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CBSE पाठ्यक्रम से धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रवाद जैसे टॉपिक्स हटाए जाने को लेकर हो रहा विवाद, HRD मंत्री ने दी सफाई
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच सीबीएसई ने नौवीं से बारहवीं तक के पाठ्यक्रम को 30 फीसद तक कम करके भले ही छात्रों को राहत देने की कोशिश की है लेकिन इसे लेकर अब राजनीति शुरू ही गई है। इस पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ का बयान सामने आया है। वैसे तो सीबीएसई ने करीब 190 विषयों के पाठ्यक्रमों को कम किया है, लेकिन इनमें सबसे ज्यादा चर्चा सोशल स्टडीज (एसएसटी), पॉलिटिकल साइंस और बिजनेस स्टडीज जैसे विषयों से हटाए गए चैप्टरों को लेकर है। फिलहाल इन विषयों से जो अहम चैप्टर हटाए गए हैं, उनमें राष्ट्रवाद, न��गरिकता, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक अधिकार, फूड सिक्योरिटी जैसे चैप्टर शामिल हैं। As @cbseindia29 has clarified, schools have been advised to follow the #NCERT Alternate Academic Calendar, and all the topics mentioned have been covered under the same Academic Calendar. The exclusions are merely a 1-time measure for exams, due to the #COVID19 pandemic. — Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 9, 2020 वहीं 11वीं कक्षा की किताबों से किसान, जमींदार और राज्य, बंटवारे, विभाजन और देश में विद्रोह पर सेक्शन- ‘द बॉम्बे डेक्कन’ और ‘द डेक्कन रायट्स कमिशन’, जो कि साहूकारों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर आधारित हैं, इन सभी चैप्टरों को हटा दिया गया है। कार्यस्थल पर भारतीय संविधान के तहत आने वाले फेडरलिज्म जैसे टॉपिक, स्थानीय सरकारों की जरूरत, भारत में स्थानीय सरकार की ग्रोथ जैसे चैप्टर्स को भी 11वीं कक्षा के राजनीति विज्ञान के विषय से हटा दिया गया है। शशि थरूर ने उठाए सवाल सीबीएसई के इस फैसले को मुद्दा बना रहे राजनीतिक दलों ने सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। सबसे पहले इस मुद्दे को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने उठाया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'जिन लोगों ने इन चैप्टरों को हटाने का फैसला लिया है, उनके इरादों पर शक होता है। क्या सरकार को लगता है कि ये चैप्टर आज की पीढ़ी के लिए सबसे बुरे हैं? मेरी सरकार से अपील है कि पाठ्यक्रम को तर्कसंगत बनाया जाए।' ममता बनर्जी का ट्वीट पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने भी ट्वीट किया और कहा, 'मैं यह सुनकर हैरान हूं कि केंद्र सरकार ने नागरिकता, धर्मनिरपेक्षता जैसे विषयों को सीबीएसई के पाठ्यक्रमों में कटौती के नाम पर हटा दिया है। मैं इस फैसले का विरोध करती हूं और मानव संसाधन विकास मंत्रालय और केंद्र सरकार ने मांग करती हूं कि ऐसे जरूरी पाठ्यक्रमों पर रोक नहीं लगनी चाहिए।' सीबीएसई का बयान इस पूरे मामले पर राजनीति गर्म होने के बाद सीबीएसई ने आगे आकर स्थिति साफ की और कहा कि पाठ्यक्रम में 30 फीसद की यह कटौती सिर्फ परीक्षाओं के नजरिए से की गई है, ना कि इसे पाठ्यक्रम से पूरी तरह हटाया गया है। सभी स्कूलों से कहा गया है कि वह परीक्षाओं के नजरिए से हटाए गए इन पाठ्यक्रमों को जब भी और जैसे समय मिले, छात्रों को पढ़ाने की कोशिश करें। मानव संसाधन मंत्री ��ा ट्वीट रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा है, 'इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मनगढ़ंत टिप्पणियां कर गलत विमर्श का प्रसार किया जा रहा है। सीबीएसई के पाठ्यक्रम में कुछ टॉपिक्स को हटाये जाने के बारे में बहुत सी मनगढंत टिप्पणियां की जा रही हैं। इन टिप्पणियों के साथ समस्या यह है कि वे गलत विमर्श को फैलाने के लिए चुनिंदा विषयों को जोड़कर सनसनीखेज बना रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'राष्ट्रवाद, स्थानीय सरकार, संघवाद आदि तीन-चार टॉपिक्स को छोड़े जाने