रेट चल रहा है ।
Numberdekho से माली बुक करने का एक फायदा आपको ये भी मिलता है कि इसमें माली का दाम फिक्स नहीं होता और न ही बीच में कोई बिचौलिया होता है । आप फोन करके सीधा माली से मोल-भाव कर सकते हैं ।
Numberdekho ऐप से ये फायदा भी होता है कि आप अपने तय किए दिन, वक्त और अपनी सुविधा के अनुसार gardning service को बुला सकते हैं, वो आपके तय किए गए समय पर ही आएगा ।
आइए अब जानते हैं उन स्टेप के बारे में जिन्हें अपनाकर आप घरेलू पौधों की देखभाल कर सकते हैं -
पौधों को सनलाइट मिलती रहनी चाहिए
अगर आपके घर में इनडोर प्लांट यानी घरेलू पौधे हैं तो इस बात का ध्यान रखिए कि उन पौधों को सूर्य की रौशनी नहीं मिल रही है और ये आपका काम है । अपने पौधों को रोज़ाना सनलाइट में कम से कम 2 घंटा रखें ।
पानी सही समय पर दें
अपने घरेलू पौधों को पानी सही समय के अनुसार निरंतर देते रहें । याद रखिए जैसे इंसान को भोजन चाहिए वैसे ही पौधों को पानी चाहिए, इसलिए उनके पोषण के लिए पानी का मिलना बहुत ज़रूरी है ।
पौधों को समय-समय पर खाद
अगर आपको लगता हो कि घरेलू पौधों को खाद की ज़रूरत नहीं होती, तो आप गलत समझते हैं । ये बात हमेशा याद रखिए कि अगर आपके घर, बालकनी या छत में पौधे हैं तो उन्हें पानी, धूप के साथ खाद की बहुत ज़रूरत होती है । अक्सर लोग इनडोर पौधों पर खाद या दूसरे पोषण तत्व डालने में लापरवाही बरतते हैं जिससे इनडोर प्लांट बढ़ नहीं पाते और मुरझा जाते हैं ।
धूल को साफ करते रहें
एक और समस्या है जो इनडोर प्लांट को लेकर सामने आती है । लोग घरेलू पौधों पर जमी धूल साफ नहीं करते, जिससे वो धूल बढ़ती रहती है और पौधे से लेकर घर की शो तक, दोनों को नुकसान होता है । ऐसा कईं लोग आलस की वजह से भी करते हैं । तो ऐसे में ये बात हमेशा ध्यान रखें कि पौधे पर लगी धूल को ��ाफ करते रहें ।
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केंद्र सरकार: 50 फीसदी DA को लेकर आई राहत भरी खबर, जुलाई के अंत तक महंगाई भत्ता बढ़ाने पर लिया जा सकता है फैसला!
केंद्र सरकार: खबरों की माने तो हर साल की तरह इस साल भी जुलाई में महंगाई भत्ता बढ़ने की संभावना है। दरअसल जुलाई 2023 में भी जनवरी 2023 की तरह 4 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ा कर कर्मचारियों का DA 46% करने की संभावना जताई जा रही है। तेज़ी से महंगाई बढ़ने की वजह से सरकार कर्मचारियों के हक़ में बेहतर फैसला लेने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, सरकार जल्द ही महंगाई भत्ते को बढ़ा कर 50 फीसदी करने जा रही है। हालांकि इसकी पुष्टि आधिकारिक पत्र से नहीं हुई है। 