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80+ किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी | Kisi Ko Jalane Ki Attitude Shayari Hindi
नमस्ते दोस्तों! आज मैं आप सभी के लिए Kisi Ko Jalane Wali Attitude Shayari का एक खास कलेक्शन लेकर आया हूँ, जो उन पलों में आपकी भावनाओं को बेहतरीन तरीके से जाहिर करेगा। चाहे आप अपने सोशल मीडिया पर कुछ तीखे अल्फाज़ डालकर जलवा दिखाना चाहते हों, या फिर किसी को अपने अंदाज से इम्प्रेस करना हो, ये शायरी आपके लिए परफेक्ट है। तो तैयार हो जाइए, अपनी Attitude Shayari को Instagram, Facebook या Whatsapp पर शेयर करें और अपनी अलग पहचान बनाएं। समय आ गया है अपनी स्टाइलिश बातों से माहौल गर्माने का!
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी
जलने वाले जलते रहेंगे आग की तरह 🔥 और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह..! तुम अगर सोचते हो कि मैं बुरा हूँ 😎 तो तुम गलत सोचते हो, मैं बहुत बुरा हूँ…! खुदा मेरे दुश्मनों को लम्बी उम्र दें 😇 ताकि वो मेरी क़ामयाबी देख सकें…! एक वही तो रंग पसंद है मुझे 🥰 जो मुझे सामने देखकरतेरा उड़ता है…!
दुश्मनों से हमारी बात नही होती है 😎 शेर के आगे कुत्तों की औकात नही होती है…! कुछ लोग मुझसे इस तरह जलते है 🔥 जैसे कुवारी लड़कियों से रोटियां जलती हैं…! टाइम आने दो मेरा, दुनिया हिला दूँगा 👊 जो जलते है मुझसे उन्हें फट से बुझा दूँगा…! कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं 😈 लोग हमें बिगड़ा हुआ बदमाश कहते हैं…!
Kisi ko jalane ki attitude shayari hindi
शेर के पाँव में अगर काँटा लग जाए 😈 तो इसका मतलब ये नहीं कि अब कुत्ते राज करेंगे..! हमारी जिद थोड़ी सी अलग है 😎 इस पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं हम..! चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये 😊 बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये…! मुझमे कमियां ढूंढने वालो 💀 मेरे लिए लड़की क्यों नही ढूंढ लेते..!
हाथ में खंजर ही नही 🗡️ आंखों में पानी भी चाहिए हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए….! मैं तो बस चिंगारी लगाता हूँ 🔥 आग अपने आप लग जाती है…! खुश रहो या खफा रहो 🤬 हमेशा दूर और दफा रहो…! आग लगाना मेरी फितरत में नही है 🔥 मेरी personality से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर…! दुश्मन को जलाने वाली शायरी एटीट्यूड
अगर लोग आपको नीचे गिराना चाहते हैं 🥰 तो इसका मतलब आप उनसे ऊपर हैं….! इतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँ 😈 लेकिन इतना गरीब भी नहीं हूँ कि खुद बिक जाऊं…! हमें बदनामी का डर नहीं है 😇 कोई ऐरा गैरा आकर कुछ भी कह जाए हम इतने ज्यादा कमजोर नहीं है..! सुन bete मेरे पास Attitude है 👑 तेरे बाप का पैसा नहीं जो ख़त्म हो जाएगा…! मुझे समझना इतना आसान नहीं 😎 गहरा समुंद्र हूँ खुला आसमान नही…! हमे जमाना मिटा सकें 😈 इस जवाने में दम नहीं हमसे जमाना हैं जवाने से हम नहीं…! हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं 😈 हाथ नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं…! दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी 😇 मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ…!
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी 2 Line
मुझे समझने के लिये 😎 आपका समझदार होना ज़रूरी है..! हम दुनिया से अलग नहीं 😇 हमारी दुनिया ही अलग है…! हमसे दुश्मनी तेरी एक ख्वाब है 💀 अभी तेरी औकात नही ये मेरा जवाब है…! जिन्दगी अपनी है तो 😎 अंदाज भी अपना ही होगा न…! न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे 😇 पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे…! Jabardast jalane wali shayari हम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथ 💀 जब भी मिलेंगे अंदाज़ पुराना ही होगा..! पहचान तो सबसे है हमारी 🙏 लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है…! भले ही हमने बड़े घराने में जन्म न लिया हो 🖤 लेकिन मेरी माँ ने मुझे नवाब बना रखा है…! कोशिश तो सबकी जारी है 😎 वक़्त बताएगा कौन किस पर भारी है…! जिनको मेरी फिक्र नहीं 😎 उनका अब कोई जिक्र नहीं…! नमक स्वाद अनुसार 😈 अकड औकात अनुसार…! ये मत सोचना के आस छोड़ दी है 😇 बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है…! नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है 😎 प्यार तो बहुत दूर की बात है…! Attitude दुश्मन को जलाने वाली शायरी इसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेना 😎 मुझे वो सलाम 🫡 करते हैं जिन्हें तुम सलाम करते हो…! जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है 😇 कौन कब बदला सबका हिसाब है…! अकेले है मुझें कोई गम नही 🖤 जहाँ इज्जत नही वहाँ हम नहीं…! हम अकेले ही चलना पसंद करते हैं 🚶 ना किसी के आगे ना पीछे…! हमारी औकात उनसे पूछो 😇 जिनकी औकात नही हमसे बात करने की…! मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है ⚡ की तू जल के ख़ाक हो जायेगी…! खौफ तो कुत्ते बनाते है 💀 पर दहशत हमेशा शेर की ही होती है…! सवाल उठ रहे हैं के हम खामोश क्यों हैं 🤬 सब्र रखो उसका भी जवाब मिलेगा…! Read Also: Read the full article
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हमने क्या पा लिया हिन्दू या मुसलमां होकर!आओ इन्सां से मोहब्बत करें इन्सांन बन कर इन्सान होकर!....
हमने क्या पा लिया हिन्दू या मुसलमां होकर!आओ इन्सां से मोहब्बत करें इन्सांन बन कर इन्सान होकर!….
पापा, ये मुसलमान है ना। ट्रेन में सामने वाली बर्थ पर बैठी फॅमिली को देख कर बच्चे ने पिता से पूछा।
हां बेटा, पिता ने संक्षिप्त जवाब दिया इनके हाथ से कुछ मत लेना। माँ ने हिदायत दी।
क्यों? बच्चे का छोटा सा सवाल। जो कभी हल नहीं हो सका।
क्यों क्या। ये मांस मछली खाने वाले लोग हैं। हमसे नफरत करने वाले लोग हैं। इनसे हमारी सालो की दुश्मनी है।
माँ को जितना मालूम था, वह सरसरी लहजे में बच्चे को…
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भारतीय अर्थव्यवस्था पर चिंतन:
जीडीपी में गिरावट के आंकड़े आ गए: जहां जीडीपी धीरे-धीरे बढ़ रही थी, इस बार वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में लगभग 24% घट गई। कोरोना झेल रहे देश को अब बड़ी आर्थिक चुनौती से भी जूूझना होगा। इस संकट में सरकार, सरकारी खर्च बढ़ाने से नहीं मुकर सकती। इससे लोगों के हाथों में पैसा आएगा, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
आज जो स्थिति है उसमें डर है कि मंदी के कारण और नौकरियां जाएंगी, जिससे लोगों की खर्च करने की क्षमता और घटेगी, जिसके चलते मंदी और बढ़ेगी, फिर और नौकरियां जाएंगी।
इस दुष्चक्र से बचने सरकारी खर्च में बढ़ोतरी एक जांचा-परखा उपाय है। आज जब शहरों से मजदूर घर-गांव पहुंच चुके हैं तो सबको शायद लग रहा है कि उनकी पीड़ा खत्म हो चुकी है। वास्तव में उनकी कठिनाईयां बढ़ी हैं। कम खाना या भूखे सोना, कर्ज, बर्तन-गहने गिरवी रखना या बेच देना, उन्हें इन सबका सहारा लेना पड़ रहा है।
सरकार को नर��गा का बजट बढ़ाने की जरूरत है। इसे रु.60 हजार करोड़ से बढ़ाकर, करीब एक लाख करोड़ किया गया था, लेकिन कई राज्यों में बजट खत्म हो गया है। देश के लगभग 14 करोड़ जॉब कार्डधारकों को 100 दिन का रोजगार रु.200 प्रतिदिन की मज़दूरी के हिसाब से भी दें तो हमें रु. 2.8 लाख की जरूरत है।
जन वितरण प्रणाली में और लोगों को शामिल करने की जरूरत भी है। आज, 40 करोड़ से ज्यादा लोग को केंद्र सरकार से राशन नहीं मिल रहा। गोदामों में जरूरत से ज्यादा अनाज है इसलिए दोगुने राशन के साथ-साथ जन वितरण प्रणाली में छूटे लोगों को बड़ी मात्रा में शामिल कर सकते हैं। साथ ही सरकार को वृद्धावस्था, विधवा और विकलांगता पेंशन बढ़ानी चाहिए।
सरकार दोहरा रही है कि आर्थिक मंदी से राजस्व में कमी आई है। वास्तव में, राजस्व बढ़ाने के कई विकल्प हैं। एक रास्ता है ‘वेतन कम्प्रेशन’, यानी सबसे ज्यादा वेतन पानेवाले और सबसे कम वेतन पानेवाले के बीच का फासला कम करना। वेतन खर्च कम करने के दो तरीके हैं: नौकरियां खत्म कर देना या नौकरियां कायम रखना लेकिन सबसे ज्यादा कमाने वालों के वेतन कुछ हद तक घटा देना। आज दूसरा रास्ता अपनाने की जरूरत है।
देश में आर्थिक असमानता हद पार कर चुकी है। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के सबसे अमीर 953 लोगों की नेट वर्थ औसतन रु. 5000 करोड़ है। यानी देश की जीडीपी का लगभग एक चौथाई हिस्सा इन लोगों के हाथों में है। इस पर ‘संपत्ति कर’ लगाया जाए। केवल 4% कर लगाएं तो भी सरकार जीडीपी का एक प्रतिशत राजस्व पा सकती है।
पहले भारत में संपत्ति कर था लेकिन कुछ साल पहले इसे रद्द कर दिया गया। जब तक इसे लागू नहीं करते तब तक इसके एवज में सरकार ऋण उठा सकती है। जब देश संकट से गुज़र रहा है, सबसे संपन्न लोगों को देश को देने का समय है। ‘प्रॉपर्टी टैक्स’ का सुझाव काफी समय से दिया जाता रहा है।
कई राज्यों में इसे पूरी तरह या कड़े रूप से लागू नहीं किया गया है और जहां है भी, वहां दरें कम हैं। जो बेस है उसे और व्यापक किया जा सकता है और दरों को भी कुछ हद तक बढ़ाया जा सकता है।
तीसरा सुझाव है ‘नॉन मेरिट’ सब्सिडी घटाना। मेरिट सब्सिडी यानी जिनसे जन कल्याण (स्वास्थ्य, शिक्षा, सफाई, इत्यादि) बढ़े। नॉन मेरिट में बिजली, तेल, आदि पर रियायतें शामिल हैं। मंडल और सिकदर के अनुमानों के अनुसार नॉन मेरिट सब्सिडी जीडीपी का लगभग 5% हैं।
चौथा, कर माफी से हो रहे राजस्व नुकसान को घटाना। यदि भिन्न-भिन्न रूप से जो कर माफ़ी देते हैं उन्हें रद्द करें तो स��कारी राजस्व (ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू) 30% तक बढ़ा सकते हैं। पिछले वित्त वर्ष में कर माफी से सरकारी राजस्व का लगभग 6 लाख करोड़ रु. का नुकसान हुआ। इसमें कस्टम्स ड्यूटी पर छूट का बड़ा हिस्सा था।
कॉर्पोरेट टैक्स और निजी आयकर का मिलाकर हिस्सा 40% था। देश के पास सोना और डॉलर भी काफी हैं, जिन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं। एक अनुमान के अनुसार, 5% घटाने से, सरकार के राहत पैकेज जितना राजस्व उत्पन्न होगा।
देश की बड़ी आबादी है जिन्हें तालाबंदी ने बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है। यदि हम वास्तव में देशप्रेमी हैं, तो इस संकट से उबरने के लिए सक्षम वर्ग को कमर कसनी ही होगी।
रीतिका खेड़ा का कॉलम: देश की बड़ी आबादी को तालाबंदी ने बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है, यदि हम वास्तव में देशप्रेमी हैं, तो इससे उबरने के लिए सक्षम वर्ग को कमर कसनी होगी।
साभार:DJ
चेतन भगत का कॉलम:
भारतीय अर्थव्यवस्था बड़ी मुसीबत में; भारत के लिए सम्मान चाहिए, तो उसे अमीर बनाने में मदद करें।
यह बॉलीवुड की साजिशों का पर्दाफाश करने में लगे भारतीयों के लिए बहुत जरूरी न हो, लेकिन यह ध्यान देने लायक है कि भारतीय अर्थव्यवस्था बड़ी मुसीबत में है। आखिरी तिमाही में जीडीपी में 24% की गिरावट आई है, जो पूरी तरह अनापेक्षित नहीं था, लेकिन फिर भी डरावना और अभूतपूर्व है।
इससे फर्क नहीं पड़ता कि इसके पीछे कोरोना, भगवान, सरकारी नीतियां या इनका मिश्रण है। यह रसोई में गिरे दूध के कटोरे की तरह है। हम दिनभर बहस कर सकते हैं कि इसे किसी ने गिराया, यह अपने आप गिर गया या बिल्ली ने गिराया। बात यह है कि घर में अब दूध नहीं है और हमें अब इसकी भरपाई करनी है। हमें अपनी अर्थव्यवस्था वापस हासिल करनी है।
जीडीपी में कमी का बड़ा असर होगा
यह मानना कि आखिरी तिमाही एक असंगति थी और तेजी से वापसी होगी, ज्यादा ही आशावादी होना है। हालांकि ऐसा न हो पाने के पीछे कारण है। नोट बंदी दो महीने की घटना थी, लेकिन आर्थिक विकास की गति वर्षों प्रभावित रही। ऐसे ही जीडीपी में कमी का बड़ा असर होगा, जैसे बिजनेस बंद होना, नौकरियां जाना, ��ैंक लोन डिफॉल्ट होना और आत्मविश्वास खोना।
साथ ही अगर हम इस घातक विश्वास में लगे रहे कि ‘भगवान ने समस्या खड़ी की, वे ही ठीक करेंगे’, तो यह कभी ठीक नहीं होगी। ईश्वर ने हमें दिमाग दिया है, उसके इस्तेमाल से हम हल ढूंढ सकते हैं। पहला कदम होगा समस्या को मानना। अमेरिका की जीडीपी और ज्यादा गिरी है (ऐसा नहीं हुआ है), यह बताने वाले रचनात्मक चार्ट्स बनाने से समस्या हल नहीं होगी। सच कहूं, तो अगर हमने दुनिया के सबसे सख्त लॉकडाउन को मनाया है (कुछ लोगों ने तब कहा था, ‘कमाल कर दिया’), तो जीडीपी का नुकसान उसका बिल है।
अब बतौर विकासशील देश हमें अपनी सीमा समझ आई है कि अमीर देशों से होड़ नहीं करनी चाहिए, जो हमसे ज्यादा शटडाउन झेल सकते हैं। शायद यह उस सोच का नतीजा है कि खुद को कष्ट दो, तो ईश्वर दया करेगा। हमने कष्ट के प्रति प्रेम के कारण ही लॉकडाउन, कर्फ्यू व अन्य अतार्किक चीजें कीं, जिसका संबंध बाबुओं और रहवासी सोसायटी अध्यक्षों द्वारा लोगों को नियंत्रित करने से ज्यादा था, बीमारी नियंत्रित करने से कम। माफ कीजिए, यह कारगर नहीं रहा।
हमें सोचना होगा कि हम क्या चाहते हैं?
एक बार समस्या पहचानने के बाद हमें सोचना होगा कि हम क्या चाहते हैं? हम अमीर देश बनना चाहते हैं? एक सुपरपावर? ऐसा दर्जनों प्लेन खरीदने, विज्ञापन बनाने या नारे लगाने से नहीं होगा। यह सब नकली और बेवकूफी है। यह सब कमजोर आत्मसम्मान से आता है।
हम भारतीय यह मान्यता पाने के लिए आतुर रहते हैं कि हमारे पास खुद के लिए काफी है। कृपया यह बंद करें। वास्तविक बात अमीर देश बनना है। किसी भी गरीब देश का दुनिया में सम्मान नहीं होता, फिर उसका इतिहास कितना ही महान रहा हो। आपको भारत के लिए सम्मान चाहिए? तो उसकी अमीर होने में मदद करें। इसका मतलब है कि हम अर्थव्यवस्था पर ध्यान दें और उसे नुकसान पहुंचाने वाले व्यवहार की निंदा करें। अभी हम विपरीत करते हैं।
उदाहरण के लिए हिन्दू-मुस्लिम मुद्दों से सामाजिक अशांति होती है, उससे बिजनेस का माहौल प्रभावित होता है। कोई भी उस देश में निवेश करना नहीं चाहेगा, जहां लोग एक-दूसरे से नफरत करते हैं। एक और परेशानी है कि सरकार और उसके बाबू नीति और नियमों से हर बिजनेस को नियंत्रित करना चाहते हैं। इन्हें छोड़ें। अर्थव्यवस्था को खोलें।
असली आर्थिक प्रोत्साहन देने की जरूरत
सरकार को तुरंत ही असली आर्थिक प्रोत्साहन देने की जरूरत है। गरीब देश होने के कारण हम बड़ा प्रोत्साहन नहीं दे सक��े। लेकिन जो भी है, उसे वास्तविक होना चाहिए, सुर्खियां बनने वाला नंबर एक नहीं। सरकार अर्थव्यवस्था के लिए कुछ करे, इसके लिए हमें यह भी देखना होगा कि जनता इसकी परवाह करती है। विडंबना है कि अभी सबसे ज्यादा प्रभावित हमारे युवा परवाह नहीं करते।
एक पूरी पीढ़ी बेरोजगार हो जाएगी। आम भारतीय और गरीब हो जाएंगे और कुछ अमीरों की सेवा करेंगे। यह 1980 के दशक के भारत जैसा हो जाएगा। फिर भी युवा अपने फोन में व्यस्त हैं, सस्ते 4जी डेटा पैक में खोए हैं, बचकाने वीडियो देख रहे हैं, वीडियो गेम खेल रहे हैं, ..... देख रहे हैं और शायद सोशल मीडिया पर सारा दिन लोगों से लड़ रहे हैं। यह सब बेकार है। यह हमारे निजी लक्ष्यों के साथ राष्ट्रीय मुद्दों से भी ध्यान भटका रहा है।
सस्ता डेटा हमारे युवाओं के लिए अभिशाप है, जहां वे कई घंटे सर्कस देखते हुए बर्बाद कर रहे हैं, जबकि साम्राज्य जल सकता है। युवाओं को फोन बंद कर उठना होगा। अपने सपनों, लक्ष्यों, महत्वाकांक्षाओं और पैसे कमाने पर ध्यान देना होगा, ताकि वे भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकें। उन्हें यह सवाल लगातार पूछना होगा कि ज्यादा विकास क्यों नहीं हो रहा?
भारत का भविष्य हमारे हाथों में है। हम कम काम वाले बाबुओं और डिलिवरी बॉय का, एक-दूसरे से लड़ने वालों का गरीब देश बन सकते हैं, या हम अमीर देश बनकर दुनिया में सम्मान हासिल कर सकते हैं। इनमें से आप किस तरफ हैं?
(ये लेखक के अपने विचार हैं)
साभार: दैनिक भास्कर
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यह बॉलीवुड की साजिशों का पर्दाफाश करने में लगे भारतीयों के लिए बहुत जरूरी न हो, लेकिन यह ध्यान देने लायक है कि भारतीय अर्थव्यवस्था बड़ी मुसीबत में है। आखिरी तिमाही में जीडीपी में 24% की गिरावट आई है, जो पूरी तरह अनापेक्षित नहीं था, लेकिन फिर भी डरावना और अभूतपूर्व है।
इससे फर्क नहीं पड़ता कि इसके पीछे कोरोना, भगवान, सरकारी नीतियां या इनका मिश्रण है। यह रसोई में गिरे दूध के कटोरे की तरह है। हम दिनभर बहस कर सकते हैं कि इसे किसी ने गिराया, यह अपने आप गिर गया या बिल्ली ने गिराया। बात यह है कि घर में अब दूध नहीं है और हमें अब इसकी भरपाई करनी है। हमें अपनी अर्थव्यवस्था वापस हासिल करनी है।
जीडीपी में कमी का बड़ा असर होगा
यह मानना कि आखिरी तिमाही एक असंगति थी और तेजी से वापसी होगी, ज्यादा ही आशावादी होना है। हालांकि ऐसा न हो पाने के पीछे कारण है। नोट बंदी दो महीने की घटना थी, लेकिन आर्थिक विकास की गति वर्षों प्रभावित रही। ऐसे ही जीडीपी में कमी का बड़ा असर होगा, जैसे बिजनेस बंद होना, नौकरियां जाना, बैंक लोन डिफॉल्ट होना और आत्मविश्वास खोना।
साथ ही अगर हम इस घातक विश्वास में लगे रहे कि ‘भगवान ने समस्या खड़ी की, वे ही ठीक करेंगे’, तो यह कभी ठीक नहीं होगी। ईश्वर ने हमें दिमाग दिया है, उसके इस्तेमाल से हम हल ढूंढ सकते हैं। पहला कदम होगा समस्या को मानना। अमेरिका की जीडीपी और ज्यादा गिरी है (ऐसा नहीं हुआ है), यह बताने वाले रचनात्मक चार्ट्स बनाने से समस्या हल नहीं होगी। सच कहूं, तो अगर हमने दुनिया के सबसे सख्त लॉकडाउन को मनाया है (कुछ लोगों ने तब कहा था, ‘कमाल कर दिया’), तो जीडीपी का नुकसान उसका बिल है।
अब बतौर विकासशील देश हमें अपनी सीमा समझ आई है कि अमीर देशों से होड़ नहीं करनी चाहिए, जो हमसे ज्यादा शटडाउन झेल सकते हैं। शायद यह उस सोच का नतीजा है कि खुद को कष्ट दो, तो ईश्वर दया करेगा। हमने कष्ट के प्रति प्रेम के कारण ही लॉकडाउन, कर्फ्यू व अन्य अतार्किक चीजें कीं, जिसका संबंध बाबुओं और रहवासी सोसायटी अध्यक्षों द्वारा लोगों को नियंत्रित करने से ज्यादा था, बीमारी नियंत्रित करने से कम। माफ कीजिए, यह कारगर नहीं रहा।
हमें सोचना होगा कि हम क्या चाहते हैं?
एक बार समस्या पहचानने के बाद हमें सोचना होगा कि हम क्या चाहते हैं? हम अमीर देश बनना चाहते हैं? एक सुपरपावर? ऐसा दर्जनों प्लेन खरीदने, विज्ञापन बनाने या नारे लगाने से नहीं होगा। यह सब नकली और बेवकूफी है। यह सब कमजोर आत्मसम्मान से आता है।
हम भारतीय यह मान्यता पाने के लिए आतुर रहते हैं कि हमारे पास खुद के लिए काफी है। कृपया यह बंद करें। वास्तविक बात अमीर देश बनना है। किसी भी गरीब देश का दुनिया में सम्मान नहीं होता, फिर उसका इतिहास कितना ही महान रहा हो। आपको भारत के लिए सम्मान चाहिए? तो उसकी अमीर होने में मदद करें। इसका मतलब है कि हम अर्थव्यवस्था पर ध्यान दें और उसे नुकसान पहुंचाने वाले व्यवहार की निंदा करें। अभी हम विपरीत करते हैं।
उदाहरण के लिए हिन्दू-मुस्लिम मुद्दों से सामाजिक अशांति होती है, उससे बिजनेस का माहौल प्रभावित होता है। कोई भी उस देश में निवेश करना नहीं चाहेगा, जहां लोग एक-दूसरे से नफरत करते हैं। एक और परेशानी है कि सरकार और उसके बाबू नीति और नियमों से हर बिजनेस को नियंत्रित करना चाहते हैं। इन्हें छोड़ें। अर्थव्यवस्था को खोलें।
असली आर्थिक प्रोत्साहन देने की जरूरत
सरकार को तुरंत ही असली आर्थिक प्रोत्साहन देने की जरूरत है। गरीब देश होने के कारण हम बड़ा प्रोत्साहन नहीं दे सकते। लेकिन जो भी है, उसे वास्तविक होना चाहिए, सुर्खियां बनने वाला नंबर एक नहीं। सरकार अर्थव्यवस्था के लिए कुछ करे, इसके लिए हमें यह भी देखना होगा कि जनता इसकी परवाह करती है। विडंबना है कि अभी सबसे ज्यादा प्रभावित हमारे युवा परवाह नहीं करते।
एक पूरी पीढ़ी बेरोजगार हो जाएगी। आम भारतीय और गरीब हो जाएंगे और कुछ अमीरों की सेवा करेंगे। यह 1980 के दशक के भारत जैसा हो जाएगा। फिर भी युवा अपने फोन में व्यस्त हैं, सस्ते 4जी डेटा पैक में खोए हैं, बचकाने वीडियो देख रहे हैं, वीडियो गेम खेल रहे हैं, पोर्न देख रहे हैं और शायद सोशल मीडिया पर सारा दिन लोगों से लड़ रहे हैं। यह सब बेकार है। यह हमारे निजी लक्ष्यों के साथ राष्ट्रीय मुद्दों से भी ध्यान भटका रहा है।
सस्ता डेटा हमारे युवाओं के लिए अ���िशाप है, जहां वे कई घंटे सर्कस देखते हुए बर्बाद कर रहे हैं, जबकि साम्राज्य जल सकता है। युवाओं को फोन बंद कर उठना होगा। अपने सपनों, लक्ष्यों, महत्वाकांक्षाओं और पैसे कमाने पर ध्यान देना होगा, ताकि वे भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकें। उन्हें यह सवाल लगातार पूछना होगा कि ज्यादा विकास क्यों नहीं हो रहा?
