#आज भारत मौसम पूर्वानुमान
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vocaltv · 2 years ago
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छत्तीसगढ़: अगले 24 घंटे में होगी जोरदार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
  मौसम को लेकर छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के कई जिलों में लू की चेतावनी दी गई है। राजधानी रायपुर सहित 8 जिलों में लू की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों तक प्रदेश में लू की चेतावनी दी है। इनमें राजनांदगांव, रायपुर, बलौदाबाजार, दुर्ग, जांजगीर चांपा, रायगढ़, महासमुंद और मुंगेली आदि मैदानी जिले शामिल हैं।   बता दें कि सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर…
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umangharyana · 23 days ago
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Kal Ka Mausam 19 January 2025: कल का मौसम- दिल्ली, यूपी, बिहार और अन्य राज्यों में मौसम का पूर्वानुमान
Kal Ka Mausam 19 January 2025 : नई दिल्ली और उत्तर भारत में इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आगामी कुछ दिनों में ठंड और बारिश के साथ मौसम में बदलाव जारी रहेगा। मौसम विभाग ने दिल्ली, यूपी, बिहार और अन्य राज्यों में आगामी दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। दिल्ली-एनसीआर का मौसम (19 जनवरी 2025) दिल्ली में आज और कल शीतलहर और कोहरे का प्रकोप बना रहेगा।…
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davidfegan · 3 months ago
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कल का मौसम
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यहाँ पर भारत के सभी राज्यों और शहरों का कल का मौसम कैसा रहेगा, इसकी पूरी जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही, आप अगले 7, 10, और 15 दिनों में मौसम में किस प्रकार के बदलाव देखने को मिल सकते हैं, इसका पूर्वानुमान भी जान सकते हैं। तो यदि आप कल के सटीक मौसम पूर्वानुमान को जानना चाहते हैं, तो इस पेज को ध्यान से पढ़ें। हम यहाँ पर मौसम से जुड़ी पूरी जानकारी प्रदान करेंगे, जो आपको किसी भी संभावित बदलाव के लिए तैयार रहने में मदद कर सकती है।
मौसम और हवा का मिजाज कभी भी बदल सकता है, इसलिए मौसम जानना और अद्यतित रहना आज के समय में बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। 
जैसी वेबसाइटें मौसम की सटीक जानकारी हासिल करने का एक आसान जरिया बन गई हैं। हमारी वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करके, आप आने वाले 10/15 दिनों के मौसम का हाल भी जान सकते हैं।
अगर आप कल का मौसम कैसा रहेगा यह पहले से जान लें, तो आप अपने कामकाज को बेहतर ढंग से योजना बना सकते हैं। चाहे आप कहीं घूमने जा रहे हों या किसी बाहरी गतिविधि की योजना बना रहे हों, मौसम की जानकारी से आप अपने अनुभव को सुरक्षित और परेशानी-मुक्त बना सकते हैं।
कल का मौसम का हाल जानने के फायदे
चाहे कल का मौसम जानना हो, आने वाले दिनों का पूर्वानुमान देखना हो, या फिर बीते हुए मौसम की जानकारी लेना हो, इसका लाभ सभी को मिलता है। हमारे देश में कृषि कार्य और किसानों के लिए मौसम का हाल जानना और कल के मौसम का पूर्वानुमान बेहद जरूरी है। इसी तरह, सरकार के विभिन्न विभागों, एयरलाइंस, निर्माण कार्य, समुद्री परिवहन, सड़क परिवहन, और यात्रा से जुड़े लगभग हर क्षेत्र के लिए भी मौसम की सटीक जानकारी आवश्यक होती है। इसी वजह से हम आपके लिए लाए हैं शहर और गांव के कल का मौसम और आने वाले दिनों की जानकारी, आपकी अपनी भाषा में। आइए जानें कि कल के मौसम का हाल जानना विभिन्न लोगों के लिए किस तरह फायदेमंद साबित हो सकता है।
मौसम के प्रकार
 दुनिया भर के देशों में आमतौर पर चार प्रकार का मौसम माना जाता है: वसंत का मौसम (Spring), ग्रीष्म का मौसम (Summer), वर्षा ऋतु का मौसम (Rains), और शिशिर ऋतु (Winters)। हमारे देश भारत में इसके अलावा दो और मौसम ऋतुएँ होती हैं: शरद ऋतु का मौसम (Autumn) और हेमंत ऋतु का मौसम (Pre Winters)। इसलिए, भारत का मौसम संसार के सभी देशों में सबसे उत्तम माना जाता है, क्योंकि यहाँ हर मौसम अपने चरम पर न जाकर हल्का-फुल्का रहता है।