का गलत मतलब निकाल कर मनगढंत विमर्श बनाना आसान है, विभिन्न विषयों को व्यापक तौर पर देखा जाए तो दिखाई देगा कि सभी विषयों में कुछ चीजों को छोड़ा गया है। पाठ्यक्रम में टॉपिक्स को छोड़ना कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर उठाया गया कदम हैं।' ये भी पढ़े कोरोना संकट में छात्रों को राहत, CBSE ने किया कोर्स घटाने का ऐलान, 9वीं-12वीं के लिए 30% कम होगा सिलेबस CBSE 2020-21 बोर्ड परीक्षाओं के लिए जरूरी है 75% अटेंडेंस, यहां देखें सिलेबस CBSE Board : जानिए कब आएगा 10वीं-12वीं का रिजल्ट Read the full article
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कोरोना संकट में छात्रों को राहत, CBSE ने किया कोर्स घटाने का ऐलान, 9वीं-12वीं के लिए 30% कम होगा सिलेबस
चैतन्य भारत न्यूज सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) ने मंगलवार को 9वीं से 12वीं कक्षा का पाठ्यक्रम 30 फीसदी तक घटाए जाने की घोषणा की है। यह व्यवस्था 2020-21 सत्र के लिए लागू होगी। यह फैसला कोरोना वायरस महामारी की विषम स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। CBSE brings big respite to students, reduces syllabus for classes IX-XII: Central Board of Secondary Education (CBSE) pic.twitter.com/5sxM6fLEFR — ANI (@ANI) July 7, 2020 8वीं तक की कक्षाओं के लिए यह फैसला लिया मंगलवार शाम बोर्ड ने ट्विटर पर इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) से पढ़ाई करवाने वाले 22 राज्यों में 2020-21 एकेडमिक सत्र के लिए 9वीं से 12वीं के कोर्स में एक-तिहाई कमी कर दी है। वहीं, 8वीं तक की कक्षाओं के लिए CBSE ने स्कूलों को खुद सिलेबस तैयार करने को कहा है। Looking at the extraordinary situation prevailing in the country and the world, #CBSE was advised to revise the curriculum and reduce course load for the students of Class 9th to 12th. @PMOIndia @HMOIndia @PIB_India @MIB_India @DDNewslive @cbseindia29 @mygovindia — Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 7, 2020 मानव संसाधन विकास मंत्री ने दी जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी ट्वीट करके जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में देश और दुनिया में असाधारण स्थिति को देखते हुए सीबीएसई को सलाह दी गई है कि वो पाठ्यक्रम में कमी करे। उन्होंने ये भी लिखा कि अपने फैसले के लिए कुछ हफ्ते पहले मैंने शिक्षाविदों से सुझाव मांगे थे और मुझे इस मामले में डेढ़ हज़ार से ज्यादा सुझाव मिले। परीक्षा करवाने को लेकर पड़ी थी याचिका बता दें कि सीबीएसई ने बची हुई परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच करवाने की घोषणा की थी। लेकिन कुछ अभिभावकों को लगता था कि इससे बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। जिसकी वजह से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। बाद में सरकार ने परीक्षा रद्द किए जाने की घोषणा की थी। Read the full article
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कोरोना संकट: 15 अगस्त के बाद खुलेंगे सभी स्कूल-कॉलेज, मानव संसाधन मंत्री ने की घोषणा
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल��ली. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को यह घोषणा की है कि सभी स्कूलों और कॉलेजों को 15 अगस्त के बाद खोला जाएगा। उन्होंने यह बात एक इंटरव्यू के दौरान कही। निशंक ने कहा कि, '15 अगस्त तक सभी परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की कोशिश कर रहे हैं।' बता दें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एचआरडी मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को स्कूल पुनः खोलने की योजना पर पत्र लिखा था। इस बात की जानकारी ��न्होंने कल ट्वीट के माध्यम से दी थी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि, 'अब समय आ गया है कि कोरोना के सहअस्तित्व को स्वीकार करते हुए