#sardi khansi se bachne ke upay
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ghareluayurvedicupay · 4 years ago
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बारिश के मौसम में सीजनल फ्लू, वायरल या खांसी-जुकाम से कैसे बचें
बारिश का मौसम अपने साथ कई बीमारियों की सौगात लाता है. इस बदलते मौसम बुखार, खांसी, जुकाम और फ्लू  जैसी बीमारियां ज्यादा होती हैं. बारिश के मौसम में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. जिसकी वजह से शरीर किसी भी बीमारी के चपेट में जल्दी आ जाता है. इस मौसम में बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा बीमार पड़ते हैं. लेकिन थोड़ा एहतियात और डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल कर लें तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है.
भारत सरकार की ओर से आयुष  मंत्रालय ने भी कुछ गाइडलान्स जारी की हैं जिनको अमल में लाने से आप साधारण फ्लू या सर्दी खांसी से बच सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि इस मौसम में ऐसी बीमारियां फैलती हैं, जिनके लक्षण कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं. इसलिए हमें ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. आपको  बुखार, खांसी, जुकाम या फ्लू न हो, इसके लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने कुछ आसान घरेलू नुस्खे बताए हैं, जिन्हें अपनाकर आप खुद को और अपने परिवार को फ्लू और कॉमन कोल्ड से बचा सकते हैं. आइये आपको बताते हैं क्या हैं वो घरेलू नुस्खे.
क्या है सीजनल फ्लू और उसके लक्षण ?
सामान्य फ्लू और कोविड-19 के लक्षण काफी हद तक एक जैसे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस बात का जिक्र किया है कि कोरोना वायरस के ज्यादातर मरीजों में बेहद सामान्य लक्षण नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि कई लोग नॉर्मल सीजनल फ्लू होने की वजह से भी काफी परेशान हो रहे हैं. अस्पतालों में भी ऐसे मरीजों की संख्या काफी बढ़ रही है, लेकिन कोविड-19 के मरीजों की वजह से इन लोगों को सही ट्रीटमेंट नहीं मिल पा रहा. वैसे सामान्य फ्लू 5-6 दिन में ठीक हो जाता है इसलिए बेहतर है कि आप घर पर  ही अपना ट्रीटमेंट लें. यहां हम आपको सामान्य फ्लू के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं- बुखार आना पूरे शरीर में दर्द होना मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होना बार-बार खांसी आना नाक बंद हो जाना नाक में चुभन या दर्द महसूस होना ��िर में दर्द होना अगर ये लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो आपको सीजनल फ्लू भी हो सकता है बेहतर होगा 2-4 दिन इंतजार करें उसके बाद ही कोविड-19 का टेस्ट कराएं.
सीजनल फ्लू  के लिए आयुष मंत्रालय के घरेलू नुस्खे
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने वायरल बुखार, फ्लू और वायरस से बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे बताए हैं. ये आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जरूरी है. इसके लिए आपको अपने खानपान में थोड़े बदलाव करना होगा.
हल्दी वाला दूध पिएं
सबसे पहले आपको रोज हल्दी वाला दूध पीना है. हल्दी का दूध चूंकि गर्म होता है और हल्दी एंटीबायोटिक का काम करती है इसलिए इसे सर्दियों में ज्यादा पीया जाता है. लेकिन इन दिनों चारों तरफ फैली बीमारियों की वजह से आप रोजाना रात में सोने से पहले एक ग्लास हल्दी वाला दूध जरूर पिएं. इसे बनाना बहुत आसान है आप एक ग्लास गुनगुने दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी मिलाएं और इसे पी लें. अगर आपको इसका स्वाद अच्छा नहीं लग रहा हो तो आप हल्दी डालकर दूध को एक बार उबाल लें. इससे हल्दी की महक खत्म हो जाएगी. इस दूध को पीने से आप सर्दी खांसी और वायरल से बचे रहेंगे.
