#19 मई। आज से पहले
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Free kundli game on Astrology Signs Horoscope
कुंडली गेम
कुंडली गेम एक इंटरएक्टिव और मजेदार तरीका है जिससे आप अपनी कुंडली को समझ सकते हैं। इसमें जन्म तिथि, समय और स्थान के आधार पर कुंडली तैयार की जाती है और इसके जरिए आप ग्रहों की स्थिति और उनकी ज़िंदगी पर पड़ने वाले प्रभाव को समझ सकते हैं। कुंडली गेम के जरिए आप अपनी राशि, ग्रहों की चाल, और भविष्यवाणियों का आनंद उठाते हुए खुद के बारे में ज्यादा जान सकते हैं। यह गेम आपको अपने जीवन की दिशा,kundli game चुनौतियों और संभावनाओं को सरल और रोमांचक तरीके से जानने का मौका देता है।
मेष राशिफल आज – प्रोकेरला
आज के दिन मेष राशि (21 मार्च – 19 अप्रैल) के जातकों के लिए ऊर्जा से भरपूर रहेगा। प्रोकेरला के अनुसार, आपको आज आत्मविश्वास और साहस के साथ किसी भी कार्य को करने की प्रेरणा मिलेगी। आपके करियर में तरक्की के संकेत हैं, लेकिन जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें। रिश्तों में सामंजस्य और संतुलन बनाए रखें। आर्थिक स्थिति में सुधार के योग हैं, और यह दिन निवेश के लिए अनुकूल रहेगा।
अंकशास्त्र मिलान (Numerology Match Making)
अंकशास्त्र मिलान विवाह से पहले दो व्यक्तियों के बीच संगतता जांचने का एक पारंपरिक तरीका है। इसमें जन्मतिथि के आधार पर अंकशास्त्र के विभिन्न नंबर जैसे लाइफ पाथ नंबर, डेस्टिनी नंबर और सोल नंबर का मिलान किया जाता है। यह विधि यह बताने में मदद करती है कि दंपति के बीच कितनी सामंजस्यता है और किन क्षेत्रों में उन्हें ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मिलान के जरिए जीवनसाथी के स्वभाव और marriage date calculator by date of birth भविष्य की दिशा का भी पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
विवाह तिथि कैलकुलेटर जन्म तिथि के अनुसार
विवाह तिथि कैलकुलेटर एक उपयोगी टूल है जो आपकी और आपके साथी की जन्म तिथि के आधार पर सबसे शुभ विवाह तिथि का चयन करता है। यह ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों की चाल को ध्यान में रखते हुए विवाह के लिए सबसे अनुकूल दिन की सिफारिश करता है। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली और सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
��्योतिष और राशि चक्र (Astrology and Zodiac Sign)
ज्योतिष और राशि चक्र हमारे free numerology match making जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं। राशि चक्र में 12 राशियाँ होती हैं, जिनके आधार पर व्यक्ति के स्वभाव, व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
मेष (21 मार्च – 19 अप्रैल): साहसिक और ऊर्जावान।
वृषभ (20 अप्रैल – 20 मई): स्थिर और विश्वसनीय।
मिथुन (21 मई – 20 जून): चतुर और जिज्ञासु।
कर्क (21 जून – 22 जुलाई): संवेदनशील और पोषण करने वाला।
सिंह (23 जुलाई – 22 अगस्त): आत्मविश्वासी और करिश्माई।
कन्या (23 अगस्त – 22 सितंबर): विश्लेषणात्मक और तार्किक।
तुला (23 सितंबर – 22 अक्टूबर): संतुलित और शांतिप्रिय।
वृश्चिक (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): तीव्र और रहस्यमय।
धनु (22 नवंबर – 21 दिसंबर): आशावादी और साहसी।
मकर (22 दिसंबर – 19 जनवरी): अनुशासित और महत्वाकांक्षी।
कुंभ (20 जनवरी – 18 फरवरी): नवीन और स्वतंत्र विचारक।
मीन (19 फरवरी – 20 मार्च): दयालु और कल्पनाशील।
इन राशियों के आधार पर व्यक्ति के जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव और उनकी विशेषताएँ निर्धारित की जाती हैं। ज्योतिष और राशि astrology and zodiac sign चक्र का अध्ययन व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य की जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है।
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*🚩🏵️ॐगं गणपतये नमः 🏵️🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (द्वितीया तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══��
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
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#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-25-मई-2024
वार:-------शनिवार
तिथि :---02द्बितीया:-18:58
पक्ष:--------कृष्णपक्ष
माह:---------ज्येष्ठ
नक्षत्र:-------ज्येष्ठा:-10:36
योग:---------सिद्भ:-10:06
करण:-------तैतिल:-07:15
चन्द्रमा:-----वृश्चिक 10:36/धनु
सूर्योदय:--------05:51
सूर्यास्त:---------19:19
दिशा शूल--------पूर्व
निवारण उपाय:---उङद, वाह्वारंग का सेवन
ऋतु :-----ग्रीष्म ऋतु
गुलिक काल:---05:51से 07:32
राहू काल:---09:12से10:52
अभीजित---11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:----कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
शुभ:-07:32से09:15तक
चंचल:-12:36से14:17तक
लाभ:-14:17से15:57तक
अमृत:-15:57से17:37तक
🌗चोघङिया रात🌓
लाभ:-19:19से20:38तक
शुभ:-21:54से23:14तक
अमृत:-23:14से00:34तक
चंचल:-00:34से01:54तक
लाभ:-04:31से05:51तक
🌸आज के विशेष योग🌸
वर्ष का 47वाँ दिन, नौतपा प्रारंभ,
🙏🪷वास्तु टिप्स🪷🙏
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी से ऊं और स्वस्तिक चिन्ह बनाएं।
सुविचार
जिंदगी में कभी समस्याएं आने पर कभी निराश ना हो,
क्यूकि कमजोर तेरा वक्त होता है,
तू नहीं।...👍 सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*शराब को सीमित करें -*
शराब पीते समय संयम रखना बहुत ही जरूरी है। शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए विनाशकारी है। ज्यादा शराब पीने लीवर और यकृत को नुकसान पहुंचता है। ज्यादा शराब पीने से कई अंगों पर बुरा असर डाल सकता है और 200 से ज्यादा बीमारियां पैदा कर सकता है।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। योजना फलीभूत होगी। कार्य का विस्तार होगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। जल्दबाजी में निर्णय न लें। कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
पूजा-पाठ में मन लगेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। आय में वृद्धि होगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। विवाद को तूल न दें। छोटी-मोटी यात्रा हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। वाणी में कटु शब्दों के प्रयोग से बचें। चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि हो सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। समय प्रतिकूल है। व्यापार में मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में तनाव रहेगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। भाग्य का साथ रहेगा। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। प्रमाद न करें।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता रहेगी। भरपूर प्रयास करें। सफलता प्राप्त होगी। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा।
👩🏻🦱 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। परीक्षा व प्रतियोगिता आदि में सफलता प्राप्त होगी। रचनात्मक कार्यों में रुचि रहेगी। नौकरी में नया कार्य कर पाएंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते हैं। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
