#उपज
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Moth Bhav: मोठ में नहीं तेजी की गुंजाइश, उत्पादन में बढ़ोतरी, देखें तेजी-मंदी की रिपोर्ट
Moth Bhav: चालू सीजन में मोठ का भाव अधिक रहने से कारोबारी स्टॉक का व्यापार करने में इच्छुक नहीं है। कारोबारी तेजी में बैठे हैं, लेकिन जिस तरह मंडियों में आवक एवं ग्राहकी की स्थिति बनी हुई है, उसे देखते हुए कीमतों में 200 रुपए तक की गिरावट के आसार लग रहे है। मोठ की फसल नागौर दौसा डीडवाना बाड़मेर बालोतरा एवं मेड़ता लाइन में अच्छी आई है। वास्तविकता यह है कि फसल आने के समय में लगातार तीन-चार दिनों…
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छत्तीसगढ़ के जंगलों की प्राकृतिक शुद्धता की पूरे देश में बिखरेगी.
रायपुर । यह छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक क्षण है, जब वनवासियों के सतत् विकास, आजीविका और महिला सशक्तिकरण की दिशा में तीन सरकारी संस्थान साथ आए हैं। छत्तीसगढ़ राज्य लघु वन उपज सहकारी संघ, आईआईएम रायपुर और केंद्रीय भंडार ने छत्तीसगढ़ हर्बल्स को लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। इस एमओयू के तहत सेंट्रल गवर्नमेंट एम्प्लॉइज को-ऑपरेटिव के सभी केंद्रीय भंडार स्टोर्स पर अब छत्तीसगढ़ हर्बल्स के उत्पाद उपलब्ध…
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#आईआईएम रायपुर और केंद्रीय भंडार#आजीविका और महिला सशक्तिकरण की दिशा#छत्तीसगढ़ राज्य लघु वन उपज सहकारी संघ#बड़ी खबर#लेटेस्ट समाचार#वनवासियों के सतत् विकास
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#विशाल_सत्संग #निशुल्क_नाम_दीक्षा
निमंत्रण-पत्र
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में एकदिवसीय जिला स्तरीय सत्संग व ��िःशुल्क नाम दीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे आप सभी सहपरिवार सादर आमंत्रित है।
दिनांक 21 जुलाई 2024 रविवार समय: 10 बजे से 2 बजे तक।
स्थानः मंगल भवन (नगर पंचायत भाठापारा) कृषि उपज मंडी रोड़, सरस्वती शिशु मंदिर के पास (जिला-बलौदा बाजार)
संपर्क :- रामखिलावन दास-8827365653, मोहन दास-9827569197, दीनदयाल दास-9669418652
अदालत दास-9977644596, उत्तम दास 6267650223, जोहन दास-7828093040
#विशाल सत्संग#निशुल्क नाम दीक्षा#sant rampal ji maharaj#saintrampalji#kabir is god#godkabir#chennai#delhi#bengaluru#my post#भाटापारा#बलौदा बाजार
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🔸️काशी का अद्भुत विशाल भंडारा🔸️
600 वर्ष पूर्व परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी द्वारा इस लोक में ऐसे कई चमत्कार किए गए हैं जो मात्र ईश्वर द्वारा किए जा सकते हैं। किसी मायावी अथवा साधारण व्यक्ति द्वारा यह संभव नहीं हैं जैसे भैंसे से वेद मंत्र बुलवाना, सिकंदर लोदी के जलन का रोग ठीक करना, मुर्दे को जीवित करना, यह शक्ति मात्र ईश्वर के पास होती है तथा इसके अतिरिक्त काशी में बहुत विशाल भंडारे का आयोजन करना।
