#सुरक्षा की अनदेखी
Explore tagged Tumblr posts
Text
Bhopal gas Tragedy | आखिर गलती किसकी 1984
भोपाल गैस त्रासदी ने न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में एक बड़ी चिंतन प्रक्रिया को जन्म दिया। इस त्रासदी को लेकर आज भी कई पहलू हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए। अधिक गहराई में जाने पर और भी महत्वपूर्ण सवाल उठते हैं, जो हमें यह समझने में मदद करते हैं कि यह त्रासदी कैसे घटित हुई और किसकी जिम्मेदारी थी।
विकास और पर्यावरण
विकास और पर्यावरण: एक गंभीर टकराव
विकास की कीमत: भोपाल गैस त्रासदी एक उदाहरण बन गई कि कैसे विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन नहीं बनाए रखने से विनाश हो सकता है। इस हादसे ने यह साबित कर दिया कि तेज़ी से बढ़ते औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी से बड़े हादसों की संभावना बढ़ जाती है।
पर्यावरणीय प्रभाव: गैस के रिसाव के बाद पर्यावरण पर गहरा असर पड़ा। केवल मनुष्यों की ही नहीं, बल्कि आसपास के पारिस्थितिकी तंत्र की भी भारी क्षति हुई। पशु और पौधे भी इस गैस के प्रभाव से प्रभावित हुए थे।
: एक गंभीर टकराव
विकास की कीमत: भोपाल गैस त्रासदी एक उदाहरण बन गई कि कैसे विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन नहीं बनाए रखने से विनाश हो सकता है। इस हादसे ने यह साबित कर दिया कि तेज़ी से बढ़ते औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी से बड़े हादसों की संभावना बढ़ जाती है।
पर्यावरणीय प्रभाव: गैस के रिसाव के बाद पर्यावरण पर गहरा असर पड़ा। केवल मनुष्यों की ही नहीं, बल्कि आसपास के पारिस्थितिकी तंत्र की भी भारी क्षति हुई। पशु और पौधे भी इस गैस के प्रभाव से प्रभावित हुए थे।
अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें"
youtube
#सुरक्षा की अनदेखी#खून से चुकाई कीमत!#भोपालगैसत्रासदी#सुरक्षा_की_अनदेखी#वो_काली_रात#गैस_की_हादसा#Youtube
1 note
·
View note
Text
Trump On Bangladesh Hindu: हिंदुओं पर ट्रंप ने कर दिया ऐसा ऐलान, कई देशों में हड़कंप
अमेरिका में वोटिंग से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने बहुत बड़ा ऐलान कर दिया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने साफ कहा है कि हिंदुओं के लिए क्या करूँगा। ट्रम्प ने आरोप लगाया है कि जो बाइडेन और कमला हैरिस ने हिंदुओं की अनदेखी की है। इतिहास में पहली बार अमेरिका में राष्ट्रपति पद का कोई उम्मीदवार अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा उठा रहा है। कई लोग बोल रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रम्प वोटर्स को…
0 notes
Text
घटेगी नई इमारतों की ऊंचाई, घरों की बाउंड्री और कमरे भी अलग होंगे, BIS ने नोएडा के लिए सुझाए नए नियम
योगेश तिवारी, नोएडा: आने वाले दिनों में शहर में बनने वाली बहुमंजिला आवासीय इमारतों की ऊंचाई उतनी नहीं होगी जितनी पहले की बिल्डिंगों की है। ग्रुप हाउसिंग में बिना सुविधा विकसित किए बिल्डर पजेशन नहीं दे पाएंगे। यही नहीं प्ल��ट पर जो नए मकान बनेंगे वहां दो मकानों के बीच की दीवार पर छत नहीं डाली जा सकेगी। प्लॉट में सेटबैक का हिस्सा तकरीबन चारों तरफ छोड़ना होगा। इसका मतलब ये है कि प्लॉट पर पहले बाउंड्री बनवानी होगी, इसके बाद बीच में अलग से कमरे बनेंगे। इसी तरह निर्माण से जुड़े कई और नए नियम नोएडा में लागू हो सकते हैं। केंद्र के भारतीय मानक ब्यूरो () ने नोएडा में स्टैंडर्ड डिवेलपमेंट के लिए अगल से बिल्डिंग बायलॉज तैयार किए हैं। नए नियमों की किताब अथॉरिटी को सौंप दी गई है। अब अथॉरिटी इसे बोर्ड में रखकर मंजूरी लेगी। अथॉरिटी ने बिल्डिंग बायलॉज के ड्राफ्ट का अध्ययन शुरू करा दिया है। माना जा रहा है कि इसमें कुछ संशोधन भी होंगे। पुराने बायलॉज FAR पर आधारित हैं 2010 में नोएडा अथॉरिटी की तरफ से बनाए गए बिल्डिंग बायलॉज ही अभी तक लागू हैं। यह बायलॉज फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) आधारित था। इसमें देखा जाता था कि प्लॉट कितना बड़ा है और कितना निर्माण हो सकता है। इसके बाद उसी आधार पर अथॉरिटी नक्शा पास कर देती है। निर्माण के दौरान खिड़की से लेकर बालकनी को मंजूरी तो अथॉरिटी देती थी लेकिन इनके मानक और कोई परिभाषा नहीं थी। अब नए बिल्डिंग बायलॉज में खिड़की से लेकर वेंटिलेशन के लिए एग्जॉस्ट लगाने तक के मानक और परिभाषा तय कर अथॉरिटी को बताए गए हैं। ग्रुप हाउसिंग में फ्लोर एरिया रेशियो भी घटाने का सुझाव दिया गया है। ऐसा होने पर इमारतों की ऊंचाई कम होगी। नए बायलॉज की 200 पेज से ज्यादा की एक किताब अथॉरिटी को सौंपी गई है। अब अथॉरिटी इन नए प्रस्तावित नियमों का अध्ययन कर रही है। ये सभी नियम नोएडा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। इसके बाद भी अथॉरिटी को यह छूट होगी कि वह अध्ययन कर वाजिब तर्क देकर इन बायलॉज को कुछ संशोधन के साथ स्वीकार कर सकती है। अधिकारियों ने बताया कि नए बिल्डिंग बायलॉज की जरूरत मौजूदा इंडस्ट्री और हाउसिंग ट्रेंड में बदलाव को देखते हुए पड़ी है। अब डेटा सेंटर, आईटी-आईटीएस, ईवी-वीकल जैसे उद्योगों के लिए अलग-अलग नीतियां आ चुकी हैं, लेकिन बिल्डिंग बायलॉज वहीं पुराने हैं। ईवी की इंडस्ट्री उसी तरह से नहीं बनाई जा सकती जैसे नट बोल्ट या अन्य पुरानी इंडस्ट्री बनी हुई हैं। इसके साथ ही प्लॉट पर निर्माण के लिए नक्शा पास कराने के मानक सेटबैक, ग्राउंड कवरेज, एफएआर, ग्रीन एरिया, ओपन एरिया, लैंड यूज समेत अन्य मानक भी परिभाषित हो गए हैं। ऐसा होने पर सभी के लिए एक ही मानक रहने वाले हैं। बिल्डरों को नक्शा पास कराने के लिए देना होगा सर्विस प्लान ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट में फ्लैट बायर्स की बहुत सी शिकायतें और समस्याएं रहती हैं कि बिल्डर ने सभी जरूरी सुविधाएं विकसित किए बगैर ही कब्जा दे दिया। कहीं पार्किंग अधूरी रहती है तो कहीं क्लब हाउस और फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं रहते। कुछ जगह एसटीपी तक नहीं बना होता है। ये समस्याएं आगे न रहें इसके लिए प्रस्तावित बिल्डिंग बायलॉज में यह व्यवस्था की गई है कि बिल्डर जब नक्शे के लिए आवेदन करेगा तो सर्विस प्लान अलग से देगा। इस प्लान में यह बताया जाएगा कि सोसायटी में कौन-कौन सी सुविधाएं विकसित की जानी हैं। इसके साथ ही इन सुविधाओं से अलग बिल्डर सोसायटी को हाईटेक बना रहा है तो स्पेसिफिकेशन भी बताने होंगे। निर्माण पूरा होने के बाद जब ओसी के लिए बिल्डर आवेदन करेगा तो अथॉरिटी सबसे पहले सर्विस प्लान का परीक्षण करेगी। ऐसे में आम सुविधाओं की अनदेखी नहीं होगी। बनी हुई इमारत के कमजोर पड़ने पर उसके लिए भी नियम अगर बनी हुई पुरानी इमारत कमजोर पड़ जाती है तो उसे असुरक्षित घोषित करने का नियम भी नए बिल्डिंग बायलॉज में आया है। इसके लिए जरूरी जांच और फिर इमारत कमजोर मिलने के बाद होने वाले सुरक्षा इंतजाम भी नए बताए गए हैं। इमारत के कमजोर होने पर उसे कैसे खाली कराया जा सकता है और कोई घटना होने पर जिम्मेदारी भी तय की गई है। http://dlvr.it/T92WH8