पहले की गई मेहनत का फल मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। समाजसेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। भूले-बिसरे ��ाथियों से मुलाकात होगी। आत्मसम्मान बढ़ेगा। परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। लाभ होगा।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। भाग्य की अनुकूलता का लाभ लें। कोई बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। आय में वृद्धि होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
व्ययवृद्धि होगी। आर्थिक उन्नति के प्रयास असफल रहेंगे। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रुका हुआ धन मिल सकता है। व्यापार-व्यवसाय में उन्नति होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा�� दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। जल्दबाजी न करें।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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jamshedpur bjp candidate : 19 मई को घाटशिला आएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा - ऐतिहासिक होगी पीएम मोदी की सभा, जमशेदपुर का चुनाव एक सफल सांसद और एक असफल विधायक के बीच, पहले से अधिक मार्जिन से बिद्युत महतो होंगे विजयी
जमशेदपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्य और उपलब्धि आज डंके की तरह भारत के कोने-कोने में गूंज रही है. आज जनता की आकांक्षा है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनें. पिछले दस वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले दस वर्षों में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को संबल करने के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं के माध्यम से उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है.…
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Karnataka Chief Minister: सिद्धारमैया होंगे कर्नाटक के मुख्यमंत्री, डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री बनेंगे
इंटरेनट डेस्क। कर्नाटक में पिछले चार दिनों से कांग्रेस में सीएम पद को लेकर चल रही खींचतान आखिरकार देर रात को समाप्त हो गई। कई बैठकों और समझाईश के बाद तय हो गया की सिद्धारमैया की कर्नाटक के सीएम होंगे। साथ ही डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम होंगे। दोनों मिलकर अब प्रदेश को चलाएंगे। मीडिया रिपोटर्स की माने तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लंबी चर्चा के बाद कर्नाटक में सरकार के गठन के लिए आम सहमति बनी। शपथ ग्रहण समारोह शनिवार यानी 20 मई को बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा। सिद्धारमैया के नाम पर औपचारिक मुहर लगाने के लिए आज शाम सात बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसके बाद कांग्रेस नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इससे पहले सिद्धारमैया और शिवकुमार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में अलग-अलग मुलाकात की। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी को 66 सीटे मिली है तो जेडीएस 19 सीटों पर सिमट गई है। pc- aaj tak Read the full article
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Karnataka extends lockdown till May 19 छवि स्रोत: एपी कर्नाटक में 19 मई तक तालाबंदी होगी कर्नाटक में रविवार को दो दिन के लिए मंगलवार, 19 मई की मध्यरात्रि तक लॉकडाउन बढ़ाया गया। इससे पहले आज तमिलनाडु और महाराष्ट्र में 31 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया। राज्य सरकार ने कहा कि कोरोनावायरस लॉकडाउन 3 के दौरान दिशानिर्देशों और मानदंडों का पालन किया जाएगा। 19 वीं मध्यरात्रि या अगली सूचना तक।
#19 मई। आज से पहले#कर्नाटक में रविवार को दो दिनों के लिए मंगलवार की आधी रात तक तालाबंदी हुई#तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने तालाबंदी 31 मई तक बढ़ा दी।
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https://www.facebook.com/events/1033798023915592
लखनऊ 01 मई, 2022 - हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में Post COVID-19 Complication & Care के अंतर्गत "निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर" का आयोजन, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर सेक्टर - 25 स्थित कार्यालय में हुआ l शिविर का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी, राजस्व श्री विपिन मिश्रा, ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल तथा शिविर के परामर्शदाता चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा ने दीपप्रज्वलन करके किया l
अपर जिलाधिकारी, राजस्व, श्री विपिन मिश्रा ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर की प्रशंसा की और कहा कि, इस प्रकार के शिविरों का जनहित में आयोजन होना वर्तमान समय में बहुत जरुरी है l जनहित में सामाजिक संगठनों के योगदान की महत्वपूर्ण भूमिका है l निराश्रित व समाज के पायदान पर खड़�� अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए, सामाजिक संगठनों को सरकार के साथ बढ़चढ़कर अपना योगदान देना चाहिए l श्री मिश्रा ने कहा कि, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति अन्य चिकित्सा पद्धतियों के मुकाबले काफी कारगर है और होम्योपैथिक इलाज कम खर्चीला भी है, यदि प्रारंभिक समय पर कराया जाए l होम्योपैथिक दवा रोग को जड़ से समाप्त करती है और इसका कोई बहुत साइड इफेक्ट भी नहीं होता है l
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, होम्योपैथी का मूल सिद्धांत है “सम: समम् शमयति” जिसका अर्थ है समान की समान से चिकित्सा अर्थात एक तत्व जिस रोग को पैदा करता है, वही उस रोग को दूर करने की क्षमता भी रखता है तथा होम्योपैथी इसी सिद्धांत पर आधारित एक चिकित्सीय प्रणाली है l होम्योपैथी दवाइयां रोगी का उपचार करने की एक ऐसी विधि है, जिसमें किसी स्वस्थ व्यक्ति में प्राकृतिक रोग का अनुरूपण करके समान लक्षण उत्पन्न किया जाता है, जिससे रोगग्रस्त व्यक्ति का उपचार किया जा सकता है l होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली भारत में लगभग दो सौ साल पहले आरंभ की गयी थी l आज होम्योपैथी भारत की बहुलवादी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है l भारत सरकार ने होम्योपैथी और आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा और सोवा रिग्पा, जिसे सामूहिक रूप से ‘आयुष’ के नाम से जाना जाता है, जैसे अन्य पारंपरिक प्रणालियों के विकास एवं प्रगति के लिए निरंतर प्रयास किए हैं l भारत सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण, आज केन्द्र और सभी राज्यों में होम्योपैथी का एक संस्थागत ढांचा स्थापित हुआ है l वर्तमान में होम्योपैथी को 80 से अधिक देशों में प्रयोग किया जाता है l इसे 42 देशों में अलग औषध-प्रणाली के रूप में कानूनी मान्यता प्राप्त है और 28 देशों में पूरक और वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में मान्यता दी गयी l विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) होम्योपैथी को, पारंपरिक और पूरक औषधि के सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाने वाली पद्धतियों में से एक पद्धति के रूप में मानता है । होम्योपैथी के साइड इफेक्ट्स काफी कम होते हैं l कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी को बुखार की दवाई दी गई और उस व्यक्ति को लूज मोशन, उल्टी या स्किन पर ऐलर्जी हो जाए l दरअसल, ये परेशानी साइड इफेक्ट की वजह से नहीं है l ये होम्योपैथी के इलाज का हिस्सा है, लेकिन लोग इसे साइड इफेक्��� समझ लेते हैं l इस प्रक्रिया को 'हीलिंग काइसिस' कहते हैं जिसके द्वारा शरीर के जहरीले तत्व बाहर निकलते हैं l
