#अलगएकनएराष्ट्र
Explore tagged Tumblr posts
Link
नया देश और विश्व का 196वा राष्ट्र -
दुनिया में बहुत सी ऐसी घटना होती रहती है जिसपे आपकी और हमारी नज़र नहीं रहती है |लेकिन ये घटनाये कभी -कभी बहुत ही महत्वपूर्ण हुआ करती है जैसे ये घटना है |वैसे तो पुरे विश्व में कम से कम 195 देश है लेकिन अब ये संख्या 196 हो चुके है जो देश अभी नया जुड़ा है उसके बारे में ही बात करेंगे |पहले तो जान जो नया देश है उसका नाम है -दक्षिण सूडान|
दक्षिण सूडान को 9 जुलाई 2011 को जनमत-संग्रह के पश्चात स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस जनमत-संग्रह में भारी संख्या (कुल मत का 98.83%) में देश की जनता ने सूडान से अलग एक नए राष्ट्र के निर्माण के लिए मत डाला। यह विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य तथा अफ्रीका का 55वां देश है। जुलाई 2012 में देश ने जिनेवा सम्मेलन पर हस्ताक्षर किए। अपनी आजादी के ठीक बाद से राष्ट्र को आंतरिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
साउथ सूडान का पूरा इतिहास -
दक्षिणी सूडान, 2005 से सूडान गणराज्य का एक स्वायत्त क्षेत्र था। अफ्रीका के सबसे बड़े देश सूडान के विभाजन के पश्चात यह देश 9 जुलाई 2011 में तब अस्तित्व आया| जब जनवरी 2011 में दक्षिण सूडान में जनमत संग्रह के पश्चात सूडान के विभाजन पर सहमति बनी।उल्लेखनीय है कि उत्तर की मुस्लिम बहुल आबादी और दक्षिण की ईसाई बहुल आबादी के बीच कई दशकों से चले आ रहे संघर्ष में 20 लाख लोगों की मौत हुई। उत्तरी सूडान के दारफूर इलाके में राष्ट्रपति बशीर पर जनसंहार का आरोप ल��ा। उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने गिरफ्तारी का वारंट भी जारी किया।
दक्षिण सूडान का अलग देश बनने का नीव -
संयुक्त राष्ट्र संघ के दखल के बाद 2005 में हिंसा को खत्म करने के लिए एक शांति प्रस्ताव आया|जिसमें दो राष्ट्रों का जिक्र किया गया। शांति संधि में दक्षिण सूडान को नया देश बनाने की बात कही गई।सूडान सरकार के बीच हुए इस समझौते में जनमत संग्रह कराने पर रजामंदी हुई और जनवरी 2011 में दक्षिण सूडान में जनमत संग्रह हुआ। वहां के लोगों ने बहुमत से अलग देश बनाने के पक्ष में वोट दिया। अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे बड़ा देश सूडान दो हिस्सों में बंटा। ईसाई बहुल आबादी वाला देश का दक्षिणी हिस्सा आधिकारिक रूप से दुनिया का 193वां राष्ट्र बना और इसप्रकार दशकों के खून खराबे के बाद दक्षिण सूडान के अस्तित्व का रास्ता साफ हुआ। सूडान की सरकार और विद्रोही सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद इस नए देश को आज़ादी मिली|
#सबसे बड़ा देश सूडान#9जुलाई2011#20लाखलोगोंकीमौत#MontevideoConvention#NewestCountryintheWorld#newestinternationallyrecognizedcountryintheworld#southsudan#sudan#UnitedNations#अफ्रीकीमहाद्वीप#अलगएकनएराष्ट्र#जनमतसंग्रह#दक्षिणसूडान#दुनियासबसेनयादेश#नयादेश#मुस्लिमबहुलआबादी#यहविश्का196वांस्वतंत्र देश#विश्वका196वाराष्ट्र#सबसेबड़ादेश#सूडान
1 note
·
View note
Photo
नया देश और विश्व का 196वा राष्ट्र -
दुनिया में बहुत सी ऐसी घटना होती रहती है जिसपे आपकी और हमारी न���र नहीं रहती है |लेकिन ये घटनाये कभी -कभी बहुत ही महत्वपूर्ण हुआ करती है जैसे ये घटना है |वैसे तो पुरे विश्व में कम से कम 195 देश है लेकिन अब ये संख्या 196 हो चुके है जो देश अभी नया जुड़ा है उसके बारे में ही बात करेंगे |पहले तो जान जो नया देश है उसका नाम है -दक्षिण सूडान|
दक्षिण सूडान को 9 जुलाई 2011 को जनमत-संग्रह के पश्चात स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस जनमत-संग्रह में भारी संख्या (कुल मत का 98.83%) में देश की जनता ने सूडान से अलग एक नए राष्ट्र के निर्माण के लिए मत डाला। यह विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य तथा अफ्रीका का 55वां देश है। जुलाई 2012 में देश ने जिनेवा सम्मेलन पर हस्ताक्षर किए। अपनी आजादी के ठीक बाद से राष्ट्र को आंतरिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
साउथ सूडान का पूरा इतिहास -
दक्षिणी सूडान, 2005 से सूडान गणराज्य का एक स्वायत्त क्षेत्र था। अफ्रीका के सबसे बड़े देश सूडान के विभाजन के पश्चात यह देश 9 जुलाई 2011 में तब अस्तित्व आया| जब जनवरी 2011 में दक्षिण सूडान में जनमत संग्रह के पश्चात सूडान के विभाजन पर सहमति बनी।उल्लेखनीय है कि उत्तर की मुस्लिम बहुल आबादी और दक्षिण की ईसाई बहुल आबादी के बीच कई दशकों से चले आ रहे संघर्ष में 20 लाख लोगों की मौत हुई। उत्तरी सूडान के दारफूर इलाके में राष्ट्रपति बशीर पर जनसंहार का आरोप लगा। उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने गिरफ्तारी का वारंट भी जारी किया।