भारत का भविष्य हमारे हाथों में है। हम कम काम वाले बाबुओं और डिलिवरी बॉय का, एक-दूसरे से लड़ने वालों का गरीब देश बन सकते हैं, या हम अमीर देश बनकर दुनिया में सम्मान हासिल कर सकते हैं। इनमें से आप किस तरफ हैं? (ये लेखक के अपने विचार हैं)
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चेतन भगत, अंग्रेजी के उपन्यासकार
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भाई बहन के लिए बेहतरीन शायरी - Bro Sis Shayari
आज के पोस्ट में आप Brothers Status In Hindi का एक बेहतरीन संग्रह पढ़ने वाले है जिसमें बहन और भाई के अटूट प्रेम के लिए हमने कुछ स्टेटस और शायरी की पेशकश की है, यहाँ से आप अपने भाई को स्टेटस और शायरी भेज सकते है और अपने भाई बहन के प्रेम को दर्शा सकते है, भाई-बहन का रिश्ता बहुत निराला होता है और नटखट भरा होता है, जिससे वयक्त करने में शब्दों का अभाव हो सकता है पर हमारी यह छोटी सी कोशिस Bhai Shayari Status Quotes in Hindi आपको जरूर पसंद आएगी हम आशा कर सकते है। यहाँ पर आप भाई पर शायरी का संग्रह जिसमे Best Collection Of Brother Status and Quotes In Hindi 2019 जिसको आप फेसबुक और व्हाट्सअप्प पर अपने भाई के साथ साँझा कर सकते है उन्हें बहुत अच्छा लगेगा, बहनो के लिए भाई के लिए बहुत स्नेह भरा रिश्ता होता है, Brother Shayari Status Quotes in Hindi भाई-भाई का प्यार को बरकरार रखने के लिए भाई-बहन और भाई-भाई के रिश्तें पर बहरीन शायरी का यह कलेक्शन आप जरूर पढ़े।
Fresh Brother Status and Quotes in Hindi 2019
नीचे दिए गए स्टेटस और शायरी को आप कॉपी करके अपने भाई और बहन को भेज सकते है और फेसबुक और व्हाट्सप्प की मदद से उनके साथ शेयर कर सकते है उन्हें बहुत अच्छा लगेगा। Brother Status And Quotes In Hindi for Whatsapp जिस बहन का नहीं है कोई भाई, उन सब बहनों के लिए हाजिर है मेरी कलाई. भाई-भाई के रिश्तें तब ख़ास होते हैं, जब दोनों हमेशा साथ होते हैं. ऐ रब मेरी दुआओं का इतना तो असर रहे, मेरे भाई के चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट रहे. भाई मुझे सताता बहुत हैं, मुसीबत में अपनापन भी जताता बहुत हैं. भाई-बहन के रिश्ते बड़े होते हैं, क्योकि ये दिल से जुड़े होते हैं. Brother Shayari And Status In Hindi for Facebook मेरी आँखो कि औकात नही कि मै किसी को घूर सकु ,याद रहता हैं भगवान ने मुझे भी एक बहन दी है…..!! भाई कितना भी परेशान कर ले बहन को, मगर बहन के जान होते भाई….!! बहन बस बड़ी लड़कियां है, जो अपने भाई के लिए जीती हैं। कभी हमसे लड़ती-झगड़ती है, मगर कुछ बिना कहे हमारी सभी बात को समझने का कला भी बहन ही रखती है. एक बहिन भले ही कितनी भी पतली क्यों न हो जाए, भाई के मुहं से यही लब्ज निकलेगा “कम खाया कर मोटी” Best Collection Of Brother Status In Hindi भाई-बहन उतने ही नजदीक होते हैं जितनी हमारे दोनों नैन “भाई से अच्छा कोई दोस्त नहीं है, और हमारे सामने कोई अच्छा भाई नहीं है. भाई-बहन उतने ही करीब होते हैं जितनी हमारी दोनों आँखें..!!! जब प्यार ज्यादा हो तो नफ़रत में बदल जाता हैं, इसलिए भाई-भाई का दुश्मन हो जाता हैं.! भाई पर रख विश्वास और ख़ुदा पर आस्था, मुश्किल चाहें जैसी हो निकाल लेंगे कोई रास्ता. पसंद और नापसंद, लेकिन ज्यादातर पसंद करते हैं। प्यार और नफरत, लेकिन ज्यादातर प्यार से अधिकार रखते हैं, मेरे भाई से प्यार करने से मुझे कुछ भी नहीं रोक सकता। Bhai Shayari Status Quotes in Hindi खुशी से बीते हर दिन, हर रात सुहानी हो, जिस तरफ आपके कदम पडे, वह फूलों की बरसात हो…!!!! खुशनसीब है वो बहन जिसके हिस्से मे भाई का प्यार व साथ होता है,चाहे कुछ भी हो हालात ये रिश्ता हमेशा साथ होता. दीदी ! तुम मेरी वो दोस्त हो जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता …!!! मेरी भाई जैसा ना है ना होगा कोई दूजा, मैं आरती उतार के करूँ तेरी पूजा.!!! ऐ रब मेरी दुआओं का इतना तो असर रहे, मेरे भाई के चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट रहे. Best Quotes On Brother In Hindi भाई-भाई के रिश्तें तब ख़ास होते हैं, जब दोनों हमेशा साथ होते हैं…!! भाई से ज्यादा ना कोई उलझता हैं, ना भाई से ज्यादा कोई समझता हैं…! बड़ा भाई बाप जैसा होता हैं और छोटा भाई दोस्त जैसा होता हैं. बहनें बस बड़ी लड़कियां हैं, जो अपने भाइयों के लिए जीती हैं..!! अपनी स्टाइल को देखकर सबकी जलती हैं, क्योकि इस शहर में सिर्फ तेरे भाई की चलती हैं. I Love My Brother Status In Hindi भाई-बहन का प्यार कुछ यूँ इस तरह होता हैं, जो एक दुसरे की छोटी-छोटी खुशियों को जान लेता हैं। एक बड़ी बहन होने के नाते अपने भाई से प्यार करना है, भले ही वह चाहें या बदले में आपको प्यार न करे। कभी – कभी भाई होना किसी हीरो से कम नहीं लगता। भाई, तेरे मोटी कहने पर मुझे जो सुकून मिलता, वो मुझे कही और नहीं मिलता। बड़ा भाई बाप जैसा होता है और छोटा भाई दोस्त जैसा। Funny Sms For Brother In Hindi मेरा भाई मेरा बॉडीगार्ड है, जो हमेशा मेरी रक्षा करेगा। मैं नखरे करती हूँ क्योंकि मेरे पास नखरे उठाने वाला भाई जो है। जिसके सिर पर बड़े भाई का हाथ होता है, वह दुनिया का बड़े से बड़ा काम भी आसानी से कर सकता है। वो भाई बहुत खुशनसीब है, जिसका बड़ा भाई उसका सबसे अच्छा दोस्त है। बहन की नज़र में भाई किसी हीरो से कम नहीं होता। Raksha Bandhan Status In Hindi भाई का प्यार दुआ से कम नहीं होता, क्योंकि भाई हमेशा मुश्किल के समय साथ देता है। अच्छा दोस्त और अच्छा भाई किस्मत वालो को ही मिलता है। बड़ा भाई प्यार से गिफ्ट देता है और छोटा भाई ज़िद्द करके गिफ्ट लेता है। दुनिया के खफा हो जाने पर केवल भाई ही अपने बहन का साथ देता है। भाई का प्यार किसी आशीर्वाद से कम नहीं होता। Sister to Brother Shayari in Hindi बहन – भाई की यारी सबसे प्यारी दोस्त आएंगे और जायेंगे पर भाई हमेशा हमारे साथ रहेगा। भाई से सच्चा दोस्त और कोई नहीं होता। दुनिया के थपेड़े ना सह पाता अगर मेरा भाई मेरे साथ ना होता। मेरा भाई मेरा गुरुर है। Best Collection Of Brother Status and Quotes भाई – बहन उतने ही करीब होते है, जितनी हमारी दोनों आँखें। मैं आज ख़ुशी से जी पा रहा हूँ क्योंकि मुझे संभालने वाला मेरा बड़ा भाई है। कहते भाई – भाई है, फिर क्यों करते लड़ाई – लड़ाई है। अगर आपके पास भाई है तो आपको किसी सुपरहीरो की जरूरत नहीं। बड़े भाई के प्यार में पूरी जन्नत को पाने की ताकत होती है। Sister to Brother Poem in Hindi भाई ने मुझको भाई नही दोस्त बनाया था हाथ पकड़ कर प्यार से चलना सिखाया था मै तो अक्सर भूल जाता था अपना हर वादा भाई ने तो अपना छोटा बड़ा हर वादा निभाया था चाहे खुद रहना पड़ा कड़ी सर्दी मे भी नंगे पाव मुझको तो हर साल मेरी पसंद का जूता दिलवाया था खुद रहे हमेशा सादे लिबास मुझको तो सूट सिलवाया था मै क्या क्या कहूं भाई आपकी तारीफ मे आपने ही तो मुझे बालक से इंसान बनाया था Read the full article
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वह प्राण-शक्ति जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता
मैं एक साधारण व्यक्ति हूँ। मैं एक नीरस जीवन जीती थी। प्रकाश की लालसा रखने वाले कई लोगों की तरह, मैंने मानव-अस्तित्त्व के वास्तविक आशय की ख़ोज करने के कई तरीक़ों को आज़माया, ताकि मैं अपने जीवन को अधिक अर्थ दे सकूँ। अंत में, मेरे सभी प्रयास व्यर्थ रहे थे। लेकिन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंतिम दिनों के कार्य को स्वीकार करने के मेरे सौभाग्य के बाद, मेरे जीवन में चमत्कारी परिवर्तन हुए। इससे मेरे जीवन में अधिक रंगत आई, और मुझे समझ में आ गया कि केवल परमेश्वर ही लोगों के उत्साह और उनके जीवन का सच्चा प्रदाता है, और केवल परमेश्वर का वचन ही मानव जीवन का असली अर्थ है। मैं खुश थी कि अंततः मुझे जीवन का सही मार्ग मिल गया था। बहरहाल, अपने कर्तव्य को पूरा करने के दौरान मुझे एक बार गैरक़ानूनी रूप से गिरफ्तार किया गया और सीसीपी सरकार द्वारा मुझे क्रूरतापूर्वक यातना दी गई। इससे, मेरे जीवन की यात्रा ने एक अनुभव प्राप्त किया जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगी ...
दिसम्बर 2011 मे�� एक दिन सुबह लगभग 7 बजे, कलीसिया के एक और नेता और मैं कलीसिया की संपत्तियों की एक सूची तैयार कर रहे थे, जब दस से अधिक पुलिस अधिकारी अचानक दरवाज़े से घुस आए। इनमें से एक दुष्ट पुलिस कर्मचारी हमारे पास झपट कर पहुंचा और वह चीखा: "हिलना मत"! जो हो रहा था उसे देखकर मेरा सिर चकरा गया। मन ही मन मैंने सोचा, यह तो बुरा है—कलीसिया बहुत सारी संपत्ति खोने जा रही है। इसके बाद, उस दुष्ट पुलिस ने हमारी ऐसे तलाशी ली जैसे कोई डाकू डकैती कर रहे हों। उन्होंने प्रत्येक कमरे को भी छान मारा, उन्हें बस उलट-पुलट ही कर दिया। अंत में, उन्हें कलीसिया की कुछ जायदाद मिली जिनमें तीन बैंक कार्ड, जमा राशि की रसीदें, कुछ कंप्यूटर, मोबाइल फोन आदि शामिल थे। उन्होंने सब कुछ ज़ब्त कर लिया, फिर वे हम चारों को पुलिस स्टेशन ले गए।
दोपहर में, दुष्ट पुलिस तीन और बहनों को ले आई जिन्हें उन्होंने गिरफ्तार किया था। उन्होंने हम सातों को एक कमरे में बंद कर दिया एवं हमें बोलने नहीं दिया, और न ही रात होने पर, उन्होंने हमें सोने दिया। बहनों को मेरे साथ बंद देखकर और कलीसिया का कितना धन खो गया होगा इसकी सोच-सोचकर, मैं चिंता में आपे से बाहर थी। मैं बस इतना कर सकती थी कि परमेश्वर से अविलम्ब प्रार्थना करूँ: हे परमेश्वर! इस माहौल का सामना करते हुए, मैं नहीं जानती हूँ कि मुझे क्या करना चाहिए। कृपया मेरे दिल की रक्षा करो और इसे शांत रखो। प्रार्थना करने के बाद, मैंने परमेश्वर के इन वचनों के बारे में सोचा: "जब इस तरह की चीज़ें कलीसिया में होती हैं, तो डरो मत, इन सबके लिए मेरी अनुमति है। खड़े हो जाओ और मेरी आवाज़ बनो। विश्वास रखो कि मेरे सिंहासन ने सभी चीज़ों और मामलों की अनुमति दी है और सभी में मेरी मंशा अंतर्निहित है" ("आरंभ में मसीह के कथन और गवाहियाँ" से)। "तुम्हें पता होना चाहिए कि तुम्हारे आसपास के वातावरण में सभी चीज़ें मेरी अनुमति से हैं, मैं सब कुछ व्यवस्थित करता हूं। मैंने जो वातावरण तुम्हें दिया है, उसमें मेरा दिल स्पष्ट रूप से देखो और उसे संतुष्ट करो" ("आरंभ में मसीह के कथन और गवाहियाँ" से)। परमेश्वर के वचनों ने मेरे दिल की खलबली को शांत कर दिया। मुझे एहसास हुआ कि, आज का यह माहौल परमेश्वर की अनुमति से मुझे मिला था, और वह समय आ गया था जब परमेश्वर मुझसे उसकी गवाही देने के लिए कहे। परमेश्वर की इच्छा को समझने के बाद, मैंने परमेश्वर से प्रार्थना की और मैंने कहा: "हे परमेश्वर! मैं तुम्हारे आयोजन और तुम्हारी व्यवस्थाओं का पालन करना चाहती हूँ, और म��री गवाही में दृढ़ता से खड़ी रहना चाहती हूँ—लेकिन मैं छोटे कद की हूँ, और मैं चाहती हूँ कि तुम मुझे विश्वास और ताकत दो, और दृढ़ता से खड़े रहने में मेरी रक्षा करो।"
अगली सुबह, उन्होंने हमें विभाजित कर दिया और हमसे पूछताछ की। दुष्ट पुलिस में से एक ने गर्व से कहा, "मुझे पता है कि तुम कलीसिया की एक अग्रणी हो। हम पांच महीने से तुम लोगों की निगरानी कर रहे हैं।" जब मैंने मेरी निगरानी करने के लिए उन्होंने जो कुछ भी किया था उसका विस्तृत वर्णन करते हुए उसे सुना, तो एक सिहरन मेरी रीढ़ की हड्डी से नीचे दौड़ गई। मैंने मन ही मन सोचा, दुष्ट पुलिस ने हमें गिरफ्तार करने के लिए वास्तव में अच्छा खासा आधार-कार्य किया था। चूंकि वे पहले से ही जान चुके हैं कि मैं कलीसिया की एक अग्रणी हूँ, ऐसा कोई रास्ता नहीं है कि वे मुझे जाने दें। मैंने तुरंत परमेश्वर के सामने अपना संकल्प तय किया: मैं परमेश्वर को धोखा देने और एक यहूदा बनने के बजाय मर जाना पसंद करूँगी। यह देखकर कि उनकी पूछताछ से कोई परिणाम नहीं मिल रहा था, उन्होंने किसी एक को मेरी निगरानी करने और मुझे सोने नहीं देने का काम सौंप दिया।
तीसरे दिन की पूछताछ के दौरान, दुष्ट पुलिस के मुखिये ने एक कंप्यूटर चलाया और उसने मुझे परमेश्वर का तिरस्कार करने वाली सामग्री को पढ़ने के लिए कहा। यह देखकर कि मैं अविचलित थी, उसने मुझे कलीसिया के वित्त के बारे में बारीकी से सवाल किये। मैंने अपना सिर एक तरफ घुमा लिया और उसे नज़रअंदाज़ कर दिया। इस बात ने उसे इतने गुस्से में डाल दिया कि उसने गाली देना शुरू कर दिया। "कोई बात नहीं यदि तुम कुछ भी बताना नहीं चाहती हो—हम तुम्हें अनिश्चित काल तक रोक सकते हैं, और जब चाहें तुम्हें यातना दे सकते हैं", उसने यह ज़ोरदार धमकी दी। उस दिन मध्य-रात्रि में, पुलिस ने अपनी यातनाओं को देना शुरू किया। उन्होंने मेरे कंधे के पीछे से मेरी एक बांह को खींच लिया और दूसरी बांह को मेरी पीठ पर से ऊपर खींच लिया। अपने पैरों से मेरी पीठ को दबाकर, उन्होंने बलपूर्वक दोनों कलाइयों को हथकड़ी से बाँध दिया। इससे मुझे इतना दर्द हुआ कि मैं पीड़ा से चिल्लाने लगी—ऐसा लगा कि मेरे कंधों की हड्डियां और मांस सब अलग हो जाएंगे। मैं केवल घुटने टेक जमीन पर अपना सिर रखकर गतिहीन पड़ी रह कर सकती थी। मैंने सोचा कि मेरी चीखों के कारण वे मुझसे रियायत करेंगे, लेकिन इसके बजाय उन्होंने मेरी पीठ और हथकड़ी के बीच एक प्याला डाल दिया, जिससे दर्द दुगुना हो गया। ऐसा लगा कि मेरे ऊपरी शरीर की हड्डियों के ��ो टुकड़े कर दिए गए थे। यह इतना पीड़ाजनक था कि मैंने सांस छोड़ने तक की हिम्मत नहीं की और ठंडा पसीना मेरे चेहरे से टपकने लगा। जैसे ही मैंने महसूस किया कि मैं अब इस दर्द को और सहन नहीं कर सकती थी, दुष्ट पुलिस में से एक ने मौका देखकर मुझसे यह कहा: "बस हमें एक नाम बता दो, और हम फ़ौरन ही तुम्हें जाने देंगे।" उसी पल में, मैंने परमेश्वर को मेरे दिल की रक्षा करने के लिए पुकारा। मैंने तुरंत जीवन के अनुभव के एक स्तुति-गान के शब्दों के बारे में सोचा: "देहधारी परमेश्वर दर्द सहता है। मुझे, इस भ्रष्ट व्यक्ति को, कितना और भुगतना चाहिए? अगर मैं अंधेरे के प्रभाव के सामने घुटने टेक देती हूँ, तो मैं परमेश्वर से कैसे मिल सकूँगी? ... मैं सभी कठिनाइयों को सहन करना पसंद करूँगी, और परमेश्वर के दिल की पीड़ा के लिए क्षति-पूर्ति करुँगी" ("मेमने का अनुसरण करना और नए गीत गाना" से "परमेश्वर से सुसमाचार पाने की प्रतीक्षा में")। स्तुति-गान ने मुझे शक्ति दी। हाँ—देहधारी परमेश्वर ने हमारे उद्धार की खातिर उस सारी पीड़ा को सहा है, और मुझे, शैतान द्वारा गहराई से भ्रष्ट किये गए इस व्यक्ति को, और भी पीड़ा उठानी होगी। अगर मैं शैतान के सामने इसलिए झुक जाती हूँ कि मैं दर्द सहन नहीं कर सकती, तो फिर मैं परमेश्वर का फिर कभी सामना कैसे कर सकूँगी? यह सोचकर मुझे शक्ति मिली, और मैं एक बार फिर से दृढ़ हो गई। दुष्ट पुलिस ने मुझे लगभग एक घंटे तक यातना दी। जब उन्होंने हथकड़ियों को खोला, तो मेरा पूरा शरीर जमीन पर ढीला होकर गिर पड़ा। "यदि तुम बात नहीं करती हो तो हम इसे फिर से करेंगे!", उन्होंने मुझ से चिल्लाकर कहा। मैंने उनको देखा और कुछ भी नहीं कहा। दुष्ट पुलिस के इन लोगों के प्रति मेरा दिल नफरत से भर गया था। दुष्ट पुलिस में से एक फिर से हथकड़ी लगाने के लिए आगे आया। मुझे जो भयंकर पीड़ा हुई थी, उसके बारे में सोचकर मैं अपने दिल में परमेश्वर से प्रार्थना करते रही। मुझे आश्चर्य हुआ कि जब उसने मेरी बाहों को मेरी पीठ के पीछे खींचने की कोशिश की, तो वह उन्हें मोड़ ही नहीं सका। इससे बहुत ज्यादा पीड़ा भी नहीं पहुंची। वह इतने ज़ोर से कोशिश कर रहा था कि उसका पूरा सिर पसीने से ढक गया—लेकिन वह अभी भी मुझे हथकड़ियाँ नहीं पहना सका। "तुम काफी मजबूत हो!" उसने गुस्से से झुंझलाकर कहा। मुझे पता था कि यह सब में परमेश्वर द्वारा मेरी देखभाल की जा रही थी, और यह कि परमेश्वर मुझे शक्ति दे रहा था। परमेश्वर का धन्यवाद हो!
सुबह मुश्किल से हुई। दुष्ट पुलिस ने मुझे कैसे सताया था इसके बारे में सोच-सोच कर मैं अभी भी सदमे में थी। उन्होंने मुझे धमकी भी दी, मुझसे कहा कि अगर मैंने कुछ भी नहीं बताया, तो वे मुझे पहाड़ों के बीच ले जाकर ��ार डालेंगे। इसके बाद, जब वे अन्य विश्वासियों को गिरफ्तार करेंगे, तो वे उनसे कहेंगे कि मैंने कलीसिया को धोखा दे दिया था—तब मैं उनके सामने बदनाम हो जाऊँगी, और वे मुझे कलीसिया के अन्य भाइयों और बहनों से नफरत करवाएंगे और मेरा त्याग करवा देंगे। इसकी कल्पना कर मेरा दिल सूनेपन और विवशता की लहरों से घिर गया था। मैंने खुद को डरपोक और कमज़ोर महसूस करते हुए पाया। मैंने मन ही मन सोचा: मेरे लिए मर जाना बेहतर होगा। इस तरह मैं यहूदा तो नहीं बनूंगी और परमेश्वर को धोखा न दूंगी, न ही मुझे अपने भाइयों और बहनों द्वारा त्याग दिया जाएगा। मैं देह की यातना और पीड़ा से भी बच जाऊँगी। तो मैंने उस पल का इंतजार किया जब दुष्ट पुलिस का ध्यान मेरी ओर नहीं था और मैंने दीवार पर मेरे सिर को कसकर मार दिया—लेकिन उससे बस इतना ही हुआ कि मेरा सिर चकरा गया; मैं मरी नहीं। उस पल में, परमेश्वर के इन वचनों ने मुझे भीतर से प्रबुद्ध किया: "इन अंतिम दिनों में, तुम्हें परमेश्वर के प्रति गवाही देनी है। इस बात की परवाह किए बिना कि तुम्हारे कष्ट कितने बड़े हैं, तुम्हें अपने अंत की ओर बढ़ना है, अपनी अंतिम सांस तक भी तुम्हें परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य बने रहना आवश्यक है, और यह परमेश्वर की कृपा पर आधारित होना चाहिए; केवल यही वास्तव में परमेश्वर से प्रेम करना है और केवल यही मजबूत और सामर्थी गवाही है" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "केवल पीड़ादायक परीक्षाओं का अनुभव करने के द्वारा ही तुम परमेश्वर की मनोहरता को जान सकते हो" से)। "जब दूसरे तुम्हारा गलत अर्थ निकालते हैं, तो तुम परमेश्वर से प्रार्थना करने और कहने के योग्य होते हो: 'हे परमेश्वर! मैं यह नहीं मांगता कि दूसरे मुझे सहें, और न ही कि मुझे क्षमा करें। मैं केवल यह मांगता हूँ कि मैं अपने हृदय से तुझसे प्रेम कर सकूँ, कि मैं अपने हृदय में आश्वस्त हो सकूँ, और कि मेरा विवेक शुद्ध हो। मैं यह नहीं मांगता कि दूसरे मेरी प्रशंसा करें, या मेरा बहुत आदर करें; मैं केवल अपने हृदय से तुझे संतुष्ट करने का प्रयास करूँ'" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "केवल शोधन का अनुभव करने के द्वारा ही मनुष्य सच्चाई के साथ परमेश्वर से प्रेम कर सकता है" से)। परमेश्वर के वचनों ने मेरे दिल से उदासी को भगा दिया। हाँ—परमेश्वर उन लोगों को चाहता है जिनमें संकल्प है, उन लोगों को जो शैतान के सामने परमेश्वर की गवाही दे सकते हैं, जो बिलकुल अंत तक सहन कर सकते हैं और परमेश्वर के सभी आयोजनों का अनुपालन कर सकते हैं, चाहे उन्हें कितनी भी बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़े। और उससे भी अधिक, परमेश्वर लोगों के दिल के भीतर देखता है। अगर पुलिस मुझ पर झूठा इल्जाम भी लगाती है, भले ही अन्य भाई-बहन मुझे वास्तव में ही गलत समझें और मुझे छोड़ दें क्योंकि उन्हें नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ था, तो भी मुझे विश्वास है कि परमेश्वर के इरादे अच्छे हैं; परमेश्वर मेरे विश्वास और उसके प्रति मेरे प्यार की परीक्षा ले रहा है, और मुझे परमेश्वर को संतुष्ट करने का अनुसरण करना चाहिए। शैतान की चालाक योजनाओं के आरपार देखकर, मैंने अचानक लज्जित और शर्मिंदा महसूस किया। मैंने देखा कि परमेश्वर में मेरा विश्वास बहुत छोटा था। थोड़ी पीड़ा सहन करने के बाद, मैं दृढ़ता से खड़े होने में असमर्थ हो रही थी, और मैं पलायन की, और मौत के माध्यम से परमेश्वर के आयोजन से भाग निकलने की, सोच रही थी। जब लोग परमेश्वर को छोड़ देते हैं, तो वे अंधेरे में रहेंगे। धमकी के शब्द बोलने के पीछे दुष्ट पुलिस का उद्देश्य यह था कि मैं परमेश्वर को अपनी पीठ दिखा दूँ। और यदि परमेश्वर की सुरक्षा न होती। तो मैं उनकी चालाक योजना में फंस गई होती। जैसे ही मैंने परमेश्वर के वचनों पर विचार किया, मेरा दिल प्रकाश से भर गया। मैं अब मरना नहीं चाहती थी, बल्कि एक अच्छा जीवन जीना चाहती थी और अपने जीवन में जो कुछ भी मैं वास्तव में कर रही थी उसे परमेश्वर के प्रति गवाही देने और शैतान को शर्मिंदा करने के लिए उपयोग में लाना चाहती थी।
जिन दो दुष्ट पुलिसकर्मियों को मेरी निगरानी करने का काम दिया गया था, उन्होंने मुझसे पूछा कि मैंने दीवार से अपना सिर क्यों मारा था। मैंने कहा कि अन्य पुलिसकर्मियों ने मुझे पीटा था इसलिए। "हम मूल रूप से शिक्षा के माध्यम से काम करते हैं। तुम चिंता मत करो—मैं उनको तुम्हें और चोट पहुँचाने नहीं दूँगा", उनमें से एक ने मुस्कान के साथ कहा। उसके आश्वासन के शब्दों को सुनकर, मैंने सोचा: ये दोनों तो बुरे नहीं हैं; जबसे मुझे गिरफ्तार किया गया था, वे मेरे लिए काफी अच्छे रहे हैं। इसके साथ ही, मैंने अपनी सावधानी को ढीला कर दिया। लेकिन उस पल में, परमेश्वर के वचन मेरे दिल में कोंध उठे: "हर समय, मेरे लोगों को शैतान की चालाक योजनाओं से सतर्क होना होगा, मेरे लिए मेरे घर के द्वार की रक्षा करनी होगी, … जो तुम लोगों को शैतान के जाल में फंसने से रोकेगा, उस समय इस पछतावे के लिए बहुत देर हो जाएगी" (सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के लिये परमेश्वर के कथन "वचन देह में प्रकट होता है" के "तीसरा कथन" से लिया गया) परमेश्वर के वचनों ने मुझे समय पर याद दिला दिया, और मुझे यह दिखाया कि शैतान की चालाक योजनाएं कई होती हैं, और मुझे इन राक्षसों के खिलाफ हर समय सावधान रहना होगा। मुझे उम्मीद नहीं थी कि वे जल्द ही अपने असली रंग को प्रकट कर देंगे। एक दुष्ट पुलिसकर्मी ने परमेश्वर की निंदा करनी शुरू की, जबकि दूसरा मेरे पास बैठकर मेरे पैर को थपथपाते हुए, और मुझे बुरी नज़र से देखते हुए कलीसिया के वित्त के बारे में पूछने लगा। शाम को, यह देखकर कि मुझे झपकी आ रही थी, उसने मेरी छाती को टटोलना शुरू कर दिया। यह जानकर कि अब उन्होंने अपने असली चेहरों को प्रकट कर दिया था, मैं क्रोध से भर गई थी। केवल अब मैंने देखा कि जनता की पुलिस कहलाने वाले ये लोग गुंडों और दादाओं से ज्यादा कुछ नहीं थे। ये थीं वे घृणास्पद, गंदी चीजें जिन्हें करने में वे सक्षम थे। नतीजतन, ��ैं केवल परमेश्वर से प्रार्थना कर सकती थी कि वह मुझे उनके अनिष्ट से बचा ले।