परामर्शदाता चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा ने कहा कि, होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली हानि रहित ��ोने के साथ-साथ रोगों को समूलता से खत्म करती है l होम्योपैथिक दवाओं से किसी भी प्रकार की ऐसेडिटी नहीं होती है l होम्योपैथी दवाईयां बच्चों को भी जबरदस्ती खिलानी नहीं पड़ती, वह स्वयं मांगकर खाते हैं l होम्योपैथिक दवाएं बार-बार होने वाली बीमारी जैसे फीशर, फिस्चुला, पाईल्स, पथरी, पीलिया, टाइफाईड, साईनुसाइटिस, टांसिलाइटिस इत्यादि से छुटकारा दिला सकती है l असाध्य बीमारियों जैसे प्रोस्टेट, गठिया, सोरियासिस, मोटापा, थायराईड, कैंसर, डायबिटीज आदि को भी होम्योपैथिक दवाएं साध्य बनाती है l होम्योपैथिक दवाईयां रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाती हैं l होम्योपैथिक दवाईयों के सेवन से बढ़ती उम्र की बीमारियों को काफी हद तक रोका जा सकता है l
होम्योपैथी शिविर में विभिन्न बीमारियों जैसे कि, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, सांस फूलना, ह्रदय व गुर्दे की बीमारी, मधुमेह (Diabetes / Sugar), रक्तचाप (Blood Pressure), उलझन या घबराहट होना, पेट में दर्द होना, गले में दर्द होना, थकावट होना, पीलिया (Jaundice), थाइरोइड (Thyroid), बालों का झड़ना (Hair Fall) आदि से पीड़ित 66 रोगियों के वजन, रक्तचाप (Blood Pressure) तथा मधुमेह (Sugar-Random) की जांच की गयी l डॉ० संजय कुमार राणा ने परामर्श प्रदान किया तथा निःशुल्क होम्योपैथी दवा प्रदान की l महिलाएं, पुरुष, बुजुर्गों तथा बच्चों सभी उम्र के लोगों ने होम्योपैथी परामर्श लिया l ज्यादातर मरीज त्वचा रोग और जोड़ों के दर्द की बीमारी से ग्रसित पाए गए l
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट के स्वयंसेवकों तथा डॉ० संजय कुमार राणा की टीम के सदस्य दिनकर दुबे, विष्णु, रोमनसन तथा राहुल राणा की उपस्थिति रही l
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किसी का इकलौता चिराग बुझा, तो कहीं आंगन सूना, 54 बच्चों का काल बना मोरबी पुल
मोरबी: 'हम मोरबी पुल के गिरने से बचे लोगों की तलाश कर रहे थे। एक छोटा सा हाथ नजर आया, उस हाथ में खिलौना था। हम उस और तेजी से लपके, खिलौना पकड़े वह हाथ गंदे पानी में में डूब गया। मेरा दिल जम गया। यह 9 साल की बच्ची का शव था। हमने उसे अपनी बचाव नाव पर खींच लिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मैंने अपने जीवन में इस तरह का ऑपरेशन कभी नहीं संभाला। 10. 30 बजे तक, हमने कई बच्चों के शव निकाले। शुरू में शवों की गिनती की लेकिन एक के बाद एक निकली लाशों को देख गिनती भूल गए। सबसे ज्यादा शव मासूम बच्चों के निकल रहे थे।' यह कहना था क्षेत्रीय अग्निशमन अधिकारी अनिल मारू का। जो रेस्क्यू ऑपरेशन की आंखों देखी बताते हुए रोने लगते हैं। उन्होंने कहा कि आज तक उन्होंने कितने ही रेस्क्यू ऑपरेशन किए लेकिन इस तरह मन को विचलित करने वाला कोई रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं रहा। इस आपदा में 135 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 54 बच्चे थे। जिन 54 मासूम बच्चों के शव बरामद हुए, उनमें से 33 की उम्र 10 साल या उससे कम थी। मोरबी पुल हादसा गुजरात के इतिहास में सबसे बड़ी नागरिक आपदा के रूप में दर्ज की जाएगी, जिसने इतनी बड़ी संख्या में बच्चों का जीवन लील लिया। इस त्रासदी में मारे गए 48 लड़के थे जबकि 16 लड़कियां शामिल हैं। 2 साल का दुरुक झाला, सबसे कम उम्र का मृतक मोरबी पुल हादसे में जिस सबसे कम उम्र का जो बच्चा मारा गया, उसकी उम्र 2 साल थी और उसका नाम दुरुक झाला था। उसके पिता सतीश ने बताया, 'दुरुक मुश्किल से बोल पाता था, लेकिन वह नई चीजों को देखने के लिए उत्सुक था। उसे बाहर जाना पसंद था। इसलिए, जब मेरी बहनें, चंद्रिका, संगीता और मेरे बहनोई सस्पेंशन ब्रिज पर घूमने जा रहे थे तो वह भी जाने की जिद करने लगा। उसने नए कपड़े पहने और उनके साथ चला गया। मैं दिवाली पर उसके लिए दो खिलौने लाया था, वह उन्हें भी साथ लेकर गया था।' 16 साल के बेटे और 19 साल की बेटी को खोया मोरबी निवासी विनोद सोढिया ने अपने 16 वर्षीय बेटे भौतिक और 19 वर्षीय बेटी भूमिका को इस हादसे में खो दिया। विनोद ने बताया, 'उनकी छुट्टी थी और वे अपनी मौसी के यहां गए थे। दोनों ने अपने मौसी के बेटों के साथ पुल पर पिकनिक पर जाने का फैसला किया। वहां यह हादसा हो गया। त्रासदी के बारे में सुनने के बाद से मेरी पत्नी रह्यका ने बात नहीं की है। उन्हें बहुत ज्यादा मानसिक अघात लगा है।' सबसे बड़ी त्रासदी पिछले दो दशकों में नागरिक लापरवाही के कारण हुई केवल दो अन्य घटनाओं ने इतने बच्चों के जीवन का दावा किया है। 24 मई, 2019 को सरथाना के तक्षशिला आर्केड में अवैध रूप से निर्मित चौथी मंजिल पर एक कोचिंग संस्थान में आग लग गई। हादसे में एक बच्चे समेत 22 बच्चों की मौत हो गई। दूसरा मामला अगस्त 2003 का दमनगंगा पुल ढहने का है, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से 28 स्कूली छात्र थे। कीचड़ में दबे से बच्चों के शव रविवार रात बचाव अभियान में शामिल एक अन्य अधिकारी ने बताया, 'बच्चों के शव नीचे कीचड़ में फंस गए। हमें शवों को निकालने के लिए हुक का इस्तेमाल करना पड़ा। जब वह काम नहीं किया, तो दो लोगों ने गोता लगाया और शवों को बाहर निकाला।' रविवार शाम को, मच्छू नदी में सस्पेंशन पुल गिर गया, जिससे सैकड़ों लोग नदी में गिर गए और कम ��े कम 135 लोगों की मौत हो गई। इस पुल को अंग्रेजों ने बनाया था। 143 साल पुराने पुल को राज्य की पर्यटन वेबसाइट कलात्मक और तकनीकी चमत्कार के रूप में बताती है। इसे लगभग सात महीने पहले मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया था और 26 अक्टूबर को फिर से खोल दिया गया था, जो गुजराती नव वर्ष का पहला दिन था। http://dlvr.it/Sc54ss
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राशिफल आज, 7 मई, 2022: मेष, वृष, तुला, धनु और अन्य राशियों के लिए शनिवार का दैनिक ज्योतिषीय पूर्वानुमान देखें।
राशिफल आज, 7 मई, 2022: मेष, वृष, तुला, धनु और अन्य राशियों के लिए शनिवार का दैनिक ज्योतिषीय पूर्वानुमान देखें।
राशिफल आज, 7 मई, 2022: दिन मेष राशि वालों को अपने आस-पास की स्वच्छता और स्वच्छता पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करेगा। वृष राशि वाले अपने करियर से संबंधित शानदार समाचार सुनने के लिए तैयार रहें। जिन लोगों की राशि कर्क है उन्हें काम का बोझ बढ़ने से तनाव हो सकता है। जानिए इस वीकेंड के लिए सितारों ने और क्या रखा है। मेष (21 मार्च – 19 अप्रैल) बोलने से पहले सोचो आज आप अपने घर की साफ-सफाई और साफ-सफाई पर…
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#2022#7 मई का दैनिक राशिफल#7 मई का राशिफल#7 मई के लिए सितारे क्या कहते हैं#आज का राशिफल#कन्या#कुंडली आज#कुंभ राशि#कैंस���#तुला#तुला राशिफल#धनुराशि#मकर राशि#मिथुन राशि#मिथुन राशिफल#मीन राशि#मीन राशिफल#मुफ्त राशिफल#मेष राशि#मेष राशिफल#राशि#राशिफल#राशिफल समाचार#लियो#वृश्चिक#वृषभ#सितारों के पास आपके लिए क्या है
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'जयेशभाई जोरदार' की रिलीज से पहले रणवीर सिंह ने कहा कि धाकड़ हीरो की धारणा बदल जाएगी.