भारत के मौसम की प्रकृति और जलवायु में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय दोनों ही मौसम की विशेषताएँ हैं, क्योंकि कर्क रेखा इस देश के मध्य से होकर गुजरती है। पश्चिम में कच्छ का रण और ��ूर्व में मिजोरम है। भारत का दक्षिणी हिस्सा उष्णकटिबंधीय मौसम में आता है, जबकि ��त्तरी हिस्सा उपोष्णकटिबंध अथवा कोष्ण शीतोष्ण कटिबंध मौसम में माना जाता है।
आसन्न मौसम की स्थिति से फसलों और आजीविका की सुरक्षा
किसानों के लिए मौसम की जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनकी फसलों और आजीविका की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। सही मौसम पूर्वानुमान से किसान आगामी बारिश, धूप, ठंड, या गर्मी के बारे में जान सकते हैं, जिससे वे समय पर सिंचाई, उर्वरक का उपयोग, और फसल की कटाई कर सकते हैं।
भारत के राज्यों के मौसम का पूर्वानुमान
भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्रशासित प्रदेश हैं, जो उत्तर, दक्षिण, पूर्व, और पश्चिम भारत में फैले हुए हैं। इस भौगोलिक विविधता के कारण, हर क्षेत्र में मौसम का मिजाज अलग-अलग होता है। लोग अपने-अपने राज्यों में कल का मौसम जानने के लिए उत्सुक रहते हैं ताकि वे अपनी दिनचर्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए योजनाएँ बना सकें। नीचे दी गई जानकारी में आप अपने क्षेत्र के आगामी सात दिनों के मौसम का हाल जान सकते हैं, जो आपको प्राकृतिक आपदाओं से बचाव और अन्य सावधानियों के लिए समय रहते तैयारी करने में मदद करेगी।
प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए जानें अगले दिनों का मौसम का मिजाज
प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए अगले दिनों के मौसम का मिजाज समझना बेहद जरूरी है। समय पर मिली मौसम की जानकारी से आप बाढ़, भूस्खलन, चक्रवात, और लू जैसी आपदाओं से पहले ही सतर्क हो सकते हैं। सटीक पूर्वानुमान से आप आवश्यक तैयारियाँ कर सकते हैं, जैसे सुरक्षित स्थान पर जाना, आपातकालीन किट तैयार करना, और जरूरी सामान का भंडारण करना।
Source: https://kalkamosam.com/
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imdweather · 10 months ago
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lokkesari · 2 years ago
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देहरादून की सभी शैक्षणिक संस्थाओं और आगनबाडी केन्द्रों में कल मंगलवार को एक दिन का अवकाश घोषित
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देहरादून की सभी शैक्षणिक संस्थाओं और आगनबाडी केन्द्रों में कल मंगलवार को एक दिन का अवकाश घोषित
देहरादून / 7 अगस्त/ सोमवार/ आज भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा दिनाक 7 अगस्त, 2023 को जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार दिनाक 07 अगस्त, 20223 को जनपद देहरादून में कही- कही गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने वर्षा के अति तीव्र से अत्यन्त तीव्र वर्षा होने का अलर्ट जारी किया गया है।
भारी वर्षा को दृष्टिगत संवेदनशील स्थलों में भूस्खलन की सम्भावना एवं किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने के अंदेशे को देखते हुये सकती है आपदा न्यूनीकरण के दृष्टिगत समस्त नगर निगम क्षेत्र देहरादून एवं विकासखणड रायपुर के पर्वतीय क्षेत्र के समस्त विद्यालयों, झाजरा क्षेत्र के विद्यालयों, के कक्षा 01 से 12 तक संचालित समस्त शैक्षणिक संस्थाओंऔर आगनबाडी केन्द्रों में दिनाक 08082023 को एक दिन का अवकाश घोषित किया  है ।
इस दृष्टिगत नगर निगम  क्षेत्र देहरादून एवं विकासखण्ड रायपुर के पर्वतीय क्षेत्र के समस्त विद्यालयों, झाझरा क्षेत्र के अन्तर्गत समस्त शासकीय व/गैर शासकीय एवं निजी स्क��लों के साथ समी आगनबाडी केन्द्र दिनाक 08.08. 2023 को बन्द रहेंगे।