अगले कई दिनों में, दुष्ट पुलिस ने न केवल कलीसिया के बारे में मुझसे घनिष्ट सवाल किये, बल्कि बारी-बारी से उन्होंने यह निगरानी भी रखी कि मैं सो न सकूं। इसके बाद, यह देखकर कि मैंने किस तरह उन्हें कोई भी सहयोग नहीं दिया था, वे दो दुष्ट पुलिसकर्मी जो मुझसे पूछताछ कर रहे थे, अब उग्र हो गए। उनमें से एक मुझ पर सवार हो गया, उसने मेरे चेहरे पर थप्पड़ जड़ दिए, और न जाने कितनी बार मेरी पिटाई कर दी। मेरे चेहरे में टीसें हो उठीं, सूजन शुरू हो गई, और अंत में मेरे चेहरा इतना सुन्न हो गया कि मुझे अब कुछ भी महसूस नहीं हो रहा था। चूँकि उनकी पूछ-ताछ ने मुझसे कुछ भी हासिल नहीं किया था, एक शाम उस दुष्ट पुलिस के अगुआ ने मुझ से चिल्लाकर कहा, "तुम्हें अपना मुंह खोलना शुरू करने की ज़रूरत है। तुम मेरे कमबख्त धैर्य की परीक्षा ले रही हो—मैं यह नहीं मानता कि हम तुम्हारे साथ लाचार हैं। मेरा तुमसे भी काफी अधिक मुश्किल लोगों से कई बार पाला पड़ा है। अगर हम तुम पर कठोर नहीं होंगे, तो कमबख्त तुम्हें काबू में लाने का कोई तरीका न होगा!" उसने आदेश दिया और कई दुष्ट पुलिसकर्मियों ने मुझे यातना देना शुरू कर दिया। शाम को, पूछताछ का कमरा मनहूस और खौफ़नाक हो गया—मुझे ऐसा लगा कि मानो मैं नरक में थी। उन्होंने मुझे फ़र्श पर बिठा दिया और मेरे हाथों को मेरे घुटने और मेरे निचले पैरों के बीच से निकालकर बेड़ियाँ लगा दीं। उसके बाद उन्होंने मेरी बाँहों के बीच की खाली जगहों से होकर और मेरे घुटनों के पीछे एक लकड़ी का डंडा डाला, जिससे मेरा पूरा शरीर मुड़ कर रह गया। फिर उन्होंने डंडे को उठा लिया और दो मेजों के सहारे बीच में झुला दिया, जिससे मेरा पूरा शरीर हवा में लटक गया और मेरा सिर नीचे की तरफ़ हो गया। जिस क्षण उन्होंने मुझे ऊपर उठाया, मेरा सिर चकरा गया और मेरे लिए सांस लेना मुश्किल हो गया। ऐसा लगा जैसे मैं घुट रही थी। क्योंकि मुझे हवा में उल्टा लटका दिया गया था, मेरा पूरा वजन मेरी कलाई के बल झूल रहा था। शुरुआत में, मेरे मांस को बेड़ियों से कट जाने से रोकने के लिए, मैंने अपने हाथों को कसकर एक साथ बांधे रखा, मेरे शरीर को घुमाया, और उसी स्थिति में रहने के लिए कठिनतम कोशिश की। लेकिन मेरी शक्ति धीरे-धीरे क्षीण होती गई। मेरे हाथ मेरे टखनों से फिसलकर मेरे घुटनों पर आ गए, बेड़ियों ने मेरे मांस को गहराई से काट लिया, जिससे मैं घोर पीड़ा में आ गई। इस तरह से आधे घंटे तक लटकने के बाद, मुझे ऐसा लगा कि मेरे शरीर का सारा खून मेरे सिर में इकठ्ठा हो गया था। मेरे सिर और आंखों में दर्दनाक फैलाव से ऐसा महसूस हुआ कि मानो वे फटने जा रहे थे। मेरी कलाइयाँ गहरी कट गईं थीं, और मेरे हाथ इतने सूज गए थे कि वे दो पाव-रोटी की तरह दिखते थे। म��झे लगा कि मैं मौत की कगार पर थी। "मैं और सहन नहीं कर सकती, मुझे नीचे उतारो", मैं निराशा में चिल्ला उठी।
"खुद तुम्हारे सिवाय तुम्हें कोई भी नहीं बचा सकता है। बस हमें एक नाम बताओ और हम तुमको नीचे उतरने देंगे," दुष्ट पु��िस अधिकारियों में से एक ने क्रूरतापूर्वक कहा। अंत में, उन्होंने देखा कि मैं वास्तव में परेशानी में थी, और मुझे नीचे उतार दिया। उन्होंने मुझे कुछ ग्लूकोज़ दिया और मुझे फिर से पूछना शुरू कर दिया। मैं जमीन पर मिट्टी की तरह पड़ी रही, मैंने आंखों को कसकर भींच लिया, और उनकी ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया। अप्रत्याशित रूप से, दुष्ट पुलिस ने मुझे एक बार फिर हवा में उठा दिया। मेरे हाथों से थामे रहने की ताकत न होने के कारण, बेड़ियों को मेरी कलाइयों में धँस जाने देने के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं था, मेरे शरीर को उसके दाँतेदार किनारे आरे की तरह चीरने लगे। उस पल में, यह इतना कष्टदायक हो गया कि मैंने एक मर्मभेदी चीख निकाली। मेरे पास लड़ाई जारी रखने की ताकत नहीं थी और मेरी सांस बहुत छिछली हो गई थी। ऐसा लगा मानो वक्त ठहर गया था। मुझे लगा मानो मैं मौत के कगार पर डगमगा रही थी। यह सोचकर कि अब तो मैं वाकई मरने जा रही थी, मैंने परमेश्वर से मेरे जीवन के अंत से पहले अपने दिल की बात को कहना चाहा: "हे परमेश्वर! इस पल जब मैं सचमुच मौत के कगार पर हूँ, मैं डरी हुई हूँ—पर आज रात अगर मैं मर भी जाऊं, मैं तब भी तुम्हारी धार्मिकता की प्रशंसा करुँगी। हे परमेश्वर! मेरे लघु जीवन की यात्रा में, मैं तुम्हारा धन्यवाद करती हूँ कि तुमने मुझे इस पापी दुनिया से अपने घर लौटने के लिए चुना, ताकि मैं अब और न भटकूँ, खो न जाऊं और तुम्हारे स्नेहपूर्ण आलिंगन में सदा के लिए रह सकूं। हे परमेश्वर! मैंने तुम्हारे प्रेम का इतना अधिक आनंद पाया है—फिर भी इस वक़्त जब मेरा जीवन समाप्त होने को है, मुझे समझ आ रहा है कि मैंने तुम्हारे प्रेम को संजोया नहीं है। कई बार मैंने तुम्हें दुखी और निराश किया है; मैं एक अबोध शिशु की तरह हूँ जो केवल अपनी माता के प्रेम का आनंद भोगना जानता है, पर जिसने कभी इस प्रेम को लौटाने की नहीं सोची है। केवल अब जब मैं अपने जीवन को खोने जा रही हूँ, मैं यह समझ पा रही हूँ कि मुझे तुम्हारे प्रेम को संजोये रखना चाहिए, और केवल अब मुझे उन कई अच्छे मौकों को खो देने का अफ़सोस हो रहा है। जिसका मुझे अभी सबसे अधिक खेद है, वह यह है कि मैं तुम्हारे लिए कुछ भी करने में असमर्थ रही हूँ और मैं तुम्हारी बहुत ऋणी हूँ, और यदि मैं अभी भी जीवित रहती हूँ, तो मैं निश्चित रूप से अपने कर्तव्य को करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी, ताकि मेरे ऋण का भुगतान कर सकूँ। इस पल में, मैं केवल इतना मांगती हूँ कि तुम मुझे शक्ति दो, जिससे मुझे कभी भी मृत्यु से डरन��� न पड़े, और जिसका भी मैं सामना करूँ, उसमें मैं दृढ़ बनी रहूँ...."। मेरे माथे से बूँद-बूँद आँसू टपक पड़े। रात खौफनाक ढंग से खामोश थी। घड़ी की टिक-टिक के अलावा और कोई आवाज़ नहीं थी, मानो मेरे जीवन के अंतिम पल गिने जा रहे हों। और तभी कुछ ऐसा हुआ जो चमत्कारिक था। मुझे ऐसा लगा मानो गर्म धूप मुझ पर झिलमिला रही थी और धीरे-धीरे, मैंने अपने शरीर में दर्द का अनुभव करना बंद कर दिया। परमेश्वर के वचन मेरे मन में गूंजने लगे: "जब तुम रोते हुए इस संसार में आते हो, उस समय तुम अपना कार्य करना प्रारम्भ कर देते हो। तुम परमेश्वर की योजना और विधान में अपनी भूमिका को अपना लेते हो। तुम अपने जीवन की यात्रा प्रारम्भ कर देते हो। तुम्हारी कैसी भी पृष्ठभूमि हो और तुम्हारे सामने कैसी भी यात्रा हो, स्वर्ग में रखी हुई योजनाओं और प्रबंधों से कोई भी बचकर नहीं भाग सकता और कोई भी अपने भाग्य पर नियंत्रण नहीं कर सकता, क्योंकि जो सभी बातों पर शासन करता है वही केवल ऐसे कार्यों को करने के योग्य है" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है" से)। हाँ—परमेश्वर मेरे जीवन का स्रोत है, परमेश्वर मेरे भाग्य पर शासन करता है, और मुझे अपने आप को परमेश्वर के हाथों में छोड़ देना चाहिए और खुद को उसके विधान में रखना चाहिए। परमेश्वर के वचनों पर विचार करते हुए मुझे अपने दिल में एक सुखद, शांतिपूर्ण भावना का अनुभव हुआ, मानो कि मैं परमेश्वर के स्नेहपूर्ण आलिंगन में विश्राम कर रही थी। मैंने खुद को सो जाते हुए पाया। इस डर से कि मैं कहीं मर न जाऊं, दुष्ट पुलिस ने मुझे नीचे ले लिया और जल्दी से मुझे कुछ ग्लूकोज़ और पानी दिया। मृत्यु को छू कर निकल जाने में, मैंने परमेश्वर के चमत्कारी कार्यों को देखा था।
अगले दिन, दुष्ट पुलिस ने पूरी शाम मुझे बार-बार उसी तरह ऊपर लटकाने में व्यतीत कर दी। उन्होंने मुझसे उन रसीदों से सम्बंधित धनराशि के बारे में पूछताछ की, जिन्हें उन्होंने ज़ब्त कर लिया था। पूरे समय के दौरान, मैंने कुछ भी नहीं कहा—फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। कलीसिया के धन को हड़पने के लिए, उन्होंने मुझे यातना देने के हर घृणास्पद साधन का इस्तेमाल किया। उस पल में, परमेश्वर के वचन मेरे दिल में गूंज उठे थे: "दिल में हज़ारों वर्ष की घृणा भरी हुई है, पापीपन की सहस्राब्दियाँ दिल पर अंकित हैं-यह कैसे घृणा को प्रेरित नहीं करेगा? परमेश्वर का बदला लो, अपने शत्रु को पूरी तरह समाप्त कर दो, उसे अब अनियंत्रित ढंग से फैलने की अनुमति न दो, और उसे अपनी इच्छानुसार परेशानी पैदा मत करने दो! यही समय है: मनुष्य अपनी सभी शक्तियों को लंबे समय से इकट्ठा करता आ रहा है, उसने इसके लिए अपने सभी प्रयासों को समर्पित किया है, हर कीमत चुकाई है, ताकि वह इस दानव के घृणित चेहरे को तोड़ सके और जो ��ोग अंधे हो गए हैं, जिन्होंने हर प्रकार की पीड़ा और कठिनाई सही है, उन्हें अनुमति दे कि वे अपने दर्द से उठें और इस दुष्ट प्राचीन शैतान को अपनी पीठ दिखाएं" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "कार्य और प्रवेश (8)" से)। परमेश्वर के वचनों ने मुझे बड़ी ताकत और निष्ठा दी। मैं शैतान के साथ मौत तक लड़ूंगी, और यदि मैं मर भी जाऊं, तो भी मैं परमेश्वर की गवाही देने में दृढ़ रहूंगी। परमेश्वर के वचनों से प्रेरित होकर, मैं अनजाने में दर्द को भूल गई। इस तरह, हर बार जब उन्होंने मुझे ऊपर लटकाया, परमेश्वर के वचनों ने मुझे प्रेरित और प्रोत्साहित किया, और जितनी अधिक बार उन्होंने मुझे ऊपर लटकाया, उतना ही मैं उनके सार को आर-पार देख सकी थी—जो कि दुष्ट राक्षसों का था—और मेरी गवाही देने में तथा परमेश्वर को संतुष्ट करने में मेरा संकल्प उतना ही अधिक दृढ़ होता गया। अंत में, वे सब एक-एक कर थक गए। "ज्यादातर लोग आधे घंटे तक इस तरह लटक नहीं सकते हैं, लेकिन वह इतने समय तक बनी रही है-वह वाकई सख्त है!", मैंने उन्हें टिप्पणी करते सुना। इन शब्दों को सुनकर, मैं ज़ोश से अभिभूत हो गई थी। मैंने मन ही मन सोचा: जब मेरे पीछे परमेश्वर हो, तुम मुझे हरा नहीं सकते। पुलिस स्टेशन में मेरे नौ दिन और रात के दौरान, शारीरिक यातना के अलावा दुष्ट पुलिस ने मुझे नींद से भी वंचित रखा था। हर बार जब मैंने अपनी आंखें बंद की और ऊँघना शुरू ही किया, तो वे मेज पर अपने डंडे को मार देते थे, या फिर मुझे खड़े होकर दौड़ने के लिए कहते, या फिर बस मुझ पर चिल्लाते थे, इस तरह वे मेरे मनोबल को तोड़ कर मुझे परास्त करने की कोशिश कर रहे थे। नौ दिनों के बाद, यह देखकर भी कि वे अपने उद्देश्य तक नहीं पहुंच पाए थे, पुलिस ने हार नहीं मानी। वे मुझे एक होटल में ले गए, जहां उन्होंने मेरे पैरों के सामने मेरे हाथों को बेड़ियाँ पहनायी, फिर मेरी बाहों और पैरों के फ़ासले में एक लकड़ी का डंडा फँसा डाला, जिससे मुझे अपने शरीर को फर्श पर घूँघर बनाकर बैठना पड़ा। उन्होंने मुझे अगले कई दिनों तक फर्श पर इस स्थिति में बैठाए रखा, जिसके कारण हथकड़ियों से मेरा मांस कट गया। मेरे हाथ और मेरी कलाइयाँ सूज गईं और बैंगनी हो गईं, और मेरे कूल्हों पर इतनी चोट लगी कि मैंने सहलाने या छूने की हिम्मत तक नहीं की; ऐसा लगा जैसे मैं सुइय���ं पर बैठी हुई थी। एक दिन, दुष्ट पुलिस के नेताओं में से एक, यह देखकर कि मुझ से की गई पूछताछ निष्फल हो गई थी, मेरे पास क्रोध से भभकते हुए आया और उसने मेरे चेहरे पर ज़ोर से थप्पड़ मार दिया—इतने ज़ोर से कि यह मेरे दो दांतों को ढीला कर देने के लिए काफी था।
अंत में, प्रांतीय जन सुरक्षा विभाग के दो खंड-प्रमुख आए। जैसे ही वे पहुंचे, उन्होंने हथकड़ी खुलवा दी, सोफे पर बैठने में मेरी मदद की, और मुझे एक कप पानी पिलाया। उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिन तुम्हारे लिए बहुत मुश्किल रहे हैं—लेकिन इसे दिल पर न लेना, वे लोग तो केवल आदेशों का पालन कर रहे थे," उन्होंने मक्कारी के साथ कहा। उनके पाखंड ने उनके प्रति मुझसे इतनी घृणा करवा दी कि मैंने अपने दांतों को भींच लिया। उन्होंने मुझे जीतने के लिए बाइबल का उपयोग करने की कोशिश की, एक कंप्यूटर चालू कर दिया और मुझे झूठे सबूत दिखाए। उन्होंने कई शब्दों को कहा जो परमेश्वर के खिलाफ तिरस्कार और निंदा के थे। मेरे दिल में, मैं आक्रोश में थी। मैं उनके साथ बहस करना चाहती थी, लेकिन मुझे पता था कि ऐसा करने से वे परमेश्वर के खिलाफ और अधिक निंदा ही करेंगे। इस समय, मुझे सचमुच लगा कि देहधारी परमेश्वर ने कितनी बड़ी कठिनाई सहन की थी, और मनुष्य को बचाने के लिए परमेश्वर ने कितना घोर अपमान सहन किया था। इसके अलावा, मैंने इन दुष्ट राक्षसों की तुच्छता और घृण्यता देखी। मेरे दिल में, मैंने गुप्त रूप से शपथ ली कि मैं शैतान के साथ पूर्णतः सम्बन्ध-विच्छेद कर दूँगी और हमेशा परमेश्वर के प्रति वफादार रहूंगी। इसके बाद, उन्होंने मुझे धोखा देने की चाहे जितनी भी कोशिश की, मैंने अपना मुंह बंद रखा और कुछ भी नहीं कहा। उनके शब्दों का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा था, यह देखकर दोनों खंड-प्रमुख केवल झुंझलाहट में जा सके थे।
होटल में दस दिन और रात के दौरान, उन्होंने मेरे हाथों पर बेड़ियाँ लगाये रखीं, जिससे मुझे अपने पैरों को पकड़े फर्श पर बैठे रहना पड़ा। पीछे मुड़कर देखती हूँ तो जब से मुझे गिरफ्तार किया गया था, तब से मैंने पुलिस स्टेशन और होटल में उन्नीस दिन-रात बिताए थे। परमेश्वर के प्रेम की सुरक्षा ने मुझे थोड़ी झपकी तो लेने दी थी, लेकिन दुष्ट पुलिस ने मुझे पूरे समय में बिलकुल सोने नहीं दिया था; यदि मैंने केवल एक पल के लिए भी अपनी आंखें बंद कीं तो वे मुझे जगाने के लिए कुछ भी करते थे—मेज को पीटना, मुझे लातें मारना, मुझ पर चिल्लाना, मुझे दौड़ने के लिए आदेश देना, इत्यादि। हर बार जब मैं चौंकती थी, तो मेरा दिल मेरी छाती में ज़ोरों से धड़कता था और मैं डर जाती थी। यह बात दुष्ट पुलिस की लगातार यातना में जुड़ जाती, और अंततः मेरी शक्ति गंभीर रूप से घट गई, मेरा पूरा शरीर सूजा हुआ और बेचैन था, और मुझे सब कुछ दो-दो दिखने लगा था। मुझे यह तो पता चलता था कि मेरे सामने लोग बातें कर रहे थे, लेकिन उनकी बातों की आवाज़ ऐसी प्रतीत होती थी कि मानो वह दूर कहीं क्षितिज से आ रही हो। और तो और, मेरी प्रतिक्रियाएं बहुत धीमी होती जा रही थीं। मेरे लिए किसी भी तरह से इन सब से गुजर सकना परमेश्वर की महान शक्ति के कारण ही था, जिसके लिए मैं आभारी थी! जैसा कि परमेश्वर ने कहा है: "वह मनुष्य को नया जन्म लेने देता है, और प्रत्येक भूमिका में दृढ़तापूर्वक जीने के लिये सक्षम बनाता है। ��सकी सामर्थ्य के लिए और उसकी सदा जीवित रहने वाली जीवन की शक्ति के लिए धन्यवाद, मनुष्य पीढ़ी दर पीढ़ी जीवित रहता है, जिसके द्वारा परमेश्वर के जीवन की सामर्थ्य मनुष्य के अस्तित्व के लिए मुख्य आधार बनती है… परमेश्वर की जीवन शक्ति किसी भी शक्ति पर प्रभुत्व कर सकती है; इसके अलावा, वह किसी भी शक्ति से अधिक है। उसका जीवन अनन्त काल का है, उसकी सामर्थ्य असाधारण है, और उसके जीवन की शक्ति आसानी से किसी भी प्राणी या शत्रु की शक्ति से पराजित नहीं हो सकती" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "केवल अंतिम दिनों का मसीह ही मनुष्य को अनन्त जीवन का मार्ग दे सकता है" से)। मेरे दिल में, मैंने निष्ठा से परमेश्वर को धन्यवाद दिया और उसकी स्तुति की: हे परमेश्वर! तुम सभी चीजों पर शासन करते हो, तुम्हारे कार्य अनमोल हैं, केवल तुम सर्वशक्तिमान हो, तुम अखूट प्राण-शक्ति हो, तुम मेरे जीवन के लिए जीवित पानी के झरने हो। इस विशेष माहौल में, मैंने तुम्हारी अनूठी शक्ति और तुम्हारे प्रभुत्व को देखा है। अंत में, दुष्ट पुलिस को अपने प्रश्नों का मुझसे कोई जवाब नहीं मिला, और उन्होंने मुझे हिरासत केंद्र में भेज दिया।
हिरासत केंद्र जाने के रास्ते पर, दो पुलिसकर्मियों ने मुझसे कहा: "तुमने वास्तव में अच्छा किया है। तुम लोग हिरासत केंद्र में हो सकते हो, लेकिन तुम अच्छे लोग हो। वहां सभी प्रकार के लोग होते हैं: नशीले पदार्थों के व्यापारी, हत्यारे, वेश्याएं—जब तुम वहां पहुंचोगी, तो तुम देखोगी।" "जब तुम जानते हो कि हम अच्छे लोग हैं, तुम हमें गिरफ्तार क्यों करते हो? क्या सरकार धर्म-निरपेक्षता की बात नहीं करती है?", मैंने पूछा। "वह तो कम्युनिस्ट पार्टी का तुमसे बोला गया झूठ है। पार्टी हमें हमारी आजीविका देती है, इसलिए हमें वह करना पड़ता है जो वह कहती है। हम तुम्हारे लिए कोई नफरत नहीं रखते हैं या तुमसे हमारा कोई विरोध नहीं है। हमने तुम्हें सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया क्योंकि तुम परमेश्वर में विश्वास करती हो", पुलिसकर्मियों में से एक ने कहा। यह सुनकर, मैंने जो कुछ भी अनुभव किया था, उस पर मैं सोचने लगी। मैं परमेश्वर के इन वचनों को याद किये बिना न रह सकी: "धार्मिक स्वतंत्रता? नागरिकों के वैध अधिकार और हित? ये सब पाप को छिपाने के तरीके हैं!" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "कार्य और प्रवेश (8)" से)। परमेश्वर के वचनों ने इस मामले को उसकी तह तक उजागर कर दिया है, जिससे मैं वास्तव में सीसीपी सरकार का असली चेहरा देख सकी थी और यह जान सकी थी कि कैसे यह उस शाबासी को पाने की कोशिश करती है, जिसके लिए यह लायक नहीं है; सतह पर तो यह धार्मिक आजादी के झंडे फहराती है, लेकिन गुप्त रूप से यह देश भर में हर जगह उन लोगों को गिरफ्तार करती है, यह उन पर अत्याचार करती है और उनके साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करती है जो परमेश्वर में विश्वास करते हैं, और यह कलीसिया के धन को लूटती है—और ��े सब तथ्य उसके जघन्य पापपूर्ण, राक्षसी सार को उजागर करते हैं।
जब मैं हिरासत केंद्र में थी, तब कई बार ऐसा हुआ कि मैं दुर्बल थी और दर्द में थी। परन्तु परमेश्वर के वचन मुझे प्रेरणा देते रहे, मुझे शक्ति और विश्वास देते रहे, जिससे मैं यह समझ पाई कि यद्यपि शैतान ने मुझ से देह की आजादी तो छीन ली थी, पर पीड़ा ने मुझे मजबूत बनाया था, इसने इन दुष्ट राक्षसों के उत्पीड़न के दौरान मुझे परमेश्वर पर भरोसा करना सिखाया था, मुझे कई सच्चाइयों के वास्तविक अर्थ को समझने की, सत्य की बहुमूल्यता को जानने की, और सच्चाई का अनुसरण करने के लिए मेरे संकल्प और प्रेरणा को बढ़ाने की, सीख दी थी। मैं परमेश्वर के प्रति आज्ञापालन करते रहने के लिए, और परमेश्वर ने जो कुछ भी व्यवस्था की थी उसका अनुभव करने के लिए, तैयार थी। नतीजतन, हिरासत केंद्र में काम करते समय, मैं स्तुति-गान किया करती थी और चुपचाप परमेश्वर के प्रेम के बारे में सोचती थी। मुझे लगा कि मेरा दिल परमेश्वर के अधिक करीब आ गया था, और अब वे दिन मुझे इतने दर्दनाक और निराशाजनक नहीं लगते थे।
इस समय के दौरान, दुष्ट पुलिस ने मुझसे कई बार पूछताछ की। उनके द्वारा मिली यातनाओं पर काबू रख पाने में मिले मार्गदर्शन के लिए मैंने परमेश्वर को बार-बार धन्यवाद दिया। इसके बाद दुष्ट पुलिस ने मेरे तीन बैंक कार्ड से सारे पैसे निकाल लिए। असहाय रूप से दुष्ट पुलिस को कलीसिया के धन को लेते देख कर मेरा दिल टूट गया। इन लालची राक्षसों के बुरे दल के प्रति मेरा दिल नफरत से भरा हुआ था, और मैं उत्सुक थी कि मसीह का राज्य शीघ्र आ जाए। अंत में, कोई सबूत नहीं होने के बावजूद, उन्होंने मुझे "सार्वजनिक व्यवस्था में बाधा डालने" के आरोप में एक साल और तीन महीने के लिए श्रम के माध्यम से पुनर्शिक्षा की सजा सुनाई।
सीसीपी सरकार द्वारा क्रूरतापूर्वक सताए जाने के बाद, मैंने वास्तव में मेरे प्रति परमेश्वर के प्रेम और उद्धार का स्वाद चख लिया था, और परमेश्वर की सर्वशक्तिमत्ता और संप्रभुता और उनके चमत्कारी कार्यों की मैं सराहना करने लगी थी, मैंने परमेश्वर के वचनों के प्रभुत्व को और उनकी ताक़त को देख लिया था। इसके अलावा मैंने सचमुच शैतान को तिरस्कृत किया था। यातना के उस समय के दौरान, परमेश्वर के वचनों ने मेरे दुखद दिनों और रातों में मेरा साथ निभाया था, परमेश्वर के वचनों ने मुझे शैतान के चालाक षड़यंत्रों के आर-पार देखने के योग्य बनाया था और मुझे समय पर सुरक्षा प्रदान की थी। परमेश्वर के वचनों ने मुझे मज़बूत और साहसी बना दिया था, जिससे मैं उनकी क्रूर यातना का समय-समय पर सामना कर सकी। परमेश्वर के वचनों ने मुझे बल और विश्वास दिया था, उन्होंने मुझे शैतान के साथ बिलकुल अंत तक लड़ने का साहस दिया था...। परमेश्वर का धन्यवाद हो! सर्वशक्तिमान परमेश्वर सत्य, मार्ग और जीवन है! मैं हमेशा के लिए, अंत तक, सर्वशक्तिमान परमेश्वर का अनुसरण करूँगी! स्र��त:सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया
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Motivational Thoughts in Hindi | Thoughts about Life
Motivational Thoughts in Hindi | Thoughts about Life
अमीर इतने बनो की आप किसी भी चीज को , जब चाहो तब खरीद सको और कीमती इतने बनो की इस संसार का अमीर से अमीर आदमी आपको खरीद न सके |Motivational Thoughts in Hindi,thoughts about life,thoughts in hindi ,thought of the day in hindi,thoughts on life,thoughts love,good thoughts in hindi,motivational status in hindi,thoughts in hindi and english,short thoughts
अपनी ज़िन्दगी से कभी नाराज नहीं होना , क्या पता आपकी जैसी ज़िन्दगी , किसी और का सपना हो |
जब दिल दुःख में , और रूह , दर्द में लिपटी हो , तो दुवाएं कमाल की निकलती हैं |
जिसके पास उम्मीद ��ै , वह लाख बार हार कर भी नहीं हारता |
बहुत मजबूत हो जाते हैं वो लोग , जो अन्दर से टूट जाते हैं |
तुम्हारे बाद , बड़ा फ़र्क आ गया है , हममे , क्योकिं तुम्हारे बाद , हम किसी पर खफा नहीं हुए |
मेरी फितरत में नहीं , उन परिंदों से दोस्ती करना , जिन्हें हर किसी के साथ उड़ान भरने का शौक हो |
यही फितरत है , हम इंसानों की , मोहब्बत न मिले तो , हम सब्र नहीं कर पाते , और मिल जाए तो संभाल नहीं पाते |
विजेता वो नहीं बनते जो कभी असफल नहीं हुए , विजेता तो वो होते हैं , जो कभी भी हार नहीं मानते |
जिंदगी को इस्तनी सस्ती मत बनाओ की दो पैसे के लोग , खेल कर चले जाएँ |
आप जानते हैं की आप कुछ तो हैं , क्योंकि परमेश्वर कोई भी चीज ख़राब नहीं बनाता है |
परखता रहा उम्र भर ताकत दवाओं की , दंग रह गया देखकर शक्ति दुवाओं की |
प्रभु कहते हैं की , तू सोने से पहले सबको माफ़ कर दे ,मैं उठने से पहले तुझे माफ़ कर दूंगा
जिंदगी में कभी भी , किसी को कसूरवार मत ठहराव | अच्छे लोग खुशियाँ देते हैं और बुरे लोग तजुर्बे |
क्यों डरें की जिंदगी में क्या होगा , क्यों सोंचे हर वक़्त की बुरा होगा
बढ़ते रहो अपनी मंजिलों की तरफ , कुछ न मिलता तो तजुर्बा तो नया होगा
जो खो गया , उसके लिए रोया नहीं करते ,
जो पा लिया उसे , खोया नहीं करते ,
उनके ही सितारे चमकते हैं
जो कठिनाईयों से , घबराया नहीं करते |
इन्सान कहता है की , अगर पैसा हो तो , मैं कुछ करके दिखाऊं
और पैसा कहता है , तू कुछ करके दिखा ,तो मैं आऊं
किस्मत , मुकद्दर , भाग्य और हाथों की लकीर ! यह सब कमजोर सोच की नींव है , जिन्हें अगर तुमने अपने दिमाग में बैठा लिया तो तुम्हारी जिन्दगी की इमारत कभी मजबूत बन सकती |
लम्बा चलना पड़ता है सिर्फ ये जानने के लिए की नजदीक कौन हैं |
बहुमूल्य समय आपका है ,चाहे तो कुछ खोज लो , चाहो तो सोने में गुजार दो |
वक़्त हालात देखकर बदलता है और अपने मौका देखकर |
