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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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जनरल बिपिन रावत ने संभाली भारत के पहले CDS पद की कमान, पीएम मोदी ने दी बधाई
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. साल 2020 के पहले दिन पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय (साउथ ब्लॉक) में आधिकारिक तौर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) पद की कमान संभाल ली है। पदभार ग्रहण करने से पहले बिपिन रावत को सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); I am delighted that as we begin the new year and new decade, India gets its first Chief of Defence Staff in General Bipin Rawat. I congratulate him and wish him the very best for this responsibility. He is an outstanding officer who has served India with great zeal. — Narendra Modi (@narendramodi) January 1, 2020 चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद संभालने के बाद बिपिन रावत को देशभर से बधाईयां मिल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें ट्वीटर के जरिए बधाई दी है। साथ ही उनको शानदार सैन्य अफसर बताया है। पीएम मोदी ने लिखा कि, 'मुझे खुशी है कि जैसे ही हम नया साल और नया दशक शुरू करते हैं, वैसे ही भारत को जनरल बिपिन रावत के रूप में अपना पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मिलता है। मैं उन्हें बधाई देता हूं और इस जिम्मेदारी के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। वो एक शानदार अफसर हैं, जिन्होंने पूरे जोश के साथ भारत की सेवा की है।' As the first CDS takes charge, I pay homage to all those who have served and laid down their lives for our nation. I recall the valiant personnel who fought in Kargil, after which many discussions on reforming our military began, leading to today’s historic development. — Narendra Modi (@narendramodi) January 1, 2020 पीएम मोदी ने इस दौरान कारगिल युद्ध के वीर जाबांज सैन्यकर्मियों को भी याद किया। उन्होंने लिखा कि, 'आज देश के पहले सीडीएस ने कार्यभार संभाला लिया है। मैं उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा के लिए अपनी जान को न्यौछावर कर दिया। मैं कारगिल में लड़े बहादुर जवानों को याद करता हूं, जिनके बाद हमारी सेना में सुधार पर कई चर्चाएं शुरू हुईं, जिससे आज यह ऐतिहासिक काम हुआ।' On 15th August 2019, from the ramparts of the Red Fort, I announced that India will have a Chief of Defence Staff. This institution carries tremendous responsibility of modernizing our military forces. It would also reflect the hopes and aspirations of 1.3 billion Indians. — Narendra Modi (@narendramodi) January 1, 2020 पीएम मोदी ने एक और ट्वीट किया कि, '15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से मैंने ऐलान किया था कि भारत का एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा। इस संस्था पर हमारे सैन्य बलों के आधुनिकीकरण की जिम्मेदारी होगी। यह 1.3 अरब भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करेगी।' "मैं समस्त देशवासियों को आश्वस्त करता हूँ कि हमारी सशस्त्र सेनाएं हर चुनौती के लिए हमेशा तैयार हैं और हम देश के दामन पर कोई आँच नहीं आने ��ेंगे। देशवासियों को नए साल और नए दशक की शुभकामनाएं"। -जनरल मनोज मु��ुंद नरवणे#सेनाध्यक्ष#IndianArmy सम्मान गारद के अवसर पर 1 जनवरी 2020 pic.twitter.com/MDecVIKdgK — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) January 1, 2020 बता दें बिपिन रावत ने पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि, 'हम तीनों सेनाओं को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। तीनों सेनाएं एक टीम की तरह काम करेंगे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को दिए गए कार्य के अनुसार हमें एकीकरण को बढ़ाकर बेहतर संसाधन प्रबंधन करना होगा। सेना राजनीति से दूर रहती है। सेना सरकार के आदेश के तहत काम करती है। तीनों सेनाओं के लिए मेरा व्यवहार एक जैसा होगा।' "Chief of the Defence Staff #CDS is all about #Synergy where effort is to achieve more than the sum of the whole. Sum of synergistic application of three Services is not for 1+1+1=3 but sum to be 5 or 7." -General Bipin Rawat#CDS At Tri-Services Guard of Honour 01 January 2020 pic.twitter.com/mWF83IlbIV — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) January 1, 2020 कैसी होगी सीडीएस की वर्दी सीडीएस की नई वर्दी तैयार की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, इस वर्दी का रंग