Tumgik
#विश्व खाद्य दिवस का महत्व
mwsnewshindi · 2 years
Text
विश्व खाद्य दिवस 2022: इस अवसर का इतिहास, विषय और महत्व और आप कैसे भाग ले सकते हैं
विश्व खाद्य दिवस 2022: इस अवसर का इतिहास, विषय और महत्व और आप कैसे भाग ले सकते हैं
छवि स्रोत: फ्रीपिक विश्व खाद्य दिवस 2022: जानिए इस अवसर के बारे में सब कुछ विश्व खाद्य दिवस 2022: 16 अक्टूबर को के रूप में मनाया जाता है दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस। इस अवसर को दुनिया भर में उन लाखों लोगों को उजागर करने के लिए रखा गया है जो स्वस्थ आहार का खर्च नहीं उठा सकते हैं और पौष्टिक भोजन तक नियमित पहुंच की आवश्यकता है। इस साल COVID-19 महामारी के अतिरिक्त बोझ के साथ, वैश्विक खाद्य…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
Text
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस: पाचन को स्वस्थ रखें, खुशहाल जीवन जीएं!
Tumblr media
प्रकृति ने हमें एक अनमोल उपहार दिया है - हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त करने के लिए भोजन। आहार लेना हमारे शरीर के नियमित कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, और पाचन तंत्र का स्वास्थ्य उनकी सच्ची संगतता पर निर्भर करता है। इस विश्व में, जहां लोग जीवन की गतिविधियों में अत्यधिक व्यस्त हैं और अनुयायी भोजनालयों और तेज फूड चेनों की विस्तारशीलता बढ़ती जा रही है,परन्तु  पाचन स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए हर साल 29 मई को "विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस" मनाया जाता है, जो विश्व पाचन संगठन (WGO) और विश्व पाचन संगठन फाउंडेशन (WGOF) के सहयोग से शुरू किया गया है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है जनता में पाचन संबंधी रोगों और विकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना। यह दिवस 29 मई, 1958 को वॉशिंगटन, अमेरिका में आयोजित विश्व गैस्ट्रोएंटरोलॉजी कांग्रेस की पहली बैठक में 'विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस' की घोषणा की गई थी, जिसका उद्देश्य हमें पाचन स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
पाचन स्वास्थ्य क्या है?
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए, पाचन स���वास्थ्य का सही होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। खराब पाचन से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं और इसलिए हमें अपने पाचन सिस्टम की देखभाल पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पाचन तंत्र हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन करता है और इसका 70% योगदान हमारी इम्यूनिटी के निर्माण में होता है। इसलिए, विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस का मकसद हमें लोगों को डाइजेस्टिव सिस्टम के महत्व को समझाना और उसे सुधारने के लिए क्या करना चाहिए, इसके बारे में जागरूक करना है।
समझिए, कैसे काम करता है पाचन तंत्र
पाचन स्वास्थ्य संबंधित है शरीर के खाद्य पदार्थों को पाचन और आवश्यक ऊर्जा में परिवर्तित करने के साथ। यह शरीर के खाद्य पदार्थों को अवशोषित करने, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्वों को अवशोषित करने के माध्यम से उपयोगी ऊर्जा का निर्माण करता है। एक स्वस्थ पाचन स्वास्थ्य में, खाद्य पदार्थों को उचित ढंग से पचाने के लिए पाचन तंत्र सही रूप से कार्य करता है। यह प्रक्रिया आहार के अलग-अलग तत्वों को विचलित करके खाद्य पदार्थों को उपयोगी पौष्टिकता में बदलती है। पाचन प्रक्रिया में भोजन को अवशोषित करने, पाचन ज्यूस बनाने, पचन प्रक्रिया के दौरान पोषक तत्वों को अवशोषित करने और उचित मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न करने जैसे कई चरण होते हैं। इस प्रक्रिया में, अवशोषित खाद्य पदार्थों से लिए गए पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न हिस्सों और ऊर्जा स्रोतों में वितरित किया जाता है।
आहार नाल से पेट तक जाने वाला पाचन तंत्र हमारे शरीर की पाचन प्रक्रिया को संचालित करता है। जब हम खाना खाते हैं, तो यह प्रक्रिया मुख से शुरू होती है और गुदा द्वार तक पहुंचती है। खाद्य पदार्थ यकृत और अग्नाशय के साथ मिश्रित होकर पेट में पहुंचते हैं, जहां शरीर के विभिन्न रासायनिक पदार्थ इन्हें रस के रूप में उत्पन्न करते हैं। यह रस फिर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। पाचन के दौरान, खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों को अवशोषित किया जाता है और अपशिष्ट तत्व मल के रूप में बाहर निकल जाते हैं।
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर, हमें अपने पाचन स्वास्थ्य को सुधारने के लिए कुछ उपाय अपनाने चाहिए। यहां कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं जो आपको इस मामले में मदद कर सकते हैं:
स्वस्थ आहार: स्वस्थ पाचन के लिए स्वस्थ आहार बहुत महत्वपूर्ण है। आपको अपने भोजन में पौष्टिक तत्वों को शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए। स्वस्थ आहार में फल, सब्जियां, अखरोट, दाल, हरे पत्ते वाले पौधे, अदरक, लहसुन, अजवाइन, जीरा, गुड़, योगर्ट, धनिया, अनार आदि शामिल करें। तत्वों में पोषण होता है और पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ रखता है। जो भी खाएं खूब चबाकर खाएं। लगातार कब्ज की शिकायत हो तो त्रिफला सबसे कारगर होता है। त्रिफला लेते रहने से पाचन तंत्र में सुधार के साथ ही चेहरे की कांति भी बढ़ती है।
पैकेज्ड और प्रोसेस्ड भोजन की परहेज: आपको अधिक संयंत्रित और प्रोसेस्ड भोजन से बचना चाहिए, जैसे कि चिप्स, नमकीन, स्नैक्स, सोडा, बिस्किट, और तली हुई चीजें। ये भोजन अपशिष्ट तेल, शक्कर, मसाले और केमिकल युक्त पदार्थों से भरे होते हैं, जो पाचन स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
पर्याप्त पानी पीना: पानी पीना पाचन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आपको दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। यह आपके शरीर को साफ और हाइड्रेटेड रखेगा और पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से कार्यान्वित करेगा।
