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करौंत जैसी अंधविश्वासपूर्ण रीति-रिवाजों का पालन लोगों की अज्ञानता औ
र धार्मिक ग्रंथों के असली ज्ञान के अभाव के कारण होता है।
#SacrificedLifeButNoSalvation
6Days Left For Nirvan Diwas
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पवित्र बाइबल में उत्पत्ति 1:30 पर परमेश्वर ने कहा - और जितने पृथ्वी के पशु, और आकाश के पक्षी, और पृथ्वी पर रेंगने वाले जन्तु हैं, जिन में जीवन के प्राण हैं, उन सब के खाने के लिये मैं ने सब हरे हरे छोटे पेड़ दिए हैं; और वैसा ही हो गया।
#मांस_परायाखाकर_गला_न_कटाओकोई
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जुनी जिहान में, सिंह भेड़िया और सांप।।
जो जीव हिंसा करते हैं उससे बड़ा पाप नहीं है। जीव हत्या करने वाले वे करोड़ो जन्म शेर, भेड़िया और साँप के पाते हैं
।#मांस_परायाखाकर_गला_न_कटाओकोई
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⛲ गंगा नदी शिव की जटाओं से नहीं निकली बल्कि सतलोक से चल कर अन्य लोकों में होते हुए शिव लोक में बने जटा कुंडली नाम के बने बांध (डैम) से ओवरफ्लो होकर निकलती है।
#गंगा_ही_का_पानी_निर्मल_क्यों
#SecretUncovered_By_SantRampalJi
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सब तीर्थों में श्रेष्ठ तीर्थ चित्तशुद्धि तीर्थ!
श्रीमद्देवी भागवत के छठे स्कन्ध, अध्याय 10 पृष्ठ 417 के अनुसार ‘‘तीर्थों के जल में स्नान करने से शरीर का मैल तो धुल जाता है, परंतु मन का मैल नहीं धुलता। उसके लिए तत्त्वदर्शी संत का सत्संग सुनना चाहिए। सत्संग चित्तशुद्धि करता है। इसे चित्तशुद्धि तीर्थ कहा जाता है। इसी का समर्थन गीता अध्याय 4 श्लोक 32 व 34 भी करता है।
अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj App पर पढ़िए पवित्र "ज्ञान गंगा" ई-बुक
चितशुद्धतीर्थ_में_सबतीर्थों का फल
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श्री नानक देव ने इस शंका का भी निवारण कर दिया है। जिसमें कुछ व्यक्ति यह कहते हैं कि ‘‘कबीर’’ का अर्थ बड़ा होता। ‘‘जनम साखी भाई बाले वाली’’ के page 189 पर कहा है ‘‘खालक आदम सिरजिआ आलम बड़ा कबीर।
भावार्थ है कि जिस परमेश्वर ने आदम जी को उत्पन्न किया वह बड़ा परमेश्वर कबीर है। यहां पर ‘‘कबीर’’ का अर्थ बड़ा नहीं कर सकते क्योंकि ‘‘बड़ा’’ शब्द भी साथ है। सिद्ध हुआ कि श्री नानक साहेब जी के गुरु
जी परमेश्वर कबीर साहेब जी थे।
#गुरुनानकजी_के_गुरु_कौन
#Hakka_Kabir_KarimTu
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पवित्र ‘‘कबीर सागर’’ ग्रन्थ भी ‘‘‘भाई बाले वाली जन्म साखी’’ के समान है। कबीर सागर में परमेश्वर कबीर जी तथा भक्त धमर्दास जी की वार्ता है। जो धमर्दास जी ने लिपिबद्ध किया था। इसके ‘‘स्वसमबेद बोध’’ नामक अध्याय में भी स्पष्ट है कि ‘‘लिखा है कि प्रभु कबीर जी जिंदा बाबा का वेश धारण करके पंजाब प्रांत में श्री नानक साहेब जी को मिले थे। सच्चखण्ड लेकर गये थे। श्री नानक साहेब जी ने परमेश्वर कबीर जी को गुरु बनाया था।
#गुरुनानकजी_के_गुरु_कौन
#Hakka_Kabir_KarimTu
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इस्कॉन का 'हरे कृष्ण' मंत्र मनमानी पूजा है, जो शास्त्रों में वर्णित नहीं है। गीता और वेदों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि पूर्ण मोक्ष के लिए केवल तत्वदर्शी संत से परमात्मा का मंत्र प्राप्त करना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें "ज्ञान गंगा"।
