#13 लोगों की हुई मौत
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मालाड़ के मढ़ समुद्री तट पर जहाज की हुई टक्कर, डूब गया मालवाहक जहाज
मुंबई के मलाड़ इलाके में मढ़ जेट्टी कोलीवाड़ा तट पर रविवार तड़के मछली पकड़ने वाली नाव एक मालवाहक जहाज से टकराकर डूब गई। नाव को क्षेत्र में मौजूद 8 अन्य जहाजों के एक समूह ने निकालकर किनारे पर लगाया। (Ship collides with sea off mumbai Malad coast, cargo ship sinks) इस्माईल शेखमुंबई- रविवार को फिर एक हादसा हुआ है। मुंबई के मलाड़ इलाके में मढ़ कोलीवाड़ा से सटे समुद्री तट पर रविवार तड़के मछली पकड़ने…
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Brazil: लाजिन्हा शहर में हाईवे पर बस और ट्रक के बीच हुई भीषण टक्कर, 35 लोगों की मौत; 13 हुए घायल
Brazil News: दक्षिण-पूर्वी ब्राजील में शनिवार तड़के मिनास गेरैस राज्य के लाजिन्हा शहर के पास एक हाईवे पर बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हुई. इसमें कम से कम 35 लोग मारे गए जबकि 13 लोग घायल हो गए. घायलों को पास के शहर टेओफिलो ओटोनी के अस्पतालों में ले जाया गया. बस साओ पाउलो से रवाना हुई थी. घटना के समय बस में 45 यात्री सवार थे. बताया जा रहा है कि बस का टायर फटने की वजह से यह हादसा हुआ. जानकारी के…
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जयपुर हादसे में पूर्व IAS करणी सिंह राठौड़ की हुई मौत, बेटियों के DNA से हुई पुष्टि
जयपुर-अजमेर हाइवे के भांकरोटा में 20 दिसंबर को हुए दिल दहला देने वाले एलपीजी टैंकर ब्लास्ट हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हुई हैं. इस हादसे के बाद राजस्थान के एक रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह राठौड़ भी लापता हो गए थे और उनका कुछ पता नहीं चल रहा था. उनकी कार घटनास्थल पर पूरी तरह से जली हुई मिली थी. एसएमएस अस्पताल में रखे एक शव की पहचान शनिवार को रिटायर्ड IAS करणी सिंह राठौड़ के रूप में हुई है. बेटियों…
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चेन्नई में चक्रवात फेंगल के कारण बिजली गिरने से चार लोगों की मौत | चेन्नई समाचार
चेन्नई: चेन्नई के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई चक्रवात फेंगल (उच्चारण फीनजल) शनिवार सुबह से शहर के विभिन्न हिस्सों में 9 सेमी से 13 सेमी तक बारिश हुई। शाम 7 बजे के अपने बुलेटिन में, आईएमडी ने कहा कि चक्रवात ��े जुड़े सर्पिल बैंड का आगे का क्षेत्र भूमि ��ें प्रवेश कर गया है, और सिस्टम को आगे बढ़ने और पुडुचेरी के पास तट को पार करने में तीन से चार घंटे लग सकते हैं।रविवार…
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Dark Side / डार्क साइड
₹230.00
by Ashfaq Ahmad (Author)
Book: Dark Side
Paperback: 209 pages
Publisher: Gradias Publishing House
Language: Hindi
ISBN-13: 978-8196458614
Product Dimensions: 22 x 14 x 1.5 cm
