#अमरिन्दर सिंह
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#मिशन_सुरक्षा_परिषद पंचशीलनगर हापुड़ जनपद के युवा समाजसेवी श्री कुलदीप कुमार जी को राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी पश्चिमी उ.प्र. मा.श्री ललित कुमार जी एवं मण्डल अध्यक्ष मेरठ मण्डल मा.श्री मदनपाल भारती जी के अनुमोदन पर प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ मा.श्री पंकज कुमार जी एवं प्रदेश अध्यक्ष लेखक एवं पत्रकार प्रकोष्ठ मा.डा.नरेश सागर जी द्वारा मिशन सुरक्षा परिषद जनपद हापुड़ का जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ मनोनीत किया गया हैँ। श्री कुलदीप कुमार जी को हार्दि�� बधाई। 🌹🌹🌹 1-इंजी. मोबिन खान प्रदेश उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 2-राहुल कुमार जाटव जिलाध्यक्ष। 3-कुंवर गौरव जिलाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 4-जगदीश प्रसाद जिला सलाहकार युवा प्रकोष्ठ। 5-अमरिन्दर सिंह जिला उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 6-डा.कपिल कुमार जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ। 7-मोन्टी सिंह जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ। https://www.instagram.com/p/CpKYJxRyPkP/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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पंजाब: सरकार ने मॉल खोलने की इजाजत दी, रेस्टोरेंट में बैठकर खाने की छूट नहीं
पंजाब: सरकार ने मॉल खोलने की इजाजत दी, रेस्टोरेंट में बैठकर खाने की छूट नहीं
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पंजाब सरकार ने 8 जून से मिलने वाली छूट से पहले जारी की गाइड लाइन. 8 जून से लॉकडाउन (Lockdown) में मिलने वाली छूट को लेकर अब पंजाब सरकार (Punjab Government) ने भी नई गाइड लाइन जारी की है. पंजाब सरकार की नई…
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#Amarinder Singh#Coronavirus#lockdown#punjab#Unlock 1.0#अनलॉक 1.0#अमरिन्दर सिंह#कोरोना#कोरोनावायरस#पंजाब#लॉकडाउन Corona
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Congress सूत्रों का दावा, कैप्टन अमरिन्दर और सिद्धू के बीच विवाद को सुलझा लिया जाएगा
Congress सूत्रों का दावा, कैप्टन अमरिन्दर और सिद्धू के बीच विवाद को सुलझा लिया जाएगा
नवजोत सिंह सिद्धू की कल हुई राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस (Congress) सूत्रों ने दावा किया कि कैप्टन अमरिन्दर और नवजोत सिद्धू के बीच विवाद को सुलझा लिया जाएगा. हालांकि कांग्रेस सूत्रों ने माना कि पंजाब का मामला पेचीदा ज़रूर है. सूत्रों कि राहुल गांधी पंजाब मामले पर जल्द फैसला करेंगे और फैसले से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह से भी मुलाकात कर सकते हैं.…
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#captain amarinder singh#Congress#cricket filter#filter cricket#filter news#hindi filter news#Navjot Singh Sidhu#Punjab#Rahul Gandhi#कांग्रेस#कैप्टन अमरिन्दर सिंह#पंजाब#राहुल गांधी
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चंडीगढ़ ब्यूरो : पंजाब सरकार ने शुरू की 'हर घर पानी, 'हर घर सफाई, मिशन
चंडीगढ़ ब्यूरो : पंजाब सरकार ने शुरू की ‘हर घर पानी, ‘हर घर सफाई, मिशन
पंजाब : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अगले साल मार्च तक ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत पेयजल मुहैया कराने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ‘हर घर पानी, हर घर सफाई’ मिशन की वर्चुअल तौर पर शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने मेगा नहरी जल सप्लाई स्कीम का उद्घाटन किया। इसके तहत मोगा जि़ले के 85 गांवों को कवर करते हुए 172 गांवों के लिए 144 नई जल सप्लाई स्कीमें, आर्सेनिक और आयरन हटाने वाले 121 प्लांट (35…
