#12 साल से कम उम्र के लिए टीका
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क्या 12 या उसके लिए जयदा उमरको को लग सफल है सीरम का कोवोवैक्स टीका? एनटीएजीआई
क्या 12 या उसके लिए जयदा उमरको को लग सफल है सीरम का कोवोवैक्स टीका? एनटीएजीआई
क्या 12 या खतौनी की उम्र के संभावित रोग के लिए संभव है, टी इंसानों की तकनीकी एडवाइजरी ग्रुप यूम्युनाइजेशन (NTAGI) इस उत्पाद के विशेषज्ञ की तुलना में खतरनाक वायरस पता चलेगा। भारत के लिए दिसंबर 28 दिसंबर की स्थिति में ऐसी स्थिति पर और 9 अक्टूबर को कक्षा के साथ कक्षा 17 साल के क्लास क्लास कोवो टीके के डिजाइन थे। रुम में इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (आई) में उपयुक्त (सरकार और वैसी स्थिति) एंव. एक आधिकारिक…
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कोविड के बढ़ते मामलो को रोकने के लिए स्कूली छात्रों को किया गया टारगेट, जल्द शुरू होगा टीकाकरण अभियान Divya Sandesh
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कोविड के बढ़ते मामलो को रोकने के लिए स्कूली छात्रों को किया गया टारगेट, जल्द शुरू होगा टीकाकरण अभियान
बीजिंग। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच, चीन अब नए टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में छात्रों टारगेट कर रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन ने पिछले कुछ महीनों सबसे अधिक मामले दर्ज किये हैं। इस साल जनवरी के बाद सबसे ज्यादा मामले चीन में इस बुधवार को देखे गए हैं। सरकार के मुताबिक, यह 71 नए घरेलू मामले हैं।
सबसे खतरनाक डेल्टा वेरिएंट के कहर को कम करने के लिए , चीनी सरकार 12 से 17 साल की उम्र वाले बच्चों का टीकाकरण करने की तैयारी में लगी है। 16 प्रांतों और नगर पालिकाओं में ताजा मामले फैल गए हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि चीन में कितने लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अब तक 1.6 बिलियन से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
यह खबर भी पढ़ें: मनुष्य की म्रत्यु के बाद फिर से होगा उसका पुनर्जन्म, जानिए नारद पुराण का अद्भुत रहस्य
चीन के शिक्षा मंत्रालय ने स्थानीय अधिकारियों से स्कूली छात्रों के टीकाकरण को लक्षित करने वाले कार्यक्रम को लागू करने को कहा है। कई प्रांत पहले से ही स्कूली छात्रों का टीकाकरण किया जा रहा है। सरकार पर साल के अंत तक पूरी आबादी के 80 से 85 प्रतिशत को टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने का दबाव है।
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बिहार समेत देशभर में 16 जनवरी से कोरोना का वैक्सीनेशन अभियान शुरू होगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया। कहा-पहले चरण में 1 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त वैक्सीन लगेगी। फिर 50 से अधिक उम्र के 26 करोड़ और 50 साल से कम उम्र के एक करोड़ ऐसे लोग जिन्हें गंभीर बीमारी है, उन्हें टीका लगेगा।
पटना समेत राज्य के 300 केंद्रों पर टीका लगेगा। अबतक 4.62 लाख हेल्थ वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। अगले 1-2 दिन में वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बॉयोटेक व सीरम इंस्टीट्यूट से करार हो जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 12 तक राज्यों के कोल्ड चेन सेंटर तक वैक्सीन पहुंचा दी जाएगी।
पटना में पारस, रूबन और बिग अपोलो के साथ सभी सरकारी अस्पतालों में लगेंगे टीके
बिहार में पहले चरण के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। अबतक राज्य के 4.62 लाख स्वास्थ्यकर्मियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सभी जिलों को सिरिंज की आपूर्ति की जा चुकी है। वैक्सीन को इंसुलेटेड वैन के जरिए राज्य के 10 क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर तक पहुंचाया जाएगा। सभी जिलों में कोल्ड चेन प्वाइंट को मजबूत बनाया गया है।
टीकाकरण के दौरान कोई समस्या न हाे, इसके लिए सभी डीएम काे टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण करने को कहा गया है। पटना में आईजीआईएमएस को नोडल सेंटर बनाया गया है। पटना में पहले चरण के टीकाकरण के लिए 15 सेंटर बनाए गए हैं। अभी छह सेंटरों की घोषणा की गई है। इनमें 3 निजी अस्पताल हैं। आगे जिन केंद्रों की घोषणा की जाएगी उनमें सारे सरकारी होंगे। चुने गए केंद्रों में पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस, पारस, रुबन, बिग अपाेलाे हैं।
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Teak will be installed at 300 centers in the state, including 15 in Patna, registration of 4.62 lakh health workers
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भारत के त्यौहारों त्यौहार और पर्व की सूची
यह हिंदी और अंग्रेजी भाषा में दिए गए सभी भारतीय त्योहारों की संपूर्ण सूची है। ये सभी के लिए केवल प्रमुख और महत्वपूर्ण हैं। जानिए ऐसे कौन कौन से त्यौहार है जिन्हें हमारे देश और पुरे दुनिया में धूम धाम से मनाया जाता है। यह पोस्ट हिंदी में "Indian Festival Names In Hindi" और उनकी सामान्य जानकारी है। भारत त्यौहारों का देश है।
Hindu Festivals List in Hindi भारत में कई त्योहार और त्यौहार बहुत उत्साह और उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। हिंदू धर्म, इस्लाम, धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म के कई त्योहा�� हर साल आते हैं।
Indian Festival Names In Hindi (प्रमुख त्योहार के नाम)
भारत त्योहारों का देश है, जहाँ सभी धर्म के लोग इसे मनाते हैं। जनवरी और दिसंबर माह से शुरू होने वाले हिंदी और अंग्रेजी में सभी महत्वपूर्ण त्योहारों की सूची का पता लगाएं। धार्मिक त्योहार के नाम हिंदी में (Indian Festival Names In Hindi) 1. मकर संक्रांति (Makarsankranti) मकर संक्रांति, या माघी, हिंदू कैलेंडर में एक त्योहार का दिन है, जो देवता सूर्य को समर्पित है। यह प्रत्येक वर्ष जनवरी में मनाया जाता है। यह सूर्य के मकर राशि में पारगमन के पहले दिन, सर्दियों के संक्रांति के साथ महीने के अंत और अधिक दिनों की शुरुआत का प्रतीक है। 2. पोंगल (Pongal) थाई पोंगल सूर्य देव को समर्पित एक फसल उत्सव है। यह चार दिवसीय त्योहार है जो आम तौर पर तमिल कैलेंडर के अनुसार 14 जनवरी से 17 जनवरी तक मनाया जाता है। थाई पोंगल मकर संक्रांति से मेल खाता है, जिसे पूरे भारत में मनाया जाता है। 3. वसंत पंचमी (Vasant Panchami) वसंत पंचमी को बसंत पंचमी भी कहा जाता है, यह एक ऐसा त्योहार है जो भारतीय उपमहाद्वीप में इस क्षेत्र के आधार पर विभिन्न तरीकों से लोगों द्वारा मनाए जाने वाले वसंत के आगमन की प��रारंभिक तैयारियों का प्रतीक है। 4. महा शिवरात्रि (Maha Shivaratri) महा शिवरात्रि भगवान शिव के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक हिंदू त्यौहार है, और विशेष रूप से, शिव के विवाह के समापन का दिन है। 5. पुथंडू (Puthandu) तमिल पुथंडु, जिसे तमिल नव वर्ष के रूप में भी जाना जाता है, तमिल कैलेंडर पर वर्ष का पहला दिन है। त्योहार की तारीख हिंदू कैलेंडर के सौर चक्र के साथ निर्धारित की जाती है, तमिल महीने के पहले दिन के रूप में चिथिरई। इसलिए यह ग्रेगोरियन कैलेंडर पर हर साल 14 अप्रैल को पड़ता है। 6. गुडी पड़वा (Gudi Padwa) गुड़ी पड़वा और कोंकणी: संवत्सर पाडवो, संवर पाडवो एक वसंत-समय त्योहार है जो मराठी और कोंकणी हिंदुओं के लिए पारंपरिक नए साल को चिह्नित करता है। यह चैत्र महीने के पहले दिन महाराष्ट्र और गोवा में मनाया जाता है और हिंदू हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। 