व्यायाम करें: नियमित शारीरिक गतिविधियां और व्यायाम पाचन को सुधारने में सहायक होते हैं। आपको रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए, जैसे कि योग, ध्यान, चलना, जॉगिंग या व्यायाम करना। यह आपके पाचन सिस्टम को सक्रिय रखेगा और उसे मजबूत बनाएगा।
स्ट्रेस को नियंत्रित करें: स्ट्रेस पाचन को प्रभावित कर सकता है और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आपको ध्यान देने और अपने मन को शांत और स्थिर रखने के लिए मेडिटेशन, प्राणायाम, योग, यात्रा, या किसी भी रिक्रिएशनल गतिविधि को शामिल करना चाहिए।
नियमित चेकअप: अपने पाचन स्वास्थ्य की निगरानी रखने के लिए नियमित चेकअप करवाना बहुत महत्वपूर्ण है। डॉक्टर से मार्गदर्शन लेना और समय-समय पर आवश्यक टेस्ट करवाना आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखेगा और संभावित समस्याओं को पहले ही पहचानने में मदद करेगा।
अवसर पर जागरूकता फैलाएं: विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर, आप अपने परिवार, दोस्तों, और समाज के अन्य लोगों को पाचन स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूक कर सकते हैं। आप उन्हें स्वस्थ भोजन और पाचन के बारे में संबंधित सलाह और टिप्स दे सकते हैं। इससे लोगों की जागरूकता बढ़ेगी और वे अपने पाचन स्वास्थ्य को सुधारने के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगे।
आसान और सरल रूप से हम ऐसे समझ सकते है , तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:
अपना खाना चार या पांच बार में छोटे-छोटे हिस्सों में बांटें और थोड़े-थोड़े खाएं।
अपने भोजन में रेसेदार फल और सब्जी को शामिल करें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। गर्मियों में, छाछ का सेवन बढ़ाएं।
जंक फूड से बचें और चीनी की बजाय गुड़ का उपयोग करें, क्योंकि यह आपके लिए अधिक फायदेमंद होगा।
दिन में अधिक मात्रा में भोजन करें और रात में कम मात्रा में। रात को भारी भोजन न करें।
जल्दी सोएं और जल्दी उठें। रात को खाना खाने से कम से कम दो घंटे पहले सो जाएं।
सुबह व्यायाम करना अनिवार्य है। टहलना, साइकिल चलाना और अन्य शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं, क्योंकि ये सबसे उपयुक्त होते हैं।
निष्कर्ष :- विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस एक अच्छा अवसर है जब हम अपने पाचन स्वास्थ्य पर विचार कर सकते हैं और उसे सुधारने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा सकते हैं। हमें अपने आहार, व्यायाम और जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है ताकि हम स्वस्थ रह सकें। इस विशेष दिन पर हमें पाचन स्वास्थ्य के महत्व को समझना चाहिए और उसे सुधारने के लिए उपायों को अपनाना चाहिए। इन उपायों को अपनाकर आप अपने पाचन स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली का आनंद उठा सकते हैं। याद रखें, स्वस्थ पाचन स्वास्थ्य की नींव होती है और इसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर इन उपायों को अपनाकर हम स्वस्थ और प्रगतिशील जीवन जी सकते हैं।
एक स्वस्थ पाचन सिस्टम से हम अपनी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। इसलिए, आइए हम इस विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस पर अपने पाचन को स्वस्थ बनाने के लिए संकल्प लें और स्वस्थ जीवन जीने के लिए कदम उठाएं।
(डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल शिक्षात्मक उद्देश्यों के लिए है और यह चिकित्सा परामर्श या निदान की जगह नहीं लेती है। हमारी प्रयास केवल संदर्भ के रूप में उपयोगी जानकारी प्रदान करना है, लेकिन हम किसी भी प्रकार की जटिल चिकित्सा परिस्थितियों के निदान, उपचार या सलाह की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं।)
0 notes
abhinews1 · 6 months
Text
बाजारवादी दौर में प्रत्येक उपभोक्ता का सजग होना बहुत जरूरी
Tumblr media
बाजारवादी दौर में प्रत्येक उपभोक्ता का सजग होना बहुत जरूरी
मथुरा। जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में शुक्रवार को विश्व उपभोक्ता दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को उपभोक्ता अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि आज के बाजारवादी दौर में उपभोक्ताओं का सजग और जागरूक होना बहुत जरूरी है। एक उपभोक्ता होने के नाते हमें जो अधिकार मिले हैं उनका इस्तेमाल भी जरूरी है। प्रो. अवस्थी ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति आज उपभोक्ता है। हमारे पास ऐसे अधिकार हैं जो उपभोक्ताओं के रूप में हमें सम्भावित दुर्व्यवहारों या ज्यादतियों से बचाते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने पहली बार 1960 के दशक की शुरुआत में इन अधिकारों के महत्व को बताया था। विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की स्थापना 15 मार्च, 1983 को हुई थी और 1985 में संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपभोक्ताओं के अधिकारों को मान्यता देने का फैसला लिया था। हमारे देश में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और उन्हें उपभोक्ता जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक करने के लिए 1986 में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम (सीपीए) पेश किया गया था। प्रो. अवस्थी ने कहा कि उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को जानना चाहिए। उन्हें अपनी इच्छित वस्तुओं की कीमतें और गुणवत्ता पता होनी चाहिए। हमें किसी भी उत्पाद या सेवा की गुणवत्ता या मानक पर समझौता करने से बचना चाहिए तथा स्वतंत्र विकल्प चुनना चाहिए। विक्रेताओं के प्रभाव में आकर कोई भी उत्पाद खरीदने से बचना चाहिए। प्रो. अवस्थी ने कहा कि ग्राहक को हमेशा पक्का बिल लेना चाहिए तथा यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो उसकी विभाग में शिकायत दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया कि इस साल की थीम निष्पक्ष और जिम्मेदार एआई है। डॉ. शशि शेखर विभागाध्यक्ष प्रबंधन ने छात्र-छात्राओं को बताया कि पैकेट बंद वस्तुएं जैसे दूध पैकेट, पानी की बॉटल आदि पर अंकित खुदरा मूल्य