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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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कंबाला रेस : एक हफ्ते में ही टूटा श्रीनिवास गौड़ा का रिकॉर्ड, इस युवक ने 9.51 सेकंड में पूरी की 100 मीटर रेस
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चैतन्य भारत न्यूज बेंगलुरु. भैंसों की परंपरागत दौड़ (कंबाला रेस) में रिकॉर्ड प्रदर्शन कर उसैन बोल्ट की रफ्तार को पीछे छोड़ने वाले धावक श्रीनिवास गौड़ा ने 100 मीटर की दूरी महज 9.55 सेकंड में पूरी कर तहलका मचा दिया। लेकिन गौड़ा का यह रिकाॅर्ड एक हफ्ते भी कायम नहीं रह सका। जी हां...इसी खेल में निशांत शेट्टी नाम के युवक ने 13.68 सेकंड में 143 मीटर का फासला तय कर उनके रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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बता दें, कर्नाटक के गौड़ा ने पानी भरे खेत में नंगे पैर होने वाली इस प्रतियोगिता के दौरान सिर्फ 13.62 सेकेंड में 145 मीटर की दौड़ लगाई, जिसके बाद ये दावा किया गया कि उन्होंने सिर्फ 9.55 सेकेंड में 100 मीटर की दूरी तय की। जबकि निशांत 13.68 सेकंड में 143 मीटर की दौड़ तय करने पर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने 100 मीटर की दूरी 9.51 सेकंड में तय की। बाजागोली जोगीबेट्टू के निशांत ने रविवार को वेन्नूर में ये नया रिकॉर्ड बनाया। बता दें, विश्व प्रसिद्ध एथलीट उसैन बोल्ट ने 100 मीटर दौड़ 9.58 सेकेंड में पूरा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। ऐसे में निशांत ने गौड़ा और बोल्ट दोनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
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क्या है कंबाला रेस? बता दें कंबाला रेस कर्नाटक का एक पारंपरिक खेल है। यह मंगलौर और उडूपी में ज्यादा प्रचलित है। इस खेल का आयोजन कीचड़ में किया जाता है। मंगलौर और उडूपी के कई गांवों में कंबाला का आयोजन होता है, जिसमें दर्जनों उत्साही युवा अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित भैंसों के साथ भाग लेते हैं। इस दौरान कीचड़ वाले इलाके में युवा दो भैंसों के साथ दौड़ लगाते हैं। ये भी पढ़े... भैसों की रेस में उसेन बोल्ट से भी तेज दौड़ा यह भारतीय युवक, खेल मंत्री देंगे मौका भारतीय उसेन बोल्ट रेसर श्रीनिवास ने ट्रायल्स देने से किया इनकार, खेल मंत्री ने भेजा था प्रस्ताव Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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'भारतीय उसेन बोल्ट' रेसर श्रीनिवास ने ट्रायल्स देने से किया इनकार, खेल मंत्री ने भेजा था प्रस्ताव
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चैतन्य भारत न्यूज बेंगलुरु. पारंपरिक कंबाला रेस होने के बाद से ही कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा की तुलना दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट से की जा रही है। श्रीनिवास ने 100 मीटर की रेस महज 9.55 सेकेंड में पूरी कर ली थी। खेल मंत्री किरण रिजीजू इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने श्रीनिवास को ट्रायल्स के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में बुलाने की बात कही थी। लेकिन अब श्रीनिवास ने ट्रायल्स में भाग लेने से इनकार कर दिया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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श्रीनिवास ने कहा कि, 'उन्हें अपना खेल ही पसंद है और वे उसी को खेलेंगे।' श्रीनिवास ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि, 'दोनों ही खेल अलग हैं। ट्रैक दौड़ में हम जहां अंगूठे के बल पर दौड़ते हैं वहीं कंबाला में हमें एड़ियों का इस्तेमाल करना होता है। कंबाला में भैंसे की भी अहम भूमिका होती है। मैं भारतीय खेल प्राधिकरण के ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए फिट नहीं हूं। मेरे पांव में चोट लग गई थी और मेरा ध्यान भी कंबाला पर है।' 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा 28 वर्षीय श्रीनिवास गौड़ा दक्षिण कन्नड़ जिले के मूदाबिदरी के रहने वाले हैं। श्रीनिवास ने पारंपरिक कंबाला रेस (भैंसों की रेस) में 13.62 सेक���ड में 142.50 मीटर की रेस पूरी की है। उन्होंने इतनी तेज दौड़कर भैसों की रेस में 30 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। नया रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद लोग उनकी स्पीड का आंकलन कर रहे हैं। समय के हिसाब से 100 मीटर की रेस में श्रीनिवास की स्पीड 9.55 सेकंड रही, जो बोल्ट से 0.03 सेकंड तेज है। बोल्ट के नाम 100 मीटर रेस में 9.58 सेकेंड का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