‘जयेशभाई जोरदार’ की रिलीज से पहले रणवीर सिंह ने कहा कि धाकड़ हीरो की धारणा बदल जाएगी.
http://www.gujaratsamachar.com/{{metaservice.metaImage()}} – ‘जयेशभाई जोरदार’ 13 मई 2022 को रिलीज होगी मुंबई, ता. 19 अप्रैल 2022, मंगलवार अभिनेता रणवीर सिंह की अपकमिंग फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार’ का ट्रेलर आज रिलीज हो गया है। फिल्म को एक सामाजिक कॉमेडी माना जा रहा है जिसमें अभिनेता एक गुजराती व्यक्ति की मुख्य भूमिका निभा रहा है। फिल्म में अर्जुन रेड्डी फेम एक्ट्रेस शालिनी पांडे भी होंगी जो बॉलीवुड…
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*🚩🏵️ॐगं गणपतये नमः 🏵️🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
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※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
(मोहिनी एकादशी व्रत तिथि सभी के लिए)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-19-मई-2024
वार :---------रविवार
तिथी :---11एकादशी:13:50
पक्ष:--------शुक्लपक्ष
माह:--------वैशाख
नक्षत्र:-------हस्त:-27:16
योग:---------वज्र:-11:23
करण:--------विष्टि:-13:50
चन्द्रमा:-------कन्या
सूर्योदय:-------05:53
सूर्यास्त:---------19:16
दिशा शूल-------पश्चिम
निवारण उपाय:---जौं या पान का सेवन
ऋतु :-----ग्रीष्म ऋतु
गुलीक काल:-15:54से 17:33
राहू काल:--17:33से19:16
अभीजित---11:57से12:50
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:----कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-07:34से09:14तक
लाभ:-09:14से10:54तक
अमृत:-10:54से12:34तक
शुभ:-14:14से15:54तक
🌓चोघङिया रात🌗
शुभ:-19:16से20:36तक
अमृत:-20:36से21:56तक
चंचल:-21:56से23:16तक
लाभ :-01:54से03:14तक
शुभ :-04:34से05:53तक
🙏आज के विशेष योग🙏 वर्ष का 41वाँ दिन, भद्रा समाप्त 13:50, मोहिनी एकादशी, दग्धयोग 13:50 से सूर्योदय, राजयोग 27:16से सूर्योदय, परशुराम द्वादशी, रुक्मिणी -राधा द्वादशी, लक्ष्मी- नारायण एकादशी (उड़ीसा) श्री हितहरिवंश महाप्रभु जयंती, मेला डूंगरी जातर प्रारंभ (हिमाचल प्रदेश), अमृतसिद्बियोग सूर्योदय से 27:16, शुक्र वृष में,
🌺👉 टिप्स 👈🌺
एकादशी के दिन साबुन ना लगाएं।
सुविचार
प्रार्थना ऐसे करो जैसे सब कुछ भगवान पर निर्भर करता है और प्रयास ऐसे करो जैसे सब कुछ आप पर निर्भर करता है। 👍
सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*दाढ़ी के सफेद बालों का घरेलू उपचार प्याज का रस -*
एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों में समृद्ध प्याज का रस बालों के लिए बहुत ही गुणकारी है। यह बालों के झड़ने से रोकने में सहायता करता है। यह स्कैल्प में खोए हुए पोषक तत्वों को बहाल करने में मदद करता है।
यदि आप दाढ़ी के बाल सफेद करना चाहते हैं तो दो चम्मच प्याज का रस लें, इसमें पुदीने की पत्तियों को मिला लें। आधा कटोरी अरहर की दाल और आलू को पीसकर इन सभी का पेस्ट बना लें। अब इसे दाढ़ी के बालों में लगाएं, इससे लाभ होगा।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कानूनी अड़चन दूर होगी। दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। कारोबार अच्छा चलेगा। परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। उत्साह में वृद्धि होगी।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
स्थायी संपत्ति के कार्य कोई बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए शुभ समय है। रोजगार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। रुके काम पूरे होंगे। जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। मनोरंजन का अवसर प्राप्त होगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लेखन व पठन-पाठन के कार्य में ध्यान लगेगा। मनपसंद व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य नरम हो सकता है। धनार्जन होगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। किसी बुरी सूचना के मिलने से खिन्नता रहेगी। अति उतावलापन नुकसान का कारण हो सकता है। लेन-देन में लापरवाही न करें। लाभ होगा।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
पहले की गई मेहनत का फल प्राप्त होगा। समय पर धन प्राप्त होगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता व उत्साह में वृद्धि होगी। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्यप्रणाली की प्रशंसा होगी। धनार्जन होगा।
👩🏻🦱 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। विवाद न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। कार्यसिद्धि होगी। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। चिंता तथा तनाव में कमी होगी। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कर्ज लेना पड़ सकता है। दूसरों से अपेक्षा न करें। बनते कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में सावधानी रखें। व्यस्तता रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
रुका हुआ पैसा मिलने की संभावना है, प्रयास भरपूर करें। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। आय के साधन बढ़ सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। सभी तरफ सफलता प्राप्त होगी। थकान रह सकती है। प्रतिद्वंद्विता कम होगी। प्रमाद न करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
योजना फलीभूत होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। साधारणतया स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
अध्यात्म में रुचि रहेगी। दान-पुण्य पर व्यय होगा। मानसिक शांति रहेगी। आय में वृद्धि होगी। कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों में सफलता प्राप्त होगी। चिंता तथा तनाव में कमी होगी। कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कार्यसिद्धि के लिए अधिक प्रयास करना पड़ सकते हैं। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में जल्दबाजी व लापरवाही से शारीरिक हानि हो सकती है। विरोध का सामना करना पड़ सकता है। विवाद से बचें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
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कृषि कानून वापस लेना क्या बीजेपी के लिए साबित होगा मास्टर स्ट्रोक! यूपी-पंजाब में ऐसे बदलेंगे समीकरण
करीब 14 महीने पहले जब सितंबर 2020 में कृषि कानून संसद द्वारा पारित हुए थे. तो सरकार द्वारा दावा किया गया था कि तीनों कृषि कानून, किसानों का भविष्य बदल देंगे. लेकिन अब उसी सरकार ने देशवासियों से माफी मांगते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (19 नवंबर ) कहा कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई, सरकार किसानों, गांव, गरीब के हित में पूर्ण समर्थन भाव से, नेक नियत से ये कानून लेकर आई थी. लेकिन इतनी पवित्र बात और पूर्ण रूप से किसानों के के हित की बात हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुर��नानक पर्व के मौके पर तीनों कृषि कानूनों को वापस ऐलान कर, एक बड़ा राजनीतिक दांव भी चल दिया है. क्योंकि इस फैसले से पंजाब और उत्तर प्रदेश चुनाव के पूरे समीकरण बदल गए हैं. अभी तक कृषि कानून के विरोध के नाम पर भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को बड़ा मौका मिल गया था. लेकिन अब उनके लिए उसे चुनावी मुद्दा बनाना मुश्किल हो सकता है.
कानून लागू होने के बाद प्रमुख चुनावों का हाल सितंबर 2020 में तीनों कृषि कानून लागू होने और कृषि आंदोलन के बाद सबसे पहले नवंबर में बिहार में विधान सभा चुनाव हुए थे. जिसमें जद (यू) के साथ भाजपा की सत्ता में फिर वापसी हुई. और ऐसा पहली बार हुआ कि वह जद (यू) से ज्यादा सीटें जीत कर आई. इसके बाद अहम चुनाव मई 2021 में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल, पुडुचेरी में हुए. इन चुनावों में भाजपा पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने का सपना पूरा नहीं कर पाई. इसी तरह केरल और तमिलनाडु में पार्टी का उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन नहीं रहा. हालांकि असम में पार्टी सत्ता में वापसी की . और उसे पुडुचेरी में सरकार बनाने का मौका मिला.
किसान कानून लागू होने के करीब एक साल बाद 30 अक्टूबर 2021 को 29 विधान सभा सीटों और 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं. ये चुनाव भाजपा के लिए झटका साबित हुए. चुनावों में भाजपा को केवल 7 सीटें मिलीं. जबकि उसके सहयोगियों को 8 सीटें मिलीं. वहीं कांग्रेस के खाते में 8 सीटें आईं. इन नतीजों में भाजपा को सबसे बड़ा झटका हिमाचल प्रदेश में लगा, जहां उसे तीनों विधान सभा सीट और एक लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा.
भाजपा ने बदले मुख्यमंत्री इस बीच भाजपा ने तीन प्रमुख राज्यों में अपने मुख्यमंत्री भी बदल दिए है. पार्टी ने जुलाई में कर्नाटक में अपना मुख्यमंत्री बदला. वहां पर बी.एस.येदियुरप्पा की जगह बसवराव बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया. इसके बाद उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत की जगह पुष्करधामी को मुख्यमंत्री बनाया. और फिर सितंबर में गुजरात में विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया.