8वें वेतन को लेकर जगी उम्मीद वेतन आयोग के नियमानुसार जब महंगाई भत्ता 50 फीसदी के अंक को छू जाती है। तो ऐसे में पे कमीशन के स्तर में वृद्धि कर महंगाई भत्ता को शून्य कर दिया जाता है। और पहले से बढ़े महंगाई भत्ते को मुल वेतन में जोड़ कर नया पे कमीशन लाया जाता है। इसलिए कर्मचारियों में काफी हर्षोल्लास का माहौल है कि, महंगाई भत्ता जल्द ही 50% के अंक को छूने वाली है। आइए जानते हैं 46% DA से कितनी बढ़ेगी सैलरी ? जैसा की आपको मालूम है महंगाई भत्ता और महंगाई राहत का कैलकुलेशन कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स ( CPI-IW) द्वारा की जाती है। तो ऐसे में यदि कर्मचारियों का ��हंगाई भत्ता 42 से 4 फीसदी बढ़ा कर 46 कर दी जाए तो उनकी सैलरी में महाना 500 से 1500 रुपए तक की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। आइए एक उदाहरण से समझते हैं। माना की किसी कर्मचारी का वेतन 18000 रुपए है तो ऐसे में 42% महंगाई भत्ते की दर से 7,560 रुपए दिया जाता था। लेकिन अब इसमें 4% बढ़ोतरी से 18,000 का 46% यानी 8,280 रुपए प्रति माह मिलेगा। यदि अंतर कि बात करें तो वेतन में प्रति माह 720 रुपए की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। अब यदि 50 फीसदी महंगाई भत्ते पर कैलकुलेशन करे तो कर्मचारियों के 18,000 मूल वेतन पर 50% DA के हिसाब से 9,000 रुपए प्रति माह महंगाई भत्ता भुगतान किया जाएगा। इसे भी पढ़ें>>> कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में हुआ 4 फीसदी का इज़ाफ़ा! मिलेगा 5 महीने का बकाया एरियर! जुलाई में मिलेगा बड़ा लाभ! Read the full article
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गंगा दशहरा कब है ? महत्त्व,दान,कथा | Ganga Dusshera Kab Hai | Date 2023
गंगा दशहरा कब है ? महत्त्व,दान,कथा | Ganga Dusshera Kab Hai | Date 2023 गंगा दशहरा Ganga Dusshera का उत्सव अमावस्या से प्रारंभ होकर 10 वीं तिथि तक चलता है और गंगा दशहरा के दिन माता गंगा जी का ��स धराधाम पर अवतरण हुआ। इस विशेष दिन को ही गंगा दशहरा का उत्सव मनाया जाता है।
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सामान्य तौर पर कुछ मॉ गंगा को एक नदी के रूप में जानते है।लेकिन अगर हम सनातन धर्म की बात करें, सनातन धर्म के शास्त्र की बात करें तो सनातन धर्म में इससे बहुत ज्यादा पवित्र माना जाता है। और गंगा को हम सामान्यतः कोई साधारण नदी नहीं समझते। इससे हिंदू धर्म में माँ का स्थान प्राप्त है। गंगा और गायत्री और गाय ये तीन चीजों को अलग से माता का स्थान दिया गया है। माना जाता है कि गंगा का जल पुण्य प्रदान करता है और पापों का नाश करता है।
सामान्यतः किसी भी पूजा उपासना में अगर हम हिंदू धर्म की बात करें तो गंगा जल का विशेष प्रयोग होता है। गंगा स्नान करने का विशेष महत्त्व होता है और पूजा पाठ में भी इसे विशेष महत्त्व बताया गया है। सनातन धर्म माता गंगा जी को सामान्य नदी नहीं समझते गंगा जी को ऐसा मानते हैं कि इनके संपर्क में आने मात्र से आपके पापों का नाश होता है। आप की पवित्रता बढ़ती है, आपके अंदर जो पुण्य का तत्व है वो भी निश्चित रूप से बढ़ जाता है। हमने आपको गंगा नदी की सामान्य महिमा के बारे में बताया।
पुराण क्या कहते हैं , गंगा के बारे में इसका पौराणिक महत्त्व क्या है?
