इंदौर लॉ कॉलेज बुक रो: मप्र पुलिस ने लेखक को गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाईं, जांच पैनल ने छात्रों के बयान दर्ज किए
इंदौर लॉ कॉलेज बुक रो: मप्र पुलिस ने लेखक को गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाईं, जांच पैनल ने छात्रों के बयान दर्ज किए
राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस ने एक विवादास्पद पुस्तक के लेखक को गिरफ्तार करने के लिए टीमों का गठन किया है, जिसके खिलाफ पिछले सप्ताह मामला दर्ज किया गया था।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने इंदौर के सरकारी लॉ कॉलेज के परिसर में एक विरोध प्रदर्शन के बाद मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि छात्रों को सिखाई जा रही किताब…
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लखनऊ, 21.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 38 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल, शिक्षकों एवं रेड ब्रिगेड से तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने दीप प्रज्वलित किया |
लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं को समाज में उचित स्थान और सम्मान दिलाना हैं । जो न सिर्फ समाज के विकास और प्रगति में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करता है अपितु समाज को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाता है । हमारे बीच आकर आपने महिलाओं और बच्चों को उन अनैतिक ताकतों, जो कानून, समाज और नैतिकता के खिलाफ हैं, से आत्मरक्षा करने का तरीका सिखाया । हमें उम्मीद है कि आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला में लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल एवं शिक्षकों श्री अखंड प्रसाद सिंह, डॉ मोहन कुमार, श्री रितेश प्रकाश सिंह, श्री सौमित्र सिंह, श्री उपेन्द्र नाथ तिवारी, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
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Jharkhand cabinet meeting : झारखंड के कैबिनेट मीटिंग में 49 प्रस्तावों को मंजूरी, इंडो डेनिस टूल रुम में होगा कोल्हान के पोलिटेक्निकल कॉलेजों के छात्रों की ट्रेनिंग, को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज की आधारभूत संरचना के लिए करोड़ों रुपये की मंजूरी, 5 लाख नये राशन कार्ड भी बनाने की मंजूरी, ये फैसले लिये गये
रांची : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट की बैठक में 49 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी. इसके तहत पांच लाख नये राशन कार्ड बनाने को मंजूरी दी गयी. कोल्हान के सारे पोलिटेक्निक कॉलेजों की ट्रेनिंग सेंटर इंडो डेनिस टूल रुम को बनाने को भी मंजूरी दी गयी. इसके अलावा किसानों को दी जाने वाली 1000 रुपये की राशि को बढ़ाकर 2000 रुपये करने की भी मंजूरी दी गयी. इसके अलावा जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज को नये…
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आरोपी महेश करेंगे कानूनी पढ़ाई, बॉम्बे HC ने कहा- कारावास नहीं छीन सकता शिक्षा का अधिकार
एल्गार परिषद मामले में जेल में बंद आरोपी महेश राउत कानून की पढ़ाई करेंगे। बॉम्बे हाईकोर्ट ने महेश राउत की लॉ डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की अनुमति देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि कारावास किसी भी व्यक्ति का शिक्षा का अधिकार नहीं छीन सकता। न्यायमूर्ति एएस गडकरी और न्यायमूर्ति नीला गोखले की पीठ ने कहा कि शहर के कॉलेज में सीट आवंटित होने के बाद अभ्यर्थी को प्रवेश लेने से र��कना उसके…
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NIRF Ranking 2024; ओवर ऑल कैटेगरी में छाया IIT मद्रास, IIsc बना श्रेष्ठ विश्वविद्यालय; जानें किस संस्थान को मिला कौन सा स्थान
