#सीतापुर में अल्ट्रासाउंड जांच
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सीतापुर में चिकित्सा जांच और चिकित्सा सेवाओं की जानकारी
सीतापुर एक चिकित्सा केंद्र के रूप में जाना जाता है। यहां कई जांच और चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं। एक स्वस्थ जीवन के लिए नियमित चिकित्सा जांच जरूरी है। आइए सीतापुर में उपलब्ध कुछ मुख्य सेवाओं के बारे में जानते हैं।
1. सीटी स्कैन सीतापुर
सीटी स्कैन के लिए सीतापुर में कई क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र उपलब्ध हैं। सीटी स्कैन सेवाएं यहां पाएं।
2. पेट का अल्ट्रासाउंड सीतापुर में
पेट की जांच के लिए सीतापुर में आधुनिक अल्ट्रासाउंड सुविधाएं उपलब्ध हैं। पेट के अल्ट्रासाउंड की जानकारी यहां लें।
3. बांझपन जांच सीतापुर में
सीतापुर में बांझपन जांच के लिए विशेष चिकित्सा केंद्र उपलब्ध हैं। बांझपन जांच के लिए यहां जा��ं।
4. महिलाओं के लिए HSG टेस्ट
HSG (हिस्टीरोसालपिंगोग्राफी) टेस्ट महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य की जांच के लिए करवाया जाता है। HSG टेस्ट की सेवाएं यहां उपलब्ध हैं।
5. अल्ट्रासाउंड जांच
सीतापुर में उच्च गुणवत्ता वाली अल्ट्रासाउंड जांच के लिए कई चिकित्सा केंद्र उपलब्ध हैं। अल्ट्रासाउंड जांच की जानकारी यहां प्राप्त करें।
6. खून की जांच सीतापुर
सीतापुर में खून की जांच के लिए विशेष लैब और चिकित्सा केंद्र मौजूद हैं। खून की जांच के लिए यहां क्लिक करें।
7. सीने का एक्स-रे
सीने की जांच के लिए सीतापुर में आधुनिक एक्स-रे सुविधाएं उपलब्ध हैं। सीने का एक्स-रे करवाने के लिए यहां जाएं।
8. कमर दर्द के डॉक्टर और एक्स-रे
कमर दर्द के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर और एक्स-रे सेवाएं सीतापुर में उपलब्ध हैं। कमर दर्द के उपचार और जांच की जानकारी यहां पाएं।
सीतापुर में चिकित्सा जांच और सेवाओं के लिए यह मार्गदर्शिका उपयोगी हो सकती है। अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उपयुक्त चिकित्सा केंद्र का चयन करें।
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ना दवा, ना ठीक से इलाज और दम तोड़ते अपने... UP के गांवों के आंकड़े क्यों डरा रहे हैं? Divya Sandesh
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ना दवा, ना ठीक से इलाज और दम तोड़ते अपने... UP के गांवों के आंकड़े क्यों डरा रहे हैं?
यूपी के गांवों में कोरोना संक्रमण की हकीकत भले ही कागज पर उतनी नहीं दिख रही है, लेकिन जमीन पर स्थिति भयावह है। यहां कोविड जैसे लक्षणों के साथ लोगों की मौत हो रही है। लेकिन सरकारी इंतजाम इतने नाकाफी हैं कि न ठीक से जांच हो रही है और न ही अस्पताल में इलाज मिल पा रहा है। सीएचसी-पीएचसी केवल रेफरल सेंटर रह गए हैं। हल्की सी स्थिति असमान्य होने के बाद यहां इलाज के लिए हाथ खड़े कर लिए जा रहे हैं और जिला अस्पतालों में रेफर कर दिया ��ा रहा। गांव में मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। (रिपोर��ट: रोहित मिश्रा, निखिल साहू)यूपी के गांवों में कोरोना संक्रमण से हालत खराब है। यहां अधिकतर कोविड जैसे लक्षण वाले लोग बिना जांच और इलाज के दम तोड़ रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ खानापूर्ति के लिए दो-दो घंटे जांच चल रही है। इसके बाद गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रिफर कर दिया जा रहा है। बीते एक महीने में गांवों में मौतों का आंकड़ा बढ़ा है लेकिन सरकारी तंत्र अभी भी नहीं जागा है।