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श्रीनिवास का कमाल उल्लेखनीय हालांकि श्रीनिवास गौड़ा की तुलना सीधे तौर पर बोल्ट से इसलिए नहीं की जा सकती है, क्योंकि श्रीनिवास भैंसों के जोड़े के साथ कीचड़ में दौड़ रहे थे। ऐसी स्थिति में रफ्तार अलग हो जाती है। लेकिन श्रीनिवास का यह कमाल भी अपने आप में उल्लेखनीय है। क्या है कंबाला रेस? कंबाला रेस कर्नाटक का एक पारंपरिक खेल है। यह मंगलौर और उडूपी में ज्यादा प्रचलित है। इस खेल का आयोजन कीचड़ में किया जाता है। मंगलौर और उडूपी के कई गांवों में कंबाला का आयोजन होता है, जिसमें दर्जनों उत्साही युवा अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित भैंसों के साथ भाग लेते हैं। इस दौरान कीचड़ वाले इलाके में युवा दो भैंसों के साथ दौड़ लगाते हैं।
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कंबाला पर प्रतिबंध की मांग कुछ साल पहले जानवरों का संरक्षण करने वाले कार्यकर्ताओं ने कंबाला का विरोध किया था और इस खेल पर प्रतिबंध लगाने की ��ांग की थी। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि जॉकी बल प्रयोग कर तेज दौड़ने के लिए भैंसों को मजबूर करता है। इसके बाद कुछ साल के लिए इस पारंपरिक खेल पर लोक लगा दी गई थी। हालांकि, तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने खेल को जारी रखने के लिए एक विशेष कानून पारित कराया था। ये भी पढ़े... भैसों की रेस में उसेन बोल्ट से भी तेज दौड़ा यह भारतीय युवक, खेल मंत्री देंगे मौका मप्र का उसेन बोल्ट ट्रायल में आखिरी नंबर पर आया, पीठ दर्द और जूतों ने रोकी रफ्तार VIDEO : युवक ने नंगे पैर 11 सेकंड में पूरी की 100 मीटर की दौड़, खेल मंत्री ने कहा- मेरे पास भेजो    Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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भैसों की रेस में उसेन बोल्ट से भी तेज दौड़ा यह भारतीय युवक, खेल मंत्री देंगे मौका
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चैतन्य भारत न्यूज बेंगलुरु. इन दिनों कर्नाटक के एक युवक के बारे में खूब चर्��ा हो रही है। उस युवक ने 100 मीटर की रेस महज 9.55 सेकेंड में पूरी कर ली। दावा किया जा रहा है कि इस युवक ने दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस युवक से खेल मंत्री किरण रिजीजू भी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने युवक को ट्रायल्स के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में बुलाने की बात कही है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); #WATCH : Mr. Srinivasa Gowda from Moodabidre, Karnataka ran 100m in 9.55 seconds at a #Kambala (buffalo race). He was faster than @usainbolt who took 9.58 seconds to create a world record. We Indians are busy with praising others! 🙂@KirenRijiju @narendramodi @girishalva pic.twitter.com/eIcCS98b33 — Shruthi Thumbri 🇮🇳 (@Shruthi_Thumbri) February 14, 2020 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा इस 28 वर्षीय युवक का नाम श्रीनिवास गौड़ा है जो दक्षिण कन्नड़ जिले के मूदाबिदरी के रहने वाले हैं। श्रीनिवास ने पारंपरिक कंबाला रेस (भैसों की रेस) में 13.62 सेकंड में 142.50 मीटर की रेस पूरी की है। उन्होंने इतनी तेज दौड़कर भैसों की रेस में 30 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। नया रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद लोग उनकी स्पीड का आंकलन कर रहे हैं। समय के हिसाब से 100 मीटर की रेस में श्रीनिवास की स्पीड 9.55 सेकंड रही, जो बोल्ट से 0.03 सेकंड तेज है। बोल्ट के नाम 100 मीटर रेस में 9.58 सेकेंड का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