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पंजाब में पूर्व सैनिकों को पीसीएस बनाने के लिए बड़ा निर्णय, अब मिलेंगे इतने मौके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह (CM Amarinder Singh) द्वारा बीते हफ्ते किए ऐलान के बाद पंजाब कैबिनेट ने पीसीएस बनने के इच्छुक पूर्व सैनिकों के लिए मौके बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। पंजाब राज्य सिविल सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में मौकों की संख्या में यह वृद्धि अब केंद्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तरफ से दिए जाने वाले मौकों के पैटर्न के अनुसार कर दी गई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में पंजाब मंत्रिमंडल ने इस सम्बन्धी पूर्व सैनिकों के लिए भर्ती के कानून पंजाब रिक्रूटमेंट ऑफ एक्स सर्विसमैन रूल्स, 1982 के रूल 5 के क्लॉज (1) में मौजूदा उपबंध में संशोधन को मंजूरी दे दी।
#Cm amarinder singh#Jobs News#Jobs News in Hindi#Punjab State Civil Services Combined Competitive Examination#State Civil Services Combined Competitive Examination#केंद्रीय लोक सेवा आयोग#पंजाब राज्य सिविल सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा#पंजाब लोक सेवा आयोग#मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह#राज्य सिविल सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा
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पंजाब में आखिर क्यों अपनी ही सरकार से नाराज हैं कांग्रेसी विधायक?
पंजाब में आखिर क्यों अपनी ही सरकार से नाराज हैं कांग्रेसी विधायक?
पंजाब में अपनी सरकार के प्रति कांग्रेसीविधायकों में नाराजगी देखने को मिल रही है। जिसके चलते पंजाब में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। ये विधायक नशे और क्षेत्रीय विकास में भेदभाव को मुद्दा बनाकर खुलेआम अपनी ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। पूरे घटनाक्रम को बोर्ड और निगमों के चेयरमैन की नियुक्ति के मद्देनजर दबाव की राजनीति माना जा रहा है। इसके साथ ही इसे पंजाब की राजनीति में कैप्टन…
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जाखड़ : कैप्टन अमरिन्दर सिंह के जाने के बाद सिद्धू और चन्नी को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे कम पसंद किया गया: सुनील जाखड़ | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
जाखड़ : कैप्टन अमरिन्दर सिंह के जाने के बाद सिद्धू और चन्नी को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे कम पसंद किया गया: सुनील जाखड़ | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
फरवरी 03, 2022, 02:54 अपराह्न ISTस्रोत: TOI.in पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने 2 फरवरी को एक बड़ा रहस्योद्घाटन किया और दावा किया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की हार के बाद, उन्हें 42 विधायकों ने राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया, जिसके बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने 16 विधायकों का समर्थन किया। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने दावा किया है कि चरणजीत सिंह चन्नी, जो अंततः अमरिंदर…
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कैप्टन अमरिन्दर सिंह का पंजाब सीएम चन्नी पर बड़ा आरोप | Captain Amarinder Singh On Charanjit Singh