पीठ हमेशा मजबूत रखनी चाहिए , क्योंकि शाबाशी और धोखा , दोनों पीठ पीछे से ही मिलते हैं |
परखो तो कोई अपना नहीं , समझो तो कोई पराया नहीं |
ये वो दौर है , जहाँ मासूमियत को बेवकूफी कहा जाता है |
अपनी उम्र और पैसे पर कभी घमंड नहीं करना , क्योंकि जो चीजें गिनी जा सकें वो यक़ीनन ख़त्म हो जाती हैं
अकेले रहना अच्छा है , बजाय उनके साथ रहने की जिन्हें आपकी क़द्र नहीं |
जिंदगी एक ��सी किताब है , जिसके अधिकाँश पन्ने , अभी तक , आपने पढ़े नहीं है |
किसी ने क्या खूब लिखा है - मैं पसंद तो बहुत हूँ सबको पर जब उनको मेरी जरुरत होती है तब |
कभी मैं अपनी हाथों की लकीरों में न उलझा क्योंकि मुझे पता था की भाग्य का लिखा भी बदला जा सकता है |
जिंदगी जीने के दो तरीके हैं , एक तो जो पसंद है , उसे हासिल करो और दूसरा जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो |
चीजों की कीमत मिलने से पहले होती है , और , इंसान की कीमत खोने के बाद |
चाहे कुसूर किसी का भी हो लेकिन आंसू हमेशा बेकसूर के ही निकलते हैं |
आपके दिल की चुभन भी कम होगी किसी के पांव से काँटा निकालकर तो देखो
जिंदगी में दो ही लोग असफल होते हैं , जो सोचते हैं पर करते नहीं और दूसरे जो करते हैं पर सोचते नहीं |
आपके गिरने में आपकी हार नहीं है , आप इंसान के रूप में अवतार हैं , गिरो ,उठो ,चलो और फिर दौड़ भागो क्योंकि जिंदगी संक्षिप्त है |- Motivational Thoughts in Hindi,thoughts about life,thoughts in hindi ,thought of the day in hindi,thoughts on life,thoughts love,good thoughts in hindi,motivational status in hindi,thoughts in hindi and english,short thoughts
चाहा हुआ मिल जाना सफलता है , मिले हुए को चाहना , प्रसन्नता है |
अगर आपके अन्दर अपने जीवन में कुछ बड़ा करने की ज्वलंत इच्छा है , तो दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है |
मुश्किलों से पीछा छुड़ाना बहोत आसान होता है
हर पल ज़िन्दगी का इम्तिहान होता है
डरने वा���ो को कुछ भी नहीं मिलता
समस्या का सामना करने वालो के कदमों में जहाँ होता है |
शेर आगे छलांग लगाने के लिए , एक कदम पीछे हटता है , इसलिए जब भी आपका जीवन , आपको पीछे धकेलता तो बिल्कुल , घबराएं नहीं | आपका जीवन , अब आपको , एक ऊंची छलांग देने के लिए तैयार है |
जिंदगी में जोखिम लेने से कभी डरो नहीं , या तो जीत मिलेगी और हार भी गए तो एक नई ,सीख मिलेगी |
अरे , वो दुनिया का डर नहीं है जो आपको उड़ने से रोक रहा है , कैद तो आप , अपने ही नजरिये के पिजड़े में हैं |
अगर आप एक पेन्सिल बनकर किसी की खुशियाँ नहीं लिख सकते हो , तो एक रबड़ बनकर किसी का गम मिटा दो |
मेरी मंजिल मेरे करीब है , इसका मुझे एहसास है | घमंड नहीं मुझे अपने इरादों पर , ये मेरी सोच और हौसलों का विश्वास है |
आधी जिन्दगी गुजार दी हमने पढ़ते पढ़ते और सीखा क्या - एक दूसरे को नीचा दिखाना |
जीवन में इतना संघर्ष तो कर लेना चाहिए की अपने बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए दूसरों का उदहारण न देना पड़े |
दूसरों के बुरे वक़्त पर हंसने वालों , वक़्त जब भी शिकार करता है तो वो हर दिशा से वार करता है |
माता पिता की सलाह सबको बुरी लगती है , लेकिन माँ बाप की वसीयत सबको अच्छी लगती है |
उठा देती हैं , कुछ जिम्मेदार���याँ जीवन की , रात में जागने वाला हर शख्स महबूब ही नहीं होता |
उम्मीद हमें छोड़कर कभी भी नहीं जाती , एक हम ही हैं , जो उम्मीद छोड़ देते हैं |
दुनिया के सबसे मुश्किल कामों में से एक है , समझदारों को समझना |
लोग बदलते नहीं , बेनकाब होते हैं |Tags- Motivational Thoughts in Hindi,thoughts about life,thoughts in hindi ,thought of the day in hindi,thoughts on life,thoughts love,good thoughts in hindi,motivational status in hindi,thoughts in hindi and english,short thoughts
न किसी के अभाव में जियो , न किसी के प्रभाव में जियो | ये जिन्दगी है आपकी , आप अपने स्वाभाव में जिओ |
अक्सर अकेलेपन से वही गुजरता है , जो जिन्दगी में सही फैसलों को चुनता है |
जिंदगी की रेस में जो लोग आपको " दौड़कर " नहीं हरा पाते | वही आपको तोड़कर हराने की कोशिश करते हैं |
ऊपर वाला मेहरबान हो तो सरताज बना देता है , और जरा सी नजर फेर ले तो मोहताज बना देता है |
मुफ्त में सिर्फ माँ -बाप का प्यार मिलता है | इसके बाद दुनिया में हर रिश्ते के लिए कुछ न कुछ चुकाना पड़ता है |
इंसान की समझ सिर्फ इतनी है उसे जानवर कहो तो नाराज हो जाता है और शेर कहो तो खुश हो जाता है |
हार मानने के डर से अच्छा है , जीत की कोशिशों में मर जाना |
बेज्जती का जवाब इतनी इज्जत से दीजिये की सामने वाला भी शर्मिंदा हो जाये |
हमारी आँख अक्सर वही लोग खोलते हैं , जिन पर हम आँख बंद करके भरोसा करते हैं |
ख्वाइश भले ही छोटी हो , लेकिन उसे पूरा करने के लिए दिल जिद्दी होना चाहिए |
जो चीज आपको चुनौती देती है , वही चीज आपको बदल भी सकती है |
हर रुलाता हुआ लम्हा भी हसांयेगा, सब्र रख ए दोस्त , वक़्त अपना भी आएगा |
अजीब शब्द है " sorry" इंसान कहे तो झगडा ख़त्म | डॉक्टर कहे तो , इन्सान ख़त्म |
इंसान खुद की गलती पर अच्छा वकील बन जाता है , और दूसरों की गलती पर सीधा जज बन जाता है |
कैसे नादान हैं हम , दुःख आता है तो अटक जाते हैं | सुख आता है तो भटक जाते हैं |
मुझे अकेले चलने में बड़ा मज़ा आता है | न कोई आगे चलता , न कोई पीछे छूटता है |
परमेश्वर महँगी घड़ी सबको दे , पर मुश्किल घड़ी किसी को न दे |
उसके साथ रहो जिसकी तबियत ख़राब हो लेकिन उनके साथ कभी मत रहो जिनकी नियत ख़राब हो |
जिनकी कामयाबी नहीं रोकी जा सकती , उनकी बदनामी शुरू की जाती है |
अगर कोई आपसे कुछ मांगे , तो दे दिया करो | शुक्र करो , ऊपर वाले ने आपको देने वालों में रखा है , मांगने वालों में नहीं |
आप जितना कम बोलोगे , लोग आपको उतना ही ज्यादा , सुनना चाहेंगे |
समय अच्छा जरूर आता है , पर समय , समय पर ही आता है |
माना दुनिया बुरी है , हर जगह धोखा है ! परन्तु हम तो अच्छा बने , हमें किसने रोका है |
आपके कार्य एवं व्यव्हार ही आपकी पहचान है , वरना एक ही नाम के हजारों इंसान हैं |
वक़्त ने फंसाया है , लेकिन परेश���न नहीं हूँ मैं | हालातों से हार जाऊं , वो इंसान नहीं हूँ मैं |
संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा प्राणी है , जिसका जहर उसके दांतों में नहीं , उसकी बातों में होता है |
लोग आपके बारे में क्या सोचतें है , ये भी आप सोचेंगे फिर लोग क्या सोचेंगे |
सम्बन्ध आत्मा से हो तो दिल नहीं भरा करते |
लोगों को इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता की आप खुश हो या नहीं , उन्हें फ़र्क इस बात से पड़ता है की आप उन्हें खुश रखते हो या नहीं |
कपड़े और चेहरे अक्सर झूठ बोला करते हैं | इंसान की असलियत तो , वक़्त बताता है |
जब तक आप अपनी दिक्कतों और मुश्किलों की वजह दूसरों को मानते हैं , तब तक आप अपनी दिक्कतों और मुश्किलों को मिटा नहीं सकते हैं |
अपनों को हमेशा , अपना होने का एहसास दिलाओ वरना वक़्त , आपके अपनों को , आपके बिना जीना सिखा देगा |
बादशाह तो वक़्त होता है , इंसान तो यूँ ही गुरूर करता है |
जब लोग आपका मुकाबला नहीं कर सकते , तब वो आपसे नफरत करने लगते हैं |
इज्जत भी मिलेगी , दौलत भी मिलेगी , बस, सेवा कारो माँ बाप की , जन्नत भी मिलेगी |
सारी दुनिया कहती है , हार मान लो , लेकिन दिल धीरे से कहता है , एक बार और कोशिश कर , तू जरूर कर सकता है |
अपने रास्ते खुद चुनिए क्योंकि आपसे बेहतर , आपको कोई नहीं जानता | Motivational Thoughts in Hindi,thoughts about life,thoughts in hindi ,thought of the day in hindi,thoughts on life,thoughts love,good thoughts in hindi,motivational status in hindi,thoughts in hindi and english,short thoughts
किसी के पैरों में गिरकर , कामयाबी पाने से बेहतर है , अपने पैरों पर चलकर ,कुछ बनने की ठान लो |
जलील न किया करो , किसी फ़क़ीर को ए दोस्त , वो भीख लेने नहीं , तुम्हे दुवाएं देने आता है |
" निंदा " से घबराकर अपने " लक्ष्य " को न छोड़ें , क्योंकि " लक्ष्य " मिलते ही निंदा करने वालों की राय बदल जाती है |
किसी को इतना महत्व नहीं देना चाहिए की वो हमारे चेहरे से " मुस्कान " ही छीन ले |
वाणी में अजीब ताकत होती है , कड़वा बोलने वाले का शहद भी नहीं बिकता और मीठा बोलने वाले की मिर्ची भी बिक जाती है |
जो इंसान जितना खामोश रहता है , वो अपनी इज्जत को उतना ही महफूज़ रखता है |
यूँ तो जिन्दगी में आवाज देने वाले ढेरों मिल जायेंगे , लेकिन बैठिये वहां , जहाँ अपनेपन का एहसास हो |
माफ़ बार बार कीजिये , लेकिन विश्वास सिर्फ एक बार ही कीजिये |
दर्द , गम , डर जो भी तेरे अन्दर है , खुद के बनाये पिजरे से बाहर निकल | फिर देखना तू भी एक सिकंदर है |
जिसे " मैं " की हवा लगी , उसे फिर न दवा लगी , न दुआ लगी |
रिश्ते और रास्ते तब ख़तम हो जाते हैं , जब पांव नहीं , दिल थक जाते हैं |
जिन्हें मेरी कदर नहीं , अब मुझे भी , उनकी कोई फिकर नहीं |
उजाले की कदर उसे होती है , ��िसने जिन्दगी में अँधेरा देखा हो |
गलती ये हुई हमसे की , उसे जान से ज्यादा चाहने लगे | क्या पता था , मेरी इतनी परवाह उसे लापरवाह कर दे��ी |
उसकी कदर करने में कभी देर मत करना , जो इस दौर में भी , तुम्हे वक़्त देता है |
आजकल लोग आईने की तरह हो गए हैं , जो सामने आता है , उसी के हो जाते हैं |
तुम्हारे रोने से किसी को कोई फ़र्क नहीं पड़ता , और अगर पड़ता , तो वो तुम्हे , रोने ही नहीं द���ता |
जब भरोसा ही टूट जाता है तो माफ़ी मांगने का कोई मतलब ही नहीं रहता |
वास्तव में , हमारे अपने , हमें कभी दर्द नहीं देते , दर्द वो देते हैं , जिन्हें हम अपना समझने की भूल कर बैठते हैं |
ये इश्क है , जनाब ! यहाँ इंसान निखरता भी कमाल का है , और बिखरता भी कमाल का है |
ये वक़्त भी एक तराजू की तरह है , जो बुरे वक़्त में अपनों का , और परायों का , वजन बता देता है |
पहले घर कच्चे , और रिश्ते , पक्के हुआ करते थे ! अब घर पक्के और रिश्ते कच्चे हो गए हैं | Motivational Thoughts in Hindi,thoughts about life,thoughts in hindi ,thought of the day in hindi,thoughts on life,thoughts love,good thoughts in hindi,motivational status in hindi,thoughts in hindi and english,short thoughts
जो आपका है , आपको देखकर , कभी व्यस्त नहीं हो सकता , और जो आपको देखकर व्यस्त हो जाये , वो आपका , कभी नहीं हो सकता |
बनाकर अपना , फिर कुछ दिनों में बेगाना कर देते हैं , और भर जाता है जब लोगो का दिल , तो मजबूरी का बहाना बना लेते हैं |
हमारा दर्द कभी कम नहीं होता , बस सहने की आदत हो जाती है |
अगर कोई इंसान , आपके बिना खुश है तो उसे आपके बिना ही जीने दो |
ये जो मेरे हालात हैं , एक दिन सुधर जायेंगे , लेकिन तब तक कई लोग , मेरी नजरों से , उतर जायेंगे |
एक सच्चे और अच्छे रिश्ते को , वादों और शर्तों की जरुरत नहीं होती | बस , दो खूबसूरत लोग चाहिए ! एक निभा सके , और दूसरा समझ सके |
किसी पर जरुरत से कम विश्वास करो , तो वो , बुरा मान सकता है , पर , किसी पर , जरुरत से ज्यादा विश्वास करो तो वो , बहुत बुरा कर सकता है |
जब तक जीवन में ठोकर न लगे , तब तक , हर इंसान को , अपने फैसलों पर बहुत गुरूर होता है |
न रखो , किसी से मोहब्बत की उम्मीद क्योंकि लोग खूबसूरत तो है , लेकिन वफादार नहीं |
किसी का साथ करने से पहले , एक बार जरूर देख लेना , उसके रंग कितने हैं |
प्राण निकल जाने के बाद , शरीर शमशान में जलता है , लेकिन रिश्तों से अगर प्यार ,चला जाए तो इंसान पूरी जिन्दगी , मन ही मन , जलता है |
झूठें लोग , किसी का सच्चा प्रेम तक भूल जाते हैं , लेकिन सच्चे लोग , किसी का झूंठा प्यार भी नहीं भुला पाते |
प्यार हमेशा " SORRY " कहना पसंद करता है , और अहंकार , हमेशा " SORRY" सुनना पसंद करता है |
बहुत जी लिया उनके लिए , जो मेरे लिए ,सब कुछ थे | अब उनके लिए जीना है , जिनके लिए , मैं सब कुछ हूँ |
जिन्दगी में वो मुकाम हासिल करो , जहाँ लोग तुम्हे , ब्लाक नहीं , सर्च करें |
धोखा देने वाला , और साथ छोड़कर जाने वाला , सिर्फ बहाना खोजता है , लेकिन , साथ निभाने वाला , रास्ता खोजता है |
हमारी ज़िन्दगी अक्सर , तब बर्बाद हो जाती है , जब दिमाग वालों को , हम अपने दिल में , जगह दे देते हैं |
हमारी बर्बादी का हमें कोई शिकवा नहीं , अफ़सोस सिर्फ इत��ा है , की , तूने साथ नहीं दिया |
कहते हैं की , सिर्फ एक गलती , अच्छे से अच्छे रिश्ते को भी तोड़ देती है , लेकिन वो रिश्ता , अच्छा कैसे हुआ ? जो एक ग़लतफ़हमी से टूट जाए |
पैर पर लगने वाली चोट , संभलकर चलना सिखाती है , और दिल पर लगी चोट , समझदारी से जीना सिखाती है |
वो , बड़े आराम से रहतें हैं , जिनका दिल ,पत्थर का होता है | सारी मुसीबतें तो , बस एहसास वालों के लिए है |
झूँठ की बुनियाद पर , बनाये गए रिश्ते , सच की एक मामूली सी चोट पर ,बिखर जाते हैं |
ऐसा क्यों होता है , जो कभी हमारा होता ही नहीं ,हम उसे खोने से ,हमेशा डरते रहते हैं , तू वही है न , जिसने पहले फसाया, फिर हंसाया , फिर पहले अपना बना कर , बहुत रुलाया | खाली जेब , और प्यार में मिला धोखा ,वो सबक सिखा देते हैं , जो दुनिया का , बड़े से बड़ा खलीफा भी , नहीं सिखा सकता |
किसी से बात करने का दिल ही नहीं करता अब , न जाने क्यूँ , सब झूंठे से लगते हैं |
खुद को , अपनी नजरों से गिराना छोड़ दो | जो लोग तुम्हे नहीं समझते हैं , समझाना छोड़ दो |
बहुत फ़र्क होता है , अकेले रहने में , और अकेले रह जाने में |
रिश्ते हों या बर्फ हो , दोनों को बनाने , और बनाये रखने के लिए ,ठण्ड रखनी बहुत जरूरी है |
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वो छत वाली लड़की
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वैसे दिखने में तो मैं डार्क और हैंडसम हुँ……(जहाँ तक मैं समझता हुँ),पर उसके लिए किसी भैरव बाबा से कम नही ,लंबी दाढ़ी,तनी मूँछे, बड़ी आंखे और सराफत तो मतलब जैसे सकल से टपकती थी ,खुद के हिसाब से मैं सरीफों का देवता और उसके लिए जैसे गुनाहों का देवता था ।“वो” जिसके कारण मैं आज ये दास्ताँ या यूं कहें कि रहस्यमय कहानी लिख रहा ,वो मेरे सामने वाले घर मे रहती थी ,नाम पता नही है पर जब वह छत पे आती तो उसके दीदार जरूर होते । हाँ छत पे आने का समय फिक्स था “रात्रि 8 से 9 । और हमारा खाना बनाने का समय भी वही 8 से 9 या यूं कहें "हमारे खाना बनाने का समय सीधे सीधे उसके छत में आने से संबंधित था ।
समय के साथ समय चलता रहा और यह छत पर आने व खाना बनाने का सिलसिला भी चलता रहा ,इसके साथ कुछ महीनों बाद भोले दादा का मौसम आया यानी कि सावन आया । सावन आया मतलब यह भी निश्चित हुआ कि सावन सोमवार भी आएगा ,और इसी के साथ एक आस ये भी जगी की शायद इस सावन सोमवार भोले दादा प्रसन्न हो कोई लड़की दादा के पास जाए और शायद है कि दादा हमारा नाम उसे सपनो में जाके सजेस्ट करे ,फिर वो लड़की हमारे लिए सावन सोमवार का व्रत रखेगी और कई वर्षों से चला आ रहा हमारा एकांतवास खत्म होगा । इसी आस व विस्वास के साथ दादा का प्रसाद ले के मैं सपनों की दुनिया मे चला गया जहां मैं वास्तविकता से उलट सलमान सी हुड़ हुड़ दबंग वाली बॉडी व ऋतिक सा सेक्सी लुक लिए ,लड़कियों से चारो तरफ से घिरा अपने आप को शाहरुख से कम नही समझता था ।
उठो भोसडी के 9 बज गए साला 9 बजे लैला की बाहों से बाहर आएगा 10 बजे चाय बनती है ,एक मधुर आवाज के साथ एक ��ुरी ताकत से मारा गया लात मेरे पिछले हिस्से को चूमता हुआ गुजरा और मेरी आँख खुली
यह आवाज थी हमारे मित्र व रूम के पार्टनर मिश्रा जी की । मिश्रा जी का पूरा नाम अभिषेक मिश्रा था ,अपने दुबले पतले बदन ,तेज तर्राट स्वभाव , सर में बालों के बांझपन व सुरीली आवाज के कारण सबके सम्माननीय हो चुके थे और सब बड़े सम्मान व आदर से उन्हें मिश्रा जी कह के पुका���ते थे ।मिश्रा जी की एक खास बात थी उन्हें लड़कियों से बड़ी नफरत थी या ऐसा वो दिखाते थे क्यों कि उनकी कोई सेटिंग अभी तक सेट नही हो पाई थी ।
दूध ले के आये भोसड़ी के की बस लात मारने को हो गए …मैंने अपना सुनहरा सपना जिसमे मैं अभी शादी का वरमाला पहनाने वाला था टूटने पर मिश्रा को गुस्से से देख के बोला
हा ले आये और जिसे तुम अभी अपनी बाहों में लेने के ख्वाब देख रहे थे वो किसी और की गाड़ी की शोभा बढ़ाते हुए निकल गई मैंने अपनी इन्ही आंखों से देखा है ..मिश्रा जी ने अपने दांये हाथ के अंगूठे के बगल की दोनों उंगलियो को अपनी अपनी आंख की तरफ करके कहा
क्या बात कर रहे मिश्रा जी सुबह सुबह ऐसा न बोलो मैं लगभग चौक कर बैठ गया ।
अबे सुनो मजनू के बाप हमने खुद देखा किसी पल्सर वाले साथ निकल ली और दोनों के बीच मे बस इतनी जगह थी कि हवा भी निकलने के लिए बड़ी मसक्कत करेगी
राम राम राम राम क्या बोल रहे सावन में ऐसा पाप भोले दादा दया करे हम पर ,लग रहा साला ये साल भी अकेला ही गुजरेगा ..मैंने उदास होते हुए कहा
अकेले कैसे हम है न बाबू आओ तुम्हारे सब दुख दर्द मिटा दे ..मिश्रा जी ने जोर का ठहाका लगाते हुए कहा
अबे दूर हटो बे नवाबी सौख नही पालते हम साला इसी लिए तुम्हे लड़कियों से नफरत है लगता है
अरे वो तो दुनिया को दिखाने के लिए करते है असलियत में कोई मिलति ही नही तो का करे बाबू …मिश्रा जी ने उदास होते हुए कहा
आई आई रे बड़ा कष्ट है इस जीवन मे मैंने मिश्रा जी के चिर परिचित तरीके से उन्हें छेड़ते हुए कहा और उठ कर चला गया ।
दोपहर 2 बजे तय समय मे हम दोनों रूम से निकल कर बस स्टॉप मे आ गए , हम दोनों ही साथ मे ssc की कोचिंग करते थे जहां वो भी जाती थी , जो इस वक़्त हमसे महज 5 कदम की दूरी मे बस के इंतजार मे खड़ी थी।
अबे देख देख देख बे वो भी खड़ी है ... मिश्रा जी ने देख देख को ज़ोर लगा कर बोला
कौन वो..
अरे वही तुम्हारी वाली जिसके इश्क़ मे पागल हुए फिर रहे हो भोसडी के
अरि साला ये भी उसी क्लास मे जाने लगी क्या बे??? साला हमारा तो पूरा फोकस ही हिल जाएगा बे! मैंने खुसी और आश्चर्य दोनों वाला लुक देते हुए मिश्रा से कहा
अब देखो कवि जी ऐसा है (मेरी हिन्दी शेरो शायरी की आदत के कारण मिश्रा जी मुझे कवि जी कहने लगे थे ) की आज जब फुल टॉस बाल मिल ही गई है तो छक्का न सही चौका तो मार ही देते है ,चलो उससे उसका नाम तो पुंछ ही लेते है फिर थोड़ी मेहनत कर के insta या fb मे ढूंढ ही लेंगे .... मिश्रा जी ने एक उचित सलाह देते हुए कहा
हा तो जाइए फिर नेक काम मे देर किस बात का वैसे भी आप से बड़ा गबरू जवान यहा कोई है नही और आप को तो मना भी नही करेगी दोस्त समझ के नही तो बड़ा भैया समझ के तो बता ही देगी .... मैंने मिश्रा जी की टांग खींचते हुए कहा ।
अरे तुम क्या बात कर रहे हम डरते थोड़ी है ये लो फौरन गए तुरंत आए ,मज़ाक मे ले लिए तुम हमे बे ,साले जानते नही हो का की ज़ीरो फिगर मे लड़कियां मरती है मिश्रा जी ने शेख़ी बघारते हुए कहा और भगवान का नाम ले के धरती को हांथ लगा के ऐसे पाव पड़े जैसे किसी युद्ध मे जा रहे हों ।
Boys स्कूल के लड़को के लिए लड़कियो से सफलता पूर्वक बात कर के उसके नाम व नंबर का पता लगा लेना किसी कठिन मिशन को पूर्ण कर लेने के समान होता है और उपर से हम दोनों सरस्वती स्कूल के पढे हुए थे जहा लड़को को लड़कियो से राखी बँधवा दी जाती थी तो हमारे लिए तो ये किसी खतरनाक मिशन से कम नही था । मिश्रा जी अपने कहे अनुसार नाम पूछने के लिए जिस रफ्तार से आंगे बड़े थे उसके दुगनी रफ्तार से वापस आ गए ।
क्या हुआ गदाधारी भीम वापस आ गए ,पुंछ आए नाम क्या बताई no भी दे दिया होगा आप को तो??मैने एक मज़ाकिया सवाल करते हुए कहा
अरे नही बे बड़ा खतरा है भाई उसके बगल मे 4 पहलवान टाइप लड़कियां खड़ी हैं कहीं ऊंच नीच हुई तो हम बहुत पेले जाएँगे लोटा लोटा के मारेंगी भाई और दौड़ाएंगी अलग और उनमे से एक साली अगर धोखे से हमारे उपर गिर विर गई मारने के चक्कर मे तो हम तो पापड़ बन जाएंगे बे ... मिश्रा जी ने सभी संभावित घटनाओ की रुप रेखा खींचते हुए कहा
तो क्या हुआ मिश्रा जी इश्क़ मे सब लाज़मी है अगर सब आसानी से मिल जाए तो मजा ही क्या ???
तो बेटा ऐसा है की इश्क़ तुम्हारा है तुम मरो हमे काहे बली का बकरा बना रहे …
हम कहाँ बलि का बकरा बना रहे आप ही को कुर्बानी देने का सौख चढ़ा है , आप ही की जवानी उबाल मार रही थी ,उछल उछल के बाहर आ रही थी खैर छोड़िए चलिये बस आ गई चलते है क्लास मे देखा जाएगा ...
हा भैया अंदर घुसते चलो थोड़ा थोड़ा ... कंडक्टर ने भारी आवाज मे कहा !
कहा घुस जाएँ भाई???
जगह भी है यहा की बस घुसते चलो साला घुसते घुसते इतना घुस गए की पता नही कभी जीवन मे निकल पाएंगे भी या नही। पहले इंजीन्यरिंग मे घुसे फिर वहाँ से जैसे तैसे निकले तो ssc मे जा घुसे अब वहा घुसे ही है की बस मे भी घुसे एक टाइम मे कहा कहां घुसे भाई ! मिश्रा जी ने अपना सारा दर्द व भड़ास निकालते हुए कहा ......
ऐसा है ज्यादा कलेक्टर न बनो थोड़ा दब के खड़े हो और भी लोग हैं पीछे ! कंडक्टर ने मुस्कान व गुस्से का सम्मलित भाव दिखाते हुए कहा
आई आई रे कहा दब जाये भोसडी के दबते दबते इतना दब गए है की शरीर मे मांस की जगह अब हड्डियाँ ही बची है , दरअसल मिश्रा जी अपने दुबलेपन का कारण इसी अतरिक्त द्वाब को मानते थे ,जो की उनके उपर बचपन से ही डाला जाने लगा था एक तो एकलौते होने के कारण ज़िम्मेदारी का दवाब ,इंजीन्यरिंग मे आए तो एक बार मे एसी होने का दवाब ,घर से आए पैसो को महीने के आखरी तक चलाने का दवाब ,दोस्तो के साथ पार्टी मूवी मे अपना हिस्सा स्वयम देने का दवाब ,उसके बाद एसएससी मे आए तो उसे क्लियर करने का दवाब ऐसे न जाने कितने दवाब मिश्रा जी के उपर थे, उपर से बस मे दब के खड़े होने का दवाब । इतने अच्छे खासे दवाब मे तो अंबानी जी दब जाए फिर तो ये हमारे मिश्रा जी थे ।
अरे रोको रे बस वो भैंकड़ा पर्स चुरा के भाग रहा ,अरे रोको रे रोक ना भोसडीके...... सुनाई नही दे रहा का, कान मे तेल डाल के बस चला रहा भेंचो , मिश्रा जी की सुरीली आवाज बस के कोने कोने तक पहुँच चुकी थी और बहोत हद तक मिश्रा जी ने अंजाने मे ही सही पर बस की लगभग सभी लड़कियो को अपनी सुरीली आवाज से अपनी ओर एक बार देखने के लिए मजबूर कर दिया था । बस 100 मीटर चल कर ही रुक गई थी ,मिश्रा जी अभिमन्यु से भी तेज बस की भीड़ के चक्र्व्यूह तोड़ते हुए बाहर निकले और उस लड़के की तरफ भागे लेकिन तब तक वह गायब हो चुका था।
क्या हुआ मिश्रा मिला ??? मैने नीचे उतरते हुए पूंछा
कहा मिला साला भाग लिया , चलो बैठो बस मे अब मिलने से रहा
आज कल कहीं कोई सुरक्षित नहीं ,कितने पैसे थे बेटा ?? एक बुजुर्ग ने सहानुभूति दिखाते हुए कहा
काहे जान जाएँगे तो आप देंगे हमे ,बताइये तो बता दूँ ?? मिश्रा ने गुस्से से कहा
अरे मै तो ऐसे ही पुंछ रहा .....