देखिए ऐसा माना जाता है कि गंगा श्री विष्णु के चरणों में रहती थी। भगवान विष्णु के चरण में विद्यमान है।और भागीरथ की तपस्या की वजह से गंगा धरती पर आई और जब बड़े वेग से स्वर्ग से गंगा धरती की तरफ ��ली तो भगवान शिव ने उन्हें अपनी जटाओं में धारण किया।
और फिर भगवान शिव जी ने अपनी जटाओं को सात धाराओं में विभाजित कर दिया। यानी गंगा की मुख्य ता सात धाराएं हैं।नलिनी, खरीदनी, पावनी, सीता चक, खुश सिंधु और भागीरथी। भागीरथी ही आगे चलकर के गंगा हुई और हिंदू धर्म में गंगा को मोक्षदायिनी माना गया।
भागीरथ ऋषि के तपस्या से आने की वजह से इनका एक नाम भागीरथी हुआ। इन्हें कहीं कहीं पर माता पार्वती जी की बहन भी कहा जाता है। और अभी भी भगवान शिव की जटाओं में इनका वास है यानी भगवान शिव की जटाओं में जब गंगा आई तो पूरी तरह से भगवान शिव ने ने मुक्त नहीं किया ताकि बाढ़ ना जाए। थोड़ी सी इन की धारा को मुक्त किया और वही धारा फिलहाल पृथ्वी पर आप।देख पाते हैं।
पुराण ऐसा मानते हैं कि गंगा भगवान शिव की जटाओं में रहती है और भगवान शिव की कृपा से ही धरती पर गंगा बह रही है। देखिए गंगा दशहरा का पर्व ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है।
माना जाता है कि इसी दिन माता गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था।गंगा दशहरे के दिन गंगा नदी में स्नान करना। गंगा जल का प्रयोग करना और दान करना किसी निर्धन व्यक्ति को अगर आप दान करते हैं तो यह विशेष लाभकारी माना जाता है।
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Best 100+ बेहतरीन रिश्ते शायरी | Riste Shayari Status in Hindi
Riste Shayari Status in Hindi - हम सभी जानते हैं कि भगवान रिश्ते बनाते हैं, लेकिन उन्हें बनाए रखना और बनाए रखना हम पर निर्भर करता है। जब हम इन बंधनों को बनाए रखने में समय और प्रयास लगाते हैं, तभी वे खूबसूरत रिश्तों में तब्दील होते हैं। आज की दुनिया में, रिश्ते हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते हैं, फिर भी बहुत कम लोग इस महत्व को सही मायने में समझते हैं। जो लोग समझते हैं, वे अपने रिश्तों को बहुत सावधानी से संभालते हैं। दुख की बात है कि कई लोग बिना किसी वास्तविक इरादे के बस रिश्तों को बनाए रखने का दिखावा करते हैं। सच्चे रिश्ते दिल से बनते हैं, जबकि स्वार्थी रिश्ते- जो व्यक्तिगत लाभ से पैदा होते हैं- शायद ही कभी टिकते हैं और अक्सर जल्दी ही टूट जाते हैं।. एक बुद्धिमान विद्वान ने एक बार कहा था, “रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाए, टूटे से फिर न जुड़े, जुड़े तो गांठ पड़ जाए।” इसका मतलब यह है कि एक धागे की तरह, एक बार टूट जाने के बाद, रिश्ते अपनी मूल स्थिति में वापस नहीं आ सकते। भले ही उन्हें जोड़ दिया जाए, लेकिन एक गाँठ रह जाती है- टूटने की याद दिलाने वाली जो चीजों को फिर से वैसा नहीं होने देती।. इसी को ध्यान में रखते हुए, हमने आज के लेख में आपके लिए Riste Shayari Status का एक खास संग्रह तैयार किया है। इन खूबसूरत छंदों के साथ, हमने रिश्ता स्टेटस तस्वीरें भी प्रदान की हैं जिन्हें आप सार्थक रिश्तों के मूल्य को दर्शाने के लिए अपने Whatsapp Status पर साझा कर सकते हैं।.