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#मिशन_सुरक्षा_परिषद पंचशीलनगर हापुड़ जनपद के युवा समाजसेवी श्री रोहित सिंह जी को राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी पश्चिमी उत्तरप्रदेश मा.श्री ललित कुमार जी के अनुमोदन पर मण्डल अध्यक्ष मेरठ मण्डल मा.श्री मदनपाल भारती जी एवं प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ मा.श्री पंकज कुमार जी द्वारा मिशन सुरक्षा परिषद हापुड़ जनपद का जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ मनोनीत किया गया हैं। श्री रोहित सिंह जी को हार्दिक बधाई। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 1-कुंवर गौरव जिलाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 2-अमरिन्दर सिंह जिला उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 3-कपिल वर्मा जिलाउपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 4-मुकेश चौहान जिला उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 5-धर्मेंद्र जाटव जिला उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ। 6-अमरदीप सागर जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ। 7-अजय गौतम जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ। 8-अरमान खान जिला महासचिव युवा प्रकोष्ठ। 9-डा.उमेश कुमार https://www.instagram.com/p/ChfUhkIvjUK/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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Punjab Election News-अमरिंदर सिंह ने जारी किए अपने प्रत्याशियो की सूची, नवजोत सिंह सिद्धू को कही ये बात
Punjab Election News-अमरिंदर सिंह ने जारी किए अपने प्रत्याशियो की सूची, नवजोत सिंह सिद्धू को कही ये बात
Punjab Election News- पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह (Amrindar Singh) ने रविवार यानी की आज के दिन राज्य विधानसभा के लिए 20 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए 22 निर्वाचन क्षेत्रों से पंजाब लोक कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) को वर्तमान समय में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिअद के साथ गठबंधन के अंतर्गत राज्य की…
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रैली में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किला पकड़ा, चन्नी की खिंचाई की
रैली में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किला पकड़ा, चन्नी की खिंचाई की
मंगलवार की रात को हल्की बूंदाबांदी के साथ इसकी शुरुआत हुई और बुधवार सुबह 11 बजे तक पीएम नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली स्थल पर मंडरा रहे बादल स्पष्ट रूप से भाजपा के शक्ति प्रदर्शन को सुस्त करने की धमकी दे रहे थे। कुछ ही समय में, खाली कुर्सियों और एक पतली भीड़ से सजी सभा स्थल पर भारी बारिश हो रही थी। भीड़ में केवल कुछ छतरियां थीं, इस तथ्य के बावजूद कि आयोजकों को पहले से ही बारिश की ��ेतावनी के बारे…
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#अमरिंदर सिंह#अमरिंदर सिंह न्यूज#अश्विनी शर्मा#इंडियन एक्सप्रेस#इंडियन एक्सप्रेस इंडिया न्यूज#इंडियन एक्सप्रेस न्यूज सर्विस#एक्सप्रेस समाचार#एक्सप्रेस समाचार सेवा#नरेंद्र मोदी#नरेंद्र मोदी न्यूज़#पंजाब सरकार#भारत समाचार#सामयिकी
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बस स्टैंड खरड़ का रखा नींव पत्थर
बस स्टैंड खरड़ का रखा नींव पत्थर
मुख्यमंत्री चन्नी का स्वप्नमयी प्रोजैक्ट, राजा वड़िंग ने 6.57 करोड़ की लागत से बनने वाले आधुनिक बस स्टैंड खरड़ का रखा नींव पत्थर मुख्यमंत्री के प्रोजैक्ट के लिए फंडों की कोई कमी न होने के वायदे को दोहराया, दुकानदारों को बनने वाले कंपलैक्स में एडजस्ट करने का भरोसा भी दिया खरड़ /चण्डीगढ़, 02 दिसंबर : पंजाब के परिवहन मंत्री अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग ने इस क्षेत्र में बुनियादी ढांच�� को बढ़ावा देते हुए यहां…
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किसानों को रौंदने वाले कॉरपोरेट पूंजीपति ऐसे कहां हार मानेंगे ?
