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daily-quiz-join · 7 months ago
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विजय माल्या के बेटे सिद्धार्थ की शादी में दिखे भगोड़े ललित मोदी? जानिए क्या है मामला
यूके में सिद्धार्थ माल्या और जैस्मीन की शादी में, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख, भगोड़े ललित मोदी की अप्रत्याशित उपस्थिति ने ऑनलाइन काफी चर्चा बटोरी। हर्टफोर्डशायर में विजय माल्या की आलीशान संपत्ति में मोदी की मौजूदगी कैमरे में कैद हुई, जिसने उत्सव में एक दिलचस्प मोड़ ला दिया। ईसाई और हिंदू रीति-रिवाजों के मिश्रण वाले इस भव्य समारोह के बीच, मोदी और माल्या को एक साथ देखकर मीम्स और…
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helputrust · 2 years ago
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महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं मनीष शुक्ला - हर्ष वर्धन अग्रवाल
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोज�� इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्‌भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | ��ज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की  सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया I
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
#NarendraModi #PMOIndia #HelpUCoronaWarrior #HelpUSamman #AmritMahotsav #indianculture #KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal #PradeepAli #MridulaChatterjee #ManishShukla #ShayarManishShukla #Shayar #शब्द #साज़ #संस्कृति #शाम #Lucknow #lucknow #SabkaSaath_SabkaVikas_SabkaVishwas_SabkaPrayas #SabkaSaath #SabkaVikas #SabkaVishwas #SabkaPrayas #सबकासाथ_सबकाविकास_सबकाविश्वास_सबकाप्रयास #सबकासाथ #सबकाविकास #सबकाविश्वास #सबकाप्रयास
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drrupal-helputrust · 18 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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helputrust-drrupal · 18 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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helpukiranagarwal · 18 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
#NarendraModi #PMOIndia #HelpUCoronaWarrior #HelpUSamman #AmritMahotsav #indianculture #KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal #PradeepAli #MridulaChatterjee #ManishShukla #ShayarManishShukla #Shayar #शब्द #साज़ #संस्कृति #सबकासाथ_सबकाविकास_सबकाविश्वास_सबकाप्रयास #सबकासाथ #सबकाविकास #सबकाविश्वास #सबकाप्रयास
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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udaysarvodaya · 2 months ago
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दुनिया का सिरमौर बनने की ओर अग्रसर भारत
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lalitvaishnav25 · 4 months ago
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*माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश भर में भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्यता अभियान शुरू है।*
*आज इस अभियान के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी सक्रिय कार्यकर्ता की तौर पर मैंने अपनी सदस्यता का फॉर्म भर के वार्ड प्रमुख श्री महेंद्र भाई अग्रवाल जी को 100 रुपए ऑनलाइन रिसिप्ट के साथ 100 प्राथमिक सदस्यों डिटेल के साथ जमा करवाई ओर अपनी सदस्यता दर्ज करवा के गर्व की अनुभूति हुई*
*युवा मोर्चा मंत्री*
*वार्ड 18*
*ललित वैष्णव*
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airnews-arngbad · 7 months ago
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date: 20 July 2024
Time: 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक: २० जूलै २०२४ दुपारी १.०० वा.
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मराठा आरक्षण आंदोलनाचे नेते मनोज जरांगे पाटील यांनी आजपासून पुन्हा जालना जिल्ह्यातल्या आपल्या अंतरवाली सराटी या गावात आमरण उपोषण सुरू केलं आहे. उपोषणाला सुरुवात करण्यापूर्वी त्यांनी पत्रकारांशी संवाद साधला. सरकारला मराठा समाजाला आरक्षण द्यायचं नाही. धनगर आणि मुस्लिमांना आरक्षण द्यायचं नाही. दलित समाजाला न्याय द्यायचा नाही. लाडका भाऊ, लाडकी बहीण अशा योजना आणून सर्वांना वेड्यात काढायचं आहे, अशा शब्दांत त्यांनी राज्य सरकारवर टीका केली.