Rishte Shayari in Hindi
अपना हिस्सा मांग कर देखो सारे रिश्ते बेनकाब हो जायेंगे और अपना हिस्सा छोड़ कर देखो सारे कांटे भी गुलाब हो जायेंगे…
तूने रिश्ता तोड़ा है मजबूरी होगी तेरी मैं मानता हूं मुझे तो निभाने दे मै भला तुझसे क्या मागता हूं।
रिश्ता दिलों का हो तो दूरियां मायने नहीं रखतीं। 💯🥀
मजबूरियां सब पर हावी हो ये ज़रूरी तो नहीं कुछ रिश्ते बेहतर की तलाश में भी छोड़ दिए जाते हैं…
दिखावे के रिश्ते शायरी
छुपे छुपे से रहते है सरेआम नही होते कुछ रिश्ते सिर्फ एहसास है उनके नाम नही होते।
रिश्ता उसी से रखो जो इज्जत हो सम्मान दे मतलब की भीड़ बढ़ाने का कोई फायदा नहीं।
रिश्ते बड़ी बड़ी बातें करने से नही छोटे छोटे बातो को समझने से गहरे होते है❤️😊❤️
भले ही ज़िंदगी भर अकेले रह लो पर किसी से कभी ज़बरदस्ती रिश्ता निभाने की ज़िद मत करना… सच्चे रिश्ते शायरी
जब नियत ही न हो रिश्ते निभाने की फिर वजह बनाई जाती है छोड़ जाने की जनाब।
तजुर्बा कहता है रिश्तों में फासला रखिए ज्यादा नजदीकियां अक्सर दर्द दे जाती हैं… बनावटी रिश्तों से ज्यादा सुकून देती है। एक कप कड़क चाय जनाब☕️ Block करने से रिश्ता खत्म नहीं होता…. हां मगर , जो इंसान आपके एक बार कहने पर आपको block कर दे…. वो आपका नहीं होता। कभी कभी किसी से ऐसा रिश्ता बन जाता है, हर चीज से पहले उसी का ख्याल आता है.!❤️ तूने मुझसे रिश्ता तोड़ा है, तेरी मज़बूरी होगी मैं मानता हूँ, जब मैं रोता हूँ तू हस्ती है, तू हस्ती रहे ये दुआ मांगता हूँ। सच बोलनें से अक्सर बचना चाहिए क्योंकि बड़े से बड़े रिश्ते टूट जाते हैं सच बोलने से
बिखरते रिश्ते शायरी
मुझे अपना अकेला पन ही ज्यादा भाता है इन खोखले रिश्तो के बीच मन बहुत घबराता है… जो सुख में साथ दे वो रिश्तें होते हैं और जो दुख में साथ दे वो फरिश्तें होते हैं… जिसे दूर जाना है जाने दिया करो रिश्तों में प्यार अच्छा लगता है मजबूरी नही… चाय से जो रिश्ता है मेरा वो समझ नहीं आता शब्दों में कैसे बयां करे हम जनाब। अजी सुनती हो….. पुराने खयाल का लड़का हूं मैं रिश्ते उम्र भर निभाना पसंद है मुझे ये रिश्ते भी किताबों की तरह होते है लिखने में सालों लग जाते है लेकिन… राख होने में पल भर नही लगता है…!!