तीनों कृषि क़ानून की वापसी में बड़ी जीत के अक्स नहीं देखे जाने चाहिए। जिस तरह एक वर्ग इसे किसानों की बड़ी जीत कह कर प्रचारित कर रहा है और “उत्सव” का माहौल बना रहा है, वो लोग ज़मीनी हक़ीक़त से नावाक़िफ़ हैं। एक तरह से ये कोशिश उन लोगों को ही खुश करने की पहल है जो प्रधानमंत्री मोदी की कथित "पवित्र घोषणा" बताकर वोट के लिए कैश करना चाहते हैं।
कॉर्पोरेट पूंजीवाद ने पिछले सात वर्षों में अपना जो ताना-बाना बुना है वो इस बाज़ी को इतनी आसानी से नहीं हार जाएगा। निश्चित रूप से यूपी विधानसभा चुनाव या 2024 का सत्ता का सेमीफाइनल जीतने के लिए मोदी सरकार ने किसानों के आगे झुकने का नाटक भर किया है, नाटक का मंच नहीं बदला है। कुछ हक़ीक़तें हैं जिनसे आपको रूबरू कराना है, कुछ पेशीनगोइयां हैं जिन्हें आपको बताना है।
अगर आप लोगों को याद न हो तो फिर से याद दिलाना चाहूँगा। अडानी समूह ने पंजाब में अमरिन्दर सिंह और हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार की मदद से जो अनाज स्टोरेज के विशालकाय हब या गोडाउन बनाए हैं, वे अब बंद रहेंगे या अनाज ढोने वाली अडानी की रेल बंद हो जाएगी? ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है।
किसानों का अनाज अब अडानी का मैनेजर ख़रीदेगा और इन हबों तक पहुँचाएगा। दरअसल, मंडी की व्यवस्था ऐसी होने जा रही है जहां अडानी किसानों से अनाज ख़रीदेगा। आढ़ती इनके मैनेजर होंगे। यह तंत्र इस सरकार ने इस तरह से विकसित कर दिया है कि वो तीनों कृषि क़ानूनों से कहीं ज़्यादा सुरक्षा कॉरपोरेट पूँजीपतियों को देगा।
आपका सवाल यही होगा न कि इसमें किसानों का कहाँ नुक़सान है? सवाल वाजिब है। क���सान गाँवों में भी उस महंगाई का सामना या चुभन इस तरह महसूस करेंगे जो अभी तक शहरी मध्यम वर्ग करता आया है। यानी किसान अपना अनाज अडानी के आढ़ती मैनेजरों को जितना भी महँगा बेचेंगे, उसका कई गुना महंगाई का सामना गाँवों में किसानों को करना पड़ेगा। अभी हाल ही में डीएपी (खाद) ख़रीदने के लिए किसानों की लंबी लाइनें सभी ने देखी होंगी। इससे पहले क्या खाद ख़रीदने के लिए ऐसी लाइन लगती रही है?
गाँवों में अडानी के बैंक खुलने जा रहे हैं, जहां किसानों को कृषि लोन हाथोंहाथ मिलेगा। किसानों के खेत और फसल इनके बैंकों में गिरवी होंगे और फिर धीरे धीरे वहीं किसान इनका मज़दूर बन जाएगा। अब इसी तंत्र की तरफ़ सरकार बिना कोई कृषि क़ानून बनाए बढ़ेगी। हालाँकि इस तंत्र की बहुत सतही जानकारी ही मैं आपको दे पा रहा हूँ लेकिन कॉरपोरेट पूँजीपतियों ने ताना-बाना इससे भी ज़्यादा क्रूर बुना है। वक्त बीतने के साथ तमाम चीजें आप लोगों के सामने आती जाएँगी।
तीनों क़ानून वापस लेने की घोषणा करते समय प्रधानमंत्री मोदी ने एक बात कही है कि एमएसपी का मुद्दा तय करने के लिए सरकार अलग से एक कमेटी बनाएगी और वहाँ ये मुद्दा तय होगा। किसान संगठन इस कमेटी की हर गतिविधि पर नज़र रखें, उसके बयानों का विश्लेषण करें। उस कमेटी के ज़रिए कॉरपोरेट पूँजीपतियों के लूट का तंत्र और मज़बूत किया जाएगा। अगर इस बात को मैं स्क्रीन राइटर दाराब फ़ारूक़ी के अल्फ़ाज़ में कहूँ - क़ानून वापस लिया है। अपनी सोच नहीं, अपनी नफ़रत नहीं। कॉरपोरेट मीडिया के जो दलाल कल तक तीनों कृषि क़ानूनों के फ़ायदे बता रहे थे, अब वही इस क़ानून को वापस लेने के फ़ायदे बता रहे हैं।