क्राईम फिक्शन हैशटैग के अंतर्गत डेविड फ्रांसिस सीरीज का यह चौथा प्रकाशित उपन्यास है— लेकिन क्रम में यह तीसरा है तो कवर पर सीरियल नंबर उसी हिसाब से दिया गया है। यह ‘काया पलट’ से डेढ़ सयानी तक दस कहानियों का एक रोमांचक सफ़र है, जहां धीरे-धीरे एक एक चरित्र का विकास होता है और वह अपने शिखर को हासिल करता है। शृंखला शायद उसके बाद भी जारी रहे, मगर अभी इस सीरीज का यह पहला सेट दस क��ानियों तक का सफ़र ऑलरेडी तय कर चुका है, जिनमें धीरे-धीरे क्रम के हिसाब से कहानियां प्रकाशित की जा रही हैं। अब चूंकि यह सीरीज डेविड फ्रांसिस के किरदार पर आधारित है तो कुछ बातें उसके बारे में जान लेनी ज़रूरी हैं… यह एक मिश्रित नस्ल का युवक है, जिसके पिता आइसलैंड से थे और माँ महाराष्ट्रियन थीं। बचपन से ही जासूसी कहानियां पढ़ने और जासूसी फिल्में देखने का ऐसा चस्का लगा कि फिर सर पर वैसा ही कैरेक्टर हो जाने का खब्त ही सवार हो गया और इस बात के पीछे उसने बचपन से ही हर तरह का प्रशिक्षण लिया और स्वंय को मानसिक रूप से तैयार किया। कुदरत ने भी उसका साथ दिया और ऐसे ख़तरनाक रास्ते पर चलने के लिये उसे जो आज़ादी चाहिये थी, वह माता-पिता के एक रोड एक्सीडेंट में मारे जाने के बाद मिल गई— और वह जेम्स बाॅण्ड बनने निकल खड़ा हुआ। अब डेविड फ्रांसिस नाम का यह शख़्स अपने को आज़माने चल पड़ा है, जो हर बंधन से मुक्त है, और पागलपन की हद तक जिसके तीन ही शौक हैं— भ्रमण, लड़की और अपराधियों से पंगे… जिसे दुनिया के हर हिस्से को देखना है, और जिसे वर्स्ट से वर्स्ट लोकेशन में भी प्राकृतिक सौंदर्य ढूंढ लेने की ज़िद रहती है। जो दुनिया की हर रंग, हर नस्ल और हर हिस्से में पाई जाने वाली लड़की को भोग लेने की तमन्ना रखता है— ठरकी है, मगर किसी को भी प्यार से जीतना पसंद करता है। हर कहीं दूसरों के फटे में टांग अड़ाना और अपराधियों की ओखली ढूंढ कर अपना सर दे देने की सनक ख़तरनाक स्तर तक सवार रहती है। इसके व्यक्तित्व का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि इसने अपने मन में ही अपने एक प्रतिरूप को स्थापित कर रखा है, जिसे यह ‘अंदर वाले डेविड’ या ‘मिनी मी’ कह कर सम्बोधित करता है और न सिर्फ़ उससे विचार-विमर्श करता रहता है, बल्कि जो वह सीधे नहीं हो पाता— वह मिनी मी के रूप में हो जाना चाहता है और अपनी हर फीलिंग को उसके मुंह से हर तरह के शब्दों में बयान कर लेता है। दोनों में अक्सर नोक-झोंक भी होती है। एक तरह से यह मेंटल डिसऑर्डर लग सकता है, लेकिन डेविड के लिये यह संबल का एक कारक है। जहां तक इस कहानी ‘डार्क साइड’ की बात है, यह कहानी बेशुमार पैसे और प्रसिद्धि वाली चकाचौंध भरी फिल्मी दुनिया से जुड़े एक स्याह पहलू पर आधारित है। इस डार्क साइड में न सिर्फ़ ब्लैक मनी का दखल है, शोषण एक आम समस्या है वहीं दिनों-दिन मज़बू�� हो रही उस एडल्ट कंटेंट परोसने वाली पैरेलल इंडस्ट्री को भी उकेरा गया है जो बहुत तेज़ी से अपनी जगह बनाने में लगी हुई है। प्रस्तुत कहानी में डेविड को जिन तीन लड़कियों का साथ मिला है, उनमें तीनों ही इस स्याह पक्ष से जुड़े लोगों की बेटी हैं, बीवी हैं या हिरोइन हैं— कहानी की शुरुआत जिस हिरोईन के अपहरण की नाकाम कोशिश से होती है, वह डेविड के लिये अंत तक एक पहेली बनी रहती है। जिसे ले कर वह यह फैसला नहीं कर पाता कि वह विक्टिम है या ख़ुद इस खेल की शातिर खिलाड़ी है। जो उसे इस्तेमाल करती है, मगर इस्तेमाल की वैलिड वजह भी देती है। जिन दो दूसरे लोगों को वह सीधे तौर पर इस सिलसिले में खलनायक के तौर पर स्थापित करता है, उन्हीं में से एक की बीवी से उसे इस तमाशे को समझने में मदद मिलती है तो दूसरे की बेटी न सिर्फ़ क़दम-क़दम पर उसका साथ देती है— बल्कि उसके लिये ख़ुद ही ट्रबल शूटर बन जाती है। वह इस बड़ी सी स्याह दुनिया में एक बहुत मामूली इंसान था— जो इस आग में हाथ डाल तो देता है मगर एक ही किस्से में कई बार मौत के मुंह तक पहुंच जाता है। सवाल यह था कि क्या वह इस पहलू को उजागर कर पायेगा?