ऑलिव ग्रीन होगा। इसमें लगे बैच और अन्य सभी चीजें सेना की वर्दी से पूरी तरह अलग होंगी। एडिशनल डायरेक्टरेट जनरल ऑफ पब्लिक इनफॉरमेशन (एडीजीपीआई) ने मंगलवार को वर्दी पर लगने वाले बैच और दूसरी चीजों की तस्वीर भी जारी की है। Buttons on Working Dress #CDS pic.twitter.com/2glP6gYgc1 — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 Belt Buckle #CDS pic.twitter.com/VvgnuCm0sT — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 Shoulder Rank Badges #CDS pic.twitter.com/OvlhrGe7zi — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 क्या है सीडीएस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी तीनों सेनाओं भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का एक प्रमुख। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार इस पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन आने वाली ज्यादातर सरकारों ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद एक बार फिर इसके लिए मांग उठी लेकिन उस समय भी यह लागू नहीं हो सका था। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने का ऐलान किया। Peak Cap #CDS pic.twitter.com/HNn5tcAcDG — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 इसका फायदा क्या होगा? सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा। युद्ध के दौरान इसके जरिए तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी ��मन्वय कायम किया जा सकेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रहते हुए किसी भी तरह की कोई खामी नहीं रहेगी और सेना प्रभावी ढंग से दुश्मन से निपट सकेगी। इसके अलावा युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, यानी कि तीनों सेनाओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इसके जरिए सेना की रणनीति पहले से और ज्यादा प्रभावशाली हो जाएगी। साथ ही इससे कोई कन्फयूजन की भी स्थिति नहीं होगी। ये भी पढ़े... आर्मी चीफ पद से जनरल बिपिन रावत हुए रिटायर, अब संभालेंगे CDS की कमान जनरल बिपिन रावत बने देश के पहले CDS, तीनों सेनाओं की सं���ालेंगे कमान मनोज मुकुंद नरवणे होंगे अगले सेना प्रमुख, संभाल चुके हैं चीन, कश्मीर और पूर्वोतर बॉर्डर की कमान पूर्व सेना प्रमुख का खुलासा- कारगिल युद्ध के दौरान भारत को बेचा गया 30 साल पुराना गोला बारूद Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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जनरल बिपिन रावत ने संभाली भारत के पहले CDS पद की कमान, पीएम मोदी ने दी बधाई
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. साल 2020 के पहले दिन पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय (साउथ ब्लॉक) में आधिकारिक तौर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) पद की कमान संभाल ली है। पदभार ग्रहण करने से पहले बिपिन रावत को सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); I am delighted that as we begin the new year and new decade, India gets its first Chief of Defence Staff in General Bipin Rawat. I congratulate him and wish him the very best for this responsibility. He is an outstanding officer who has served India with great zeal. — Narendra Modi (@narendramodi) January 1, 2020 चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद संभालने के बाद बिपिन रावत को देशभर से बधाईयां मिल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें ट्वीटर के जरिए बधाई दी है। साथ ही उनको शानदार सैन्य अफसर बताया है। पीएम मोदी ने लिखा कि, 'मुझे खुशी है कि जैसे ही हम नया साल और नया दशक शुरू करते हैं, वैसे ही भारत को जनरल बिपिन रावत के रूप में अपना पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मिलता है। मैं उन्हें बधाई देता हूं और इस जिम्मेदारी के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। वो एक शानदार अफसर हैं, जिन्होंने पूरे जोश के साथ भारत की सेवा की है।' As the first CDS takes charge, I pay homage to all those who have served and laid down their lives for our nation. I recall the valiant personnel who fought in Kargil, after which many discussions on reforming our military began, leading to today’s historic development. — Narendra Modi (@narendramodi) January 1, 2020 पीएम मोदी ने इस दौरान कारगिल युद्ध के वीर जाबांज सैन्यकर्मियों को भी याद किया। उन्होंने लिखा कि, 'आज देश के पहले सीडीएस ने कार्यभार संभाला लिया है। मैं उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा के लिए अपनी जान को न्यौछावर कर दिया। मैं कारगिल में लड़े बहादुर जवानों को याद करता हूं, जिनके बाद हमारी सेना में सुधार पर कई चर्चाएं शुरू