से अधिक शुल्क लेना अपराध होता है। जिसमें फ्रीज एवं कूलिंग चार्जेस के नाम से भी अधिक राशि नहीं ली जा सकती। यदि कोई दुकानदार ऐसा करता है तो उसकी शिकायत जिला नापतौल अधिकारी एवं उपभोक्ता संरक्षण अधिकारी से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपभोक्ता को सुरक्षा, क्षतिपूर्ति, वस्तु चयन, खरीदी गई वस्तु से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी हासिल करने का अधिकार है। इस अवसर पर ख्याति श्रीवास्तव ने कहा कि उपभोक्ता से यदि किसी प्रकार की ठगी होती है तो इसके लिए त्रिस्तरीय फोरम की व्यवस्था है जिसमें नाममात्र के शुल्क पर सादे कागज पर आवेदन देकर उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। शिकायत का निवारण तीन से पांच महीने में हो जाता है। इस अवसर पर कार्यक्रम के समन्वयक आशीष प्रताप सिंह ने विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को खाद्य पदार्थों में मिलावट, नापतौल में होने वाली अनियमितताओं तथा ठगी से बचने के उपाय बताए। खाद्य पदार्थों में मिलावट को कैसे पहचाना जाता है, इसकी भी छात्र-छात्राओं को विस्तार से जानकारी दी गई। अंत में आभार ख्याति श्रीवास्तव ने माना।
Tumblr media
Read the full article
0 notes
trendingwatch · 2 years
Text
विश्व खाद्य दिवस 2022: दैनिक आहार के लिए आवश्यक तिथि, विषय, महत्व और खाद्य पदार्थ
विश्व खाद्य दिवस 2022: दैनिक आहार के लिए आवश्यक तिथि, विषय, महत्व और खाद्य पदार्थ
एक स्वस्थ, पौष्टिक आहार खाने में सक्षम होना सबसे बुनियादी मानवीय जरूरतों में से एक है। यह सुनने में जितना आसान लगता है, लाखों लोगों को एक दिन में ठीक से खाना भी नहीं मिल पाता है। दुनिया भर में कई लोग भूख और कुपोषण का सामना करते हैं। विश्व खाद्य दिवस, जो हर साल 16 अक्टूबर को मनाया जाता है, भोजन के वैश्विक संकट पर केंद्रित है और इस स्थिति में सुधार करना समय की आवश्यकता क्यों है। यह दिन भोजन के…
View On WordPress
0 notes
pradip-sharma · 2 years
Text
सवाल: कोन से कीट हैं जो पारिस्थितिक तंत्र के भीतर संतुलन बनाए रखने में मदद
करती हैं?
मधुमक्खियां (World Bee Day) महत्वपूर्ण कीट हैं जो पारिस्थितिक तंत्र के भीतर संतुलन बनाए रखने में मदद करती हैं। विश्व मधुमक्खी दिवस मधुमक्खियों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है और यह हर साल 20 मई को मनाया जाता हे।
World Bee Day 2022: विश्व मधुमक्खी दिवस का उद्देश्य मधुमक्खियों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। मधुमक्खियां महत्वपूर्ण कीट हैं जो पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में मदद करती हैं। वे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे फूलों और पौधों को परागित करने में मदद करते हैं। Worldbeeday.org के अनुसार, दुनिया भर में उत्पादित सभी खाद्य पदार्थों का 1/3 परागण पर निर्भर करता है। दुर्भाग्य से, जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और गहन कृषि के कारण मधुमक्खी की आबादी घट रही है। आज का लक्ष्य मधुमक्खी आबादी में गिरावट को रोकने के लिए नए समाधानों को बढ़ावा देन��� है।
विश्व मधुमक्खी दिवस 2017 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा नामित किया गया था। यह हर साल 20 मई को आधुनिक मधुमक्खी पालन के अग्रणी एंटोन जानसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है।
विश्व मधुमक्खी दिवस हर 20 मई को मनाया जाता है। मधुमक्खी पालन के अग्रदूत एंटोन जानसा का जन्म आज ही के दिन 1734 में हुआ था। अंतर्राष्ट्रीय दिवस का उद्देश्य पारिस्थितिक तंत्र में मधुमक्खियों और अन्य परागणकों की भूमिका को पहचानना है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों ने दिसंबर 2017 में 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस घोषित करने के स्लोवेनिया के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
स्लोवेनिया ने प्रस्ताव दिया है कि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस के रूप में घोषित करे। 20 दिसंबर 2017 को, तीन साल के अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के बाद, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से स्लोवेनियाई प्रस्ताव को मंजूरी दी और 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस घोषित किया गया।
यह तथ्य कि स्लोवेनिया मधुमक्खी पालन में एक बड़ा नाम है, हमारे समृद्ध इतिहास से सबसे अच्छी तरह से स्पष्ट होता है, जो इस महत्वपूर्ण कृषि उद्योग से अविभाज्य है। अपनी पुस्तक द ग्लोरी ऑफ द डची ऑफ कार्निओला में, जेनेज़ वजकार्ड वालवाज़ोर ने मधुमक्खियों के छत्तों को घरों और अपने बच्चों की देखभाल करने वाले लोगों के रूप में वर्णित किया है। 18वीं शताब्दी में, पेटार पावेल ग्लावर (1721-1784) ने मधुमक्खी पालन के ज्ञान में महत्वपूर्ण प्रगति की जो अब स्लोवेनिया में है। उन्होंने पहले कोमेंडा में मधुमक्खी पालन स्कूलों की स्थापना की और फिर डोलेनजस्का क्षेत्र में लैनप्रे में। मधुमक्खियों के झुंड पर उनके ग्रंथों के अनुवाद महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि उनकी रिपोर्ट इंपीरियल और रॉयल वंशानुगत भूमि में मधुमक्खी पालन में सुधार के प्रस्ताव के लिए प्रतिक्रिया, जो स्लोवेनिया में मधुमक्खी पालन के तरीकों का वर्णन करती है और रानी पालन और रानी पालन जैसे कुछ महत्वपूर्ण तकनीकी नवाचारों का परिचय देती है। छत्ते के बाहर और मधुमक्खियों को घास के मैदान में ले जाना।
स्लोवेनियाई मधुमक्खी पालन का सबसे प्रमुख व्यक्तित्व वियना के शाही दरबार में पहले मधुमक्खी पालन शिक्षक एंटोन जंसा थे, जिन्होंने 18 वीं शताब्दी में अपनी खोजों के आधार पर मौजूदा मधुमक्खी पालन विधियों को मौलिक रूप से संशोधित किया और आधुनिक मधुमक्खी पालन की नींव रखी। जानसा हब्सबर्ग महारानी मारिया थेरेसा के दरबार में मधुमक्खी पालन की पहली शिक्षिका थीं। मधुमक्खी पालन पद्धति की शुरुआत के साथ, जिसका उपयोग क्रांज के मधुमक्खी पालकों द्वारा सफलतापूर्वक किया गया था, इसने उस समय मधुमक्खी पालन में एक वास्तविक क्रांति ला दी।
QnA
• विश्व मधुमक्खी दिवस 2021 और 2022 के लिए विषय क्या है?
इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर, एफएओ 20 मई 2021 और 2022 को "बी एंगेज्ड: बिल्ड बैक बेटर फॉर बीज़" विषय के तहत एक आभासी कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।
• "बी एंगेज्ड: बिल्ड बैक बेटर फॉर बीज़"
• "मधुमक्खी लगी हुई: मधुमक्खियों के लिए बेहतर निर्माण करें"
• विश्व में कितनी मधुमक्खियां हैं?
कहा जा रहा है, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन की जानकारी को ध्यान में रखते हुए, हाल के अनुमान बताते हैं कि दुनिया में कम से कम दो ट्रिलियन मधुमक्खियां हैं जिनकी देखभाल मधुमक्खी पालकों द्वारा की जा रही है।
• 20 मई मधुमक्खी दिवस क्यों है?
मई विश्व मधुमक्खी दिवस के लिए चुना गया महीना था क्योंकि उत्तरी गोलार्ध में उस अवधि के दौरान परागण की सबसे अधिक आवश्यकता होती है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में यह शहद और मधुमक्खी उत्पादों की कटाई का समय होता है।
• सेल फोन मधुमक्खियों को क्यों मार रहे हैं?
अब एक नए अध्ययन में कहा गया है कि सेल फोन को दोष देना है। डेनियल फेवर नाम के एक स्विस वैज्ञानिक ने अध्ययन किया, और निष्कर्ष निकाला कि सेल फोन सिग्नल मधुमक्खियों को अतिरिक्त शोर करने का कारण बन सकते हैं, जो छत्ते को छोड़ने का संकेत है। जब सेल फोन को छत्ते के पास रखा जाता है, तो यह मधुमक्खियों को वापस आने से रोकते हुए एक बाधा के रूप में कार्य करता है।
0 notes
Text
विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस 2022: क्यों मुख स्वास्थ्य और स्वच्छता को कभी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए
विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस 2022: क्यों मुख स्वास्थ्य और स्वच्छता को कभी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए
आज विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर, एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन (एफडीआई) समग्र स्वास्थ्य के लिए मौखिक स्वास्थ्य के महत्व पर लक्ष्य बनाकर बदलाव को प्रेरित करना चाहता है। एफडीआई की ओर से YouGov द्वारा 10 विकसित देशों में किए गए एक सर्वेक्षण के परिणामों से पता चला है कि आधे से भी कम माता-पिता अपने दांतों की सुरक्षा के साधन के रूप में अपने बच्चों को वातित पेय और शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों का…
View On WordPress
0 notes
divyabhashkar · 3 years
Text
World pulses day 2022 know history theme and significance in hindi mt
World pulses day 2022 know history theme and significance in hindi mt
World Pulses Day 2022: हर वर्ष विश्व में 10 फरवरी को ‘अंतर्राष्ट्रीय दलहन दिवस’ (World Pulses Day) मनाया जाता है. इस दिन को यानी ‘वर्ल्ड पल्स डे’ को मनाने का उद्देश्य लोगों को दालों के महत्व को समझाना और ये बताना है कि दालें पोषण और  खाद्य सुरक्षा के लिए कितनी महत्वपूर्ण (Important) हैं. आइये जानते हैं कि ‘अंतर्राष्ट्रीय दलहन दिवस’ का इतिहास और महत्व (Significance) क्या है. साथ ही ये भी जानते हैं…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
sarkariresultgov · 3 years
Text
Top Current Affairs - 03 May 2021 @ SarkariResultGov.com
Tumblr media
1. World Laughter Day is celebrated on the first Sunday of May every year. It is a day to raise awareness about laughter and its many healing benefits. In 2021, the day falls on 02 May 2021. The founder of the worldwide Laughter Yoga movement, Dr. World Laughter Day was celebrated for the first time on 10 May 1998 in Mumbai on the initiation of Madan Kataria. विश्व हंसी दिवस हर साल मई के पहले रविवार को मनाया जाता है। यह हँसी और इसके कई उपचार लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का दिन है। 2021 में, दिन 02 मई 2021 को पड़ता है। दुनिया भर में हंसी योग आंदोलन के संस्थापक डॉ। मदन कटारिया की दीक्षा पर मुंबई में 10 मई 1998 को विश्व हँसी दिवस पहली बार मनाया गया था। 2. Anand Mahindra, chairman of the Mahindra Group, has launched a project called 'Oxygen on Wheels' to ease the transport of oxygen from plants to hospitals and homes, following acute oxygen depletion amid a second wave of coronovirus. The 'Oxygen on Wheels' initiative will bridge the gap between production and transport of oxygen in India, especially in Maharashtra. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन, आनंद महिंद्रा ने कोरोनोवायरस की दूसरी लहर के बीच तीव्र ऑक्सीजन की कमी के बाद, ऑक्सीजन का परिवहन संयंत्रों से अस्पतालों और घरों तक ऑक्सीजन के परिवहन को आसान बनाने के लिए on ऑक्सीजन पर पहिए ’नामक परियोजना शुरू की है। ’ऑक्सीजन ऑन व्हील्स’ पहल भारत में विशेष रूप से महाराष्ट्र में ऑक्सीजन के उत्पादन और इसके परिवहन के बीच की खाई को पाट देगी। 3. World Tuna Day is celebrated globally on 2 May every year. The day is established by the United Nations (UN) to raise awareness about the importance of tuna fish. It is seen for the first time in 2017. According to the United Nations, the number of many countries worldwide depends on tuna for both food security and nutrition. At the same time, tuna fish farming takes place in more than 96 countries, and their capacity is steadily increasing. विश्व टूना दिवस हर साल 2 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा ट्यूना मछली के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है। यह 2017 में पहली बार देखा गया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया भर में कई देशों की संख्या खाद्य सुरक्षा और पोषण दोनों के लिए ट्यूना पर निर्भर करती है। इसी समय, 96 से अधिक देशों में टूना मछली पालन होता है, और उनकी क्षमता लगातार बढ़ रही है। 