यूपी के गांवों में कोरोना संक्रमण की हकीकत भले ही कागज पर उतनी नहीं दिख रही है, लेकिन जमीन पर स्थिति भयावह है। यहां कोविड जैसे लक्षणों के साथ लोगों की मौत हो रही है। लेकिन सरकारी इंतजाम इतने नाकाफी हैं कि न ठीक से जांच हो रही है और न ही अस्पताल में इलाज मिल पा रहा है। सीएचसी-पीएचसी केवल रेफरल सेंटर रह गए हैं। हल्की सी स्थिति असमान्य होने के बाद यहां इलाज के लिए हाथ खड़े कर लिए जा रहे हैं और जिला अस्पतालों में रेफर कर दिया जा रहा। गांव में मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। (रिपोर्ट: रोहित मिश्रा, निखिल साहू)गोसाईंगंज के रहमतनगर का हाल, लगातार मौतों से दहशत में ग्रामीणलखनऊ के आस-पास के गांवों में स्थिति विकराल है। गोसाईंगंज के रहमतनगर गांव के हालात यह हकीकत साफ बयां कर रहे हैं। यहां पिछले महीने 14 दिनों के भीतर सात लोगों की मौत हुई। इनमें सिर्फ दो में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो सकी थी। ग्रामीणों के मुताबिक, बाकी को भी कोरोना जैसे लक्षण थे। इसके अलावा गांव के कई घरों में बुखार, जुकाम और सांस की समस्या के मरीज हैं, लेकिन कोई भी टीम यहां एक बार भी जांच करने नहीं आई और न ही सैनिटाइजेशन करवाया गया है।सिर्फ दो को हुई थी कोरोना की पुष्टिरहमतनगर के पूर्व ग्राम प्रधान उमेश वर्मा ने बताया कि पिछले दिनों रामू गुप्ता, मंशाराम वर्मा, अरविंद कुमार वर्मा, परमहंस वर्मा, दयाराम गुप्ता, प्रदीप और सिराज अहमद की मौत हो गई। इनमें रामू और मंशाराम को ही कोरोना की पुष्टि हुई थी। वहीं, गांव में लगातार हो रहीं मौतों से लोग दहशत में हैं। ब्लॉक अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई तो जिम्मेदारों ने सैनिटाइजर थमाकर पल्ला झाड़ लिया। आखिर में ग्रामीणों ने अपने खर्च पर छिड़काव करवाया।गोसाईंगंज सीएचसी पर सिर्फ एक घंटे जांचगांवों में संक्रमण बढ़ने की आशंका के बावजूद स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं बढ़ाई जा रहीं। गोसाईगंज सीएचसी पर दिन में सिर्फ दोपहर 12 से एक 1 बजे तक ही कोरोना जांच होती है। इस सीएचसी पर रहमतनगर, गोसाईंगंज कस्बा, गंगागंज, खुर्दही, सलेमपुर, मीसा, चुरहिया, कबीरपुर, मोअज्जम नगर, अमेठी समेत कई गांवों में हजारों लोग आते हैं। इसके बावजूद सिर्फ एक घंटे जांच हो रही है। गोसाईगंज सीएचली पर एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड भी मुमकिन नहीं है। यहां लंबे समय से रेडियोलॉजिस्ट तैनाती नहीं है। ऐसे में लोगों को इन जांचों के लिए निजी केंद्रों पर जाना पड़ता है।नहीं खुलती सरसवां पीएचसीलखनऊ के सरोजनीनगर स्थित सरसवां को हाल ही नगर निगम सीमा में शामिल किया गया है। इसके बावजूद यहां की पीएचसी महीने में एक या दो दिन ही खुलती है। ऐसे में यहां आने वाली गर्भवतियों को या तो निजी अस्पताल जाना प���ता है, या 10 किी दूर गोसाईंगंज सीएचसी आना पड़ता है। लखनऊ के सीएमओ डॉ. संजय भटनागर कहते हैं, ‘सभी सीएचसी प्रभारियों को अपने-अपने इलाकों में जांच करवाने के आदेश दिए गए हैं। टेस्टिंग नहीं हो रही तो जांच करवाई जाएगी। सीएचसी पर टेस्टिंग का भी बढ़ाया जाएगा।’