#skcon_Exposed
#SantRampalJiMaharaj
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गीता में श्रीकृष्ण ने पूर्ण परमात्मा की शरण में जाने का आदेश दिया है, कौन है वह पूर्ण परमात्मा? जानने के लिए पढ़ें "ज्ञान गंगा"।
#skcon_Exposed
#SantRampalJiMaharaj
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पूर्ण परमात्मा
गीता के अध्याय 14 श्लोक 3-5 में बताया गया है कि काल-ब्रह्म (क्षर पुरुष) ही ब्रह्मा, विष्णु, महेश का पिता और देवी दुर्गा का पति है। इस्कॉन इस सत्य को नहीं जानता और श्रीकृष्ण जी को ही सर्वशक्तिमान मानता है। सर्वशक्तिमान परमात्मा की संपूर्ण जानकारी के लिए पढ़ें "ज्ञान गंगा"
#skcon_Exposed
#SantRampalJiMaharaj
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पूर्ण परमात्मा
गीता के अध्याय 14 श्लोक 3-5 में बताया गया है कि काल-ब्रह्म (क्षर पुरुष) ही ब्रह्मा, विष्णु, महेश का पिता और देवी दुर्गा का पति है। इस्कॉन इस सत्य को नहीं जानता और श्रीकृष्ण जी को ही सर्वशक्तिमान मानता है। सर्वशक्तिमान परमात्मा की संपूर्ण जानकारी के लिए पढ़ें "ज्ञान गंगा"।
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श्रीमद्भगवद्गीता में केवल "ॐ" और "ॐ तत् सत्" मंत्रों की बात की गई है। भगवद्गीता में कहीं भी 'राम', 'हरि ओम' 'हरे कृष्ण' आदि मनमाने नामों का उल्लेख नहीं है। ये अज्ञानी संतों और गुरुओं की स्वयं निर्मित रचनाएँ हैं। यहाँ "ॐ" एक सीधा मंत्र है लेकिन "तत्" और "सत्" सांकेतिक मंत्र हैं।
#ॐ_तत_सत_का_Decode
#SantRampalJiMaharaj
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गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में पूर्ण परमात्मा प्राप्ति का मंत्र 'ॐ तत् सत्' बताया है। 'ॐ' ब्रह्म का जाप है, 'तत्' सांकेतिक है जो परब्रह्म का जाप है तथा 'सत्' भी सांकेतिक है जो पूर्णब्रह्म का जाप है।
इस मंत्र की जानकारी तत्वदर्शी संत ही बताते हैं जो वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज हैं।
#ॐ_तत_सत_का_Decode
#SantRampalJiMaharaj
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🎺 गीता जी में मोक्ष के लिए ॐ तत् सत् का जाप करने का निर्देश है जिसमें ॐ(क्षर पुरूष) तत्(अक्षर पुरुष) व सत्(परम अक्षर ब्रह्म) का जाप है जिसमें तत् व सत् सांकेतिक हैं जिन्हें केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकता है। इन मन्त्रों का रहस्य केवल संत रामपाल जी महाराज जी ने ही उजागर किया है
#ॐ_तत_सत_का_Decode
#SantRampalJiMaharaj
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गीता जी में तत्त्वदर्शी संत की क्या पहचान बताई है?
जानने के लिए देखें Factful Debates YouTube Channel पर विशेष वीडियो खुल गया राज गीता का।
#खुल_गया_राज_गीता_का
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श्राद्ध के बारे में क्या कहती है भगवद्गीता?
जानने के लिए देखें Factful Debates YouTube Channel
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पाँचवाँ वेद "सूक्ष्मवेद" आदि सनातन पंथ का ज्ञान कराता है, जिसमें बताया गया है:
गरीब, वही मुहम्मद वही महादेव, वही आदम वही ब्रह्मा।
गरीबदास दूसरा कोई नहीं, देख आपने घरमा।।
सूक्ष्मवेद का ज्ञान जानने के लिए पढ़िए पुस्तक "हिन्दू साहेबान नहीं समझे गीता, वेद, पुराण"
#पांचवें_वेद_का_रहस्य
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