7. होली (Holi) होली; एक लोकप्रिय प्राचीन हिंदू त्योहार है, जो भारतीय उपमहाद्वीप से आता है। यह मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है, लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप से प्रवासी भारतीयों के माध्यम से एशिया और पश्चिमी दुनिया के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है। 8. रामनवमी (Ramanavami) राम नवमी एक वसंत हिंदू त्योहार है कि भगवान राम का जन्मदिन मनाता है। वह हिंदू धर्म की वैष्णववाद परंपरा के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, विष्णु के सातवें अवतार के रूप में। यह त्योहार अयोध्या में राजा दशरथ और रानी कौशल्या के जन्म के माध्यम से, भगवान विष्णु के वंश को राम अवतार के रूप में मनाता है। 9. वैसाखी (Vaisakhi) वैसाखी, जिसे बैसाखी, वैशाखी या वैसाखी के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू धर्म और सिख धर्म में एक ऐतिहासिक और धार्मिक त्योहार है। यह आमतौर पर हर साल 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है, जो 1699 में गुरु गोविंद सिंह के अधीन योद्धाओं के खालसा पंथ के गठन की याद दिलाता है। 10. हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) हनुमान जयंती एक हिंदू धार्मिक त्यौहार है जो भगवान श्री हनुमान के जन्म का जश्न मनाता है, जो पूरे भारत और नेपाल में बहुत मन्नत करता है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है। सभी भारतीय त्योहारों की सूची List of all Indian Festivals in Hindi 11. अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) अक्षय तृतीया, जिसे अक्ती या अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है, जैन और हिंदुओं का एक वार्षिक वसंत त्योहार है। यह वैशाख महीने के ब्राइट हाफ की तीसरी तीथी पर पड़ता है। यह भारत और नेपाल में हिंदुओं और जैनों द्वारा क्षेत्रीय रूप से एक शुभ समय के रूप में मनाया जाता है, जो "संयुक्त समृद्धि के तीसरे दिन" को दर्शाता है। 12. सावित्री पूजा (Savitri Pooja) वट सावित्री पूजा भारत में व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह पूजा सावित्री के दृढ़ संकल्प और अपने पति को वापस लाने के लिए भक्ति के सम्मान के लिए की जाती है। पूरे भारत में विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करने के लिए इस पूजा में भाग लेती हैं। 13. रथ यात्रा (Rath Yatra) पुरी में रथयात्रा महोत्सव के दौरान, एक जुलूस में जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियों को मंदिर से बाहर ले जाया जाता है। यहां आपको जानना आवश्यक है। 14. गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) गुरु पूर्णिमा हिंदू संस्कृति में आध्यात्मिक और अकादमिक शिक्षकों को समर्पित एक आध्यात्मिक परंपरा है, जो कर्म योग पर आधारित बहुत कम या कोई मौद्रिक अपेक्षा के साथ, अपनी बुद्धि साझा करने के लिए तैयार, विकसित या प्रबुद्ध मनुष्य हैं। 15. नाग-पंचमी (Nag Panchami) नागा पंचमी पूरे भारत, नेपाल और अन्य देशों में जहां हिंदू अनुयायी रहते हैं, हिंदुओं द्वारा नाग या नागों की पारंपरिक पूजा का दिन है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण मास के चमकदार आधे महीने के पांचवें दिन पूजा की जाती है। 16. रक्षा-बंधन (Raksha-Bandhan) रक्षाबंधन, भी रक्षाबंधन, एक लोकप्रिय, पारंपरिक रूप से हिंदू, वार्षिक संस्कार, या समारोह है, जो उसी नाम के एक त्योहार का केंद्र है, जिसे भारत में, दक्षिण एशिया के कुछ अन्य हिस्सों में और दुनिया भर के लोगों द्वारा हिंदू के रूप में मनाया जाता है। 17. कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे बस जन्माष्टमी या गोकुलाष्टमी के रूप में भी जाना जाता है, एक वार्षिक हिंदू त्योहार है जो विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण का जन्मदिन मनाता है। 18. गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी या विनायक चविथी के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो गणेश के जन्म का उत्सव है। यह ग्रेगोरियन कैलेंडर के अगस्त या सितंबर के महीनों में पड़ता है। यह त्यौहार निजी तौर पर घरों में, या सार्वजनिक रूप से विस्तृत पंडालों में गणेश मिट्टी की मूर्तियों की स्थापना के साथ चिह्नित किया जाता है। 19. अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) अनंत चतुर्दशी जैन और हिंदुओं द्वारा मनाया और मनाया जाने वाला त्योहार है। चतुर्दशी चंद्र पखवाड़े का 14 वां दिन है। सामान्य रूप से, अनंत चतुर्दशी गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद आती है। 20. तीज (Teej) तीज कई हिंदू त्योहारों का एक सामान्य नाम है जो मुख्य रूप से नेपाल और उत्तर भारत में महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। हरियाली तीज और हरतालिका तीज मानसून के मौसम का स्वागत करते हैं और मुख्य रूप से लड़कियों और महिलाओं द्वारा गीत, नृत्य और प्रार्थना अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के मुख्य त्योहार के नाम (Hindu Festivals Name) 21. विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja) विश्वकर्मा जयंती, एक हिंदू देवता, दिव्य वास्त��कार, विश्वकर्मा के लिए उत्सव का दिन है। उन्हें स्वायंभु और दुनिया का निर्माता माना जाता है। उन्होंने द्वारका के पवित्र शहर का निर्माण किया जहां कृष्ण ने शासन किया, पांडवों की माया सभा, और देवताओं के लिए कई शानदार हथियारों के निर्माता थे। 22. ओणम (Onam) ओणम भारत के केरल राज्य में एक वार्षिक हार्वेस्ट त्योहार है। यह चिंगम के मलयालम कैलेंडर माह में 22 वें नक्षत्र थिरुवोनम पर पड़ता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में अगस्त-सितंबर के साथ ओवरलैप होता है। 23. नवरात्रि (Navaratri) नवरात्रि एक हिंदू त्योहार है जो नौ रातों तक फैलता है और हर साल शरद ऋतु में मनाया जाता है। यह विभिन्न कारणों से मनाया जाता है और भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। सैद्धांतिक रूप से, चार मौसमी नवरात्रि हैं। 24. दशहरा (Dusshera) विजयदशमी को दशहरा, Dasahara, Dusshera, Dasara, Dussehra or या दशैन के नाम से भी जाना जाता है, जो हर साल नवरात्रि के अंत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। 25. लक्ष्मी पूजा (Lakshmi Puja) लक्ष्मी पूजा उत्सव, विवरणलक्ष्मी पूजा, एक हिंदू धार्मिक त्योहार है जो तिहाड़ के तीसरे दिन आश्विन के विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर माह में कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है और इसे दीपावली के मुख्य त्योहार के रूप में माना जाता है। 26. धनतेरस (Dhanteras) धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी या धन्वंतरी त्रयोदशी के रूप में भी जाना जाता है, पहला दिन है जो भारत में दिवाली का त्योहार और नेपाल में तिहार का त्योहार है। कार्तिक के विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर माह में कृष्ण पक्ष के तेरहवें चंद्र दिवस पर धनतेरस मनाया जाता है। 27. दीवाली (Diwali) दिवाली, दीपावली या दीपवली रोशनी का त्योहार है, जिसे उत्तरी गोलार्ध में हर शरद ऋतु में हिंदू, जैन, सिख और कुछ बौद्ध लोग मनाते हैं। 28. कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Poornima) कृतिका पूर्णिमा एक हिंदू, सिख और जैन सांस्कृतिक त्योहार है, जो कार्तिक के पूर्णिमा के दिन या पंद्रहवें चंद्र दिवस पर मनाया जाता है। इसे त्रिपुरी पूर्णिमा और त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसे कभी-कभी देव-दीपावली या देव-दीपावली कहा जाता है, जो देवताओं की रोशनी का त्योहार है। 