शेखतकी ने काशी के सारे हिन्दू, मुसलमान, पीर पैगम्बर, मुल्ला काजी और पंडितो को इकट्ठा करके कबीर परमेश्वर के खिलाफ षडयंत्र रचा। सोचा कबीर निर्धन व्यक्ति है। इसके नाम से पत्र भेज दो की कबीर जी काशी में बहुत बड़े सेठ हैं। वह काशी शहर में तीन दिन का धर्म भोजन-भण्डारा करेंगे। सर्व साधु संत आमंत्रित हैं। पूरे हिंदुस्तान में झूठी चिट्ठियां भेजकर खूब प्रचार करवा दिया की प्रतिदिन प्रत्येक भोजन करने वाले को एक दोहर (कीमती कम्बल) और एक सोने की मोहर दक्षिणा में देगें। एक महीने पहले ही प्रचार शुरू कर दिया और देखते ही देखते पूरे हिंदुस्तान से 18 लाख भक्त तथा संत व अन्य व्यक्ति लंगर खाने काशी में चौपड़ के बाजार में आकर इकट्ठे हो गए। ��ब संत रविदास जी को यह खबर लगी तो कबीर जी से पूरा हाल बयां किया। परमात्मा कबीर जी तो जानीजान थे। फिर भी अभिनय कर रहे थे। रविदास जी से कहा कि रविदास जी झोपड़ी के भीतर आ जाओ और कुंडी लगा लो हम सुबह होते ही यहां से निकल लेंगें इस बार तो हमारे ऊपर बड़ा जुल्म कर दिया है इन लोगों ने।
एक तरफ तो परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी अपनी झोपड़ी में बैठे थे और दूसरी तरफ परमेश्वर कबीर जी अपनी राजधानी सतलोक में पहुँचे। वहां से केशव नाम के बंजारे का रूप धारण करके कबीर परमात्मा 9 लाख बैलों के ऊपर बोरे (थैले) रखकर उनमें पका-पकाया भोजन (खीर, पूड़ी, हलुवा, लड्डू, जलेबी, कचौरी, पकोडी, समोसे, रोटी दाल, चावल, सब्जी आदि) भरकर सतलोक से काशी नगर की ओर चल पड़े। सतलोक की हंस आत्माएं ही 9 लाख बैल बनकर आए थे। केशव रूप में कबीर परमात्मा एक तंबू में डेरा देकर बैठ गए और भंडारा शुरू हुआ। बेईमान संत तो दिन में चार-चार बार भोजन करके चारों बार दोहर तथा मोहर ले रहे थे। कुछ सूखा सीधा (चावल, खाण्ड, घी, दाल, आटा) भी ले रहे थे।
इस भंडारे की खास बात यह थी कि परमेश्वर के भोग लगे पवित्र भंडारे प्रसाद को खाने से कोटि-कोटि पापनाश हो जाते हैं जिसका प्रमाण गीता अध्याय-3 श्लोक-13 में है।
धर्म यज्ञ बहुत श्रेष्ठ होती हैं भोजन भंडारा करवाना धर्म यज्ञ में आता है भंडारे से वर्षा होती है वर्षा से धन-धान्य की उपज होती है जिससे सभी जीवों का पेट भरता और पुण्य मिलता है।
ऐसे पुण्य के कार्य वर्तमान में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल की महाराज जी द्वारा किए जा रहे हैं उनके सानिध्य में 10 जगहों पर तीन दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है इस भंडारे में शुद्ध देशी घी के पकवान जैसे रोटी, पूरी, सब्जी, लड्डू, जलेबी, हलवा, बूंदी आदि–आदि बनाए जाते हैं। जो पूर्ण परमेश्वर को भोग लगाने के पश्चात भंडारा करवाया जाता है। इस समागम में लाखों की संख्या में देश विदेश से आए श्रद्धालुों का तांता लगा रहा रहता है। परमेश्वर की अमर वाणी का अखंड पाठ, निःशुल्क नामदीक्षा चौबीसों घंटे चलती रहेगी। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
#MiracleOfGodKabir_In_1513
#दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस
26-27-28 नवंबर 2023
#SantRampalJiMaharaj
#trending
#viralpost
अधिक जानक��री के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
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Free tree speak काव्यस्यात्मा 1453.