देश में स्कूलों की भूमिका नए सिरे से तय की जाए।' साथ ही उन्होंने यह भी लिखा था कि, 'स्कूलों को साहसिक भूमिका के लिए तैयार नहीं किया गया तो यह हमारी ऐतिहासिक भूल होगी, स्कूलों की भूमिका पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बच्चों को जिम्मेदार जीवन जीने के लिए तैयार करने की होगी।' बता दें कोरोना महामारी के चलते देशभर में मार्च से ही स्कूल- कॉलेज बंद है। ऐसे में बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पढ़ाया जा रहा है। लेकिन इस बात से भी मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है कि कहीं न कहीं छात्रों की पढ़ाई का नुकसान भी हो रहा है। कब होंगी बची हुई परीक्षाएं और प्रवेश परीक्षा CBSE बोर्ड परीक्षा 1 जुलाई से 15 जुलाई तक आयोजित की जाएगी, ICSE / ISC परीक्षा 1 जुलाई से शुरू होकर 12 जुलाई तक चलेगी। NEET और JEE की परीक्षा जुलाई में होगी। NEET की प्रवेश परीक्षा 26 जुलाई और JEE की प्रवेश परीक्षा 18 जुलाई से 23 जुलाई तक होगी। Read the full article
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कोरोनावायरस: 8वीं तक के सभी छात्रों को बिना परीक्षा के प्रमोट करेगा CBSE, 29 मुख्य विषयों की होगी बोर्ड परीक्षा
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है। ऐसे में सभी परीक्षाएं भी रोक दी गई थी। अब केंद्र सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को पहली से आठवीं तक के सभी छात्रों को बिना परीक्षा लिए अगली कक्षा में प्रमोट करने का आदेश दिया है। 📢 Announcement In view of the current situation due to #COVID19, I have advised @cbseindia29 to promote ALL students studying in classes I-VIII to the next class/grade. #CoronavirusPandemic pic.twitter.com/zvklNiJ4Tj — Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 1, 2020 इसके अलावा सीबीएसई ने ये फैसला भी लिया है कि कक्षा 9 और 11 के छात्रों को स्कूलों के आंतरिक आंकलन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। इसकी घोषणा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विटर के जरिए की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, 'कोविड-19 के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए, मैंने सीबीएसई को सलाह दी है कि कक्षा एक ��े आठवीं तक के छात्रों को सीबीएसई अगली कक्षाओं में प्रमोट करें।' मानव संसाधन विकास मंत्री ने बुधवार को एक और ट्वीट कर यह भी कहा कि, ' कक्षा 9वीं और 11वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थी ग्रेड के आधार पर स्कूल आधारित असाइनमेंट (school based assessments) के जरिए अगली कक्षा में उत्तीर्ण किए जाएंगे।' 📢 Announcement Due to the ongoing #COVID19 situation & keeping in mind the academic future of students, I have advised @cbseindia29 to conduct board examinations only for 29 main subjects that are required for promotion & maybe crucial for admissions in HEIs #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/T5fNrrj6FT — Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 1, 2020 रमेश पोखरियाल निशंक ने अगले ट्वीट में लिखा कि, 'कोविड-19 के संक्रमण की मौजूदा स्थि ति और छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए मैंने सीबीएसई बोर्ड को केवल 29 मुख्य विषयों की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की सलाह दी है। सीबीएसई सिर्फ उन्हीं विषयों की परीक्षा कराए जिनके आधार पर ही छात्रों को यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलता है। बाकी विषयों के लिए परीक्षा नहीं होगी।सीबीएसई छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए पूरा समय देगा। मूल्यांकन और मार्किंग के लिए भी जल्द ही दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।' For rest of the subjects, the Board will not hold examinations; the instructions for marking/assessment in all such cases shall be separately issued by the Board.#IndiaFightsCorona — Ministry of HRD (@HRDMinistry) April 1, 2020 ये हैं वो 29 विषय