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तेलंगाना के भारी बारिश से 100 से अधिक गांव डूबे, 99 ट्रेनें रद्द, 1 शख्स की मौत, 3 पानी में बहे
हैदराबाद: तेलंगाना में हैदराबाद सहित राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश से हाल बेहाल है। बारिश की घटनाओं के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन लोगों के पानी में बह जाने की आशंका जताई जा रही है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। हालात के मद्देजनर मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंत्रियों, अधिकारियों और निर्वाचित सदस्यों के साथ आपातकालीन समीक्षा की। महबूबाबाद और खम्मम जिलों में रविवार को बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य के बह जाने की आशंका है। दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 99 ट्रेन रद्द कर दी गईं और चार ट्रेन आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं, जबकि 54 ट्रेनों के रूट बदल दिए गए हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ��विवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों से बात की और दोनों राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया। शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों आंध्र प्रदेश के एन चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के ए रेवंत रेड्डी को बारिश एवं बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया।जलमग्न क्षेत्रों में राहत कार्यों के बारे में जानकारी लीतेलंगाना में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सीएम रेड्डी ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की और मंत्रियों से फोन पर बात करने के साथ जलमग्न क्षेत्रों में राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। वहीं केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी को तेलंगाना के खम्मम में गंभीर स्थिति के बारे में सूचित किया और बताया कि जिले के 110 गांव जलमग्न हो गए हैं, नौ लोग प्रकाश नगर पहाड़ी पर फंसे हुए हैं। पलैर निर्वाचन क्षेत्र में अजमीरा थांडा पहाड़ी पर 68 लोग फंसे हैं और 42 अन्य लोग इमारतों में फंसे हुए हैं।एनडीआरएफ की तीन-तीन टीम तेलंगाना भेजी संजय कुमार ने बताया कि गृहमंत्री के आदेश के बाद चेन्नै, विशाखापट्टनम और असम से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) क��� तीन-तीन टीम तेलंगाना भेजी गई हैं। कुमार ने कहा कि उन्होंने बचाव प्रयासों में समन्वय के लिए एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की तथा तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के साथ भी हालात और जारी बचाव कार्यों पर चर्चा की। उफनती नदी को पार करते समय कार बहीपुलिस ने बताया कि रविवार तड़के महबूबाबाद जिले के मारीपेडा मंडल में उफनती नदी को पार करते समय एक कार के बह जाने से उसमें अपने पिता के साथ सवार एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि वाहन का पता लगा लिया गया है और महिला का शव बरामद कर लिया गया है। महिला के पिता का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में खम्मम जिले के कुसुमांची मंडल में एक घर की दीवार गिरने से परिवार के दो सदस्यों के बाढ़ के पानी में बह जाने की आशंका है और उन्हें ढूंढ़ने के प्रयास जारी हैं।बारिश का रेड अलर्ट जारीमौसम केंद्र ने रविवार को कहा कि रविवार दोपहर 13:00 बजे से दो सितंबर सुबह 8:30 बजे तक तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, यादाद्री भुवनगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, कामारेड्डी और महबूबनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। इस पूर्वानुमान के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। बाढ़ में फंस गईं पांच ट्रेनेंएससीआर अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंट��ं में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगातार बारिश के कारण काजीपेट से विजयवाड़ा खंड में बा��़ आ गई है और दरारें पड़ गई हैं और पांच ट्रेन फंस गई हैं, जबकि अधिकारियों ने 15 ट्रेन को परिवर्तित मार्ग से चलाया है। महबूबाबाद जिले में केसमुद्रम के निकट रेल पटरी के नीचे की बजरी का एक हिस्सा बाढ़ के पानी में बह गया, जिससे ट्रेन सवार यात्री के समुद्रम रेलवे स्टेशन पर फंस गए। भारी बारिश के बाद कुछ जिलों में छोटी नदियां उफान पर हैं और बाढ़ के पानी के कारण गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है। हैदराबाद के कई इलाकों में जलभरावहैदराबाद में रातभर बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया। तेलंगाना के कई हिस्सों में शनिवार को मध्यम से भारी बारिश हुई जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और कुछ स्थानों पर गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया। मुख्यमंत्री ने एक वर्चुअल बैठक के दौरान शीर्ष अधिकारियों को अगले 24 घंटे तक सतर्क रहने को कहा है। रेड्डी ने जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, राजस्व, सिंचाई और नगर निगम के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित बस्तियों का दौरा करने का आदेश दिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि महत्वपूर्ण विभागों के… http://dlvr.it/TCgMyX