हुईं, जिससे आज यह ऐतिहासिक काम हुआ।' On 15th August 2019, from the ramparts of the Red Fort, I announced that India will have a Chief of Defence Staff. This institution carries tremendous responsibility of modernizing our military forces. It would also reflect the hopes and aspirations of 1.3 billion Indians. — Narendra Modi (@narendramodi) January 1, 2020 पीएम मोदी ने एक और ट्वीट किया कि, '15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से मैंने ऐलान किया था कि भारत का एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा। इस संस्था पर हमारे सैन्य बलों के आधुनिकीकरण की जिम्मेदारी होगी। यह 1.3 अरब भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करेगी।' "मैं समस्त देशवासियों को आश्वस्त करता हूँ कि हमारी सशस्त्र सेनाएं हर चुनौती के लिए हमेशा तैयार हैं और हम देश के दामन पर कोई आँच नहीं आने देंगे। देशवासियों को नए साल और नए दशक की शुभकामनाएं"। -जनरल मनोज मुकुंद नरवणे#सेनाध्यक्ष#IndianArmy सम्मान गारद के अवसर पर 1 जनवरी 2020 pic.twitter.com/MDecVIKdgK — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) January 1, 2020 बता दें बिपिन रावत ने पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि, 'हम तीनों सेनाओं को एकजुट करने का प्रयास क��ेंगे। तीनों सेनाएं एक टीम की तरह काम करेंगे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को दिए गए कार्य के अनुसार हमें एकीकरण को बढ़ाकर बेहतर संसाधन प्रबंधन करना होगा। सेना राजनीति से दूर रहती है। सेना सरकार के आदेश के तहत काम करती है। तीनों सेनाओं के लिए मेरा व्यवहार एक जैसा होगा।' "Chief of the Defence Staff #CDS is all about #Synergy where effort is to achieve more than the sum of the whole. Sum of synergistic application of three Services is not for 1+1+1=3 but sum to be 5 or 7." -General Bipin Rawat#CDS At Tri-Services Guard of Honour 01 January 2020 pic.twitter.com/mWF83IlbIV — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) January 1, 2020 कैसी होगी सीडीएस की वर्दी सीडीएस की नई वर्दी तैयार की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, इस वर्दी का रंग ऑलिव ग्रीन होगा। इसमें लगे बैच और अन्य सभी चीजें सेना की वर्दी से पूरी तरह अलग होंगी। एडिशनल डायरेक्टरेट जनरल ऑफ पब्लिक इनफॉरमेशन (एडीजीपीआई) ने मंगलवार को वर्दी पर लगने वाले बैच और दूसरी चीजों की तस्वीर भी जारी की है। Buttons on Working Dress #CDS pic.twitter.com/2glP6gYgc1 — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 Belt Buckle #CDS pic.twitter.com/VvgnuCm0sT — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 Shoulder Rank Badges #CDS pic.twitter.com/OvlhrGe7zi — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 क्या है सीडीएस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी तीनों सेनाओं भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का एक प्रमुख। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार इस पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन आने वाली ज्यादातर सरकारों ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद एक बार फिर इसके लिए मांग उठी लेकिन उस समय भी यह लागू नहीं हो सका था। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने का ऐलान किया। Peak Cap #CDS pic.twitter.com/HNn5tcAcDG — ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 31, 2019 इसका फायदा क्या होगा? सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा। युद्ध के दौरान इसके जरिए तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय कायम किया जा सकेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रहते हुए किसी भी तरह की कोई खामी नहीं रहेगी और सेना प्रभावी ढंग से दुश्मन से निपट सकेगी। इसके अलावा युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, यानी कि तीनों सेनाओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इसके जरिए सेना की रणनीति पहले से और ज्यादा प्रभावशाली हो जाएगी। साथ ही इससे कोई कन्फयूजन की भी स्थिति नहीं होगी। ये भी पढ़े... आर्मी चीफ पद से जनरल बिपिन रावत हुए रिटायर, अब संभालेंगे CDS की कमान जनरल बिपिन रावत बने देश के पहले CDS, तीनों सेनाओं की संभालेंगे कमान मनोज मुकुंद नरवणे होंगे अगले सेना प्रमुख, संभाल चुके हैं चीन, कश्मीर और पूर्वोतर बॉर्डर की कमान पूर्व सेना प्रमुख का खुलासा- कारगिल युद्ध के दौरान भारत को बेचा गया 30 साल पुराना गोला बारूद Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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आर्मी चीफ पद से जनरल बिपिन रावत हुए रिटायर, मिला गार्ड ऑफ ऑनर, अब संभालेंगे CDS की कमान