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#boardexaminationsofCBSE#CBSEconductexaminations#cbseincoronaviruslockdown#cbseindia#CBSEonboardexaminations#centralgovttocbse#CoronavirusInIndia#coronaviruspatientinindia#covid-19#COVID-19situation#GovernmentSt#Guidelines/AdvisoriesNews#HPCommonManIssues#HRDMinisterRameshPokhriyal#NationalNews#news#RameshPokhriyalNishankonCBSE#RameshPokhriyalNishanktoCBSE#situationinindiaduetoCOVID-19#केंद्रीयमाध्यमिकशिक्षाबोर्ड#कोविड-19#मानवसंसाधनविकासमंत्री#रमेशपोखरियालनिशंक#सीबीएसई
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कोरोनावायरस: 8वीं तक के सभी छात्रों को बिना परीक्षा के प्रमोट करेगा CBSE, 29 मुख्य विषयों की होगी बोर्ड परीक्षा
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है। ऐसे में सभी परीक्षाएं भी रोक दी गई थी। अब केंद्र सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को पहली से आठवीं तक के सभी छात्रों को बिना परीक्षा लिए अगली कक्षा में प्रमोट करने का आदेश दिया है। 📢 Announcement In view of the current situation due to #COVID19, I have advised @cbseindia29 to promote ALL students studying in classes I-VIII to the next class/grade. #CoronavirusPandemic pic.twitter.com/zvklNiJ4Tj — Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 1, 2020 इसके अलावा सीबीएसई ने ये फैसला भी लिया है कि कक्षा 9 और 11 के छात्रों को स्कूलों के आंतरिक आंकलन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। इसकी घोषणा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विटर के जरिए की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, 'कोविड-19 के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए, मैंने सीबीएसई को सलाह दी है कि कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को सीबीएसई अगली कक्षाओं में प्रमोट करें।' मानव संसाधन विकास मंत्री ने बुधवार को एक और ट्वीट कर यह भी कहा कि, ' कक्षा 9वीं और 11वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थी ग्रेड के आधार पर स्कूल आधारित असाइनमेंट (school based assessments) के जरिए अगली कक्षा में उत्तीर्ण किए जाएंगे।' 📢 Announcement Due to the ongoing #COVID19 situation & keeping in mind the academic future of students, I have advised @cbseindia29 to conduct board examinations only for 29 main subjects that are required for promotion & maybe crucial for admissions in HEIs #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/T5fNrrj6FT — Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) April 1, 2020 रमेश पोखरियाल निशंक ने अगले ट्वीट में लिखा कि, 'कोविड-19 के संक्रमण की मौजूदा स्थि ति और छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए मैंने सीबीएसई बोर्ड को केवल 29 मुख्य विषयों की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की सलाह दी है। सीबीएसई सिर्फ उन्हीं विषयों की परीक्षा कराए जिनके आधार पर ही छात्रों को यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलता है। बाकी विषयों के लिए परीक्षा नहीं होगी।सीबीएसई छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए पूरा समय देगा। मूल्यांकन और मार्किंग के लिए भी जल्द ही दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।' For rest of the subjects, the Board will not hold examinations; the instructions for marking/assessment in all such cases shall be separately issued by the Board.#IndiaFightsCorona — Ministry of HRD (@HRDMinistry) April 1, 2020 ये हैं वो 29 विषय
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