NIRF Ranking 2024: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सोमवार को वर्ष 2024 की एनआईआरएफ यानी नेशनल इंस्टीट्यूटशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क रैंकिंग जारी कर दी। सरकार ने यूनिवर्सिटी, कॉलेज, शोध, मैनेजमेंट, मेडिकल, ओवरऑल, फार्मेसी, डेंटल, लॉ समेत कुल 17 कैटेगरीज में देश के टॉप शैक्षणिक संस्थानों की रैकिंग (एनआईआरएफ) घोषित की है।
भारत के सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों की सरकार की इस रैकिंग में ओवरऑल कैटेगरी में…
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CIN /आज टी.पी.एस. कॉलेज पटना में IQAC द्वारा आयोजित हुआ परिचर्चा का कार्यक्रम
CIN /ज्ञान जगत में मनुष्य के बौद्धिक क्षमता का बड़ा महत्व है । बौद्धिक क्षमता के बल पर इंसान के द्वारा जो कुछ सृजित किया जाता है उस पर उसका हक होता है । इसी अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए जो नियम और कानून बनाये गये है वह Intellectual Property Right के दायरे में आते हैं । यह बातें आज टी.पी.एस. कॉलेज पटना में IQAC द्वारा आयोजित एक परिचर्चा में चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी की असिसटेंट प्रोफेसर सुश्री…
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प्रमाणिक ग्रुप ऑफ एजुकेशन
शिक्षा के जुनून के साथ जन्म लेने वाले श्री शांतनु प्रमाणिक ने 2012 में प्रमाणिक ट्यूटोरियल की स्थापना की, जिसे अब होम ट्यूटर या प्रमाणिक ग्रुप ऑफ एजुकेशन के नाम से जाना जाता है।
अपने विजन के प्रति दृढ़ संकल्प और अटूट प्रतिबद्धता के साथ श्री प्रमाणिक ने देश में सबसे पुरानी ट्यूटोरियल और शैक्षिक परामर्शदात्री के रूप में शिक्षा के प्रमाणिक समूह की स्थापना की। उनके नेतृत्व में, शिक्षा के शिक्षक या प्रमाणिक समूह में तेजी से वृद्धि हुई है और अब पश्चिम बंगाल के 10 से अधिक जिलों में काम कर रहा है।
श्री प्रमाणिक के समर्पण और कड़ी मेहनत ने शिक्षा और शैक्षणिक परामर्श उद्योग में प्रमुख नाम के रूप में होम ट्यूटर या प्रमाणिक समूह की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह अपनी टीम के लिए एक प्रेरणा रहे हैं और उन्होंने हमेशा उन्हें अपने काम में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
संस्थापक, अध्यक्ष और मुख्य शिक्षा अधिकारी के रूप में श्री प्रमाणिक कंपनी के विकास और सफलता के प्रत्येक पहलू में शामिल रहे हैं। उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण और नेतृत्व कौशल ने कंपनी के परिचालन के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आज, गृह शिक्षक या शिक्षा के प्रमाणिक समूह को उसकी असाधारण शिक्षा और शैक्षिक परामर्श के लिए पहचाना जाता है और श्री प्रमाणिक के दृष्टिकोण और नेतृत्व कंपनी को अधिक सफलता की दिशा में मार्गदर्शन देते हैं। उत्कृष्टता के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के प्रति उनके जुनून ने उन्हें उद्योग में अपने साथियों का सम्मान और प्रशंसा अर्जित की है।
ईमानदारी, सहानुभूति और सटीकता की प्रतिबद्धता के साथ, होम ट्यूटर या प्रमाणिक समूह शिक्षा शिक्षा और शैक्षिक परामर्श उद्योग में एक विश्वसनीय सेवा प्रदाता के रूप में खुद को स्थापित करने में सक्षम रहा है। कंपनी का मुख्यालय पश्चिम बंगाल कोलकाता में स्थित है और वर्तमान में यह क्षेत्र के 10 से अधिक जिलों में कार्य कर रहा है।
एक गूगल-सर्टिफाइड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में, प्रमाणिक ग्रुप ऑफ एजुकेशन कक्षा i-xii और कॉलेज स्तर की शिक्षा प्रदान करता है और प्रतियोगी परीक्षा (एनडीए, एसएससी, सीजीएल,एपीटीईटी टेस्ट, जेईई एडवांस्ड, एसबीआई पीओ, एम्स, बिट्सैट, डिफेंस परीक्षा, सीईईडीबी परीक्षा, लॉ एंट्रेंस एग्जाम, सीएसई, भारत में बैंकिंग प्रतियोगी परीक्षा, आईबीपीएस पीओ, जेईई मेन, वीआईटीईई,सीएलएटी, भारतीय आर्थिक सेवा परीक्षा,आईएनएस, एलएसएटी इंडिया, रेलवे बोर्ड परीक्षा, सीटीईटी, एम्स, नीट, एम्स, एम्स आदि) प्रदान करता है। शिक्षा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट https://linktr.ee/home.tutters और कंपनी का आधिकारिक फोन नंबर + 918420597201 और आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर + 918420597201 है जो अपनी सेवाओं और सुविधाओं के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करता है।