29. कार्व चौथ (Karva Chauth) करवा चौथ, कार्तिक माह में पूर्णिमा के चार दिन बाद हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक दिन का त्योहार है। तिथियां ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार भिन्न होती हैं जो सारणीबद्ध होती हैं और नक्षत्रों पर आधारित नहीं होती हैं। 30. छठ (Chhath) छठ एक प्राचीन हिंदू वैदिक त्योहार है जो ऐतिहासिक रूप से भारतीय उपमहाद्वीप के मूल निवासी है, विशेष रूप से, भारतीय राज्यों बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ नेपाल के मधेश क्षेत्र में भी है। प्रमुख त्योहार के नाम (Festival Name In Hindi) 31. भाई दूज (Bhai Dooj) भाई-दूज / भाऊ-बीज / भाई टीका / भाई फोंटा भारतीय उपमहाद्वीप के हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार है, विशेषकर भारत और नेपाल, विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर या कार्तिकेय शाका कैलेंडर महीने के कार्तिक माह के शुक्ल प���्ष के दूसरे चंद्र दिवस पर। । 32. महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) महावीर जन्म कल्याणक, जैनियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों में से एक है। यह वर्तमान अवसारपीरी के चौबीसवें और अंतिम तीर्थंकर महावीर के जन्म का जश्न मनाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, छुट्टी मार्च या अप्रैल में होती है। 33. पर्युषण (Paryushana) जैनियों के लिए पीरुशाना सबसे महत्वपूर्ण वार्षिक पवित्र कार्यक्रम है और आमतौर पर हिंदी कैलेंडर भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में अगस्त या सितंबर में मनाया जाता है। जैन उपवास और प्रार्थना / ध्यान में मदद करने के लिए अक्सर आध्यात्मिक तीव्रता के अपने स्तर को बढ़ाते हैं। इस दौरान पांच मुख्य व्रतों पर जोर दिया जाता है। 34. ईद मिलादुन्नबी (Prophet's Birthday) मावलिद या मावलिद अल-नबी अल-शरीफ इस्लामी पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन का पालन है जो कि इस्लामिक कैलेंडर में तीसरे महीने रबी अल-अव्वल में मनाया जाता है। 35. हजरत अली का जन्मदिन (Hazarat Ali’s Birthday) अली इब्न अबी तालिब इस्लाम के अंतिम पैगंबर मुहम्मद के चचेरे भाई और दामाद थे। उन्होंने 656 से 661 तक चौथे खलीफा के रूप में शासन किया, लेकिन शिया मुसलमानों द्वारा इमाम के रूप में मुहम्मद के लिए तत्काल तत्काल उत्तराधिकारी माना जाता है। 36. शबे बरात (Mid-Sha'ban) बारा रात या मध्य-शाबान 14 और 15 शाबान के बीच मुस्लिम समुदायों द्वारा मनाई जाने वाली छुट्टी है। यह एक रात के रूप में माना जाता है जब आने वाले वर्ष के लिए व्यक्तियों की किस्मत का फैसला किया जाता है और जब अल्लाह पापियों को माफ कर सकता है। 37. जमात उल विदा (Jamat-ul-vida) "जुमू 'अतुल विदा का अंग्रेजी में" शुक्रवार का दिन "होता है। जमात-उल-विदा को जुम्मे-अल-विदा के रूप में भी जाना जाता है जो पवित्र कुरान की शुभकामनाओं को इंगित करता है। 38. ईद-उल-फित्र (Eid-ul-fitr) ईद अल-फ़ित्र को "फेस्टिवल ऑफ़ ब्रेकिंग द फास्ट" भी कहा जाता है, दुनिया भर में मुसलमानों द्वारा मनाया जाने वाला एक धार्मिक अवकाश है जो उपवास के इस्लामी पवित्र महीने रमजान के अंत का प्रतीक है। यह धार्मिक ईद शव्वाल के महीने में पहला और एकमात्र दिन है जिसके दौरान मुसलमानों को उपवास करने की अनुमति नहीं है। 39. ईद-उल-ज़ुहा (Id-ul-zuha0) ईद अल-अधा या ईद क़ुर्बान भी कहा जाता है "त्याग का उत्सव", दो इस्लामी हर साल दुनिया भर में मनाया छुट्टियों के पीछे नहीं है, और दो की पवित्र माना जाता है। यह इब्राहिम की इच्छा का सम्मान करता है कि वह अपने बेटे को परमेश्वर की आज्ञा का पालन करने के लिए बलिदान करे। 40. मुहर्रम (Muharram) मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का प��ला महीना है। विशेषण मुहर्रम का सामान्य अर्थ है "प्रतिबंधित, वर्जित, निषिद्ध, अवैध, अवैध, अभेद्य, निषिद्ध, गैरकानूनी, अनुचित, अनधिकृत या वर्जित"। यह वर्ष के चार पवित्र महीनों में से एक है, जिसके दौरान युद्ध करना मना है। धार्मिक त्योहारों के नाम (Indian Festival Names In Hindi) 41. गुरु गोविंद सिंह जयंती (Guru Gobind Singh Jayanti) गुरु गोविंद सिंह जयंती (गोविंद सिंह भी कहलाता है) एक सिख त्योहार है जो सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 42. लोहड़ी (Lohri) लोहड़ी एक पंजाबी लोक त्योहार है, जिसे भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में पंजाब क्षेत्र के सिखों और हिंदुओं द्वारा मुख्य रूप से मनाया जाता है, जिसे हर साल 13 जनवरी को मनाया जाता है। लोहड़ी त्योहार के बारे में महत्व और किंवदंतियां कई हैं और ये त्योहार पंजाब क्षेत्र से जुड़ते हैं। 43. होला मोहल्ला (Hola Mohalla) होला मोहल्ला, जिसे होला भी कहा जाता है, एक दिन का सिख त्योहार है जो अक्सर मार्च में पड़ता है और चंद्र महीने के दूसरे दिन, हिंदू वसंत त्योहार होली के एक दिन बाद होता है, लेकिन कभी-कभी होली के साथ मेल खाता है। होला मोहल्ला दुनिया भर के सिखों के लिए एक बड़ा उत्सव है। 44. गुरू रामदास जन्मदिन (Guru Ramdas) गुरु राम दास सिख धर्म के दस गुरुओं में से चौथे थे। उनका जन्म 24 सितंबर 1534 को लाहौर स्थित एक गरीब हिंदू परिवार में हुआ था, जो अब पाकिस्तान है। उनका जन्म का नाम जेठा था, वह 7 साल की उम्र में अनाथ हो गए थे और उसके बाद एक गाँव में अपनी नानी के साथ बड़े हुए। 45. गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) गुरु नानक जयंती को विशेष रूप से भारत में सिख धर्म और लोकप्रिय त्योहारों द्वारा मनाया जाता है। यह गुरु नानक साहिब के जन्म को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। 46. गुरपूरब (Guru Purab) गुरु नानक गुरुपुरब, जिसे गुरु नानक के प्रकाश उत्सव और गुरु नानक जयंती के रूप में भी जाना जाता है, गुरु गुरु नानक में पहले सिख गुरु और सिंधी समुदाय के जन्म का जश्न मनाता है। यह सिख धर्म या सिख और सिंधियों में सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। 47. महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) जैनियों के लिए महावीर जन्म कल्याणक सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों में से एक है। यह वर्तमान अवसारपीरी के चौबीसवें और अंतिम तीर्थंकर महावीर के जन्म का जश्न मनाता है। प्रति ग्रेगोरियन कैलेंडर के रूप में, छुट्टी या तो मार्च या अप्रैल में होता है। 48. गुड फ़्राइडे (Good Friday) गुड फ्राइडे एक ईसाई छुट्टी है जो यीशु के क्रूस पर चढ़ने और कलवारी में उनकी मृत्यु की याद में मनाया जाता है। यह ईस्टर रविवार से पहले शुक्रवार को पसचल ट्रिडुम के हिस्से के रूप में पवित्र सप्ताह के दौरान मनाया जाता है और फसह के यहूदी पालन के साथ मेल खा सकता है। 49. ईस्टर (Easter) ईस्टर, जिसे पास्का या पुनरुत्थान रविवार भी कहा जाता है, एक त्योह���र और छुट्टी है जो मृतकों में से जीसस के पुनरुत्थान की याद दिलाता है, न्यू टेस्टामेंट में वर्णित है, जो कल्वरी सी 30 ईस्वी में रोमनों द्वारा उनके क्रूस पर चढ़ने के बाद तीसरे दिन हुआ था। 