अकाली दल से टूटा 24 साल पुराना रिश्ता तीनों कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा से उसके सबसे पुरानी साथी शिरोमणि अकाली दल ने सितंबर 2020 में नाता तोड़ लिया था. भाजपा और अकाली दल 1996 से एक-दूसरे के साथी थे. ऐसे में जब, पंजाब में विधान सभा चुनाव होने में तीन-चार महीने बचे हैं. और तीन कृषि कानून वापस ले लिए गए हैं, ऐसे में यह भी सवाल उठता है कि क्या भाजपा और अकाली दल फिर से हाथ मिलाएंगे. हालांकि जिस तरह कांग्रेस से अलग होकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा से गठबंधन की बात कही ��ैं, उसे देखते हुए पंजाब के राजनीतिक समीकरण में बड़ा बदलाव आएगा.
पंजाब में भाजपा को मिलेगा फायदा ! पंजाब में भाजपा शुरू से शिरोमणि अकाली दल के साथी के रूप में चुनाव लड़ती रही है. जहां पर उसकी भूमिका छोटे भाई के रूप में ही रही है. साल 2012 के विधान सभा चुनावों में जब अकाली दल के नेतृत्व में उसकी सरकार थी, उस वक्त भी उसके पास 117 विधान सभा सीटों वाले पंजाब में केवल 15 सीटें मिली थी. और 2017 में कांग्रेस की सरकार आई तो उसे केवल 3 सीटें मिली.
अब 2022 में भाजपा की उम्मीद कांग्रेस से अलग हुए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से है. अमरिंदर सिंह ने भाजपा से गठबंधन के लिए यही शर्त रखी थी कि अगर किसान आंदोलन का रास्ता निकलेगा, तभी वह उसके साथ हाथ मिलाएंगे. अब केंद्र सरकार ने चुनाव से पहले करतारपुर साहिब खोलकर और फिर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर, अमरिंदर सिंह के बड़ा बूस्ट दे दिया है.
राज्य में अमरिंदर सिंह के साथ बड़ा वोट बैंक है और भाजपा उनके साथ खड़ी होकर, पंजाब में बड़ी चुनौती पेश कर सकेगी. और अमरिंदर को अपनी नई पार्टी के लिए, भाजपा का बना, बनाया कैडर मिल जाएगा. इसे देखते हुए पंजाब चुनाव अब काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है. जहां चतुष्कोणीय मुकाबला हो सकता है.
यूपी में विपक्ष के हाथ से निकला मुद्दा ! राजनीतिक रूप से सबसे बड़े संवेदनशील राज्य उत्तर प्रदेश में भी अगले 3-4 महीने में चुनाव होने वाले हैं. और कृषि कानून से उपजे किसान आंदोलन ने भाजपा के खिलाफ, पिछले 8 साल का सबसे बड़ा मुद्दा दे दिया था. भाजपा 2014 के लोक सभा चुनावों से ही प्रदेश में एक तरफा जीत हासिल कर रही है. इन 8 वर्षों में किसान आंदोलन की वजह से भाजपा पहली बार बैकफुट पर नजर आ रही थी.
खास तौर से उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़े नुकसान का डर था. भाजपा के एक किसान नेता कहते हैं, तीनों कृषि कानून वापस लेने से पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ा बूस्ट मिलेगा. और हम नाराज किसानों के बीच जाकर उन्हें समझा सकेंगे.
समाजवादी पार्टी ने खास तौर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल और महान दल के साथ गठबंधन कर रखा है. उसे उम्मीद है कि किसान आंदोलन से उपजे असंतोष की वजह से पार्टी को बड़ा फायदा मिलेगा. 2017 के विधान सभा चुनावों में भाजपा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 120 में से 85-90 सीटें मिली थी.
साभार-टाइम्स नाउ
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क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ / खिलाड़ी
क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, खिलाड़ी
नमस्कार दोस्तों आज आपको ऐसे बल्लेबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ कौन कौन है हम आपको क्रिकेट की दुनिया में ऐसे कारनामे करने वाले खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहा हूँ आज जो हम आपको बता रहे हैं, कल ये रिकॉर्ड किसी और के नाम भी हो सकते हैं क्योंकि रिकॉर्ड तो टूटने के लिए ही बनते हैं, हमेशा के लिए नहीं होते। हम आज बात कर रहे है ऐसे दस बल्लेबाज़ों के बारे में जिन्होंने सबसे जायदा रन बनाये है
1. सचिन रमेश तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर, जो क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारतीय टीम के बल्लेबाज रह चुके है सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को हुआ था सचिन तेंदुलकर को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था जब वे 10वीं कक्षा में थे, तब उनका चयन भारत क्रिकेट टीम के लिए हुआ था, उन्होंने भारत की टीम में खेलते हुए 10वीं की परीक्षा भी दी थी। उन्हें क्रिकेट का इतना शौक था कि वह दिन-रात क्रिकेट के बारे में ही सोचते रहते थे, मजदूर की तरह दिन-रात पसीना बहाते थे। और उनके बदले ने उन्हें कई रिकॉर्ड बनाए और यहां तक कि रिकॉर्ड भी तोड़े, उन्होंने पूरी दुनिया में हर जगह भारत की टीम का नाम रोशन किया सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में 48.52 की औसत से कुल 34,357 रन बनाए। जिसमें 100 शतक और 164 अर्धशतक शामिल हैं। भारतीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हैं।
2. कुमार संगाकारा
कुमार संगाकारा का पूरा नाम कुमार चोकशानडा संगाकारा है इनका जन्म 27 अक्टूबर 1977 को श्रीलंका के मटाले शहर में हुआ था उन्होंने श्रीलंका टीम के लिए कप्तानी भी की है। यह दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर है। कुमार सगकारा ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 34.357 रन बनाए हैं। 16 साल तक उन्होंने श्रीलंका के लिए क्रिकेट खेला और श्रीलंका ने इनके आधार पर खेला 2011 का वर्ल्ड कप जिसमें श्रीलंका फाइनल तक खेली
3. रिकी पोंटिंग
रिकी पोंटिंग का पूरा नाम रिकी थॉमस पॉन्टिंग है इनका जन्म 19 दिसम्बर 1974 को ऑस्ट्रेलिया में हुआ था उन्होंने ऑस्ट्रेलिया टीम की कप्तानी भी संभाली और अपने दम पर कई मैच जीते हैं। उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम के महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उन्होंने 2003 और 2007 में आयोजित क्रिकेट विश्व कप में अपनी टीम को जीत दिलाई। 1999 के वर्ल्ड कप में ये टीम में शामिल भी रहे ऑस्ट्रेलिया का यह बल्लेबाज सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में नंबर तीन पर है। रिकी पोंटिंग ने अपने क्रिकेट करियर में 27,483 रन बनाए हैं, जिसमें 71 शतक और 146 अर्धशतक शामिल हैं। यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी के नाम एक रिकॉर्ड है, उन्होंने अपने द्वारा खेले गए मैचों की जीत के औसत 67.91% हैं।
4. महेला जयवर्धने
महेला जयवर्धने का पूरा नाम देनागमागे प्रोबोत महेला डी सिल्वा जयवर्धने है इनका जन्म 27 मई 1977 को श्रीलंका में हुआ था वह एक श्रीलंकाई क्रिकेटर और खिलाड़ी, कोच हैं। यह श्रीलंका के सर्वाधिक रन बनाने वाला दूसरे खिलाड़ी हैं जो इस लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं। श्रीलंका की महेला जयवर्धने ने अपने क्रिकेट करियर मे कुल 25,957 रन बनाए हैं। उन्होंने 54 शतक, 136 अर्धशतक भी लगाये है। महेला जयवर्धने ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सर्वाधिक टेस्ट स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने एक ��ेस्ट पारी में 374 रन बनाए हैं।