रायबरेली के गांव में एक महीने में 17 मौतेंरायबरेली के सुल्तानपुर खेड़ा गांव बीते एक महीने में 17 लोगों की मौत हो गई तब प्रशासनिक अमला जागा और डोर टु डोर टेस्टिंग करने पहुंचा। गांव में आना-जाना बंद कर दिया गया है। जिन लोगों की मौत हुई, सभी में कोरोना जैसे लक्षण थे लेकिन बुखार, खांसी, सर्दी, सिरदर्द और सांस फूलना। 17 में से 15 का न तो कोविड टेस्ट हुआ था और न ही उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया। इस वजह से सरकारी आंकड़ों में इस गांव में सिर्फ 2 मौतें दिखा रहा है। हरदोई जिले की संडीला तहसील के गोड़वा गांव में पांच दिन में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।रिपोर्ट बिना इलाज नहींगांवों में बिना रिपोर्ट के लक्षण वाले मरीजों को कोई देखने तक को तैयार नहीं है। जबतक जांच की रिपोर्ट आ रही है, तबतक व्यक्ति या तो ठीक हो जा रहा, या बच ही नहीं रहा। गांवों में रिपोर्ट औसतन 8 से 13 दिन के भीतर आ रही है। सुलतानपुर जिले के रूहट्टा गली निवासी शिवाजी सलूखे को बुखार और खांसी की शिकायत हुई तो उन्होंने 1 मई को आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया और मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उनकी तबियत बिगड़ने लगी। कोरोना रिपोर्ट के अभाव में ज्यादातर डॉक्टर उनसे दूरी ही बनाए रखे। उधर संक्रमण से उनकी एक सप्ताह में मौत हो गई। अंतिम संस्कार भी हो गया उनका, उसके बाद 9 मई को शिवाजी की कोरोना रिपोर्ट आई, जिसमें वह पॉजिटिव थे।सीएचसी-पीएचसी पर सिर्फ दो घंटे जांचगांव में इलाज के लिए सीएचसी और पीएचसी हैं। हालत यह है कि यहां डॉक्टरों की मर्जी पर एक-दो घंटे ही कोरोना के टेस्ट हो रहे हैं। वह भी इसलिए कि कागज का पेट भर सकें कि कितने सैंपल लिए। बाराबंकी की बनी कोडर सीएचसी पर केवल दो घंटे के लिए जांच होती है। रायबरेली की सभी पीएचसी पर केवल दोपहर दो बजे तक जांच होती हैं। अयोध्या की खंडासा पीएचसी केवल एक घंटे के लिए खुलती है। सीतापुर की लहरपुर पीएचसी केवल एक घंटे के लिए सैंपल लेती है। जांच का यह हाल है, इलाज की भी स्थिति कोई अच्छी नहीं। सामान्य सर्दी-खांसी-बुखार है तब तो दवा मिल जाएगी। स्थिति असमान्य है तो यहां दवाई नहीं केवल कागज मिलता है कि जिला अस्पताल जाओ।ग्रेटर नोएडा के गांव में दो सगे भाई समेत 20 की मौतग्रेटर नोएडा वेस्ट एरिया के खैरपुर गुर्जर गांव के बाद रोजा जलालपुर पिछले 11 दिनों में दो सगे भाई समेत 20 लोगों की मौत हो गई है। जलपुरा गांव के रविंद्र भाटी ने बताया कि ��ांव में रहने वाले अतर सिंह का तो परिवार कोरोना ने उजाड़ दिया। शनिवार को दो बेटों को बुखार आया। बड़े बेटे दीपक (25) की रविवार सुबह मौत हो गई। गांव व परिवार के लोग बेटे का अंतिम संस्कार कर घर वापस लौटे थे। घर पर बीमार छोटे बेटे पंकज (23) भी मौत हो गई। हालांकि अभी तक पता नहीं चल सका है कि गांव में लोगों की मौत कोरोना से हो रही है या और किसी बीमारी है।सरकार का आदेश है कि अगर कहीं पर ज्यादा संक्रमित लोग हों तो वहां जाकर टेस्ट किया जाए। लेकिन गांवों में इस आदेश का पालन होता नहीं दिख रहा। संक्रमितों को भी सीएचसी तक पहुंचकर जांच करवानी पड़ रही है, भले ही उन्हें किसी गैर संक्रमित के साथ जाना पड़े, जिससे उसके भी संक्रमित होने का खतरा बना रहे। अगर सीएचसी पर सैंपल नहीं लिया गया तो उसके पास कई किलोमीटर की दूरी तय करके जिला अस्पताल पहुंचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। (सभी तस्वीरें साभार: रॉयटर्स)