50. क्रिसमस (Christmas) क्रिसमस एक वार्षिक त्यौहार है जो यीशु मसीह के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है, मुख्य रूप से 25 दिसंबर को दुनिया भर के लाखों लोगों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। निष्कर्ष: जी हाँ दोस्तों आपको आज की पोस्ट कैसी लगी, आज हमने आपको बताया कि सभी भारतीय त्योहारों की सूची और त्यौहारों के नाम बहुत ही आसान शब्दों में हमने भी आज की पोस्ट में सीखा। Avocado Meaning in Hindi - ऐवकॉडो का हिंदी में मतलब Lettuce Meaning in Hindi (लेटइस का मतलब और फायदे) नीलगिरी तेल का उपयोग और फायदे - Benefits of Eucalyptus Oil List of all Indian Festivals in Hindi आज मैंने इस पोस्ट में सीखा। आपको इस पोस्ट की जानकारी अपने दोस्तों को भी देनी चाहिए। तथा Social Media पर भी यह पोस्ट ज़रुर Share करे। इसके अलावा, कई लोग इस जानकारी तक पहुंच सकते हैं। हमारी पोस्ट All Festival Names in Hindi, आपको कोई समस्या है या आपका कोई सवाल है, तो हमें Comment Box में Comment करके इस पोस्ट के बारे में बताएं। हमारी टीम आपकी मदद जरूर करेगी। यदि आप हमारी वेबसाइट के नवीनतम अपडेट प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको हमारी Sahu4You की Website को Subscribe करना होगा। नई तकनीक के बारे में जानकारी के लिए हमारे दोस्तों, फिर मिलेंगे आपसे ऐसे ही New Technology की जानकारी लेकर, हमारी इस पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद, और अलविदा दोस्तों आपका दिन शुभ हो। Read the full article
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विश्व निमोनिया दिवस : हर साल लाखों लोगों को अपनी चपेट में लेता है निमोनिया, बच्चे-बुजुर्ग ज्यादा होते हैं शिकार
चैतन्य भारत न्यूज निमोनिया हो जाना आजकल आम बात है, पर यह बीमारी उतनी साधारण है नहीं, जितनी आसानी से लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। खासकर बच्चों और बूढों के लिए तो यह और भी खतरनाक साबित होती है। निमोनिया सांस से जुड़ा एक ऐसा भयंकर रोग है जिसका सही से इलाज न होने पर इंसान की मौत भी हो सकती है। हर साल 12 नवंबर को 'विश्व निमोनिया दिवस' मनाया जाता है। आज के दिन देशभर में लोगों को निमोनिया के प्रति जागरूक किया जाता है। इस दिन अस्पताल व जिला अस्पताल में बच्चों के माता-पिता को निमोनिया से बचाव के तरीके बताए जाते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं निमोनिया से जुड़ी कुछ खास बातें। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 5 साल से कम उम्र के करीब 15 प्रतिशत बच्चों की मौत इसी बीमारी के कारण होती है। साल 2017 में भी ये भयानक रोग 8,08,694 बच्चों की मौत का कारण बना था, क्योंकि पूरी दुनिया में सिर्फ एक-तिहाई बच्चों को ही निमोनिया की एंटी-बायोटिक दवाएं मिल पाती हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, बुखार या जुकाम होने के बाद निमोनिया होता है और यह 10-12 दिन में ठीक हो जाता है। वायरस, बैक्टीरिया व फंगस के अलावा दूसरे संक्रमित लोगों के संपर्क में आने के कारण निमोनिया होता है। न��मोनिया में बुखार के साथ बलगम वाली खांसी, सीने में हल्का दर्द, हार्ट बीट्स का तेज होना, उलटी, दस्त, भूख न लगना, बहुत ज्यादा कमजोरी लगना और बेहोशी जैसा महसूस होने लगता है। निमोनिया होने पर रोगियों को एंटी-बायोटिक दवाएं दी जाती है। इसकी दवा का नियमित रूप से सेवन करना जरूरी है। डॉक्टर की सलाह न मानने पर इस बीमारी का विक्राल रूप इ���सान की जिंदगी के लिए खतरनाक होता है। नवजात व छोटे बच्चों की इम्युनिटी कम होती है इसलिए वे जल्द ही निमोनिया के शिकार हो जाते हैं। 2 साल से छोटे बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगवाएं और जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उन्हें भी टीका लगवाना चाहिए। निमोनिया एक फैलने वाला संक्रमण है, इसलिए खांसते या छींकते वक्त मुंह पर नैपकिन या रुमाल जरूर रखें। इसमें सिगरेट, शराब या स्टेरॉयड लेने से भी परहेज करना चाहिए। लहसुन, मेथी के बीज, लाल मिर्च, तिल के बीज और सब्जियों के जूस को निमोनिया में काफी फायदेमंद माना जाता है। इसलिए इनका सेवन जरुर करें। विशेष ध्यानार्थः यह आलेख केवल पाठकों की अति सामान्य जागरुकता के लिए है। चैतन्य भारत न्यूज का सुझाव है कि इस आलेख को केवल जानकारी के दृष्टिकोण से लें। इनके आधार पर किसी बीमारी के बारे में धारणा न बनाएं या उसके इलाज का प्रयास न करें। यह भी याद रखें कि स्वास्थ्य से संबंधित उचित सलाह, सुझाव और इलाज प्रशिक्षित डॉक्टर ही कर सकते हैं। ये भी पढ़े... बारिश में भीगने से नहीं बल्कि वायरस के हमले से बिगड़ती है सेहत सैनिटाइजर के भरोसे रहकर आप कर रहे हैं अपनी सेहत के साथ खिलवाड़! हर उम्र में है अल्जाइमर का खतरा! जानिए इस बीमारी के लक्षण और इससे बचने के उपाय Read the full article
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खसरा रोग के कारण, लक्षण और इलाज – Measles Symptoms and Treatment in Hindi
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खसरा रोग के कारण, लक्षण और इलाज – Measles Symptoms and Treatment in Hindi
Arpita Biswas Hyderabd040-395603080 October 9, 2019
बदलते मौसम के साथ सर्दी-जुकाम या अन्य कई तरह के वायरल इन्फेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है। इन्हीं में से एक खसरा रोग भी है, जो एक तरह का वायरल इंफेक्शन होता है। यह काफी संक्रामक होता है और कुछ मामलों में जानलेवा तक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते इसके लक्षणों को जानकर इसका तुरंत इलाज शुरू किया जाए। स्टाइलक्रेज के इस लेख के माध्यम से हम न सिर्फ आपको खसरा रोग क्या है इसकी जानकारी देंगे, बल्कि खसरा के लक्षण और उपचार के बारे में भी बताएंगे, ताकि आपको वक्त रहते इसका इलाज करने में आसानी हो।
खसरा के लक्षण और उपचार के बारे में बात करने से पहले हम खसरा रोग क्या है यह जान लेते हैं। इलाज से पहले रोग के बारे में सही तरीके से जानना जरूरी है। इसलिए, लेख की शुरुआत खसरा रोग क्या है, इससे कर रहे हैं।
विषय सूची
खसरा रोग क्या है? – What is Measles in Hindi
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खसरा रोग संक्रामक वायरस के कारण होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है। इसमें ��ूरे शरीर पर लाल चकत्ते उभर आते हैं। ये लाल दाने अक्सर पहले सिर पर होते हैं और फिर धीरे-धीरे पूरे शरीर पर फैल जाते हैं। खसरा रोग को रूबेला (rubeola) भी कहा जाता है (1)।
लेख के इस भाग में हम खसरा रोग का कारण क्या है, इस बारे में बता रहे हैं।
खसरा के कारण – Causes of Measles in Hindi
खसरा रोग के कारण कुछ इस प्रकार हैं (2):
खसरा जिसे मीसल्स (Measles) भी कहते हैं, मीसल्स वायरस के कारण होता है।
अगर कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है, तो उसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति को भी खसरा रोग हो सकता है।
खसरा संक्रमित व्यक्ति अगर खांसता, छींकता या किसी को छूता है, तो उसके आसपास रहने वाले व्यक्ति को भी खसरा रोग हो सकता है।
ऊपर आपने खसरा रोग का कारण जानें, अब बारी आती है खसरा के लक्षण जानने की।
खसरा के लक्षण – Measles Symptoms in Hindi
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खसरा के लक्षण जान लेना जरूरी है। आमतौर पर मीसल्स वायरस की चपेट में आने के बाद तीन-पांच दिन में खसरा के लक्षण दिखने लगते हैं। इसके प्रमुख लक्षणों के बारे में हम नीचे बता रहे हैं (1) (2)।
मांसपेशियों में दर्द
सर्दी-जुकाम
बुखार
मुंह के अंदर छोटे सफेद धब्बे
आंखे लाल होना या आंख आना (conjunctivitis)
गले में दर्द
लेख के आगे के भाग में जानिए खसरा रोग के जोखिम कारक क्या-क्या हो सकते हैं।
खसरा रोग के जोखिम कारक – Risk Factors of Measles in Hindi
यहां हम कुछ ऐसी परिस्थितियों व व्यक्तियों का जिक्र कर रहे हैं, जिन्हें खसरा होने की आशंका सबसे ज्यादा होती है (3) (4) (5)।
पांच साल की उम्र से छोटे बच्चे