0 notes
Text
भरण पोषण अधिनियम के तहत वरिष्ठ जनों को अपने संतति से आजीविका का अधिकारवरिष्ठ नागरिकों को दी गई अधिनियम की जानकारी
सतना 05 अक्टूबर 2023/चित्रकूट के वृद्धाश्रम में सामाजिक न्याय विभाग सतना द्वारा वरिष्ठ जनों एवं बुजुर्गों को भरण-पोषण अधिनियम की जानकारी देने संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में बताया गया कि वरिष्ठ नागरिकों बुजुर्गों के प्रति समाज में लगातार बढ़ती असंवेदनशीलता तथा उनके खान-पान रहन-सहन स्वास्थ्य चिकित्सा एवं मनोरंजन की अनदेखी जैसी घटनाओं को देखते हुए बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा और उनका…
View On WordPress
0 notes
Photo
#हेलमेट, #सीटबेल्ट, #नियंत्रित_रफ़्तार, #यातायात_नियमों का पालन बचा सकता है आपका #अस्पताल जाना और आपकी जान - हर्ष वर्धन अग्रवाल
लखनऊ 27 अप्रैल, 2022 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में इंदिरा नगर स्थित सेक्टर-25 चौराहे पर ‘#सड़क_सुरक्षा_सप्ताह’ के अंतर्गत “#सड़क_सुरक्षा_जागरूकता_अभियान” कार्यक्रम का आयोजन किया गया l अभियान के तहत ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, #यातायात_पुलिसकर्मियों, #समाजसेवियों तथा ट्रस्ट के #स्वयंसेवकों द्वारा वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति पर्चे बांटकर #जागरूक किया गया l ट्रस्ट के #प्रचार_वैन में लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लोगों को #सड़क_सुरक्षा तथा #यातायात_नियमों के प्रति जागरूक किया गया l #चार_पहिया वाहनों में #सीट_बेल्ट न लगे होने पर तथा #दो_पहिया_वाहन_चालकों के #हेलमेट न लगाए होने पर, #वाहन_चालकों को #फूल देकर, #सीट_बेल्ट और #हेल्मेट लगाने का अनुरोध किया गया, साथ ही वाहन चलाते समय #मोबाइल पर बात न करने से भी रोका गया l अभियान में कुछ लोग ऐसे भी मिले, जो #हेलमेट या तो हाथ में पकड़े थे या अपने #दो_पहिया_वाहन में लगाए हुए थे पर पहने हुए नहीं थे, उन सभी को #हेल्मेट लगाने के लिए अनुरोध किया गया l
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, सभी लोगों को विशेष रूप से पैदल चलने वालों को सड़क पर चलने के दौरान सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। पैदल यात्री ही हैं जो सड़क #दुर्घटना के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होते हैं, क्योंकि ऐसा तब होता है जब वह लापरवाही से #यातायात_सिग्नल पर ध्यान नहीं देते या सावधानी से #क्रॉसवाक पर नहीं चलते हैं, जिससे चोट लगने के मामले बढ़ जाते हैं l मेरा मानना है कि सॉरी से ज्यादा अच्छा सुरक्षित रहना है l इसलिए सभी लोगों से सड़क पर चलने के दौरान जल्दी में ना रहने और सतर्क रहने का अनुरोध है l इसके अलावा कई लोग आमतौर पर #यातायात के सामान्य प्रवाह में भी बाधा डालते हैं l उनसे अपील है कि कृपया ध्यान दें कि यह किसी के जीव�� के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए l हमेशा सड़क पर चलने के लिए ज़ेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग करें और अपनी #आँखों और #कानों को खोल कर रखें ताकि चारों ओर से आती #ट्रैफिक की आवाज़ों को सुन सकें l
श्री अग्रवाल ने यह भी कहा कि, आप यदि #सार्वजनिक_परिवहन के माध्यम से यात्रा करने जा रहे हैं और यदि यह बस है तो धैर्यपूर्वक बस के रुकने का इंतजार करें और उसके बाद उसमें सवार हों l इसी तरह यदि आप बस से बाहर निकल रहे हैं तो बस के ठीक से रुकने का इंतजार करें और सुनिश्चित करें कि कोई अन्य वाहन आपके रास्ते में बाधा नहीं डाले l कभी भी सुरक्षा संकेतों की अनदेखी न करें क्योंकि जब-जब लोग सुरक्षा संकेतों की अनदेखी करते है तब-तब उन्हें गंभीर सड़क #दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है l यदि आप सड़क पर साइकिल चला रहे हैं तो और भी सावधान रहें और सुनिश्चित करें कि आपकी साइकिल में रोशनी का यंत्र हो और उसके ब्रेक अच्छी स्थिति में काम कर रहे हों l दूसरा व्यस्त सड़क पर साइकिल चलाने से बचें और #सार्वजनिक_परिवहन का उपयोग करने की कोशिश करें l हालांकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि इन निवारक उपायों के जरिए हम सड़क #दुर्घटनाओं के घातक मामलों से बचने में सक्षम होंगे, लेकिन हम निश्चित रूप से सड़क पर सतर्क रहके और सभी सुरक्षा नियमों का पालन करके इस खतरे से ज़रूर बच सकते हैं l हमेशा याद रखें कि जीवन में रीसेट बटन नहीं होता इसलिए सड़क पर लापरवाही न करें l दो और #चार_पहिया_वाहन के चालक ध्यान रखें कि #हेलमेट, #सीटबेल्ट, #नियंत्रित_रफ़्तार, #यातायात_नियमों का पालन बचा सकता है आपका #अस्पताल जाना और आपकी जान l
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, टी.एस.आई. श्री सुभाष सिंह सरोज, #यातायात_पुलिसकर्मी, #यातायात व #पर्यावरण_जागरूकता_अभियान से जुड़े श्री कृष्णानंद राय तथा ट्रस्ट के #स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही l
#सड़क_सुरक्षा_सप्ताह #सड़क_सुरक्षा_जागरूकता_अभियान #Road_Safety_Advocacy #स्मार्ट_बनिए #यातायात_नियम #नशे_में_वाहन_न_चलाएं #यातायात_नियमों_का_पालन_करें
#HelpUTrust
#HelpUEducationalandCharitableTrust
www.helputrust.org
9 notes
·
View notes
Text
��्या विज्ञान बीमारियों को नियन्त्रित कर पायेगा?