4.Sitar player Pandit Debu Chowdhury has died after COVID-19 related complications. The Legend of Sitar was of the Senia or Gharana style of music. He was awarded the Padma Bhushan and the Padma Shri. He was also a teacher and writer and wrote six books and composed many new ragas. सितार वादक पंडित देबू चौधुरी का निधन COVID-19 संबंधित जटिलताओं के बाद हुआ है। लेजेंड ऑफ़ सितार संगीत के सेनिया या घराना शैली के थे। उन्हें पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वह एक शिक्षक और लेखक भी थे और उन्होंने छह किताबें लिखी थीं और कई नए रागों की रचना की थी। 5.World Press Freedom Day is celebrated globally on 3 May every year. It is also known as World Press Day. The day also pays tribute to the journalists who lost their lives. They often risk their lives or may have to face difficult situations to bring news from different corners of the world to the public. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हर साल 3 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। इसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है। वह दिन भी उन पत्रकारों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। वे कई बार अपनी जान जोखिम में डालते हैं या फिर दुनिया के अलग-अलग कोनों से खबरें जनता के सामने लाने के लिए कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। 6. Actor Bikramjit Kanwarpal, who has been a popular character in many films, TV shows and web series, has died due to Kovid-19 complications. The actor was last seen in Anil Kapoor's series 24 and the web series Special Ops. He was a retired army officer. Some of his famous films include Creature 3D, Horror Story, Prem Ratan Dhan Payo, Bypass Road and Shortcut Romeo. अभिनेता बिक्रमजीत कंवरपाल, जो कई फिल्मों, टीवी शो और वेब श्रृंखला में एक लोकप्रिय चरित्र रहे हैं, कोविद -19 जटिलताओं के कारण निधन हो गया है। अभिनेता को अनिल कपूर की श्रृंखला 24 और वेब श्रृंखला स्पेशल ओपीएस में नवीनतम रूप से देखा गया था। वह एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी थे। उनकी कुछ प्रसिद्ध फिल्मों में क्रिएचर 3 डी, हॉरर स्टोरी, प्रेम रतन धन पायो, बाईपास रोड और शॉर्टकट रोमियो शामिल हैं। 7. The Indian Navy has launched Operation Samundra Setu-2 to help in the rapid transport of medical oxygen and other requirements from other countries amid its worsening COVID-19 epidemic. As a part of Operation 'Samundra Setu II', seven Indian naval ships have been deployed for shipment of liquid medical oxygen-filled cryogenic containers and related medical equipment to various countries. These warships are Kolkata, Kochi, Talwar, Tabar, Trikand, Jalashwa and Airavat. भारतीय नौसेना ने अपने बिगड़ते हुए COVID-19 महामारी के बीच अन्य देशों से मेडिकल ऑक्सीजन और अन्य आवश्यकताओं की तेजी से परिवहन में मदद करने के लिए ऑपरेशन समुंद्र सेतु -2 शुरू किया है। ऑपरे��न 'समुंद्र सेतु II' के एक भाग के रूप में, सात भारतीय नौसैनिक जहाजों को विभिन्न देशों के तरल चिकित्सा ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनरों और संबंधित चिकित्सा उपकरणों की शिपमेंट के लिए तैनात किया गया है। ये युद्धपोत हैं कोलकाता, कोच्चि, तलवार, तबर, त्रिकंद, जलाशवा और ऐरावत। 8. Executive Director of Reserve Bank of India (RBI) T Rabi Shankar has been named as the fourth Deputy Governor of the central bank. His appointment has been approved by the Appointments Committee of the Cabinet. He is in charge of payment systems, fintech, information technology and risk management at RBI. He succeeded BP Kanungo as deputy governor, who retired on 2 April after gaining a one-year extension to his post. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कार्यकारी निदेशक टी रबी शंकर को केंद्रीय बैंक के चौथे उप राज्यपाल के रूप में नामित किया गया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। वह आरबीआई में भुगतान प्रणाली, फिनटेक, सूचना प्रौद्योगिकी और जोखिम प्रबंधन के प्रभारी हैं। वह बीपी कानूनगो के डिप्टी गवर्नर के रूप में सफल हुए, जो अपने पद पर एक साल का विस्तार पाने के बाद 2 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गए। 9. The Japanese government recently awarded the "Order of Rising Sun" to Bangalore-based Japanese teacher Shyamala Ganesh. He is a Japanese teacher at the Septuagenarian institution and is also at the Ohara School in Okebana in RT Nagar, Bengaluru. It has taught more than hundreds of students since its inception 38 years ago. Ikebana is the Japanese art of flower arrangement. जापानी सरकार ने हाल ही में बेंगलुरु स्थित जापानी शिक्षिका श्यामला गणेश को "ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन" से सम्मानित किया। वह Septuagenarian संस्था में एक जापानी शिक्षक हैं और आरटी नगर, बेंगलुरु में ओकेबाना के ओहारा स्कूल में भी हैं। उसने 38 साल पहले अपनी स्थापना के बाद से सैकड़ों से अधिक छात्रों को पढ़ाया है। इकेबाना फूलों की व्यवस्था की जापानी कला है। 10. Gross revenue from the Goods and Services Tax hit a record high of ₹ 1.41 lakh crore in India in April 2021, suggesting that economic activity was yet to be badly affected amid the ongoing second wave of COVID-19 epidemics, like last year. Can not be. गुड्स एंड सर्विस टैक्स से सकल राजस्व ने अप्रैल 2021 में भारत में crore 1.41 लाख करोड़ का रिकॉर्ड उच्च हिट किया, जो सुझाव देता है कि पिछले साल की तरह COVID-19 महामारी की चल रही दूसरी लहर के बीच आर्थिक गतिविधि अभी तक बुरी तरह प्रभावित नहीं हो सकती है। 