दक्षिण सूडान का अलग देश बनने का नीव -
संयुक्त राष्ट्र संघ के दखल के बाद 2005 में हिंसा को खत्म करने के लिए एक शांति प्रस्ताव आया|जिसमें दो राष्ट्रों का जिक्र किया गया। शांति संधि में दक्षिण सूडान को नया देश बनाने की बात कही गई।सूडान सरकार के बीच हुए इस समझौते में जनमत संग्रह कराने पर रजामंदी हुई और जनवरी 2011 में दक्षिण सूडान में जनमत संग्रह हुआ। वहां के लोगों ने बहुमत से अलग देश बनाने के पक्ष में वोट दिया। अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे बड़ा देश सूडान दो हिस्सों में बंटा। ईसाई बहुल आबादी वाला देश का दक्षिणी हिस्सा आधिकारिक रूप से दुनिया का 193वां राष्ट्र बना और इसप्रकार दशकों के खून खराबे के बाद दक्षिण सूडान के अस्तित्व का रास्ता साफ हुआ। सूडान की सरकार और विद्रोही सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद इस नए देश को आज़ादी मिली|
#सबसेबड़ादेश#सूडान#विश्वका196वाराष्ट्र#यहविश्का196वांस्वतंत्र देश#मुस्लिमबहुलआबादी#नयादेश#दुनियासबसेनयादेश#दक्षिणसूडान#अलगएकनएराष्ट्र#जनमतसंग्रह#southsudan#sudan#UnitedNations#newestinternationallyrecognizedcountryintheworld#NewestCountryintheWorld#MontevideoConvention#20लाखलोगोंकीमौत#9जुलाई2011
1 note
·
View note
Text
दुनिया सबसे नया देश कौन है ?
नया देश और विश्व का 196वा राष्ट्र -
दुनिया में बहुत सी ऐसी घटना होती रहती है जिसपे आपकी और हमारी नज़र नहीं रहती है |लेकिन ये घटनाये कभी -कभी बहुत ही महत्वपूर्ण हुआ करती है जैसे ये घटना है |वैसे तो पुरे विश्व में कम से कम 195 देश है लेकिन अब ये संख्या 196 हो चुके है जो देश अभी नया जुड़ा है उसके बारे में ही बात करेंगे |पहले तो जान जो नया देश है उसका नाम है -दक्षिण सूडान|
दक्षिण सूडान को 9 जुलाई 2011 को जनमत-संग्रह के पश्चात स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस जनमत-संग्रह में भारी संख्या (कुल मत का 98.83%) में देश की जनता ने सूडान से अलग एक नए राष्ट्र के निर्माण के लिए मत डाला। यह विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य तथा अफ्रीका का 55वां देश है। जुलाई 2012 में देश ने जिनेवा सम्मेलन पर हस्ताक्षर किए। अपनी आजादी के ठीक बाद से राष्ट्र को आंतरिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
साउथ सूडान का पूरा इतिहास -
दक्षिणी सूडान, 2005 से सूडान गणराज्य का एक स्वायत्त क्षेत्र था। अफ्रीका के सबसे बड़े देश सूडान के विभाजन के पश्चात यह देश 9 जुलाई 2011 में तब अस्तित्व आया| जब जनवरी 2011 में दक्षिण सूडान में जनमत संग्रह के पश्चात सूडान के विभाजन पर सहमति बनी।उल्लेखनीय है कि उत्तर की मुस्लिम बहुल आबादी और दक्षिण की ईसाई बहुल आबादी के बीच कई दशकों से चले आ रहे संघर्ष में 20 लाख लोगों की मौत हुई। उत्तरी सूडान के दारफूर इलाके में राष्ट्रपति बशीर पर जनसंहार का आरोप लगा। उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने गिरफ्तारी का वारंट भी जारी किया।
दक्षिण सूडान का अलग देश बनने का नीव -
संयुक्त राष्ट्र संघ के दखल के बाद 2005 में हिंसा को खत्म करने के लिए एक शांति प्रस्ताव आया|जिसमें दो राष्ट्रों का जिक्र किया गया। शांति संधि में दक्षिण सूडान को नया देश बनाने की बात कही गई।सूडान सरकार के बीच हुए इस समझौते में जनमत संग्रह कराने पर रजामंदी हुई और जनवरी 2011 में दक्षिण सूडान में जनमत संग्रह हुआ। वहां के लोगों ने बहुमत से अलग देश बनाने के पक्ष में वोट दिया। अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे बड़ा देश सूडान दो हिस्सों में बंटा। ईसाई बहुल आबादी वाला देश का दक्षिणी हिस्सा आधिकारिक रूप से दुनिया का 193वां राष्ट्र बना और इसप्रकार दशकों के खून खराबे के बाद दक्षिण सूडान के अस्तित्व का रास्ता साफ हुआ। सूडान की सरकार और विद्रोही सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद इस नए देश को आज़ादी मिली|
पूरा जानने के लिए -https://bit.ly/37eYFiw
#20लाखलोगोंकीमौत#9जुलाई2011#MontevideoConvention#NewestCountryintheWorld#newestinternationallyrecognizedcountryintheworld#southsudan#sudan#UnitedNations#अफ्रीकीमहाद्वीप#अलगएकनएराष्ट्र#जनमतसंग्रह#दक्षिणसूडान#दुनियासबसेनयादेश#नयादेश#मुस्लिमबहुलआबादी#यहविश्का196वांस्वतंत्र देश#विश्वका196वाराष्ट्र#सबसेबड़ादेश#सूडान
1 note
·
View note