#nps_quit_india
Explore tagged Tumblr posts
Link
अटल पेंशन योजना 2021 आवेदन फॉर्म
0 notes
Photo
NPS भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत 15 अगस्त से -- पेंशन बहाली को लेकर ट्विटर महाअभियान 【पूरी ख़बर पढ़ने के लिए कृपया Bio में दिए गए Website Link को खोलें】 #nps #NPS_QUIT_INDIA #twittercampaign #ModiGovernment #pmoindia #newpensionscheme #nps #oldpensionscheme #narendramodi #NationalMovementForOldPensionScheme #NAPSA #npsefr #News #LatestNews #pension #congress #पेंशन_बहाली_अभियान #IndependanceDay (at India) https://www.instagram.com/p/CD1FhWCnzuJ/?igshid=7z0eyx7ubz5u
#nps#nps_quit_india#twittercampaign#modigovernment#pmoindia#newpensionscheme#oldpensionscheme#narendramodi#nationalmovementforoldpensionscheme#napsa#npsefr#news#latestnews#pension#congress#पेंशन_बहाली_अभियान#independanceday
0 notes
Text
कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को टि्वटर पर करवाया टॉप ट्रेंड Divya Sandesh
#Divyasandesh
कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को टि्वटर पर करवाया टॉप ट्रेंड
जयपुर। आज दिनांक 30 जून 21 को न्यू पेंशन स्कीम एंपलाइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान ने प��रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि राजस्थान सहित देशभर के जनवरी 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कार्मिकों ने 30 जून को पुरानी पेंशन योजना को दोबारा लागू किए जाने की मांग को लेकर ट्विटर पर महाअभियान से बड़ी संख्या में जुड़कर मात्र 1 घंटे में टॉप ट्रेंड करवाते हुए हैश टैग #RestoreOldPension को मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री महोदय सहित राजनेताओं को टैग करते हुए 8 घंटे से अधिक समय तक 14 लाख से ज्यादा ट्वीट कर ट्रेंडिंग में रखा, यहीं यह बात भी गौरतलब है कि कुल ट्वीटस की संख्या के आधार पर ट्विटर अभियान विश्व में चौथे नंबर पर रहा जो पैरामिलिट्री सहित देश के 74 लाख सरकारी कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन योजना को छीनकर शेयर मार्केट बाजार जोखिम निवेश आधारित एनपीएस म्यूच्यूअल फंड योजना थोपने के खिलाफ आक्रोश का स्वतः स्फूर्त प्रकटीकरण था ।
यह खबर भी पढ़ें: इस देश में सड़क पर ही नहीं, हवा में भी उड़ती है कार, देखें तस्वीरें
गौरतलब है कि सरकारी संस्थानों के निजीकरण के साथ ही कार्मिकों के महंगाई भत्ते रोके जाने सहित अन्याय के खिलाफ आक्रोश के कारण देशभर में सरकारी कर्मचारियों ने विभागों, संगठनो एवं राज्यों की सीमा से परे जाकर एकजुटता दिखाते हुए 15 अगस्त 20 को हैशटैग #NPS_QUIT_INDIA को भारत में एक नंबर पर एवं 8 जून 21 को हैशटैग #डीएबहालकरो को भारत में एक नंबर के साथ विश्व में 9 नंबर पर एवं 26 जून को हैशटैग #WeWantOldPension को भारत में एक नंबर के साथ विश्व में 5 नंबर पर ट्रेंड करवा चुके हैं देशभर के लगभग 74 लाख सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारी नवीन अंशदाई पेंशन योजना नामक म्यूच्यूअल फंड योजना का दंश झेल रहे हैं, जो कि पेंशन योजना नहीं है तथा जिसमें लंबी सेवा अवधि के बाद भी सेवानिवृत्ति पर महज छह सौ से नौ सौ रुपये मासिक पेंशन मिलने के उदाहरण देशभर में मिल रहे हैं। जिससे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।
यह खबर भी पढ़ें: लोगों को प्यार करना सीखा रही इन बौने कपल की कहानी, एक कैफे से शुरू हुई लवस्टोरी