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संसदेच्या अर्थसंकल्पीय अधिवेशनाला सोमवारपासून सुरुवात होत आहे. यानिमित्तानं केंद्र सरकारनं उद्या सर्वपक्षीय बैठक आयोजित केली आहे. दोन्ही सदनांचं कामकाज या अधिवेशन काळात सुरळीत होण्यासाठी सर्व पक्षांनी सहकार्य करावं, असं आवाहन या बैठकीत विरोधी पक्षांना करण्यात येणार आहे. हे अधिवेशन १२ ऑगस्टपर्यंत चालणार असून, मंगळवारी २३ तारखेला केंद्रीय अर्थसंकल्प सादर करण्यात येईल. मोदी सरकारच्या तिसऱ्या कार्यकाळातला हा पहिला अर्थसंकल्प आहे.
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आगामी विधानसभा निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर भारतीय जनता पक्षाचं महाअधिवेशन उद्या रविवारी ���ुणे इथं होणार आहे. या अधिवेशनात सुमारे ५ हजार ३०० पदाधिकारी सहभागी होणार असल्याची माहिती भाजपचे प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुळे यांनी आज मुंबईत पत्रकार परिषदेत दिली.
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नागपूर जिल्ह्यात जोरदार पाऊस सुरू असून सखल भागात पाणी शिरलं आहे. नाग नाल्याशेजारी राहणाऱ्या लोकांना स्थलांतरित करण्यात आलं आहे. रस्त्यावर अनेक ठिकाणी पाणी साचल्यामुळे वाहतूक विस्कळीत झाली आहे. नागपूरचे जिल्हाधिकारी तथा जिल्हा आपत्ती व्यवस्थापन प्राधिकरणाचे अध्यक्ष डॉ. विपीन इटनकर यांनी हवामान खात्यानं १८ ते २१ जुलैदरम्यान वर्तवलेल्या अतिवृष्टीच्या ऑरेंज अलर्टनुसार नागरिकांना दक्ष राहून काळजी घेण्याचं आवाहन केलं आहे. दरम्यान, नागपूर आणि भंडारा जिल्ह्यातल्या सर्व शाळा, महाविद्यालयांना आज सुट्टी जाहीर करण्यात आली आहे. अमरावती आणि गडचिरोलीतही दमदार पाऊस सुरू आहे.
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कोल्हापूर जिल्ह्यातल्या विशाळगड, गजापूर इथं अतिक्रमण हटाव आंदोलनादरम्यान झालेल्या दंगलीचे पडसाद छत्रपती संभाजीनगर तालुक्यातल्या पिंपरी राजा गावातही उमटले. सामाजिक माध्यमांवरून आक्षेपार्ह आशय प्रसारित केल्याच्या कारणावरून भावना दुखावल्या गेल्याने दोन गटांत काल रात्री तणाव निर्माण झाला. त्यामुळे गावात पोलिस बंदोबस्त तैनात करण्यात आला आहे. आता परिस्थिती नियंत्रणात असल्याचं करमाड पोलिस ठाण्याचे सहायक निरीक्षक प्रताप नवघरे यांनी सांगितलं आहे.
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राज्यातल्या सहकारी संघ आणि खाजगी दूध प्रकल्पांना दूध पुरवणाऱ्या शेतकऱ्यांना गायीच्या द���धासाठी प्रतिलिटर पाच रुपये अनुदान देण्याबाबत शासनानं निर्णय घेतला आहे. या योजनेचा कालावधी ३० सप्टेंबरपर्यंत वाढवण्यात आला आहे. याचा लाभ घेण्यासाठी सहकारी दूध संघ, खाजगी दूध प्रकल्प, शीतकरण केंद्र, तसंच शेतकरी उत्पादक कंपन्यांनी दुग्धव्यवसाय विकास आयुक्तांकडे अर्ज दाखल करण्याचं आवाहन करण्यात आलं आहे.