वर्तमान में मानव अनेक प्रकार की बीमारियों से घिरा हुआ है। इस समय सारा विश्व कोविड-19 से परेशान है। दिन में कई बार सावधान किया जाता है कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। ऐसा करो, वैसा करो आदि। क्या दवा आयेगी और हम कोवडि-19 के भय से मुक्त हो जायेंगे? और भविष्य में भी जब कोई बीमारी आयेगी, तो विज्ञान उसका उपचार कर लेगा? इस चर्चा को आगे बढ़ाने से पहले मैं एक घोषणा करना चाहता हूँ और इसी घोषणा के अनुसार ही कोई समाधान हाथ लग सकता है, इसके विरुद्ध कुछ हाथ आने वाला नहीं है। घोषणा यह है कि सिद्धान्त सर्वोपरी होता है।
सिद्धान्त के सामने किसी की कोई औकात नहीं होती। सिद्धान्त विरुद्ध चलने से हानि होगी, कष्ट होगा। सुख केवल सिद्धान्त अनुसार चलने से ही हो सकता है। घोषणा में ‘किसी’ शब्द का अभिप्राय राजनेता, वैज्ञानिक, धनपति आदि सभी से है। ये कितने ही बड़े हो, कितनी ही संख्या में हो, इससे कोई अन्तर नहीं पड़ता, सिद्धान्त के सामने इन सबकी सम्मिलित सत्ता का भी कोई अर्थ नहीं है। अब विज्ञान बिमारी पर काबू पा लेगा, इसका निर्णय कुछ सिद्धान्तों के आधार पर ही हो सकता हैं। ये सिद्धान्त निम्र प्रकार हैं -
बीमारी और गन्दगी का सीधा सम्बन्ध है।
जितनी प्रकार की गन्दगी, उतनी प्रकार की बीमारियाँ।
किसी वस्तु के बारे में जानकारी उपयोग करने वाले से उस वस्तु को बनाने वाले को अधिक होती है।
भवन की नींव कमजोर करने से भवन सुरक्षित नहीं रह सकता।
सुखी जीवन का आधार स्वस्थ शरीर और संतोष हैं।
अब देखत��� हैं आधुनिक विज्ञान और उसका प्रयोग करने वाले उपरोक्त नियमों का कितना पालन कर रहे हैं।
प्रत्येक जीवधारी का जीवन हवा-पानी और भोजन पर टिका हुआ है। यह बात भी सर्वमान्य है कि हवा-पानी-भोजन भी जीवन को नहीं टिका पायेंगे, यदि ये शुद्ध नहीं है तो। शुद्ध हवा-पानी-भोजन ही जीवन के आधार हैं। यदि इनमें से एक भी प्रदूषित हुआ, तो जीवन टिक नहीं पायेगा और यदि ये सारे ही प्रदूषित हो गये, तो किसी की कोई औकात नहीं कि जीवन को बचा पाये। अब विस्तार में न जाते हुए वर्तमान में हवा की क्या स्थिति है, थोड़ा आँकलन करें। शुद्ध हवा जीवन का पहला आधार है। हवा सभी जीवों को श्वास लेने के लिये परमात्मा की दी हुई है, यदि आप परमात्मा को नहीं मानते, तो प्रकृति की दी हुई है, किसी की बपौती नहीं है, तो इसका मतलब हुआ हवा पर सभी जीवों का बराबर अधिकार है। वर्तमान में विश्वस्तर पर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 10 युनिट बिजली खपत है। एक युनिट बिजली उत्पादन में लगभग 80 व्यक्तियों द्वारा दिनभर श्वास लेने में प्रयोग होने वाली हवा के बराबर वायु प्रदूषित होती है, तो प्रत्येक व्यक्ति 800 व्यक्तियों की हवा को 10 युनिट बिजली प्रयोग करके खर्च कर रहा है। विश्व स्तर पर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 1.5 किलोग्राम सिमेण्ट का उत्पादन हो रहा है। 1 किलो सिमेण्ट उत्पादन में 110 व्यक्तियों के हवा का कोटा खत्म होता है। विश्व स्तर पर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 2 लिटर डीजल व पैट्रोल खर्च हो रहा है। 1 लीटर तेल जलने से 10 व्यक्तियों का प्रतिदिन हवा का कोटा खप जाता है। केवल इन तीन गतिविधियों से प्रतिदिन 985 अर्थात् लगभग 1000 व्यक्तियों के हवा का कोटा एक व्यक्ति खर्च कर रहा है। यदि सभी प्रकार के उद्योग धन्धों को मिला लें, तो लगभग आधुनिक मानव विज्ञान के प्रयोग द्वारा 2000 व्यक्तियों के बराबर हवा को प्रदूषित कर रहा है। सभी प्रकार की तथाकथित विकास की गतिविधियों द्वारा न केवल हवा को ही अपितु पानी और जमीन को भी प्रदूषित किया जा रहा है। इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि सभी प्रकार के भोजन हवा-पानी और जमीन से ही पैदा होते हैं, तो हवा-पानी-जमीन के प्रदूषित होने पर शुद्ध भोजन कैसे मिल सकता है? इन आधारभूत वस्तुओं के गन्दा या प्रदूषित होने पर पहले सिद्धान्त के अनुसार बीमारियों होंगी और इनके बढ़ते प्रदुषण से ज्यादा बीमारियों होंगी। ये भी सभी की जानकारी में है कि न केवल प्रदूषण की मात्रा बढ़ रही है बल्कि प्रदूषण की प्रकार भी बढ़ रहे हैं।
दूसरे सिद्धान्त के अनुसार जितने प्रकार के प्रदूषण होंगे, उतने प्रकार की बीमारी होती चली जायेंगी, तो क्या विज्ञान भी साथ-साथ दवाई व उपचार नहीं निकाल लेगा? इस स्थिति में विज्ञान कभी सफल नहीं होगा क्योंकि विज्ञान एक बीमारी का उपचार निकलेगा, उतने समय में तीन नई बीमारी पैदा हो जायेंगी। इसका कारण एक तो लगातार बढ़ता प्रदूषण और दूसरा कारण यह कि कोई भी दवा ऐसी नहीं बन सकत���, जिसका साईड इफैक्ट ना हो, तो बढ़ता और नई-नई दवाईयाँ नये-नये रोग पैदा करते चले जायेंगे और विज्ञान कभी इसको रोक नहीं पायेगा। यहाँ विज्ञान एक और मूलभूत नियम की अनदेखी कर रहा है। यह नियम कार्य-कारण का है। वर्तमान में कारणों को हटाये बिना परिणाम आने से रोकने का असफल और नियम विरुद्ध प्रयास किया जा रहा है। बीमारियों के कारणों को हटाने का कोई प्रयास न करके विज्ञान के बलबूते बीमारियों को रोकने का भ्रम पाला जा रहा है।
