#savaan maas
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क्यों है शिव को सावन (श्रावण) मास प्रिय ?
क्यों है शिव को सावन (श्रावण) मास प्रिय ?
1) समुद्र-मंथन के समय जब हालाहल नामक विष सागर से निकला था। उस समय सृष्टि की रक्षा के लिए भगवान शिव ने इस विष को अपने गले में धारण कर लिया। यह घटना सावन के महीने में ही हुई थी | विष के ताप को शांत करने के लिए ब्रह्मा जी के कहने पर देवताओं ने शिव जी का जलाभिषेक किया और जड़ी बूटियों का भोग लगाया। इससे शिव जी का ताप शांत हुआ, इसके बाद से ही भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाने लगा इस अद्भुत घटना के कारण…
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Lingam Puja – How to Worship Shivling at Home? - Rules of Worshiping Shiva Lingam
Lingam Puja – How to Worship Shivling at Home? – Rules of Worshiping Shiva Lingam
Shivling or Shiva lingam connects a devotee with the Supreme Being – Lord Shiva. The lingam is the symbol of Lord Shiva and the lingam puja helps the devotee in understanding Lord Shiva. The Lord cannot be described but still we say he is without a beginning and an end and is without a form. It is difficult for a devotee to understand this formless nature. Therefore Lord Shiva appeared in the…
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Who is Happy ??? A Crow Lived in the Forest and was absolutely satisfied in life. But one day he saw a swan… This swan is so white and I am so black…crow thought. This swan must be the happiest bird in the world. He expressed his thoughts to the swan. “Actually,” the swan replied, “I was feeling that I was the happiest bird around until I saw a parrot, which has two colors. I now think the parrot…
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दो पहाड़ियों पर बने हैं 77 खूबसूरत मंदिर, कुछ ऐसा दिखता है नजारा!!!
दो पहाड़ियों पर बने हैं 77 खूबसूरत मंदिर, कुछ ऐसा दिखता है नजारा!!!
भारत के सभी धर्मों व फिलॉसफी में मोक्ष (Salvation) को सबसे ऊंचा स्थान दिया गया है। काशी (बनारस) जैसी जगह के बारे में मान्यता है कि अगर वहां किसी की मृत्यु हो जाए तो उसे सीधे मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह खूबसूरत जगह काशी तो नहीं है, लेकिन जैन धर्म में इस जगह का स्थान और यहां की शांति और खूबसूरती का कोई जवाब नहीं। यहां की दो पहाड़ियों पर बने 77 सुंदर मंदिरों का नजारा किसी का भी मन मोहने के लिए…
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आज है सावन का आखिरी सोमवार आज, गूंज रहे है भोले के जयकारे!!!
आज है सावन का आखिरी सोमवार आज, गूंज रहे है भोले के जयकारे!!!
आज सावन का चौथा और अंतिम सोमवार है जो श्रद्धालुओं को आर्थिक परेशानियों से छुटकारा दिलाने वाला साबित हो सकता है। इस दिन भक्तिपूर्वक भगवान शिव की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है। कार्यक्षेत्र और जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आने वाली बाधाओं का निवारण होता है। दांपत्य जीवन में आपसी प्रेम और सहयोग बढ़ता है। साथ ही आर्थिक परेशानियों में कमी आती है और जीवन पर आने वाले संकट से भगवान शिव रक्षा करते…
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#Gangajal#Hindu Calendar#Important Dates#Monday#savaan maas#Sharvan maas#shiv shankar#Shravan Somvars#Special Month#the holy water#Uttarakhand Government#Uttarkashi Mineral Corporation
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Baidyanth Dham Gath Bandhan Pooja – A Special Pooja During Shravan Maas
Baidyanth Dham Gath Bandhan Pooja – A Special Pooja During Shravan Maas
Baidyanth Dham Gath Bandhan Pooja Importance Of Baidyanath Dham Baidyanath Dham at Deoghar in Jharkhand is a very special temple dedicated to Lord Shiva. Each year it draws millions of devotees, who come to seek the powerful blessings of the Baidyanath Lingam of Lord Shiva. Here are some intriguing facts about the Baidyanath Dham Jyotirlinga. Some legends say that the lingam of Lord Shiva here…
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#Baidyanath Dham#Baidyanth Dham Gath Bandhan Pooja#Key Fasts And Festivals#Monday#savaan maas#Special Month#the holy water#Uttarkashi Mineral Corporation
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अकाल मृत्यु का भय हो तो करें भगवान शिव की पूजा गंगाजल से, दूर होंगी परेशानियां...
