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#सशरीर_सतलोक_गमन
माघ माह शुक्ल पक्ष
तिथि एकादशी विक्रम संवत 1575 (सन 1518) को कबीर साहेब जी
जब मगहर से सशरीर सतलोक गए तब का वर्णन संत गरीब दास जी ने किया है कि

वहां वहां चादार फूल बिछाये, सिज्या घांडी पदहि समाये। दो चादर दहूं दीन उठावें, ताके मध्य कबीर न पावें।।
God Kabir Nirvana Diwas
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#4DaysLeftKabirJiNirvanaDiwas
अल्लाह कबीर जी
ने मुसलमान धर्म में सुन्नत परम्परा का खंडन करते हुए कहा था कि
उदर बीज कहा था कलमा, कहा सुन्नत एक ताना | बाप तुर्क मां हिंदवानी, सो क्यों कर मुसलमाना ।।

01February2023
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#4DaysLeftKabirJiNirvanaDiwas
अल्लाह कबीर जी
ने मुसलमान धर्म में सुन्नत परम्परा का खंडन करते हुए कहा था कि
उदर बीज कहा था कलमा, कहा सुन्नत एक ताना | बाप तुर्क मां हिंदवानी, सो क्यों कर मुसलमाना ।।
01February2023

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