आइंस्टीन के सिद्धांत को चुनौती देकर वशिष्ठ नारायण को मिली थी प्रसिद्धि, अंतिम समय गुमनामी में कटा
आइंस्टीन के सिद्धांत को चुनौती देकर वशिष्ठ नारायण को मिली थी प्रसिद्धि, अंतिम समय गुमनामी में कटा
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पटना. प्रख्यातगणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ने गुरुवार को पीएमसीएच में अंतिम सांस ली। अलबर्टआइंस्टीन के सिद्धांत को चुनौती देने वाले वशिष्ठ नारायण सिंह की योग्यता का डंका देश-दुनिया में बजा। भोजपुर जिले के वसंतपुर गांव से शुरू हुआ सफर नासा तक पहुंचा,लेकिनयुवावस्था में ही वे स्कित्जोफ्रेनिया(भूलने की बीमारी) से ग्रसित हो गए।दो दशक से वेगुमनामी में जी रहे थे।
वशिष्ठ ने आइंस्टीन के…
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