#'ओम तत सत 'सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष
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#हमारीभीसुनो_बुद्धिमानहिंदुओंSant Rampal Ji Maharaj#देवकी नंदन जी 'राधे राधे 'बोलते रहने से बड़े आध्यात्मिक लाभ की बात करते हैं#ऐसा किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है#देवकी नंदन जी अपना झूठ स्वीकार करो#पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में#'ओम तत सत 'सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष#केवल संत रामपाल जी महाराज देते हैं।
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#Mere_Aziz_Hinduon_Swayam Padho Apne Granth
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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हे मेरी कौम के लोगों (हिन्दू )हमारी भी तो सुनो।
श्री देवकीनंदन जी, श्रीहित प्रेमानन्द जी व अन्य कथावाचक कहते हैं ‛राधे राधे’ बोलने से बड़े आध्यात्मिक लाभ होते हैं।
V/S
जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
#हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं
#SantRampalJiMaharaj
#हिन्दू_भाई_संभलो
#HinduBhai_Dhokhe_Mein
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"Sant Rampal Ji Maharaj"
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🏵️ साधना टी. वी. पर शाम 7:30 से 8:30 तक
🏵️ POPULAR TV पर शाम 07:30 बजे से 08:30 बजे तक
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#हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं
⤵️⤵️
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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#Mere_Aziz_Hinduon_Swayam_Padho_Apne_Granth
कृपया हिन्दू भाई गीता जी स्वयं पढ़ें व विचार करें।
श्री देवकीनंदन जी, श्रीहित प्रेमानन्द जी व अन्य कथावाचक कहते हैं ‛राधे राधे’ बोलने से बड़े आध्यात्मिक लाभ होते हैं।
जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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#Mere_Aziz_Hinduon_Swayam Padho Apne Granth
कृपया हिन्दू भाई गीता जी स्वयं पढ़ें व विचार करें।
श्री देवकीनंदन जी, श्रीहित प्रेमानन्द जी व अन्य कथावाचक कहते हैं ‛राधे राधे’ बोलने से बड़े आध्यात्मिक लाभ होते हैं।
जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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हमारी भी तो सुनो, हे बुद्धिमान हिन्दुओं!
श्री देवकीनंदन जी, श्रीहित प्रेमानन्द जी व अन्य कथावाचक कहते हैं ‛राधे राधे’ बोलने से बड़े आध्यात्मिक लाभ होते हैं।
V/S
जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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#हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं
जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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*#हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं*
*#SantRampalJiMaharaj*. हे मेरी कौम के लोगों (हिन्दू )हमारी भी तो सुनो।
श्री देवकीनंदन जी, श्रीहित प्रेमानन्द जी व अन्य कथावाचक कहते हैं ‛राधे राधे’ बोलने से बड़े आध्यात्मिक लाभ होते हैं।
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जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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🐙 हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं
🏄♂ पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल Sant Rampal Ji Maharaj जी के पास है।
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#हमआपके_दोस्तहैं_दुश्मन_नहीं
हमारी भी तो सुनो, हे बुद्धिमान हिन्दुओं!
श्री देवकीनंदन जी, श्रीहित प्रेमानन्द जी व अन्य कथावाचक कहते हैं ‛राधे राधे’ बोलने से बड़े आध्यात्मिक लाभ होते हैं।
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जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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Watch "Shraddha TV Satsang 18-07-2023 || Episode: 2262 || Sant Rampal Ji Maharaj Live Satsang" on YouTube
#GodMorningTuesday
True Guru Sant Rampal Ji
संत रामपालजी महाराज ही वह पूर्ण संत है जिनका ज्ञान आज पूरे विश्व के हर कोने में अपनी ही एक आध्यात्मिक लहर से मानव जीवन को नई दिशा निर्देश दिखा रहे हैं🙏