खूबसूरत रिश्ते शायरी
आज के ज़माने में रिश्ते कहां खून के सगे होते है हर बर्बादी के पीछे अपनो के ही हाथ लगे होते हैं। चुप रहता हूं , यानी रिश्तों का मान रखता हूँ वरना मैं भी हर लहजे की पहचान रखता हूँ। जब रिश्ते पर ही धूल पड़ चुकी हो तो फिर ब्लाॅक अनब्लाॅक मायने नहीं रखता… रिश्तों का नूर तो मासूमियत से है, ज्यादा समझदारियों से रिश्ते फीके पड़ने लगते हैं। खुदा जाने की कैसा रिश्ता है तुमसे,, हजार अपने है पर याद सिर्फ तुम आते हो💓 ख्वाहिशों से भरा पड़ा है मेरा घर इस कदर रिश्ते जरा-सी जगह को तरसते हैं🖤🖤 जिसकी गलतियों को भुलाकर मैंने हर बार रिश्ता निभाया है उसी ने मुझे हर बार फालतू होने का एहसास दिलाया है🖤🥀🖤 और एक दिन रोक लिया मैने खुद को, तो समझ आया रिश्ता सिर्फ मेरे चलने से चल रहा है।
मतलबी रिश्ते शायरी
वक्त दीजिए इन मासूम रिश्तो को ए मुर्शिद तल्ख़ीयाँ और दूरीयाँ अक्सर इन्हे बर्बाद कर देती है। जब भी खुद को देखता हु आवारा ही पाता हूं। रिश्ते निभाने में खुद को बेचारा ही पाता हूं।। बढ़ती उम्र बता रही है। दुनिया बड़ी ही ख़राब है, जनाब मतलब का रिश्ता है। फरेबो का दौर है। इश्क़ रोता रातों में नफ़रतों का शोर है। झूठे वादों से हज़ार बेहतर है नापसंद रिश्तों से मुकर जाना… इश्क़ इबादत और बारिश का एक ही रिश्ता है। जो उमड़े तो बेशुमार बरसते है। एक हम रिश्ता तोड़ नहीं पाए एक वोह रिश्ता जोड़ नही पाए रिश्ते ख़राब कर देती है। ये ख़ामोशी जनाब बोलकर लड़ लिया करों मुझसे।
दिल के रिश्ते शायरी
गलतफेमियो में खो गया वो रिश्ता,,, वरना कुछ वादे अगले जन्म के भी थे। कुछ रिश्तों की कीमत नहीं होती उनकी अहमियत होती हैं। कैसे मुझे आप मिले रिश्ते ये ऐसे जुड़ गए दिल भी तोड़ा आपने मेरा पर दिल में ही रह गए। तुम रिश्ता तो तोड गए पर रिश्ता तोड देने से मौहब्बत खत्म नही होती जुदा होकर भी कुछ रीश्ते निभाने ही होते है। कोई रिश्ता जो न होता, तो वो खफा क्यों होता, ये बेरुखी, उसकी मोहब्बत का पता देती है………❤️
आजकल के रिश्ते शायरी
अब तो हर एक ने रिश्ता तोड़ दिया हमसे क्योकी हम उनके काबिल नहीं रहे 🖤🥀🖤 अगर कोशिश दोनो तरफ से हो तो दुनिया का कोई भी रिश्ता नही टूटता… Read Also Read the full article
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नैनीताल तो बहुत सुना होगा आपने लेकिन क्या आप जानते हैं नैनीताल का इतिहास।
नैनीताल राज्य का ही नहीं बल्कि देश और दुनिया का पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस है। यहां का मौसम गर्मियों में सैलानियों को सबसे ज्यादा भाता है। नैनीताल की खूबसूरती और ठंडी आबोहवा की वजह से सैलानी यहां खींचे चले आते हैं। यह हनीमून के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन प्लेस है। एक दौर में नैनीताल के आसपास 60 से अधिक झीलें थी। इसीलिए इसको 'षष्टिखात' प्रदेश या छखाता कहा जाता था। लेकिन अब कुछ झीलें अपना अस्तित्व खो चुकी हैं।
नैनीताल का इतिहास
