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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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पूर्व केंद्रीय मंत्री हेगड़े को रास नहीं आया अभिजीत का नोबेल, लोगों ने की खिंचाई
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चैतन्य भारत न्यूज भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक और अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिलने पर राजनीतिक नेताओं ने बयानबाजी शुरू कर दी। बता दें एक ओर अभिजीत को इस पुरस्कार के लिए हर कोई बधाई दे रहा है तो वहीं दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने अभिजीत को लेकर कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया कि लोगों ने उनकी ही खिंचाई कर दी। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});   दरअसल हेगड़े ने ट्वीटर पर अभिजीत की NYAY स्कीम का मज़ाक उड़ाया, जिसका आइडिया उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी को दिया था। हेगड़े ने ट्वीट कर कहा कि, 'हां, वह आदमी जिसने महंगाई बढ़ाने और पप्पू के माध्यम से कर की दरों में इजाफा करने की सिफारिश की थी, उसे 2019 के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चयन किया गया ��ै।' हेगड़े ने राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया और कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले अर्थशास्त्रियों को साथ में लिया। अभिजीत उस टीम के हिस्सा थे, जिसने कांग्रेस की न्यूनतम आय योजना (NYAY) को बनाया था। इस ट्वीट के बाद लोगों ने हेगड़े को खूब खरीखोटी सुनाई। Yes, the man who recommended #inflation & #tax rates to be raised for our country via #Pappu, has been recognized and awarded #NobelPrize2019. Pappu can really feel proud of his #NYAY proponent while the poor nation missed out the benefits!!!!!!!!!! — Anantkumar Hegde (@AnantkumarH) October 14, 2019 कुछ लोगों ने ट्वीट में लिखा कि 'तुच्छ आदमी की तुच्छ सोच साफ नजर आ रही है।' इसके अलावा कुछ लोगों ने तंज कसते हुए लिखा कि 'कृपया, आप कुछ बॉलीवुड की फिल्में देखें और भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करें'। हालांकि ये कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी हेगड़े अपने आपत्तिजनक बयानों और विवादित टिप्पणियों के लिए सुर्खियों में रह चुके हैं। गौरतलब है कि नोबेल पुरस्कार के लिए सोमवार (14 अक्टूबर) को अभिजीत के नाम का ऐलान हुआ है। भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है।
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बता दें तीनों अर्थशास्त्रियों को 'वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग' के उनके शोध के लिए सम्मानित किया गया है। इकनॉमिक साइंसेज कैटिगरी के तहत यह सम्मान पाने वाले अभिजीत भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। जबकि एस्‍थर डुफलो फ्रेंच-अमेरिकी हैं और माइकेल क्रेमर भी अमेरिकी हैं। यह भी पढ़े... भारतीय मूल के अर्थशास्‍त्री अभिजीत बनर्जी को मिला नोबेल पुरस्‍कार Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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भारतीय मूल के अर्थशास्‍त्री अभिजीत बनर्जी को मिला नोबेल पुरस्‍कार
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्‍ली. भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है। तीनों अर्थशास्त्रियों को 'वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग' के उनके शोध के लिए सम्मानित किया गया है। इकनॉमिक साइंसेज कैटिगरी के तहत यह सम्मान पाने वाले अभिजीत बनर्जी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। जबकि एस्‍थर डुफलो फ्रेंच-अमेरिकी हैं और माइकेल क्रेमर भी अमेरिकी हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); स्‍वीडिश अकादमी ने पुरस्‍कार की घोषणा करते हुए कहा कि अपने प्रयोगात्‍मक दृष्टिकोण से इन्‍होंने वैश्विक गरीबी को कम करने की दिशा में उल्‍लेखनीय योगदान दिया है। बता दें कोलकाता में जन्मे अभिजीत वर्तमान में एमआईटी में फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं। The #NobelPrize for Economic Sciences has been awarded to Abhijit Banerjee, Esther Duflo and Michael Kremer “for their experimental approach to alleviating global poverty.” pic.twitter.com/PFZAr1l9P7 — ANI (@ANI) October 14, 2019 बनर्जी अब्दुल लतीफ जमील पोवर्टी एक्शन लैब में एस्टर डुफलो और सेंधिल मुल्लईनाथन के साथ को-फाउंडर हैं। इसके अलावा वह इनोवेशन ऑफ पॉवर्टी एक्शन और ये कंसोर्टियम फॉर फनेंशियल सिस्टम्स एंड पॉवर्टी के सदस्य भी हैं। अभिजीत ने नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने साल 1988 में अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की। Read the full article
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