अरे ऐसे कैसे ???? बोलिए देंगे पैसे बोलिए , बोलिए अरे बोलिए न काहे चुप हो गए ,साला एक तो इस देश मे मजे लेने वालो की कमी नही है ,खास कर ये अंकल प्रजाति, कहीं भी मजे लेना चा���ू कर देते ,कितने पाते ,कितने कमाते ,कितने आए कितने गए ! अरे आप लोगो को का करना है भाई कोई और काम नही है का, अभी मै बता दूँ की कितने पाइए थे तो बोलेंगे इतना तुम्हारे पास कैसे आए सकल से तो गरीब दिखते हो काही ऐसा तो नहीं की तुमने चुराये हो मिश्रा जी ने अपना पूरा गुस्सा उस अंकल के सर मढ़ते हुए कहा । पाँच हजार थे ,देना हो तो बोलिए ! मिश्रा जी ने एक शानदार झूठ बोलते हुए आस पास की लड़कियो का ध्यान एक बार फिर अपनी तरफ खींच लिया ।
क्या बात कर रहे मिश्रा जी इतने पैसे सही कहा से आए आप के पास ? मैंने शक भरी नजरों से उन्हे देखते हुए धीरे से कहा …
अरे वो तो मै , हा गदाधारी भीम कहा जाओगे पूरी बस को सर मे उठा के रखा है , कंडक्टर ने मिश्रा जी को बीच मे टोकते हुए कहा ?
एक तो हम इस भोसडी वाले से परेसान हो गए ,तुम्हारी ससुराल जाएँगे ले चलो गे भोसड़ी के जब देखो साला टांग अड़ाता रहता है ,ज्यादा न उछलो नही सारी कंडक्टरी यही घुसेड़ देंगे हमसे ज्यादा नेता न बनो, एक काम करो ससुराल बाद मे चल देंगे अभी तुम बोर्ड आफिस का टिकिट बना दो ,इतना कह कर मिश्रा जी ने बैग के अंदर से अपना पर्स निकाला और एक पाँच सौ का नोट दो उँगलियो के बीच मे फंसा के रहीसो जैसे कंडक्टर के मुह के सामने रख दिये
अरे अभी तो बोल रहे थे पर्स चोरी हो गया अब ये पैसे ???
ऐसा है भोसडी के ज्यादा थानेदार न बनो लेना है तो लो नहीं आंगे जाओ ।
हमारे मिश्रा जी दुनिया के पहले आदमी थे जो ये जानते थे की भोपाल मे पर्स चोरो से कैसे निपटा जाता है ,और उनके लिए वो हमेशा तैयार रहते थे । वो हमेशा दो पर्स ले के चलते थे ,एक मे दस बीस रूपय और एक गालियो से भरा कागज डाल मे रखते थे जिसमे माताओ बहनो के साथ चुराने वाले के पूरे खानदान व उसकी सात पुसतों तक को गालियो की नई नई उयाधियों से नवाज दिया जाता था इसी क्रम मे मिश्रा जी ने कई नई नई गालियों की खोज कर डाली थी ,निकट भविष्य के इतिहास मे मिश्रा जी का नाम नई गालियो के खोजकर्ता के रूप मे स्वर्ण अक्षरो मे लिखा जाएगा और दुशरे पार्श मे अन्य उपयोगी सामान जैसे एटीएम पैसा इत्यादि ।
हा तो मै क्या बोल रहा था पैसे तो सिर्फ 21 रूपये थे पर साला कागज मे आज गालियां कम लिखे थे उसका गम है पहले वाले मे तो उसके मामा बुआ को भी लपेटे मे लिए रहे और चिर परिचित अंदाज मे ठहाका लगा दिये और एक बार फिर लड़कियो का ध्यान खींचने मे सफल रहे । हम दोनों बस से उतर कर कोचिंग आ चुके थे क्लास चालू होने ही वाली थी ।
गुड आफ्टरनून क्लास की आवाज के साथ रीज़निंग वाले सर अंदर आए और रीज़निंग मे दिशा और दूरी पढ़ाना चालू कर दिये ,मै उस लड़की के ठीक पीछे बैठा था और मिश्रा मुझे बार बार कोहनी मार के नाम पुंछने को बोल रहा था ।
excuse me,एक पेन मिलेगी क्या वो बस की धक्का मुक्की मे टूट गई मेरी क्लास के बाद ��ापस कर दूंगा ,मैंने लड़की से पेन मांगते हुए कहा
जी जरूर कह कर लड़की पेन देने ही वाली थी की सर ने हम दोनों को बात करते हुए देख लिया ,क्या हुआ अपेक्षा ?? सर ने उंगली को हवा की ओर इशारा करते हुए कहा
कुछ नही सर बस पेन दे रही थी...अपेक्षा नें सर को जवाब देते है कहा
कोचिंग वाले टीचर अक्सर लड़कियों को आवश्यकता से अधिक ध्यान दे के पढ़ाते है ।
अरे भाईसाहब अपेक्षा नाम है इसका ,हमे इस बात की बिलकुल अपेक्षा नहीं थी बे। मिश्रा ने खुसी व मज़ाक दोनों को मिश्रित करते हुए कहा
क्या ???बताओ ये कोचिंग आते है पेन तक नही ले के आते ,आंगे से ध्यान रखना ,इतना कह कर वो फिर पढ़ाने लगे ।
मेरी और मिश्रा की खुसी का ठिकाना नही था ,हमे ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे हमने अपने मिशन का महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया हो ।
हा तो कवि जी नाम पता तो चल गया आईये अब मिशन अपेक्षा को अंजाम तक पहुंचाया जाए ,लगभग दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार मिश्रा जी ने उसकी insta और fb दोनों id ढूंढ डाली ।
अरे इसमे तो उसी पल्सर वाले के साथ फोटो डली है ,हमे उससे ऐसी अपेक्षा तो बिलकुल नहीं थी...मिश्रा जी ने मेरी टांग खींचते हुए कहा
हा हो सकता है भाई हो ! इतना कह कर मैंने उसे एक hi का sms भेज दिया लगभग एक घंटे इंतजार बाद उसका भी रिप्लाइ आया hey । हम दोनों की बातें शुरू हुई और हम दोनो जल्द ही अच्छे दोस्त बन गए ,माफ करिए मिश्रा जी भी उसके अच्छे दोस्त बन चुके थे ,कोचिंग साथ मे जाते समय मिश्रा जी बड़ी होसियारी से दो दम पीछे चला करते थे ।
और कवि जी आज कल आप का श्रंगार रस बड़ा हिलोरे मार रहा हम देख रहे कई दिनों से,एक बात याद रखना कवि जी कब संयोग श्रृंगार रस का कवि वियोग श्रृंगार लिखने लगे आज कल पता नही चलता और भोसडी के ये न भूल जाना की id हमने ढूँढी थी ,मिश्रा क्लास मे मुझसे बात कर रहा था उसकी आवाज तेज होने के कारण सर तक पहुँच गई ।
You blck cap standup सर ने मिश्रा की ओर इशारा करते हुए कहा ,लगता है भोसडी वाला देख लिया साला जब इससे डाउट पूंछों तो कभी नही सुनता वैसे सब सुन लेगा
Yes sir??
क्या नाम है तुम्हारा ?
अभिषेक ...अभिषेक मिश्रा sir
हा तो अभिषेक ये बताओ अगर सूरज उत्तर से चलना शुरू करता है और 5 km चल कर पश्चिम की ओड़ मूड जाता है
सर सर क्वेस्चन मे फ़ैक्ट गलत है सूरज उत्तर से नही पूरब से चलता है.... मिश्रा ��े मज़ाकिया अंदाजमे कहा पूरी क्लास ठहाके लगाने लगी
लेकिन यहा तो उत्तर से ही चलगा ! सर ने गुस्स होते कहा
लेकिन सर सूरज की दिशा क्यू बदलना इससे गलत प्रभाव पड़ेगा ...मिश्रा ने फिर मज़ाकिया अंदाजमे कहा
You get out from my class …सर ने अंगूठे की बगल वाली उंगली हवा मे दिखाते हुए कहा
Sorry sir आपने कुछ कहा ??.... मिश्रा ने न सुनने के ढंग से कहा
I said get out सर ने ज़ोर से कहा
मिश्रा बैग उठा के बाहर आ गया
हमारी अपेक्षा से दोस्ती को लगभग 4 महीने हो चुके थे, वो हमारे साथ ही पूरा दिन बिताती ,कभी कभी उसका पल्सर वाला दोस्त दिख जाता ,मिश्रा की हँसी मजाक की आदत उसे बड़ा पसन्द थी ।
एक बात बताओ तुम्हारी कोई gf है ?? उसने मेरी तरफ इशारा करते हुए कहा
मेरी gf होती तो पूरा टाइम तुम्हारे साथ थोडी बिताता
वैसे भी इसे कोई घास नही डालती ..मिश्रा ने मुझे बीच मे टोकते हुए कहा
अच्छा ये बताओ तुम क्या बनना चाहते हो?? उसने मुझसे पूंछा
मैं??? मैं बुद्ध होना चाहता हु,मैं चाहता हु की किसी नीम के पेड़ के नीचे मुझे ज्ञान की प्राप्ति हो और मैं वह ज्ञान पूरी दुनिया मे फैलाऊं ,हर शहर में घूमूँ लोग मुझे बुलाये और ज्ञान प्राप्त करे।
हैँ ,पर बुद्ध को ज्ञान तो बोध गया वृक्ष के नीचे प्राप्त हुआ था ????
हा और मुझे नीम के पेड़ के नीचे मिलेगा तभी तो बुद्ध द्वितीय कहलाऊंगा, इतना कह कर मैंने और मिश्रा ने जोर से ठहाका लगाया ।
हाहाहा अच्छा चलोअब चलते है रात हो गई ,यह कह कर उसने एक कागज मुझे दिया और कहा अकेले में पढ़ लेना । हम तीनों अपने अपने रूम आ गए ।
रात में मैने कागज खोला और उसे पढ़ा जो कुछ इस प्रकार था
"सुनो ,
ये लव लेटर नही न ही मुझे वो लिखना आता इस लिए सीधा सीधा लिख रही ,मैं जानती हो तुम मुझे प्यार करते हो और ऐसा नही है कि मैं तुम्हे पसन्द नही करती मैं भी तुम्हे पसन्द करती हूं ,पर पसन्द और प्यार में फर्क होता है ,पता नही मुझे तुमसे प्यार है या नही पर हा तुम्हारी कहानी कविताये पसन्द है ,तुम्हारे साथ होना मुझे अच्छा लगता है ,तुमसे शाम को दूर जाते समय ऐसा लगता है कि यह समय इतना जल्दी क्यों गुजर जाता है ,मिश्रा की भी हँसी ठिठोली पसन्द हैं तुम लोग बेस्ट हो अपने आप मे, पर पता नही क्यों मुझे एक डर सा लगा रहता है ,तुमसे दूर जाने का तुम्हे खोने का ,अब समझ भी नही आ रहा कि क्या लिखूं और क्या लिख दी बस जो दिल किया लिख दिया ।"
ये क्या था बे लव लेटर?? मिश्रा ने उसे देख के कहा
पता नही पर उसके लिखे शब्दो के अनुसार वह लव लेटर नही ! मैंने जवाब देते हुए कहा
हमे उससे यह अपेक्षा नहीं थी कि लव लेटर दे के कहे यह लव लेटर नही ...मिश्रा ने माहौल को हसनुमा बनाते हुए कहा
हाहाहा चलो जो होगा देखा जाएगा ! मैंने जवाब देते हुए कहा और दोनों सोने चले गए।
ये क्या था तुमने तो पूरा लव लेटर ही लिख दिया था और कह रही थी कि लव लेटर नही है ये ,हा ये लव लेटर नही था लेकिन पता नही क्यों मैंने तुम्हें लिखा शायद मुझे तुमसे प्यार हो रहा ,पर मैं ये नही कर सकती ये गलत है ,रिश्ते की शुरुआत ही धोखे से करना गलत है ।
किस रिश्ते की शुरुआत और तुम क्या बात कर रही हो???
तुमने पल्सर वाले लड़के को देखा है ?? हा कई बार देखा है पर क्यों
मेरी उससे शादी तय हुई है वो मेरा होने वाला पति है और मैं तुमसे प्यार कर के उसे धोखा दे रही ,इतना कह के वह सिसकने लगी।
अरे तुमने मुझे कभी बताया नही और प्लीज रो मत ,तुम उसे कोई धोखा नही दे रही तुमने तो कहा न कि तुम्हे मुझसे प्यार नही फिर कैसा धोखा ।
पर मुझे ऐसा लग रहा....
ऐसा कुछ नही तुम घर जाओ कल मिलते है,हम दोनों अपने अपने रूम आ गए।
मैंने पूरी बात मिश्रा को बताई ,सबकुछ जानकर अनजान बनना कितना मुश्किल होता है काश यह सिगरेट जलाकर उसको धुएँ में उड़ाने की तरह आसान हो पाता ,तो सुनि हुई बातो को धुंए में उड़ा कर उसे खत्म किया जा सकता हैं,पर यह सब इतना आसान नही होता ।
अब क्या करोगे ,जाने दो भाइ उसकी लाइफ है अब तो शादी भी तय हो गई ,और ऊपर से उसे भी डर लगता है एक बार अगर वो सपोर्ट में होती तो आगे कुछ सोचते ,अपने को दोस्त तक सीमित कर लो तुम प्यार करो और उसे फोर्स न करो कही दोस्ती भी न चली जाए ...मिश्रा ने मुझे समझाते हुए कहा और ऐसे ही बात करते करते दोनो सो गए ।
अच्छा सुनो तुम मुझसे प्यार मत करो मैं तुम्हे फ़ोर्स नही करूँगा पर दोस्त तो है न तो तुम दोस्त समझो और मैं प्यार ऐसे में न तुम्हे धोखे का डर रहेगा और न मुझे तुम्हे खोने का ...उसने एक मुस्कान दी और हा में सर हिला दिया।
एकतरफा प्रेम की सबसे खूबसूरत बात यह होती है कि वह हर शर्त में राजी होता है उसे अपनी प्रेमिका /प्रेमी के साथ होना ऐसे ही अच्छा लगता है जैसे मोर को सावन के होने से ,वो पंख फैला के अपने साथी के साथ नाचना चाहते है समय बिताना चाहते है पर होता तो एक तरफा प्रेम ही है तकलीफ तो होना तय ही रहता है।
कई दिनों तक ऐसा चलते रहने के बाद एक दिन मेरी अपेक्षा से प्यार को लेके लड़ाई हुई मैं उसे यह यकींन दिलाना चाहता था कि वो मुझसे प्यार करती है पर वह नाराज हो गईं और वहां से गुस्से में उठ के चली गई अगले दिन वह कोचिंग नही आई ,मैंने उसे काल किया मोबाइल ऑफ आया,उस दिन वह छत के सामने भी नही दिखाइ दी, अगले दिन वह फिर नहीं आई ,अब मेरी परेसानी बढने लगी,मैं हर रोज उसे फोन लगाता पर या तो बन्द आता या कोई जवाब न आता ।
भाई उसकी शादी हो गई होगी या होने वाली होगी तुम्हे बताना नही चाहती होगी इसलिए बिना बताये चली गई होगी.....मिश्रा जी ने संभावित घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा।
अरे तो बता तो जाती भाई कौन सा हम उसकी शादी में पनीर खाने चले जाते ....मैंने अपने आंख में आये आंसुओ को मजाक में छुपाते हुए कहा।
बात तो सही कह रहे कवि जी आप प्यार अपनी जगह पनीर अपनी जगह मिश्रा ने फिर एक बार मजाकिया अंदाज में कहा और हम दोनों ही खाना खा के सो गए।
पिछले 3 महीनों में हर ��िन मैं अपेक्षा को फोन लगाता रहा ,इसी आश में की शायद कभी बात हो जाये पहले कुछ महीनों तक तो फोन लगता रहा फिर बन्द बताने लगा
कुछ कहानियां अधूरी होके भी पूर्ण होती है और कुछ पूर्ण हो के भी अधूरी ,कुछ कहानियां का अधूरा रह जाना ही अच्छा होता है उनका पूरा हो जाना उनका एक भय छोड़ जाता है ,मेरी कहानी का अधूरा रहना भी आवश्यक था।
एक दिन अचानक अपेक्षा के no से फ़ोन आया ??
हेलो क्या आप रवि बोल रहे ????
फोन के दुसरी तरफ जो आवाज थी वह पहचानी हुई नही थी ,पर ये तो अपेक्षा का फोन है इसके पास कहां से आया ऐसे कई सवाल मेरे दिमाक में घूमने लगे थे ,हा रवि बोल रहा आप कौन???
मैं अपेक्षा की छोटी बहन ,इतना कह के वह रोने लगी
अरे रो क्यो रही हुआ क्या ????मैंने आश्चार्य से पूंछा!
जिस दिन दीदी भोपाल से आ रही थी उस दिन उनका एक्सीडेंट हो गया था ,उन्होंने हॉस्पिटल में आपके बारे में हमे सब बताया था ,और ये भी की वो गुस्से में ड्राइव कर रही थी जिस कारण उनका एक्सीडेंट हुआ ,एक महीने पहले उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली और हमेशा के लिए हमे अकेला छोड़ के चली गई उनकी डायरी से मुझे आपका no मिला और वह फिर रोने लगी!
इस बार रोने कि बारी मेरी थी पर मैं रो न सका ,मैं रोना चाहता था ,चिल्ला चिल्ला के रोना चाहता था पर मेरे मुह से शब्द नही निकल रहे थे मैं उसे चुप कराना चाहता था पर कुछ कह नही पा रहा था मैंने फोन काट दिया और एक कोने में अपने घुटनों के बीच अपने सर को छुपा लिया,मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी सांसे धीमी हो रही थी तभी मिश्रा जी ने पीछे कंधे में हाँथ रखा और पूंछा क्या हुआ किसका फोन था ??
मैं अचानक से चौंक पड़ा और मिश्रा को पकड़ कर जी भर रोया इतना चीखा की गला जवाब दे गया ।
मुझे मेरी की गई हरकते ,उसका चेहरा ,उसकी बातें सब एक एक कर मेरे आंखों के सामने आने लगी मैं किसी भी हाल में यह सत्य स्वीकार करने की स्थित में नही था ।अगर मैने उस दिन उससे लड़ाई न कि होती तो न ही वह गुस्सा होती न ही वह जाती ,मुझे अपने किये पर पछतावा हो रहा था पर अब कुछ नही हो सकता था ,वो मुझे बस एक यादों का झोला दे के चली गई थी।
मेरी उठती महत्वाकांक्षा अब शांत होने लगी थी ,मैं जड़ हो चुका था मेरे अंदर पश्चाताप की अग्नि जल रही थी ,मुझे अब कुछ यह शहर रास नही आता था ,मैं घण्टो शहर के बाहर किसी सुनसान जंगल मे उसकी यादो के साथ बात करते हुए बिता दिया करता था ,अब मैं बुद्ध नही अपने अंतर्मन के द्वंद से ऊपर उठ कर पश्चाताप कर के शुद्ध होना चाहता था ।
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80+ किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी | Kisi Ko Jalane Ki Attitude Shayari Hindi
नमस्ते दोस्तों! आज, मैं Kisi Ko Jalane Ki Attitude Shayari Hindi का एक संग्रह साझा करने के लिए उत्साहित हूँ जो उन क्षणों के लिए एकदम सही है जब आपको एक बोल्ड स्टेटमेंट बनाने की आवश्यकता होती है।. चाहे आप अपने सोशल मीडिया को कुछ उग्र पंक्तियों के साथ रोशन करना चाहते हों या किसी को प्रभावित करने के लिए एक चतुर तरीका चाहिए, यह संग्रह आपके लिए है। हमारी विशेष जलाने वाली Attitude Shayari देखें और अपने शब्दों को Instagram, Facebook या Whatsapp पर बोलने दें। यह गर्मी बढ़ाने और एक छाप छोड़ने का समय है!.
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी
जलने वाले जलते रहेंगे आग की तरह 🔥 और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह..! तुम अगर सोचते हो कि मैं बुरा हूँ 😎 तो तुम गलत सोचते हो, मैं बहुत बुरा हूँ…! खुदा मेरे दुश्मनों को लम्बी उम्र दें 😇 ताकि वो मेरी क़ामयाबी देख सकें…! एक वही तो रंग पसंद है मुझे 🥰 जो मुझे सामने देखकरतेरा उड़ता है…!
दुश्मनों से हमारी बात नही होती है 😎 शेर के आगे कुत्तों की औकात नही होती है…! कुछ लोग मुझसे इस तरह जलते है 🔥 जैसे कुवारी लड़कियों से रोटियां जलती हैं…! टाइम आने दो मेरा, दुनिया हिला दूँगा 👊 जो जलते है मुझसे उन्हें फट से बुझा दूँगा…! कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं 😈 लोग हमें बिगड़ा हुआ बदमाश कहते हैं…!
Kisi ko jalane ki attitude shayari hindi
शेर के पाँव में अगर काँटा लग जाए 😈 तो इसका मतलब ये नहीं कि अब कुत्ते राज करेंगे..! हमारी जिद थोड़ी सी अलग है 😎 इस पूरी दुनिया को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं हम..! चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये 😊 बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये…! मुझमे कमियां ढूंढने वालो 💀 मेरे लिए लड़की क्यों नही ढूंढ लेते..!
हाथ में खंजर ही नही 🗡️ आंखों में पानी भी चाहिए हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए….! मैं तो बस चिंगारी लगाता हूँ 🔥 आग अपने आप लग जाती है…! खुश रहो या खफा रहो 🤬 हमेशा दूर और दफा रहो…! आग लगाना मेरी फितरत में नही है 🔥 मेरी personality से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर…! दुश्मन को जलाने वाली शायरी एटीट्यूड
अगर लोग आपको नीचे गिराना चाहते हैं 🥰 तो इसका मतलब आप उनसे ऊपर हैं….! इतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँ 😈 लेकिन इतना गरीब भी नहीं हूँ कि खुद बिक जाऊं…! हमें बदनामी का डर नहीं है 😇 कोई ऐरा गैरा आकर कुछ भी कह जाए हम इतने ज्यादा कमजोर नहीं है..! सुन bete मेरे पास Attitude है 👑 तेरे बाप का पैसा नहीं जो ख़त्म हो जाएगा…! मुझे समझना इतना आसान नहीं 😎 गहरा समुंद्र हूँ खुला आसमान नही…! हमे जमाना मिटा सकें 😈 इस जवाने में दम नहीं हमसे जमाना हैं जवाने से हम नहीं…! हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं 😈 हाथ नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं…! दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी 😇 मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ…!
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी 2 Line
मुझे समझने के लिये 😎 आपका समझदार होना ज़रूरी है..! हम दुनिया से अलग नहीं 😇 हमारी दुनिया ही अलग है…! हमसे दुश्मनी तेरी एक ख्वाब है 💀 अभी तेरी औकात नही ये मेरा जवाब है…! जिन्दगी अपनी है तो 😎 अंदाज भी अपना ही होगा न…! न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे 😇 पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे…! Jabardast jalane wali shayari हम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथ 💀 जब भी मिलेंगे अंदाज़ पुराना ही होगा..! पहचान तो सबसे है हमारी 🙏 लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है…! भले ही हमने बड़े घराने में जन्म न लिया हो 🖤 लेकिन मेरी माँ ने मुझे नवाब बना रखा है…! कोशिश तो सबकी जारी है 😎 वक़्त बताएगा कौन किस पर भारी है…! जिनको मेरी फिक्र नहीं 😎 उनका अब कोई जिक्र नहीं…! नमक स्वाद अनुसार 😈 अकड औकात अनुसार…! ये मत सोचना के आस छोड़ दी है 😇 बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है…! नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है 😎 प्यार तो बहुत दूर की बात है…! Attitude दुश्मन को जलाने वाली शायरी इसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेना 😎 मुझे वो सलाम 🫡 करते हैं जिन्हें तुम सलाम करते हो…! जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है 😇 कौन कब बदला सबका हिसाब है…! अकेले है मुझें कोई गम नही 🖤 जहाँ इज्जत नही वहाँ हम नहीं…! हम अकेले ही चलना पसंद करते हैं 🚶 ना किसी के आगे ना पीछे…! हमारी औकात उनसे पूछो 😇 जिनकी औकात नही हमसे बात करने की…! मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है ⚡ की तू जल के ख़ाक हो जायेगी…! खौफ तो कुत्ते बनाते है 💀 पर दहशत हमेशा शेर की ही होती है…! सवाल उठ रहे हैं के हम खामोश क्यों हैं 🤬 सब्र रखो उसका भी जवाब मिलेगा…! Read Also: Read the full article
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Hindi Shayari
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Hindi Shayari
Shayari In Hindi
It’s time to share something unique with all Heartbroken enthusiasts. Yeah! I suggest who’ve faced breakup due to a traitor accomplice. After going through such form of situation, all of us like to study Bewafa Shayari in Hindi. Well, a number of you furthermore might want to study Sad Shayari in Hindi win such condition. Many Lovers face with cut up due to a few personal or public matters. They like to read Bewafa Shayari for Girlfriend/Boyfriend after this all and that lines give them some electricity to stay alive. So, for those humans, we’re going to proportion Top a hundred Bewafa Hindi Shayari which can be accumulated from various sources.
Hindi Shayari
Dard Bhari Hindi Shayari
हुस्न-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं, उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं, उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को, कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं।
तुम भूल गए क्या गिला करें तुम, तुम जैसे थे हम जैसे नहीं, कुछ अश्क़ बहेंगे याद में बस अब दर्द का सावन रहने दो।
कभी प्यार था अपना दीवाना सा झिझक भी थी एक अदा भी थी, सब गुजर गया एक मौसम सा अब याद का पतझड़ रहने दो।
ताल्लुक़ टूट कर बाद में जो कुछ भी रह गये, मगर मोहब्बत में वो पहला मुस्कुराना हमेशा याद आता है।
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एक नदिया है मजबूरी की उस पार हो तुम इस पार हैं हम, अब पार उतरना है मुश्किल मुझे बेकल बेबस रहने दो।
छुप-छुप के एहतमाम में सफ़र का पता चला, वो जुदा हो गया तब उसके हुनर का पता चला, जब एक-एक फूल उड़ा ले गई हवा, तब जाकर बहार को मेरे घर का पता चला।
तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके, कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके, तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी, और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके।
सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है, हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता।
रात देर तक तेरी दहलीज़ पर बैठी रहीं आँखें, खुद न आना था तो कोई ख्वाब ही भेज दिया होता।
सच कहूँ तो मुझे एहसान बुरा लगता है, जुल्म सहता हुआ इंसान बुरा लगता है, कितनी मसरुक हो गयी है ये दुनिया, एक दिन ठहरे तो मेहमान बुरा लगता है।
दोस्ती चेहरे की मीठी मुस्कान होती है, दोस्ती सुख दुःख की पहचान होती है, रूठ भी जाये हम तो दिल से मत लगाना, क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।
Hindi Shayari Love
मेरी नजरों की तरफ देख जमानें पे न जा , इक नजर फेर ले, जीने की इजाजत दे दे, रुठ ने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे , इश्क मासुम है, इल्जाम लगाने पे न जा….
प्यार कहो तो दो ढाई लफज़, मानो तो बन्दगी , सोचो तो गहरा सागर,डूबो तो ज़िन्दगी , करो तो आसान ,निभाओ तो मुश्किल , बिखरे तो सारा जहाँ ,और सिमटे तो ” तुम “
हर शख्स को दिवाना बना देता है इश्क जन्नत की सैर करा देता है इश्क दिल के मरीज हो तो कर लो महोब्बत हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क !!!
एक सुकून सा मिलता है….तुझे सोचने से भी…. फिर कैसे कह दूँ…मेरा इश्क़ बेवजह सा है….
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बहुत दिनों बाद तेरी महफ़िल में कदम रखा है , मगर नजरो से सलामी देने का तेरा अंदाज़ नही बदला
मोहब्बत नाम है जिसका वो ऐसी क़ैद है यारों, कि उम्रें बीत जाती हैं सजा पूरी नहीं होती।
टपकती है निगाहों से बरसती है अदाओं से, मोहब्बत कौन कहता है कि पहचानी नहीं जाती।
Hindi Shayari Love
जन्नत-ए-इश्क में हर बात अजीब होती है, किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है।
दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है, बातें करने का अंदाज हुआ करता है, जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती, सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है!