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वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषी विद्यापीठाच्या छत्रपती संभाजीनगर कृषी विज्ञान केंद्रात गुरुवारी २५ जुलै रोजी आंबा-उत्तम कृषी पध्दती या विषयावर एक दिवसीय प्रशिक्षणाचं आयोजन करण्यात आलं आहे. सकाळी १० वाजेपासून सुरू होणाऱ्या या ��िबिरात नवीन आंबा लागवड, जुन्या बागा आणि बहाराचं व्यवस्थापन, फळप्रक्रिया, निर्यात आणि विविध शासकीय योजनांविषयी मार्गदर्शन केलं जाणार आहे.
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सरस्वती भुवन कला व वाणिज्य महाविद्यालयाच्या संगीत विभागातर्फे सुवर्ण महोत्सवी वर्ष मासिक संगीत सभा आयोजित करण्यात आली आहे. गोविंदभाई श्रॉफ ललित कला अकादमीच्या सभागृहात आज सायंकाळी पाच वाजता होणाऱ्या या सभेत सावनी गोगटे यांचं शास्त्रीय गायन होणार आहे.
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प्रत्येक नागरिकानं कुटुंबाला विश्वासात घेऊन देहदान आणि अवयवदानासाठी पुढं यावं, असं आवाहन केंद्रीय आरोग्य आणि कुटुंबकल्याण राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव यांनी केलं आहे. बुलडाणा जिल्हा केंद्रीय सहकारी बँकेच्या वतीनं आयोजित कार्यकर्ता मेळाव्यात काल ते बोलत होते.
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महिलांच्या टी- ट्वेंटी क्रिकेट आशिया चषक स्पर्धेत आज श्रीलंकेतल्या दांबुला इथं थायलंड आणि मलेशिया यांच्यात दुपारी दोन वाजता, तर श्रीलंका आणि बांग्लादेश दरम्यान संध्याकाळी सात वाजता सामना होणार आहे. दरम्यान, काल आपल्या पहिल्या साखळी सामन्यात भारतानं पाकिस्तानचा सात गडी राखून पराभव केला. भारताचा पुढचा सामना उद्या संयुक्त अरब अमिरात संघाशी होणार आहे.
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dainiksamachar · 10 months ago
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अमेरिका से पढ़ी हैं भगौड़े विजय माल्‍या की सौतेली बेटी, किससे हुई शादी, क्‍या करती हैं काम?
नई दिल्‍ली: भारतीयों की गाढ़ी कमाई का पैसा लेकर विदेश भाग चुका विजय माल्या अक्‍सर सुर्खियों में रहता है। माल्‍या की सफलता और पतन की कहानी सभी जानते हैं। हालांकि, माल्‍या की तीन बेटियां भी हैं यह बात कम लोग ही जानते हैं। उनमें से एक का नाम लैला माल्या है। लैला भगोड़े उद्योगपति की सौतेली बेटी हैं। लैला के अलावा माल्‍या की दूसरी बेटियों का नाम लियाना और तान्या है। आज यहां हम सिर्फ लैला माल्‍या के बारे में आपको बता रहे हैं। विजय माल्या ने पहली पत्नी समीरा से अलग होने के बाद बेंगलुरु में अपनी पड़ोसी रेखा से शादी कर ली थी। रेखा की पहली शादी शाहिद महमूद से हुई थी। उस शादी से रेखा के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी। बेटी का नाम लैला और बेटे का कबीर महमूद है। बाद में विजय माल्या ने लैला को गोद ले लिया था। अमेर‍िका से पढ़ी हैं लैला लैला माल्या की शादी इंवेस्‍टमेंट बैंकर समर सिंह से हुई है। लैला ने अपनी शुरुआती शिक्षा बेंगलुरु के अदिति इंटरनेशनल स्कूल से हासिल की है। फिर उन्होंने ग्रेजुएशन बेंटले यूनिवर्सिटी, वॉल्टम, मैसाचुसेट्स से किया। इसके बाद लैला पढ़ाई के लिए न्‍यूयॉर्क के फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गईं। जूलरी ड‍िजाइनर हैं, व‍िवादों में भी आया नाम लैला माल्या जूलरी डिजाइनर हैं। बेंगलुरु में कहवा नाम के लाइफस्टाइल स्टोर को वह अपने प्रोडक्‍ट आउटसोर्स करती हैं। दिलचस्प बात यह है कि लैला माल्या का नाम भी आईपीएल विवाद सूची में तब आया था जब वह पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के साथ काम कर रही थीं। 2 मार्च 2016 से ही माल्या लंदन में रह रहा है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) से जुड़े एक मामले में मुंबई की स्पेशल कोर्ट माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुकी है। माल्या का पासपोर्ट भी रद्द किया जा चुका है। भारत में माल्‍या की कई संपत्तियों को कुर्क किया जा चुका है। 31 जनवरी 2014 तक किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपये बकाया था। इस कर्ज पर ब्‍याज के बाद माल्या की देनदारी इससे कहीं अधिक हो चुकी है। ईडी और सीबीआई दोनों माल्‍या से पूछताछ करना चाहती हैं। http://dlvr.it/T4w808