5. जैक्स कालिस
जैक्स कालिस का पूरा नाम जैक्स हेनरी कालिस है इनका जन्म 16 अक्टूबर 1975 क�� दक्षिण अफ्रीकी में हुआ था जैक्स कालिस को महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है दक्षिण अफ्रीकी के आल राउंडर जैक कालिस इस लिस्ट में 5वे नंबर पर है उन्होंने 25534 रन बनाए हैं। जिसमें 62 शतक, 149 अर्धशतक शामिल हैं। जैक्स कालिस 2005 में "आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर" भी रह चुके है
6. राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ का पूरा नाम राहुल शरद द्रविड़ है इनका जन्म 11 जनवरी 1973 को भारत में हुआ था राहुल द्रविड़ को महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। राहुल द्रविड़ सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में छठे स्थान पर हैं 2005 में, राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान बने। उन्होंने 45.41 स्ट्राइक रेट से 24,208 रन बनाए हैं। जिसमें 48 शतक और 146 अर्धशतक शामिल हैं।
7. विराट कोहली
विराट कोहली भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान है और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है विराट कोहली का जन्म 5 नवम्बर 1988 को हुआ था विराट कोहली सबसे ज्यादा रन बनाने की लिस्ट में सातवें नंबर पर है वह 2008 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ी रह चुके हैं। विराट कोहली 22,875 रन बनाए हैं। जिसमें 70 शतक, 115 अर्धशतक हैं।
8. ब्रायन लारा
ब्रायन लारा का पूरा नाम ब्रायन चार्ल्स लारा है ब्रायन लारा का जन्म 2 मई 1969 को वेस्टइंडीज़ में हुआ था ब्रायन लारा वेस्ट इंडीज़ के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक हैं। उन्होंने 46.28 की शानदार स्ट्राइक रेट से 22,358 रन बनाए हैं। जिसमें 53 शतक, 111 अर्धशतक शामिल हैं।
9. सनथ जयसूर्या
जयसूर्या का पूरा नाम सनथ जयसूर्या है इनका जन्म 30 जून 1969 को श्रीलंका में हुआ था जयसूर्या एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने 10000 रन बनाए हैं और 300 विकेट लिए हैं। और 50 गेंदों से कम में शतक बनाने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है सनथ जयसूर्या सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में 9वे स्थान पर हैं उन्होंने 42.41 की शानदार स्ट्राइक रेट से 21,032 रन बनाए हैं।जयसूर्या ने अपने क्रिकेट करियर में 42 शतक, 103 अर्धशतक लगाये हैं।
10. शिवनारायण चन्द्रपॉल
शिवनारायण चन्द्रपॉल का जन्म 16 अगस्त 1974 को वेस्टइंडीज में हुआ था शिवनारायण चन्द्रपॉल वेस्टइंडीज टीम के लिया कप्तानी भी कर चुके हैं शिवनारायण चन्द्रपॉल सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में 10वे स्थान पर हैं उन्होंने 40.08 स्ट्राइक रेट से 20,988 रन बनाए हैं। जिसमें 41 शतक, 125 अर्धशतक शामिल हैं। शिवनारायण चन्द्रपॉल 100 टेस्ट खेलने वाले पहले वेस्टइंडीज खिलाडी थे
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https://www.facebook.com/events/1033798023915592
लखनऊ 01 मई, 2022 - हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में Post COVID-19 Complication & Care के अंतर्गत "निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर" का आयोजन, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर सेक्टर - 25 स्थित कार्यालय में हुआ l शिविर का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी, राजस्व श्री विपिन मिश्रा, ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल तथा शिविर के परामर्शदाता चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा ने दीपप्रज्वलन करके किया l
अपर जिलाधिकारी, राजस्व, श्री विपिन मिश्रा ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित निःशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर की प्रशंसा की और कहा कि, इस प्रकार के शिविरों का जनहित में आयोजन होना वर्तमान समय में बहुत जरुरी है l जनहित में सामाजिक संगठनों के योगदान की महत्वपूर्ण भूमिका है l निराश्रित व समाज के पायदान पर खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए, सामाजिक संगठनों को सरकार के साथ बढ़चढ़कर अपना योगदान देना चाहिए l श्री मिश्रा ने कहा कि, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति अन्य चिकित्सा पद्धतियों के मुकाबले काफी कारगर है और होम्योपैथिक इलाज कम खर्चीला भी है, यदि प्रारंभिक समय पर कराया जाए l होम्योपैथिक दवा रोग को जड़ से समाप्त करती है और इसका कोई बहुत साइड इफेक्ट भी नहीं होता है l
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, होम्योपैथी का मूल सिद्धांत है “सम: समम् शमयति” जिसका अर्थ है समान की समान से चिकित्सा अर्थात एक तत्व जिस रोग को पैदा करता है, वही उस रोग को दूर करने की क्षमता भी रखता है तथा होम्योपैथी इसी सिद्धांत पर आधारित एक चिकित्सीय प्रणाली है l होम्योपैथी दवाइयां रोगी का उपचार करने की एक ऐसी विधि है, जिसमें किसी स्वस्थ व्यक्ति में प्राकृतिक रोग का अनुरूपण करके समान लक्षण उत्पन्न किया जाता है, जिससे रोगग्रस्त व्यक्ति का उपचार किया जा सकता है l होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली भारत में लगभग दो सौ साल पहले आरंभ की गयी थी l आज होम्योपैथी भारत की बहुलवादी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है l भारत सरकार ने होम्योपैथी और आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा और सोवा रिग्पा, जिसे सामूहिक रूप से ‘आयुष’ के नाम से जाना जाता है, जैसे अन्य पारंपरिक प्रणालियों के विकास एवं प्रगति के लिए निरंतर प्रयास किए हैं l भारत सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण, आज केन्द्र और सभी राज्यों में होम्योपैथी का एक संस्थागत ढांचा स्थापित हुआ है l वर्तमान में होम्योपैथी को 80 से अधिक देशों में प्रयोग किया जाता है l इसे 42 देशों में अलग औषध-प्रणाली के रूप में कानूनी मान्यता प्राप्त है और 28 देशों में पूरक और वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में मान्यता दी गयी l विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) होम्योपैथी को, पारंपरिक और पूरक औषधि के सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाने वाली पद्धतियों में से एक पद्धति के रूप में मानता है । होम्योपैथी के साइड इफेक्ट्स काफी कम होते हैं l कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी को बुखार की दवाई दी गई और उस व्यक्ति को लूज मोशन, उल्टी या स्किन पर ऐलर्जी हो जाए l दरअसल, ये परेशानी साइड इफेक्ट की वजह से नहीं है l ये होम्योपैथी के इलाज का हिस्सा है, लेकिन लोग इसे साइड इफेक्ट समझ लेते हैं l इस प्रक्रिया को 'हीलिंग काइसिस' कहते हैं जिसके द्वारा शरीर के जहरीले तत्व बाहर निकलते हैं l