20 साल तक के युवा
गर्भवती
ऐसे व्यक्ति जिनकी किसी भयानक बीमारी के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हुई हो।
जिन्हें खसरा रोग के टीके न लगे हों।
जो ज्यादातर अन्य शहरों में घूमते रहते हैं।
जो उस व्यक्ति के संपर्क में आया हो, जिसे खसरा रोग हुआ हो।
लेख के इस अहम हिस्से में हम घरेलू तरीके से खसरा के उपचार ��ता रहे हैं।
खसरा के लिए कुछ घरेलू उपाय – Home Remedies for Measles in Hindi
खसरा रोग काफी कष्टदायक होता है, खासकर के बच्चों के लिए। ऐसे में जरूरी है कि इसके प्रभाव को कम या थोड़ा-बहुत राहत दिलाने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय करें। यहां घर में ही किए जाने वाले खसरा के उपचार के बारे में विस्तार से जानें।
1. खसरा रोग के लिए नीम के पत्ते
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खसरा रोग में शरीर में खुजली होना सामान्य है। खुजली ��े न सिर्फ रोगी की त्वचा को नुकसान होता है, बल्कि इससे वो चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। इस खुजली को कम करने के लिए नीम के पत्ते लाभकारी साबित हो सकते हैं। आप रोगी की खुजली को कम करने के लिए गुनगुने पानी में नीम के पत्तों को डालकर उस पानी से रोगी को नहला सकते हैं। नीम में एंटीबैक्टीरियल व एंटीफंगल गुण होते हैं, जो खसरा रोग से होने वाली खुजली से राहत दिला सकते हैं (6)।
2. खसरा रोग के लिए नींबू पानी
अगर रोगी को प्यास लगे, तो उसे नींबू पानी दिया जा सकता है। इसके अलावा, अगर सर्दी-जुकाम की समस्या हो, तो नींबू और शहद की चाय दे सकते हैं। ध्यान रहे कि आप 12 महीने से छोटे बच्चे को शहद न दें और 12 माह से ज्याद उम्र के बच्चे को यह मिश्रण देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें (7)। कई बच्चों को खसरा रोग के दौरान विटामिन-ए की आवश्यकता होती है। वहीं, नींबू में विटामिन-ए होता है, जो रोगी के लिए लाभकारी हो सकता है। साथ ही इसमें विटामिन-सी भी होता है, जो रोगी की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है (2) (8) (0)।
3. खसरा रोग के लिए नारियल पानी
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खसरा के रोगी को पीने के लिए नारियल पानी दिया जा सकता है। इसके सेवन से रोगी का शरीर हाइड्रेट भी रहेगा। इसके अलावा, रूई की मदद से नारियल पानी को शरीर पर लगा भी सकते हैं। यह शरीर को ठंडक का एहसास दिलाएगा और खुजली या किसी भी प्रकार की जलन से राहत दिलाएगा (10)।
4. खसरा रोग के लिए हल्दी
हल्दी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि कई वर्षों से इसे औषधि के रूप में भी उपयोग किया जा रहा है। कहीं चोट लग जाए, किसी को सर्दी-जुकाम हो जाए या अन्य शारीरिक समस्या हो, हल्दी हर मामले में गुणकारी है। ठीक उसी तरह खसरा रोग में भी हल्दी का उपयोग लाभकारी हो सकता है। खसरा रोग में आप हल्दी-दूध का सेवन कर सकते हैं। साथ ही चंदन और हल्दी का लेप लगा सकते हैं। इसके अलावा, करेले के पत्ते के रस में थोड़ा शहद और हल्दी मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। अगर आपका यह मिश्रण पीने का मन न करे, तो गर्म पानी में हल्दी और नीम को उबालकर उस पानी से नहा भी सकते हैं। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो खसरा में होने वाली परेशानियों से राहत दिला सकते हैं (9) (10)।
5. खसरा रोग के लिए गुनगुना पानी
खसरा रोग में सर्दी-जुकाम भी हो जाता है। ऐसे में गुनगुने पानी का सेवन करने से खसरा के दौरान होने वाले सर्दी-जुकाम या गले में दर्द से राहत मिल सकती है (11)।
नोट : जरूरी नहीं है कि ऊपर बताए गए खसरा रोग के घरेलू इलाज से खसरा पूरी तरह से ठीक हो जाए। ये घरेलू उपचार खसरा रोग के दौरान होने वाली परेशानियों और उसके प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे आपको खसरा रोग के दौरान कुछ राहत मिल सकती है।
कुछ मामलों में खसरा रोग के दौरान कुछ जटिलताएं भी हो सकती हैं। लेख के इस भाग में हम आपको खसरा रोग के लिए डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए, इस बारे में जानकारी दे रहे हैं।
खसरा रोग के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?
अगर वक्त रहते खसरा रोग की जटिलताओं को समझकर डॉक्टर की सलाह न ली जाए, तो व्यक्ति की जान पर भी बात आ सकती है। इसलिए, नीचे बताए गए जोखिम कारकों पर ध्यान देकर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें (4) (12)।
सबसे पहले अगर आपको लगातार बुखार है और आपको शरीर पर कुछ दाने दिख रहे हैं, तो इस बात की पुष्टि के लिए कि वो खसरा है या नहीं डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर छोटे बच्चे को खसरा हुआ है, तो बिना देरी के डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्भवती को खसरा होने पर तुरंत इलाज की जरूर है।
अगर मरीज को सांस लेने में परेशानी हो रही हो।
अगर खसरा के दौरान रोगी को डायरिया हो गया हो।
अगर आप या आपका बच्चा या परिवार का कोई सदस्य खसरा रोगी के संपर्क में आया हो।
निमोनिया होने पर भी लापरवाही न बरतें।
इन्सेफेलाइटिस (encephalitis) यानी दिमागी बुखार। ऐसा खसरा से प्रभावित 1 हजार लोगों में से किसी 1 को हो सकता है।
अगर कैंसर व एचआईवी जैसी जानलेवा बीमारी से ग्रस्त मरीज को खसरा हुआ हो।
आगे जानिए कि खसरा रोग का निदान कैसे किया जा सकता है।
खसरा रोग का निदान – Diagnosis of Measles in Hindi
जरूरी नहीं कि हर बुखार और सर्दी-जुकाम खसरा के संकेत हों, इसलिए वक्त रहते इसका निदान आवश्यक है, ताकि खसरा का उपचार सही वक्त और सही तरीके से हो सके (4)।
ब्लड टेस्ट यानी खून की जांच करके
शारीरिक ��ांच करके
आगे जानिए खसरा का उपचार कैसे-कैसे कर सकते हैं।
खसरा का इलाज – Treatment of Measles in Hindi
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खसरे का कोई इलाज नहीं है। इसमें कोई एंटीबायोटिक्स तक काम नहीं करती है, क्योंकि खसरा वायरस से होता है। सिर्फ इस दौरान मरीज का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि उसकी हालत स्थिर रहे। यहां हम खसरा का उपचार के तहत कुछ काम की बातें बता रहे हैं, जिनका ध्यान रखना जरूरी है (2) (4)।
नीचे हम आपको खसरा के इलाज के बारे में जानकारी दे रहे हैं ।
बेड रेस्ट यानी ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
पैरासिटामोल, बुखार या शरीर में दर्द कम होने की दवा का सेवन करें।
रोगी को एकांत में या अलग कमरे में रखें, ताकि उससे किसी और को यह बीमारी न लगे।
कुछ मामलों में मरीज को हॉस्पिटल में भर्त�� करना पड़ सकता है।
कुछ बच्चों को विटामिन ए के सप्लीमेंट की जरूरत होती है।
कुछ मरीजों को एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं।
रोग के कमरे में ह्यूमिडिफायर का प्रयोग किया जा सकता है, ताकि वायु साफ रहे।
रोगी को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ दिया जाना चाहिए।
सिर्फ खसरे का उपचार ही नहीं, बल्कि इस दौरान खाने-पीने पर ध्यान रखना भी जरूरी है, ताकि मरीज जल्द ठीक हो सके। आगे लेख में हम खसरा रोग के दाैरान खाने-पीने में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बता रहे हैं।
खसरा रोग में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए
क्या खाएं :
ज्यादा से ज्यादा फलों और हरी सब्जियों का सेवन करें।
ज्यादा से ज्यादा पानी व तरल पदार्थों का सेवन करें जैसे – फलों का रस, तुलसी या नींबू की चाय।
सूप का सेवन करें।
माड़ यानी चावल को ज्यादा पानी के साथ पकाकर उस पानी का सेवन करें।
दलिया खाएं या चावल को अच्छे से पकाकर नर्म चावल का सेवन करें।
हल्का खाना खाएं।
एक बार में ज्यादा खाने की जगह हर कुछ देर में थोड़ा-थोड़ा खाएं।