11. Lewis Hamilton won the Portuguese Grand Prix by defeating Portuguese Max Verstappen and Mercedes team player Valtteri Bottas. Verstappen finished in second place, while Bottas started in a disappointing third place. Sergio Perez took the flag in the fourth, with Lando Norris finishing fifth for McLaren. लुईस हैमिल्टन ने पुर्तगाली मैक्स वेरस्टापेन और मर्सिडीज टीम के खिलाड़ी वाल्टेरी बोटास को हराकर पुर्तगाली ग्रां प्री जीता। वेरस्टैपेन दूसरे स्थान पर रहा, जबकि पोल से शुरू हुआ बोटास निराशाजनक तीसरे स्थान पर आया। सर्जियो पेरेज ने चौथे में झंडा ले लिया, जिसमें लैंडो नॉरिस ने मैकलेरन के लिए पांचवां स्थान हासिल किया। 12. India and Russia have agreed to establish + 2 + 2 ministerial dialogues at the Foreign and Defense Ministerial level between the two countries. Russia is the fourth country and the first non-quad member country with which India has established a 2 2 + 2 ministerial dialogue mechanism. India has such a mechanism with the US, Japan, and Australia. This is expected to give impetus to the bilateral strategic partnership between India and Russia. भारत और रूस दोनों देशों के बीच विदेश और रक्षा मंत्री स्तर पर + 2 + 2 मंत्रिस्तरीय संवाद स्थापित करने के लिए सहमत हुए हैं। रूस चौथा देश और पहला गैर-क्वाड सदस्य देश है जिसके साथ भारत ने 2 2 + 2 मंत्रिस्तरीय संवाद तंत्र स्थापित किया है। भारत का अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ ऐसा तंत्र है। इससे भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। 13. Wipro reclaimed its position as the third-largest Indian IT services company by pushing the market capitalization of tr 2.65 trillion by pushing HCL Technologies' tr 2.62 trillion market cap. TCS tops the list after Infosys with a market cap of tr 11.51 trillion. Wipro ने HCL Technologies के tr 2.62 ट्रिलियन मार्केट कैप को दबाकर tr 2.65 ट्रिलियन के बाजार पूंजीकरण के द्वारा तीसरी सबसे बड़ी भारतीय आईटी सेवा कंपनी के रूप में अपना स्थान पुनः प्राप्त किया। TCS tr 11.51 ट्रिलियन के मार्केट कैप के साथ इन्फोसिस के बाद सूची में सबसे ऊपर है। Read the full article
0 notes
mwsnewshindi · 2 years
Text
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022: इस अवसर का इतिहास और महत्व और इस वर्ष की थीम
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022: इस अवसर का इतिहास और महत्व और इस वर्ष की थीम
छवि स्रोत: INSTAGRAM/VEGETABLE_FARM_KITCHEN खाद्य सुरक्षा दिवस पहली बार 2018 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया गया था विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022: भोजन सभी प्राणियों के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। यह एक आम कहावत है, “हम वही हैं जो हम खाते हैं,” और 7 जून को दुनिया खाद्य सुरक्षा दिवस मना रही है। यह पहली बार 2018 में मनाया गया था और तब से यह अवसर खाद्य जनित जोखिमों को रोकने, पता लगाने और…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
abhay121996-blog · 4 years
Text
दांत स्वस्थ तो शरीर स्वस्थ, जानिए कब मनाया जाता है ओरल हेल्थ दिवस Divya Sandesh
#Divyasandesh
दांत स्वस्थ तो शरीर स्वस्थ, जानिए कब मनाया जाता है ओरल हेल्थ दिवस
मुरादाबाद। दांत स्वस्थ तो तन स्वस्थ। विश्व ओरल हेल्थ दिवस 20 मार्च पर दंत चिकित्सक लोगों को यही मंत्र दे रहे हैं। उनका कहना है कि दांतों की सही प्रकार से देखभाल लोगों के लिए लाभप्रद है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा प्रतिवर्ष 20 मार्च को विश्व ओरल हेल्थ दिवस मनाया जाता है। अच्छे ओरल हेल्थ के महत्त्व को बताने और सामान्य स्वास्थ्य व तंदुरुस्ती बनाए रखने में इसका खासा महत्व है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ दंत चिकित्सक डाॅ. सौरभ मिश्रा का कहना है कि मुंह की सफाई अन्य अंगों की सफाई की तरह ही बहुत जरूरी है। अगर हम दांतों और मसूड़ों की सफाई अच्छी तरह से नहीं करते हैं, तो इससे कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। दांतों की सफाई ना करने से मुंह से बदबू आना। मसूड़ों में दर्द होना। कैविटी जैसी कई अन्य समस्याएं होने लगती हैं। ध्यान नहीं देने पर कई और भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि दांतों या मुंह की सफाई और हाइजीन को लेकर काफी कुछ कहा जाता रहा है। 
उन्होंने बताया कि जब हमारे खानपान के तौर-तरीकों और खाद्य पदार्थों के स्वरूप में बहुत परिवर्तन आ गया है। ऐसे में ओरल हेल्थ को लेकर सजग रहना आवश्यक है। ओरल हेल्थ से पूरे शरीर का स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है। अक्सर रात का खाना खाने के बाद हम ब्रश नहीं करते हैं। इस वजह से हमारे दांतों के बीच खाना फंस जाता है। अगर आपको भी ऐसी आदत है, तो ये एक गंभीर रूप धारण कर सकता है। 
यह खबर भी पढ़ें: इस गांव की महिलाएं नहीं रखती करवाचौथ का व्रत, अगर रख लें तो उजड़ जाता हैं उनका सुहाग
ओरल कैंसर का कारण बन रही गंदगी डाॅ. सौरभ का कहना है कि दांतों के बीच लंबे समय तक खाना फंसे होने की वजह से बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं। दांतों में मौजूद ये बैक्टीरिया भोजन के कणों को सड़ाकर सल्फरडाइऑक्साइड पैदा करता है। इस वजह से हमारे दांतों में हैलिटोसिस की समस्या हो सकती है ओरल कैंसर का ज्यादा खतरा तंबाकू व सिगरेट पीने वालों को जल्दी होता है। ब्रश करते समय दांतों के एक-एक हिस्से की सफाई खास तौर पर करनी चाहिए। 
मीठा खाना अक्सर दांतों में सड़न या कैविटीज का कारण बन सकता है। डायबिटीज की वजह से भी दांतों में तकलीफ पैदा हो सकती है। यह तकलीफ आगे जाकर अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। मसूड़ों में होने वाली समस्या या बीमारियां अक्सर डायबिटीज के फैलाव की गति को और बढ़ा देती हैं। उन्होंने बताया कि शोध बताते हैं कि ऐसे लोग जिनके मसूढ़ों या दांतों में समस्या बनी रहती है उन लोगों में सामान्य लोगों की तुलना में हृदय रोग होने की आशंका भी बढ़ जाती है। यह खतरा हृदयघात में भी बदल सकता है। 
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप 
0 notes
chaitanyabharatnews · 4 years
Text
World Food Safety Day: जानिए क्यों मनाया जाता है यह दिवस, कोरोना संकट में खाद्य सुरक्षा और ज्यादा जरूरी
