Tumgik
vickyprajapati96 · 3 days
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Benefits of Bhakt
By performing the devotion of Kabir Parameshwar Ji through a complete Guru, one will be forever free from the disease of birth and death. Currently, Sant Rampal Ji Maharaj Ji is the only complete Guru.
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vickyprajapati96 · 3 days
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Benefits Of Bhakti
Devotion to Kabir Parmeshwar Ji through a complete Guru leads to supreme peace and salvation.
Currently, Sant Rampal Ji Maharaj Ji is the only complete guru.
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vickyprajapati96 · 3 days
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Benefits of Bhakti
Moksha (Liberation) is possible only through devotion to the Supreme God Kabir Sahib Ji through a complete Guru. Currently, Sant Rampal Ji Maharaj is the only complete Guru.
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vickyprajapati96 · 13 days
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Manifestation of God Kabir in Kalyug
When Lord Kabir appeared on a lotus flower in the Lehartara pond of Kashi in Kalyug, at that time, Ashtanand Rishi, who was meditating besides the pond, saw an extremely bright mass of divine light get contracted at the corner of the pond. That was the effulgence of Lord Kabir, who had descended from Satlok, along with His body.
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vickyprajapati96 · 13 days
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Manifestation of God Kabir in Kalyug
Kabir Sahib Prakat Diwas is the day God Kabir Ji descended on this mortal world in Lahartara lake on a lotus flower in Kashi, Uttar Pradesh, India.
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vickyprajapati96 · 5 months
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#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
ओम् नाम किसका है?
प्रश्न:- यह कहाँ प्रमाण है कि “ओम् नाम का जाप करने वाले ब्रह्मलोक में जाते हैं और ब्रह्म भी ब्रह्मलोक में रहता है ।
उत्तर:- श्री देवी महापुराण के सातवें स्कंद के अध्याय 36 में श्री देवी जी ने राजा हिमालय से कहा कि हे राजन् ! और बातें छोड़कर यानि और सबकी भक्ति छोड़कर केवल ओम् नाम का स्मरण कर, जिसके स्मरण से तू ब्रह्म को प्राप्त हो जाएगा जो दिव्य आकाश रूप ब्रह्मलोक में रहता है।
ध्यान रहेः- गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में कहा है कि ब्रह्मलोक में गए साधक भी जन्म-मरण के चक्र में हैं।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
पवित्र हिन्दू शास्त्र VS हिंदू
प्रश्न- हिन्दू धर्म के पवित्र शास्त्रों की स्थिति क्या है?
उत्तर- चारों वेद प्रभुदत्त हैं तथा श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों का संक्षिप्त रूप यानि सारांश है। इसलिए गीता भी प्रभु द्वारा दिया ज्ञान है।
जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
फिर भी हिन्दू भाईयों को धोखे में रखकर शास्त्रों के विपरीत भक्ति कराई जा रही है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
पवित्र हिन्दू शास्त्र VS हि��्दू क्या श्री कृष्ण से अन्य कोई परमेश्वर है?
गीता जी अध्याय 15 श्लोक 17 में है कि अविनाशी व अबका धारण-पोषण करने वाला व पुरुषोत्तम परमात्मा तो गीता ज्ञान देने वाले से अन्य ही बताया है।
हिन्दू समाज गीता को शिरोधार्य मानता है। और गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि उस एक परमेश्वर की शरण में जाओ।
अज्ञानी गुरुओं ने हिंदुओं की आंखों पर अज्ञान की पट्टी बांध दी। जिसे अब संत रामपाल जी महाराज ही खोलेंगे।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
पवित्र हिन्दू शास्त्र VS हिन्दू
प्रश्न- हिन्दू धर्म के पवित्र शास्त्रों की स्थिति क्या है ? चारों वेद प्रभुदत्त हैं तथा श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों का संक्षिप्त रूप यानि सारांश है। इसलिए गीता भी प्रभु द्वारा दिया ज्ञान है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
"पवित्र हिन्दू शास्त्र VS हिन्दू"
हिंदुओं के साथ हुआ धोखा
श्रीमद् देवीभागवत पुराण के अध्याय 5 पृष्ठ 123 में प्रमाण हे कि भगवान शंकर भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु माता दुर्गा से उत्पन्न हुए हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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श्राद्ध करना मनमाना आचरण है। यह शास्त्रों में अविद्या कहा गया है। गीता अध्याय 16 श्लोक 23 और 24 में कहा है कि जो शास्त्रविधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनकी न तो गति होती है, न ही उन्हें किसी प्रकार का आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है। इसलिए शास्त्र ही प्रमाण है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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कबीर, भक्ति बीज जो होये हंसा, तारूं तास के एकोत्तर वंशा ।
श्राद्ध आदि निकालना शास्त्र विरुद्ध है,,
सत्य शास्त्रोक्त साधना करने वाले साधक की 101 पीढ़ी पार होती हैं। सत्य शास्त्रानुसार साधना केवल तत्वदर्शी संत दे सकता है जिसकी शरण में जाने के लिए गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा गया है। वर्तमान में वह पूर्ण तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक (अविनाशी लोक) की प्राप्ति होती है।
जहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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क्या श्राद्ध करना चाहिए?
वर्तमान के सभी धर्म गुरु पितृ पूजा, भूत पूजा, श्राद्ध करवाते हैं!
पवित्र गीता जी कहती है कि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं?
श्रीमद्भगवत गीता के इस प्रमाण से सिद्ध हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) करते हैं, वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते, वे यमलोक में पितरों को प्राप्त होते हैं।
मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ
- जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि -
एकै साधे सब सधै, सब साथै सब जाय । माली सीचें मूल को, फलै फूलै अघाय ॥
संत रामपाल जी महाराज सर्वसुख व पूर्णमोक्ष दायक शास्त्रानुकूल भक्ति साधना (धार्मिक अनुष्ठान) करवाते हैं, जिसके करने से साधक पित्तर, भूत नहीं बनता अपितु पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है तथा जो पूर्वज गलत साधना करके पित्तर भूत बने हैं, उनका भी छुटकारा हो जाता है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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क्या श्राद्ध करना चाहिए?
श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें ?
जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
Sant Rampal Ji Maharaj
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vickyprajapati96 · 5 months
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श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
Sant Rampal Ji Maharaj
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