आदेशानुसार मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी देहरादून को निर्देशित किया गया कि उपरोक्त समस्त शैक्षणिक सस्थाओं एव आगनबाडी केन्द्रों में उक्त आदेश का अनुपालन कराना सुनिश्चित करायेंगे।
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factober · 2 years ago
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कबूतरों के बारे में रोचक #तथ्य जो आपको पता नहीं होंगे| #interestingfacts
कबूतरों के बारे में रोचक #तथ्य जो आपको पता नहीं होंगे| #interestingfacts #funfacts #facts #pigeons #pigeon #bird #birds #birdfacts #hindime #hindinews #hindi https://youtu.be/YCUzWedEVV8 via @YouTube 
कबूतर अक्सर शहरों में पाए जाते हैं। कई लोग उन्हें  देखकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि, कबूतर बहुत ही दिलचस्प पक्षी हैं? वे बहुत बुद्धिमान होते हैं, और उनके पास अद्भुत दिशा-निर्देश प्रणाली भी होती है। आज हम आपको कबूतर के बारे में कुछ ऐसे ही दिलचस्प तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें शायद आप नहीं जानते होंगे।
आगे बढ़ने से पहले, सब्सक्राइब बटन पर क्लिक करना तथा, नोटिफिकेशन बेल आइकन  को दबाना ना भूलें, ताकि आप हमारे आगे आनेवाले वीडियोज़ को सबसे पहले देख सके।
चलिए, अब, शुरू करते हैं!
कबूतरों का दृश्य क्षेत्र बहुत चौड़ा, लगभग 340 डिग्री होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि, उनकी आँखें उनके सिर के किनारों पर स्थित होती हैं, न कि सामने। यह उन्हें शिकारियों से बचने में, या भोजन को खोजने में सहायता देता है।
हालांकि, कबूतरों की 360 डिग्री दृष्टि नहीं है। उनके सिर के पीछे एक छ���टा ब्लाइंड स्पॉट होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी आंखें सीधे पीछे नहीं देख सकती हैं।
कबूतरों का चौड़ा दृश्य क्षेत्र उनके आंखों के आकार के कारण होता है। उनकी आंखें अण्डाकार होती हैं, जिनकी एक लंबी क्षैतिज कक्षा होती है। यह उन्हें बिना सिर घुमाए ही बगल में एक विस्तृत क्षेत्र को देखने की क्षमता प्रदान करता है।
कबूतर का दिल प्रति मिनट 1260 बार धड़कता है। कबूतर के दिल की धड़कन प्रति मिनट 1,260 बार होती है। यह मनुष्यों की तुलना में बहुत अधिक है, जिनकी दिल की धड़कन प्रति मिनट कबूतरों से बहुत कम होती है। कबूतर की तेज दिल की धड़कन उन्हें उड़ने और अपने शरीर को गर्म रखने में मदद करती है।
कबूतर के पास एक अद्वितीय मौसम प्रणाली होती है, जो उन्हें बारिश आने से पहले ही मौसम का पूर्वानुमान लगाने में सक्षम बनाती है। वे ऐसा अपने शरीर के तापमान, वायुमंडलीय दबाव और हवा की गति को मापकर करते हैं।
कबूतर बहुत ही बुद्धिमान पक्षी हैं और वे एक-दूसरे के साथ जटिल संकेतों का आदान-प्रदान करने में सक्षम होते हैं।
कबूतर को कई संस्कृतियों में पवित्र माना जाता है, जिसमें भारत, मिस्र और ग्रीस शामिल हैं। भारत में, कबूतर को शांति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। मिस्र में, कबूतर को देवी हथोर का प्रतीक माना जाता है, जो प्रेम, खुशी और रिप्रोडक्शन की देवी थी। ग्रीस में, कबूतर को देवी एथेना का प्रतीक माना जाता है, जो ज्ञान और बुद्धि की देवी थी।
कबूतर को शांति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है, और वे अक्सर धार्मिक समारोहों में उपयोग किए जाते हैं. उदाहरण के लिए, ईसाई धर्म में, कबूतर को पवित्र आत्मा का प्रतीक माना जाता है।
कबूतर को संदेश पहुंचाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है, और वे कई सदियों से इस उद्देश्य के लिए  इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। कबूतर अपनी दिशा-निर्देश की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, और वे लंबी दूरी तक उड़ सकते हैं। इस वजह से, उन्हें संदेश पहुंचाने के काम में लाया जाता है।
कुछ देशों में कबूतर का मांस बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। कबूतर को दुनिया भर में खाया जाता है, और  खाने से पहले उन्हें कई तरह से तैयार किया जाता है। उदाहरण के लिए, कबूतर को खाने से पहले रोस्ट, ग्रील्ड या स्टू किया जा सकता है।
