#howcbiworks
Explore tagged Tumblr posts
chaitanyabharatnews · 4 years ago
Text
VIDEO : हर धर्म के लोग कर रहे सुशांत को इंसाफ दिलाने की मांग, एक साथ पढ़ा गायत्री मंत्र
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस में रोजाना नए मोड़ आ रहे हैं। अब इस केस की जांच में सीबीआई जुट गई है। सुशांत की मौत का मुद्दा अब अंतरराष्ट्रीय रूप ले चुका है। उन्हें इंसाफ दिलाने की लड़ाई में अब देश-विदेश के लोग भी जुड़ चुके हैं। दरअसल, सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति सोशल मीड‍िया के जर‍िए लोगों का इस लड़ाई में लगातार सपोर्ट मांग रही हैं और इसी का नतीजा है कि सुशांत को न्याय दिलाने में अब हर कोई सामने आ रहा है। People from more than 101 countries joined in. Didn’t matter it was Muslim,Hindu or Christian,they were all chanting Gayatri mantra for our Beloved Sushant.🙏❤️🙏 Hope God always keeps us united 4 ths fight for truth and justice #GayatriMantra4SSR #JusticeForSushant #GodIsWithUs pic.twitter.com/fu9dI7Ajxe — shweta singh kirti (@shwetasinghkirt) August 22, 2020 सुशांत के न्याय के लिए दुनिया एकजुट गणेश चतुर्थी के अवसर पर शनिवार को श्वेता ने अपने भाई के फैंस से ऑनलाइन बातचीत की और न्याय के लिए प्रार्थना की। इस दौरान 101 देश के लोग उनसे जुड़े। इसमें हिंदू-मुस्लिंम और ईसाई समेत सभी धर्म के लोगों ने एकजुट होकर सुशांत के लिए गायत्री मंत्र का पाठ क‍िया। श्वेता ने यह वीड‍ियो ट्वीट कर लिखा- '101 देशों के लोग हमसे जुड़े। मुस्लिरम, हिंदू या ईसाई वे जो भी थे, फर्क नहीं पड़ता। सभी हमारे प्यारे सुशांत के लिए गायत्री मंत्री का जाप कर रहे थे। उम्मीद है भगवान हममें इस लड़ाई के लिए, सच और न्याय के लिए ऐसे ही एकता बनाए रखे, #GayatriMantra4SSR #JusticeForSushant #GodIsWithUs'। So so very touched by this event. Feeling so elevated and positivity is surrounding all of us. Thanks to everyone who helped organize it and to the extended family who joined and made this a divine experience. #JusticeForSushant #GodIsWithUs pic.twitter.com/xb8TS6QOcz — shweta singh kirti (@shwetasinghkirt) August 22, 2020 15 अगस्त को रखी थी ग्लोबल प्रेयर मीट श्वेता ने इस बारे में कहा कि, इस आयोजन ने उनका दिल छू लिया। ऐसा लग रहा है जैसे बहुत ताकत मिली और आसपास बस पॉजिट‍िविटी भरी है। साथ ही श्वेता ने इस मीट‍िंग को ऑर्गनाइज करने वालों, इसमें शामिल होने वालों और इतना शानदार अनुभव देने वालों को धन्यवाद दिया। बता दें इससे पहले श्वेता ने सुशांत को न्याय दिलाने के लिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर एक ग्लोबल प्रेयर मीट रखी थी। इस प्रेयर मीट में भी करोड़ों लोगों ने सहभागिता दिखाई। ये भी पढ़े...  सुशांत के कपड़े, CCTV फुटेज, 56 लोगों के बयान समेत बांद्रा पुलिस ने CBI को सौंपे कई अहम सबूत  सुप्रीम कोर्ट का आदेश- CBI करेगी सुशांत सिंह केस की जांच, मुंबई पुलिस को दस्तावेज सौंपने का आदेश सुशांत सिंह राजपूत केस: रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया हलफनामा, लगाया पक्षपातपूर्ण मीडिया ट्रायल का आरोप Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years ago
Text
सुशांत के कपड़े, CCTV फुटेज, 56 लोगों के बयान समेत बांद्रा पुलिस ने CBI को सौंपे कई अहम सबूत