केंद्र सरकार ने कॉरपोरेट जगत को खरबों रुपए के पेंशन फंड को हड़पने की छूट देने के लिए 1972 के केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियम के स्थान पर 1 जनवरी 2004 से भारत की सेना को छोड़कर अर्धसैनिक बलों सहित सरकारी नौकरी में आए केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना शुरू की जिसका केंद्र की कॉरपोरेट हितेषी सरकारों के दबाव में पश्च���म बंगाल के अलावा सभी राज्यों ने अंधानुकरण करते हुए एक-एक करके अलग-अलग तिथि से अपने राज्यों में अंशदाई पेंशन योजना को लागू किया। भारतीय संविधान भाग 11 की सातवीं अनुसूची में अनुच्छेद 245-255 राज्यों और ��ंघ के मध्य के अधिकारों को उल्लेखित करती है , जिसके अनुसार केंद्र राज्य संबंध तीन भागों, संघ सूची, राज्य सूची और समवर्ती सूची में विभाजित है। न्यू पेंशन स्कीम राज्य सूची के विषय पेंशन पर केंद्र का अतिक्रमण है , जिसका राज्य सरकारों को भी खुला विरोध करना चाहिए।
वर्ष 2009 में इसे न्यू पेंशन योजना की जगह नेशनल पेंशन योजना का नाम दिया गया एवं केंद्र व राज्य के सरकारी कार्मिकों के अलावा कारपोरेट कर्मचारी जगत सहित आम नागरिकों के लिए भी खोल दिया गया , जबकि यह पेंशन योजना ना होकर एक म्यूच्यूअल फंड योजना है। जिसमें शेयर मार्केट निवेश जोखिम होने के बावजूद भी वर्ष 2013 से संसद द्वारा पारित पेंशन फंड नियम और विकास प्राधिकरण एक्ट द्वारा न्यूनतम रिटर्न की कोई गारंटी प्रदान नहीं की गई है एवं किसी का भी निवेश सुरक्षित नहीं है। इसके अलावा एनपीएस में कई और दिक्कत है, इसमें महंगाई भत्ते में होने वाली बढ़त के मुताबिक संशोधन का कोई प्रावधान नहीं है, जबकि पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारी को साल में दो बार संशोधित महंगाई भत्ते का लाभ मिलता था। संगठन केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए शेयर बाजार से जुड़ी पेंशन योजना का समर्थन नहीं करता है।
यह खबर भी पढ़ें: इस मंदिर में रहते हैं 25 हजार से भी ज्यादा चूहें, भक्तों को पाव रखने की भी नहीं मिलती जगह
देश में न्यू पेंशन स्कीम धारक सरकारी कर्मचारियों की संख्या 31 मई, 2021 तक बढ़कर 74 लाख 19 हज़ार 363 हो गयी है, जिसमे 13 लाख अर्धसैनिक बलों सहित 21 लाख 82 हज़ार 374 केन्द्रीय कर्मचारियों सहित पश्चिम बंगाल जहाँ एनपीएस योजना लागू नहीं है ,को छोड़कर 28 राज्यों के राज्य कर्मचारियों की संख्या 52 लाख 36 हज़ार 989 है। फेडरेशन के नेताओं ने बताया कि इन सभी एनपीएस कार्मिकों की असुरक्षित शेयर बाज़ार में जमा कुल परिसम्पत्ति 4 लाख 95 हज़ार 696 करोड़ से भी ज्यादा हो गयी है । पुरानी पेन्शन नर्सेज सधर्ष समिति राजस्थान के प्रदेश सयोजक मनोज दुब्बी और राजस्थान नर्सेज ऐसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष खुशी राम मीना ने बताया कि एनपीएसईएफआर केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए शेयर बाजार से जुड़ी पेंशन प्रणाली के खिलाफ है। हमारी मांगें सरकार में सत्ता के गलियारों तक पहुंचे इसके लिए देश के 74 लाख एनपीएस कार्मिकों की मांग पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे को वैश्विक ट्विटर अभियान से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों से लेकर वैश्विक परिप्रेक्ष्य तक पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे को बार बार उठाएंगे। इसके लिए योजना बना ली गई है।
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप
0 notes