कबूतर को कई तरह की बीमारियों के वाहक के रूप में भी जाना जाता है, जिनमें ट्यूबरकुलोसिस और एवियन इन्फ्लूएंजा शामिल हैं। कबूतर इन बीमारियों को अपने मल और थूक के माध्यम से फैला सकते हैं। इसलिए, कबूतर के संपर्क में आने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना और उनके मल और थूक के संपर्क में आने से बचना महत्वपूर्ण है।
कबूतर को ग्रामीण तथा शहरी वातावरण में एक प्रमुख समस्या के रूप में भी देखा जाता है, क्योंकि वे अक्सर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं और अपने मल से प्रदूषण फैलाते हैं। कबूतर के मल से फसलों को नुकसान हो सकता है और यह प्रदूषण का कारण भी बन सकता है। इसलिए, शहरी वातावरण में कबूतर के आबादी को न���यंत्रित करना महत्वपूर्ण है।
कबूतर प्रकृति में पाए जाने वाले सबसे बुद्धिमान पक्षियों में से ��क हैं। वे याद रखने और सीखने में अच्छे हैं, और यहां तक ​​कि अपने साथी को भी पहचान सकते हैं.
कबूतर बहुत ही सामाजिक पक्षी हैं और वे बड़े झुंड में रहते हैं। वे एक-दूसरे के साथ संवाद करने में सक्षम  होते हैं, और वे एक-दूसरे की मदद भी करते हैं।
कबूतर बहुत ही अच्छी तरह से दूर तक उड़ सकते हैं। वे अपने दिशा-निर्देश को भी बहुत अच्छी तरह से सीख सकते हैं, और अपने घर वापस आ सकते हैं।
कबूतर बहुत ही उपयोगी पक्षी हैं और मनुष्यों द्वारा कई तरह से उपयोग किए जाते हैं। वे संदेश पहुंचाने के लिए उपयोग किए जाते हैं, और वे फूड और खाद के लिए भी उपयोग किए जाते हैं।
कबूतर की औसत आयु 15 साल होती है, लेकिन कुछ कबूतर 30 साल तक भी जीवित रह सकते हैं।
कबूतर की आंखें उनके दिमाग के आकार का 1/6 हिस्सा होती हैं, जो किसी भी अन्य जानवर की तुलना में अधिक है।
कबूतर के पास एक अद्वितीय दिशा-निर्देश प्रणाली है, जिसे वे अपने चुम्बकीय क्षेत्र संवेदी और दृश्य संकेतों का उपयोग करके बनाते हैं।
कबूतर बहुत ही सामाजिक जानवर हैं और वे बड़े समूहों में रहते हैं।
कबूतर बहुत ही बुद्धिमान जानवर हैं और वे सीखने और adapation करने में सक्षम hote हैं।
हालांकि, कबूतर कई तरह की समस्याओं का भी कारण बन सकते हैं। वे भोजन के लिए फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, और वे अपने मल से प्रदूषण फैला सकते हैं। वे मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा हो सकते हैं, क्योंकि वे कुछ तरह के रोगों का वाहक हो सकते हैं।
कुल मिलाकर, कबूतर बहुत ही रोचक और उपयोगी पक्षी हैं। हालांकि, उन्हें उचित रूप से प्रबंधित करना भी महत्वपूर्ण है, ताकि वे समस्याएं न पैदा करें।
तो दोस्तों, आज के वीडियो के लिए यही है! हमें उम्मीद है कि आपने कबूतरों के बारे में बहुत कुछ जाना होगा। आपको सबसे दिलचस्प कौन सा तथ्य लगा? हमें नीचे कमेंट में बताएं। और जैसा कि हमेशा होता है, अगर आपको यह वीडियो पसंद आया है, तो लाइक बटन दबाना न भूलें। और भी इंटरेस्टिंग कंटेंट प्राप्त करने के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट फैक्टोबर डॉट कॉम को विजीट करे।
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ias-next-lucknow · 2 years ago
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बंगाल की खाड़ी में आज चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ की आशंका
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने से 7 मई को चक्रवाती तूफान की संभावना बन रही है। यह वर्ष का पहला चक्रवात होगा। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने इस संभावित तूफान को ‘चक्रवात मोचा’ नाम दिया है। मोचा बंगाल के साथ ही समूचे उत्तर भारत के मौसम पर असर डालेगा और 9 से 12 मई के बीच तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ग्लोबल फोरकास्ट सिस्टम (जीएफएस) मॉडल ने कहा है कि मोचा 12 मई तक उत्तर, उत्तर-पूर्व और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा। मई 2020 में आए सुपर साइक्लोन अम्फान ने कोलकाता सहित लगभग पूरे दक्षिण बंगाल को तबाह कर दिया था।
चक्रवात बनने के लिए अनुकूल परिस्थितियां