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज दुनियाभर में 7 जून को 'विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस' (World Food Safety Day) के रूप में मनाया गया। इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में खाद्य और कृषि संगठन के सहयोग से अपनाया गया था। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य, आर्थिक समृद्धि, कृषि, बाजार पहुंच, पर्यटन में योगदान को रोकने, पता लगाने और प्रबंधन करने में मदद करने के लिए ध्यान आकर्षित करना है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन का उपयोग जीवन को बनाए रखने और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। खाद्यान्न संबंधी बीमारियां स्वास्थ्य, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं, पर्यटन और व्यापार को नुकसान पहुंचाकर सामाजिक आर्थिक विकास को बाधित करती हैं। रोटी, कपड़ा और मकान को मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं कहा जाता है। इन मूलभूत आवश्यकताओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इंसान बहुत मेहनत करता है। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां आम जनता को सुरक्षित भोजन के महत्व के बारे में पर्याप्त जानकारी प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपनी दो एजेंसियों, खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए सौंपा है। अनुमानित रूप से खाद्य जनित बीमारियों के 600 मिलियन मामलों के साथ दुनिया में 10 में से लगभग 1 व्यक्ति दूषित खाने के कारण बीमार पड़ जाते हैं, दुनिया भर में हर देश, छोटे से लेकर बड़े, अमीर से लेकर गरीब, खाद्य जनित बीमारियों से पीड़ित है, लेकिन आज ऐसा नहीं है। आपूर्ति विभाग खाद्यान समस्याओं को काफी हद तक हल करने में सफल हो गया है। हमारे द्वारा उपभोग किए जाने वाले भोजन को सुरक्षित रखने के लिए खेत से लेकर खाने की टेबल तक हर किसी की भूमिका होती है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के माध्यम से, डब्ल्यूएचओ सार्वजनिक एजेंडे में खाद्य सुरक्षा की मुख्यधारा में आने के लिए अपने प्रयासों का अनुसरण करता है और विश्व स्तर पर खाद्य जनित बीमारियों के बोझ को कम करता है। सरकारी पहलें भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India-FSSAI) ने राज्यों द्वारा सुरक्षित खाद्य उपलब्ध कराए जाने के प्रयासों के संदर्भ में पहला राज्य खाद्य सुरक्षा इंडेक्स (State Food Safety Index-SFSI) विकसित किया है। इस इंडेक्स के माध्यम से खाद्य सुरक्षा के पाँच मानदंडों पर राज्यों का प्रदर्शन आँका जाएगा। इन श्रेणियों में निम्नलिखित मानदंड शामिल हैं- -मानव संसाधन और संस्थागत प्रबंधन -कार्यान्वयन, खाद्य जाँच-अवसंरचना और निगरानी -प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण -उपभोक्ता सशक्तीकरण एक अभिनव और बैट्री से चलने वाले ‘रमन 1.0’ नामक उपकरण का शुभारंभ भी किया है। यह उपकरण खाद्य तेलों, वसा और घी में की गई मिलावट का एक मिनट से भी कम समय में पता लगाने में सक्षम है। स्कूलों तक खाद्य सुरक्षा का मुद्दा ले जाने के लिये ‘फूड सेफ्टी मैजिक बॉक्स’ नामक नवाचारी समाधान की भी शुरुआत की गई है। स्वयं ही खाने में मिलावट की जाँच करने वाले इस किट में एक मैनुअल और एक उपकरण लगा है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने विश्वविद्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों, कार्यस्थलों, रक्षा/अर्द्ध सैनिक प्रतिष्ठानों, अस्पतालों और जेलों जैसे 7 परिसरों को ‘ईट राइट कैंपस’ के रूप में घोषित किया है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India-FSSAI) ने खाद्य कंपनियों और व्यक्तियों के योगदान को पहचान प्रदान करने के लिये ‘ईट राइट अवार्ड’ की स्थापना की है, ताकि नागरिकों को सुरक्षित और स्वास्थ्यकर खाद्य विकल्प चुनने में सशक्त बनाया जा सके। Read the full article
0 notes
prashantghuwara · 5 years
Photo
Tumblr media
#विश्व_दुग्ध_दिवस #World_Milk_Day 💁संपूर्ण विश्व में 1 जून को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दूध के संबंध में ध्यान आकर्षित करना एवं दूध उद्योग से जुड़ी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए अवसर प्रदान करना है। प्रथम विश्व दुग्ध दिवस 1 जून, 2001 को मनाया गया था। 💁राष्ट्रीयकरण इस उत्सव में वर्ष दर वर्ष भाग लेने वाले देशों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है। तब से, पूरे विश्व भर में दूध और दुग्ध उद्योग से संबंधित क्रिया-कलापों को प्रचार-प्रसार में हर वर्ष ध्यान केन्द्रित करने के लिये इसे मनाया जाता है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्सव संबंधित क्रिया-कलापों को आयोजित करने के द्वारा इस उत्सव का राष्ट्रीयकरण किया जाता है। पूरे जीवन भर सभी के लिये दूध और इसके उत्पादों के महत्व के बारे में लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिये इसे मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन के द्वारा 1 जून को विश्व स्तर पर हर वर्ष मनाने के लिये विश्व दुग्ध दिवस की पहली बार स्थापना की गयी थी। इसे 1 जून को मनाने के लिये चुना गया था, क्योंकि इस समय के दौरान बहुत सारे देशों के द्वारा विश्व दुग्ध दिवस पहले से ही मनाया जा रहा था। 💁विश्व दुग���ध दिवस 2019 को पूरे विश्व के लोगों द्वारा 1 जून, शनिवार को मनाया जायेगा। 💁विश्व दुग्ध दिवस का इतिहास बहुत सारे देशों के सहभागिता से पूरे विश्व में 2001 में पहली बार विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया था। इस उत्सव में वर्ष दर वर्ष भाग लेने वाले देशों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है। तब से, पूरे विश्व भर में दूध और दुग्ध उद्योग से संबंधित क्रिया-कलापों को प्रचार-प्रसार में हर वर्ष ध्यान केन्द्रित करने के लिये इसे मनाया जाता है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्सव संबंधित क्रिया-कलापों को आयोजित करने के द्वारा इस उत्सव का राष्ट्रीयकरण किया जाता है। पूरे जीवन भर सभी के लिये दूध और इसके उत्पादों के महत्व के बारे में लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिये इसे मनाया जाता है। 💁संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन के द्वारा 1 जून को विश्व स्तर पर हर वर्ष मनाने के लिये विश्व दुग्ध दिवस की पहली बार स्थापना की गयी थी। इसे 1 जून को मनाने के लिये चुना गया था क्योंकि इस समय के दौरान बहुत सारे देशों के द्वारा विश्व दुग्ध दिवस पहले से ही मनाया जा रहा था। विश्व दुग्ध दिवस क्यों मनाया जाता है 1 जून को वार्षिक आधार पर पूरे विश्व भर के लोगों के द्वारा विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। https://www.instagram.com/p/ByKruurA9O4/?igshid=10pz9d7hsrigk