कोविड-19 की दवा के बारे में विचार करते है। विश्व स्तर पर दवा कम्पनीयाँ शीघ्र से शीघ्र कोविड-19 का टीका बाजार में उतारने का जोर-शोर से प्रयास कर रहे हैं। विश्वभर के चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिक, जो सरकारों और दवा कम्पनीयों के दबाव व प्रभाव में नहीं है, जल्दबाजी में बनाये जा रहे टीका को प्रभावी व सुरक्षित नहीं मानते और स्पष्ट रूप से लोगों को इस प्रकार के टीके के प्रयोग से बचने का परामर्श दे रहे हैं। हम जल्दबाजी वाली बात को छोड़ कर सिद्धान्त-३ के अनुसार इन सभी प्रकार के टीकों पर विचार करते हैं। सभी प्रकार के टीकों में जिस बीमारी का टीका तैयार किया जाता है, उसमें उसी बीमारी को पैदा करने वाले वायरस का प्रयोग किया जाता है। वायरस एक प्रकार का DNA होता है, जो जिस भी शरीर में संक्रमण करता है, उस शरीर की कोशिकाओं के DNA के साथ छेड़-छाड़ करता है। शरीर की कोशिकायें इस छेड़-छाड़ को निष्फल करने की कोशिश करती हैं। इस प्रतिरोध को शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कहते हैं। शरीर की कोशिकायें कैसे कार्य करती हैं? इसको इन कोशिकाओं को बनाने वाला ईश्वर या प्रकृति किसी वैज्ञानिक से अधिक जानते हैं। वैज्ञानिक वायरस के माध्यम से इन कोशिकाओं का उपयोग करके टीका बनाकर बीमारी को कन्ट्रोल करना चाहता है। इस प्रक्रिया में कोशिका के DNA के साथ छेड़-छाड़ की जाती है। यह वैज्ञानिक छेड़-छाड़ मन चाहे परिणाम लायेगी, इसकी कोई गारण्टी नहीं है, क्योंकि परमात्मा या प्रकृति की बनाई वस्तु की पूरी समझ वैज्ञानिक को कभी भी नहीं हो सकती। इसका कारण यह है कि परमात्मा या प्रकृति के ज्ञान के सामने मनुष्य का ज्ञान बहुत छोटा है और सिद्धान्त यह है कि बड़ी वस्तु छोटी में नहीं आ सकती। मनुष्य ने पौधौं के DNA में छेड़-छाड़ करके देखा है। उदाहरण के लिये सोयाबीन, कपास, मक्का, बाजरा आदि के बीजों के साथ छेड़-छाड़ करके देखा है। इन सभी के परिणाम नकारात्मक आये हैं। रूसी वैज्ञानिक Alexey V. Surov का अध्ययन GM Soy Linked to Steritily जो Jehhery Smith द्वारा www.rense.com जनरल Health Reports में दिया है, के अनुसार GM उत्पादों से कई प्रकार की विकृतियाँ जैसे - गर्भपात, कद-काठी में कमी, बीमार होना आदि पाये गये हैं। GM सद्ब्रजी, फल, अनाज के शरीर पर दुष्प्रभाव तो हैं ही, इनका स्वाद भी जाता ��हता है। जब पेड़-पौधौं के DNA से छेड़-छाड़ के नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं, तो मनुष्य के DNA के साथ टीकों के माध्यम से की जा रही जल्दबाजी वाली छेड़-छाड़ कैसे सुरक्षित हो सकती है? वैज्ञानिकों की मानव DNA की छेड़-छाड़ कभी अच्छे परिणाम नहीं ला सकेगी, क्योंकि मानव की समझ सीमित है। इस दृष्टि से कोविड-19 का टीका सुरक्षित नहीं हो सकता।
हवा-पानी-जमीन जीवन के आधार हैं। इनको प्रदूषित करके विज्ञान के बलबूते स्वस्थ जीवन बनाये रखना ऐसी ही बात हुई कि भवन की नींव को कमजोर करके, भवन के ऊपरी भाग की लीपा-पोती करना, पेन्ट करना, सजावट करना और यह मान बैठना की भवन सुरक्षित हो गया। विज्ञान के सहारे दवाईयाँ बनाकर और टीकें बनाकर स्वास्थ्य के भवन को टिकाये रखने की इच्छा करना ऐसा ही है जैसे नींव की देखभाल छोड़कर भवन को रंग-रोगन करके सुरक्षित मानना। मानव जीवन को सुखी बनाना विज्ञान का उद्देश्य माना जाता है। आधुनिक विज्ञान इस उद्देश्य में भी कभी सफल नहीं हो सकेगा। कारण यह कि विज्ञान ने मनुष्य को वह टैक्नोलाॅजी दी है, जो हवा-पानी-जमीन-समुद्र-आकाश सभी का निर्मम दोहन व दुरुपयोग करने की क्षमता देती है। जब मनुष्य का जीवन आधार और उसका सभी प्रकार का पर्यावरण प्रदूषित होगा, तो मनुष्य विज्ञान के किसी भी प्रयास के होने पर भी बीमार रहेगा। दूसरी तरफ संसाधनों के दोहन का लालच बढ़ता चला जायेगा, जो मनुष्य में असंतोष पैदा करेगा। स्वस्थ शरीर और मानसिक संतोष सुखी जीवन की मूलभूत शर्तें हैं। विज्ञान इन दोनों को उपलब्ध नहीं करवा सकता, तो विज्ञान के सहारे सुखी जीवन एक स्वप्न ही रहेगा, तो क्या विज्ञान छोड़ दिया जाये? बीमारी और प्रदुषण तो विज्ञान के दुरुपयोग के परिणाम हैं, इसमें विज्ञान का क्या दोष है? विज्ञान का वर्तमान में दोष यह है कि आज विज्ञान का बोलबाला इतना बढ़ गया है कि जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं बचा, जहाँ विज्ञान का हस्तक्षेप न हो। विज्ञान ने प्रत्येक क्षेत्र की तकनीक दी, पर तकनीक का कहाँ, कितना, कैसे प्रयोग करना है, यह नहीं बताया। आधुनिक विज्ञान यह मार्गदर्शन दे भी नहीं सकता, क्योंकि आधुनिक विज्ञान केवल जड़ पदार्थ का अध्ययन करता है। जड़ पदार्थ में उपयोग तो होता है, प्रयोजन नहीं होता। आधुनिक विज्ञान को प्रयोजन कौन दे सकता है? यह कार्य वेद-विज्ञान कर सकता है। वेद-विज्ञान सभी क्षेत्रों का मार्गदर्शन दे सकता है। वर्तमान में वेद-विज्ञान आधुनिक विज्ञान को कैसे मार्गदर्शन दे सकता है? यह अति महत्वपूर्ण और मानवता के हित का कार्य श्रद्धेय आचार्य अग्निव्रत जी ने वेद से विज्ञान का ग्रन्थ वेदविज्ञान-आलोकः तैयार कर दिया है। यह मानवता की महान् सेवा है। आचार्य जी वैदिक फिजिक्स चैनल के माध्यम से यह मानव कल्याण का कार्य कर रहे हैं। हम सबके हित में है कि हम इस चैनल से जुड़े और आचार्य अग्निव्रत जी के मानव कल्याण कार्य को आगे बढ़ायें, यही अन्तिम सुरक्षा है।
- डाॅ. भूपसिंह, रिटायर्ड एसोशिएट प्रोफेसर (भौतिकी)
8 notes
·
View notes
Text
adityapur-building-construction-Ignoring- safety-rules-आदित्यपुर में मजदूर जान जोखिम में डाल कर रहे है काम,भवन निर्माण कार्य में ��ुरक्षा नियमों की अनदेखी, बगैर सेफ्टी वेल्ट के 7वें व 5वें तल्ले पर काम करने को विवश है मजदूर
adityapur-building-construction-Ignoring- safety-rules-आदित्यपुर में मजदूर जान जोखिम में डाल कर रहे है काम,भवन निर्माण कार्य में सुरक्षा नियमों की अनदेखी, बगैर सेफ्टी वेल्ट के 7वें व 5वें तल्ले पर काम करने को विवश है मजदूर
आदित्यपुर: आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर बिल्डर और ठेकेदार मजदूरों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं.भगवान ना करे कभी कोई अनहोनी हो जाए उसके बाद लकीर पीटने के कुछ नहीं रह जाएगा.दरअसल आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में इन दिनों ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों का निर्माण कार्य चल रहा है.जहां सुरक्षा नियमों की अनदेखी साफ देखी जा सकती है.(नीचे भी पढ़े) वो भी ऐसे जगह पर निर्माण कार्य में लापरवाही…
View On WordPress
0 notes
Text
India On Its Poor Hunger Index Rating
India On Its Poor Hunger Index Rating
भारत ने आरोप लगाया है कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट सरकार के खाद्य सुरक्षा उपायों की अनदेखी करती है नई दिल्ली: भारत ने आज नवीनतम ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) रिपोर्ट को “भूख का झूठा उपाय” करार दिया और दावा किया कि 2022 में 121 देशों में से 107 वें स्थान पर गिरने के बाद यह “गंभीर प्रणालीगत समस्याओं” से पीड़ित है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है:…
View On WordPress
0 notes
Text
Haryana News: पनीर व खोया के लिए सैंपल, मची अफरी
Haryana News: पनीर व खोया के लिए सैंपल, मची अफरी
रेवाड़ी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने कई दुकानो पर छापेमारी करते हुए पनीन खोया के सैंपल लिए। नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवा दिए हैं। लोगो का आरोप है विभाग की अनदेखी के चलते ही मिलावटी हो रही है। त्योहारो पर सेंपल लिए जाते है, जबकि सालभर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। Haryana News: मकान पर पहुंचा बुलडोजर, दस साल से फरार बदमाश ने किया सरेंडर खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक चौधरी…
View On WordPress
#Sample of food#DHARUHERA NEWS#HARYANA NEWS#Machi Afri#REWARI NEWS#Samples for Paneer and Khoya#खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन#पनीर व खोया#मची अफरी#लिए सैंपल
0 notes
Text
Trump On Bangladesh Hindu: हिंदुओं पर ट्रंप ने कर दिया ऐसा ऐलान, कई देशों में हड़कंप
अमेरिका में वोटिंग से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने बहुत बड़ा ऐलान कर दिया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने साफ कहा है कि हिंदुओं के लिए क्या करूँगा। ट्रम्प ने आरोप लगाया है कि जो बाइडेन और कमला हैरिस ने हिंदुओं की अनदेखी की है। इतिहास में पहली बार अमेरिका में राष्ट्रपति पद का कोई उम्मीदवार अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा उठा रहा है। कई लोग बोल रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रम्प वोटर्स को…
0 notes
Text
गुरुग्राम के बुली हत्या निकला कनाडा लिंक, विदेशों से गैंगस्टर हरियाणा में करवा रहे मर्डर, गैंगवार या कुछ और?