विंडी डॉट कॉम ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताई है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर उष्णकटिबंधीय चक्रवात की ताप क्षमता 100 किलोजूल प्रति वर्ग सेम��. (केजे/सेमी) से अधिक है। किलोजूल ऊर्जा मापने की एक इकाई है। यह ताप क्षमता समुद्र की ऊपरी परतों में जमा होने वाली ऊष्मा की मात्रा को इंगित करती है।
अध्ययनों के अनुसार 60 किलोजूल प्रति वर्ग सेमी. से ऊपर की ताप क्षमता उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की तीव्रता को बढ़ा सकती है।
इस साल अल-नीनो के गर्म होने की संभावना
डब्ल्यूएमओ के अनुसार इस साल मई-जुलाई के दौरान अल-नीनो के विकसित होने की 60% संभावना है। यह जून-अगस्त में लगभग 70% और जुलाई-सितंबर के बीच 80% तक बढ़ जाएगा।
अल-नीनो औसतन हर 2 से 7 साल में होता है, जो 9 से 12 महीने रहता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मुताबिक अल-नीनो की स्थितियां मानसून के दौरान विकसित हो सकती हैं और मानसून के दूसरे चरण में इसका असर महसूस हो सकता है। यह पूर्वानुमान कृषि क्षेत्र के लिए चिंता का सबब है।
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lok-shakti · 4 years ago
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आज का मौसम पूर्वानुमान लाइव अपडेट: आज कर्नाटक में और कल गोवा में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है likely
आज का मौसम पूर्वानुमान लाइव अपडेट: आज कर्नाटक में और कल गोवा में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है likely
हैदराबाद: भारी बारिश के बाद मलकपेट रोड पर जलभराव, हैदराबाद में बुधवार शाम, 14 जुलाई, 2021 (पीटीआई फोटो) अपने आखिरी बुलेटिन में, आईएमडी ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अधिकांश पूर्वोत्तर भारत में व्यापक वर्षा की भविष्यवाणी की थी। मौसम विभाग ने आज गोवा, कोंकण, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, सिक्किम, अरुणाचल, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में बहुत भारी गिरावट की भविष्यवाणी…
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trendingwatch · 2 years ago
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India vs नीदरलैंड्स Live Score T20 World Cup 2022 IND vs NED Toss Delayed Latest News सिडनी रेन अपडेट प्लेइंग इलेवन
India vs नीदरलैंड्स Live Score T20 World Cup 2022 IND vs NED Toss Delayed Latest News सिडनी रेन अपडेट प्लेइंग इलेवन
नमस्कार और स्पोर्टस्टार के लाइव ब्लॉग में आपका स्वागत है, जहां हम आपके लिए सभी नवीनतम मैच अपडेट और विश्लेषण लेकर आए हैं जब भारत सिडनी में सुपर 12 टी20 विश्व कप मैच में नीदरलैंड से भिड़ेगा। देरी से प्रारम्भ: भारत और नीदरलैंड के बीच टॉस में देरी हो सकती है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश का मैच बारिश के कारण देरी से हुआ था। दक्षिण अफ्रीकी प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर यह है कि प्रोटियाज भारी जीत…
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#IND vs NED T20 World Cup 2022#IND बनाम NED लाइव स्कोर#आज का मैच#आज का विश्व कप मैच#एससीजी#क्रिकेट स्कोर का सीधा प्रसारण#टी20 वर्ल्ड कप#टी20 वर्ल्ड कप 2022#टी20 वर्ल्ड कप लाइव#नीदरलैंड टीम#भारत नीदरलैंड#भारत नीदरलैंड टी20 विश्व कप 2022 लाइव स्कोर#भारत नीदरलैंड लाइव क्रिकेट स्कोर#भारत बनाम एनईडी#भारत बनाम नीदरलैंड#भारत बनाम नीदरलैंड टी20 विश्व कप#भारत बनाम नीदरलैंड बारिश#भारत बनाम नीदरलैंड मौसम पूर्वानुमान से मेल खाता है#भारत बनाम नीदरलैंड लाइव क्रिकेट स्कोर#भारत बनाम नीदरलैंड लाइव स्कोर#भारत बनाम नीदरलैंड स्कोर#भारत बनाम नीदरलैंड हाइलाइट्स#भारतीय टीम#सिडनी क्रिकेट ग्राउंड मौसम#सिडनी क्रिकेट मैदान मौसम 27 अक्टूबर#सिडनी बारिश#सिडनी मौसम#सिडनी मौसम आज#सिडनी मौसम भारत बनाम नीदरलैंड#सिडनी मौसम रिपोर्ट
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lazypenguinearthquake · 3 years ago