अनेक शब्द हैं
- © कामिनी मोहन पाण्डेय।
अनेक शब्द हैं
शब्दों से बनते अनेक कथन है
उन कथनों के अर्थ बीज बन उगते हैं
ख़ुद की छाया में बैठे इंतज़ार करते हैं
पर हर बार उपज सदाबहार बुनते हैं
सूक्ष्म रूप से वृहद रूप तक
अथक प्रतीक्षा करते रहते हैं
अपने अंतर्तम में अनन्य अनन्त
आकृति छुपा रखते हैं।
युगों-युगों से अडिग
अकारण उपजी अभिलाषा में
कल जो देखा, सुना
उसे फिर-फिर देखते रहते हैं।
मन की परिचित भित्तियों से ढँके
तटस्थ और संतुष्ट पृथ्वी पर
देह की यात्रा करते रहते हैं।
- © कामिनी मोहन पाण्डेय।
#kaminimohanspoetry#kavyasadhana काव्यस्यात्मा#kaminimohansworld#poetry#kaminimohan#साधना आराधना#hindi#काव्यस्यात्मा#काव्य#poets on tumblr#कामिनीमोहन
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Gardening Vocabulary
बाग़बानी - gardening, horticulture (feminine), also उद्यान-विज्ञान (masculine) खेती, कृषि - farming, agriculture (feminine) माली - gardener (masculine), मालिन (feminine) बग़ीचा, बाग़ - garden (masculine), also उद्यानभूमि (feminine) * सब्ज़ियों का बाग़ / बग़ीचा - vegetable garden (masculine) * जड़ी बूटियों का बगीचा - herb garden (masculine) फलों का वृक्ष / पेड़ - fruit tree (masculine) बे��ी की झाड़ी - berry bush (feminine) लता - creeper, vine (feminine) सब्ज़ी, तरकारी - vegetable (feminine), also साग (masculine) * जड़ वाली सब्ज़ी - root vegetable (feminine) पौधा, पादप - plant (masculine) * a plant can be खाद्य (edible), सजावटी (decorative, ornamental), औषधीय (medicinal) or मसालेदार (spice plant). * also पत्तेदार (leafy), फलदार (fruitful, fruit-bearing), स्वस्थ (healthy), पुष्ट (thriving, nourished) or रोगग्रस्त (diseased). फूल, पुष्प - flower (masculine) * a flower can be for example सुगंधित (fragrant) or खिलता हुआ (blooming). कंद - bulb (masculine) पत्ती - leaf (feminine) किशलय - new, fresh leaf (masculine) तना - stem (masculine) टहनी - twig (feminine) डाल, डाली - branch (feminine) पानी - water (masculine) जारक - oxygen (masculine) सूर्य का प्रकाश - sunlight (masculine) ताप - heat, warmth (masculine) प्रकाश संश्लेषण - photosynthesis (masculine)
Planting and Growing Crops
बुवाई - sowing (feminine) बुवाई का मौसम - sowing season (masculine) बढ़ने का मौसम - growing season (masculine) बढ़ना, उगना - to grow (intransitive) उगाना - to grow [plants, flowers, berries etc.] (transitive) की देख रेख करना - to nurse, take care of (transitive) मुरझाना - to wither (intransitive) जोताई, जुताई - plowing, tillage (feminine) जोतना - to plow (transitive) बीज - seed, seedling (masculine) बोना, रोपना, बीज लगाना - to sow, plant (transitive) पंक्तियों में लगाना - to sow in rows (transitive) पादपों की परस्पर दूरी - distance between plants (feminine) भूमि, ज़मीन, मिट्टी - soil, ground, earth (feminine) * soil can be हल्की, बालुकामय (light, sandy) or भारी, चिकनी (heavy, clay soil). * ground can be सूखी (dry) or नम (wet, moist). भूमि की आर्द्रता / नमी - soil moisture (feminine) गमला - pot (masculine) गमले में लगा पौधा - potted plant (masculine) गमले की मिट्टी - potting soil (feminine) मिट्टी डालना - to pour soil (transitive) अंकुर - shoot, bud, sprout (masculine) अंकुरित - sprouting, budding (adjective) अंकुरण - sprouting (masculine) जड़ - root (feminine) जड़ वाला - rooted (adjective) जड़ जमाना - to root, take root (transitive) छिड़काव करना - to spray, water (transitive) पानी डालना - to water (transitive) सिंचाई - irrigation (feminine) सींचना, सिंचाई करना - to irrigate (transitive) भूमि को नम रखना - to keep the soil moist (transitive) खाद, उर्वरक - fertilizer, manure (masculine) खाद डालना - to apply fertilizer (transitive) कीटनाशक - insecticide, pesticide (masculine) कीट, कीड़ा - pest, insect (masculine) छँटाई - pruning (feminine) काट-छाँट करना - to prune (transitive) घास पात - weeds (masculine) गोड़ना - to hoe, scrape (transitive) गोड़ाई निराना, निराई करना, गुड़ाई करना - to weed (transitive) फूलना, फूल लगना, खिलना - to bloom, flower (intransitive) फलना - to flourish, carry fruit (intransitive) फसल - crop, harvest (feminine) उपज - yield, produce (feminine) उत्पादन करना - to produce [fruit, berries, crops] (transitive)
Common Garden Plants
प्रजाति, जाति - species (feminine) मटर - pea (feminine) मूली - radish (feminine) गाजर - carrot (feminine) चुक़ंदर - beet (masculine) शलजम - turnip, rutabaga, swede (masculine) पालक - spinach (feminine) अजमोद - parsley (masculine) अजवायन - celery (masculine) आलू - potato (masculine) शकरकंद - sweet potato (masculine) शतावरी - asparagus (feminine) हरी सेम - green beans (feminine) राजमा - kidney beans (feminine) मिर्च - chili (feminine) शिमला मिर्च - bell pepper, capsicum (feminine) फूलगोभी - cauliflower (feminine) हरी फूलगोभी - broccoli (feminine) बंद गोभी - Brussel sprout, cabbage (feminine) लाल पत्तागोभी - red cabbage (feminine) बैंगन, ब्रिंजल - aubergine, eggplant (masculine) प्याज - onion (masculine) हरा प्याज - spring onion (masculine) हरे प्याज के पत्ते - chives (masculine) लहसुन - garlic (masculine) खीरा - cucumber (masculine) तुरई, तोरी - zucchini (feminine) कद्दू - pumpkin (masculine) टमाटर - tomato (masculine) मकई - corn, maize (feminine), also मक्का (masculine) गुलाब - rose (masculine) नरगिस - daffodil (masculine) न��लक - lilac (masculine) सूरजमुखी - sunflower (feminine) स्रीवत - pansy (masculine) गेंदा - marigold (masculine)
Garden Tools
औज़ार - tool (masculine) बागवानी दस्ताने - gardening gloves (masculine) खुरपी - trowel, spade (masculine) * खुरपियाना - to weed with a trowel or spade (transitive) हल - plow, plough (masculine) * हल जोतना - to plow (transitive) सींचने का कनस्तर - watering can (masculine) पानी का पाइप - water hose (masculine) बागवानी कैंची - pruning shears (feminine) खुदाई का कांटा - garden fork (masculine) * खुदाई करना - to dig (transitive) कुदाल, कुदार - hoe (masculine) बेलचा - shovel (masculine) बगीचे का ठेला - wheelbarrow (masculine)
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#FridayMotivation
#SantRampalJiMaharaj_App
जब लग सार नाम गुरु नहीं बतावै।तब तक प्राणी मुक्तिनहीं पावै।सार नाम बिन सीप बिन मोती,उपज खपे बिना हर खेती आदि नाम है अक्षर माहीं। बिन गुरू नरक छूटै नाहीं।सोहं में निःअक्षर रहाही बिन गुरु कौन दे है लखाई। सुनें सत्संग साधना टीवी शाम 7.30
#saintrampalji#bhakti#satlokashram#mahadev#god#satloke#saintrampaljimaharaj#religion#trueguru#satlok
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#GodMorningTuesday