अकाल मृत्यु का भय हो तो करें भगवान शिव की पूजा गंगाजल से, दूर होंगी परेशानियां…
श्रावण महीना आते ही मन में धर्म व अध्यात्म का प्रकाश फैल जाता है। श्रावण महीने में सत्संग सुनने का विशेष लाभ मिलता है। यह महीना भगवान शिव की आराधना के लिए अति उत्तम माना गया है। पुराणों में वर्णित है कि इस मास में सच्चे मन से शिव की आराधना से शिव प्रसन्न होते हैं। इस महीने की हर तिथि का भी अपना विशेष महत्व है। विशेष तिथि को शिव का विशेष पूजन-अर्चना करने से सभी सुखों का लाभ मिलता है। UTTARKASHI…
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देश का एकमात्र शहर, जहां 2 दिन पहले ही मनाया गया 15 अगस्त
देश का एकमात्र शहर, जहां 2 दिन पहले ही मनाया गया 15 अगस्त
देशभर में आजादी का जश्न 15 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा, लेकिन देशभर में मंदसौर एक ऐसा शहर है जहां आजादी का जश्न तिथि के अनुसार मनाया जाता है। इसी कड़ी में गुुरुवार को श्रावण मास की चतुर्दशी होने पर सुबह भगवान पशुपतिनाथ का दुर्वाभिषेक किया गया और आजादी का जश्न मनाया गया। मंदसौर ऐसा शहर है जहां ज्योतिष कर्मकार परिषद 25 साल से आजादी का जश्न हिंदी पंचांग के अनुसार मनाती आई है। इस बार यह तिथि 13…
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365 दिन 24 घंटे दिखता है चमत्कार, खुद होता है यहां भोलेनाथ का जलाभिषेक
365 दिन 24 घंटे दिखता है चमत्कार, खुद होता है यहां भोलेनाथ का जलाभिषेक
हमारे देश में कई शिवमंदिर हैं पर झारखंड के रामगढ़ जिला स्थित टूटी झरना मंदिर की बात ही निराली है। यहां स्थित शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं, बल्कि मां गंगा की प्रतिमा खुद करती है। वो भी 365 दिन 24 घंटे। मां गंगा की प्रतिमा से जल की धारा निकलती है, जो सीधे शिवलिंग पर गिरती रहती है। यह जल की धारा कहां से आती है, यह आज भी रहस्य बना हुआ है। माना जाता है कि इस जलाभिषेक की जानकारी पुराणों में भी मिलती…
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काशी में है शिवलिंग के आकार का 55 फीट ऊंचा अनोखा मंदिर
काशी में है शिवलिंग के आकार का 55 फीट ऊंचा अनोखा मंदिर
सावन के महीने में देश-विदेश से लाखों भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए काशी पहुंचते हैं। पूरे महीने वाराणसी के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यह एक ऐसे अनोखे मंदिर है, जो 30 फीट व्यास और 55 फीट ऊंचे शिवलिंग के आकार का है। भदैनी स्थित वनखंडी साधुबेला आश्रम द्वारा बनवाया गया ये मंदिर परंपरागत शैली से अलग है। इस मंदिर का शिलान्यास आश्रम के महंत राजर्षि आचार्य गणेशदास ने 1993 में…
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