च्वनप्राश जरूर खाएं
वैसे तो च्वनप्राश भी लोग सर्दियों के मौसम में ही खाते हैं लेकिन बदलते मौसम में आपको च्वनप्राश जरूर खाना चाहिए. आयुर्वेद में च्वनप्राश को एक औषधि माना जाता है जो आपको कई तरह के इनफेक्शन से बचाता है रोज रात को दूध से एक चम्मच च्वनप्राश खाने की कोशिश करें.
जुकाम- खासी के लिए भाप लें
अगर आपको जुकाम खांसी की समस्या हो गई है. तो आपके लिए भाप लेने से बेहतर कोई दूसरा घरेलू उपाय नहीं है.  भाप लेने से बंद नाक खुलती है और सांस नली की सूजन भी कम होती है. आप चाहें तो नॉर्मल पानी की भाप लें या फिर पानी में कुछ बूंदें टी ट्री ऑयल, यूकेलिप्टस ऑयल, लेमनग्रास ऑयल, लौंग का तेल भी डाल सकते हैं.
भाप लेने से आपकी बंद नाक खुल जाएगी और सीने में जकड़न में भी आराम पड़ेगा. अगर आपको खांसी और गले में खराश या दर्द है तो आयुष मंत्रालय के अनुसार आपको दिन में एक बार गर्म पानी में पुदीने की पत्तियां या फिर अजवाइन की पत्तियां डालकर भाप लेनी चाहिए. इसके अलावा लौंग का सेवन करें आप चाहें तो लौंग को पीसकर इसे शहद के साथ मिलाकर दिन में 2-3 बार खा लें. इससे खांसी में काफी आराम मिलेगा. इसके अलावा खांसी जुकाम में तुलसी अदरक की चाय पीने से भी बहुत फायदा मिलता है. आप चाहें तो इस चाय में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल भी कर सकते हैं
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ghareluayurvedicupay · 4 years ago
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खाँसी के 10 घरेलू उपचार एवं नुस्खे
खाँसी एक बहुत ही साधारण स्वास्थ्य समस्या है | परंतु यदि सही समय पर इसका इलाज न किया गया तो यह समस्या बड़ी बीमारी जैसे- तपेदिक (Tuberculosis), कैंसर आदि का रूप धारण कर लेती है |
खाँसी के कारण (Causes of Cough or Khasi)
खाँसी की कई कारण होते हैं | सर्दी के दिनों में अकसर लोगों को खाँसी का शि��ार होना पड़ता है | बदलते मौसम की वजह से भी प्रायः सर्दी और खाँसी जकड़ लेता है | कुछ लोगों को धूल की वजह से भी खाँसी आने लगता है | जिसे Dust Allergy भी कहते हैं |
खाँसी संक्रामक (communicable) भी होता है | ऐसा देखा जाता है कि परिवार में एक व्यक्ति को यह समस्या होने पर अन्य सदस्यों को भी प्रभावित करता है | ऐसा भी माना जाता है कि आपके नियमित कार्यक्रम (Daily routine) में यदि अनियमितता आ जाए तो उसकी वजह से भी खाँसी पकड़ लेता है |
खाँसी या ज़ुकाम में कफ़ सिरप पीने से बहुत नींद आती है | इसलिए इसके लिए घरेलू उपाय हमेशा लाभदायक होते हैं | हमारे रसोईघर में कई ऐसी वस्तुएँ उपलब्ध होती हैं जिनका प्रयोग आयुर्वेद में किया जाता है और ये वस्तुएँ हमें आसानी से मिल जाती है | जरूरत है जानने की कि इनका प्रयोग किस तरीके से किया जा सकता है |
कमर दर्द का घरेलू उपाय | kamar dard ke gharelu upay
खाँसी के प्रकार (types of khasi)