जब लग सार नाम गुरु नहीं बतावै ।
तब तक प्राणी मुक्तिनहीं पावै ।।
सार नाम बिन सीप बिन मोती ।
उपज खपे बिना हर खेती ।।
आदि नाम है अक्षर माहीं ।
बिन गुरू नरक छूटै नाहीं । ।
सोहं में निःअक्षर रहाही ।
बिन गुरु कौन दे है लखाई ।।
#SantRampaljiQuotes
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प्याज की कीमत रु. 100 का आंकड़ा छूते ही मुंबईगारा की आंखों में आंसू आ गए
मुंबई: दिवाली के बाद प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का असर पड़ा है। 80 से 90 रुपये प्रति किलो बिकने वाली प्याज की कीमत अब 100 रुपये तक पहुंच गई है. जब तक प्याज की नई फसल बाजार में नहीं आ जाती, तब तक प्याज की कीमत लोगों को परेशान करती रहेगी. नवी मुंबई में एपीएमसी (कृषि उपज बाजार समिति) बाजार के व्यापारियों के अनुसार, मानसून के बाद भी जारी बारिश के कारण प्याज की फसल खराब हो गई। इसके चलते बाजार…
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इसमें डिसोडियम ऑक्टोबोरेट टेट्रा हाइड्रेट हे जो वाटर सॉल्युबल बोरान (बी) होता है और इसका उपयोग जड़ विकास, फलों के विकास, कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिसएम् और प्रोटीन संश्लेषण के लिए किया जाता है, यह मिट्टी, फसल में बोरॉन की कमी को कम करता है जिससे उपज बढ़ती है।
#Chelated Boron 20% D.O.T#fertilizer production line#fertilizer#organic fertilizer production line#farming#agriculture#soil
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कृषि उपज मंडी बानापुरा में विपणन व्यवस्था के संबंध पंजीयन व्यवस्था
सिवनी मालवा। कृषि उपज मंडी समिति बनापुरा वर्तमान में सिवनी मालवा क्षेत्र से लगे हुए चार जिलों की कृषि उपज प्रतिदिन विक्रय हेतु आती है और मंडी में उचित दाम सहित तोल व्यवस्था एवं भुगतान व्यवस्था किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है। आवक बहुत अधिक कृषि उपज मक्का की हो रही है फिर भी किसानों को संतुष्ट करते हुए टोकन व्यवस्था लागू करते हुए नीलाम कार्य संचालित हो रहा है। किसी प्रकार की कोई असुविधा उत्पन्न…
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*खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल के प्रयास* *खाजूवाला कृषि उपज मंडी समिति में विभिन्न कार्यों के लिए 3 करोड़ 40 लाख रुपए स्वीकृत*
बीकानेर, 11 नवम्बर। खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल के प्रयासों से खाजूवाला कृषि उपज मंडी समिति के विभिन्न नए निर्माण तथा मरम्मत कार्यों के लिए कृषि विपणन विभाग द्वारा 3 करोड़ 40 लाख 64 हजार की राशि की स्वीकृतियां जारी की गई हैं। विधायक डॉ. मेघवाल ने बताया कि खाजूवाला कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय भवन में रंग-रोगन और सेनेटरी कार्यों के साथ आवश्यक रिपेयर कार्यों के लिए 11.40 लाख, आवासीय…
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मथुरा मंडी 11-11-2024: आज के धान, कपास, सरसों, बाजरा, गेहूं, चीनी के रेट
Mathura Mandi Bhav 11 November 2024: यूपी की मथुरा कृषि उपज मंडी में आज विभिन्न कृषि उत्पादों जैसे धान, कपास, ज्वार, बाजरा, गेहूं, सरसों, जौ, मूंग, आटा, मैदा खल और चीनी इत्यादि का ताज़ा मंडी भाव… आज के अनाज एवं कृषि उत्पादों ��े भाव (कुंतल में) चना (बेस्ट क्वालिटी): ₹8600 – ₹9000 धान (1509): ₹2300 – ₹3000 कपास: ₹4200 – ₹7500 सरसों (लैब 42% तेल): ₹6500 गेहूं: ₹2830 – ₹2890 म.प्र. आशीर्वाद…
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अडानी जांच के बाद: निवेशक कैसे अपनी रणनीतियों को बदल सकते हैं?
