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मन को बात: पीएम मोदी की अपील- त्योहार पर मर्यादा में रहें, सैनिकों के लिए एक दीया जरूर जलाएं
चैतन्य भारत न्यूज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में पीएम मोदी ने देशवासियों को एक बार फिर से दशहरे की बधाई दी है। पीएम ने कहा कि दशहरा असत्य पर सत्य की जीत का पर्व तो है ही, साथ ही ये त्योहार संकटों पर जीत का भी उत्सव है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, 'इस बार जब आप खरीदारी के लिए जाएं तो वोकल फोर लोकल के अपने संकल्प को याद रखें।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कहा कि अभी त्योहार का मौसम आने वाला है। इस दौरान लोग खरीदारी करेंगे, आप खरीदारी के दौरान वोकल फॉर का संदेश जरूर याद रखें और स्थानीय और स्वदेशी सामानों को खरीदें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सैनिकों को विजयादशमी का शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस बार दिवाली में एक दीया सीमा पर तैनात सैनिक के नाम जलाएं। पीएम मोदी ने लोगों से एक बार फिर अपील की कि वे त्योहारों के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करें। सैनिक के नाम जलाएं एक दीया पीएम मोदी ने कहा, 'हमें अपने उन जांबाज सैनिकों को भी याद रखना है, जो, इन त्योहारों में भी सीमाओं पर डटे हैं, भारत माता की सेवा और सुरक्षा कर रहे हैं। हमें उनको याद करके ही अपने त्योहार मनाने है, हमें घर में एक दीया, भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है। मैं अपने वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि आपर भले ही सीमा पर हैं, लेकिन पूरा देश आपके साथ है, आपके लिए कामना कर रहा है, मैं उन परिवारों के त्याग को भी नमन करता हूं, जिनके बेटे बेटियां आज सरहद पर है।' मेक्सिको में खादी की धूम प्रधानमंत्री मोदी ने खादी का जिक्र करते हुए कहा कि खादी हमारी सादगी की पहचान रही है, लेकिन हमारी खादी आज इको फ्रेंडली फैब्रिक के रूप में जानी जा रही है ये बॉडी फ्रेंडली फैब्रिक भी है। प्रधानमंत्री ने मेक्सिको के शहर ओहाका का जिक्र किया और कहा कि वहां की खादी ओहाका खादी के नाम से प्रसिद्ध है। पीएम ने कहा कि ओहाका का एक युवक मार्क ब्राउन गांधी जी से इतना प्रभावित हुआ कि वे मेक्सिको में जाकर खादी का काम शुरू करने लगे। शानदार था सरदार पटेल का सेंस ऑफ ह्युमर प्रधानमंत्री ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए उनके सेंस ऑफ ह्युमर को याद किया। पीएम ने कहा कि जरा उस लौह पुरुष की छवि की कल्पना कीजिए जो राजे-रजवाड़ों से बात कर रहे थे और जन आंदोलन का प्रबंधन कर रहे थे। इन सब के बीच उनका सेंस ऑफ ह्युमर पूरे रंग में होता था। पीएम ने कहा कि हालात चाहे कितनों ही खराब क्यों न हो, लेकिन व्यक्ति को अपना सेंस ऑफ ह्युमर जिंदा रखना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा देश एक है, लेकिन ऐसी ताकतें भी हैं जो हमारे मन में संदेह का बीज बोने की कोशिश करती रही है। देश ने ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की एकता का प्रचार प्रसार करने वाली वेबसाइट ekbharat gov वेबसाइट देखने को कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान तकनीक आधारित कई प्रयोग हमारे देश में हुए। झारखंड में छोटे स्तर पर महिलाओं ने फार्म फ्रेश नाम का एक एप बनाया जिसके जरिए लोग ताजा सब्जी घर तक मंगा सकते थे। पीएम ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे ही प्रयोग करें। बच्चों की पढ़ाई में पुलवामा का अहम रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पुलवामा पूरे देश को पढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी पूरे देश की करीब करीब 90 फीसदी पेंसिल स्लेट की मांग की पूरा करता है और इसमें पुलवामा की हिस्सेदारी है। पीएम ने कहा कि एक समय में देश को पेंसिल की लकड़ी विदेशों से मंगानी पड़ती थी, लेकिन पुलवामा हमें इस मामले में आत्मनिर्भर बना रहा है। Read the full article
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संयुक्त राष्ट्र में पीएम मोदी बोले- कोरोना से जंग को हमने जन आंदोलन बनाया, भारत का रिकवरी रेट सबसे बेहतर
चैतन्य भारत न्यूज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज डिजिटल माध्यम से संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (UNESC) के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित किया। पीएम मोदी का यह संबोधन संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्या पर न्यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में हुआ। यूएन (सुरक्षा परिषद) का अस्थायी सदस्य बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य तरीकों से सहायता पहुंचाई है। हमने सहयोग का हाथ बढ़ाया है। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई को हमने जनआंदोलन बनाया है। संयुक्त राष्ट्र के अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'सबको भोजन के लिए हम खाद्य सुरक्षा लेकर आए। हमारे खाद्य सुरक्षा योजना से 830 मिलियन नागरिकों को लाभ मिला है। पीएम आवास योजना के जरिए 2022 तक हर भारतीय के सिर के ऊपर अपनी क्षत होगी जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया बदल गई है। भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। हम अपनी महिलाओं को सशक्त बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। पिछले 6 साल में हमने डायरेक्ट बिनिफिशियल प्रोग्राम के लिए 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं। जरूरतमंद लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंचाए।' पीएम मोदी ने कहा, 'हम एजेंडा 2030 को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं। हम विकासशील देशों की मदद कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। हमने गरीबों के लिए घर बनाए। हमने गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान योजना चलाई। आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना है। भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। विकास के रास्ते पर बढ़ते हुए हम प्रकृति के लिए भी सोच रहे हैं। पांच साल में हमने 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया। सिंगल यूज प्लास्टिक बैन का अभियान चलाया।' पीएम मोदी ने कोरोना वायरस पर बात करते हुए कहा कि, 'हम सभी प्राकृतिक आपदाओं से लड़े। भारत ने आपदाओं का मुकाबला तेजी और मजबूती से किया। हमने सार्क कोविड इमरजेंसी फंड बनाया। कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया। कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर है। हमने जनता को कोरोना के खिलाफ लड़ाई से जोड़ा। चुनौतियों से हमें मिल-जुल कर लड़ना होगा। अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाने के लिए पैकेज लाए। हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया।' बता दें पीएम मोदी ने इससे पहले पिछले साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री ने तब अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी। क्या है संयुक्त राष्ट्र? संयुक्त राष्ट्र एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई थी। Read the full article
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