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. 31 दिसंबर 2019 भारतीय सेना के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। आज जनरल बिपिन रावत सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो र��े हैं। इसके बाद वह भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ पद की कमान संभालेंगे। साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे भारतीय थलसेना के 28वें प्रमुख का कार्यभार ग्रहण करेंगे। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); Army Chief General Bipin Rawat will take over as first Chief of Defence Staff on January 1. https://t.co/nkS9VgMCiC — ANI (@ANI) December 31, 2019 जनरल बिपिन रावत और मनोज मुकुंद नरवाणे ने मंगलवार सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (वॉर मेमोरियल) पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। जनरल बिपिन रावत को साउथ ब्लॉक में सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। 1 जनवरी से यानी नए साल से जनरल बिपिन रावत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर काम संभालेंगे। इस पद का कार्यभार संभालने से पहले बिपिन रावत ने सभी जवानों को शुभकामनाएं दीं। बता दें बिपिन रावत ने 31 दिसंबर, 2016 में सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला था। उनके तीन साल के कार्यकाल में भारतीय सेना ने कई सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। Delhi: India’s first Chief of Defence Staff General Bipin Rawat receives his farewell Guard of Honour as the Army Chief at South Block. pic.twitter.com/bfpsdbbK1K — ANI (@ANI) December 31, 2019 Chief of Defence Staff General Bipin Rawat: Today as I demit the office of Chief of Army staff, I wish to convey my gratitude to the soldiers, rank and file of Indian Army who have stood steadfast under challenging circumstances. pic.twitter.com/txDQNBgXbw — ANI (@ANI) December 31, 2019 कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे नए सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे इससे पहले जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं। अब तक वह पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे, जो चीन से लगने वाली करीब 4000 किलोमीटर लंबी भारतीय सीमा पर नजर रखती है। इसके अलावा मनोज मुकुंद नरवणे श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे और तीन साल तक म्यांमार में भी रह चुके हैं। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से पास आउट लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे को अपने 37 साल के कार्यकाल के दौरान ‘सेना मेडल’, ‘विशिष्ट सेवा मेडल’ और ‘अतिविशिष्ट सेवा मेडल’ भी मिला है। Chief of Defence Staff General Bipin Rawat: I wish to convey my best wishes to General Manoj Naravane who will be assuming the office as the 28th Army chief, for a successful innings. pic.twitter.com/u0jyaCWyQX — ANI (@ANI) December 31, 2019 क्या है सीडीएस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी तीनों सेनाओं भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का एक प्रमुख। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार इस पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन आने वाली ज्यादातर सरकारों ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद एक बार फिर इसके लिए मांग उठी लेकिन उस समय भी यह लागू नहीं हो सका था। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने का ऐलान किया। General Bipin Rawat on being asked whether Indian Army is better prepared to take on the challenges at Pakistan and China border: Yes, they are better prepared. pic.twitter.com/DT2mXxA7cW — ANI (@ANI) December 31, 2019 इसका फायदा क्या होगा? सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा। युद्ध के दौरान इसके जरिए तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय कायम किया जा सकेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रहते हुए किसी भी तरह की कोई खामी नहीं रहेगी और सेना प्रभावी ढंग से दुश्मन से निपट सकेगी। इसके अलावा युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, यानी कि तीनों सेनाओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इसके जरिए सेना की रणनीति पहले से और ज्यादा प्रभावशाली हो जाएगी। साथ ही इससे कोई कन्फयूजन की भी स्थिति नहीं होगी। ये भी पढ़े... जनरल बिपिन रावत बने देश के पहले CDS, तीनों सेनाओं की संभालेंगे कमान मनोज मुकुंद नरवणे होंगे अगले सेना प्रमुख, संभाल चुके हैं चीन, कश्मीर और पूर्वोतर बॉर्डर की कमान पूर्व सेना प्रमुख का खुलासा- कारगिल युद्ध के दौरान भारत को बेचा गया 30 साल पुराना गोला बारूद Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years ago