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खेल मंत्री ट्रायल के लिए बुलाएंगे श्रीनिवास के इस टैलेंट को देखते हुए सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ओलिंपिक में भेजने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा श्रीनिवास को ट्रेनिंग दिलाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। श्रीनिवास की इतनी चर्चा के बाद किरण रिजीजू ने कहा कि, 'मैं स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) कोचों द्वारा कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा को ट्रायल के लिए बुलाऊंगा। आमतौर पर एथलेटिक्स में ओलंपिक के मानकों के बारे में लोगों में ज्ञान की कमी है, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भारत की कोई भी प्रतिभा छूट न जाए।' Sports Min Kiren Rijiju: I'll call Srinivasa Gowda for trials by top SAI Coaches. There's lack of knowledge in masses abt standards of Olympics especially in athletics where ultimate human strength&endurance are surpassed.I'll ensure that no talents in India is left out untested https://t.co/KiKTYiMIDy pic.twitter.com/oVcntjfu0L — ANI (@ANI) February 15, 2020 श्रीनिवास का कमाल उल्लेखनीय हालांकि श्रीनिवास गौड़ा की तुलना सीधे तौर प�� बोल्ट से इसलिए नहीं की जा सकती है, क्योंकि श्रीनिवास भैंसों के जोड़े के साथ कीचड़ में दौड़ रहे थे। ऐसी स्थिति में रफ्तार अलग हो जाती है। लेकिन श्रीनिवास का यह कमाल भी अपने आप में उल्लेखनीय है। Karnataka: Srinivasa Gowda from Mudbidri, Mangaluru ran 142.5 meters in 13.62 seconds at a buffalo race (Kambala) in a paddy field on Feb1 in Kadri. He says, "People are comparing me to Usain Bolt. He is a world champion, I am only running in a slushy paddy field". pic.twitter.com/tjq03M5m0C — ANI (@ANI) February 15, 2020 क्या है कंबाला रेस? कंबाला रेस कर्नाटक का एक पारंपरिक खेल है। यह मंगलौर और उडूपी में ज्यादा प्रचलित है। इस खेल का आयोजन कीचड़ में किया जाता है। मंगलौर और उडूपी के कई गांवों में कंबाला का आयोजन होता है, जिसमें दर्जनों उत्साही युवा अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित भैंसों के साथ भाग लेते हैं। इस दौरान कीचड़ वाले इलाके में युवा दो भैंसों के साथ दौड़ लगाते हैं।
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कंबाला पर प्रतिबंध की मांग कुछ साल पहले जानवरों का संरक्षण करने वाले कार्यकर्ताओं ने कंबाला का विरोध किया था और इस खेल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि जॉकी बल प्रयोग कर तेज दौड़ने के लिए भैंसों को मजबूर करता है। इसके बाद कुछ साल के लिए इस पारंपरिक खेल पर लोक लगा दी गई थी। हालांकि, तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने खेल को जारी रखने के लिए एक विशेष कानून पारित कराया था। ये भी पढ़े... मप्र का उसेन बोल्ट ट्रायल में आखिरी नंबर पर आया, पीठ दर्द और जूतों ने रोकी रफ्तार VIDEO : युवक ने नंगे पैर 11 सेकंड में पूरी की 100 मीटर की दौड़, खेल मंत्री ने कहा- मेरे पास भेजो  Read the full article
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भैसों की रेस में उसेन बोल्ट से भी तेज दौड़ा यह भारतीय युवक, खेल मंत्री देंगे मौका
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चैतन्य भारत न्यूज बेंगलुरु. इन दिनों कर्नाटक के एक युवक के बारे में खूब चर्चा हो रही है। उस युवक ने 100 मीटर की रेस महज 9.55 सेकेंड में पूरी कर ली। दावा किया जा रहा है कि इस युवक ने दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस युवक से खेल मंत्री किरण रिजीजू भी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने युवक को ट्रायल्स के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में बुलाने की बात कही है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); #WATCH : Mr. Srinivasa Gowda from Moodabidre, Karnataka ran 100m in 9.55 seconds at a #Kambala (buffalo race). He was faster than @usainbolt who took 9.58 seconds to create a world record. We Indians are busy with praising others! 