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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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प्रधानमंत्री मोदी को वैलेंटाइन डे पर शाहीन बाग से आया मोहब्बत का बुलावा, महिलाओं ने कहा- मोदी तुम कब आओगे
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे के मौके पर शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनोखे अंदाज में विश किया है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पीएम मोदी को वैलेंटाइन डे का कार्ड दिया और उसमें लिखा कि, 'मोदी तुम कब आओगे।' इतना ही नहीं बल्कि प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पीएम को शाहीन बाग आकर वैलेंटाइन डे मनाने और अपना सरप्राइज गिफ्ट लेने की बात कही।
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भारत ही हमारा वैलेंटाइन है बता दें गुरुवार शाम को शाहीन बाग में हजारों लोगों की मौजूदगी में पीएम मोदी को दिया जाने वाला सरप्राइज गिफ्ट खोला गया। उसमें एक टेडी बीयर था। इसके बाद कहा गया कि, भारत ही हमारा वैलेंटाइन है और हम अपने देश को हमेशा प्यार करते रहेंगे।
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वैलेंटाइन एट शाहीन बाग शाहीन बाग में सलमा नामक महिला ने बताया कि, 'हम लोगों ने अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मोहब्बत का पैगाम देने के लिए वैलेंटाइन डे उनके साथ मनाने का मन बनाया था।' बता दें इनविटेशन कार्ड के सबसे ऊपर 'नो टू एनआरसी' और 'नो टू सीएए' लिखा हुआ था। फिर 'वैलेंटाइन एट शाहीन बाग' लिखा था।
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प्रधानमंत्री के लिए किया गया गाना लांच बता दें वैलेंटाइन डे सेलिब्रेशन के दौरान गुरुवार शाम को हुए एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी को मोहब्बत का पैगाम देने के लिए एक गाना भी लांच किया गया। इस गाने के बोल थे- 'मोदी तुम कब आओगे, अभी तो ठंड है, गर्मी अभी बाकी, मोदी तुम कब आओगे।'
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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इस संत की वजह से मनाया जाता है वेलेंटाइन डे, विद्रोहियों से लड़कर करवाई थी प्रेमी जोड़ों की शादी
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चैतन्य भारत न्यूज 14 फरवरी यानी वेलेंटाइन डे प्यार करने वालों का दिन होता है। पूरे साल प्रेमी जोड़े इस दिन का इंतजार करते हैं। 7 फरवरी रोज डे के साथ इसकी शुरुआत होती है और 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं, वेलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कैसे हुई थी? (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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ऐसे हुई वेलेंटाइन डे की शुरुआत माना जाता है कि वेलेंटाइन डे मूल रूप से संत वेलेंटाइन के नाम पर रखा गया है। वे रोम के संत थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वे दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने में विश्वास रखते थे। लेकिन उस समय के रोम के सम्राट क्लॉडियस को ये बात पंसद नहीं थी। वो प्रेम विवाह के खिलाफ था। ���ीरे-धीरे वो विवाह को ही गलत मानने लगा।
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एक समय ऐसा भी आया जब क्लॉडियस ने रोम में शादी और सगाई पर ही पाबंदी लगा दी। इस दौरान संत वैलेंटाइन ने उनका विरोध किया। क्लॉडियस ने जब अपना विरोध देखा तो वे सह ना सका। जब राजा को कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने 14 फरवरी को संत को फांसी पर चढ़ा दिया। इसके बाद प्रेमी जोड़े हर साल 14 फरवरी को ‘प्यार के दिन’ के तौर पर मनाने लगे, साथ ही इस दिन प्रेम का इजहार करते हैं। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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इस संत की वजह से मनाया जाता है वेलेंटाइन डे, विद्रोहियों से लड़कर करवाई थी प्रेमी जोड़ों की शादी
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चैतन्य भारत न्यूज 14 फरवरी यानी वेलेंटाइन डे प्यार करने वालों का दिन होता है। पूरे साल प्रेमी जोड़े इस दिन का इंतजार करते हैं। 7 फरवरी रोज डे के साथ इसकी शुरुआत होती है और 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं, वेलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कैसे हुई थी? (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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ऐसे हुई वेलेंटाइन डे की शुरुआत माना जाता है कि वेलेंटाइन डे मूल रूप से संत वेलेंटाइन के नाम पर रखा गया है। वे रोम के संत थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वे दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने में विश्वास रखते थे। लेकिन उस समय के रोम के सम्राट क्लॉडियस को ये बात पंसद नहीं थी। वो प्रेम विवाह के खिलाफ था। धीरे-धीरे वो विवाह को ही गलत मानने लगा।
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एक समय ऐसा भी आया जब क्लॉडियस ने रोम में शादी और सगाई पर ही पाबंदी लगा दी। इस दौरान संत वैलेंटाइन ने उनका विरोध किया। क्लॉडियस ने जब अपना विरोध देखा तो वे सह ना सका। जब राजा को कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने 14 फरवरी को संत को फांसी पर चढ़ा दिया। इसके बाद प्रेमी जोड़े हर साल 14 फरवरी को ‘प्यार के दिन’ के तौर पर मनाने लगे, साथ ही इस दिन प्रेम का इजहार करते हैं। Read the full article
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