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आईएमडी: भारत मौसम विज्ञान विभाग की भविष्यवाणी में और बारिश नहीं, बल्कि ठंड के दिन | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
आईएमडी: भारत मौसम विज्ञान विभाग की भविष्यवाणी में और बारिश नहीं, बल्कि ठंड के दिन | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: उत्तर पश्चिम तथा मध्य भारत हो सकता है कि मंगलवार के बाद इस सप्ताह और अधिक गीले दिनों का सामना न करना पड़े, लेकिन दिल्ली-एनसीआर सहित क्षेत्र में ठंड का सामना करना जारी रहेगा मौसम भारत मौसम विज्ञान विभाग के रूप में (आईएमडी) ने सोमवार को अगले पांच दिनों के दौरान इन क्षेत्रों के अधिकांश हिस्सों में “न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट” की भविष्यवाणी की। इसके प्रभाव-आधारित मौसम…
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insolubleworld · 3 years ago
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भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका पहला टेस्ट, मौसम रिपोर्ट: सेंचुरियन में खेल बिगाड़ेगी बारिश
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका पहला टेस्ट, मौसम रिपोर्ट: सेंचुरियन में खेल बिगाड़ेगी बारिश
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका पहला टेस्ट, सेंचुरियन मौसम रिपोर्ट: अपने सभी शानदार इतिहास के लिए, भारत ने कभी भी दक्षिण अफ्रीका में एक टेस्ट सीरीज़ नहीं जीती है और इसे बदलने का मौका विराट कोहली की शीर्ष क्रम की टीम के लिए एक और कोरोनोवायरस बायो-बबल में बिताए गए एक महीने के दौरे पर ध्यान केंद्रित करेगा, इस बार खतरे के बीच नए ओमाइक्रोन संस्करण की। ओमाइक्रोन के बावजूद, तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला आगे…
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tezlivenews · 3 years ago
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आज का मौसम, 18 अक्टूबर: पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के लिए चेतावनी, दिल्ली समेत कई हिस्सों में बारिश जारी
आज का मौसम, 18 अक्टूबर: पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के लिए चेतावनी, दिल्ली समेत कई हिस्सों में बारिश जारी
नई दिल्ली. देश भर के अलग-अलग हिस्सों में सोमवार सुबह भी बारिश जारी रही. मौसम विभाग (IMD) ने सुबह ट्वीट कर जानकारी दी कि दिल्ली, गुरुग्राम, गोहाना, गन्नौर, होडल, औरंगाबाद, पलवल, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पानीपत, सोहाना, मानेसर, भिवानी, चरखीदाद्री के आसपास और आसपास के इलाकों में  बारिश जारी रहेगी. विभाग ने हरियाणा के मातनहेल, नूंह, रेवाड़ी, नारनौल, करनाल, रोहतक, कोसली, महेंद्रगढ़ में भी बारिश के आसार…
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newsreporters24 · 4 years ago
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Delhi receives highest-ever rainfall for July in 18 years: IMD
Delhi receives highest-ever rainfall for July in 18 years: IMD
छवि स्रोत: पीटीआई दिल्ली में 18 साल में जुलाई में हुई अब तक की सबसे ज्यादा बारिश: आईएमडी दिल्ली में मानसून भले ही देर से आया हो, लेकिन अब राजधानी में पानी भर रहा है। शहर में इस महीने अब तक 381 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 2003 के बाद जुलाई में सबसे अधिक और अब तक की दूसरी सबसे अधिक बारिश है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला, जो शहर के लिए प्रतिनिधि डेटा प्रदान करती है,…
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davidfegan · 6 months ago
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मौसम आज का और कल का आपके शहर और गाँव का
मौसम वेब एप्लीकेशन का प्रयोग का तरीका:
हमारी मौसम वेब एप्लीकेशन को प्रयोग कीजिये और जानिए मौसम का हाल आपके अपने शहर और गांव का. आप चाहें तो सर्च बटन से अपने शहर के अलावा किसी और शहर का मौसम भी जान सकते हैं.