क्या न खाएं :
बाहर का कुछ भी न खाएं।
फैटी खाद्य पदार्थों का सेवन न करें
कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
तला-भूना या मसाले वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
आइसक्रीम या चॉकलेट का सेवन न करें।
ज्यादा भारी आहार न खाएं।
नोट : इस बारे में आपको और ज्यादा जानकारी डॉक्टर से मिल जाएगी। वो आपके स्वास्थ्य के अनुसार डाइट चार्ट बनाकर दे सकते हैं।
लेख के आगे के भाग में जानिए खसरा रोग से बचाव कैसे करें।
खसरा से बचाव – Prevention Tips for Measles in Hindi
अगर आप खसरा रोग से बचाव चाहते हैं, तो नीचे बताए गई बातों पर ध्यान दें (2) (14) (15) :
बाहर से आने के बाद साबुन या हैंडवॉश से हाथ जरूर धोएं।
ध्यान रहे कि शिशु को खसरा का टीका जरूर लगवाएं। पहला टीका शिशु को 15 महीने तक का होने तक लगवा सकते हैं और दूसरा टीका 6 साल का होने तक।
यह टीका गर्भवती महिला और बड़े भी लगवा सकते हैं, लेकिन उसे कब लगवाना है, इस बारे में डॉक्टर बेहतर बता सकते हैं।
अगर किसी को खसरा हुआ हो, तो उससे दूरी बनाकर रखें। अगर आप उनके संपर्क आए भी जाएं, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।
ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े।
हमें उम्मीद हैं कि खसरा रोग के इस लेख से आपको मदद मिलेगी। अगर ऊपर बताया गया खसरा का उपचार करने के बाद भी खसरा रोग का प्रभाव क�� नहीं हो रहा है, तो बिना देर करते हुए डॉक्टर से संपर्क करें। खसरा रोग का कारण चाहे जो भी हो, लेकिन सही वक्त पर खसरा के लक्षण को पहचानकर उसका सही इलाज करना जरूरी है। अगर आपके पास भी खसरा रोग से संबंधित कोई जानकारी है, तो उसे हमारे साथ कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें। साथ ही इस लेख को अपने दोस्तों व परिजनों के साथ साझा कर उन्हें भी खसरा रोग के बारे में जागरूक कराएं। याद रखें कि आपका एक शेयर किसी की जान बचा सकता है।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/khasra-rog-ke-karan-lakshan-aur-ilaj-in-hindi/
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निमोनिया
निमोनिया एक संक्रमण है जो एक या दोनों फेफड़ों के वायु के थैलों [अल्वियोली (कूपिका)] को द्रव या मवाद से भरकर सुजा दे��ा है जिससे बलग़म या मवाद वाली खांसी, बुखार, ठण्ड लगना और साँस लेने में तकलीफ हो सकती है। निमोनिया साधारण से हानिकारक हो सकता है। यह शिशुओं, युवा बच्चों, 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए ज़्यादा हानिकारक होता है।
भारत में निमोनिया- 2016 में विश्व निमोनिया दिवस (नवम्बर 12) से पहले आयी एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में निमोनिआ से सबसे ज़्यादा भारत में शिशुओं और बच्चों की मौतें हुई हैं।
भारत में हर साल करीब 1 लाख 90 हज़ार बच्चों की मौत 5 साल से कम उम्र में निमोनिया के कारण होती हैं।
विश्वीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत इस वर्ष भारत में बच्चों की रक्षा के लिए एक नया टीका पेश किया गया है जिसे न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी; PCV) कहा जाता है। न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी; PCV) को हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में परिचित करवाया गया है।
अधिकांश प्रकार के निमोनिया संक्रामक होते हैं। दोनों वायरल और बैक्टीरियल निमोनिया (निमोनिया के प्रकारों के लिए नीचे देखें) छींकने या खांसने से अन्य लोगों में फ़ैल सकते हैं लेकिन कवक निमोनिया ऐसे नहीं फैलता।
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via http://www.myupchar.com/diseases/pneumonia
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सरकार, फाइजर टीके के जल्द से जल्द आयात को मिलकर काम कर रहे हैं : वी के पॉल Divya Sandesh
#Divyasandesh
सरकार, फाइजर टीके के जल्द से जल्द आयात को मिलकर काम कर रहे हैं : वी के पॉल
नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा है कि फाइजर की ओर से टीके की उपलब्धता का संकेत मिलने के साथ ही सरकार और कंपनी इसके जल्द से जल्द आयात को मिलकर काम कर रहे हैं। पॉल ने बृहस्पतिवार को ‘भारत की टीकाकरण प्रक्रिया पर मिथक और तथ्य’ पर एक बयान में कहा कि वैश्विक स्तर पर टीके की आपूर्ति सीमित है। कंपनियों की अपनी प्राथमिकताएं, योजनाएं और बाध्यताएं हैं। उसी के हिसाब से वे टीके का आवंटन करती हैं।’’ पॉल भारत में कोविड-19 कार्यबल के प्रमुख भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही फाइजर से टीके की उपलब्धता पर संकेत मिला, केंद्र सरकार और कंपनी ने इसके आयात के लिए मिलकर काम करना शुरू कर दिया।’’ कोविड-19 के लिए टीके के प्रशासन ��र राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) के प्रमुख पॉल ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों की वजह से स्पुतनिक के टीके के परीक्षण में तेजी आई और समय पर मंजूरी से रूस टीके की दो खेप और उसके साथ भारतीय कंपनियों को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण कर चुका है। भारतीय कंपनियां जल्द टीके का विनिर्माण शुरू करेंगी। नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि केंद्र 2020 के मध्य से ��गातार दुनिया की प्रमुख वैक्सीन कंपनियों मसलन फाइजर, जेएडजे तथा मॉडर्ना से बातचीत कर रहा है। टीके की आपूर्ति और भारत में उनके विनिर्माण को सरकार ने इन कंपनियों को पूरी सहायता की पेशकश की है। हालांकि, इसके साथ ही पॉल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि उनका टीका आसानी से आपूर्ति के लिए उपलब्ध है। ‘‘हमें यह समझने की जरूरत है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीका खरीदना किसी शेल्फ से सामान खरीदने जैसा नहीं है।’’ सूत्रों के मुताबिक फाइजर ने भारतीय अधिकारियों को बताया है कि उसका टीका भारत में मौजूद सार्स-सीओवी-2 वायरस की किस्म पर प्रभावी है। यह टीका 12 साल और उससे अधिक की उम्र के सभी लोगों को लगाया जा सकता है। इसे 2-8 डिग्री पर एक महीने के लिए स्टोर किया जा सकता है। फाइजर ने जुलाई से अक्टूबर के दौरान टीके की पांच करोड़ खुराक देने की पेशकश की है। हालांकि, उसने कुछ रियायतें मांगी है और उसकी भारत सरकार के अधिकारियों के साथ कई बार बातचीत हो चुकी है। एक बैठक इसी सप्ताह हुई है। पॉल ने विपक्ष के कुछ नेताओं के इन आरोपों का खंडन किया कि सरकार वैक्सीन का घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए समुचित प्रयास नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ एक भारतीय कंपनी भारत बायोटेक के पास आईपी है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि तीन अन्य कंपनियां/संयंत्र भी कोवैक्सिन का उत्पादन शुरू करें। साथ ही भारत बायोटेक के संयंत्रों की क्षमता भी बढ़ाई गई है। पॉल ने बताया कि भारत बायोटेक का कोवैक्सिन का उत्पादन अक्टूबर तक बढ़कर 10 करोड़ प्रति माह हो जाएगा, जो अभी एक करोड़ प्रति माह से कम है।
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अमेरिका में अब 12 साल तक के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी, जल्द मिलेगी मंजूरी Divya Sandesh
#Divyasandesh
अमेरिका में अब 12 साल तक के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी, जल्द मिलेगी मंजूरी
वॉशिंगटन कोरोना वायरस की मार से जूझ रहे अमेरिका में अब किशोरों को कोविड-19 का टीका लगाने की तैयारी तेज हो गई है। अमेरिका के खाद्य एवं दवा प्रशासन (एफडीए) की ओर से 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए फाइजर के कोविड-19 टीके को अगले सप्ताह मंजूरी दिये जाने की संभावना है। एक संघीय अधिकारी और इस प्रक्रिया से अवगत तथा अगले स्कूली वर्ष के शुरू होने से पहले कई खुराकों की व्यवस्था करने वाले व्यक्ति ने इस बारे में जानकारी दी है।