आपकी सोच पर अडानी की सोच कब थोप दी जाएगी, आपको हल्का सा भी झटका महसूस नहीं होगा। क्या आपको लगता है कि गुजरात दंगों के लिए माफ़ी न माँगने वाले मोदी इतनी आसानी से कृषि क़ानूनों पर किसानों की माँग मान लेंगे, जिन किसानों को वो भरी संसद में “आंदोलनजीवी परजीवी” कह चुके हों। जिस किसान आंदोलन को हरियाणा का कृषि मंत्री जेपी दलाल “पाकिस्तानी आंदोलन” बता चुका हो। जिन किसानों को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल माओवादी बता चुके हों और सांसद मनोज तिवारी किसानों को टुकड़े टुकड़े गैंग का बता चुका ���ो।
यह हक़ीक़त है कि किसान एकजुटता से मोदी सरकार और उसकी जननी आरएसएस चिंता में गए। इन दिनों आप देख रहे होंगे कि कोई दिन ऐसा नहीं जा रहा है जब यूपी के मुख्यमंत्री से ले��र छुटभैया मंत्री तक मुसलमानों को उकसाने वाले बयान दे रहे हैं। लेकिन इनकी बयानबाज़ी पर किसान आंदोलन भारी पड़ रहा था, क्योंकि उस आंदोलन की छत के नीचे हिन्दू - मुसलमान एकजुट होकर खड़े हो गए। उन पर इन बयानों का रत्ती भर असर नहीं हो रहा है।
लेकिन एक बात और...अभी उन चेहरों को बेनकाब होना बाकी है जो किसान हितैषी के नाम पर आंदोलन में शामिल थे लेकिन उनके विचार भाजपा-आरएसएस को लेकर नहीं बदले। वे यूपी चुनाव और नजदीक आते ही पाला बदलेंगे और मोदी को किसानों का मसीहा बताकर कम से कम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों का वोट भाजपा को ट्रांसफर करा देंगे। क्योंकिन जिन लोगों का विचार ये रहा हो कि हम सरकार के खिलाफ हैं, किसी पार्टी के नहीं, उन चेहरों को बेनकाब होना बाकी है।
इस भविष्यवाणी को नोट कीजिए। संसद के जिस सत्र में इन तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लिया जाएगा, उसी सत्र में सीएए-एनआरसी की क़वायद फिर से शुरू करने की घोषणा होगी। यानी भाजपा-आरएसएस किसानों को शांत करने के बाद अपने उसी ज़हरीले मुद्दे पर लौटेंगे। पता नहीं बैरिस्टर असददुद्दीन ओवैसी साहब को ये गलतफहमी क्यों है कि मोदी सरकार सीएए-एनआरसी कानून को कृषि कानूनों की तरह वापस ले लेगी। हालांकि ओवैसी ने अपनी मांग रख दी है लेकिन दरअसल उस मुद्दे को फिर से गरमाने की कोशिश है।
ओवैसी के बयान पर जल्द ही भाजपा की प्रतिक्रिया आएगी। हो सकता है कि गृह मंत्री अमित शाह यूपी की ही किसी रैली में इस तरह की घोषणा कर दें। क्योंकि इस सरकार के सभी कारकूनों के दिन-रात सिर्फ और सिर्फ "हिन्दू-मुसलमान" डिवाइड (बांटने) के तरीके खोजने में बीतते हैं। आप देख रहे होंगे कि मीडिया में अयोध्या में बन रहे मंदिर का कवरेज बढ़ता ही जा रहा है। यूपी सरकार ने अयोध्या केंद्रित विज्ञापन अखबारों और टीवी-रेडियो के लिए जारी किए हैं।
किसान आंदोलन से भाजपा-आरएसएस को यह समझ आ गया है कि अंग्रेजों की ही नीति पर चलते हुए भारत को हिन्दू-मुसलमान में बाँट कर निष्कंटक राज किया जा सकता है। इसलिए उन्होंने नाटक का विषय बदलने की कोशिश की है लेकिन मंच वही है और उसके सूत्रधार भी वही हैं।
किसी देश के प्रधानमंत्री की अपनी एक विश्वसनीयता होती है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी विश्वसनीयता खो चुके हैं। किसानों को लेकर प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जिस केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे पर लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप है, वो शख्स मोदी कैबिनेट में बराबर जगह बनाए ��ुए है। जाति समीकरण के चलते मोदी उस को अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता तक नहीं दिखा पा रहे हैं।
अजय मिश्रा का मोदी कैबिनेट में होना बताता है कि प्रधानमंत्री की सोच किसानों को लेकर नहीं बदली है,दावे वो चाहे जितना कर लें!!!