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये, एक बार जी के तो देखो हमारे लिये, दिल की क्या औकात आपके सामने, हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
राज़ खोल देते हैं नाजुक से इशारे अक्सर, कितनी खामोश मोहब्बत की जुबान होती है।
Hindi Shayari Dosti
करनी है खुदा से गुजारिश कि, तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले, हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा, या फिर कभी जिंदगी न मिले।
बातें ऐसी करो कि जज्बात कम न हों, ख़यालात ऐसे रखो के कभी ग़म न हो, दिल में अपनी इतनी जगह देना हमें दोस्त, कि खाली खाली सा लगे जब हम न हों।
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है, जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है, कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जिंदगी में, जिनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है।
वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो? मैने कहा, प्यार साथ दे न दे, यार साथ हैं!
दिल से दिल का गहरा रिश्ता है हमारा, दिल की हर धड़कन पर नाम है तुम्हारा, अगर हम ��पके साथ नहीं तो क्या हुआ, जिंदगी भर साथ निभाने का वादा है हमारा।
सबकी जिंदगी में खुशियाँ देने वाले दोस्त, तेरी जिंदगी में कोई गम ना हो, तुझे तब भी दोस्त मिलते रहें अच्छे अच्छे, जब इस दुनिया में हम ना हो।
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हर खुशी दिल के करीब नहीं होती, ग़मों से जिन्दगी दूर नहीं होती, ऐ मेरे दोस्त दोस्ती संजो के रखना, हर किसी को दोस्ती नसीब नहीं होती।
ऐ दोस्त अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में, बड़ा खास है तू मेरी जिंदगी में।
Hindi Shayari Dosti
कुछ लोग भूल के भी भुलाये नहीं जाते, ऐतबार इतना है कि आजमाये नहीं जाते, हो जाते हैं दिल में इस तरह शामिल कि, उनके ख्याल दिल से मिटाये नहीं जाते।
न जाने क्यूँ हमें आँसू बहाना नहीं आता, न जाने क्यूँ हाले दिल बताना नहीं आता, क्यूँ सब दोस्त बिछड़ गए हमसे, शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो, एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना..।
Hindi Shayari In English
“Aaj mera har ek pal khoobsurat hai, Dil mein sirf teri hi surat hai, Kuch bhi kahe ye duniya gum nahi, Duniya se jyada hamein teri jarurat hai..”
“Phir uski yaad, phir uski aas, phir uski baatein, Ae dil lagta hai tujhe tadapne ka bahut shauk hai…”
“wo mere dil pr sar rakhkr soye huye the bekhbr hmne dhadhkn hi rok li ke kahi uski neend na tut jaye…..!!!”
“Pyaar Jab Milta Nahi Toh Hota Kyon Hai … Agar Khwabon MeiN Wo Aaye Toh Insaan Sota Kyon Hai … Jab Yahi Pyaar Aankhon Ke Samne Kisi Aur Ka Ho Jaye … Toh Dil Itna Rota Kyon Hai ..”
Check: 250+ Whatsapp Status 2018 in English
“Apna toh chaahaton mein yahi usool hain, Jab tu qubool hai, toh tera sub kuch qubool hai…”
“Meri Kabar Pe Mat Gulaab Leke Aana Na Hi Haathon Mein Chiraag Leke Aana Payasa Hu Main Barso Se Jaanam Botal Sharab Ki Aur Ek Glass Leke Aana”
Hindi Shayari In English
“Badi khamoshi se bheja tha gulaab usko, par khushboo ne shehar bhar mein bawaal kar diya.”
“Ek din jab meri saans band ho jayegi, mat sochna ki chahat kam ho jayegi, fark sirf etna hoga aaj hum aap ko yaad kartey hai, kal meri yaad aapko rulayegi.”
“Apni nigahon se na dekhiye khud ko, heera aapko pathar lagega, sab kehtey hongay chand ka tukda hai aap, meri nazar se dekhiye chand aapnka tukda lagega!!”
“Najro Se Jab Najar Ka Taqrar Hota Hai, Her Mod Pe Kisi Ka Intezaar Hota Hai, Dil Rota Hai Zakham Haste Hai, Shayad Isi Ka Naam Pyar Hota Hai!”
“kash khuda ne kismet badalne ka ek mauka diya hota hum aapko apni kismet bana lete”
“Kash meri dua me bas thoda sa asar hota, Jo tujhey yaad karta tu hamesa mere paas hota..”
Hindi Shayari Sad
नजर बचा कर गुजर जाएँ वो मुझसे लेकिन, मेरे ख्याल से दामन वो बचा नहीं सकते।
उदास कर देती है हर रोज ये शाम मुझे, लगता है तू भूल रहा है मुझे धीर-धीरे।
इस मोहब्बत की किताब के, बस दो ही सबक याद हुए, कुछ तुम जैसे आबाद हुए, कुछ हम जैसे बरबाद हुए।
तिश्नगी जम गई पत्थर की तरह होंठों पर, डूब कर भी तेरे दरिया से मैं प्यासा निकला।
हमने भी कभी चाहा था एक ऐसे शख्स को, जो था आइने से नाज़ुक मगर था संगदिल।
गजब का प्यार था… उसकी उदास आँखो में, महसूस तक ना होने दिया कि वो छोड़ने वाला है।
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दुनिया ने हम पे जब कोई इल्जाम रख दिया, हमने मुकाबिल उसके तेरा नाम रख दिया, इक ख़ास हद पे आ गई जब तेरी बेरुखी, नाम उसका हमने गर्दिशे-अय्याम रख दिया।
वो मुझसे बिछड़ कर अब तक नहीं रोया , कोई तो हमदर्द है उसका , जिसने मेरी याद तक ना आने दी।
Hindi Shayari Sad
कशिश तो बहुत है मेरे प्यार में , लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलता नहीं , अगर मिले खुदा तो मांग लूंगी उसको , पर सुना है खुदा मरने से पहले मिलता नहीं।
उसके इंतज़ार के मारे हैं हम , बस उसकी यादों के सहारे हैं हम , दुनिया जीत कर क्या करना है अब , जिसे दुनिया से जीता था , आज उसी से हारे हैं हम।
इस दिल को किसी की आस रहती है, निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है, तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही, पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है.
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे, खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे, अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो, तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
Romantic Hindi Shayari
तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से, खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम।
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम, जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम।
काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर, वो आके गले लगा ले मेरी इजाजत के बगैर।
अजब मौसम है, मेरे हर कदम पे फूल रखता है, मोहब्बत में मोहब्बत का फरिश्ता साथ चलता है, मैं जब सो जाऊँ, इन आँखों पे अपने होंठ रख देना, यकीं आ जायेगा, पलकों तले भी दिल धड़कता है।
मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ, बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ।
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खुशबू की तरह आसपास बिखर जायेंगे, सुकून बनकर दिल में उतर जायेंगे, महसूस करने की कोशिश कीजिये, दूर होकर भी आपके पास नजर आएंगे।
आ जाओ किसी रोज तुम्हारी रूह मे उतर जाऊँ, साथ रहूँ मैं तुम्हारे ना किसी और को नज़र आऊँ, चाहकर भी मुझे छू ना सके कोई इस तरह, तुम कहो तो यूँ तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊँ।
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Romantic Hindi Shayari
तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुझे महसूस करने को, खुशबू की तरह बिखर जाओ तो कुछ बात बने।
अपने दिल की जमाने को बता देते हैं, हर एक राज से परदे को उठा देते हैं, आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका, जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं।
पलकों को जब-जब आपने झुकाया है, बस एक ही ख्याल दिल में आया है, कि जिस खुदा ने तुम्हें बनाया है, तुम्हें धरती पर भेजकर वो कैसे जी पाया है।
तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो, जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो, किस लिए देखती हो आईना, तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
Hindi Shayari Funny
मोहब्बत के खर्चों की बड़ी लंबी कहानी है, कभी फिल्म दिखानी है तो कभी शॉपिंग करानी है, मास्टर रोज कहता है कहाँ हैं फीस के पैसे? उसे कैसे समझाऊँ कि मुझे छोरी पटानी है!
उसी दिन से व्हाट्सएप्प से नफरत हो गयी ग़ालिब, जब बाल कटवाने के लिए एडमिन ने चंदा माँग लिया।
कुछ ऐसे हादसे भी होते है जिंदगी में दोस्त, हजार का नोट रखने वाले सौ रुपये मांगते हैं।
दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो, अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो, और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो, उसे चैन की नींद सोने मत दो।
मेरा दोस्त मुझसे यह कह कर दूर चला गया फ़राज़, कि दोस्ती दूर की अच्छी रोटी तंदूर की अच्छी।
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ताज महल क्या चीज है… हम इससे भी अच्छी इमारत बनवा देंगे, शाहजहां ने मुमताज़ को मुर्दा दफनाया था, हम तुझे ज़िंदा ही दफना देंगे।
अंधकार के घोर तिमिर में हॅसने के बाद रुलाती है, तन्हाई और गम है साथ ये जिंदगी भी तड़पाती है, मेरी हालत भी मुझसे जलती और रूठ जाती है, जब आइंस्टीन और न्यूटन संग याद तुम्हारी आती है।
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है, समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है, महबूब आये या न आये, पर तारे गिनने का हिसाब आ जाता है।
Hindi Shayari Funny
दिल दो किसी एक को, वो भी किसी नेक को, जब तक मिल ना जाए कोई, ट्राई करते रहो हर एक को।
तार��फ के काबिल हम कहाँ, चर्चा तो आपकी चलती है, सब कुछ तो है आपके पास, बस सींग और पूंछ की कमी खलती है।
उम्र की राह में जज्बात बदल जाते है, वक़्त की आंधी में हालात बदल जाते है, सोचता हूं काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूं, कमबख्त सैलेरी देख के ख्यालात बदल जाते हैं।
Hindi Shayari Love Sad
कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं, उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं, उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है, पर अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|
कोई भी ✔इन्सान उसी 👉🏻व्यक्ति👈🏻 की बातें चुपचाप 🙇सुनता है, जिसे खो❌ देने का डर उसे सबसे 👉🏻ज्यादा👈🏻 होता है…!!🙇😔
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हमने, कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने, हमें मालूम है क्या चीज़ है मोहब्बत यारो, घर अपना जला कर किये हैं उजाले हमने।
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते, दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते, लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है.. दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।
धरती के गम छुपाने के लिए गगन होता है, दिल के गम छुपाने के लिए बदन होता है, मर के भी छुपाने होंगे गम शायद, इसलिए हर लाश पर कफ़न होता है।
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रोते रहे तुम भी, रोते रहे हम भी, कहते रहे तुम भी और कहते रहे हम भी, ��ा जाने इस ज़माने को हमारे इश्क़ से क्या नाराज़गी थी, बस समझाते रहे तुम भी और समझाते रहे हम भी।
होंठो ने मुस्कुराने से मना कर दिया.. आंसुओं ने बह जाने से मना कर दिया.. एक बार जो दिल टूटा प्यार में.. फिर इस दिल ने दिल लगाने से मना कर दिया..
Hindi Shayari Love Sad
नहीं करूँगी आज के बाद मिन्नतें तेरी, जब रब राज़ी होगा तो तू क्या.. हर चीज़ मेरी होगी !!
अब मेरा हाल चाल नहीं पूछते हो तो क्या हुआ, कल एक एक से पूछोगे की उसे हुआ क्या था.
वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे, हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे, हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि, हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे।
Hindi Shayari Collection
हमारा ज़िक्र भी अब जुर्म हो गया है वहाँ, दिनों की बात है महफ़िल की आबरू हम थे, ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर, जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे।
जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो, जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो, कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं, जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो।
वक़्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपनों से दूर रहना, पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है।
छोड़ जाने का कोई दुःख नहीं। बस कोई ऐसा था जिससे ये उम्मीद न थी।।
मेरी समझ से बाहर है। मेरे अंदर बैठा हुआ सख्स।।
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तू अगर सुन नहीं पाया तो मेरी तरफ गौर से देखा। बात ऐसी है की दोहराई नहीं जाएगी।।
इतनी खूबसूरती कभी नही देखी,
बनाने वाला भी बना के हैरान होगा आपको,
खूबसूरती की जिंदा मिसाल हो तुम,
खुदा भी देखकर हैरान होगा
Hindi Shayari Collection
आखियो से आपके दिल में उतर जायेंगे
दिल में उतर कर धड़कन बन जायेंगे
पलकों को झुका कर चलना
वरना लोगो को आपकी आँखों में हम ही नजर आएंगे
हर किसी के हाथ मैं
बिक जाने को
हम तैयार नहीं..
यह मेरा दिल है
तेरे शहर का अख़बार नहीं..
जिंदगी में प्यार
क्या होता है वो
उस शख्स से पूछो,
जिसने दिल टूटने के
बाद भी इंतजार किया हो…
सुना है बहुत बारिश है
तुम्हारे शहर में,ज़्यादा भीगना मत
अगर धुल गयी सारी ग़लतफ़हमियाँ,
तो बहुत याद आएँगे हम
रोने दे तू आज हमको तू आँखे सुजाने दे, बाहों में लेले और खुद को भीग जाने दे. है जो सीने में क़ैद दरिया वह छूट जायेगा, है इतना दर्द कि तेरा दामन भीग जायेगा
Attitude Shayari In Hindi
दिलों में मतलब और ज़ुबान से प्यार करते हैं, बहुत से लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं 😏 😏
ज़रा सी कोशिश करूँ तो मेरी उमीदों को हौंसला मिले और ज़रा सा attitude में जीऊँ तो पता नहीं दुनिया क्यों मुझसे जले 😏 😎 😏
मेरा जो रुतबा कल था , वो आज भी है और कल भी रहेगा , कैलेंडर नहीं attitude है मेरा जो साल के साथ बदलता नहीं 😎😎
मत लो मेरे सब्र के बाँध का इम्तेहान, जब जब ये टूटा है , तूफ़ान ही आया है 😏 😎 😏
में बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं । तय तुम्हे करना हे की आप कौन सी धुन पर नाचोगे..।।
दिल में मोहब्बत का होना जरूरी है, वर्ना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते है .
Check: Self Respect Quotes
गुमान न कर अपने दिमाग पे मेरे दोस्त , जितना तेरा दिमाग हे उतना तो मेरा दिमाग खराब रेहता हे !!
मेरे #मिज़ाज को समझने के #लिए, बस इतना ही काफी है, मैं उसका #हरगिज़ नहीं होता….. जो हर एक का हो जाये।
Attitude Shayari In Hindi
#Mana ki👉tjhe👀dekhne ke liye👲ladke #mrte h Pr😎mjhe 👀dwkh ke baaki👭LaDkio ko chod 👰teri👭saheliya v #jeeti h.🔽😍😍
😍मैं चीज़ 👌 Orιgιnal, 👦🏻👈तू जाली 💷Noтe है… 👦🏻👈🏻 तेरी 💃🏻Body से 👆🏻ज़्यादा, 😍मेरी 📷Dp 💋Hoт है…😎
हम 😎क्यो डरे किसी✊👊👊 से हम तो 👳पैदा ही शेरो 👉 की बस्ती मे hue है…! डरना है 🙀 तो वो लोग डरे ज़िन्हे चूहो ने पैदा करके शेर का नाम दे रखा है… मेरी #जिंदगी के 3⃣ #तीन शौक
हम बसा लेंगे एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम!!
उसे भूल कर जिया तो क्या जिया, दम है तो उसे पाकर दिखा, लिख पत्थरो पर अपने प्रेम की कहानी, और सागर को बोल, दम है तो इसे मिटा कर दिखा!!
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It’s time to share something unique with all Heartbroken enthusiasts. Yeah! I suggest who’ve faced breakup due to a traitor accomplice. After going through such form of situation, all of us like to study Bewafa Shayari in Hindi. Well, a number of you furthermore might want to study Sad Shayari in Hindi win such condition. Many Lovers face with cut up due to a few personal or public matters. They like to read Bewafa Shayari for Girlfriend/Boyfriend after this all and that lines give them some electricity to stay alive. So, for those humans, we’re going to proportion Top a hundred Bewafa Hindi Shayari which can be accumulated from various sources.
Hindi Shayari
Dard Bhari Hindi Shayari
हुस्���-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं, उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं, उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को, कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं।
तुम भूल गए क्या गिला करें तुम, तुम जैसे थे हम जैसे नहीं, कुछ अश्क़ बहेंगे याद में बस अब दर्द का सावन रहने दो।
कभी प्यार था अपना दीवाना सा झिझक भी थी एक अदा भी थी, सब गुजर गया एक मौसम सा अब याद का पतझड़ रहने दो।
ताल्लुक़ टूट कर बाद में जो कुछ भी रह गये, मगर मोहब्बत में वो पहला मुस्कुराना हमेशा याद आता है।
Check: Best Collection of Shayari
एक नदिया है मजबूरी की उस पार हो तुम इस पार हैं हम, अब पार उतरना है मुश्किल मुझे बेकल बेबस रहने दो।
छुप-छुप के एहतमाम में सफ़र का पता चला, वो जुदा हो गया तब उसके हुनर का पता चला, जब एक-एक फूल उड़ा ले गई हवा, तब जाकर बहार को मेरे घर का पता चला।
तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके, कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके, तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी, और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके।
सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है, हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता।
रात देर तक तेरी दहलीज़ पर बैठी रहीं आँखें, खुद न आना था तो कोई ख्वाब ही भेज दिया होता।
सच कहूँ तो मुझे एहसान बुरा लगता है, जुल्म सहता हुआ इंसान बुरा लगता है, कितनी मसरुक हो गयी है ये दुनिया, एक दिन ठहरे तो मेहमान बुरा लगता है।
दोस्ती चेहरे की मीठी मुस्कान होती है, दोस्ती सुख दुःख की पहचान होती है, रूठ भी जाये हम तो दिल से मत लगाना, क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।
Hindi Shayari Love
मेरी नजरों की तरफ देख जमानें पे न जा , इक नजर फेर ले, जीने की इजाजत दे दे, रुठ ने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे , इश्क मासुम है, इल्जाम लगाने पे न जा….
प्यार कहो तो दो ढाई लफज़, मानो तो बन्दगी , सोचो तो गहरा सागर,डूबो तो ज़िन्दगी , करो तो आसान ,निभाओ तो मुश्किल , बिखरे तो सारा जहाँ ,और सिमटे तो ” तुम “
हर शख्स को दिवाना बना देता है इश्क जन्नत की सैर करा देता है इश्क दिल के मरीज हो तो कर लो महोब्बत हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क !!!
एक सुकून सा मिलता है….तुझे सोचने से भी…. फिर कैसे कह दूँ…मेरा इश्क़ बेवजह सा है….
Check: 100+ Love Shayari for True Lovers
बहुत दिनों बाद तेरी महफ़िल में कदम रखा है , मगर नजरो से सलामी देने का तेरा अंदाज़ नही बदला
मोहब्बत नाम है जिसका वो ऐसी क़ैद है यारों, कि उम्रें बीत जाती हैं सजा पूरी नहीं होती।
टपकती है निगाहों से बरसती है अदाओं से, मोहब्बत कौन कहता है कि पहचानी नहीं जाती।
Hindi Shayari Love
जन्नत-ए-इश्क में हर बात अजीब होती है, किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है।
दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है, बातें करने का अंदाज हुआ करता है, जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती, सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है!
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये, एक बार जी के तो देखो हमारे लिये, दिल की क्या औकात आपके सामने, हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
राज़ खोल देते हैं नाजुक से इशारे अक्सर, कितनी खामोश मोहब्बत की जुबान होती है।
Hindi Shayari Dosti
करनी है खुदा से गुजारिश कि, तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले, हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा, या फिर कभी जिंदगी न मिले।
बातें ऐसी करो कि जज्बात कम न हों, ख़यालात ऐसे रखो के कभी ग़म न हो, दिल में अपनी इतनी जगह देना हमें दोस्त, कि खाली खाली सा लगे जब हम न हों।
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है, जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है, कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जिंदगी में, जिनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है।
वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो? मैने कहा, प्यार साथ दे न दे, यार साथ हैं!
दिल से दिल का गहरा रिश्ता है हमारा, दिल की हर धड़कन पर नाम है तुम्हारा, अगर हम आपके साथ नहीं तो क्या हुआ, जिंदगी भर साथ निभाने का वादा है हमारा।
सबकी जिंदगी में खुशियाँ देने वाले दोस्त, तेरी जिंदगी में कोई गम ना हो, तुझे तब भी दोस्त मिलते रहें अच्छे अच्छे, जब इस दुनिया में हम ना हो।
Check: 100+ Whatsapp Friendship Status
हर खुशी दिल के करीब नहीं होती, ग़मों से जिन्दगी दूर नहीं होती, ऐ मेरे दोस्त दोस्ती संजो के रखना, हर किसी को दोस्ती नसीब नहीं होती।
ऐ दोस्त अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में, बड़ा खास है तू मेरी जिंदगी में।
Hindi Shayari Dosti
कुछ लोग भूल के भी भुलाये नहीं जाते, ऐतबार इतना है कि आजमाये नहीं जाते, हो जाते हैं दिल में इस तरह शामिल कि, उनके ख्याल दिल से मिटाये नहीं जाते।
न जाने क्यूँ हमें आँसू बहाना नहीं आता, न जाने क्यूँ हाले दिल बताना नहीं आता, क्यूँ सब दोस्त बिछड़ गए हमसे, शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो, एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना..।
Hindi Shayari In English
“Aaj mera har ek pal khoobsurat hai, Dil mein sirf teri hi surat hai, Kuch bhi kahe ye duniya gum nahi, Duniya se jyada hamein teri jarurat hai..”
“Phir uski yaad, phir uski aas, phir uski baatein, Ae dil lagta hai tujhe tadapne ka bahut shauk hai…”
“wo mere dil pr sar rakhkr soye huye the bekhbr hmne dhadhkn hi rok li ke kahi uski neend na tut jaye…..!!!”
“Pyaar Jab Milta Nahi Toh Hota Kyon Hai … Agar Khwabon MeiN Wo Aaye Toh Insaan Sota Kyon Hai … Jab Yahi Pyaar Aankhon Ke Samne Kisi Aur Ka Ho Jaye … Toh Dil Itna Rota Kyon Hai ..”
Check: 250+ Whatsapp Status 2018 in English
“Apna toh chaahaton mein yahi usool hain, Jab tu qubool hai, toh tera sub kuch qubool hai…”
“Meri Kabar Pe Mat Gulaab Leke Aana Na Hi Haathon Mein Chiraag Leke Aana Payasa Hu Main Barso Se Jaanam Botal Sharab Ki Aur Ek Glass Leke Aana”
Hindi Shayari In English
“Badi khamoshi se bheja tha gulaab usko, par khushboo ne shehar bhar mein bawaal kar diya.”
“Ek din jab meri saans band ho jayegi, mat sochna ki chahat kam ho jayegi, fark sirf etna hoga aaj hum aap ko yaad kartey hai, kal meri yaad aapko rulayegi.”
“Apni nigahon se na dekhiye khud ko, heera aapko pathar lagega, sab kehtey hongay chand ka tukda hai aap, meri nazar se dekhiye chand aapnka tukda lagega!!”
“Najro Se Jab Najar Ka Taqrar Hota Hai, Her Mod Pe Kisi Ka Intezaar Hota Hai, Dil Rota Hai Zakham Haste Hai, Shayad Isi Ka Naam Pyar Hota Hai!”
“kash khuda ne kismet badalne ka ek mauka diya hota hum aapko apni kismet bana lete”
“Kash meri dua me bas thoda sa asar hota, Jo tujhey yaad karta tu hamesa mere paas hota..”
Hindi Shayari Sad
नजर बचा कर गुजर जाएँ वो मुझसे लेकिन, मेरे ख्याल से दामन वो बचा नहीं सकते।
उदास कर देती है हर रोज ये शाम मुझे, लगता है तू भूल रह�� है मुझे धीर-धीरे।
इस मोहब्बत की किताब के, बस दो ही सबक याद हुए, कुछ तुम जैसे आबाद हुए, कुछ हम जैसे बरबाद हुए।
तिश्नगी जम गई पत्थर की तरह होंठों पर, डूब कर भी तेरे दरिया से मैं प्यासा निकला।
हमने भी कभी चाहा था एक ऐसे शख्स को, जो था आइने से नाज़ुक मगर था संगदिल।
गजब का प्यार था… उसकी उदास आँखो में, महसूस तक ना होने दिया कि वो छोड़ने वाला है।
Check: Heart Touching Sad Shayari For True Lovers
दुनिया ने हम पे जब कोई इल्जाम रख दिया, हमने मुकाबिल उसके तेरा नाम रख दिया, इक ख़ास हद पे आ गई जब तेरी बेरुखी, नाम उसका हमने गर्दिशे-अय्याम रख दिया।
वो मुझसे बिछड़ कर अब तक नहीं रोया , कोई तो हमदर्द है उसका , जिसने मेरी याद तक ना आने दी।
Hindi Shayari Sad
कशिश तो बहुत है मेरे प्यार में , लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलता नहीं , अगर मिले खुदा तो मांग लूंगी उसको , पर सुना है खुदा मरने से पहले मिलता नहीं।
उसके इंतज़ार के मारे हैं हम , बस उसकी यादों के सहारे हैं हम , दुनिया जीत कर क्या करना है अब , जिसे दुनिया से जीता था , आज उसी से हारे हैं हम।
इस दिल को किसी की आस रहती है, निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है, तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही, पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है.
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे, खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे, अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो, तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
Romantic Hindi Shayari
तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से, खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम।
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम, जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम।
काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर, वो आके गले लगा ले मेरी इजाजत के बगैर।
अजब मौसम है, मेरे हर कदम पे फूल रखता है, मोहब्बत में मोहब्बत का फरिश्ता साथ चलता है, मैं जब सो जाऊँ, इन आँखों पे अपने होंठ रख देना, यकीं आ जायेगा, पलकों तले भी दिल धड़कता है।
मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ, बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ।
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खुशबू की तरह आसपास बिखर जायेंगे, सुकून बनकर दिल में उतर जायेंगे, महसूस करने की कोशिश कीजिये, दूर होकर भी आपके पास नजर आएंगे।
आ जाओ किसी रोज तुम्हारी रूह मे उतर जाऊँ, साथ रहूँ मैं तुम्हारे ना किसी और को नज़र आऊँ, चाहकर भी मुझे छू ना सके कोई इस तरह, तुम कहो तो यूँ तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊँ।
Romantic Hindi Shayari
तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुझे महसूस करने को, खुशबू की तरह बिखर जाओ तो कुछ बात बने।
अपने दिल की जमाने को बता देते हैं, हर एक राज से परदे को उठा देते हैं, आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका, जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं।
पलकों को जब-जब आपने झुकाया है, बस एक ही ख्याल दिल में आया है, कि जिस खुदा ने तुम्हें बनाया है, तुम्हें धरती पर भेजकर वो कैसे जी पाया है।
तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो, जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो, किस लिए देखती हो आईना, तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
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उसी दिन से व्हाट्सएप्प से नफरत हो गयी ग़ालिब, जब बाल कटवाने के लिए एडमिन ने चंदा माँग लिया।
कुछ ऐसे हादसे भी होते है जिंदगी में दोस्त, हजार का नोट रखने वाले सौ रुपये मांगते हैं।
दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो, अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो, और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो, उसे चैन की नींद सोने मत दो।
मेरा दोस्त मुझसे यह कह कर दूर चला गया फ़राज़, कि दोस्ती दूर की अच्छी रोटी तंदूर की अच्छी।
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ताज महल क्या चीज है… हम इससे भी अच्छी इमारत बनवा देंगे, शाहजहां ने मुमताज़ को मुर्दा दफनाया था, हम तुझे ज़िंदा ही दफना देंगे।
अंधकार के घोर तिमिर में हॅसने के बाद रुलाती है, तन्हाई और गम है साथ ये जिंदगी भी तड़पाती है, मेरी हालत भी मुझसे जलती और रूठ जाती है, जब आइंस्टीन और न्यूटन संग याद तुम्हारी आती है।
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है, समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है, महबूब आये या न आये, पर तारे गिनने का हिसाब आ जाता है।
Hindi Shayari Funny
दिल दो किसी एक को, वो भी किसी नेक को, जब तक मिल ना जाए कोई, ट्राई करते रहो हर एक को।
तारीफ के काबिल हम कहाँ, चर्चा तो आपकी चलती है, सब कुछ तो है आपके पास, बस सींग और पूंछ की कमी खलती है।
उम्र की राह में जज्बात बदल जाते है, वक़्त की आंधी में हालात बदल जाते है, सोचता हूं काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूं, कमबख्त सैलेरी देख के ख्यालात बदल जाते हैं।
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कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं, उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं, उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है, पर अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|
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रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हमने, कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने, हमें मालूम है क्या चीज़ है मोहब्बत यारो, घर अपना जला कर किये हैं उजाले हमने।
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते, दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते, लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है.. दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।
धरती के गम छुपाने के लिए गगन होता है, दिल के गम छुपाने के लिए बदन होता है, मर के भी छुपाने होंगे गम शायद, इसलिए हर लाश पर कफ़न होता है।
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होंठो ने मुस्कुराने से मना कर दिया.. आंसुओं ने बह जाने से मना कर दिया.. एक बार जो दिल टूटा प्यार में.. फिर इस दिल ने दिल लगाने से मना कर दिया..