हाल ही में, अडानी ग्रुप पर आई हिंडनबर्ग अडानी जांच रिसर्च की रिपोर्ट ने भारतीय शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। इस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के वित्तीय स्वास्थ्य और उसके संचालन में अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं। इससे निवेशकों को काफी नुकसान हुआ है और बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। निवेशकों ने देखा कि अडानी ग्रुप के शेयरों की कीमतों में असामान्य गिरावट आ रही है, जिससे उनके निवेश पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।
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The Afghan Hound / द अफ़ग़ान हाउंड
₹250.00
by Ashfaq Ahmad (Author)
Book: the Afghan Hound
Paperback: 268 pages
Publisher: Gradias Publishing House
Language: Hindi
ISBN-13: 978-81-980979-3-4
Product Dimensions: 22 x 14 x 1.5 cm
क्राईम फिक्शन के नाम पर मेरे द्वारा इस समय दो शृंखलाएं लिखी जा रही हैं, जिन्हें पहचान के लिये 'क्राईम फिक्शन' और 'स्पाईवर्स' के रूप में दो अलग-अलग हैशटैग के साथ चिन्हित किया गया है। क्राईम फिक्शन डेविड फ्रांसिस के रूप में एक अकेले किरदार से सम्बंधित शृंखला है— जो एक खास तरह के मनोविज्ञान की उपज है। वह यायावर है, जो दुनिया के चप्पे-चप्पे को देख लेना चाहता है। वह ठरकी है जो दुनिया की हर नस्ल और हर रंग की लड़की को भोग लेना चाहता है… और वह सनकी है, जो दुनिया के हर अपराधी को उसके अंजाम तक पहुंचा देना चाहता है। लेकिन उसका तरीका थोड़ा अनोखा है… वह अपनी पसंद की किसी जगह पहुंच कर, ��हां कोई ऐसी हसीना ढूंढता है जो मुसीबत की मारी हो और उसे मुसीबत से निकालने में लग जाता है, जो अक्सर उसके लिये ही मुसीबत का कारण बन जाती है— इस सिलसिले में जो कहानी जन्मती है, वह ‘क्राईम फिक्शन’ हैशटैग के अंतर्गत प्रकाशित होती ��ै। यह किरदार अभी ढलने की प्रक्रिया में है और इस प्रक्रिया के तहत इसकी पहली कहानी ‘काया पलट’ के रूप में प्रकाशित हुई है— जिसके बाद ‘ए डैमसेल इन डिस्ट्रेस’ और ‘डार्क साइड’ भी प्रकाशित हो चुकी हैं। क्राईम फिक्शन के अंतर्गत जो दूसरी शृंखला है, वह ‘स्पाईवर्स’ के हैशटैग के साथ प्रकाशित होती है— जिसमें ‘कोड ब्लैक पर्ल’ पहला, ‘मिशन ओसावा’ दूसरा और ‘द अफ़ग़ान हाउंड’ तीसरा उपन्यास था। जहां डेविड सीरीज केवल एक किरदार पर आधारित है, वहीं स्पाईवर्स की कहानियां एक ऐसी एजेंसी पर आधारित हैं— जिसे ‘राॅ’ की एडीशनल डेस्क के रूप में परिभाषित किया गया है और जो बेसिकली विदेश विभाग से जुड़े मसलों में अपने स्पेशल एजेंट्स के साथ परफार्म करने के लिये डिजाइन की गई है, लेकिन तार किसी बाहरी साजिश से जुड़े हों और ज़मीन देश की ही इस्तेमाल की जा रही हो, तो भी वे डील कर सकते हैं। इस एजेंसी में मुख्यतः आरव, निहाल और संग्राम के रूप में तीन मेल एजेंट्स तो रूबी, सबीना और रोजीना के रूप में तीन फीमेल एजेंट्स हैं— जिनके अपने मिज़ाज हैं और काम करने के अपने तरीके… इन्हें अलग-अलग मिशन दिये जाते हैं जहां इन्हें फिलहाल एक जोड़े के रूप में परफार्म करना होता है— जिसमें इन्हें ग्रेड बी के कुछ एजेंट्स से भी मदद मिलती है। स्पाइवर्स के अंतर्गत पहली कहानी ‘कोड ब्लैक पर्ल’ संग्राम सीरीज का इंट्रोडक्टरी उपन्यास था, तो इसी तरह ‘मिशन ओसावा’ एजेंसी के दूसरे एजेंट आरव आकाश का पहला और इंट्रोडक्टरी उपन्यास था। इसी तर्ज़ पर ‘द अफ़ग़ान हाउंड’ एजेंसी के तीसरे मेन एजेंट निहाल सिंह की पहली कहानी है। ‘कोड ब्लैक पर्ल’ फिनलैंड में किये एक मिशन की कहानी थी तो ‘मिशन ओसावा’ कश्मीर से सम्बंधित ऐसी कहानी जिसमें विदेशी शक्तियों का जुड़ाव था— जबकि स्पाईवर्स की यह तीसरी कहानी अफ़गानिस्तान से सम्बंधित है, जो एक अरसे से विदेशी शक्तियों का अखाड़ा बना रहा है। प्रस्तुत कहानी में एक ऐसी अंतर्राष्ट्रीय क्रिमिनल ऑर्गेनाइजेशन का भी समावेश है, जिसके फलसफे अलग हैं, जिसके लक्ष्य अलग हैं और जिसके तरीके भी सबसे अलग हैं— जो बतौर आर्गेनाइजेशन भी किसी विकसित देश जितनी पा���वर रखती है। अपने किन्हीं दूरगामी लक्ष्यों के लिये उस अपराधिक संस्था ने पूर्वी अफ़गानिस्तान के एक सरहदी इलाके को फुटबाल ग्राउंड बना रखा है और अफ़ग़ानिस्तान की मौजूदा सरकार उस खेल को रोकना तो दूर, उसे समझने में भी असमर्थ है। जिससे निपटने के लिये वे आईएसआई से ले कर राॅ तक की मदद लेना मंज़ूर करते हैं और इस मदद के नाम पर वह मिशन अमल में आता है जहां से स्पाईवर्स में निहाल का प्रवेश होता है। क्या वह उन हादसों का मुअम्मा हल कर पायेगा, जिन्होंने अफ़गान हुकूमत को हिला रखा है? क्या वह उस संस्था के खेल को सबके सामने ला पायेगा— ला पायेगा तो कैसे? जानने के लिये पढ़िये… द अफ़ग़ान हाउंड!
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दिवाली पर किसानों को गिफ्ट, मोदी सरकार ने गेहूं चना समेत 6 रबी फसलों पर MSP बढ़ाई
NEW DELHI:किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने 2025-26 मार्केटिंग वर्ष के लिए सभी प्रमुख रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस फैसले की घोषणा की। एएनआई की खबर के अनुसार, सरकार ने किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी…
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