गुरुग्राम: एक सट्टेबाज सचिन मुंजाल की गुरुवार रात रोहतक में एक ढाबा के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। सचिन अपनी मां, पत्नी और दो बच्चों के साथ एक शादी में शामिल होने के लिए गुरुग्राम से पंजाब के संगरूर जा रहे थे। यह हत्या गैंगवार की ताजा घटना है, जिसे विदेश से आए आदेश पर अंजाम दिया गया। जेल में बंद डॉन लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। रोहित गोदारा कनाडा में बैठा है। 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के बाद से सचिन की हत्या सातवीं घटना है, जिसकी विदेश में बैठे गैंगस्टरों ने जिम्मेदारी ली है। इस सप्ताह की शुरुआत में झज्जर में INLD के प्रदेश प्रमुख नफे सिंह राठी की हत्या सहित कई अन्य हत्याएं हुई हैं, जिसमें विदेश में स्थित भारतीय गैंगस्टरों की भूमिका की जांच की जा रही है।सूत्रों ने कहा कि अर्जुन नगर में रहने वाले 36 वर्षीय सचिन गोडा दिल्ली-एनसीआर में सट्टेबाजी के सबसे बड़े रैकेट में से एक का संचालन करते थे। सट्टेबाजों के बीच उनकी प्रोमिनेंट उपस्थिति ने कौशल गिरोह का ध्यान आकर्षित किया। गोदारा ने इसी साझेदारी को निशाना बनाया। बीकानेर के रहने वाले रोहित गोदारा ने शुक्रवार को अपने पोस्ट में चेतावनी दी कि जो कोई भी मेरे कॉल की अनदेखी करेगा, उसका भी यही हाल होगा। 11 बजे के आसपास हुई वारदात मां दर्शना देवी, पत्नी मोनिका और उनके दो बच्चों के साथ सचिन रात करीब 8 बजे पंजाब के लिए रवाना हुए। रात करीब 11 बजे वे रोहतक-जिंद राजमार्ग पर लखन माजरा में एक ढाबा पर खाने के लिए रुके। 40 मिनट के बाद परिवार ढाबा से बाहर निकला। मोनिका बच्चों को शौचालय ले गई, जबकि सचिन और दर्शना अपनी कार की ओर चले गए। इस तरह हमलावरों ने बरसाईं गोलियां सफेद स्विफ्ट में आए निशानेबाजों ने सचिन के कार में चढ़ने के बाद उन्हें पीछे खींचा और उन पर गोलियां बरसाईं। उन्होंने सचिन की मदद के लिए आने की कोशिश करने वाली दर्शना को पैर में गोली मार दी और भाग गए। पुलिस ने कहा कि सचिन को 12 गोलियां लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सचिन गोदारा की पत्नी हुई बेहोश गोलियों की आवाज सुनकर बाहर निकली मोनिका सचिन को देखकर बेहोश हो गई। ढाबा कर्मचारियों ने पुलिस को बुलाया, जो सचिन और दर्शना को पीजीआईएमएस रोहतक ले गए। बाद में दर्शना को गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। इस तरह गैंगस्टर की नजरों में चढ़ा सचिन सूत्रों ने कहा कि सचिन का पालन-पोषण दर्शना और उनकी तीन बहनों ने किया था, जब उनके पिता का निधन हो गया था, जब वह बहुत छोटे थे। परिवार ने ओल्ड गुरुग्राम में एक कबाड़ की दुकान से अपना जीवन यापन करते हुए कई वर्षों की कठिनाई देखी थी। आखिरकार उनकी किस्मत बदल गई जब सचिन ने बुली बनकर धन कमाना शुरू किया। 20 के दशक के मध्य तक, वह सट्टेबाजी में व्यस्त हो गए और अपना उद्यम स्थापित करने लगे। पिछले 10 वर्षों में, वह अग्रणी सट्टेबाजों में से एक के रूप में उभरे। जेल भी गया था सचिन छह महीने पहले रोहतक में छापेमारी के दौरान सचिन और अन्य को सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जमानत मिलने के तुरंत बाद वह वापस आ गए। एक सूत्र ने कहा कि सचिन ने तब से क्रिकेट सट्टेबाजी से एक ही दिन में 18 करोड़ रुपये कमाए, जिसने उनकी प्रतिष्ठा क��� लिए चमत्कार किया, लेकिन लॉरेंस नेटवर्क का ध्यान भी आकर्षित किया। मां बोली- सट्टेबाज नहीं था बेटा परिवार वालों ने पुलिस को दी जानकारी सचिन को लॉरेंस नेटवर्क से जबरन वसूली के कॉल आ रहे थे जो 2 करोड़ रुपये से शुरू होकर 5 करोड़ रुपये तक बढ़ गए थे। इसके बाद सचिन ने पुलिस सुरक्षा मांगी थी और अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया था। पुलिस ने कहा कि वे जांच के लिए ढाबा में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। हत्या स्थल से सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर एक पुलिस चौकी है। उनके परिवार के एक सदस्य ने इस बात से इनकार किया कि सचिन सट्टेबाजी में शामिल थे। एक रिश्तेदार ने कहा, 'सचिन सट्टेबाज नहीं था, वह संपत्ति के व्यवसाय में था।' उसके परिवार के पास पुराने गुड़गांव में कई दुकानें थीं और वे किराए से कमाते थे।लखन माजरा पुलिस स्टेशन के एसएचओ सुरेश कुमार ने कहा कि दर्शना की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिवार को सौंप दिया गया है। http://dlvr.it/T3Vnkl
0 notes
Text
फ़्लोरिडा ने स्कूल को LGBTQ2s+ सुरक्षा को नज़रअंदाज़ करने की सलाह दी
फ़्लोरिडा ने स्कूल को LGBTQ2s+ सुरक्षा को नज़रअंदाज़ करने की सलाह दी
तल्लाहसी, Fla। – फ्लोरिडा ने स्कूल जिलों को LGBTQ2s + छात्रों के लिए सुरक्षा की अनदेखी करने की सलाह दी, जिसे राष्ट्रपति जो बिडेन का प्रशासन लागू करने की कोशिश कर रहा है, यह कहते हुए कि भेदभाव-विरोधी भाषा बाध्यकारी नहीं है और मार्गदर्शन का पालन करना राज्य के कानून का उल्लंघन कर सकता है। फ्लोरिडा के शिक्षा आयुक्त मैनी डियाज ने गुरुवार को स्कूल जिलों को एक पत्र लिखा जिसमें उनसे मौजूदा प्रथाओं को…
View On WordPress
0 notes
Text
चित्रकूट में जारी है सीवर लाइन का घटिया निर्माण
सुरक्षा नियमों की जा रही है अनदेखी चित्रकूट में सीवर लाइन कंपनी द्वारा लगातार गुणवत्ता विहीन घटिया निर्माण कार्य कराया जा रहा है,जिसे कोई देखने सुनने वाला नहीं है। बीते लगभग दस वर्षों में सीवर लाइन के नाम पर चित्रकूट में सड़कों की जो दुर्गति की गई है।वो किसी से छिपा नहीं है।पूर्व कंपनी के काम छोड़कर भाग जाने के बाद दूसरी कंपनी द्वारा कराया जा रहा काम भी पुरानी कंपनी के ढर्रे पर चलता दिखाई दे रही…
View On WordPress
0 notes
Text