खाँसी कई प्रकार के होते हैं जैसे : पित्त वाली खासी(wet cough), सूखी खाँसी(dry cough), बलगम की खाँसी आदि | खाँसी आने पर सीने में दर्द होता है, बहुत अधिक होने पर गले और पेट में भी दर्द होने लगता है | तो आइए इस खाँसी से बचने के कुछ घरेलू उपचार और नुस्खे के बारे में जानते हैं |
खाँसी के 10 घरेलू उपचार एवं नुस्खे – Remedies for Cough in Hindi
1. गुनगुना पानी
खाँसी आने पर गुनगुना पानी पीना चाहिए, यह कफ़ को पिघलाकर बाहर निकालता है | सेंधा नमक को गुनगुने पानी में डालकर कुल्ला (Gargle) करने से गले के दर्द से छुटकारा दिलाता है |
2. काढ़ा का सेवन
अधिक खाँसी आने पर अदरक,कालीमिर्च,तुलसी पत्ता का काढ़ा बनाकर पिए दिन में दो-तीन बार इसे लेने से खाँसी जल्द अच्छा हो जाता है | तुलसी का पत्ता प्रतिदिन सुबह खाली पेट चबाने से कई रोगों से छुटकारा मिलता है | आयुर्वेद में तुलसी को जीवनदायिनी माना जाता है |
3. काली मिर्च और गुड़ के लड्डू (Black Pepper and jaggery)
काली मिर्च और गुड़ जो हर घर में आसानी से उपलब्ध होता है, इसके छोटे-छोटे लड्डू बना लें और सुबह खाली पेट इसे खाने से बहुत जल्द राहत मिल जाती है |
4. कच्ची हल्दी (Turmeric)
कच्ची हल्दी को पीसकर दूध या गरम पानी के साथ लेने पर खाँसी से राहत मिलती है | हल्दी और आजवाइन को पानी में खौलाकर उसके भाप को लेने से भी बंद नाक खुल जाते है और ज़ुकाम को ठीक करने में सहायक होता है |
5. आजवाइन और लहसुन ( Carom seeds and Garlic)
ये दोनों ही गर्म तासीरवाले हैं इसलिए सर्दी,ज़ुकाम या खाँसी आने पर सरसों तेल में डालकर अच्छी तरह जला ले, फिर उस तेल को छानकर रख लें और बच्चों के सीने पर और हथेली एवं पैरों के तालु में मालिश करें | दो या तीन दिन में ही यह अपना असर दिखाने लगता है और खाँसी-सर्दी से आराम मिलता है |
6. लौंग (clove)
कभी-कभी सूखी खाँसी रात में सोते समय बहुत तकलीफ देता है और लगातार खाँसने की वजह से आप परेशान भी हो जाते हैं | ऐसे में लौंग को अपने मुँह में डालकर चिभाते (chew) रहने से खाँसी कम हो जाती है|
7. मुलेठी (Liquorice)
मुलेठी खाँसी के लिए रामबाण इलाज माना जाता है | प्रतिदिन सुबह खाली पेट मुलेठी को चिभाए या पानी में डालकर अच्छी तरह खौला लें | कितनी भी पुरानी या जिद्दी खाँसी हो, बहुत जल्द राहत मिल जाती है |
8. दालचीनी (Cinnmon)
दालचीनी का पाउडर बनाकर शहद के साथ लेने से सूखी खाँसी के कारण गले में होने वाली खरास से आराम मिलता है और साथ ही सर्दी भी ठीक हो जाता है |
9. काला जीरा (Black Cumin Seed)
काला जीरा जिसे मँगरैल, कलौंजी आदि नामों से जाना जाता है और हर रसोई में बड़ी आसानी से उपलब्ध रहता है| यह खाँसी-ज़ुकाम के लिए बहुत ही लाभकारी होता है | इसे एक पतले कपड़े में बाँधकर उसे हथेली पर रगड़ कर सूँघने से सर्दी से जल्द छुटकारा मिल जाता है |
10. त्रिकुटा (Mixture of Peepal, Black Pepper and Dry ginger)
सोंठ, पीपल और काली मिर्च का मिश्रण जो त्रिकुटा के नाम से जाना जाता है, शहद या गरम पानी के साथ लेने से खाँसी से राहत दिलाता है|
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