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कोरोना के साथ एक बदलती मानसिकता
कोरोना के साथ एक बदलती मानसिकता
“कोरोना,” आज की दुनिया का राक्षस है। क्योंकि यह न केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि मन को भी प्रभावित करता है। आज कोई भी इस शब्द से अनभिज्ञ नहीं है क्योंकि पूरी दुनिया आज इस वायरस से पीड़ित है। इस वायरस ने हर देश की अर्थव्यवस्था पर कहर ढाया है, लेकिन इससे भी खतरनाक बात यह है कि लोगों के दिमाग पर इसका विनाशकारी प्रभाव पड़ा है। शरीर पर इस वायरस का प्रभाव एक चिकित्सा मामला है, लेकिन इससे अधिक लोगों के मानस…
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A CHANGING MINDSET WITH CORONA
A CHANGING MINDSET WITH CORONA
“Corona” has to be called a monster in today’s world. Because it has an effect not only on our health but also on the mind. No one is ignorant of this word today, because the whole world is suffering from this virus today. The virus has hit the economies of every country, but more dangerously, it has had a devastating effect on people’s minds. The effect of this virus on the body is a medical…
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कोरोना सोबत बदलणारी मानसिकता
कोरोना सोबत बदलणारी मानसिकता
“कोरोना” हा सध्याच्या जगातला राक्षस म्हणावं लागेल. कारण याचा परिणाम फक्त आपल्या स्वास्थ्यावरच नाही झाला तर त्याचा जास्त परिणाम हा मनावर झाला आहे. या शब्दाबद्दल आज कोणीच अनभिज्ञ नाही कारण या विषाणू चा कहर आज अख्ख जग भोगत आहे. या विषाणू चा कहर प्रत्येक देशाच्या अर्थव्यवस्थेवर तर पडलाच आहे पण त्याहीपेक्षा धोकादायक गोष्ट म्हणजे त्याचा जास्त परिणाम लोकांच्या मानसिकतेवर झाला. या विषाणू चा शरीरावर काय…
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खुद की खोज करें: दुनिया आपको खोजेगी
खुद की खोज करें: दुनिया आपको खोजेगी
Who am I ?
खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद को दूसरों की सेवा में खो दें, मोहनदास करमचंद गांधी के ये शब्द हमें खुद को खोजने का रास्ता दिखाते हैं। वास्तव में आत्म-खोज क्या है? और क्यों क्योंकि जन्म से लेकर मृत्यु तक एक संघर्ष है, बस अपनी जिम्मेदारियों, इच्छाओं, आकांक्षाओं को पूरा करना। वास्तव में किसी की अपनी खोज क्या है? यह सब करते हुए, जीवन में समय कम हो जाता है, इसमें कुछ नया…
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स्वतःला शोधा: जग आपणास शोधून काढेल
स्वतःला शोधा: जग आपणास शोधून काढेल
Who am I ?
स्वतःला शोधण्याचा उत्तम मार्ग म्हणजे स्वतःला इतरांच्या सेवेत गमावणे, मोहनदास करमचंद गांधी यांचं हे वाक्य आपल्याला स्वतःला शोधण्याचा मार्ग दाखवतात. स्वतःला शोधणं म्हणजे नेमकं काय? आणि का? कारण जन्मापासून ते मरेपर्यंत संघर्ष असतो तो फक्त आपल्या जबाबदाऱ्या, इच्छा, आकांक्षा यांना पूर्ण करण्याचा त्यात नेमका स्वतःचा शोध म्हणजे काय? कारण एवढं सर्व करत असताना जीवन कमी पडते त्यात आणखी नवीन…
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Discover yourself: The world will Discover you
Discover yourself: The world will Discover you
Who am I ?
The best way to find yourself is to lose yourself in the service of others, these words of Mohandas Karamchand Gandhi show us the way to find ourselves. What exactly is self-discovery? And why Because from birth to death there is a struggle, just fulfilling one’s responsibilities, desires, aspirations. What exactly is one’s own discovery in it? While doing all this, time in life is…
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Dreams that always Confuse the mind
But the confusion of dreams starts when there is a difference between what is required for fulfillment of desires and the satisfaction that comes from it. Satisfaction is not necessarily the fulfillment of desires. Desire and satisfaction are two different things. I made the meaning of dreams come true for the fulfillment of desires.
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