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दक्षिणी गाजा पर इजरायली हमले में 71 लोगों की हुई मौत; हमास सैन्य विंग के प्रमुख को निशाना बनाकर किया गया हमला
गाजा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 13 जुलाई को गाजा पट्टी के दक्षिण में हुए इजरायली हमले में 71 लोग मारे गए और कई घायल हो गए, जबकि एक इजरायली अधिकारी ने बताया कि इस हमले में हमास की सैन्य शाखा के प्रमुख को निशाना बनाया गया था। इज़रायली अधिकारी ने खान यूनिस में हमले के लक्ष्य की पहचान मोहम्मद दीफ के रूप में की, जिसके बारे में कई लोगों का मानना है कि वह 7 अक्टूबर के हमले का मुख्य…
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Viral Photo: मां के सामने दोनों बच्चियों की मौत… बाथरूम में इस हालत में मिलीं विधायक की दोनों भतीजियां
Mohammad Salim Shabbo Qureshi: मुरादाबाद देहात सीट से सपा विधायक नासिर कुरेशी के छोटे भाई और देश के सबसे बड़े मांस निर्यातक हाजी मोहम्मद सलीम शब्बो कुरेशी के दिल्ली स्थित घर में भीषण आग लग गई। इससे पहले कि पुलिस और अग्निशमन दल आग पर काबू पाते, मांस निर्यातक की दो बेटियों गुलश्ना (15) और अनाया (13) की दम घुटने से मौत हो गई। निर्यातक की पत्नी गुलिस्तां कुरैशी, नौकर आदि ने किसी तरह भागकर जान बचा ली, लेकिन उनकी दो बेटियां पहली मंजिल पर बाथरूम में फंस गईं। मीट निर्यातक सलीम का उत्तरी दिल्ली के सदर बाजार के कुरैश नगर में चमेलियन रोड पर आलीशान दो मंजिला बंगला है। करीब 750 गज जमीन पर बने इस बंगले में उनकी पत्नी गुलिस्तां कुरैशी, बेटे शारिक और खिजर के अलावा दो बेटियां गुलश्ना और अनाया रहती थीं। सलीम बिजनेस के सिलसिले में दुबई गया हुआ है।
Mohammad Salim Shabbo Qureshi: बचावकर्मी बंगले के अंदर जाते हैं
मंगलवार दोपहर 2.07 बजे बंगले के ग्राउंड फ्लोर पर बने होम थिएटर से अचानक धुआं उठने लगा। देखते ही देखते धुएं ने आग का रूप ले लिया। ग्राउंड फ्लोर पर होने के कारण सलीम की पत्नी गुलिस्तां, गार्ड, ड्राइवर और दो नौकर बाहर चले गए।
आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुटी टीम
पहली मंजिल पर कमरे में मौजूद दोनों बेटियां फंस गईं। बचने के लिए दोनों ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया. इसी बीच पुलिस और फायर ब्रिगेड पहुंच गई और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिए। फायर ब्रिगेड कर्मी बीए सेट (मास्क) पहनकर घर में दाखिल हुए। शीशा तोड़कर धुआं निकाला गया।
रेस्क्यू टीम शीशा तोड़कर अंदर दाखिल हुई
आग पर काबू पाने के बाद जब घर की तलाशी ली गई तो बेटियां कहीं नजर नहीं आईं। पहली मंजिल पर बंद बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया तो दोनों बेहोश मिले। उन्हें तुरंत पास के जीवन माला अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। जांच टीम ने जांच के लिए नमूने लिए। दोनों बच्चियों की मौत उनकी मां के सामने ही हो गई मंगलवार दोपहर कुरैश नगर के अमानत मकान में जब आग लगी तो सलीम के चारों बच्चे गहरी नींद में सो रहे थे। दरअसल, रोजे की वजह से सभी लोग सुबह सेहरी खाकर देर से उठते थे. दोपहर को जब घर में आग लगी तो सलीम के दोनों बेटे ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में सो रहे थे। दोनों बेटियां पहली मंजिल पर बने कमरे में सो रही थीं। जांच टीम ने जांच के लिए नमूने लिए। मां गुलिस्तां अपने काम में व्यस्त थी। आग लगने के बाद जब थिएटर से धुआं उठा तो गुलिस्तां ने अपने बेटों शारिक और खिजर को बाहर निकाला। दोनों बेटियां ��पर अपने कमरे में फंस गईं। बेटों को बाहर छोड़कर गुलिस्तां ने घर में घुसने की कोशिश की तो अंदर आग और धुआं फैला हुआ था।
Mohammad Salim Shabbo Qureshi: जांच टीम मौके पर
इसके बावजूद जब गुलिस्तां अंदर घुसने लगा तो बाहर मौजूद लोगों की भीड़ ने उसे रोक दिया. गुलशना और अनाया की मौत उनकी मां के सामने ही हो गई. परिवार के एक सदस्य ने बताया कि हाजी सलीम का बड़ा बेटा बीबीए प्रथम वर्ष का छात्र है। बड़ी बेटी 11वीं क्लास में आ गई थी.
घटना के बाद जांच टीम मौके पर पहुंची
अनाया आठवीं क्लास में पढ़ती थी. छोटा बेटा खिजर छठी क्लास में पढ़ता है. एक पड़ोसी ने बताया कि हाजी सलीम कुरेशी का आलीशान मकान पूरे इलाके में चर्चा में था. घर में सेंट्रलाइज्ड एसी के अलावा 12-14 लोगों के लिए मूवी देखने के लिए थिएटर भी है. थिएटर में आग एसी से शुरू हुई. थिएटर में ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण यह तेजी से पूरे घर में फैल गया और दो लड़कियों की जान चली गयी.