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मोदी कैबिनेट ने दी 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने की मंजूरी, इस नाम पर हो रही चर्चा
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट ने मंगलवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief Of Defence Staff) पद को बनाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने मीडिया को बताया कि, सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के लिए नया पद बनाने की मंजूरी दे दी है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, सैन्य मामलों के प्रमुख होंगे और वह चार स्टार जनरल होंगे। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); तीनों सेनाओं का एक प्रमुख बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने का ऐलान किया। यानी देश की तीनों सेनाओँ भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का आने वाले दिनों में एक ही चीफ होगा। साल 1999 में कारगिल युद्ध के समय आया यह प्रस्ताव अब तक लंबित था और अब जाकर इसे मंजूरी दी गई है। Union Minister Prakash Javadekar: Government has approved the creation of post of Chief of Defence Staff. The officer to be appointed as Chief of Defence Staff will be a four star General and will also head the Department of military affairs pic.twitter.com/hC4ibOT5p4 — ANI (@ANI) December 24, 2019 गृह मंत्रालय में हुई इस हाई लेवल मीटिंग जानकारी के मुताबिक, मोदी कैबिनेट ने ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ का पद बनाने के लिए सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की रिपोर्ट स्वीकार कर ली है। मंगलवार को गृह मंत्रालय में हुई इस हाई लेवल मीटिंग में CCS की रिपोर्ट पेश की थी। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे। क्या है सीडीएस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद तीनों सेनाओं के ऊपर होता है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार इस पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन आने वाली ज्यादातर सरकारों ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद एक बार फिर इसके लिए मांग उठी लेकिन उस समय भी यह लागू नहीं हो सका। अटकलें हैं कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को यह पद मिल सकता है। इसका फायदा क्या होगा? सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा। युद्ध के दौरान इसके जरिए तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय कायम किया जा सकेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रहते हुए किसी भी तरह की कोई खामी नहीं रहेगी और सेना प्रभावी ढंग से दुश्मन से निपट सकेगी। इसके अलावा युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, यानी कि तीनों सेनाओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इसके जरिए सेना की रणनीति पहले से और ज्यादा प्रभावशाली हो जाएगी। साथ ही इससे कोई कन्फयूजन की भी स्थिति नहीं होगी। Read the full article
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मोदी कैबिनेट ने दी 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने की मंजूरी, इस नाम पर हो रही चर्चा
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट ने मंगलवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief Of Defence Staff) पद को बनाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने मीडिया को बताया कि, सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के लिए नया पद बनाने की मंजूरी दे दी है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, सैन्य मामलों के प्रमुख होंगे और वह चार स्टार जनरल होंगे। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); तीनों सेनाओं का एक प्रमुख बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने का ऐलान किया। यानी देश की तीनों सेनाओँ भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का आने वाले दिनों में एक ही चीफ होगा। साल 1999 में कारगिल युद्ध के समय आया यह प्रस्ताव अब तक लंबित था और अब जाकर इसे मंजूरी दी गई है। Union Minister Prakash Javadekar: Government has approved the creation of post of Chief of Defence Staff. The officer to be appointed as Chief of Defence Staff will be a four star General and will also head the Department of military affairs pic.twitter.com/hC4ibOT5p4 — ANI (@ANI) December 24, 2019 गृह मंत्रालय में हुई इस हाई लेवल मीटिंग जानकारी के मुताबिक, मोदी कैबिनेट ने ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ का पद बनाने के लिए सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की रिपोर्ट स्वीकार कर ली है। मंगलवार को गृह मंत्रालय में हुई इस हाई लेवल मीटिंग में CCS की रिपोर्ट पेश की थी। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे। क्या है सीडीएस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद तीनों सेनाओं के ऊपर होता है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार इस पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन आने वाली ज्यादातर सरकारों ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद एक बार फिर इसके लिए मांग उठी लेकिन उस समय भी यह लागू नहीं हो सका। अटकलें हैं कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को यह पद मिल सकता है। इसका फायदा क्या होगा? सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा। युद्ध के दौरान इसके जरिए तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय कायम किया जा सकेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रहते हुए किसी भी तरह की कोई खामी नहीं रहेगी और सेना प्रभावी ढंग से दुश्मन से निपट सकेगी। इसके अलावा युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, यानी कि तीनों सेनाओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इसके जरिए सेना की रणनीति पहले से और ज्यादा प्रभावशाली हो जाएगी। साथ ही इससे कोई कन्फयूजन की भी स्थिति नहीं होगी। Read the full article
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मोदी कैबिनेट ने दी 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने की मंजूरी, इस नाम पर हो रही चर्चा
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट ने मंगलवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief Of Defence Staff) पद को बनाने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने मीडिया को बताया कि, सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के लिए नया पद बनाने की मंजूरी दे दी है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, सैन्य मामलों के प्रमुख होंगे और वह चार स्टार जनरल होंगे। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); तीनों सेनाओं का एक प्रमुख बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' का नया पद बनाने का ऐलान किया। यानी देश की तीनों सेनाओँ भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का आने वाले दिनों में एक ही चीफ होगा। साल 1999 में कारगिल युद्ध के समय आया यह प्रस्ताव अब तक लंबित था और अब जाकर इसे मंजूरी दी गई है। Union Minister Prakash Javadekar: Government has approved the creation of post of Chief of Defence Staff. The officer to be appointed as Chief of Defence Staff will be a four star General and will also head the Department of military affairs pic.twitter.com/hC4ibOT5p4 — ANI (@ANI) December 24, 2019 गृह मंत्रालय में हुई इस हाई लेवल मीटिंग जानकारी के मुताबिक, मोदी कैबिनेट ने ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ का पद बनाने के लिए सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की रिपोर्ट स्वीकार कर ली है। मंगलवार को गृह मंत्रालय में हुई इस हाई लेवल मीटिंग में CCS की रिपोर्ट पेश की थी। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे। क्या है सीडीएस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद तीनों सेनाओं के ऊपर होता है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार इस पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन आने वाली ज्यादातर सरकारों ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद एक बार फिर इसके लिए मांग उठी लेकिन उस समय भी यह लागू नहीं हो सका। अटकलें हैं कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को यह पद मिल सकता है। इसका फायदा क्या होगा? सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा। युद्ध के दौरान इसके जरिए तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय कायम किया जा सकेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रहते हुए किसी भी तरह की कोई खामी नहीं रहेगी और सेना प्रभावी ढंग से दुश्मन से निपट सकेगी। इसके अलावा युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, यानी कि तीनों सेनाओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। इसके जरिए सेना की रणनीति पहले से और ज्यादा प्रभावशाली हो जाएगी। साथ ही इससे कोई कन्फयूजन की भी स्थिति नहीं होगी। Read the full article
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