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नहीं करूँगी आज के बाद मिन्नतें तेरी, जब रब राज़ी होगा तो तू क्या.. हर चीज़ मेरी होगी !!
अब मेरा हाल चाल नहीं पूछते हो तो क्या हुआ, कल एक एक से पूछोगे की उसे हुआ क्या था.
वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे, हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे, हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि, हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे।
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हमारा ज़िक्र भी अब जुर्म हो गया है वहाँ, दिनों की बात है महफ़िल की आबरू हम थे, ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर, जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे।
जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो, जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो, कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं, जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो।
वक़्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपनों से दूर रहना, पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है।
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मेरी समझ से बाहर है। मेरे अंदर बैठा हुआ सख्स।।
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खूबसूरती की जिंदा मिसाल हो तुम,
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हर किसी के हाथ मैं
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हम तैयार नहीं..
यह मेरा दिल है
तेरे शहर का अख़बार नहीं..
जिंदगी में प्यार
क्या होता है वो
उस शख्स से पूछो,
जिसने दिल टूटने के
बाद भी इंतजार किया हो…
सुना है बहुत बारिश है
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मेरा जो रुतबा कल था , वो आज भी है और कल भी रहेगा , कैलेंडर नहीं attitude है मेरा जो साल के साथ बदलता नहीं 😎😎
मत लो मेरे सब्र के बाँध का इम्तेहान, जब जब ये टूटा है , तूफ़ान ही आया है 😏 😎 😏
में बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं । तय तुम्हे करना हे की आप कौन सी धुन पर नाचोगे..।।
दिल में मोहब्बत का होना जरूरी है, वर्ना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते है .
Check: Self Respect Quotes
गुमान न कर अपने दिमाग पे मेरे दोस्त , जितना तेरा दिमाग हे उतना तो मेरा दिमाग खराब रेहता हे !!
मेरे #मिज़ाज को समझने के #लिए, बस इतना ही काफी है, मैं उसका #हरगिज़ नहीं होता….. जो हर एक का हो जाये।
Attitude Shayari In Hindi
#Mana ki👉tjhe👀dekhne ke liye👲ladke #mrte h Pr😎mjhe 👀dwkh ke baaki👭LaDkio ko chod 👰teri👭saheliya v #jeeti h.🔽😍😍
😍मैं चीज़ 👌 Orιgιnal, 👦🏻👈तू जाली 💷Noтe है… 👦🏻👈🏻 तेरी 💃🏻Body से 👆🏻ज़्यादा, 😍मेरी 📷Dp 💋Hoт है…😎
हम 😎क्यो डरे किसी✊👊👊 से हम तो 👳पैदा ही शेरो 👉 की बस्ती मे hue है…! डरना है 🙀 तो वो लोग डरे ज़िन्हे चूहो ने पैदा करके शेर का नाम दे रखा है… मेरी #जिंदगी के 3⃣ #तीन शौक
हम बसा लेंगे एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम!!
उसे भूल कर जिया तो क्या जिया, दम है तो उसे पाकर दिखा, लिख पत्थरो पर अपने प्रेम की कहानी, और सागर को बोल, दम है तो इसे मिटा कर दिखा!!
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प्रोटेस्ट के बहाने शिव जी और शिव जी के त्रिशूल का अपमान किया, मैंने देखा, क्रोधित हुआ लेकिन एक शब्द नहीं कहा। सही समय का इंतज़ार किया, अब न्यूज़पेपर में पढ़ रहा हूँ कि कठुआ कांड में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार केवल हत्या हुई है रेप नहीं। कातिलों को ढूंढकर सजा मिलनी चाहिए। लेकिन मीडिया ने सब पहले से तय कर रखा है लगता है, पहले से कातिल-रेपिस्ट सब बता दिए। पीड़िता की पहचान जाहिर कर दी। जिस देश में गैर-जिम्मेदार मीडिया हो वहां के नागरिक कितने गैर-जिम्मेदार होंगे अन्दाजा लगाइये। बिना सोचे समझे गाली-गलौज अपने ही दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ। हिन्दू धर्म और भगवानों को सीधा टारगेट कर लिया, जिन्हें आतंकवाद में मजहब नही मिल पा रहा था उन्होंने पूरे हिंदुओं को रेपिस्ट बोल दिया। पैसों के लिए बिकने वाले बॉलीवुड सितारे हाथों में तख्तियां लटकाए हिंदुस्तानी होने पर शर्म करने लगे थे। अब लग रहा है अब कहने का सही वक्त आ गया है - पहली बात इधर क्लियर कर देना चाहता हूँ कि मुझे रेपिस्टों से बेहद नफरत है, मैं सनातन धर्म को मानता हूँ और हमारे धर्म मे कभी महिलाओं का अपमान करना नहीं सिखाया गया है। गार्गी ने यागवल्क्य को शास्त्रार्थ में तब पराजित किया था जब दुनियाँ ने तमीज से रहना नहीं सीखा था। जिन्हें 16वीं शताब्दी तक नहाने तक की तमीज नहीं थी ज्ञान न दें वरना उनके ज्ञान को यथास्थान घुसेड़ देने की कुब्बत भी है और हुनर भी। दूसरी बात हर धर्म में समय के साथ साथ कुरीतियां आती रहती हैं - जैसे आठवीं शताब्दी में मनुस्मृति, शास्त्र लिखे गए जो सनातन धर्म से परे कर्मकांड मात्र की व्याख्या करते हैं, 10वीं शताब्दी के बाद हम सनातनधर्म से हिन्दू हो गए और पर्दा प्रथा और सती प्रथा जैसी चीजें हमसे चिपक गई लेकिन हमारे समाज सुधारकों ने समय के साथ साथ पुर्नजागरण करके वो भी समाप्त कर दी। कहने का तात्पर्य ये है कि हम सहिष्णु भी हैं और मॉडरेट भी, जो समय के साथ साथ खुद को बदलते रहते हैं। उदारहरण के लिए : अंतरजातीय विवाह, दूसरे धर्म का सम्मान और दूसरे धर्म के लोगों का स्वागत। ये सब किया है आधुनिक हिन्दू ने। मजारों पर चद्दर चढ़ाते हैं, साईं बाबा (चांद मोहम्मद) की पूजा भी करते हैं, अल्पसंख्यक लोगों के लिए लड़ते भी हैं, कठुआ केस में भी हिन्दू ही विरोध कर रहे थे और हिन्दू वकील ही केस लड़ रही है। फिर बिना घटना की पूर्ण जानकारी के सनातन धर्म को बदनाम क्यों किया जा रहा था? अब बात करता हूँ निर्भया केस की - मुख्य अभियुक्त मोहम्मद अफरोज को 1 साल की जेल के बाद ज़िंदा छोड़ दिया गया था। आम आदमी पार्टी ने एक सिलाई मशीन भी गिफ्ट की थी (at Bandra Kurla Complex)
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मैंने सच्चे प्रकाश को पाया
मेरा जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ था। बचपन से ही, मैंने अपने दादा—दादी के साथ कलीसिया में धर्मसमाज में हिस्सा लिया था। मेरे वातावरण के प्रभाव और परमेश्वर पर मेरे विश्वास के कारण, मैंने कई धर्म—पुस्तकों को गाना और विभिन्न रीतियों का अभ्यास करना सीख लिया था।
2009 में, मैं पढ़ाई करने के लिए जापान आई थी। एक बार, एक साथी विद्यार्थी के छात्रावास के कमरे में, इत्तेफाक से मेरी मुलाकात ईसाई धर्म के एक छोटे समूह के रहनुमा से हुई, जो सुसमाचार प्रसार करने आए हुए थे। मैंने सोचा: प्रोटेस्टैंटव कैथोलिक एक ही परमेश्वर पर विश्वास करते हैं। ये दोनों ही प्रभु यीशु पर भरोसा करते हैं। इस वजह से, मैंने इस छोटे समूह के रहनुमा द्वारा दिए गए कलीसिया में उनके साथ सम्मिलित होने के आमंत्रण को स्वीकार कर लिया। पादरियों का प्रचार और कुछ भाइयों व बहनों को बाइबल के बारे में बात करते हुए सुनकर, मुझे प्रभु यीशु की जिंदगी के बारे में बातें समझ आईं। इस वजह से मुझे प्रभु पर और भी विश्वास हो गया। हालांकि, कुछ महीनों के बाद, पादरियों व प्रचारकों ने हमसे हर हफ्ते दशमांश दान करने के लिए कहा। साथ ही, हर हफ्ते हमें सुसमाचार का प्रचार करने के लिए पुस्तिकाएं बांटनी होती थी। कई बार, हम इतने थक जाते थे कि रविवार सेवा के दौरान भी झपकी लेते रहते थे। हमारी जिंदगी की दिनचर्या अब सामान्य नहीं रह गई थी। उस समय, हम में से कुछ काम व पढ़ाई दोनों ही कर रहे थे। हमें न केवल अपनी पढ़ाई के लिए भुगतान करने हेतु धन कमाना पड़ता था, बल्कि अपने दैनिक खर्चों के लिए भी धन की जरूरत थी। हमारी जिंदगी पहले से ही काफी कठिन थी, फिर भी वे चाहते थे कि हम उन्हें अपना धन व अपनी ऊर्जा दें। हम बहुत अधिक तनाव व दर्द में दबे हुए थे। धीरे—धीरे, मैंने पाया कि ये पादरी व प्रचारक असल में वे लोग नहीं हैं, जो वास्तव मेँ प्रभु की सेवा कर रहे हों। आमतौर पर, चूंकि ये लोग कलीसिया के धर्मगुरु थे, इसलिए इन्हें आध्यात्मिक जिंदगी में प्रगति करने में हमारी मदद करनी चाहिए थी। लेकिन, उन्हें हमारी जिंदगियों की कोई परवाह नहीं थी। वे हमारी व्यवहारिक समस्याओं के बारे में नहीं समझते थे। इसके स्थान पर, वे बस हमारी ऊर्जा और हमारा धन चाहते थे। उन्होंने जो कुछ भी किया वह सबकुछ अपने कलीसिया का प्रसार करने और अपनी प्रतिष्ठा व अपने प्रभाव को मजबूत करने के लिए था। इस समय तक, हमें ऐसा लगने लगा था कि हमें धोखा दिया गया है। इस वजह से, मेरे कुछ भाइयों व मैंने उस कलीसिया को छोड़ दिया।
उस कलीसिया को छोड़ने के बाद, मैंने पाया कि पर्वत की चोटी पर भी एक कैथलिक कलीसिया स्थित है। उस कलीसिया के लोग जापानी थे। मैं कई बार धर्मसमाज में शामिल हुई लेकिन मैंने महसूस किया इससे आध्यात्मिक तौर पर मुझे कोई लाभ नहीं हुआ था। इसके साथ ही, सभा में शामिल होना भी असहज था, इसलिए मैंने वह कलीसिया भी छोड़ दिया। इस प्रकार से, मैं एक दिशाहीन और उद्देश्यहीन जिंदगी जीने लगी। ... अक्टूबर 2016 तक यही सबकुछ चलता रहा। बहन लिआंग, जिनसे मैं पहले प्रतिवादी प्रोटेस्टैंट कलीसिया में मिली थी, उन्होंने अचानक ही मुझसे संपर्क किया, मेरा हालचाल पूछा और उनसे मिलने के लिए मुझे आमंत्रित किया। मैंने उस एक साल प्रोटेस्टैंट में कलीसिया में अपने बेहद निराशाजनक अनुभव के बारे में सोचा और परिणामस्वरूप, मैंने बहन लिआंग के आमंत्रण को मना कर दिया। हालांकि, बहन लिआंग ने मुझे बार—बार आमंत्रित किया और उनकी भावनाओ के प्रति सम्मान के कारण, मैंने उनसे मिलने का निर्णय लिया।
बहन लिआंग के जरिए, मैं बहन मा व बहन फैंग से मिली। एक दिन, उन्होंने मुझसे बाइबल की कई भविष्यवाणियों के बारे में बात की। उन्होंने मुझे जेहोवा परमेश्वर व प्रभु यीशु के कार्य के बारे में बताया। उनकी जानकारी बिल्कुल नई थी और उन्होंने मुझे ऐसी बातों के बारे में बताया, जिन्हें मैंने पहले कभी नहीं सुना था। मैंने उन्हें उन बुरे हालात के बारे में बताया जिनका सामना मैंने उस कलीसिया में किया था और आध्यात्मिक पोषण न पा पाने के कारण मैं इतना परेशान हो गई थी कि मैंने वहां और सभाओं में शामिल नहीं होना चाहती थी। बहन फैंग ने कहा: आपने जो अनुभव किया था वही अनुभव हमने भी किया है। आज, पूरी धार्मिक दुनिया अंधकार व वीरान स्थिति में है। इसके अंदर, परमेश्वर के लक्ष्य व सत्यता को खोजना है। वर्तमान में, हम दुनिया के अंत के दिनों में हैं। प्रभु यीशु ने भविष्यवाणी की थी: "अधर्म के बढ़ने से बहुतों का प्रेम ठण्डा पड़ जाएगा" (मत्ती 24:12)। धार्मिक दुनिया में इन दिनों में अधर्म बहुत ज्यादा व्याप्त हो गया है। पादरी व एल्डर प्रभु की शिक्षा का अनुसरण नहीं करते हैं और वे उनके आदेशों का पालन नहीं करते हैं। वे बस प्रचार करते हैं और अपनी प्रतिष्ठा के लिए काम करते हैं। वे हमेशा खुद की प्रशंसा करते हैं और अपना प्रचार करते हैं ताकि अन्य लोग उन्हें देखें और उनकी पूजा करें। वे अन्य लोगों से दान करवाते हैं और उनसे सुसमाचार का प्रसार कराते हैं। नाममात्र के लिए, वे कहते हैं कि उनका उद्देश्य लोगों की आत्मा को बचाना है, लेकिन असल में, वे लोगों को परमेश्वर के वचनों का अनुभव नहीं कराते हैं, न ही परमेश्वर के वचनों को कार्य में लाने के लिए लोगों की मदद करते हैं। वे बस यह चाहते हैं कि लोग उनकी आज्ञा मानें। उन्हें इस बात की लत होती है कि अन्य लोग उन्हें परमेश्वर की तरह पूजें। बहुत समय पहले उन्होंने शैतान के मार्ग पर चलना शुरू कर दिया था जो परमेश्वर का विरोधी है। उन्होंने पवित्रात्मा के कार्य को खो दिया और वे परमेश्वर द्वारा त्याग दिए गए हैं। व्यवस्था के युग के दौरान की अंतिम अवधि के बारे में सोचिए, जब मंदिर उजाड़ दिए गए थे और चोरों का अड्डा बन गए थे। पुजारी तुच्छ प्रसाद चढ़ाने लगे थे जबकि आम लोग मंदिर के अंदर धन का लेन—देन करने लगे थे और बैल, भेड़ व कबूतर बेचने लगे थे। लेकिन परमेश्वर के अनुशासन व दंड से ये लोग दंडित नहीं हुए। ऐसा क्यों हुआ? परमेश्वर की सेवा करने वाले प्रमुख पादरी, धर्म शास्त्र के लेखक व फरीसी व्यवस्था का पालन नहीं करते थे, वे कपटी व धोखेबाज लोग थे, और उन लोगों ने परमेश्वर के चुने हुए लोगों को परमेश्वर का विरोध करने के मार्ग पर चलाया था। इस वजह से परमेश्वर ने उनसे घृणा करके उन्हें त्याग दिया था और मंदिर पवित्रात्मा के कार्य को खो कर चोरों का अड्डा बन गया था। कानून द्वारा लोगों को दिए जा रहे मृत्यु दंड से बचाने के लिए, परमेश्वर ने पहली बार देह धारण किया था तथा यीशु के नाम से पापमुक्ति का कार्य किया, अनुग्रह के युग को शुरू किया और व्यवस्था के युग को खत्म किया। इसके बाद पवित्रात्मा का कार्य उन लोगों पर हस्तांतरित कर दिया गया जिन्होंने प्रभु यीशु को स्वीकार किया था। मंदिर में अब पवित्रात्मा का कार्य नहीं था। भविष्यवाणी के अनुसार, वर्तमान समय में, प्रभु यीशु वापस आ गया है वह पहले ही देहधारण कर वापस आ चुका है वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर है, अंत के दिनों का यीशु है और उसने सत्य को व्यक्त करना और परमेश्वर के परिवार से आरंभ करके न्याय का कार्य करना शुरू कर दिया है। पवित्रात्मा का कार्य उन लोगों पर स्थानांतरित हो गया है जिन्होंने अंत दिनों के परमेश्वर के कार्य को स्वीकार कर लिया है। चूंकि धार्मिक दुनिया ने परमेश्वर के कार्य से कदम से कदम नहीं मिलाया है और कई पादरियों व एल्डरों ने परमेश्वर के नए कार्य को दोषी ठहराया है व इसका विरोध किया है, इस वजह से परमेश्वर उनसे नफरत कर रहा है व उन्हें शाप दे रहा है। यह धार्मिक दुनिया के अंधकार व पतन का स्रोत है।
इसके बाद, उन बहनों ने परमेश्वर के वचनों का एक अवतरण पढ़ा ताकि मैं और अच्छे से समझ जाऊं। स्पष्ट तौर पर, चूंकि परमेश्वर ने एक बार फिर से नया कार्य किया है, इसलिए पवित्रात्मा का कार्य स्थानांतरित हो गया है। वे सभी संप्रदाय जिनमें पवित्रात्मा का कार्य नहीं है, वे और ज्यादा अंधकारमय हो गए हैं और उनका पतन हो गया है। सर्वशक्तिमान परमेश्वर ��े कहा था: "और अन्य स्थानों पर उसका कार्य समाप्त हो जाएगा और लोगों को सच्चा मार्ग तलाशने के लिए मजबूर किया जाएगा। यह यूसुफ की तरह होगा: हर कोई भोजन के लिए उसके पास आया, और उसके सामने झुका, क्योंकि उसके पास खाने की चीज़ें थीं। अकाल से बचने के लिए लोग सच्चा मार्ग तलाशने के लिए मजबूर हो जाएँगे। सम्पूर्ण धार्मिक समुदाय गंभीर भूखमरी से पीड़ित हो रहा है और केवल परमेश्वर ही आज, मनुष्य के आनन्द के लिए हमेशा बहने वाले स्रोत को धारण किए हुए, जीवन के जल का स्रोत है, और लोग आकर उस पर निर्भर हो जाएँगे। यह वह समय होगा जब परमेश्वर के कर्म प्रकट होंगे, और परमेश्वर गौरवान्वित होगा; ब्रह्माण्ड भर के सभी लोग इस साधारण "मनुष्य" की आराधना करेंगे। क्या वह परमेश्वर की महिमा का दिन नहीं होगा?" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "सहस्राब्दि राज्य आ चुका है" से )। जब मैंने उन हालात को याद किया जो मैंने प्रोटेस्टेंट व कैथोलिक मतों में देखे थे, तो यह बात मेरे दिल में और भी सुनिश्चित हो गई कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों ने वास्तविक स्थिति की बात कही थी। उसके वचन काफी यथार्थ व सत्य हैं। पवित्रात्मा का कार्य निश्चित तौर पर स्थानांतरित हो गया है। ये प्रोटेस्टेंट हों या कैथोलिक, जो मुझे महसूस हुआ वह यह कि यह बस लोगों का दिखावटी जुनून था। जो मैंने सीखा वह बस आध्यात्मिक ज्ञान व धार्मिक सिद्धांत था। वहां मूल रूप से कोई नया प्रकाश नहीं था और न ही मैं जिंदगी में कोई आध्यात्मिक पोषण महसूस कर रही थी। ऐसे लोगों के बीच में जो सच्चे मायने में परमेश्वर का अनुसरण करते हैं, कौन आध्यात्मिक पोषण नहीं पाना चाहेगा? मैंने देखा कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन मेरी बे��़ियों को तोड़ने व बाइबल के रहस्यों को खोलने में सक्षम हैं। उसके वचनों ने मेरे दिल को प्रबुद्ध किया है। मेरा दिल अब बेसुध नहीं था। मैंने वाकई कई लाभ पाए हैं!
इसके बाद, बहन मा 'वचन देह में प्रकट होता है' की एक प्रति लाईं और कुछ अन्य अवरतण भी पढ़ें: "मानवजाति का प्रबंधन करने के कार्य को तीन चरणों में बाँटा जाता है, जिसका अर्थ यह है कि मानवजाति को बचाने के कार्य को तीन चरणों में बाँटा जाता है। इन चरणों में संसार की रचना का कार्य समाविष्ट नहीं है, बल्कि ये व्यवस्था के युग, अनुग्रह के युग और राज्य के युग के कार्य के तीन चरण हैं।" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों को जानना ही परमेश्वर को जानने का मार्ग है" से )। "यहोवा के कार्य से ले कर यीशु के कार्य तक, और यीशु के कार्य से लेकर इस वर्तमान चरण तक, ये तीन चरण परमेश्वर के प्रबंधन की पूर्ण परिसीमा को आवृत करते हैं, और यह समस्त एक ही पवित्रात्मा का कार्य है। जब से उसने दुनिया बनाई, तब से परमेश्वर हमेशा मानव जाति का प्रबंधन करता आ रहा है। वही आरंभ और अंत है, वही प्रथम और अंतिम है, और वही एक है जो युग का आरंभ करता है और वही युग का अंत करता है।" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "परमेश्वर के कार्य का दर्शन (3)" से)। "वर्तमान में किए गए कार्य ने अनुग्रह के युग के कार्य को आगे बढ़ाया है; अर्थात्, समस्त छह हजार सालों की प्रबन्धन योजना में कार्य आगे बढ़ाया है। यद्यपि अनुग्रह का युग समाप्त हो गया है, किन्तु परमेश्वर के कार्य ने आगे प्रगति की है। मैं क्यों बार-बार कहता हूँ कि कार्य का यह चरण अनुग्रह के युग और व्यवस्था के युग पर आधारित है? इसका अर्थ है कि आज के दिन का कार्य अनुग्रह के युग में किए गए कार्य की निरंतरता और व्यवस्था के युग में किए कार्य का उत्थान है। तीनों चरण आपस में घनिष्ठता से सम्बंधित हैं और एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। … सिर्फ तीनों चरणों के कार्य के संयोजन को ही छह हजार सालों की प्रबन्धन योजना समझा जा सकता है।" ("वचन देह में प्रकट होता है" से "देहधारण के महत्व को दो देहधारण पूरा करते हैं" से)। सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ना खत्म करने के बाद, उन्होने कहा, "सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों से, हम देखते हैं कि चूंकि मानवता को शैतान ने भ्रष्ट कर दिया था, इसलिए परमेश्वर ने मानवता को बचाने के लिए कार्य करना शुरू किया था। इस कार्य को तीन चरणों में बांटा गया है: व्यवस्था के युग में यहोवा परमेश्वर का कार्य, अनुग्रह के युग में प्रभु यीशु का कार्य और अंत के दिनों के राज्य के युग में सर्वशक्तिमान परमेश्वर का कार्य। व्यवस्था के युग के दौरान, यहोवा परमेश्वर ने कानून बनाए थे ताकि मनुष्य अपने पापों के प्रति जागरुक रहे। अनुग्रह के युग के दौरान, प्रभु यीशु मनुष्य को मुक्त करने के लिए सलीब पर लटक गया था। अब, अंत के दिनों के राज्य के युग में, सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने हमारी पापी प्रवृत्ति को सुधारने, हमारे पापों को अलग करने और हमें पूर्णत: निर्मल करने व बचाने के लिए प्रभु यीशु के पापमुक्ति के कार्य के मूलाधार पर अपने वचनों के माध्यम से न्याय का कार्य किया है। यह साक्ष्य पुष्टि करता है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही यहोवा परमेश्वर का प्रकटन है जिसने कानून बनाए और मनुष्य की जिंदगी को दिशा दी। वह प्रभु यीशु के रूप में दूसरा अवतार था, जिसने सलीब पर लटककर मानवता को पापमुक्त किया था। कार्य के इन तीन चरणों के अंदर, कोई फर्क नहीं पड़ता कि कैसे परमेश्वर के नाम व कार्य बदल गए हैं, लेकिन परमेश्वर के कार्य का उद्देश्य कभी नहीं बदला है, जो मानवता को बचाने का प्रयोजन है। परमेश्वर का सार कभी नहीं बदलेगा। कार्य के इन तीनों चरणों में से प्रत्येक को पूर्ववर्ती चरण के आधार पर बनाया गया है। प्रत्येक चरण पिछले से गहरा व ऊंचा है। परमेश्वर के कार्य को युगों के विकास के अनुसार पूरा किया गया है। इसे मानवता की जरूरतों के आधार पर किया गया है ताकि वह हमें बेहतर तरीके से बचा व अपना सके। दूसरे शब्दों में, यहोवा परमेश्वर की व्यवस्था का कार्य, प्रभु यीशु का पापमुक्ति का कार्य और अंत के दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा किया जाने वाला परमेश्वर के घर से शुरू होने वाला न्याय का कार्य, उसी परमेश्वर द्वारा अलग—अलग युगों में किए गए अलग—अलग प्रकार के कार्य हैं। उसकी खुद की योजना के अनुसार व मानवता की जरूरतों के अनुसार, परमेश्वर हमें चरण दर चरण बचा रहा है।"
इस बिंदु पर, मुझे लगा कि परमेश्वर का कार्य बहुत उत्कृष्ट, सर्वशक्तिशाली व बुद्धि पूर्ण था। मैंने उस देखभाल व परवाह को भी महसूस किया जो परमेश्वर ने, शैतान द्वारा गहराई से भ्रष्ट की गई मानवता को बचाने के लिए दिखाई है और हमारे लिए परमेश्वर के महान प्यार का भी अनुभव किया। सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों ने उन सत्यों व रहस्यों पर प्रकाश डाला जिनके बारे में मैंने कभी सुना भी नहीं था। मेरी पहुंच वाकई विस्तारित हो गई थी और मैंने बहुत कुछ पाया। मैं अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य का ध्यानपूर्वक परीक्षण करने का फैसला लिया।
चूंकि उस समय तक काफी देरी हो गई थी, तो हमने अपने संवाद को अगली बार मिलने पर जारी रखने का निर्णय लिया। जाने से पहले, बहन मा ने मुझे 'राज्य के सुसमाचार पर परमेश्वर के उत्कृष्ट वचन' की एक प्रति दी ताकि जब मैं घर वापस जाऊं तो परमेश्वर के कार्य का ध्यानपूर्वक परीक्षण कर पाऊं। वापस आने के बाद, मैंने उत्सुकता वश, इंटरनेट पर 'सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया' को खोजा। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं सीसीपी सरकार और धार्मिक दुनिया के लोगों द्वारा, सर्वशक्तिमान परमेश्वर व उसके कलीसिया का विरोध व उसे बदनामी करने के लिए,चलाए जा रहे इतने नकारात्मक प्रचार को देखूंगी। जब मैंने इस सामग्री को देखा, तो मैं और भी निश्चित हो गई कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया ही वह कलीसिया है, जिसमें सच्चे मायनों में पवित्र आत्मा का कार्य है और सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही वह परमेश्वर है जो प्रकट हुआ हैहैं और अंत के दिनों में कार्य करता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि प्राचीन काल से ही, सत्य को हमेशा ही दबाया गया है! जब मैं चीन में अपने दादा—दादी के साथ धर्मसमाज में जाया करती थी, तो मुझे भी सीसीपी सरकार का उत्पीड़न झेलना पड़ता था। हमें छिप—छिप कर इन धर्मसमाजों में शामिल होना पड़ता था। सीसीपी सरकार वाकई शैतान है! ये एक नास्तिक व्यवस्था है। वे सत्य और परमेश्वर से सबसे ज्यादा नफरत करते हैं। तो, वे जिसके विरोध में हैं और जिसे दबाते हैं, वही संभवत: सच्चा मार्ग व सच्चा कलीसिया है। बाद में एक धर्मसमाज के दौरान, मैंने यह बहन फैंग व अन्य को बताया। उन्होंने मुझे एक अद्भुत एपिसोड दिखाया, 'प्रलोभन के जाल से बाहर निकलो' शीर्षक के सुसमाचार वीडियो में 'धोखे से जागना'। मुख्य किरदार प्रार्थना कर रहा था, "...लेकिन मुझे समझ नहीं आता, यदि चमकती पूर्वी बिजली ही सच्चा मार्ग है, तो सीसीपी सरकार इसका इतना कड़ा विरोध क्यों करेगी? क्यों धार्मिक अगुआ भी क्रोधावेश में इसका विरोध करेंगे?"