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4rtheyenews · 1 year ago
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भिलाई: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पहुंचे भिलाई आईआईटी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भिलाई के आईआईटी कैंपस में पहुंचे। मुख्यमंत्री आईआईटी के स्थाई कैंपस के लोकार्पण कार्यक्रम में भी शामिल हुए। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वर्चुअल लोकार्पण किया।यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कवर्धा और कुरुद में केन्द्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवनों का भी ऑनलाइन लोकार्पण किया। कार्यक्रम में सांसद विजय बघेल, विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा और ललित चन्द्राकर भी मौजूद…
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sharethisindia · 1 year ago
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ललित मोदी ने तैयार कर लिया IPL को पछाड़ने का प्लान। अब 8300 करोड़ की लीग!
अगर आप आईपीएल क्रिकेट के फैन है तो आपको पता ही होगा कि अभी क्या चल रहा है. मीडिया और रिपोर्ट्स के मुताबिक़ ये सुनने को मिल रहा है कि द हंड्रेड को दोबारा से उबारने की वजह से इंग्लैंड के बोर्ड को एक मौका मिला है जो की बताया जा रहा है ललित मोदी है. उनका ये बयान है की इस प्लान से हंड्रेड आईपीएल से भी ज़्यादा बड़ी लीग को बनाया जा सकता है. सुनने में आया है की ललित मोदी दोबारा से वापस लौट आएं है। जैसे की…
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helputrust · 18 days ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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drrupal-helputrust · 7 months ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका व���कास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
#HelpUCoronaWarrior #HelpUSamman #AmritMahotsav #indianculture #MridulaChatterjee #ManishShukla #ShayarManishShukla #Shayar #शब्द #साज़ #संस्कृति #शाम #Lucknow #lucknow #SabkaSaath_SabkaVikas_SabkaVishwas_SabkaPrayas #SabkaSaath #SabkaVikas #SabkaVishwas #SabkaPrayas #सबकासाथ_सबकाविकास_सबकाविश्वास_सबकाप्रयास #सबकासाथ #सबकाप्रयास
#NarendraModi #PMOIndia
#PradeepAli
#helpueducationalandcharitabletrust #helputrust 
#KiranAgarwal
#DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
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helputrust-drrupal · 7 months ago
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शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम | An evening of words, music and culture
26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा ���ि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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26.04.2023, लखनऊ | माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, के सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के अन्तर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 'शब्द, साज़ और संस्कृति की एक शाम : शायर मनीष शुक्ला के नाम’ साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल बौद्ध शोध संस्थान, विपिन खंड, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान गाकर हुआ l हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, मोहतरमा साबिरा हबीब, पवन कुमार, अब्दुल मजीद खान, वयोवृद्ध कवि उदय प्रताप सिंह, शायर मनीष शुक्ला ने दीप प्रज्वलन किया l श्रोताओं में सभी वर्ग और उम्र के लोगों की उपस्थिति रही |
कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के सिद्धांत 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के अन्तर्गत आयोजित किया गया है | जैसा कि कार्यक्रम का शीर्षक है, शब्द, साज़ और संस्कृति, तीनों ही आपस में एक द���सरे से जुड़े हुए हैं । हमारे शब्द हमारी संस्कृति को परिलक्षित करते हैं व जब शब्द और साज मिलते हैं तो एक सुंदर रचना तैयार होती है । हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी शब्दों के जादूगर थे तथा उनका यही जादू उनके गीतों द्वारा संगीत प्रेमियों के सर चढ़कर बोला | उनके शब्दों को साज़ के साथ पिरोकर संगीतकारों ने कितने ही अनमोल व अद्भुत गीतों की रचना की । शब्द अमूल्य हैं क्योंकि कोई उनका सही प्रयोग कर महान बन जाता है तो कोई उनका गलत प्रयोग कर फकीर | हमारे पूर्व संरक्षक पद्मश्री अनवर जलालपुरी ने गंगा जमुनी तहजीब और संस्कृति को सम्मान देते हुए धर्म ग्रन्थ श्रीमद्भगवत् गीता का उर्दू अनुवाद किया तथा सभी देशवासियों को एकजुट होकर रहने का संदेश दिया । नीरज जी कहा करते थे "आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य" इसलिये आज के कार्यक्रम के सरताज श्री मनीष शुक्ला बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने शब्दों को गीतों व गजलों में पिरोया है तथा उनके शब्दों की ताकत से प्रभावित होकर उन्हें अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है । मनीष शुक्ला जी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपाल दास नीरज की साहित्यिक राह पर अग्रसर हैं | हमारी मनीष शुक्ला जी से अपेक्षा है कि वह भी अपनी लेखनी से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व संरक्षक महाकवि पद्मभूषण (डॉ) गोपाल दास ‘नीरज’ जी तथा महान शायर पद्मश्री अनवर जलालपुरी जी की तरह अपना परचम साहित्य जगत में स्थापित करेंगे | आज का यह कार्यक्रम श्री मनीष शुक्ला जैसे एक उत्कृष्ट शायर की उपलब्धियों को समर्पित है । हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मृदुला चटर्जी जी, प्रदीप अली जी द्वारा श्री मनीष शुक्ला जी की कलम से लिखित जो भी ग़ज़ल गायी जायेंगी वे सभी आपको भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान का सम्पूर्ण परिचय देंगी ।
मनीष शुक्ला ने कहा कि मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरे नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया और सफल बनाने में एक सशक्त भूमिका निभायी । मैं प्रदीप अली साहब और मृदुला चटर्जी साहिबा का भी बेहद शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ देकर मेरे साधारण से शब्दों को ज़िन्दगी अता कर दी |
साहित्यिक कार्यक्रम 'शब्द, साज और संस्कृति की एक शाम "शायर मनीष शुक्ला के नाम” में ग़ज़ल गायक प्रदीप अली, तथा सारेगामापा विजेता मृदुला चटर्जी ने शायर मनीष शुक्ला की रचनाओं की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया I प्रदीप अली ने नेकी बदी मे पड़के के परेशान हो गया...., किसी के इश्क़ मे बर्बाद होना......, इश्क़ मे इतना ख़सारा क्यों किया था......, चाँद सितारे मुट्ठी मे थे......, मोहे देख पिया......
युगल प्रस्तुति में प्रदीप अली व मृदुला चटर्जी ने आओ हम तुम दोनों मिलकर दुनिया को ठुकराते हैं, बाहर से ज़िंदा रहते हैं अंदर से मर जाते हैं । जाने कब तक सूरत निकले चारागर के आने की, तब तक अपनी साँसों से ही ज़ंजीरें पिघलाते हैं......
मृदुला चटर्जी ने "बड़ी मुश्किल थी दुनिया से हमें दो चार होना था, और उस पर ये मुसीबत साहिब ए किरदार होना था, जहां ख़ामोश रहना था वहां इज़हार कर बैठे, वहां ख़ामोश बैठे हैं जहां इज़हार होना था...." प्रस्तुत किया |
गिटार पर रिंकू राज, बेस गिटार पर ललित मैसी, ढोल पर अंशु मिश्रा व तबला पर सुभाष चन्द्र शर्मा ‘लाले’ ने साथ दिया |
कार्यक्रम के अंत में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया | कार्यक्रम का संचालन खलील खान ने किया |
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