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jamshedpur court three decision : जमशेदपुर कोर्ट के तीन फैसले, 1. मानगो में रंगदारी को लेकर एक युवक की की पिटाई के बाद मौत मामले से एक बरी, 2. बागबेड़ा में चर्चित जानलेवा हमला के एक मामले में अदालत ने तीन को दोषी करार, 3. मानगो के दंगा मामले से सात लोगों साक्ष्य अभाव में बरी
जमशेदपुर : गंगा प्रभावती के साइट निरीक्षक राजेश कुमार दास हत्याकांड मामले में सुनवाई कर रहे जमशेदपुर कोर्ट के एडीजे -4 आनंद मणी त्रिपाठी की अदालत ने शुक्रवार को आरोपी राकेश कुमार सिंह को साक्ष्य अभाव में बरी कर दिया. बचाव पक्ष के अधिवक्ता एसके मिश्रा ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों की गवाही हुई थी. इससे पूर्व एडीजे -13 प्रभाकर सिंह की अदालत से आरोपी निरज कुमार को बरी कर दिया था. उल्लेखनीय हैं…
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Mission Raniganj Collection Day 1: बड़े बजट पर बनी अक्षय कुमार की 'मिशन रानीगंज' ने ओपनिंग डे पर जोरदार कमाई की है।
मिशन रानीगंज टीनू सुरेश देसाई द्वारा निर्देशित फिल्म है जो अक्षय कुमार की पिछली फिल्मों से अलग है। इस फिल्म की कहानी वास्तविक जीवन की घटना पर आधारित है जिसमें अक्षय कुमार ने जसवन्त सिंह गिल की भूमिका निभाई है। फिल्म ने सोशल मीडिया पर काफी ध्यान आकर्षित किया था और यह देखना दिलचस्प है कि यह बॉक्स ऑफिस पर कैसा प्रदर्शन करती है।
Mission Raniganj Collection Day 1: इस साल फिल्म 'ओएमजी 2' से दर्शकों को एक संदेश देने की कोशिश करने वाले अक्षय कुमार को भगवान के दूत की भूमिका में खूब सराहा गया। इस फिल्म के बाद उन्होंने 1989 की कोयला खदान की कहानी 'मिशन रानीगंज' के साथ बड़े पर्दे पर वापसी की है। वह इसमें जसवन्त सिंह गिल की भूमिका निभाते हैं, जिन्होंने एक ही वीरतापूर्ण कार्य में छह दर्जन से अधिक श्रमिकों की जान बचाई थी। कोयला खदान त्रासदी पर फिल्म का आधार: 'मिशन रानीगंज' सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है. इसे दर्शकों और समीक्षकों दोनों से मिली-जुली समीक्षा मिली है। फिल्म को ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज्यादातर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। हालाँकि, इसे बॉक्स ऑफिस पर कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जो भूमि पेडनेकर की 'थैंक यू फॉर कमिंग' और राजवीर देओल की 'दोनों' के साथ रिलीज़ हो रही है। आइए जानते हैं 'मिशन रानीगंज' ने पहले दिन कितनी कमाई की। पहले दिन की कमाई: 'मिशन रानीगंज' के आसपास के प्रचार को देखते हुए, इसकी मजबूत शुरुआत और संभावित रूप से दोहरे अंक की कमाई की उम्मीद थी। हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्षय कुमार की फिल्म 'मिशन रानीगंज' ने पहले दिन 2.8 करोड़ रुपये की कमाई की, जो उम्मीद से कम है. पहले दिन फिल्म की कमाई मामूली रही। कोयला खदान त्रासदी क्या थी? पश्चिम बंगाल में कोयला खदान त्रासदी तब हुई जब 13 नवंबर, 1989 को रानीगंज में महाबीर कोयला खदान में एक विस्फोट के कारण भूजल स्तर की दीवार में दरारें पड़ गईं, जिससे पानी तेजी से दरारों में बहने लगा। इसके परिणामस्वरूप साइट पर मौजूद 220 श्रमिकों में से छह की दुखद मौत हो गई। लिफ्ट शाफ्ट के पास मौजूद लोगों को तुरंत हटा लिया गया। हालांकि, 65 मजदूर फंसे रह गये. इस संकट के दौरान, उस समय अतिरिक्त मुख्य खनन निदेशक के रूप में कार्यरत जसवन्त सिंह गिल ने एक वीरतापूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई बोरहोल खोदकर और उन्हें भोजन और पानी उपलब्ध कराकर सभी 65 मजदूरों की जान बचाई, जब तक कि उन्हें सुरक्षित रूप से सतह पर नहीं लाया ��ा सका। उनके साहसी कार्यों के लिए, जसवंत सिंह गिल को 1991 में भारत सरकार द्वारा नागरिक वीरता पुरस्कार 'सर्वोत्तम जीवन रक्षक पदक' से सम्मानित किया गया था। Read more : हुमा कुरैशी, श्रद्धा कपूर और कॉमेडियन कपिल शर्मा को ईडी की तरफ से आया नोटिस, महादेव बैटिंग एप के घोटाले के मामले में होगी जांच Read the full article
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Rajasthan: वर्षा संबंधी घटनाओं में दो दिनों में 13 की मौत