श्री प्रमाणिक के नेतृत्व कौशल और उद्यमिता की भावना ने शिक्षा के प्रमाणिक समूह की प्रगति और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी आधिकारिक वेबसाइट https://linktre.ee/santanu.pramanik उनके जीवन और कार्य के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करती है।
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चिली में विश्वविद्यालय
चिली दक्षिण अमेरिका में एक खूबसूरत देश है और कई शीर्ष विश्वविद्यालयों का घर है। विज्ञान और कला में अपने शोध, शिक्षण और नवाचार से, चिली के विश्वविद्यालयों का लक्ष्य समाज में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों से निपटना है। लैटिन अमेरिका में अपनी समृद्ध संस्कृति और मजबूत उच्च शिक्षा प्रणाली के कारण चिली के विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करते हैं। चिली के विश्वविद्यालय, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज और लॉ कॉलेज बेहद प्रतिष्ठित और लोकप्रिय हैं। विभिन्न विश्वविद्यालय बैचलर्स , मास्टर और पीएचडी प्रोग्राम्स प्रदान करते हैं।
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पीपीटी प्रतियोगिता में संस्कृति विवि के स्कूल आफ ला ने जीता प्रथम पुरुस्कार
पीपीटी प्रतियोगिता में संस्कृति विवि के स्कूल आफ ला ने जीता प्रथम पुरुस्कार
बीएसए कालेज मथुरा में आयोजित "इनोवेटिव भारत 2.0" कार्यशाला के अंतर्गत पीपीटी प्रदर्शन प्रतियोगिता में नगर के चार विश्वविद्यालयों और 15 कालेजों के इनवायरमेंट, सोशल लाइफ, मेडिकल हैल्थ केयर, इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी एवं इकोनोमिक्स एण्ड ला विभाग के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता के इकोनोमिक्स एण्ड ला वर्ग में प्रथम पुरस्कार स्कूल ऑफ़ लॉ एंड लीगल स्टडीज, संस्कृति विश्वविद्यालय की टीम ने जीता।
युवाओं में नवाचार व अभिनव-प्रतिभा की पहचान सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वाधान में विभाग प्रचारक अरूण पांचजन्य के संयोजकत्व में "इनोवेटिव भारत 2.0" विषय पर एक पीपीटी प्रदर्शन प्रतियोगिता का आयोजन बीएसए कॉलेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में किया गया था, जिसमें लगभग 1000से अधिक प्रतिभागी पंजीकृत हुए थे जिसमें लगभग 500 पीपीटी की आंतरिक परीक्षण के उपरांत फाइल प्रतियोगिता में इनोवेटिव भारत के संदर्भ में लगभग 60 पीपीपी प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
इस दौरान फाइल प्रतितयोगिता में संस्कृति विश्वविद्यालय से इनवायरमेंट सोशल लाइफ, मेडिकल हैल्थ केयर, इंजीनियरिंग टैक्नोलॉजी एवं इकोनोमिक्स एण्ड ला की 10 टीम ने भाग लिया। इकोनोमिक्स एण्ड ला वर्ग से प्रथम पुरस्कार स्कूल ऑफ़ लॉ एंड लीगल स्टडीज, संस्कृत विश्वविद्यालय, मथुरा की टीम ने जीता। टीम के सदस्य भानु प्रताप सिंह, मर्यादा रावत एवं हरजस कौर ने "कंज्यूमर प्रोटक्शन लॉज एंड इकोनामी" विषय पर अपने अध्ययन के द्वारा वर्तमान उपभोक्ता विधि में कमियों को उजागर किया तथा इसके निवारणार्थ "सिंगल विंडो रिड्रेसल सिस्टम" की आवश्यकता पर भी बल दिया; इसके साथ ही "ग्राहक निवारण" एप्लीकेशन के द्वारा इसकी प्रायोज्यता पर भी प्रकाश डाला।
संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सचिन गुप्ता व सी ईओ डॉ मीनाक्षी शर्मा ने विश्वविद्यालय के छात्रों को बधाई दी तथा छात्र कल्याण विभाग को इनोवेटिव क्लब बनाने के लिए प्रेरित किया। सेंटर आफ़ एप्लाइड पालटिक्स के डायरेक्टर डा रजनीश त्यागी, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा डी एस तोमर,डीन आफ ला डा हरीकांत मित्तल, डीन आफ होटल मैनेंजमेंट रतीश शर्मा, डा रमन प्रजापति, डा उर्वशी शर्मा, डा गौरव सारंग, पायल श्रीवास्तव, अभिषेक वर्मा आदि शिक्षकों ने छात्रों को बधाई दी
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लॉ कॉलेज के हॉस्टल में मिली छात्रा की लाश, आत्महत्या की आशंका
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*आज जो भारत में रेलवे है.., उसको भारत में कौन लाया ?*
*आपका उत्तर ब्रिटिश होगा ।*
*कैसा रहेगा अगर मैं कहूं कि ब्रिटिश सिर्फ विक्रेता थे, यह वास्तव में एक भारतीय का स्वप्न था ।*
*भारतीय गौरव को छिपाने के लिए हमारे देश की पूर्व सरकारों के समय इतिहास से बड़ी एवं गम्भीर छेड़छाड़ की गई ।*
*रेलवे अंग्रेजों के कारण नहीं बल्कि नाना के कारण भारत आयी । भारत में रेलवे आरम्भ करने का श्रेय हर कोई अंग्रेजों को देता है लेकिन श्रीनाना जगन्नाथ शंकर सेठ मुर्कुटे के योगदान और मेहनत के बारे में कदाचित कम ही लोग जानते हैं ।*
*१५ सितंबर १८३० को दुनिया की पहली इंटरसिटी ट्रेन इंग्लैंड में लिवरपूल और मैनचेस्टर के बीच चली । यह समाचार हर जगह फैल गया । बम्बई ( आज की मुंबई ) में एक व्यक्ति को यह बेहद अनुचित लगा । उन्होंने सोचा कि उनके गांव में भी रेलवे चलनी चाहिए ।*
*अमेरिका में अभी रेल चल रही थी और भारत जैसे गरीब और ब्रिटिश शासित देश में रहने वाला यह व्यक्ति रेलवे का स्वप्न देख रहा था। कोई और होता तो जनता उसे ठोकर मारकर बाहर कर देती ।*
*लेकिन यह व्यक्ति कोई साधारण व्यक्ति नहीं था । यह थे बंबई के साहूकार श्रीनाना शंकरशेठ, जिन्होंने स्वयं ईस्ट इंडिया कंपनी को ऋण दिया था .. है न आश्चर्यजनक ।*
*श्रीनाना शंकरशेठ का मूल ( वास्तविक ) नाम था जगन्नाथ शंकर मुर्कुटे, जो बंबई से लगभग १०० कि. मी. मुरबाड़ से थे । पीढ़ीगत रूप से समृद्ध थे । उनके पिता अंग्रेजों के बड़े नामी साहूकार थे । उन्होंने ब्रिटिश - टीपू सुल्तान युद्ध के समय बहुत धन अर्जित किया था । उनका एक मात्र पुत्र नाना थे । यह बालक मूँह में स्वर्ण चम्मच लेकर पैदा हुए था ।*
*लेकिन धन ही नहीं अपितु ज्ञान और आशीर्वाद का हाथ भी सिर पर था । पिता ने एक विशेष अध्यापक रख कर अपने पुत्र को अंग्रेजी आदि की शिक्षा देने की भी व्यवस्था की थी । अपने पिता की मृत्यु के उपरांत, उन्होंने गृह व्यवसाय का बृहत विस्तार किया ।*
*जब विश्व के अनेक देश अंग्रेजों के सामने नतमस्तक थे, तब ब्रिटिश अधिकारी नाना शंकरशेठ के आशीर्वाद के लिए अपने पैर रगड़ते थे । अनेक अंग्रेज अच्छे मित्र बन गए थे ।*
*बंबई विश्वविद्यालय, एल फिन्स्टन कॉलेज, ग्रांट मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज, जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स, बंबई में कन्याओं के लिए पहला विद्यालय व बंबई विश्वविद्यालय नाना द्वारा स्थापित किये गये थे ।*
*इसलिए श्रीनाना शंकरशेठ ने बंबई में रेलवे प्रारंभ करने का विचार बनाया । वर्ष था १८४३, तब वे अपने पिता के मित्र सर जमशेदजी जीजीभाय उर्फ जे जे के पास गए । श्रीनाना के पिता की मृत्यु के उपरांत वे श्रीनाना के लिए पिता तुल्य थे । उन्होंने सर जेजे को अपना विचार बताया, उन्होंने इंग्लैंड से आए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश सर थॉमस एर्स्किन पेरी की भी राय ली कि क्या पारले, बंबई में रेलवे का आरंभ किया जा सकता है ?*
*वे भी इस विचार से चकित थे । इन तीनों ने मिलकर भारत में इंडियन रेलवे एसोसिएशन की स्थापना की ।*
*उस समय कंपनी सरकार का भारत में रेलवे बनाने का कोई विचार नहीं था । लेकिन जब श्री नाना शंकरशेठ, सर जेजे, सर पैरी जैसे लोगों ने कहा कि वे इस कार्य के लिए गंभीरता से इच्छुक हैं, तो उन्हें इस ओर ध्यान देना पड़ा । १३ जुलाई १८४४ को कंपनी ने सरकार को एक प्रस्ताव पेश किया ।*