जब भी आप हमारी मौसम एप्लीकेशन पे आएंगे, आप जानेंगे न केवल दिन का तापमान बल्कि इस समय की हवा में आद्रता, हवा की गति और भी बहुत कुछ. आप चाहें तो आप आज का मौसम के अलावा आने वाले कल का और बीते हुए कल का मौसम भी देख सकते हैं देश के किसी भी शहर का आपकी अपनी भाषा में.
मौसम का हाल जानने के फायदे:
वर्तमान मौसम का अनुमान और आने वाले दिनों के मौसम का पूर्वानुमान या फिर बीते दिनों के मौसम की जानकारी का ला�� हर किसी को मिलता है.
यदि हम अपने देश की बात करें तो कृषि कार्य और किसानो के लिए मौसम का हल जानना और पूर्वानुमान जानना बेहद जरूरी है, वहीँ सरकार के विभिन्न विभाग, एयरलाइन्स, निर्माण कार्य, समुंद्री ट्रांसपोर्ट, सड़क परिवहन, ट्रैवेलिंग और लगभग हर कार्य के लिए मौसम का हाल जानना नित्यंत आवयशक है और इसीलिए हम लाएं हैं आपके शहर और गाँव के मौसम का हल आप ही भाषा में.
आइये जानते हैं मौसम का हाल जानना विभिन्न प्रकार के लोगों के लिए कैसे लाभदायक है.
1. कृषि कार्य और किसान भाई
भारत जैसे कृषि प्रधान देश में किसान भाईओं की निर्भरता सटीक मौसम की जानकारी पर बहुत ज्यादा है. मौसम के सटीक आकलन और पूर्वानुमान से किसान अपनी फसलों और खेती की उत्पादकता बढ़ा सकता है और नुकसान से बचने के लिए पहले ही योजना बना सकता है. मौसम के सटीक अनुमान के हिसाब से किसान बुवाई, सिंचाई और कटाई को बेह्तरीक तरीके से योजनाबद्ध तरीके से कर सकता है.
यह जानना के कब वर्षा होने वाली है और कितनी, या कब सूखा आ सकता है या कब ओला वृष्टि हो सकती है महत्वपूर्ण है ताकि इसके आधार पे किसान अपनी फसलों की रक्षा के प्रबंध कर सके. यह मौसम एप्लीकेशन हमारे सभी किसान भाईओं को एकदम सटीक जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत और प्रतिबद्ध रहती है.
यह जानना के कब वर्षा होने वाली है और कितनी, या कब सूखा आ सकता है या कब ओला वृष्टि हो सकती है महत्वपूर्ण है ताकि इसके आधार पे किसान अपनी फसलों की रक्षा के प्रबंध कर सके. यह मौसम एप्लीकेशन हमारे सभी किसान भाईओं को एकदम सटीक जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत और प्रतिबद्ध रहती है.
2. परिवहन और यात्रा
पुराने समय से ही जब लोग पैदल भी चलते थे तब भी मौसम की जानकारी का अनुमान लगते थे. आज के आधुनिक युग में जब परिवहन के सांसधन जल, आकाश, सड़क और अब तो समुन्द्र के अंदर भी से चलते हैं तो मौसम जानना सबसे ज्यादा आवश्यक हो गया है.
सड़क मार्ग - चाहे सड़क मार्ग से माल ढुलाई का कार्य हो या फिर जनसामान्य सवाई का, सभी परिवहन निगम अपने मार्ग में आने वाले मौसम की जानकारी पहले से प्राप्त करते हैं. वर्षा की संभावना या ओला वृष्टि की, या बर्फ़बारी की या आंधी तूफ़ान का अनुमान परिवहन चलने वालो को बेहतर योजना बनाने की जानकारी देता है. खासतौर पे पहाड़ी या बर्फीले इलाको पे तो बिना मौसम के पूर्वानुमान के एक छोटी यात्रा का आयोजन भी नहीं किया जाता। यह मौसम एप्लीकेशन ऐसे सभी परिवहन करने वाले लोगों को सटीक जानकारी उपलब्ध करवाती है.