परामर्शदाता चिकित्सक डॉ० संजय कुमार राणा ने कहा कि, होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली हानि रहित होने के साथ-साथ रोगों को समूलता से खत्म करती है l होम्योपैथिक दवाओं से किसी भी प्रकार की ऐसेडिटी नहीं होती है l होम्योपैथी दवाईयां बच्चों को भी जबरदस्ती खिलानी नहीं पड़ती, वह स्वयं मांगकर खाते हैं l होम्योपैथिक दवाएं बार-बार होने वाली बीमारी जैसे फीशर, फिस्चुला, पाईल्स, पथरी, पीलिया, टाइफाईड, साईनुसाइटिस, टांसिलाइटिस इत्यादि से छुटकारा दिला सकती है l असाध्य बीमारियों जैसे प्रोस्टेट, गठिया, सोरियासिस, मोटापा, थायराईड, कैंसर, डायबिटीज आदि को भी होम्योपैथिक दवाएं साध्य बनाती है l होम्योपैथिक दवाईयां रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाती हैं l होम्योपैथिक दवाईयों के सेवन से बढ़ती उम्र की बीमारियों को काफी हद तक रोका जा सकता है l
होम्योपैथी शिविर में विभिन्न बीमारियों जैसे कि, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, सांस फूलना, ह्रदय व गुर्दे की बीमारी, मधुमेह (Diabetes / Sugar), रक्तचाप (Blood Pressure), उलझन या घबराहट होना, पेट में दर्द होना, गले में दर्द होना, थकावट होना, पीलिया (Jaundice), थाइरोइड (Thyroid), बालों का झड़ना (Hair Fall) आदि से पीड़ित 66 रोगियों के वजन, रक्तचाप (Blood Pressure) तथा मधुमेह (Sugar-Random) की जांच की गयी l डॉ० संजय कुमार राणा ने परामर्श प्रदान किया तथा निःशुल्क होम्योपैथी दवा प्रदान की l महिलाएं, पुरुष, बुजुर्गों तथा बच्चों सभी उम्र के लोगों ने होम्योपैथी परामर्श लिया l ज्यादातर मरीज त्वचा रोग और जोड़ों के दर्द की बीमारी से ग्रसित पाए गए l
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट के स्वयंसेवकों तथा डॉ० संजय कुमार राणा की टीम के सदस्य दिनकर दुबे, विष्णु, रोमनसन तथा राहुल राणा की उपस्थिति रही l
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आईपीएल के शेष बचे मैचों के लिए दुबई रवाना हुई मुंबई इंडियंस औ��� चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमें Divya Sandesh
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आईपीएल के शेष बचे मैचों के लिए दुबई रवाना हुई मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमें
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के बाकी बचे मैचों के लिए चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) और मुंबई इंडियंस की टीम दुबई के लिए रवाना हो गई हैं। आईपीएल के सभी मैच दुबई, शारजाह और अबूधाबी के स्टेडियम में खेले जाने हैं। आईपीएल 2021 को मई में कोरोना की वजह से स्थगित किया गया था, जो अब 19 सितंबर से यूएई में खेला जाना है।
आईपीएल के दूसरे फेज का पहला मैच 19 सितंबर को मुंबई और चेन्नई के बीच खेला जाएगा।
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महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स टीम आज कयूएई के लिए रवाना हो गई। एयरपोर्ट पर सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी समेत कई प्लेयर्स अपने सूटकेस के साथ देखे गए। इससे पहले मुंबई इंडियंस टीम भी यूएई के लिए रवाना हुई।
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला 14 सितंबर को खत्म हो रही है, जिसके बाद भारतीय और इंग्लिश खिलाड़ी आईपीएल के लिए दुबई रवाना होंगे।
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🚩 योगी अरविंद घोष ने स्वतंत्रता के लिए योगशक्ति का प्रयोग किया था - 14 अगस्त 2021
🚩 श्री अरविन्द घोष एक महान योगी एवं दार्शनिक थे। क्रांतिकारी महर्षि अरविन्द का जन्म 15 अगस्त 1872 को कोलकाता (बंगाल की धरती) में हुआ। उनके पिता के.डी. घोष एक डॉक्टर थे तथा अंग्��ेजों के प्रशंसक थे। पिता अंग्रेजों के प्रशंसक लेकिन उनके चारों बेटे अंग्रेजों के लिए सिरदर्द बन गए।
🚩श्री अरविंद घोष ने युवा अवस्था में स्वतन्त्रता संग्राम में भाग लिया, बंगाल के महान क्रांतिकारियों में से एक महर्षि अरविन्द देश की आध्यात्मिक क्रांति की पहली चिंगारी थे। उन्हीं के आह्वान पर हजारों बंगाली युवकों ने देश की स्वतंत्रता के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदों को चूम लिया था। सशस्त्र क्रांति के पीछे उनकी ही प्रेरणा थी। किन्तु बाद में यह एक योगी बन गये और इन्होंने पांडिचेरी में एक आश्रम स्थापित किया।
🚩वेद, उपनिषद ग्रन्थों आदि पर टीका लिखी। योग साधना पर मौलिक ग्रन्थ लिखे। उनका पूरे विश्व में दर्शन शास्त्र पर बहुत प्रभाव रहा है और उनकी साधना पद्धति के अनुयायी सब देशों में पाये जाते हैं। यह कवि भी थे और गुरु भी।
🚩प्रारम्भिक शिक्षा
योगी अरविन्दजी के पिता डॉक्टर कृष्णधन घोष उन्हें उच्च शिक्षा दिला कर उच्च सरकारी पद दिलाना चाहते थे, अतएव मात्र 7 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने इन्हें इंग्लैण्ड भेज दिया। उन्होंने केवल 18 वर्ष की आयु में ही आई.सी.एस. की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। इसके साथ ही उन्होंने अंग्रेजी, जर्मन, फ्रेंच, ग्रीक एवं इटैलियन भाषाओं में भी निपुणता प्राप्त की थी।
🚩 युवावस्था
देशभक्ति से प्रेरित इस युवा ने जानबूझ कर घुड़सवारी की परीक्षा देने से इनकार कर दिया और राष्ट्र-सेवा करने की ठान ली। इनकी प्रतिभा से बड़ौदा नरेश अत्यधिक प्रभावित थे अत: उन्होंने इन्हें अपनी रियासत में शिक्षा शास्त्री के रूप में नियुक्त कर लिया। बड़ौदा में ये प्राध्यापक, वाइस प्रिंसिपल, निजी सचिव आदि कार्य योग्यता पूर्वक करते रहे और इस दौरान हजारों छात्रों को चरित्रवान देशभक्त बनाया।
🚩1896 से 1905 तक उन्होंने बड़ौदा रियासत में राजस्व अधिकारी से लेकर बड़ौदा कालेज के फ्रेंच अध्यापक और उपाचार्य रहने तक रियासत की सेना में क्रान्तिकारियों को प्रशिक्षण भी दिलाया था। हजारों युवकों को उन्होंने क्रांति की दीक्षा दी थी। वे निजी रुपये-पैसे का हिसाब नहीं रखते थे परन्तु राजस्व विभाग में कार्य करते समय उन्होंने जो विश्व की प्रथम आर्थिक विकास योजना बनायी उसका कार्यान्वयन करके बड़ौदा राज्य देशी रियासतों में अन्यतम बन गया था। महाराजा म��म्बई की वार्षिक औद्योगिक प्रदर्शनी के उद्घाटन हेतु आमन्त्रित किये जाने लगे थे।
🚩 बड़ौदा से कोलकाता आने के बाद महर्षि अरविन्द आजादी के आंदोलन में उतरे। कोलकाता में उनके भाई बारिन ने उन्हें बाघा जतिन, जतिन बनर्जी और सुरेंद्रनाथ टैगोर जैसे क्रांतिकारियों से मिलवाया। उन्होंने 1902 में उनशीलन समिति ऑफ कलकत्ता की स्थापना में मदद की। उन्होंने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के साथ कांग्रेस के गरमपंथी धड़े की विचारधारा को बढ़ावा दिया।
🚩लार्ड कर्जन के बंग-भंग की योजना रखने पर सारा देश तिलमिला उठा।
सन् 1906 में जब बंग-भंग का आंदोलन चल रहा था तो उन्होंने बड़ौदा से कलकत्ता की ओर प्रस्थान कर दिया। जनता को जागृत करने के लिए श्री अरविन्दजी ने उत्तेजक भाषण दिए। उन्होंने अपने भाषणों तथा 'वंदे मातरम्' में प्रकाशित लेखों के द्वारा अंग्रेज सरकार की दमन नीति की कड़ी निंदा की थी।