#KabirIsGod #AllahKabir
पूर्ण परमेश्वर कबीर जी साकार सहशरीर हैं, कबीर प्रभु राजा के समान दर्शनीय सतलोक के सिंहासन पर विराजमान हैं, पाप भंजन, बंधनों को काटने वाले, बंदी छोड़ हैं | कबीर वाणी _बंदी छोड़ हमारा नामम, अजर अमर अस्थिर ठामम् 🥀 अमर करूं सतलोक पठाऊँ, ताते बंदी छोड़ कहांऊँ🥀 कलयुग मध्य सतयुग लाऊँ, तातें बंदी छोड़ कहांऊँ🥀🥀
परमेश्वर कबीर जी के लिए ही यह वचन सुशोभित होते हैं _त्वमेव माता च पिता त्वमेव 🙏त्वमेव बंधु च सखा त्वमेव🙏त्वमेव विद्या च द्रविडम त्वमेव , त्वमेव सर्वं च मम देवदेव🙏
तुम्हीं हो माता-पिता हमारे, तुम ही हो बंधु सखा हमारे, तुम्हीं हो साथी तुम्हीं सहारे, कोई ना अपना सिवा तुम्हारे, तुमहीं हो नैया तुम्हीं खेव्या तुम्हीं हो दाता पालनहारे 🙏तुम्हीं हो दाता तारनहारे 🙏
#yajurveda #Yajurved
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
#Geeta_Tera_Gyan_Amrit
गीता अध्याय 17 श्लोक 23-28 में ओम मंत्र जो काल का है तथा तत मंत्र जो सांकेतिक है, यह अक्षर पुरूष की साधना का है तथा सत मंत्र भी सांकेतिक है। यह परम अक्षर पुरूष की साधना का है। इन तीनों मंत्रों ��े जाप से पूर्ण मोक्ष प्राप्त होता है।
#GyanGanga #gyangangabook #GyanGanga_AudioBook
तीन देव की जो करते भक्ति🥀 उनकी कबहु न होवै मुक्ति🥀🥀
परमेश्वर कबीर जी ने कहा है कि जो साधक भूलवश तीनों देवताओं की भक्ति करते हैं, उनकी कभी मुक्ति नहीं हो सकती🙏
#SpiritualMessageOnShivratri Gyan Ganga
#SecretsOfLordShiva
ज्ञान गंगा
पूर्ण रूप से आध्यात्मिक सत्य तत्वज्ञान की जानकारी के लिए 🙏 सब्सक्राइब कीजिए_ यूट्यूब पर संत रामपाल जी महाराज, फेसबुक पर SA न्यूज़ चैनल + स्पिरिचुअल लीडर संत रामपाल जी महाराज🙏👁👁🙏
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#GodNightFriday
#RadhaSoami_Vs_KabirPanth
#राधास्वामीपंथ_का_महाखुलासा
हे मेरी कौम के लोगों (हिन्दू) हमारी भी तो सुनो। हम आपके दोस्त है, दुश्मन नहीं !
- संत रामपाल जी महाराज
देवकीनंदन जी 'राधे राधे' बोलते रहने से बड़े आध्यात्मिक लाभ की बात करते हैं जबकि ऐसा किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है। देवकीनंदन जी अपना झूठ स्वीकार करो।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में 'ओम तत सत' सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जो केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास हैं।
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#GodNightFriday
#RadhaSoami_Vs_KabirPanth
#राधास्वामीपंथ_का_महाखुलासा
हे मेरी कौम के लोगों (हिन्दू) हमारी भी तो सुनो। हम आपके दोस्त है, दुश्मन नहीं !
- संत रामपाल जी महाराज
देवकीनंदन जी 'राधे राधे' बोलते रहने से बड़े आध्यात्मिक लाभ की बात करते हैं जबकि ऐसा किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है। देवकीनंदन जी अपना झूठ स्वीकार करो।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में 'ओम तत सत' सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जो केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास हैं।
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हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं
#SantRampalJiMaharaj
जबकि राधे -राधे बोलना न वेदों में है, न गीता में है। किसी भी शास्त्र में प्रमाण नहीं है।
पवित्र गीता जी में अध्याय 17 श्लोक 23 में ‛ओम तत सत’ सांकेतिक मंत्रों से ही मोक्ष बताया है जिसका वास्तविक भेद व अधिकार केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
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*🎺बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🎺*
16/08/24
*🎄Facebook सेवा🎄*
🐚 *मालिक की दया से असली भक्ति vs नकली भक्ति topic से सम्बंधित Facebook पर सेवा करेंगे।*
*🔸Tag हैं⤵️🔸*
#असलीभक्ति_VS_नकलीभक्ति
#WatchDebatesOnSANewsChannel
#SANewsChannel #devotional #devotion #devokedevmahadev #truestory #bhakti #bhaktireels #shivshakti #shivshankar #bhagavadgita #GyanGanga #84lakhbirths #SantRampalJiMaharaj #guruji #guru
*📸सेवा से सम्बंधित फ़ोटो लिंक⤵️*
https://www.satsaheb.org/asli-bhakti-vs-nakli-bhakti-hindi/
https://www.satsaheb.org/asli-bhakti-vs-nakli-bhakti-english/
*⛳Sewa Points* ⤵
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