हवाई मार्गहवाई यात्रा के लिए तो मौसम, हवा का दबाव, वर्षा, अंधी तूफ़ान, बर्फ़बारी, ऊंचाई का टेम्प्रेचर यह सब जानना अति महत्व्यपूर्ण शर्तें हैं. सभी हवाई अड्डों पर एक Automated Weather Observing System (AWOS) लगा होता है जिसके द्वारा मौसम के सभी प्रकार के पूर्वानुमान और वर्तमान आकलन किये जाते हैं. वह इतना जरूरी है के बिना उसके एक भी फ्लाइट उड़ने की कल्पना भी नहीं की जा सकती.
Wind direction and velocity meter - हवा की दिशा और ��ति मापने वाला मीटर: यह उपकरण हवा की गति और दिशा को दिखाता है।
Weather Surveillance Radar - मौसम निगरानी रडार: यह रडार वर्षा, ओले या बर्फ जैसी वर्षण को ढूंढने और उसकी गंभीरता को दिखाने में मदद करता है।
घिरा हुआ मौसम विज्ञान बगीचा: इसमें सभी मौसम-मापने वाले उपकरण रखे जाते हैं।
मौसम को मापने का एक संक्षिप्त इतिहास:
जबसे मानव सभ्यता विकसित हुई है तभी से मनुष्य मौसम के बारे में जानने का प्रयास करता रहा है. बहुत पुरानी बात की जाये तो पुराने यूनान और भारत में 400--500 इसा पूर्व में वर्षा को मापने और दर्ज करने के लिए Rain gauges (वर्षा मापक यन्त्र) का भी जिक्र आता है जो कालांतर में व्याकानिको के द्वारा सन्न 1441 में standardized किया गया. इसको कोरिया में Cheugugi कहा गया है.
सन् 1593 में महान गैलेलिओ गलीली ने पानी में अलग अलग भार के glass bulbs डाल कर पहला थर्मामीटर बनाया, फिर उन्ही के शिष्य Evangelista Torricelli ने सन् 1644 में अनुसन्धान करके पहला बैरोमीटर बनाया जिसे के एटमोस्फियरिक प्रेशर नापना शुरू हुआ जो की मौसम के वर्तमान और पूर्वानुमान लगाने के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ.
मॉडर्न ज़माने में फिर अमेरिका के Utah Agricultural College में ���ुनिया का बीसवां मौसम स्टेशन स्थापित किया गया जहाँ अधिकतम और न्यूनतम तापमान और मौसम मापने की प्रक्रिया शुरू हुई.
और अब इक्कीसवें सदी में यूएसयू में एक सौर ऊर्जा संचालित पर्यावरणीय वेधशाला स्थापित की गई और यह वेधशाला सभी मानक मौसम स्थितियों, सौर विकिरण के पांच घटकों, हवा में कार्बन डाइऑक्साइड, और भूमिगत सात स्थितियों को मापती है और आपको एक रियल टाइम डाटा उपलब्ध करवाती है।
Source: https://www.maussam.com/
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lok-shakti · 3 years ago
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आईएमडी का कहना है कि 3 जनवरी तक उत्तर पश्चिमी भारत में शीत लहर की चपेट में आने की संभावना है
आईएमडी का कहना है कि 3 जनवरी तक उत्तर पश्चिमी भारत में शीत लहर की चपेट में आने की संभावना है
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार, 31 दिसंबर से सोमवार, 3 जनवरी तक इस क्षेत्र में ठंड से भीषण शीत लहर की भविष्यवाणी की है, क्योंकि उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में नए साल की शुरुआत हो रही है। आईएमडी ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों और राजस्थान में अगले चार दिनों में शीत लहर का अनुभव होगा। मध्य प्रदेश में भी रविवार, 2 जनवरी तक शीत लहर का अनुभव…
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trendingwatch · 2 years ago
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सिडनी का मौसम LIVE, India vs नीदरलैंड्स T20 World Cup: क्या आज बारिश का असर T20 वर्ल्ड कप मैच पर पड़ेगा?
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