जयपुर। राजस्थान के पूर्वी भाग में कई स्थानों पर भारी वर्षा हुई, जबकि पिछले 24 घंटों में राज्य के अलग-अलग इलाकों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।आपदा राहत एवं प्रबंधन विभाग के मुताबिक, पिछले दो दिनों में राज्य में बारिश और तूफान से कुल 13 लोगों की मौत हुई है। टोंक में दस और अलवर, जयपुर और बीकानेर में एक-एक मौत दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में भीलवाड़ा मंडल में 11 सेंटीमीटर, हनुमानगढ़ के रावतसर में छह सेंटीमीटर, सीकर के फतेहपुर और लक्ष्मणगढ़ में व चूरू के तारानगर में पांच-पांच सेंटीमीटर, अलवर के थानागाजी, श्रीगंगानगर के करनपुर, हनुमानगढ़ के नोहर, चूरू के रतनगढ़ व राजगढ़ में चार-चार सेंटीमीटर, झंझनू के सीकर, उदयपुरवटी और चिड़ावा, भीलवाड़ा के बनेरा व अजमेर के टाटगढ़ में तीन-तीन सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। साथ ही, इस अवधि के दौरान कई अन्य स्थानों पर एक से तीन सेंटीमीटर के बीच बारिश दर्ज की गई।इस बीच, विभाग ने जून से सितंबर तक मानसून के मौसम में औसतन 96 प्रतिशत वर्षा के साथ दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है।विभाग ने जून में राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान जताया है। Pc:Hindustan Read the full article
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Shahjahanpur News : शाहजहांपुर में एक ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से हुई 13 लोगों की मौत
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प्रेमी से शादी करने के लिए लड़की ने पूरे परिवार को दिया जहर, सभी 13 लोगों की हुई मौत; जानें पूरा मामला
प्रेमी से शादी करने के लिए लड़की ने पूरे परिवार को दिया जहर, सभी 13 लोगों की हुई मौत; जानें पूरा मामला #News
Pakistan News: ��ाकिस्तान के सिंध से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पुलिस ने रविवार को एक लड़की को गिरफ्तार किया है। कथित तौर पर लड़की ने अपने परिवार के 13 लोगों के खाने में जहर मिलाकर हत्या कर दी। इसकी वजह भी सामने आई है। दरअसल लड़की के परिवार वाले उसकी पसंद के मुताबि��� शादी करने के लिए तैयार नहीं थे। जानकारी के मुताबिक ये मौतें 19 अगस्त को खैरपुर के पास हैबत खान ब्रोही गांव में हुईं…
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मुंबई: समंदर से घिरे एलिफेंटा आइलैंड की गुफाओं को किसने बनाया जिसे देखने 10 किलोमीटर पानी का सफर करके पहुंचते हैं?
मुंबई के समंदर किनारे एक हादसे में 110 लोगों से भरी एक नाव पलट गई. इस हादसे में अब तक करीब 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हैं. जानकारी के मुताबिक, भारतीय नौसेना की एक स्पीड बोट से हुई टक्कर इस घटना की वजह बनी. यह हादसा गेटवे ऑफ इंडिया के पास हुआ. ‘नीलकमल’ नाम की यह नाव यात्रियों को एलीफेंटा आइलैंड ले जा रही थी, जो मुंबई का एक मशहूर टूरिस्ट स्पॉट है. इस हादसे के बाद…
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इंदौर । मध्यप्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। यहां स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी की छत धंस गई। इससे 25 से अधिक लोग बावड़ी में जा गिरे। हादसे में 13 की मौत हो गई। वहीं अभी तक 19 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। जबकि बाकी को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है।मंदिर में रामनवमी पर हवन चल रहा था। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे में अभी तक 19 लोगों को बचाया गया है। मंदिर से अभी तक 11 शव निकाले गए हैं जिसमें 10 महिलाएं और 1 पुरुष है। बचाए गए 19 लोगों में भी 2 की मौत हो गई है। कुल 13 की मौत हुई है। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। जो लोग फंसे हैं, उन्हें निकालने का प्रयास जारी है। बाहर निकाले गए लोगों को अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा, वे स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। सीएम ने मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं घायलों 50-50 हजार आर्थिक मदद का ऐलान किया है। पीएम मोदी PM Modi ने जताया शोक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेज क़र दिया है।
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तुर्की-सीरिया में भूकंप के बाद सर्दी का सितम,अबतक 8000 की मौत,शवों के मिलने का सिलसिला जारी