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही है। इस केस में सीबीआई की 3 टीम ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई टीम के 16 सदस्य आज फुल एक्शन में रहेंगे। सीबीआई टीम आज सबसे पहले मुबंई पुलिस के उन टॉप अफसरों से मिली, जिन्होंने अभी तक सुशांत सिंह का केस हैंडल किया था। सीबीआई टीम ने सुशांत केस का हैंडओवर ले लिया है। #WATCH Mumbai: CBI team brings an unidentified person related to #SushantSinghRajput case, to the guesthouse where they are staying, for questioning. pic.twitter.com/sumv7kCpak — ANI (@ANI) August 21, 2020 रिया और उसके परिवार को पूछताछ के लिए समन भेज सकती है सीबीआई सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने सुशांत सिंह के रसोइये नीरज से पूछताछ की है। नीरज ने बताया था कि अभिनेता के आत्महत्या वाले दिन उन्होंने उन्हें जूस दिया था। नीरज से बिहार और मुंबई पुलिस पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने ही अभिनेता द्वारा दरवाजा न खोलने की बात कही थी। इसके साथ ही सीबीआई रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार को पूछताछ के लिए समन भी भेज सकती है। वहीं, शुक्रवार या शनिवार को सीबीआई (CBI) की टीम क्राइम लोकेशन का रिक्रिएशन करवाने वाली है, जिससे ये पता चल सके कि जिस वक्त सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी, उस वक्त क्या -क्या हुआ होगा? पुलिस ने क्या-क्या सौंपा फॉरेंसिक रिपोर्ट, घटनास्थल की पंचनामा रिपोर्ट, ऑटोप्सी ��िपोर्ट, सुशांत के तीनों मोबाइल फोन, उनका लैपटॉप, कपड़े जिन्हें पहनकर उनकी डेडबॉडी फंदे से झूलती मिली थी, मोबाइल की सीडीआर एनालाइसिस, बांद्रा पुलिस की केस डायरी, कंबल, वो बेडशीट जो सुशांत के कमरे में थी, वो कपड़ा जिसका फंदा बनाकर सुशांत ने फांसी लगाई, कुर्ता, मग-प्लेट जिसमें जूस पिया, इस केस में कुल 56 बयान, सीसीटीवी की डीवीआर जैसी तमाम चीजें सुशांत केस के हैंडओवर के तौर पर सीबीआई मुंबई पुलिस से लेगी। सीसीटीवी फुटेज से सामने आएगा सच? इतना ही नहीं सीसीटीवी डीवीआर और बिल्डिंग का वो कैमरा जिसमें 13 से लेकर 14 जून तक की रिकॉर्डिंग हुई है। इसके अलावा उस जगह पर मौजूद फॉरेंसिक स्पॉट भी सीबीआई मुंबई पुलिस से लेगी। सीबीआई के राडार पर मुंबई पुलिस के भी अधिकारी सीबीआई सूत्रों की मानें तो इस मामले की तफ्तीश में मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों और मुख्य जांचकर्ताओं से भी सीबीआई की टीम पूछताछ कर सकती है और उनका बयान दर्ज कर सकती है, क्योंकि यह मामला काफी पेचीदा है। सुशांत के परिजनों का ये आरोप भी है की जान बूझकर कई सबूतों के साथ खिलवाड़ किया गया है। अगर ये बात जांच के दौरान सही पाई जाती है तो निश्चित ही कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ सीबीआई कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार भी कर सकती है। सीबीआई की टीम के सूत्रों की अगर मानें तो जल्द ही इस मामले में मुंबई पुलिस के दो पुलिस अधिकारी से पूछताछ करने वाली है जो इस मामले की तफ्तीश के हिस्सा रहे हैं और दूसरे एक और ऐसे अधिकारी भी हैं, जो एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के साथ लगातार संपर्क में थे। Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years ago
Text
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- CBI करेगी सुशांत सिंह केस की जांच, मुंबई पुलिस को दस्तावेज सौंपने का आदेश
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने कहा है कि इस केस की जांच सीबीआई ही करेगी। कोर्ट ने एक्ट्रेस और सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की उस याचिका को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने सुशांत की मौत की जांच को पटना से मुंबई ट्रांसफर करने का आग्रह किया था। बता दें पिछले लंबे समय से सुशांत का परिवार और उनके फैंस सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में दर्ज FIR को सही ठहराया है। साथ ही मुंबई पुलिस को जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि, मुंबई पुलिस ने इस मामले में जांच नहीं बल्कि सिर्फ पूछताछ की थी। सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई पुलिस को कहा कि, सभी दस्तावेज सीबीआई को दें। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस को बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को चुनौती दे सकती है। इस फैसले के बाद महाराष्ट्र सरकार के वकील ��े कहा कि, हम फैसले को चुनौती देंगे। इस पर कोर्ट ने ��हा कि यह 35 पेज का जजमेंट है। पहले आप इसको पढ़िए। हमने हर पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करने के बाद फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सुशांत की आत्महत्या के पीछे के रहस्य की जांच का CBI को एकमात्र अधिकार होने के बारे में कोई भ्रम ना हो और कोई भी अन्य राज्य पुलिस इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकती। CBI न केवल पटना एफआईआर बल्कि सुशांत की मौत के मामले से जुड़ी किसी अन्य एफआईआर की जांच करने में सक्षम होगी। बता दें रिया ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में कहा था कि, बिहार पुलिस इस मामले में जांच नहीं कर सकती है क्योंकि यह उसके क्षेत्राधिकार से बाहर का मामला है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि सुशांत की मौत को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में लाभ के लिए उपयोग किया जा रहा है। रिया ने अपनी याचिका में यह भी कहा था कि, इस मामले का मीडिया ट्रायल करने की कोशिश हो रही है और इसे अत्यधिक संवेदनशील बनाया जा रहा है। इसलिए इस प्रकरण को मुंबई में स्थानांनतरित करके जांच की जानी चाहिए। सुशांत के पिता ने एफआईआर में रिया पर लगाया है ये आरोप गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार और रिया चक्रवर्ती ने सीबीआई की तरफ से दर्ज की गई एफआईआर को मुंबई पुलिस को सौंपने की मांग की है। जिसके बाद सुशांत के पिता और बिहार सरकार ने इसका विरोध किया है। सुशांत के पिता की तरफ से दर्ज एफआईआर में रिया के ऊपर सुशांत को परेशान करने, उसके करोड़ों रुपयों का गबन करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था। ये भी पढ़े... सुशांत सिंह राजपूत केस: रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया हलफनामा, लगाया पक्षपातपूर्ण मीडिया ट्रायल का आरोप सुशांत मामला: CBI ने रिया चक्रवर्ती और परिवार के खिलाफ दर्ज की FIR, लगा आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप CBI के पास पहुंचा सुशांत का केस, जानिए कैसे काम करती है एजेंसी और क्या हैं इसके पावर   Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years ago
Text
सुशांत मामला: CBI ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज की FIR, लगा आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में सीबीआई जांच में जुट गई है। सीबीआई ने सुश��ंत मामले में पहली एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा, श्रुति मोदी और अन्य के नाम शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, रिया चक्रवर्ती पर आपराधिक साजिश, सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप हैं। बता दें रिया के खिलाफ सुशांत के पिता केके सिंह पटना में एक एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने रिया पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद बिहार सरकार ने केंद्र से इस मामले की सीबीआई जांच ��रने की सिफारिश की थी जिसे मंजूरी दी थी। आज सीबीआई जांच के लिए केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी थी। सीबीआई ने बिहार पुलिस से भी संपर्क साधा है। बताया जा रहा है कि सीबीआई हर पहलू से जांच करने जा रही है। सुशांत के पिता ने जब से रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पटना में FIR दर्ज करवाई, तभी से ये मामला रिया के इर्द-गिर्द घूम रहा है। बिहार पुलिस दावा कर रही है कि उसके पास रिया चक्रवर्ती के खिलाफ कई पुख्ता सबूत हैं। इस केस में रिया की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी समन जारी किया था। ईडी ने रिया को शुक्रवार को पेश होने को कहा है। रिया से उनकी प्रॉपर्टी और और सुशांत संग लेन-देन को लेकर सवाल पूछे जा सकते हैं। Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years ago