🙂@KirenRijiju @narendramodi @girishalva pic.twitter.com/eIcCS98b33 — Shruthi Thumbri 🇮🇳 (@Shruthi_Thumbri) February 14, 2020 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा इस 28 वर्षीय युवक का नाम श्रीनिवास गौड़ा है जो दक्षिण कन्नड़ जिले के मूदाबिदरी के रहने वाले हैं। श्रीनिवास ने पारंपरिक कंबाला रेस (भैसों की रेस) में 13.62 सेकंड में 142.50 मीटर की रेस पूरी की है। उन्होंने इतनी तेज दौड़कर भैसों की रेस में 30 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। नया रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद लोग उनकी स्पीड का आंकलन कर रहे हैं। समय के हिसाब से 100 मीटर की रेस में श्रीनिवास की स्पीड 9.55 सेकंड रही, जो बोल्ट से 0.03 सेकंड तेज है। बोल्ट के नाम 100 मीटर रेस में 9.58 सेकेंड का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
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खेल मंत्री ट्रायल के लिए बुलाएंगे श्रीनिवास के इस टैलेंट को देखते हुए सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ओलिंपिक में भेजने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा श्रीनिवास को ट्रेनिंग दिलाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। श्रीनिवास की इतनी चर्चा के बाद किरण रिजीजू ने कहा कि, 'मैं स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) कोचों द्वारा कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा को ट्रायल के लिए बुलाऊंगा। आमतौर पर एथलेटिक्स में ओलंपिक के मानकों के बारे में लोगों में ज्ञान की कमी है, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भारत की कोई भी प्रतिभा छूट न जाए।' Sports Min Kiren Rijiju: I'll call Srinivasa Gowda for trials by top SAI Coaches. There's lack of knowledge in masses abt standards of Olympics especially in athletics where ultimate human strength&endurance are surpassed.I'll ensure that no talents in India is left out untested https://t.co/KiKTYiMIDy pic.twitter.com/oVcntjfu0L — ANI (@ANI) February 15, 2020 श्रीनिवास का कमाल उल्लेखनीय हालांकि श्रीनिवास गौड़ा की तुलना सीधे तौर पर बोल्ट से इसलिए नहीं की जा सकती है, क्योंकि श्रीनिवास भैंसों के जोड़े के साथ कीचड़ में दौड़ रहे थे। ऐसी स्थिति में रफ्तार अलग हो जाती है। लेकिन श्रीनिवास का यह कमाल भी अपने आप में उल्लेखनीय है। Karnataka: Srinivasa Gowda from Mudbidri, Mangaluru ran 142.5 meters in 13.62 seconds at a buffalo race (Kambala) in a paddy field on Feb1 in Kadri. He says, "People are comparing me to Usain Bolt. He is a world champion, I am only running in a slushy paddy field". pic.twitter.com/tjq03M5m0C — ANI (@ANI) February 15, 2020 क्या है कंबाला रेस? कंबाला रेस कर्नाटक का एक पारंपरिक खेल है। यह मंगलौर और उडूपी में ज्यादा प्रचलित है। इस खेल का आयोजन कीचड़ में किया जाता है। मंगलौर और उडूपी के कई गांवों में कंबाला का आयोजन होता है, जिसमें दर्जनों उत्साही युवा अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित भैंसों के साथ भाग लेते हैं। इस दौरान कीचड़ वाले इलाके में युवा दो भैंसों के साथ दौड़ लगाते हैं।
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कंबाला पर प्रतिबंध की मांग कुछ साल पहले जानवरों का संरक्षण करने वाले कार्यकर्ताओं ने कंबाला का विरोध किया था और इस खेल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि जॉकी बल प्रयोग कर तेज दौड़ने के लिए भैंसों को मजबूर करता है। इसके बाद कुछ साल के लिए इस पारंपरिक खेल पर लोक लगा दी गई थी। हालांकि, तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने खेल को जारी रखने के लिए एक विशेष कानून पारित कराया था। ये भी पढ़े... मप्र का उसेन बोल्ट ट्रायल में आखिरी नंबर पर आया, पीठ दर्द और जूतों ने रोकी रफ्तार VIDEO : युवक ने नंगे पैर 11 सेकंड में पूरी की 100 मीटर की दौड़, खेल मंत्री ने कहा- मेरे पास भेजो  Read the full article
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