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सीतापुर में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेवाएँ: सही निदान के लिए आपका भरोसेमंद केंद्र
स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। जब बात बीमारियों के सही और समय पर निदान की हो, तो सटीक और उन्नत डायग्नोस्टिक सेवाएँ बेहद जरूरी हो जाती हैं। सीतापुर में कुछ बेहतरीन डायग्नोस्टिक सेंटर उपलब्ध हैं, जो आधुनिक तकनीकों और विशेषज्ञता के साथ आपकी स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करते हैं। आइए, सीतापुर में उपलब्ध कुछ प्रमुख जांच सेवाओं के बारे में जानें।
सीतापुर में मस्तिष्क का सीटी स्कैन
मस्तिष्क की समस्याओं, जैसे स्ट्रोक, ट्यूमर, या सिर की चोटों का पता लगाने के लिए सीटी स्कैन एक प्रभावी और उन्नत तकनीक है। सीतापुर के डायग्नोस्टिक सेंटर सटीक परिणामों के लिए अत्याधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ रेडियोलॉजिस्ट की सेवाएँ प्रदान करते हैं।
सीतापुर में छाती का सीटी स्कैन
यदि आप श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो छाती का सीटी स्कैन आपकी समस्या की जड़ तक पहुँचने का सही साधन हो सकता है। यह स्कैन फेफड़ों में संक्रमण, ट्यूमर और अन्य बीमारियों का सटीक निदान करता है।
सीतापुर में पेट का अल्ट्रासाउंड
पेट के अंगों, जैसे यकृत, किडनी और पित्ताशय, की समस्याओं का पता लगाने के लिए पेट का अल्ट्रासाउंड एक सुरक्षित और प्रभावी जांच है। सीतापुर के विशेषज्ञ तकनीशियन और उन्नत उपकरण इसे सटीकता के साथ पूरा करते हैं।
सीतापुर में एचएसजी टेस्ट (बांझपन जांच)
महिलाओं में बांझपन के कारणों का पता लगाने के लिए एचएसजी (हिस्टरोसाल्पिंगोग्राफी) टेस्ट अत्यधिक उपयोगी है। यह प्रक्रिया बिना दर्द के गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब की संरचना की जांच करती है। सीतापुर के डायग्नोस्टिक सेंटर इसे सुरक्षित और कुशलता के साथ करते हैं।
सीतापुर में अल्ट्रासाउंड सेवाएँ
अल्ट्रासाउंड, चाहे गर्भावस्था की निगरानी के लिए हो या अन्य अंगों की स्थिति का आकलन करने के लिए, एक सरल और प्रभावी उपकरण है। सीतापुर के डायग्नोस्टिक सेंटर उचित कीमत पर विश्वसनीय और सटीक सेवाएँ प्रदान करते हैं।
सीतापुर में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेंटर
सीतापुर के सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेंटर न केवल आधुनिक तकनीक से लैस हैं, बल्कि कुशल विशेषज्ञों और सहायक स्टाफ के साथ एक छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं।
सीतापुर में एक्स-रे और ओपीजी सेवाएँ
फ्रैक्चर, संक्रमण, या दंत स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिए एक्स-रे और ओपीजी (ऑर्थोपैनटोमोग्राम) जैसी सेवाएँ बेहद कारगर हैं। सीतापुर में ये सेवाएँ सटीकता और सुरक्षा के साथ प्रदान की जाती हैं।
सीतापुर में डायग्नोस्टिक सेंटर क्यों चुनें?