Text
CBI के पास पहुंचा सुशांत का केस, जानिए कैसे काम करती है एजेंसी और क्या हैं इसके पावर
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज सोशल मीडिया पर पिछले काफी समय से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस की सीबीआई (Central Bureau of Investigation) जांच को लेकर मांग उठ रही थी। इसके बाद बिहार सरकार ने खुद केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी। केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की सिफारिश पर CBI को ट्रांसफर कर दिया है। वहीं अब जानते हैं आखिर कैसे और किन हालातों में CBI करती है जांच? बता दें सीबीआई का गठन 1963 में हुआ था। सीबीआई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले अपराधों जैसे हत्या, घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों और साथ ही राष्ट्रीय हितों से संबंधित अपराधों की भारत सरकार की तरफ से जांच करती है। गठन के समय सीबीआई को एंटी करप्शन डिवीजन, इकोनॉमिक्स ऑफेंस डिवीजन, स्पेशल क्राइम डिवीजन, डायरेक्टरेट ऑफ प्रॉसिक्यूशन, एडमिनिस्ट्रेटिव डिवीजन, पॉलिसी एंड कॉर्डिनेट डिवीजन और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी जैसे कई हिस्सों में बांटा गया था। जानिए कैसे होता है काम एंटी करप्शन डिवीजन- केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों, केंद्रीय पब्लिक उपक्रमों और केंद्रीय वित्तीय संस्थानों से जुड़े भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी से संबंधित मामलों की जांच करने के लिए। इकोनॉमिक ऑफेंस डिवीजन- बैंक धोखाधड़ी, वित्तीय धोखाधड़ी, आयात-निर्या और विदेशी मुद्रा अतिक्रमण, नारकोटिक्स, पुरातन वस्तुएं, सांस्कृतिक संपत्ति की बढ़ती तस्करी और विनिषिद्ध वस्तुओं आदि की तस्करी से संबंधित। स्पेशल क्राइम डिवीजन- आतंकवाद, बम ब्लास्ट, संवेदनात्मक मानव वध, मुक्ति-धन के लिए अपहरण और माफिया और अंडर-वर्ल्ड द्वारा किए गए अपराधों से संबंधित। सीबीआई की जांच से जुड़ी सभी सुनवाई विशेष CBI अदालत में ही होती है। पहले CBI सिर्फ घूसखोरी और भ्रष्टाचार की ही जांच तक सीमित थी, लेकिन 1965 के बाद से हत्या, किडनैपिंग, आतंकवाद, वित्तीय अपराध, आदि की जांच भी सीबीआई के दायरे में आ गई है। कब और कैसे काम करती है सीबीआई CBI केवल उन अपराधों की जांच करता है जो केंद्र सरकार सरकार द्वारा अधिसूचित है। CBI को अनुमति तभी दी जाती है, जब कुछ खास स्थितियां पैदा हो जाए और लंबे समय से स्थानीय पुलिस से कोई केस सॉल्व न हो। सीबीआई की शक्तियां डीएसपीई अधिनियम 1946 की धारा 2 के तहत सिर्फ केंद्रशासित प्रदेशों में अपराधों की जांच के लिए CBI ई को शक्ति प्राप्त है। ये शक्तियां दिल्ली और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू होती हैं। एक्ट के तहत CBI केवल केंद्रशासित प्रदेशों में खुद से जांच शुरू कर सकती है। केंद्रशासित प्रदेशों के अलावा केंद्र सरकार CBI की शक्तियों के दायरे को बढ़ा सकती है, लेकिन राज्य सरकार की सहमति होनी चाहिए। आपको बता दें,। CBI सिर्फ केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन पर जांच कर सकती है। इन तीन स्थितियों में अपने हिस्से में कोई केस ले सकती है सीबीआई यदि राज्य सरकार खुद केंद्�� से सिफारिश करे। राज्य सरकार सहमति दे। सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट CBI जांच का आदेश दें। (लेकिन अंत में अनुमति केंद्र सरकार की अनिवार्य है) Read the full article
0 notes