नींद और आराम किसको नही भाता साहब।
बस ये जिम्मेदारियां थकने नहीं देती।।
0 notes
अगर मैं भी उन्ही के स्तर पर आ गया हूं?
फिर मैं उनसे बहतर कैसे?
0 notes
नफरत के बीज बोए जा रहे है चार दिन की हस्ती के लिए,
कभी सोचा है क्या होगा तेरे जाने के बाद?
इतना मत कुचलो किसी को — २
कि वो आग बन जाए तेरी रगड़ के बाद।
0 notes
कैसी हवा चल रही है,
Layoffs की आंधी चल रही है।
Growth एंड future पहचानना और उसी दिशा में सही कदम लेना ही तो काम था,
अगर वोही नही हुआ तो क्या तुम्हारी leadership.
0 notes
कैसे बताते
लिखने का शौक तो न था।
पर न लिखते तो दुनिया को कैसे बताते।।
0 notes
झूंठ का बोल बाला है चारों दिशाओं मे।
सच्चा इंसान तो outdated है यहाँ।।
0 notes
तेरे सारे झूठ हैं मेरी जुवां पर।
बस चाहत नहीं तुझे बदनाम करना।।
0 notes
जीतना हर कीमत पर,
ये अपनी फितरत नहीं है।
0 notes
तुमको गुरुर है कि तुम कुछ हो।
होगे , तो क्या हुआ, Pointers तो मुझसे ही सीखे थे।
0 notes
PHd मेरे पास नही, पर होठों पे है अभी भी वो सेर,
जो लिखा था एक जवाब में, जवाब के लिए।
पर तेरा जवाब ना आया।
तेरे जवाब को हर रोज सपनों में देखा, तुझे जवाब लिखते हुए देखा, तुझे हर सवाल के जवाब में देखा।
पर तेरा जवाब सपने में भी नही आया।
जब तुझे देखा किसी और के सवाल के जवाब के साथ,
तो मन में एक खयाल आया।
अगर ऐसा जवाब था तो अच्छा था कि तेरा जवाब न आया।
0 notes
तेरे झूठ को भी सच माना है मैंने
और तुमसे सच भी नही सुना जाता।
0 notes
तेरी बातें और कदम आजकल मिलते नही।
और कहते हो कि साथ चल।।
0 notes
क़िस्मत ने काश ऐसा लिखा होता।
क़िस्मत ने काश ऐसा लिखा होता।
कि क़िस्मत मे तुझे लिखा होता।।
0 notes
रास्ते के रोड़े ही तो जगाहे रखते हैं।
जिंदा हो ये एहसास दिलाते रहते हैं।।
क्या हुआ जो गिरा दिया कभी।
चलने का सलीका भी तो सिखाते हैं।।
0 notes
कछुआ
इन पड़ावों को मंजिल मत समझ लेना।
इनकी छाँव में बैठ कर ख़रगोश मत बन जाना।
तुम तो कछुआ हो, बस चलते ही जाना।।
0 notes