संत रामपाल जी महाराज सभी प्रमाणित शास्त्रों के आधार से अपने भक्तों को नाम जाप व अन्य धार्मिक क्रियाएं करने का देते हैं ���िससे उन्हें सर्व लाभ होते हैं। वहीं दूसरी ओर हमारे धर्मगुरु जो भी भक्ति विधि समाज को देते हैं। उनका शास्त्रों में कहीं भी प्रमाण नहीं मिलता। जिस कारण से मानव समाज को उनके द्वारा बताई गई भक्ति से लाभ नहीं होता।
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
शास्त्र अनुकूल असली भक्ति करने से साधक 84 लाख योनियों में ना भटक कर पूर्ण रूप से मोक्ष प्राप्त कर लेता है।
जबकि दूसरी तरफ समाज में प्रचलित साधना द्वारा साधक को 84 लाख योनियों का कष्ट सदा बना रहता है।
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
असली भक्ति शास्त्रों के अनुसार करी जाती है जो पवित्र गीता, चारों वेदों में वर्णित है। जिससे लोगों को सर्व सुख होते हैं।
वहीं दूसरी ओर मानव समाज शास्त्रविरुद्ध मनमानी भक्ति करता है, जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23 के अनुसार वह भगवान से मिलने वाले लाभों से वंचित रहता है और दुखमय जीवन व्यतीत करता है।
📿सच्चे मंत्र vs नकली मंत्र
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में पूर्ण परमात्मा की सच्ची भक्ति के सांकेतिक मंत्र "ॐ, तत्, सत्" का निर्देश दिया गया है जिसे संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में प्रदान कर रहे हैं।
जबकि हमारे धर्मगुरु, कथावाचक गीता विरुद्ध मनमाने मंत्र हरे राम हरे कृष्णा, राधे-राधे, हरि ओम तत सत, ओम नमः शिवाय आदि जपने को देते हैं।
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
शास्त्र अनुकूल सच्ची भक्ति करने से गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में वर्णित सनातन परम धाम (सतलोक) की प्राप्ति होती है, जहाँ से साधक फिर लौटकर संसार में नहीं आता यानि मोक्ष प्राप्त हो जाता है।
जबकि मनमानी भक्ति साधना से साधक 84 लाख योनियों और जन्म-मरण के दुष्चक्र में भटकता रहता है।
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 162 मंत्र 5 और ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि सतभक्ति करने से भयंकर से भयंकर रोग भी नष्ट हो जाते हैं।
जबकि हमारे धर्म गुरुओं द्वारा दी गई साधना से रोग नाश नहीं होते बल्कि कष्ट ज्यों के त्यों ही बने रहते हैं।
📿ज्ञान vs अज्ञान
देवीपुराण के तीसरे स्कन्ध अध्याय 5 और शिवपुराण, रुद्रसंहिता अध्याय 6,7,9 में प्रमाण मिलता है कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी अजर अमर नहीं हैं। इनकी भी जन्म-मृत्यु होती है तथा दुर्गा उनकी माता और पिता काल ब्रह्म है। इसे भिन्न पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हैं।
लेकिन हमारे धर्मगुरु ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी को अजर अमर बताते हैं। जिस कारण से यह मालूम होता है। उन्हें शास्त्रों का पूर्ण ज्ञान नहीं है।
📿असली मंत्र vs नकली मंत्र
श्रीमद्भागवत गीता जी में गीता बोलने वाला प्रभु अध्याय 8 के श्लोक 13 में अपनी भक्ति साधना का ॐ मंत्र और गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में पूर्ण परमात्मा की भक्ति के ॐ, तत्, सत् ऐस��� तीन सांकेतिक मंत्रों का निर्देश करता है।
जबकि हमारे धर्म गुरुओं द्वारा दिए नाम मंत्र जाप जैसे राधे-राधे, हरे कृष्णा हरे राम, ओम नमः शिवाय आदि का शास्त्रों में प्रमाण न होने के कारण ये नाम जाप व्यर्थ हैं।
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
असली भक्ति में पूर्ण गुरु का होना अनिवार्य है। जिन्हें शास्त्रों का यथार्थ ज्ञान होता है। वह सच्चा गुरु अपने अनुयायियों को गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में वर्णित सांकेतिक मंत्र 'ओम्-तत्-सत्' प्रदान करता है जिससे उन्हें सर्व लाभ होते हैं और अंततः उनका मोक्ष हो जाता है।
वहीं दूसरी ओर सनातन धर्म के धर्माचार्यों को अपने ही सद्ग्रंथों का ज्ञान नहीं है जिससे वे गीता विरुद्ध मनमानी यानि नकली भक्ति प्रदान कर मानव समाज का जीवन नाश कर रहे हैं।
📿असली भक्ति vs नकली भक्ति
असली भक्ति करने से साधक के पाप नाश हो जाते हैं। जोकि दुखों का मूल कारण है। जिसका प्रमाण यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32, अध्याय 8 मंत्र 13 में है।
जबकि धर्मगुरुओं द्वारा कहा जाता है कि भक्ति से पाप नाश नहीं होते, उन्हें तो भोगना ही पड़ता है। यानि इनके द्वारा बताई भक्ति विधि गलत है।
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