नैनीताल नैनीताल का इतिहास बहुत ही रोचक रहा है। कहा जाता है कि साल 1841 में अंग्रेज व्यापारी पीटर बैरन ने नैनीताल को खोजा था। हालांकि इससे पहले वर्ष 1823 में तत्कालीन कुमाऊं कमिश्नर विलियम ट्रेल यहां आए थे। लेकिन ट्रेल ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी ताकि इसकी खूबसूरती को ग्रहण ना लगे। लेकिन 1841 में पीटर बैरन ने इस खूबसूरत शहर को दुनिया के सामने रखा। तब से इस शहर की खोज का श्रेय पीटर बैरन को दिया जाता है। कहते हैं जब पीटर बैरन यहां पहुंचे तो उस समय नैनीताल का पूरा स्वामित्व नरसिंह थोकदार के पास था। पीटर बैरन ने नरसिंह थोकदार को झील के बीचो-बीच ले जाकर डराया धमकाया और इस शहर को अपने नाम कर लिया। वर्ष 1842 के बाद अंग्रेजों ने न सिर्फ नैनीताल को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया बल्कि इसे छोटे विलायत का दर्जा भी दिया।
नैनीताल में भूकंप व भूस्खलन
नैनीताल नैनीताल में लोगों की बसावट के कुछ सालों बाद ही वर्ष 1867 में भूकंप आया था लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इसके बाद साल 1880 में यहां पर भूस्खलन हुआ जिसमें 151 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। यह भूस्खलन इतना खतरनाक था कि नैनीताल का एक बड़ा हिस्सा झील में समा गया। हालांकि, इसके बाद अंग्रेजों ने इस शहर को सुरक्षित रखने के लिये 64 छोटे-बड़े नालों का निर्माण करवाया। लेकिन वक्त के साथ ये पूरा शहर कंक्रीट के जंगल में बदल गया। अब अतिक्रमण से इस शहर के अस्तित्व पर फिर खतरा मंडरा रहा है। इतिहासकार अजय रावत बताते हैं कि इस शहर को बचाने के लिये इन नालों का महत्वपूर्ण योगदान है जिनको नैनीताल की धमनियां कहा जाता है।
नैनीताल का धार्मिक महत्व
नैना देवी मंदिर- नैनीताल ऐसा नहीं है कि पीटर बैरन की खोज से पहले नैनीताल का अस्तित्व ही नहीं था। साल 1841 में ये शहर जरुर दुनियां के नजरों में आया लेकिन इससे पहले इस स्थान को पवित्र भूमि माना जाता था। इसका उल्लेख स्कंद पुराण के मानस खंड़ में मिलता है। मानस खंड में इस स्थान को त्रि-ऋषि सरोवर कहा ��या है। कहा जाता है कि इस स्थान पर तीन ऋषि- अत्रि, पुलत्स्य और पुलह ने तपस्या की थी। कहा जाता है कि यहां पर पानी का अभाव था तो तीनों ऋषियों ने अपने-अपने त्रिशूलों से मानसरोवर का स्मरण कर धरती को खोदा। उनके इस प्रयास से तीन स्थानों पर जल धरती से फूट पडा और यहाँ पर ताल का निर्माण हो गया। इसलिए कुछ विद्वान इस ताल को ‘त्रि-ऋषि सरोवर’ के नाम से पुकारा जाना श्रेयस्कर समझते हैं। नैनीताल झील के किनारे बसी नयना मां का मंदिर भी लोगों की आस्था का प्रमुख केन्द्र है। 64 शक्तिपीठों में शामिल इस मन्दिर के बारे में कहा जाता है कि जब भगवान शिव अपनी पत्नी सती का अधजला शव लेकर आकाश मार्ग से जा रहे थे तो इस दौरान मां सती की आंख यहां गिरी थी। तभी यहां नयना देवी की स्थापना की गयी और शहर का नाम भी नैनीताल रखा गया।
नैनीताल में सैर-सपाटे की जगहें
नैनीताल नैनीताल में सैर सपाटे के लिये बहुत सारे स्थान हैं। माल रोड सैलानियों के घूमने के लिए अच्छी जगह है। वहीं, बस स्टैण्ड, तिब्बति बाजार और बड़ा बाजार में भी पर्यटकों की बहुत आवाजाही रहती है। इसके साथ ही नैनीताल में हिमालय दर्शन करने के अलावा आप पंगूट, किलबरी, खुर्पाताल, भीमताल, सडियाताल झरना, स्नोव्यूह, हनुमानगढ़ी और राजभवन में भी आसानी से घूम सकते हैं। नैनीताल से अगर बाहर जाना है तो श्यामखेत टी गार्ड़न, कार्बेट नेशनल पार्क, रामगढ़, मुक्तेश्वर, घोड़ाखाल गोल्ज्यू मंदिर, कैंची धाम मन्दिर और काकडीघाट जैसे पर्यटन स्थल हैं। Read the full article
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