यातायात जागरुकता अभियान के अंतर्गत कार्यवाही
दिनांक 04.04.2022
संवाददाता नीरज अवस्थी
यातायात जागरूकता अभियान के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक महोदय खीरी, श्री संजीव सुमन के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक महोदय के निकट पर्यवेक्षण एवं क्षेत्राधिकारी यातायात महोदय के मार्गदर्शन में टीएसआई खीरी, निर्मलजीत यादव द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत चेकिंग एवं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जागरुकता अभियान में पैदल चलने वाले व्यक्तियों एवं वाहन चालको को पैम्पलेट देकर उन्हें नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस दौरान टीएसआई खीरी द्वारा व्यक्तियों को जागरूक करते हुए बताया गया कि आये दिन सड़क हादसे होते हैं, जिसमें लोगों की जान चली जाती है इसका सबसे प्रमुख कारण यातायात नियमों की जानकारी न होना या जानकारी होने के बाद भी उसका पालन न करना है। दुर्घटना से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करें। वाहन चलाते समय हेलमेट, सीटबेल्ट का उपयोग अवश्य करें, भीड़ वाले क्षेत्र में वाहन को निर्धारित गति में ही चलायें, नशे की हालत में व मोबाइल फोन पर बात करते हुए वाहन न चलाये, स्टण्ट बाइकिंग से बचें, काली फिल्म, हूटर, प्रेशर हार्न का प्रयोग न करें, गलत दिशा में न चलें। इसी तरह यातायात नियमों का पालन करने से सड़क दुर्घटनाएं कम होंगी तथा लोग सुरक्षित रहेंगे।
सैधरी बाई पास तिराहा व पंडित दीनदयाल चौराहा पर पैम्लेट वितरण, लाउडस्पीकर, म्यूजिक के माध्यम से यातायात नियमों के बारे में बताया गया। जिससे दुर्घटना में कमी आएगी यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगा सड़क सुरक्षा यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों के विरुद्द मुख्य रूप से तीन सवारी बिना हेलमेट, गलत दिशा में वाहन चलाने वाले कुल 37 वाहनो का चालान मोटर यान अधिनियम के अंतर्गत किया गया है।
0 notes
Text
Today's Horoscope-
वृषभ, मिथु और धनु राशि वालों के लिए 30 मार्च 2022 का दिन महत्वपूर्ण है. सभी राशियों का जानते हैं आज का राशिफल-
मेष- आज के दिन सभी के साथ मधुर संबंध बनाए रखें. खर्च को लेकर बेहद सतर्क रहें. अपनी कमाई से अधिक खर्च की सीमा न लांघें. ऑफिस में असंतोष का वातावरण आपके लिए तनाव की वजह बन सकता है. इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के कारोबारियों को भी मनचाही सफलता न मिलने से परेशानी हो सकती है. कला क्षेत्र में रुचि रखने वाले लोगों को नए प्रोजेक्ट या अवसर मिलेंगे. खानपान में लापरवाही बरतने से स्वास्थ्य खराब हो सकता है. दवा और डॉक्टरी सलाह के हिसाब से ही काम करना बेहतर होगा. परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा. बहुत दिन बाद मिले परिजनों को बाहर भी दे सकते हैं.
वृष - आज के दिन किसी व्यक्ति से अत्यधिक आशाएं जोड़ना दुख का कारण बन सकती हैं. आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करें. पूरी प्लानिंग के साथ काम करें. अचानक यात्रा का योग है, ऐसे में जरूरी दस्तावेज रखना न भूलें. आर्थिक दंड की आशंका है. डेटा सिक्योरिटी को लेकर भी सतर्कता रखनी होग��. कपड़े का कारोबार करने वालों का अच्छा मुनाफा होता दिख रहा है. खुदरा कारोबारी कर्मचारियों के साथ अच्छे से पेश आएं. युवाओं को परीक्षा में मनचाही सफलता मिलेगी. विद्यार्थियों के लिए थोड़ा कठिन समय है. खान-पान बिगड़ने से पेट खराब हो सकता है. घरेलू खर्च बढ़ते नजर आ रहे हैं. जरूरत के सामान की ही खरीदारी करें, बचत करना जरूरी है.
मिथुन- आज का दिन प्रसन्नता और स्फूर्ति से भरा रहेगा. कहीं घूमने की प्लानिंग बनती नजर आ रही है. कार्यस्थल पर बातों में स्पष्टता रखें. ध्यान रखें आपके विचार सभी को समझ में आने चाहिए. ग्राहकों की पसंद और नापसंद का ख्याल रखते हुए स्टाफ रखें. युवा वर्ग को माता-पिता के बातों का पालन करने की जरूरत है. ध्यान रखें बड़ों की सलाह आपके भविष्य के निर्माण में सहायक होगी. किसी रोग से पीड़ित है तो अपनी दवा का नियमित सेवन से ध्यान रखें. अचानक डॉक्टर की जरूरत पड़ सकती है. घर में बातचीत के दौरान संयमित व्यवहार रखें, आपकी कही गई बात किसी को बुरी लग सकती है.
कर्क- समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा. कार्यों को सम्मान और सराहना मिलेगी. भविष्य के लिए प्लानिंग करने की जरूरत है. समय के हिसाब से खुद को तैयार करें. ऑफिस में सहकर्मियों के साथ कंपटीशन बढ़ सकता है. इस कारण काम समय पर पूरा करने में भी परेशानियां आ सकती है. ऑनलाइन बिजनेस करने वालों को अच्छा मुनाफा होगा. नशेबाज लोगों से थोड़ा दूरी बना कर रहें, उनकी गलतियों का नतीजा आपको भुगतना पड़ सकता है. स्वास्थ्य के लिहाज से गैस की समस्या से जूझना पड़ सकता है. खानपान बहुत संतुलित रखें. जीवनसाथी पर अनावश्यक क्रोध करना तनावपूर्ण होगा. विवादित मुद्दों पर व्यर्थ की बहस से बचना ही लाभप्रद होगा.
सिंह- आज के दिन सकारात्मक भावनाओं के साथ लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए. मन भक्ति भाव से परिपूर्ण होगा. गुरु की आराधना कर आशीर्वाद लें. सेल्स से जुड़े लोगों के लिए दिन शुभ है. खुदरा कारोबारियों को कम लाभ होगा मगर हताश न हों, स्थितियों में जल्द परिवर्तन आने की संभावना बन रही है. अचानक यात्रा करनी पड़ सकती है. इस दौरान सुरक्षा का बेहद ध्यान रखें, स्वास्थ्य को लेकर खर्च बढ़ सकता है. डॉक्टर और अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. परिवार और रिश्तेदारी में पुराने विवादों को दूर करने का अवसर मिलेगा. थोड़ा विनम्रता से स्थितियों या विवादों का समाधान किया जा सकता है.
कन्या- आज के दिन आपकी कठोर मेहनत का मनचाहा परिणाम मिलने की संभावना है. ध्यान रखें कोई भी काम बगैर प्लानिंग न करें. इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीदारी के लिए आज का दिन उपय��क्त है. कार्यक्षेत्र में मस्तिष्क का प्रयोग अधिक करना होगा. विरोधियों से भी सचेत रहें. व्यापार में नुकसान की आशंका बन रही है. थोड़ा संभल कर चलें. युवाओं को अपना ज्ञान को बढ़ाने के लिए पूरी प्लानिंग करनी होगी. संगत को लेकर सतर्क रहें. स्वास्थ्य के लिहाज से बदलता मौसम ठीक नहीं है, शारीरिक थकावट व जुकाम हो सकता है. परिवार में विवाह योग्य लोगों का रिश्ता तय हो सकता है. मनपसंद जीवनसाथी मिलने की संभावना है.
तुला- आज के दिन क्षमता अनुसार किसी जरूरतमंद की मदद जरूर करें. कार्यस्थल पर विरोधियों के चलते चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. कारोबारियों को नए पार्टनर के साथ नई प्लानिंग की जरूरत है. ध्यान रखें कि लेनदेन या कागजी कार्रवाई में पारदर्शिता जरूर रहे. छोटी कक्षाओं के विद्यार्थी पढ़ाई में लापरवाही कर सकते हैं, अभिभावकों को सतर्क होकर उन पर निगाह रखनी होगी. शुगर पेशेंट शारीरिक कमजोरी महसूस कर सकते हैं. ध्यान रखें दवा या डॉक्टर की सलाह की अनदेखी बिल्कुल न होने पाए. घर के बड़े बुजुर्गों को भी सावधान रहने की सलाह दें. जीवनसाथी की भावनाओं का अनादर न करें, उनसे सम्मानजनक ढंग से पेश आएं.
वृश्चिक- आज सभी पेंडिंग काम निपटाने पर फोकस करना चाहिए. लंबे समय से रुके काम भी आसानी से पूरे हो जाएंगे. विदेशी कंपनी में नौकरी कर रहे हैं तो थोड़ी स्थितियां विपरीत हो सकती हैं. कॉस्मेटिक का कारोबार करने वालों के लिए भी दिन शुभ है. दोपहर बाद से अच्छे लाभ की संभावना है. विद्यार्थी पढ़ाई के अलावा एक्टिविटीज की क्लास भी ज्वाइन कर सकते हैं. प्रतिभा निखार कर भविष्य में फायदा उठा सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से दिन चिंता मुक्त रहने का है. खुद को सामाजिक बनाने का प्रयास करें. परिवार की मदद से आर्थिक समस्या का भी समाधान जल्द होता दिख रहा है.
धनु- आज काम का दबाव बढ़ सकता है. बॉस के प्राथमिकता कामों पर फोकस करें. दूसरों की अनचाही मदद करने से बचें. कोई भी प्रोजेक्ट दूसरों के भरोसे न छोड़ें. कार्यस्थल पर बदल रही परिस्थितियों को देखते हुए नौकरी छोड़ने का विचार आ सकता है. फाइनेंस का काम करने वालों के लिए परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. दूसरे विकल्पों पर भी ध्यान दें. युवाओं को संगति पर सतर्क रहना होगा, ऐसे साथियों से दूर रहें, जो नशे या अन्य किसी व्यसन में लिप्त हैं. मोबाइल, टीवी या लैपटॉप का अधिक प्रयोग मानसिक स्थिति के लिए ठीक नहीं. पारिवारिक मामले पर अपनों की बातें गहरी चोट दे सकती हैं.
मकर- आज का दिन आपके लिए लगभग सामान्य रहेगा. महत्वपूर्ण काम कल के लिए न डालें. ऑफिस में स्थितियां अनुकूल हैं, इस��िए पूरी मेहनत के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दें. मीडिया से जुड़े लोगों को सजग रहने की जरूरत है. ऑफिस में या किसी समाचार को लेकर कानूनी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं. कुटीर उद्योग करने के इच्छुक लोगों को बेहतर मार्गदर्शन और आर्थिक लाभ मिलेगा. स्वास्थ्य के लिए देर रात तक जगना ठीक नहीं होगा. नशा और किसी भी तरह का आलस्य स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होगा. परिपक्वता वाली गलतियों के चलते परिवार में महत्व कम हो सकता है. दोस्तों के बीच गर्मजोशी बढ़ानी होगी.
कुम्भ- आज के दिन अपनी बातों पर दृढ़ रहना है. किसी की गलत बात पर बिल्कुल समर्थन न करें. पदोन्नति की पूरी संभावनाएं बन रही है. व्यापारी बड़े लेन-देन में चूक कर सकते हैं. स्टॉक मार्केट में पैसा लगा रहे हैं तो थोड़ा ठहर जाएं, पूरी सावधानी के साथ सोच समझकर कदम उठाएं. स्वास्थ्य के लिहाज से एलर्जी और इन्फेक्शन होने की आशंका है, जरूरत की सभी दवाइयां घर में पहले से रखें. महिलाएं रूप सज्जा के लिए समय निकालें ध्यान रखें उम्र के साथ आपको और देखभाल की जरूरत है. जीवनसाथी के साथ व्यर्थ की बातों पर विवाद हो सकता है, बहसबाजी में खुद को संयमित रखें.
मीन- आज व्यवहार में रूखापन अपनों को दूर कर सकता है. ध्यान रखें परिवार की मदद से आगे बढ़ा जा सकता है. सरकारी कामकाज बनते नजर आ रहे हैं. बॉस को प्रसन्न रखेंगे तो प्रमोशन की भी बात चल सकती है. बड़े कारोबारियों को पैसे के लेनदेन में सतर्कता रखनी होगी. विदेश से निवेश है तो कागजी दस्तावेज पूरे रखने होंगे. युवाओं को प्लानिंग के मुताबिक ही कार्य करना चाहिए, अचानक कोई बदलाव नुकसानदायक होगा. स्वास्थ्य के लिहाज से गला खराब हो सकता है. सर्दी जुकाम होने की भी आशंका है. घर में बड़ों के साथ कुछ समय बिताएं, उनकी जरूरत का सामान गिफ्ट कर सकते हैं.
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
👉 समस्या चाहे कैसी भी हो 100% समाधान प्राप्त करे:-
स्पेशलिस्ट-
मनचाही लव मैरिज करवाना, पति या प्रेमी को मनाना, कारोबार का न चलना, धन की प्राप्ति, पति पत्नी में अनबन और गुप्त प्रेम आदि समस्याओ का समाधान।
एक फोन बदल सकता है आपकी जिन्दगी।
Call Now: - ☎+91-78888-78978/+1(778)7663945
फीस संबंधी जानकारी के लिए #Facebook page के message box में #message करें। आप Whatsapp भी कर सकते हैं।
Get to Know More About Astrologer Gopal Shastri: - www.ptgopalshastri.com
0 notes