फाइजर कंपनी का टीका 16 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए पहले ही मंजूर किया जा चुका है। हालांकि कंपनी ने पाया कि उसका टीका छोटे बच्चों पर भी कारगर है, जिसके महज एक महीने बाद यह घोषणा हुई है। संघीय अधिकारी ने बताया कि एजेंसी के फाइजर की दो खुराक वाले टीके पर इस सप्ताह के शुरू में आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने की संभावना है।
टीकाकरण से संक्रमण एवं उससे होने वाले मौत के मामलों में कमी 12 से 15 साल के बच्चों को टीका देने के संबंध में संघीय टीका परामर्श समिति के साथ बैठक के बाद ही एफडीए कोई कार्रवाई करेगा। वहीं, अमेरिका में जोर पकड़ते टीकाकरण अभियान और कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी के मद्देनजर यूरोपीय संघ (ईयू) के अधिकारियों ने कोविड-19 महामारी के कारण पिछले 13 महीने से अधिक समय से अमेरिका में बाधित हवाई यात्रा में ढील देने का प्रस्ताव दिया है क्योंकि टीकाकरण से कई देश���ं में संक्रमण एवं उससे होने वाले मौत के मामलों में कमी देखी गयी है।
भारत में संक्रमण की स्थिति बिगड़ने के बीच कई देशों में हालात सुधरे हैं। अमेरिका में अक्टूबर के बाद से पहली बार रोजाना के मामले कम होकर औसतन 50,000 से नीचे पहुंच गये हैं। परिवहन सुरक्षा प्रशासन के अनुसार, अमेरिकी हवाईअड्डा जांच केंद्र में करीब 16.7 लाख लोगों की जांच हुई जो पिछले साल मध्य-मार्च से सर्वाधिक है। फ्लोरिडा के गवर्नर रोन डेसांतिस ने एक विधेयक पर हस्ताक्षर किया था जो महामारी के दौरान स्थानीय आपात उपायों को लागू करने का अधिकार देता है।
लास वेगास में कसीनो में आने वालों की क्षमता बढ़ाकर 80 प्रतिशत हालांकि यह कानून जुलाई तक प्रभावी नहीं होगा लेकिन रिपब्लिकन गवर्नर ने कहा वह स्थानीय स्तर पर अनिवार्य रूप से मास्क पहनने के नियम में ढील से संबंधी एक शासकीय आदेश जारी करेंगे। लास वेगास में भी कसीनो में आने वालों की क्षमता बढ़ाकर 80 प्रतिशत कर दी गयी और दो व्यक्ति के बीच दूरी को घटाकर तीन फुट कर दिया गया है। न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने घोषणा की न्यूयॉर्क सिटी में मेट्रो ट्रेन सेवाएं जल्द पूरी रात के लिए भी बहाल कर दी जाएंगी और मध्य मई में राज्य भर में अधिकतर कारोबारों पर प्रतिबंध घटा दिया जायेगा।
लॉस एंजिलिस में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई। ईयू के अधिकारियों ने सोमवार को 27 देशों के लिए यात्रा प्रतिबंध में ढील संबंधी प्रस्ताव की भी घोषणा की। इस पर अंतिम फैसला इसके सदस्य देश करेंगे। यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन देर लेयेन ने कहा, ‘सुरक्षित तरीके से ईयू पर्यटन उद्योग की समीक्षा करने और सीमा पार मित्रता को फिर से शुरू करने का समय है।’
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'ऑक्सिजन लेवल 90 के नीचे, नहीं उतर रहा बुखार...', मन में ऐसे हैं सवाल तो जानिए हर जवाब Divya Sandesh
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'ऑक्सिजन लेवल 90 के नीचे, नहीं उतर रहा बुखार...', मन में ऐसे हैं सवाल तो जानिए हर जवाब
लखनऊ बुखार ठीक होने के बाद भी कोई बुजुर्ग पैरासीटामॉल खाए चला जा रहा था तो कोई सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी के बाद भी जांच करवाने को तैयार नहीं। किसी को इस बात की चिंता थी कि संक्रमित होने के बाद टीका लगवा सकेंगे या नहीं? किसी ने जांच और इलाज में देरी को लेकर चिंता जताते हुए जल्द स्वस्थ होने के टिप्स पूछे।
होम आइसोलेशन और कोविड संक्रमण जैसे लक्षण वाले मरीजों के लिए सोमवार को एनबीटी अखबार और लखनऊ सपोर्ट ग्रुप की पहल पर शुरू हुए ‘हम साथ हैं’ अभियान में ऐसे तमाम सवाल आए। होम आइसोलेशन में रहते हुए तमाम मरीजों में लक्षणों को लेकर तमाम शंकाएं थीं जिन्हें अभियान से जुड़े विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दूर किया। पाठकों के कुछ सवाल और डॉक्टरों के जवाब हम यहां प्रकाशित कर रहे हैं। हो सकता है, आपका सवाल भी इनमें से कोई हो तो उसका समाधान यहीं देखें-
सवाल- कई बार लगता है कि सांस कम ले पा रहे हैं? जवाब- कई बार यह मन का भ्रम होता है। इसकी जांच के लिए घड़ी में देखकर अपनी सांसें गिनिए। एक मिनट में अगर 24 बार से कम सांस खींच और निकाल रहे हैं तो मान लीजिए कि आपकी सांसें सामान्य हैं, घबराने की जरूरत नहीं है।
सवाल- ऑक्सिजन लेवल 90 के करीब आ जाता है क्या करें? जवाब- ऐसा होने पर पेट के बल लेट जाएं। इस स्थिति में पेट नहीं दबना चाहिए। कमर, घुटने के नीचे और छाती पर तकिया रखकर सोएं। ऐसा करने से ऑक्सिजन का स्तर पांच अंक तक बढ़ जाता है।
सवाल- दिन में कई बार ऑक्सिमीटर पर ऑक्सिजन का स्तर घटता बढ़ता रहता है? जवाब- ऑक्सिमीटर या जांच के दूसरे उपकरणों का बार-बार इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जब ��िक्कत महसूस हो तब नापना चाहिए। बार-बार नापने पर घबराहट बढ़ती है।
सवाल- मेरे पिता की उम्र 80 साल है। उन्हें बुखार उतर गया है, लेकिन वो अब भी पैरासिटामॉल खा रहे हैं? जवाब- महज दोबारा बुखार चढ़ने के डर से बुखार की दवा देना ठीक नहीं है। महज सोशल मीडिया के सुझावों पर इलाज करना और एलोपैथी दवाएं देना नुकसानदायक भी हो सकता है। दवा मरीज की उम्र, वजन और सक्रियता के मुताबिक तय होती है। बुखार नहीं है तो दवा मत दीजिए।
सवाल- मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, कोई लक्षण नहीं हैं, क्या मुझे भर्ती हो जाना चाहिए? जवाब-अगर कोई लक्षण नहीं है तो घर से बेहतर अस्पताल कोई नहीं है। घर के हवादार कमरे में अपने आप को आइसोलेट कर लीजिए और डॉक्टरों की बताई दवाओं के साथ हेल्दी डाइट लीजिए, ताकि ठीक होने के बाद कमजोरी न हो।
सवाल- कोविड से ठीक हो चुका हूं, लेकिन कमजोरी बहुत है? जवाब-कोविड के बाद मरीजों में कमजोरी सामान्य है। यह स्थिति दो से तीन सप्ताह तक रहेगी। मल्टीविटमिन लें, पर्याप्त पानी पिएं और प्रोटीन युक्त हेल्दी डाइट लें, जल्द रिकवरी होगी।
सवाल- कोविड निगेटिव हो चुका हूं, टीकाकरण करवा सकता हूं? जवाब- निगेटिव होने के एक महीने बाद टीकाकरण करवा सकते हैं।
सवाल- कोविड संक्रमित हुए 12 दिन बीत चुके हैं, क्या दोबारा जांच करवा लें? जवाब- संक्रमित होने के 12 दिन बाद कोई दिक्कत नहीं है तो आप खुद को निगेटिव मान सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि 20 दिन बाद ही दोबारा जांच करवाएं, तब तक आइसोलेट रहें।
सवाल- आठ-आठ घंटे पर पैरासिटामॉल लेते हैं, लेकिन बीच में फिर बुखार आ जाता है? जवाब- बुखार 100 फारेनहाइट से ज्यादा नहीं होने देना है। चाहे तो इसके लिए चार-चार घंटे में पैरासिटामॉल देना पड़े। इसके साथ गीले कपड़े से माथा समेत पूरे शरीर को पोंछ भी सकते हैं, ताकि तापमान नियंत्रित रखा जा सके।
सवाल- मुझे जुकाम और गले में खराश है, लेकिन यह मुझे अक्सर हो जाता है। क्या करें? जवाब-बिना देर किए आप आरटीपीसीआर करवाएं। यह लक्षण कोविड के हैं। समय से रिपोर्ट �� जाएगी तो इलाज आसान होगा।
सवाल- मुझे दस दिन से सर्दी, जुकाम, बुखार और कमजोरी है, क्या यह कोविड हो सकता है? जवाब-दस दिन से बुखार है तो आपको आरटीपीसीआर जांच करवा लेनी चाहिए। आप ऑक्सिमीटर से अपना ऑक्सिजन स्तर नापते रहें। देरी करना नुकसानदायक हो सकता है।