अंकारा/दमिश्क, (वेब वार्ता)। तुर्की और सीरिया में भूकंप से हुई मौतों की संख्या बुधवार तक 7,900 से ऊपर पहुंच गई है। अलग अलग देशों से खोज दल और सहायता पहुंचाई गई है। वहीं बचाव दल ठंड के मौसम में जिंदगियां बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। कई जगह मलबे के भीतर से आ रही आवाजें अब शांत भी पड़ने लगी हैं। अली साइलो जिनके दो रिश्तेदारों को तुर्की के शहर नूरदागी में बचाया नहीं जा सका, वे कहते हैं, “हम उनकी आवाज सुन सकते थे, वे मदद के लिए पुकार रहे थे।”इमारतों के नीचे दबे लोगों को बचाने की मुहिम तेज गति से चल रही है. मगर, इन इलाकों में पड़ रही कड़ाके की ठंड समस्या को और ��ढ़ा रही है. भूकंप से अब तक 7,800 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है. वहीं सर्दी भी इन दोनों देशों के लोगों पर सितम ढा रही है. भूकंप के झटकों से बेघर हो चुके इन दोनों देशों के लोग ठंड से बचने के लिए सड़कों पर आग जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, इस त्रासदी के बीच कुछ असाधारण घटनाएं भी हुईं हैं. सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप और बाद के झटकों के झटकों ने विनाश की उस धारा को काट दिया जो दक्षिण-पूर्वी तुर्की और पड़ोसी सीरिया में सैकड़ों किलोमीटर (मील) तक फैली हुई थी। झटकों ने हजारों इमारतों को गिरा दिया और सीरिया के 12 साल के गृहयुद्ध और शरणार्थी संकट से प्रभावित क्षेत्र पर और अधिक दुख का ढेर लगा दिया। पहले भूकंप के बाद आया भूकंप 7.5 तीव्रता का दर्ज किया गया, जो अपने आप में शक्तिशाली है। धातु और कंक्रीट के अस्थिर ढेर ने खोज के प्रयासों को खतरनाक बना दिया, जबकि ठंड ने भी मुश्किलें बढ़ा दी है। क्योंकि इस बात की चिंता बढ़ गई थी कि ठंड में फंसे हुए लोग कितने समय तक रह सकते हैं। राज्य द्वारा संचालित अनादोलु समाचार एजेंसी द्वारा प्रसारित फुटेज के अनुसार, तुर्की के मालट्या प्रांत में बचाव दल के चारों ओर हिमपात हुआ। पीड़ा का पैमाना – और साथ में बचाव का प्रयास – चौंका देने वाला था। तुर्की के उप राष्ट्रपति फुआत ओक्ते ने कहा कि अकेले तुर्कीये में 8,000 से अधिक लोगों को मलबे से निकाला गया है और लगभग 380,000 लोगों ने सरकारी आश्रयों या होटलों में शरण ली है। वे शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिदों और सामुदायिक केंद्रों में जमा हो गए, जबकि अन्य लोगों ने बाहर कंबलों में आग के आसपास इकट्ठा होकर रात बिताई। कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए अपने प्रियजनों के लिए मदद की गुहार लगाई है, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे मलबे में दबे हुए हैं। अनादोलू ने आंतरिक मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से कहा कि सभी कॉल “सावधानीपूर्वक एकत्र किए जा रहे थे” और खोज टीमों को सूचना दी गई। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि देश के 85 मिलियन लोगों में से 13 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं, और उन्होंने 10 प्रांतों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। मई में राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों से पहले ही तुर्की आर्थिक मंदी से जूझ रहा था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी एडेलहेड मार्सच��ंग ने कहा कि पूरे भूकंप प्रभावित क्षेत्र में 23 मिलियन लोग प्रभावित हो सकते हैं, इसे “कई संकटों के ऊपर संकट” कहा जाता है। तुर्किए सीरियाई गृहयुद्ध के लाखों शरणार्थियों का घर है। सीरिया में प्रभावित क्षेत्र सरकार-नियंत्रित क्षेत्र और देश के अंतिम विपक्षी-आयोजित एन्क्लेव के बीच विभाजित है, जहाँ लाखों लोग अत्यधिक गरीबी में रहते हैं और जीवित रहने के लिए मानवीय सहायता पर निर्भर हैं। दुनिया भर के लगभग 30 देशों की टीमें तुर्की या सीरिया के लिए रवाना हुईं। संयुक्त अरब अमीरात से 100 मिलियन अमरीकी डालर की प्रतिज्ञा सहित मदद के वादे के रूप में, तुर्कीये ने कहारनमारस, आदियमन और हटे के सबसे बुरी तरह प्रभावित प्रांतों में प्रवेश करने के लिए केवल सहायता ले जाने वाले वाहनों को अनुमति देकर प्रयास में तेजी लाने की मांग की। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वह विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिमी सीरिया को आपूर्ति प्राप्त करने के लिए “सभी रास्ते तलाश रहा है”, और उसने तुर्की और सीरिया में मानवीय प्रतिक्रिया को किक-स्टार्ट करने में मदद करने के लिए अपने आपातकालीन कोष से 25 मिलियन अमरीकी डालर जारी किए। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि तुर्किए से उत्तरी सीरिया की ओर जाने वाली बाब अल-हवा सीमा की ओर जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर पश्चिम में सहायता वितरण अस्थायी रूप से बाधित हो गया है। बाब अल-हवा एकमात्र क्रॉसिंग है जिसके माध्यम से क्षेत्र में यू.एन. सहायता की अनुमति है। दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सीरिया के भीतर संघर्ष रेखा को पार करने के लिए एक काफिला तैयार कर रहा है। लेकिन इसके लिए राष्ट्रपति बशर असद की सरकार के साथ एक नए समझौते की आवश्यकता होगी, जिसने पूरे गृहयुद्ध के दौरान विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों की घेराबंदी की है। व्हाइट हेल्मेट्स के रूप में जाने जाने वाले स्वयंसेवी पहले उत्तरदाताओं के पास विद्रोही-आयोजित एन्क्लेव में सीरियाई और रूसी हवाई हमलों द्वारा नष्ट की गई इमारतों से लोगों को बचाने का वर्षों का अनुभव है, लेकिन उनका कहना है कि भूकंप ने उनकी क्षमताओं को अभिभूत कर दिया है। व्हाइट हेल्मेट्स के उप प्रमुख मुनीर अल-मुस्तफ़ा ने कहा कि वे एक समय में 30 स्थानों तक कुशलतापूर्वक रिस्पॉन्स करने में सक्षम थे, लेकिन अब 700 से अधिक लोगों से मदद के लिए कॉल का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “टीमें उन स्थानों पर मौजूद हैं, लेकिन उपलब्ध मशीनरी और उपकरण पर्याप्त नहीं हैं,” उन्होंने कहा कि भूकंप के बाद के पहले 72 घंटे किसी भी बचाव प्रयास के लिए महत्वपूर्ण थे। नर्गुल अताय ने द ए��ोसिएटेड प्रेस को बताया कि वह हटे प्रांत की राजधानी अंताक्य के तुर्की शहर में एक ढह गई इमारत के मलबे के नीचे अपनी मां की आवाज सुन सकती थी। लेकिन मदद के लिए किसी भारी उपकरण के बिना खंडहर में जाने के प्रयास व्यर्थ रहे थे। उन्होंने कहा, “अगर हम केवल कंक्रीट स्लैब उठा सकते हैं, तो हम उस तक पहुँचने में सक्षम होंगे।”, “मेरी मां 70 साल की हैं, वह इसे लंबे समय तक नहीं झेल पाएंगी।” लेकिन कुछ तक मदद जरूर पहुंची। छोटे बच्चों सहित जीवित बचे लोगों को भूकंप के 30 घंटे से अधिक समय बाद मलबे से निकाले जाने के कारण पूरे क्षेत्र में कई नाटकीय बचावों की सूचना मिली थी। रिश्तेदारों और एक डॉक्टर ने कहा कि सीरिया के एक शहर के निवासियों ने एक रोते हुए शिशु की खोज की, जिसकी माँ ने स्पष्ट रूप से पांच मंजिला अपार्टमेंट इमारत के मलबे में दबे होने पर उसे जन्म दिया था। उन्होंने कहा कि नवजात शिशु मलबे के नीचे दबा हुआ था और उसकी गर्भनाल अभी भी उसकी मां अफरा अबू हादिया से जुड़ी हुई थी, जो मृत पाई गई थी। एक रिश्तेदार रमजान स्लीमन ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बच्ची अपने परिवार की एकमात्र सदस्य है जो तुर्की की सीमा से सटे छोटे से कस्बे जिंदरिस में इमारत गिरने से बच गई। तुर्किये के पास सीमा क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैनिक हैं और उन्होंने सेना को बचाव के प्रयासों में सहायता करने का काम सौंपा है, जिसमें बेघरों के लिए टेंट स्थापित करना और हटे प्रांत में एक फील्ड अस्पताल शामिल है। नौसेना का एक जहाज मंगलवार को प्रांत के ���स्केंडरन बंदरगाह पर रुका, जहां एक अस्पताल ढह गया था, ताकि जीवित बचे लोगों को चिकित्सा देखभाल की जरूरत के लिए पास के शहर में ले जाया जा सके। भूकंप के दौरान कंटेनरों के पलट जाने के कारण बंदरगाह पर लगी एक बड़ी आग ने आसमान में काले धुएं के घने गुच्छे भेजे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सैन्य विमानों की मदद से आग बुझाई गई, लेकिन सीएनएन तुर्क द्वारा प्रसारित लाइव फुटेज से पता चला कि आग अभी भी जल रही है। तुर्की की आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि देश में मरने वालों की कुल संख्या 5,400 को पार कर गई है, जबकि 31,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सीरिया के सरकारी कब्जे वाले क्षेत्रों में मरने वालों की संख्या 800 से अधिक हो गई, जबकि लगभग 1,400 घायल हो गए। व्हाइट हेल्मेट्स के अनुसार, विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिम में कम से कम 1,000 लोग मारे गए हैं, जबकि 2,300 से अधिक घायल हुए हैं। यह क्षेत्र प्रमुख भ्रंश रेखाओं के शीर्ष पर स्थित है और अक्सर भूकंपों से हिलता रहता है। 1999 में उत्तर-पश्चिम तुर्की में आए इसी तरह के शक्तिशाली भूकंप में लगभग 18,000 लोग मारे गए थे। Read the full article
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