0 notes
24gnewshindi · 3 years
Text
विश्व दुग्ध दिवस 2021: श्वेत क्रांति और वर्गीज कुरियन के बारे में सब कुछ जानें
विश्व दुग्ध दिवस 2021: श्वेत क्रांति और वर्गीज कुरियन के बारे में सब कुछ जानें
विश्व दुग्ध दिवस: भारत दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश है आज विश्व दुग्ध दिवस है. 2001 के बाद से विश्व दुग्ध दिवस पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। डेयरी किसानों और डेयरी क्षेत्र की सराहना करने और वैश्विक भोजन के रूप में दूध के महत्व को पहचानने के लिए संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा इस दिवस की स्थापना की गई थी। डेयरी क्षेत्र भारत में लाखों लोगों की आजीविका का समर्थन करता है।…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
threequbes · 3 years
Text
World Milk Day 2021: History, Significance, Theme and Quotes to Share
World Milk Day 2021: History, Significance, Theme and Quotes to Share
(प्रतिनिधि फोटो: शटरस्टॉक) विश्व दुग्ध दिवस 2021 को पर्यावरण, पोषण और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ डेयरी क्षेत्र में स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने वाली थीम के साथ मनाया जाएगा। 1 जून को संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है ताकि डेयरी क्षेत्र का जश्न मनाया जा सके और वैश्विक खाद्य के रूप में दूध उत्पादों के महत्व को उजागर किया जा…
View On WordPress
0 notes
khabargarh · 4 years
Text
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2020: घर पर खाद्य सुरक्षा का अभ्यास करने के लिए महत्व, खुराक और दान नहीं
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2020: घर पर खाद्य सुरक्षा का अभ्यास करने के लिए महत्व, खुराक और दान नहीं
ख़बरगढ़ रिपोर्ट
  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, खाद्य सुरक्षा भोजन में मौजूद खतरनाक सूक्ष्मजीवविज्ञानी, रासायनिक या भौतिक घटकों की अनुपस्थिति या स्वीकार्य स्तर को संदर्भित करती है जो उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा सकती है। संयुक्त राष्ट्र के एक लेख में कहा गया है, “खाद्य सुरक्षा की यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है कि खाद्य श्रृंखला के प्रत्येक चरण में उत्पादन से लेकर फसल,…
View On WordPress
0 notes
abhay121996-blog · 4 years
Text
दांत स्वस्थ तो शरीर स्वस्थ, जानिए कब मनाया जाता है ओरल हेल्थ दिवस Divya Sandesh
#Divyasandesh
दांत स्वस्थ तो शरीर स्वस्थ, जानिए कब मनाया जाता है ओरल हेल्थ दिवस
मुरादाबाद। दांत स्वस्थ तो तन स्वस्थ। विश्व ओरल हेल्थ दिवस 20 मार्च पर दंत चिकित्सक लोगों को यही मंत्र दे रहे हैं। उनका कहना है कि दांतों की सही प्रकार से देखभाल लोगों के लिए लाभप्रद है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा प्रतिवर्ष 20 मार्च को विश्व ओरल हेल्थ दिवस मनाया जाता है। अच्छे ओरल हेल्थ के महत्त्व को बताने और सामान्य स्वास्थ्य व तंदुरुस्ती बनाए रखने में इसका खासा महत्व है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ दंत चिकित्सक डाॅ. सौरभ मिश्रा का कहना है कि मुंह की सफाई अन्य अंगों की सफाई की तरह ही बहुत जरूरी है। अगर हम दांतों और मसूड़ों की सफाई अच्छी तरह से नहीं करते हैं, तो इससे कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। दांतों की सफाई ना करने से मुंह से बदबू आना। मसूड़ों में दर्द होना। कैविटी जैसी कई अन्य समस्याएं होने लगती हैं। ध्यान नहीं देने पर कई और भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि दांतों या मुंह की सफाई और हाइजीन को लेकर काफी कुछ कहा जाता रहा है। 
उन्होंने बताया कि जब हमारे खानपान के तौर-तरीकों और खाद्य पदार्थों के स्वरूप में बहुत परिवर्तन आ गया है। ऐसे में ओरल हेल्थ को लेकर सजग रहना आवश्यक है। ओरल हेल्थ से पूरे शरीर का स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है। अक्सर रात का खाना खाने के बाद हम ब्रश नहीं करते हैं। इस वजह से हमारे दांतों के बीच खाना फंस जाता है। अगर आपको भी ऐसी आदत है, तो ये एक गंभीर रूप धारण कर सकता है। 
यह खबर भी पढ़ें: इस गांव की महिलाएं नहीं रखती करवाचौथ का व्रत, अगर रख लें तो उजड़ जाता हैं उनका सुहाग
ओरल कैंसर का कारण बन रही गंदगी डाॅ. सौरभ का कहना है कि दांतों के बीच लंबे समय तक खाना फंसे होने की वजह से बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं। दांतों में मौजूद ये बैक्टीरिया भोजन के कणों को सड़ाकर सल्फरडाइऑक्साइड पैदा करता है। इस वजह से हमारे दांतों में हैलिटोसिस की समस्या हो सकती है ओरल कैंसर का ज्यादा खतरा तंबाकू व सिगरेट पीने वालों को जल्दी होता है। ब्रश करते समय दांतों के एक-एक हिस्से की सफाई खास तौर पर करनी चाहिए। 
मीठा खाना अक्सर दांतों में सड़न या कैविटीज का कारण बन सकता है। डायबिटीज की वजह से भी दांतों में तकलीफ पैदा हो सकती है। यह तकलीफ आगे जाकर अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। मसूड़ों में होने वाली समस्या या बीमारियां अक्सर डायबिटीज के फैलाव की गति को और बढ़ा देती हैं। उन्होंने बताया कि शोध बताते हैं कि ऐसे लोग जिनके मसूढ़ों या दांतों में समस्या बनी रहती है उन लोगों में सामान्य लोगों की तुलना में हृदय रोग होने की आशंका भी बढ़ जाती है। यह खतरा हृदयघात में भी बदल सकता है। 
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप 
0 notes