#Disadvantagesofusingsanitizer
Explore tagged Tumblr posts
chaitanyabharatnews · 6 years ago
Text
सैनिटाइजर के भरोसे रहकर आप कर रहे हैं अपनी सेहत के साथ खिलवाड़
Tumblr media
टीम चैतन्य भारत पानी की गैर मौजूदगी में हाथ धोने के लिए ज्यादातर लोग सैनिटाइजर को बेहतर विकल्प मानते हैं। ऐसा मानना है कि सैनिटाइजर से कीटाणु पूरी तरह खत्म हो जाते हैं। लेकिन यह सच नहीं है। सैनिटाइजर काफी हद तक माइक्रोब्स हटा देता है, लेकिन ये बीमार करने वाले कीटाणु जैसे क्रिप्टोस्पोरिडियम, नोरोवायरस और क्लोस्ट्रिडियम को पूरी तरह से नहीं हटा पाता है। इन कीटाणुओं को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए साबुन और पानी ही असरदार होता है।
Tumblr media
वाशिंगटन की युनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड ने एक रिसर्च की जिसमें ये पता लगाया कि एंटी बैक्टिरीअल साबुन, लिक्विड साबुन और सैनिटाइजर में से कौन सबसे ज्यादा असरकारक है। 20 सेकंड तक एन्टी बैक्टिरीअल साबुन से हाथ धोने वाले लोगों के हाथों में कीटाणु नहीं मिले। सैनिटाइजर (जिसमें 60% अल्कोहल था) से हाथ धोने वाले लोगों के हाथों में काफी हद तक कीटाणु नष्ट हो गए थे। लेकिन 10 सेकंड तक हाथ धोने वाले लोगों के हाथों में 50% कीटाणु बचे थे। इस रिसर्च में कीटाणुओं को पूरी तरह से खत्म करने के लिए एन्टी बैक्टिरीअल साबुन को सैनिटाइजर और लिक्विड साबुन की तुलना में बेहतर पाया गया।
Tumblr media
यदि सैनिटाइजर में 60% अल्कोहल हो तभी वह कीटाणुओं को मारेगा। लेकिन सैनिटाइजर में एक कमी यह पाई गई है कि, यह हाथों में लगाते ही कुछ ही सेकंड में उड़ जाता है जिससे कि हाथों की महीन रेखाओं में कीटाणु छिपे रह जाते हैं, जो सैनिटाइजर के इस्तेमाल से पूरी तरह नहीं मर पाते हैं। साथ ही सैनिटाइजर हाथों में जमी हुई गंदगी ��र चिकनाई भी नहीं हटा पाता है। इसलिए हमेशा साबुन से ही हाथ धोना चाहिए। कुछ परिस्थितियों में जब आपके पास साबुन उपलब्ध ना हो तो उस समय आप 60% अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। Read the full article
0 notes