इस वीडियो में, एक भाई ने उत्तर दिया, "बाइबल कहती है, 'सारा संसार उस दुष्ट के वश में पड़ा है।' (1 यूहन्ना 5:19)। प्रभु यीशु ने यह भी कहा था: 'इस युग के लोग बुरे हैं' (लूका 11:29)। इस स्थिति में, किस हद तक दुनिया अंधकारमय व बुरी है? अनुग्रह के युग के दौरान, मानवता को पापमुक्त करने के लिए, देहधारी प्रभु यीशु को उस समय की धार्मिक दुनिया व शासकों ने सलीब पर लट���ा दिया। अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर, जो सत्य को व्यक्त करने और मानवता का निर्णय लेने आया है, वह भी धार्मिक दुनिया और बड़े लाल अजगर की राजनीतिक व्यवस्था के दबाव व बदनामी का सामना कर रहाहै हैं और इस दुनिया द्वारा नकार दिया गया है। यह प्रभु यीशु के वचनों को सिद्ध करता है: 'क्योंकि जैसे बिजली आकाश के एक छोर से कौंध कर आकाश के दूसरे छोर तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में प्रगट हो��ा। परन्तु पहले अवश्य है कि वह बहुत दु:ख उठाए, और इस युग के लोग उसे तुच्छ ठहराएँ।' (लूका 17:24-25)। प्रभु यीशु की यह भविष्यवाणी अंतत: पूरी हो गई है। हर वह व्यक्ति जो परमेश्वर के प्रकटन के लिए लालायित है उसे यह साफ तौर पर देखना चाहिए कि परमेश्वर काफी समय पहले ही वापस आ चुका हैऔर वह अंत के दिनों में न्याय का कार्य करने की प्रक्रिया में हैं। प्रभु यीशु की भविष्यवाणी भी पहले ही पूरी हो चुकी है। क्या यह संभव है कि हम सत्य को साफ तौर पर नहीं देख पा रहे हैं?"
अन्य गवाह ने बोलना जारी रखा: "भाइयो व बहनो, यह नास्तिक राजनीतिक व्यवस्था और धार्मिक दुनिया के ज्यादातर अगुआ शैतानी ताकतेंहैं जो परमेश्वर और सत्य से नफरत करते हैं। प्रभु यीशु को सलीब पर लटकाया गया था, इस बात से इसकी पुष्टि भी हो गई है। इसी वजह से सच्चे मार्ग को हमेशा ही नास्तिक राजनीतिक व्यवस्था और धार्मिक दुनिया की अस्वीकृति व कठोर विरोध का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, वे सभी जो सच्चे मार्ग का प्रसार करते हैं और सत्य को अभ्यास में लाते हैं उन्हें इनके द्वारा फंसाया व पीड़ित भी किया जाएगा। जैसा कि प्रभु यीशु ने कहा था:, 'यदि संसार तुम से बैर रखता है, तो तुम जानते हो कि उसने तुम से पहले मुझ से बैर रखा। यदि तुम संसार के होते, तो संसार अपनों से प्रेम रखता; परन्तु इस कारण कि तुम संसार के नहीं, वरन् मैं ने तुम्हें संसार में से चुन लिया है, इसी लिये संसार तुम से बैर रखता है।' (यूहन्ना 15:18-19)। यही मुख्य कारण है कि इतनी पीढ़़ियों बाद भी, वे लोग जो सत्य के मार्ग को स्वीकार करते हैं और सच्च परमेश्वर का अनुसरण करते हैं उनकी संख्या बहुत ही कम है, जो सत्य को प्यार करते हैं और सत्य को अपनाते हैं। हालांकि, ज्यादातर लोग सत्य के मार्ग का निरीक्षण करने की हिम्मत नहीं करते हैं और इस वजह से परमेश्वर द्वारा उद्धार का मौका गंवा देते हैं क्योंकि वे शैतानी ताकतों का अनुसरण करते हैं या उत्पीड़ित किए जाने से डरे हुए होते हैं। इसी वजह से प्रभु यीशु ने पहले ही चेतावनी दे दी थी: 'सकेत फाटक से प्रवेश करो, क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मार्ग जो विनाश को पहुँचाता है; और बहुत से हैं जो उस से प्रवेश करते हैं। क्योंकि सकेत है वह फाटक और कठिन है वह मार्ग जो जीवन को पहुँचाता है; और थोड़े हैं जो उसे पाते हैं।' (मत्ती 7:13-14)।" जब मैंने वीडियो में ये चीजें देखीं, तो मुझे और भी विश्वास हो गया कि सीसीपी सरकार जिसे सताती है व अपराधी ठहराती है, वह ही असल में सत्य का मार्ग है। यह बात सुनिश्चित है।
धर्मसमाज व अन्वेषण की एक अवधि के बाद, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों और भाइयों व बहनों के साझा करने व संवाद से मैं अंत के दिनों में परमेश्वर के न्याय के कार्य को और गहराई से समझने लगी। मैंने देहधारण करने, उद्धार करने और पूर्ण उद्धार, मानवता को संभालने का परमेश्वर का उद्देश्य, मानवता का अंत व मंजिल और अनंत जीवन के मार्ग के आरंभ से संबंधित सत्य को भी समझ गई थी। सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने जो सत्य व्यक्त किया है वह बहुत ज्यादा है। अपने दिल से, मैंने माना कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रूप में निश्चित तौर पर प्रभु यीशु फिर से आया है। मैं पूरी खुशी से अंत के दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार किया है।
मैं हर रोज प्रार्थना करने और परमेश्वर के वचनों को पढ़ने में लीन हो गई हूं। समय—समय पर मैंने जीवन में प्रवेश करने से संबन्धित धर्मोपदेश व संवाद सुने और परमेश्वर के वचनों के भजनों को भी सुना और मैंने सुसमाचार के विडियो भी देखें। हर हफ्ते मैं, अपने भाइयों व बहनों के साथ धर्मसमाज करती और सक्रिय रूप से सुसमाचार का प्रसार करती और उनके साथ मिलकर परमेश्वर की गवाह देती। मुझे लगता है कि मेरी जिंदगी इस समय बहुत खुशहाल है और मेरे आध्यात्मिक जीवन पोषण प्राप्त कर रहा है और यह आनंदमय हो गया है। अंतत:, मैं सच्चे कलीसिया में लौट आई हूं और मैंने अपना सच्चा 'परिवार' पा लिया है। बीते दिनों में, मैं जिस कलीसिया में जाया करती थी वहां ऐसे पादरी व पुजारी थे जिनसे मुख़ातिब होना पड़ता था। लेकिन सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया में, मेरे भाई, बहन व मैं, हम सभी परमेश्वर का सम्मान महानतम सत्ता के रूप मेँ करते हैं। एक—दूसरे के साथ हमारा संबंध हमारी हैसियत के अनुसार तय नहीं किया जाता है। इन धर्मसमाजों के दौरान कोई नियम या धार्मिक रीति—रिवाज भी नहीं हैं। आप अपनी खुद की जरूरत व समय के अनुसार इसमें शामिल हो सकते हैं। कोई भी आपको प्रतिबंधित नहीं करेगा न ही जोर देगा। हर कोई इसी बारे में संवाद करता है कि एक ईमानदार व्यक्ति बनने के लिए क्या करें, स्वच्छता व उद्धार पाने के लिए अपनी प्रवृत्ति में परिवर्तन कैसे लाएं, परमेश्वर के प्रेम को लौटाने और परमेश्वर को संतुष्ट करने के लिए अपने कर्तव्यों को कैसे पूरा किया जाए, आदि। अचेतन रूप से, परमेश्वर के वचनों के मार्गदर्शन में, मैंने अपनी प्रवृत्ति में परिवर्तन लाना और परमेश्वर के वचनों के अनुसार चीजों को देखना शुरू कर दिया; मुझे इस बात की भी कुछ समझ आ गई और यह जानने लगी कि समाज के प्रवाह के बुरे सार को कैसे पहचाना जाए और वे माध्यम व तरीके भी जिनसे शैतान मनुष्य को भ्रष्ट करता है।इसके बाद, मैंने कभी वीडियो गेम नहीं खेला न ही मैंने केटीवी देखने में अपना समय बर्बाद किया। जब भी मेरे पास समय होता, मैं परमेश्वर के वचनों को पढ़ती या फिर मैं संवाद के लिए अपने भाइयों व बहनों को एकत्रित करती जहां हम भजन गाते और परमेश्वर की वंदना करते। हर दिन भरपूर था। अब मैं और खाली व असहाय महसूस नहीं किया करती थी। बल्कि, मैं अपने जीवन के लक्ष्य को लेकर स्पष्ट हो गई थी। मैं जानती थी कि इसका अर्थ परमेश्वर के समक्ष अपने खुद के कर्तव्यों को पूरा करके और उनकी एक रचना के रूप में परमेश्वर के लिए जीकर स्थापित होता है। मुझे जिंदगी के उचित मार्ग पर चलने हेतु मार्गदर्शन देने के लिए मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर की आभारी हूं। मैं अभी से अंत तक सभी अधिकारों, प्रतिष्ठा व वंदना को उस एक सच्चे परमेश्वर के चरणों में प्रस्तुत करती हूं। आमीन!
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*हमने क्या पा लिया हिन्दू या मुसलमां होकर!* *आओ इन्सां से मोहब्बत करें इन्सां होकर!
पापा, ये मुसलमान है ना। ट्रेन में सामने वाली बर्थ पर बैठी फॅमिली को देख कर बच्चे ने पिता से पूछा। हां बेटा, पिता ने संक्षिप्त जवाब दिया *इनके हाथ से कुछ मत लेना। माँ ने हिदायत दी।* क्यों? बच्चे का छोटा सा सवाल। जो कभी हल नहीं हो सका। क्यों क्या। *ये मांस मछली खाने वाले लोग हैं।* *हमसे नफरत करने वाले लोग हैं।* *इनसे हमारी सालो की दुश्मनी है।* माँ को जितना मालूम था, वह सरसरी लहजे में बच्चे को बोल गयी। *बच्चा सोचता रहा कि हमारी इनसे दुश्मनी कब हो गयी।* *ये तो आज ही मिले हैं।* पिता ने बच्चे की माँ को डांटा। ये कोई जगह है , ये सब बातें करने की। हालांकि पिता की सहमति ��ी उन बातों पर जो माँ ने बच्चे से कही। क्या करती फिर। कोई चीज लेकर खा लेता तो। *हमारा धर्म भ्रष्ट हो जाता।* माँ ने खुद को स्पष्ट किया। अच्छा। अब चुप करो। खाना आ गया है खा कर आराम करो सब। खाना खा कर सभी यात्री लेट गए। *एकाएक बच्चे के पेट में तेज दर्द उठा*। बच्चे ने माँ को कराहते हुये कहा। माँ। पेट दुःख रहा है। माँ ने सोचा । ट्रेन का खाना नहीं पच रहा होगा। थोड़ी देर में ठीक हो जायेगा। लेकिन बच्चे की हालत बिगडती गयी। बच्चे की माँ और पिता असमंजस में थे कि क्या करें। मुसलमान पुरुष यात्री की नींद खुली। देखा तो बच्चे की माँ रो रही थी। मुसलमान पुरुष ने अपनी पत्नी को उठाया कि पता करो। मोहतरमा क्यों रो रही है। लेकिन मुसलमान की पत्नी उठती उस से पहले ही उसे मालूम हो गया था कि बच्चा बीमार है और लगभग बेहोशी की हालत में है। उसने बच्चे के पिता से कहा- *आपको ऐतराज ना हो तो बच्चे की नब्ज देख सकता हूँ।* *मेरा आजमगढ़ में दवाखाना है। थोड़ी बहुत समझ है मुझे मर्ज की।* बच्चे की माँ मुसलमान की और देख रही थी। पिता ने झट से बच्चे की बाजू मुसलमान के सामने कर दी। आप इसे नीचे मेरी बर्थ पर सुलाईये। उसने अपना सूटकेस खोला तो वह दवाईयों की मेडिकल किट ही थी। मुसलमान यात्री की पत्नी भी जाग गयी थी। *उसने बताया कि आपको डरने की जरुरत नहीं । ये डाक्टर है बहुत से मरीज इनके हाथ से ठीक हो कर गए।* *अल्लाह को जान देनी है। जितना जिसका भला हो सके, ये करते हैं।* आप चिंता न करें बहन। बच्चा ठीक हो जाएगा। *मुसलमान यात्री ने एक घंटा बच्चे का उपचार किया। उसे दवा खिलाई भी पिलाई भी। मुसलमान के हाथ का खाने के बाद बच्चा अब ठीक होने लगा था।* मुसलमान ने कहा, बहन ये दवा रखो, तीन दिन सुबह शाम देना। पेट में अलसर है बच्चे के। तुरंत इलाज ना मिलता तो दिक्कत बढ़ जाती। *बच्चे की माँ को आज जीवन की सबसे बड़ी ग्लानि हो रही थी कि नफरत का ज्ञान वह कहाँ से सीखी थी।* उसने आँखों में आंसू लिए मुसलमान दंपति को धन्यवाद करने वाली नजर से एक बार देखा और बच्चे को गोद में लेकर फफक कर रो पड़ी। *हमने क्या पा लिया हिन्दू या मुसलमां होकर!* *आओ इन्सां से मोहब्बत करें इन्सां होकर!
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Sachi Mohabbat Shayari In Hindi - सच्ची मोहब्बत शायरी 2 लाइन
नमस्कार दोस्तों, आज हम Sachi Mohabbat Shayari In Hindi की एक नई पोस्ट पेश करते हुए बहुत खुश हैं। हमेशा की तरह, हम आपके लिए सबसे बेहतरीन और सबसे मार्मिक शायरी लाने का प्रयास करते हैं, और हमें उम्मीद है कि यह संग्रह सच्चे प्यार का सार प्रस्तुत करेगा।. हमें विश्वास है कि आप इस पोस्ट का आनंद लेंगे और इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करने के लिए प्रेरित महसूस करेंगे। इन दिल को छू लेने वाली Shayari की खूबसूरती में डूब जाएँ और उन्हें अपनी आत्मा की गहराई तक पहुँचने दें।.
Sachi Mohabbat Shayari In Hindi
मोहब्बत करोगे तो जानोगे, किश्तों मे जीना किसे कहते है
मेरी चाहते असर कर ही गयी, देख आज तुझे हमसे मोहब्बत हो ही गयी अल्फाज अक्सर अधूरे ही रह जाते है मोहब्बत में, हर शख्स किसी न किसी की चाहत दिल में दबाये रखता है अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है, सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है। जाते जाते ही सही ये मलाल तो रह गया, क्या उन्हें भी मोहब्बत थी ये सवाल रह गया। मोहब्बत का भी एक अलग ही दस्तूर होता है, ये पल भर में हो जाती है, जिन्दगी भर के लिए। रचा है मैंने इतिहास मोहब्बत के फ़साने में, रखते हैं लोग मुझे दिलों के खज़ाने में। नफरत करोगे तो अधूरा किस्सा हूं मैं, अगर मोहब्बत करोगे तो तुम्हारा ही हिस्सा हूं मैं। तेरे सजदे में आकर जाना मोहब्बत की सादगी, एहसास ऐतबार और ज़माने भर की दीवानगी। मोहब्बत खुद बताती है, कहां किसका ठिकाना है, किससे दूरी बनाना है, किसे दिल में बसाना है। Mohabbat Shayari in Hindi तुझसे बेइंतहा मोहब्बत है बस इतना कुबूल कर पाऊ, बता कौन सी राह से आऊ कि तुझ तक पहुँच जाऊ।
नज़र बहुत तेज है ना तुम्हारी, फिर क्यों नही दिखती मोहब्बत हमारी। वो मोहब्बत अपने अंदाज मे जताता है, जब खुश होता है मेरे लिए चाय बनाता है। बंदिशों मैं रहोगे तो तड़पते रह जाओगे, बेखौफ मोहब्बत का मजा ही अलग है। कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की हर आँख मेरी तरह मोहब्बत की नही होती। एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेगी ये जिंदगी, बता मैँ क्या करूँ सारे ज़माने की मोहब्बत लेकर। दिल टूटा है तो अपनी ही गलती से, उस ने कब कहा था की तू मुहब्बत कर। उसकी मोहब्बत को इस कदर निभाते हैं हम , वो नहीं है तकदीर में फिर भी उसको चाहते हैं हम। एक बार देख इधर और आँखो को गुस्ताखीयाँ करने की इजाज़त दे दे, ओ रूठने वाले वो पहली सी मोहब्बत दुबारा दे-दे। तेरी मोहब्बत से ज्यादा तेरी इज़्ज़त अज़ीज़ है, तेरे किरदार पे बात आई तो अजनबी बन जाऊंगा। सुनो तुम मोहब्बत के स्कूल मे दाखिला लेलो,, इम्तिहान सारे मैं दूंगी तुम बस मेरी नकल करते जाना। सच्ची मोहब्बत शायरी क्यूँ हर बात में कोसते हो तुम लोग नसीब को, क्या नसीब ने कहा था की मोहब्बत कर लो।
बस ताल्लुक़ का इन्तक़ाल हुआ, ज़िन्दा दोनों तरफ है मोहब्बत । थक जाते हैं हाथ मोहब्बत लिखते लिखते, बडी सस्ती हो गई जनाब मोहब्बत बिकते बिकते। मोहब्बत की फ़रवरी में इश्क कुछ फीका रहा, अब तो इश्क के रंग से लाल करेंगे मार्च को। अजीब सा मौसम है आज ये मन बड़ा शांत हुआ है, ऐसा लगता है दिल का मौहब्बत में देहान्त हुआ है। ना रख किसी से मोहब्बत की उम्मीद ऐ दिल, कसम से लोग खुबसूरत बहुत है पर वफादार नहीं। कुछ अलग सा चल रहा है अपनी मोहब्बत का हाल, उनकी चुप्पी और मेरे कई सवाल। अपना कहते थे जो लोग मुझे, अफसोस वही हमारे मोहब्बत के क़ातिल निकले। ए बेखबर की तेरी हर अदा से है मोहब्बत, देख कर मुझे जो तु नजरें फेर लेता है न तेरी इस अंदाज से भी है मोहब्बत। मोहब्बत का रंग चढा था फरवरी में, लो होली के रंग में रंगने फागुन आ गया।
Mohabbat Shayari
तेरे लिए दिल में मोहब्बत को काले धन की तरह छुपा के रखा हूँ, खुलासा नहीं किया अब तक हंगामा हो सकता है।
आरज़ू ख्वाहिश सिद्दतें और मोहब्बत सब कुछ तो तुम हों फ़िर इबादत किसकी करे। कितने बंधनों मे बंधी है तुमसे ये मोहब्बत मेरी, याद कर सकता हूं पर ख़बर नहीं ले सकता तेरी। बेहद मोहब्बत है तुमसे, मान लीजिए या मार दीजिए। तेरी मोहब्बत ने निखारा है मेरे सावले पन को, तेरे आगोश में ही मुकम्मल नज़र आती हूँ । चढेगा रंग तुम्हे भी अब मेरी मोहब्बत का, लगा दिया मेने इश्क का गुलाल तुम्हारे गालो पर। मैने कब कहा हमसे मोहब्बत कीजिये, क़ाबिल-ए-नफरत हूं आप भी कीजिये। मोहब्बत की है ���ुझसे बेफिक्र रह, नाराजगी हो सकती है पर नफरत कभी नही। नफ़रत का खुद कोई वजूद नहीं होता , ये तो मोहब्बत की गैर मौजूदगी का नतीजा है। सिमट गया मेरा प्यार भी चंद अल्फाजों में, जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं। सच्ची मोहब्बत शायरी 2 लाइन मजबूरियों ने बेशक तुझसे जुदा कर दिया, मगर मोहब्बत तुझसे आज भी है मुझे।
मजबूरियों ने बेशक तुझसे जुदा कर दिया, मगर मोहब्बत तुझसे आज भी है मुझे। तुम ये जो मुझसे मोहब्बत जताते हो, क्या ये वाकई सच हैं या फिर केवल बातें बनाते हों। ना मोहब्बतें सँभाली गई ना नफ़रतें पाली गई है बड़ा अफ़सोस उस जिंदगी का जो तेरे पीछे ख़ाली गई। मोहब्बत छिपाने की अदा यूँ बेकार हो गयी, जुबां तो रही बस में आँखें गद्दार हो गयी। तुम तो वफ़ाओं का समंदर हुआ करती थी, फिर किस से सीख लिया यूँ मुहब्बत में मिलावट करना। तेरी मोहब्बत से ज़्यादा तेरी इज़्ज़त अज़ीज़ है, तेरे क़िरदार पे बात आई तो अज़नबी बन जाऊंगा। अगर मोहब्बत में किये गुनाहों की कभी सज़ा सुनाई जाए, तो मेरे हमसफ़र की सज़ा माफ हो अल्लाह खैर करे। लोग कहते है मोहब्बत में असर होता है, कौन से शहर में होता है किधर होता है। अपनी ज़िन्दगी के लम्हे को आपके नाम कर गई, इसलिए तो आपसे मोहब्बत करके खुद को बदनाम कर गई। बेइंतहा मोहब्बत शायरी कभी-कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं इश्क के कच्चे धागे टूट जाते हैं, झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी इसलिए तो रूठकर तारे टूट जाते हैं।
किसी से पनाह की चाहत में, बे-पनाह मोहब्बत कर गये हम। मैंने कब कहा मोहब्बत कीजिए, काबिल ए नफरत हूँ आप भी कीजिए। मोहब्बत तो कोई और थी उनकी, हम तो थे बस दिल बहलाने वाले। उल्फत की बात है जरा सलीके से कीजिए, सड़को पे हाथ पकड़कर मोहब्बत नहीं होती। जब तलक सांसे है नफ़रत ही करूंगी, भुला दिये वो दिन जो मुहब्बत में गुज़र गए। इतनी पाकीज��ा मोहब्बत की है उस शख्स ने, कि सर उठाकर भी देखा है तो सिर्फ पांव तक। काले धन की तरह छुपा रखा है तुम्हारी मोहब्बत अपने दिल में जान, कहीं हंगमा ना हो जाये, इसलिए हम खुलासा नही करते। हम अपनी हिफाज़त कुछ इस कदर कर लेते हैं, मोहब्बत छोड़ देते हैं और इज्जत रख लेते हैं, बस हमारी बातें ही इश्क़ मोहब्बत वाली है, वैसे तो हम वो शख़्स हैं जिसने बहुत दर्द पाले हैं। खूबसूरत मोहब्बत शायरी Hindi आप हमारे दिल को समझ नहीं पाए, हमे मोहब्बत इतनी थी आपसे लेकिन हम कह नहीं पाए।
अर्ज किया है 4 साल मोहब्बत करने के बाद पता चला वो तो एक दवा थी अकेलेपन मिटाने की। मैंने बस मोहब्बत की थी शिद्दत वाली, उसने लफ्जों के हेर – फेर में मार डाला। अपने एकतरफ़ा प्यार को कैसे अधूरा कह दूँ, अपनी ओर से मोहब्बत तो मैंने पूरी की। पीला दो आँखों से टॉनिक मोहब्बत को जीत लूँगा मैं, सुई तो कुछ नहीं भेद दे कील भी सह लूँगा मैं। ये कोई ख्वाब है या मोहब्बत का असर, सारी कुदरत आए उसमे जो खुद है बेखबर। बस खत्म ही समझो किस्सा इस बोझ सी मोहब्बत का, पहले तुम को हमारा नहीं होना था अब हमको तुम्हारा नहीं होना है। पता है मोहब्बत क्या होती है, क्या होती है माँ खाना नहीं खाती है जब रोटी कम होती है। ये मोहब्बत कुछ करे या ना करे, मगर Mobile जरूर Silent करवा देती है। आपकी और मेरी मोहब्बत का भी रिजल्ट आया है, आपको चाहने मे मेरा नाम टॉप पर आया है। Mohabbat Bhari Shayari पागलपन से ही मोहब्बत है, समझदारियों में इश्क घटने लगता है।
जब से तुम रूठ कर गयी हो, मोहब्बत के शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। वो चाँदनी का बदन खुशबुओं का साया है, बहुत अजीज़ हमें है मगर पराया है। उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं, उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है। हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी, ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है। अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई, तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं। शक तो था ही मोहब्बत में नुकसान होगा पर सारा मेरा ही होगा ये मालूम ना था। मोहब्बतें इज़्ज़त होती है खेरात नही, ये नसीब से मिलती है औकात से नही। तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से, खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम। पहली मोहब्बत की शायरी बना फिरता है आज वफादार जमाने में बो अपनी नई मोहब्बत के लिए, उसके नए मेहबूब को बताओ उसने मुझे भी छोड़ा है किसी नए मेहबूब के लिए।
वजह नफरतों की तलाशी जाती है, मोहब्बत तो खामोशी से हो जाती है। लाचार नहीं हूँ बस चाहत तुझसे ज्यादा है, खाली नहीं हूँ बस वक़्त तुझसे ज्यादा है। लोग कहते हैं ना तेरे पीछे पडा रहता हूँ, आवारा नहीं हूँ बस मोहब्बत तुझसे ज्यादा है। ना सोच की मोहब्बत में सिर्फ ये मन ही जला ही जला है मेरा, आके देख घर दिल बदन सब कुछ जल गया है मेरा। हम एक तरफा प्यार की कहानी में मरे हैं, ये मोहब्बत ही है जो हम जवानी में मरे है। मरने से पहले एक और मौत होती है, कुछ लोग जिसे मोहब्बत कहते हैं। जिस्म से होने वाली मोहब्बत का इजहार आसान होता है, रूह से हुई मोहब्बत समझने में जिन्दगी गुजर जाती है। हमने कब माँगा है तुमसे वफाओं का सिलसिला, बस दर्द देते रहा करो मोहब्बत बढ़ती जायेगी। जिनके पास देने के लिए मोहब्बत के सिवा कुछ नहीं है, उनको जीने के लिए दोस्तो दर्द के सिवा कुछ नहीं मिलता। Mohabbat Shayari in Hindi अनकही मोहब्बत को कब तक समेटोगे, थक जाओगे और दिल को खुद मुझे सौपोगे।
मुझे यकीन है मोहब्बत उसी को कहते हैं कि जख्म ताज़ा रहे और निशान चला जाये। सुनो कुछ तो बधें हैं न तेरे मेरे दरमियां मोहब्बत के धागे, जो सुलझ कर भी फिर उलझ जाते है पर देखो टूटते भी नहीं तकलीफ सिर्फ वही दे सकता है, जिससे आपको बेपनाह मोहब्बत होगी। मंज़िल-ए-मोहब्बत तक का ये सफ़र आशिक़ाना है, गर साथ तुम हो तो ये मौसम-ए-इश्क़ भी क़ातिलाना है। ओर सात साल मोहब्बत करने के बाद, उसे याद आया के घरवाले नही मानेंगे। सुरज की किरणों से पाक हे महोब्बत, अगर खुद से ना हो तो खाक हे महोब्बत। जान बसती है आप मे, मोहब्बत तो बहुत छोटी बात है। ओर क्या सबूत चाहीए मोहब्बत का, एक लापरवाह ल़डका तुम्हारी इतनी परवाह कर रहा है। मोहब्बत की सारी हदें आज़माएंगे, वह सोएगी, तो उसके ऊपर ही सो जायेंगे। पहली मोहब्बत की शायरी मिलने का दौर और बढ़ाइए मोहब्बत में, अब यादों से गुज़ारा नहीं ह��ता।
ना समेट सकोगे कयामत तक जिसे तुम, कसम तुम्हारी तुम्हें इतनी मुहब्बत करुँगा मै। बेहिसाब बेइंतिहा मोहब्बत है मेरी, किसी दायरे में ना समेटो मेरे प्यार को। वो मोहब्बत नहीं थी, वो बस एक लम्हा खुशियो का था। कितना महफूज था वो गुलाब कांटों की गोद में, लोगों की ठुकराई मोहब्बत मे सूली पर चढ़ गया। ये तो उम्र की पाबंदिया है, वरना ये दिल आज भी मोहब्बत पाना चाहता है। जरा छू लूं तुमको मुझको यकीन आ जाए, लोग कहते हैं कि मुझे साए से मोहब्बत है। रब जाने क्या कशिश है इस मोहब्बत में, इक ��ंजान, हमारा हकदार बन बैठता है। कभी देखा है अंधे को किसी का हाथ पकड़कर चलते हुए, हमने मोहब्बत मे तुम पर यूँ भरोसा किया है। मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म, ये वो जुल्म है जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं। Read Also: Read the full article
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