#LadakhBorderDispute
Explore tagged Tumblr posts
Text
लद्दाख दौरे पर सेना प्रमुख, कहा- LAC पर स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण, हर चुनौती का सामना करने को तैयार
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे हैं। यहां उन्होंने कहा कि, वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी LAC पर स्थिति गंभीर और नाजुक है। सेना प्रमुख ने कहा कि, 'एलएसी पर स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हमने अपनी सुरक्षा के लिए एहतियातन तैनाती ले ली है, जिससे कि हमारी सुरक्षा और अखंडता सुरक्षित रहे। हम किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।' सेना प्रमुख ने आगे कहा कि, 'पिछले 2-3 महीनों से स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन हम चीन के साथ सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर लगातार बात कर रहे हैं। यह हो रहा है और भविष्य में भी जारी रहेगा। हमें पूरा यकीन है कि इस बातचीत के माध्यम से हमारे बीच जो भी मतभेद हैं; उसका हल निकाल लिया जाएगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यथास्थिति नहीं बदली जाए और हम अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम हों।' किसी भी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार- सेना प्रमुख सेना प्रमुख ने कहा कि, 'जवानों का का मनोबल ऊंचा है और वे क��सी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मैं फिर से दोहराना चाहूंगा क�� हमारे अधिकारी और जवान दुनिया में सबसे अच्छे हैं और न केवल सेना बल्कि देश को भी गौरवान्वित करेंगे।' नरवणे ने कहा, 'मैंने लेह पहुंचने के बाद विभिन्न स्थानों का दौरा किया। मैंने अधिकारियों, जेसीओ से बात की और तैयारियों का जायजा लिया। जवानों का मनोबल ऊंचा है और वे सभी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं।' बता दें गुरुवार को नरवणे ने लद्दाख का दो दिवसीय दौरा शुरू किया था। सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आस-पास यथास्थिति को बदलने के चीन के हालिया प्रयासों के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा करने के मकसद से सेना प्रमुख का यह दौरा हुआ। गौरतलब है कि इससे पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने जोर दिया था कि भारत के सैन्य बल चीन की आक्रामक गतिविधियों से ‘सबसे बेहतर एवं उचित तरीकों’ से निपटने में सक्षम हैं। Read the full article
#armychiefmmnarvane#china#GalwanValley#india#LadakhBorderDispute#भारतऔरचीन#भारतऔरचीनविवाद#मनोजमुकुंदनरवणे#सेनाप्रमुखमनोजमुकुंदनरवणे
0 notes