उन्नत तकनीक: नवीनतम मशीनें और उपकरण।
कुशल विशेषज्ञ: अनुभवी रेडियोलॉजिस्ट और तकनीशियन।
सर्वसुलभता: सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ।
संपूर्ण समाधान: एक ही जगह पर सभी प्रमुख परीक्षण।
स्वास्थ्य के लिए सही कदम आज ही उठाएँ
स्वास्थ्य समस्याओं को अनदेखा करना गंभीर परिणाम दे सकता है। सीतापुर में उपलब्ध विश्वस्तरीय डायग्नोस्टिक सेवाओं का लाभ उठाएँ और समय पर निदान करवाकर अपनी सेहत को सुरक्षित करें।
महत्वपूर्ण लिंक
सीतापुर में मस्तिष्क का सीटी स्कैन
सीतापुर में छाती का सीटी स्कैन
सीतापुर में पेट का अल्ट्रासाउंड
सीतापुर में एचएसजी टेस्ट
सीतापुर में अल्ट्रासाउंड सेवाएँ
सीतापुर में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोस्टिक सेंटर
सीतापुर में एक्स-रे और ओपीजी सेवाएँ
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सैगल डायग्नॉस्टिक्स सेंटर, सीतापुर: आपके स्वास्थ्य के लिए विश्वसनीय जांच केंद्र
अगर आप सीतापुर में किसी उत्कृष्ट डायग्नॉस्टिक्स सेंटर की तलाश कर रहे हैं, तो सैगल डायग्नॉस्टिक्स सेंटर आपके लिए सबसे सही विकल्प है। यह केंद्र लोहार बाग, विजय लक्ष्मी नगर, सीतापुर, उत्तर प्रदेश में स्थित है और अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता के साथ विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जांच सेवाएं प्रदान करता है। सैगल डायग्नॉस्टिक्स सेंटर का लोकेशन देखने के लिए यहां क्लिक करें।
सीतापुर में उपलब्ध सेवाएं:
ब्रेन का सीटी स्कैन: :** अगर आपको सिर दर्द, मिर्गी या किसी भी न्यूरोलॉजिकल समस्या की जांच की जरूरत है, तो यहां ब्रेन का सटीक सीटी स्कैन किया जाता है। यह स्कैन न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स की पहचान और उपचार में मदद करता है।
चेस्ट का सीटी स्कैन: फेफड़ों और छाती से संबंधित समस्याओं की जांच के लिए यहां चेस्ट का सीटी स्कैन उपलब्ध है। यह टेस्ट टीबी, निमोनिया और अन्य श्वसन रोगों के निदान में उपयोगी है।
एब्डॉमेन अल्ट्रासाउंड: पेट की समस्याओं जैसे गैस, दर्द, सूजन या अन्य समस्याओं के निदान के लिए लोअर एब्डॉमेन और पूरे एब्डॉमेन का अल्ट्रासाउंड किया जाता है। यह टेस्ट लिवर, किडनी और पित्ताशय की समस्याओं को समझने में सहायक है।
एचएसजी टेस्ट: यह टेस्ट खासतौर पर बांझपन (इनफर्टिलिटी) की जांच के लिए किया जाता है। एचएसजी टेस्ट गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब्स के स्वास्थ्य की जानकारी देता है और महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एक्स-रे और ओपीजी: हड्डियों और दांतों की समस्या के लिए यहां उच्च गुणवत्ता वाले एक्स-रे और ओपीजी सेवाएं उपलब्ध हैं। यह सेवाएं फ्रैक्चर, संक्रमण, और दांतों की बीमारियों की जांच के लिए उपयोगी हैं।
डायग्नॉस्टिक्स टेस्ट: यहां हर प्रकार के ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट और अन्य नियमित जांच सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं। यह केंद्र आपकी संपूर्ण स्वास्थ्य जांच की जरूरतों को पूरा करता है।
क्यों चुनें सैगल डायग्नॉस्टिक्स सेंटर?
उन्नत तकनीक: यहां सभी टेस्ट अत्याधुनिक मशीनों द्वारा किए जाते हैं, जो सटीक और विश्वसनीय परिणाम सुनिश्चित करते हैं।
विशेषज्ञ टीम: अनुभवी डॉक्टर और तकनीशियन आपकी हर जांच को सटीक और कुशल तरीके से करते हैं। उनकी विशेषज्ञता आपके स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करती है।
सुविधाजनक लोकेशन: लोहार बाग, विजय लक्ष्मी नगर में स्थित यह केंद्र आसानी से पहुंचने योग्य है और पर्याप्त पार्किंग सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
किफायती मूल्य: सभी सेवाएं उचित मूल्य पर उपलब्ध हैं, ताकि हर कोई गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सके।
स्वास्थ्य जांच के लिए संपर्क करें
अपने स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी समस्या के निदान के लिए आज ही सैगल डायग्नॉस्टिक्स सेंटर, सीतापुर पर जाएं। यहां आपको बेहतरीन सेवाएं और आरामदायक अनुभव मिलेगा। सैगल डायग्नॉस्टिक्स सेंटर का लोकेशन देखने के लिए यहां क्लिक करें।
आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिक��ा है।
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