🚩 बंगाल में इसके विरोध के लिये जब उग्र आन्दोलन हुआ तो श्री अरविन्द घोष ने इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया। नेशनल ला कॉलेज की स्थापना में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। इन्होंने वहाँ अध्यापन-कार्य किया। पैसे की जरूरत होने के बावजूद उन्होंने कठिनाई का मार्ग चुना। अरविन्द कलकत्ता आये तो राजा सुबोध मलिक की अट्टालिका में ठहराये गये। पर जन-साधारण को मिलने में संकोच होता था। अत: वे सभी को विस्मित करते हुए 19/8 छक्कू खानसामा गली में आ गये। उन्होंने किशोरगंज (वर्तमान में बांग्लादेश) में स्वदेशी आन्दोलन प्रारम्भ कर दिया। अब वे केवल धोती, कुर्ता और चादर ही पहनते थे। उसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय विद्यालय से भी अलग होकर अग्निवर्षी पत्रिका 'वन्देमातरम्' का प्रकाशन प्रारम्भ किया।
🚩अरविन्द का नाम 1905 के बंगाल विभाजन के बाद हुए क्रांतिकारी आंदोलन से जुड़ा। ब्रिटिश सरकार इनके क्रान्तिकारी विचारों और कार्यों से अत्यधिक आतंकित थी, अत:1908-09 में उनपर अलीपुर बम कांड मामले में राजद्रोह का मुकदमा चला। जिसके फलस्वरूप 2 मई 1908 को चालीस युवकों के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इतिहास में इसे 'अलीपुर षड्यन्त्र केस' के नाम से जानते हैं।
🚩 श्री अरविन्द योगी ने कहा था- चाहे सरकार क्रांतिकारियों को जेल में बंद करे, फांसी दे या यातनाएं दे पर हम यह सब सहन करेंगे और यह स्वतंत्रता का आंदोलन कभी रूकेगा नहीं। एक दिन अवश्य आएगा जब अंग्रेजों को हिन्दुस्तान छोड़कर जाना होगा। यह इत्तेफाक नहीं है कि 15 अगस्त को भारत को आजादी मिली और इसी दिन उनका जन्मदिन मनाया जाता है।
🚩उन्हें एक वर्ष तक अलीपुर जेल में कैद रखा गया। अलीपुर जेल में ही उन्हें हिन्दू धर्म एवं हिन्दू-राष्ट्र विषयक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभूति हुई। इस षड्यन्त्र में अरविन्द को शामिल करने के लिये सरकार की ओर से जो गवाह तैयार किया गया था उसकी एक दिन जेल में ही हत्या कर दी गयी। घोष के पक्ष में प्रसिद्ध बैरिस्टर चितरंजन दास ने मुकदमे की पैरवी की थी। उन्होंने अपने प्रबल तर्कों के आधार पर अरविन्द को सारे अभियोगों से मुक्त घोषित करा दिया। इससे सम्बन्धित अदालती फैसले 6 मई 1909 को जनता के सामने आये।
🚩30 मई 1909 को उत्तरपाड़ा में एक संवर्धन सभा की गयी वहाँ श्री अरविन्द योगी का एक प्रभावशाली व्याख्यान हुआ जो इतिहास में उत्तरपाड़ा अभिभाषण के नाम से प्रसिद्ध हुआ। उन्होंने अपने इस अभिभाषण में धर्म एवं राष्ट्र विषयक कारावास-अनुभूति का विशद विवेचन करते हुए कहा था कि जब मुझे आप लोगों के द्वारा आपकी सभा में कुछ कहने के लिए कहा गया तो मैं आज एक विषय हिन्दू धर्म पर कहूँगा। मुझे नहीं पता कि मैं अपना आशय पूर्ण कर पाऊँगा या नहीं। जब मैं यहाँ बैठा था तो मेरे मन में आया कि मुझे आपसे बात करनी चाहिए। एक शब्द पूरे भारत से कहना चाहिये। यही शब्द मुझसे सबसे पहले जेल में कहा गया और अब यह आपको कहने के लिये मैं जेल से बाहर आया हूँ। एक साल हो गया है मुझे यहाँ आए हुए। पिछली बार आया था तो यहाँ राष्ट्रीयता के बड़े-बड़े प्रवर्तक मेरे साथ बैठे थे। यह तो वह सब था जो एकान्त से बाहर आया जिसे ईश्वर ने भेजा था ताकि जेल के एकान्त में वह ईश्वर के शब्दों को सुन सके। यह तो वह ईश्वर ही था जिसके कारण आप यहाँ हजारों की संख्या में आये। अब वह बहुत दूर है हजारों मील दूर।
🚩जब सजा के लिए उन्हें अलीपुर जेल में रखा गया तो जेल में श्री अरविन्दजी का जीवन ही बदल गया। वे जेल की कोठरी में ज्यादा से ज्यादा समय साधना और तप में लगाने लगे। वे गीता पढ़ा करते और भगवान श्रीकृष्ण की आराधना किया करते। श्री अरविन्दजी जब अलीपुर जेल में थे तब उन्हें साधना के दौरान भगवान कृष्ण के दर्शन हुए। कृष्ण की प्रेरणा से वह क्रांतिकारी आंदोलन को छोड़कर योग और अध्यात्म में रम गए। जेल से बाहर आकर वे किसी भी आंदोलन में भाग लेने के इच्छुक नहीं थे। योगी अरविन्दजी पांडिचेरी चले गए। वहीं पर रहते हुए योगी अरविन्दजी ने योग द्वारा सिद्धि प्राप्त की और आज के वैज्ञानिकों को बता दिया कि इस जगत को चलाने के लिए एक अन्य जगत और भी है।
सन् 1914 में मीरा नामक फ्रा��सीसी महिला की पांडिचेरी में योगी अरविन्दजी से पहली बार मुलाकात हुई। जिन्हें बाद में योगी ने अपने आश्रम के संचालन का पूरा भार सौंप दिया। योगी और उनके सभी अनुयायी उन्हें आदर के साथ ‘मदर’ कहकर पुकारने लगे। श्री अरविन्दजी एक महान योगी और दार्शनिक थे। उनका पूरे विश्व में दर्शनशास्त्र पर बहुत प्रभाव रहा है। उन्होंने जहां वेद, उपनिषद आदि ग्रंथों पर टीका लिखी, वहीं योग साधना पर मौलिक ग्रंथ लिखे। खासकर उन्होंने डार्विन जैसे जीव वैज्ञानिकों के सिद्धांत से आगे चेतना के विकास की एक कहानी लिखी और समझाया कि किस तरह धरती पर जीवन का विकास हुआ। उनकी प्रमुख कृतियां लेटर्स ऑन योगा, सावित्री, योग समन्वय, दिव्य जीवन, फ्यूचर पोयट्री और द मदर हैं।
🚩एक बार किसी कार्यकर्ता ने उनसे पूछा: ‘‘गांधीजी तो स्वतंत्रता हेतु इतना कार्य कर रहे हैं और आप यहाँ एकांत में योग-साधना कर रहे हैं! आप गांधीजी के साथ मिलकर स्वतंत्रता में सहयोग क्यों नहीं देते हैं?’’
योगी अरविंद ने बड़ा ही सारभूत उत्तर दिया: ‘‘यह जरूरी नहीं कि प्रत्यक्षरूप से ही सभी कार्य होते हों। हम बाह्यरूप से कुछ न करते हुए भी दिखें फिर भी भीतर बैठकर ऐसा कुछ कर रहे हैं कि भारत शीघ्र ही स्वतंत्र होगा। भगवद्विश्रांति व मंत्रशक्ति सब सामर्थ्यों का मूल है।’’
और इसी परमात्म-विश्रांति व मंत्र-विज्ञान का आश्रय लेकर योगी अरविंद ने देश को स्वतंत्र कराने में प्रत्यक्ष के साथ-साथ सूक्ष्मरूप से भी बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।
🚩 मंत्र-विज्ञान भारत की महान संस्कृति की बहुमूल्य धरोहर है। मंत्रों में भौतिक व आध्यात्मिक शक्तियाँ विकसित करने का अलौकिक सामर्थ्य होता है।
🚩 महर्षि अरविन्द का देहांत 5 दिसंबर 1950 को हुआ। बताया जाता है कि निधन के बाद चार दिन तक उनके पार्थिव शरीर में दिव्य आभा बने रहने के कारण उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया और अंतत: 9 दिसंबर को उन्हें आश्रम में समाधि दी गई।
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राशिफल आज, 5 मई, 2022: मेष, वृष, तुला, धनु और अन्य राशियों के लिए गुरुवार का दैनिक ज्योतिषीय पूर्वानुमान देखें।
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राशिफल आज, 5 मई, 2022: आज 5 मई को मेष राशि वालों की मेहनत की तारीफ होगी। कर्क और कन्या राशि वालों को यह बताकर शुरुआत करनी चाहिए कि उन्हें पहले से क्या करना है। धनु राशि वालों के लिए अपने प्रेमियों को प्रपोज करने का दिन बहुत अच्छा है। नीचे अपनी राशि के लिए दिन का भविष्यफल पढ़कर और जानें। मेष (21 मार्च – 19 अप्रैल) कार्यस्थल पर प्रशंसा प्राप्त करें आप अपने उन दोस्तों से बात करेंगे जो दूसरे देशों…
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