नोटबंदी के दौरान उनके भाषणों और वादों को याद कीजिए। चुनाव के दौरान पेट्रोल-डीजल के पैसे बढ़ने पर बतौर गुजरात मुख्यमंत्री उनकी प्रतिक्रिया को याद कीजिए। ब्लैकमनी लाने के उनके वादों को याद कीजिए। देश के कितने लोगों को पता है कि भारत में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के पीछे सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतें नहीं हैं, उसका संबंध रिलायंस समूह से भी है।
देश में रिलायंस तेल का सबसे बड़ा ट्रेडर है। देश की सरकार रिलायंस को नजरन्दाज कर न तो अपनी तेल कंपनियां चला सकती है और न मनचाहा पेट्रोलियम मंत्री नियुक्त कर सकती है। ऐसे में किसानों के खेत खलिहान पर जिन कॉरपोरेट पूंजीपतियों की नजर लगी हुई, वे आसानी से हार मान लेंगे, लगता नहीं है।
Yusuf Kirmani sir
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पञ्जाबको मुख्यमन्त्रीका रूपमा काँग्रेस नेता चन्नीद्वारा सपथ ग्रहण
उहाँ पञ्जाब राज्यमा मुख्यमन्त्रीको पद सम्हाल्ने पहिलो दलित व्यक्ति हुनुभएको छ ।
कांग्रेस नेता चरनजीत सिंह चनीले सोमबार पञ्जाबको मुख्यमन्त्रीको रूपमा शपथ ग्रहण गर्न भएको छ । उहाँ पञ्जाब राज्यमा मुख्यमन्त्रीको पद सम्हाल्ने पहिलो दलित व्यक्ति हुनुभएको छ । पञ्जाब राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहितले राज भवनमा आयोजित समारोहबीच चन्नीलाई शपथ ग्रहण गराउनु भएको हो । चन्नीले पञ्जाबी भाषामा सपथ ग्रहण गर्नु भएको लिए । काङ्ग्रेस नेता अमरिन्दर सिंहले पदबाट राजीनामा दिएपछि कांग्रेसले आइतबार…
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भाजपा की नज़र कैप्टन पर, आगे-आगे देखिये होता है क्या?’’
भाजपा की नज़र कैप्टन पर, आगे-आगे देखिये होता है क्या?’’
नई दिल्ली। पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रही कलह के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर कैप्टन पर रही और अब उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देने के बाद इस प्रयास का असर जल्द ही दिखाई देने के कयास लगाये जाने लगे हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को भाजपा में शामिल करने के लिए…
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अमरिंदर के खिलाफ सिख फैक्टर ने कैसे काम किया
अमरिंदर के खिलाफ सिख फैक्टर ने कैसे काम किया
जालंधर : ऑपरेशन ब्लू स्टार के खिलाफ लोकसभा से उनके इस्तीफे के कारण कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने न केवल पंजाब में बल्कि देश के अन्य हिस्सों के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों में भी सिखों के बीच अपनी अपील को बरकरार रखा और 14 साल बाद 1998 में कांग्रेस में शामिल हुए। . बरगारी की बेअदबी और उसके बाद पुलिस फायरिंग के मामलों ने शिरोमणि अकाली दल-भाजपा को नीचे खींच लिया और अमरिंदर के लिए 2017 में दूसरी बार…
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