*बंबई से कितनी दूर तक रेल की पटड़ी बिछाई जा सकती है, इस पर प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने की आज्ञा दी गई । उसके पश्चात ' बॉम्बे कमेटी ' का गठन किया गया । नाना ने कुछ अन्य बड़े अंग्रेज व्यापारियों, अधिकारियों, बैंकरों को एकत्रित किया और ग्रेट इंडियन रेलवे की स्थापना कर दी । जिसे आज भारतीय रेल के नाम से जाना जाता है ।*
*अंत में दिन ढल गया । दिनांक १६ अप्रैल १८५३ को मध्यान्ह ३.३० बजे ट्रेन बंबई के बोरीबंदर स्टेशन से थाना ( ठाणे ) के लिए हुई। इस ट्रेन में १८ डिब्बे और ३ लोकोमोटिव इंजन थे । इस ट्रेन के यात्रियों में श्री नाना शंकरसेठ एवं जमशेदजी जीजीभाय टाटा भी थे, जिसे विशेष रूप से अपनी पहली यात्रा के लिए फूलों से सजाया गया था।*
*नमन है श्रीनाना शंकरसेठ जी को 💐👏*
*कृपया यह अनमोल जानकारी अपने अन्य मित्रों व परिजनों से अवश्य साझा करें 🙏🌹👍❤️🎉❤️*
https://en.m.wikipedia.org/wiki/Jagannath_Shankarseth
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लाइब्रेरी में किताब पर ABVP की आपत्ति कोर्ट ने इंदौर लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर को गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार किया
लाइब्रेरी में किताब पर ABVP की आपत्ति कोर्ट ने इंदौर लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर को गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार किया
द्वारा पीटीआई
इंदौर: जिला अदालत ने बुधवार को एक सरकारी लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल और एक प्रोफेसर को गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार कर दिया, जिसके खिलाफ पुलिस ने कॉलेज के पुस्तकालय में रखी एक किताब को लेकर प्राथमिकी दर्ज की थी.
सरकारी वकील अभिजीत ���िंह राठौर ने कहा कि सत्र अदालत के न्यायाधीश आरके गोयल ने कॉलेज के प्रिंसिपल इनाम-उर-रहमान, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है, और प्रोफेसर मिर्जा मोजिज बेग…
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हीरालाल यादव लॉ कॉलेज के अंदर शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग मौके पर पहुंची फायर विभाग की टीम
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West singhbhum ku law studdents demand : कोल्हान विवि लॉ फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा अविलंब कराने की मांग, लॉ के विद्यार्थियों ने विवि के परीक्षा नियंत्रक को सौंपा मांग पत्र, राज्यपाल सह कुलाधिपति को भी प्रेषित की गई मांग पत्र की प्रति
रामगोपाल जेना/चाईबासा : जमशेदपुर कोऑपरेटिव लॉ कॉलेज के प्रथम सेमेस्टर 2022-23 के विद्यार्थियों ने बुधवार को यहां परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात कर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा अविलंब आयोजित कराने की मांग की. विद्यार्थियों ने इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक को एक मांग पत्र सौंपा. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय उनकी परीक्षा लिए बिना ही नए सत्र 2023-26 का नामांकन एवं शिक्षण सत्र का संचालन करने जा रहा…
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डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी, सर्वोच्च शैक्षिक डिग्री है
अवधनामा संवाददाता
डा.हेमन्त तिवारी का विभिन्न जगहों पर किया गया सम्मान
ललितपुर। जय बुंदेलखंड कॉलेज ऑफ लॉ पनारी और अंग्रेजी माध्यम विद्यालय गुगरवारा में उच्च शिक्षा के असंतुलित विकास के प्रभाव का समाजशास्तीय अध्ययन विषय पर शोध करने पर राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रांतीय महामंत्री केदारनाथ तिवारी के पुत्र हेमंत तिवारी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सम्मान समारोह में विनोद कुमार खरे ने…
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