सवाल- पिताजी को बुखार है और ऑक्सिजन का स्तर 90 से नीचे हैं, क्या करें? जवाब-इन्हें तुरंत किसी एल1 श्रेणी के अस्पताल में भर्ती करवाएं। बेड नहीं मिलता तो घर में ही ऑक्सिजन सिलिंडर का इंतजाम कर लें। बेड खाली होने का इंतजार करते हुए प्रयास जारी रखें। अब तक कई अस्पतालों में बिना सीएमओ की अनुमति के सीधे भर्ती हो रही है, लिहाजा ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है।
सवाल- संक्रमण के पांच दिन हो गए हैं, ऐसे में दिक्कत बढ़ने के लक्षण क्या हैं? जवाब- आप हार्टबीट के साथ ही ऑक्सिजन का स्तर भी चेक करिए। अगर ऑक्सिजन का स्तर 90 से 95 के बीच स्थिर है, लेकिन उसके बाद भी खांसी, सीने में कफ जमा होने जैसा महसूस होना, बेचैनी और हार्टबीट लगातार बढ़ी हुई है तो एहतियात जरूरी है। डॉक्टर के परामर्श से सीटी चेस्ट समेत कुछ जांचें करवा लें, ताकि समय रहते कुछ नई दवाएं शुरू कर स्थितियों को नियंत्रित किया जा सके।
सवाल- मैंने लक्षण दिखने के चार दिन बाद जांच करवाई थी, छठे दिन रिपोर्ट आई, कहीं इस देरी की वजह से तो दिक्कत नहीं बढ़ गई? जवाब-हमें वायरस से दो कदम आगे रहना है। खांसी, बुखार, बदन दर्द जैसे शुरुआती लक्षण दिखते ही अगर इलाज शुरू हो जाए तो बीमारी को पांच से सात दिन के भीतर नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि कई लोग लक्षण दिखने के बाद भी इसे छिपाए रहते हैं और संक्रमण बढ़ने पर जांच करवाते हैं, लेकिन कई बार यह देरी उन पर भारी पड़ जाती है।
सवाल- वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद संक्रमित हुए थे अब दूसरी डोज कब लगवा सकते हैं? जवाब- ऐसी स्थिति में दूसरी डोज निगेटिव होने के छह सप्ताह बाद लगवा सकते हैं।
सवाल- हल्का बुखार, गले में खराश और थकान जैसी महसूस हो रही है, क्या करें? जवाब-इस समय ऐसे लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से पूछकर कोविड प्रॉटोकॉल की दवा शुरू कर दें। साथ ही तुरंत ही आरटीपीसीआर की जांच करवाएं, ताकि रिपोर्ट आने में देरी के चलते इलाज में देरी न हो।
सवाल- संक्रमित होने के बाद हमेशा डर बना रहता है कि ऑक्सिजन कम न हो जाए? जवाब-घबराहट और चिंता से इम्युनिटी कम होती है। सुबह-शाम घर की खिड़की खोलकर प्राणायाम करिए। लंबी-लंबी सांसें लीजिए। वॉट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक बंद कर दीजिए। कमरे में अखबार और अच्छी किताबें रखिए ताकि जब मन करे उन्हें पढ़ सकें। दोस्तों, परिचितों और परिवारीजनों से बात करते रहिए।
तीन पालियों में चल रही हेल्पलाइन एनबीटी और लखनऊ सपोर्ट ग्रुप की हेल्पलाइन तीन पालियों में चल रही ह��। लखनऊ सपोर्ट ग्रुप की मनीषा भाटिया, ममता, तमोषा मुखर्जी और शुभकरन सिंह ने सुबह सात से नौ बजे, सुबह 11 से दोपहर एक बजे और दोपहर तीन से पांच बजे तक मरीज और डॉक्टरों के बीच समन्वय बनाने का काम किया।
मंगलवार को भी कोई भी जरूरतमंद मोबाइल नंबर 7307351811, 7307334898 और लैंडलाइन नंबर 05224113494 पर फोन कर परामर्श ले सकता है।
इन विशेषज्ञों ने दिए परामर्श
डॉ रमा श्रीवास्तव, अध्यक्ष, आईएमए
प्रो. आरबी सिंह, प्रोफेसर ऑफ जनरल सर्जरी एंड मेडिकल सुपरिटेंडेंट, हिंद मेडिकल कॉलेज
डॉ. दर्शन बजाज, असिस्टेंट प्रफेसर, सांस रोग विभाग,केजीएमयू
डॉ. अनूप अग्रवाल, डायरेक्टर, सुश्रुत हॉस्पिटल
डॉ. प्रांजल अग्रवाल, निदेशक, निर्वाण हॉस्पिटल
डॉ. पीके गुप्ता,डायरेक्टर, पीके पैथोलॉजी
डॉ. राजेश प्रजापति, एरा मेडिकल सेंटर
डॉ. शाश्वत विद्याधर, डायरेक्टर, सेंट मेरी हॉस्पिटल
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बच्चों के लिए भी जल्द आएगा कोरोना वायरस का टीका, फाइजर ने शुरू किया ट्रायल Divya Sandesh
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बच्चों के लिए भी जल्द आएगा कोरोना वायरस का टीका, फाइजर ने शुरू किया ट्रायल
वॉशिंगटन अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वायरस टीके का परीक्षण शुरू कर दिया है। कंपनी को उम्मीद है कि वर्ष 2022 के शुरुआती दिनों में कोरोना वायरस वैक्सीन बच्चों के लिए भी आ जाएगी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए फाइजर समेत कई कंपनियों के वयस्कों के लिए वैक्सीन पहले ही आ चुकी है और इसे तेजी से लगाया जा रहा है।
फाइजर के प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआती स्टेज के ट्रायल के लिए पहले वॉलंटियर्स को बुधवार को पहला इंजेक्शन दिया गया है। अमेरिका में 16 साल या उससे ऊपर के लोगों को फाइजर का कोरोना वायरस का टीका लग रहा है। अमेरिका में बुधवार सुबह तक 6.6 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस का टीका लग चुका है। 6 माह तक के बच्चों में कोरोना वायरस टीका लगाने के लिए इसी तरह का ट्रायल पिछले सप्ताह मॉडर्ना कंपनी ने भी शुरू किया था।
छोटे बच्चों के लिए किसी भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नहीं अमेरिका में केवल फाइजर की वैक्सीन को 16-17 साल तक के बच्चों में लगाई जा रही है। वहीं मॉडर्ना के कोरोना वायरस वैक्सीन को 18 साल या उससे ऊपर के लोगों में लगाने की मंजूरी दी गई है। अभी तक छोटे बच्चों के लिए किसी भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी गई है। फाइजर ने बच्चों में अपनी दो बार दी जाने वाली वैक्सीन को 3 अलग-अलग तरह के डोज में देने का प्लान बनाया है।
इस फेज 1/2 ट्रायल में कुल 144 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। इसके बाद कंपनी का बाद के ट्रायल के चरण में 4500 बच्चों को टीका लगाने का प्लान है। इस दौरान कंपनी बच्चों में सुरक्षा, टीके के सहने की क्षमता और वैक्सीन से पैदा हुई रोग प्रतिरोधक क्षमता की जांच करेगी। कंपनी को उम्मीद है कि वर्ष 2021 के पहले 6 महीने में यह पूरा हो जाएगा।
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वॉशिंगटन अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वायरस टीके का परीक्षण शुरू कर दिया है। कंपनी को उम्मीद है कि वर्ष 2022 के शुरुआती दिनों में कोरोना वायरस वैक्सीन बच्चों के लिए भी आ जाएगी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए फाइजर समेत कई कंपनियों के वयस्कों के लिए वैक्सीन पहले ही आ चुकी है और इसे तेजी से लगाया जा रहा है।
फाइजर के प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआती स्टेज के ट्रायल के लिए पहले वॉलंटियर्स को बुधवार को पहला इंजेक्शन दिया गया है। अमेरिका में 16 साल या उससे ऊपर के लोगों को फाइजर का कोरोना वायरस का टीका लग रहा है। अमेरिका में बुधवार सुबह तक 6.6 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस का टीका लग चुका है। 6 माह तक के बच्चों में कोरोना वायरस टीका लगाने के लिए इसी तरह का ट्रायल पिछले सप्ताह मॉडर्ना कंपनी ने भी शुरू किया था।
छोटे बच्चों के लिए किसी भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नहीं अमेरिका में केवल फाइजर की वैक्सीन को 16-17 साल तक के बच्चों में लगाई जा रही है। वहीं मॉडर्ना के कोरोना वायरस वैक्सीन को 18 साल या उससे ऊपर के लोगों में लगाने की मंजूरी दी गई है। अभी तक छोटे बच्चों के लिए किसी भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी गई है। फाइजर ने बच्चों में अपनी दो बार दी जाने वाली वैक्सीन को 3 अलग-अलग तरह के डोज में देने का प्लान बनाया है।
इस फेज 1/2 ट्रायल में कुल 144 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। इसके बाद कंपनी का बाद के ट्रायल के चरण में 4500 बच्चों को टीका लगाने का प्लान है। इस दौरान कंपनी बच्चों में सुरक्षा, टीके के सहने की क्षमता और वैक्सीन से पैदा हुई रोग प्रतिरोधक क्षमता की जांच करेगी। कंपनी को उम्मीद है कि वर्ष 2021 के पहले 6 महीने में यह पूरा हो जाएगा।
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