#लखनऊ के सीवेज में कोरोना
Explore tagged Tumblr posts
Text
क्या पानी से भी फैल रहा कोरोना वायरस? लखनऊ में सीवर के पानी में मिले कोरोना संक्रमण ने चौंकाया
क्या पानी से भी फैल रहा कोरोना वायरस? लखनऊ में सीवर के पानी में मिले कोरोना संक्रमण ने चौंकाया
क्या पानी से भी कोरोना चेचक? लुधियाना में सीवर के पानी में कोरोना संक्रमण ने चौंकाया। Source link
View On WordPress
#कोरोना#कोरोना संक्रमण#कोरोनावाइरस#कोरोनावाइरस संक्रमण#कोविड -19 संक्रमण#कोविड-19 चेचक#कोविड-19संक्रमण#लखनऊ के सीवेज में कोरोना#लुधियाना सीवर में कोरोना#सीवर में कोरोना#सीवेज में कोरोनावायरस#सीवेज में कोविड-19 संक्रमण infection
0 notes
Text
लखनऊ में सीवेज के पानी में मिला Corona वायरस, तीन जगह से लिए गए थे सैंपल
लखनऊ में सीवेज के पानी में मिला Corona वायरस, तीन जगह से लिए गए थे सैंपल
लखनऊ : कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच राज्य सरकार निपटने के इंतजाम में जुटी थी वहीं अब राजधानी लखनऊ में सीवेज के पानी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है l लखनऊ के पीजीआई ने पानी के सैंपल की जांच की l जिसके बाद पानी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है l पीजीआई माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख (HOD) डॉ. उज्ज्वला घोषाल ने बताया कि आईसीएमआर-डब्लूएचओ द्वारा देश में सीवेज सैंपलिंग…
View On WordPress
0 notes
Text
इस राज्य में पानी में मिला कोरोना वॉयरस, मच गया हड़कंप, जानिए बड़ी ख़बर
इस राज्य में पानी में मिला कोरोना वॉयरस, मच गया हड़कंप, जानिए बड़ी ख़बर
देश में लगभग 1 महीने तक के वक्�� से कोरोना की सुनामी चल रही थी लेकिन अब इस हफ्ते के बाद से कोरोना मामलों में तेजी गिरावट देखी जा रही है. इस बीच एक चिंता करने वाली खबर सामने आई है की उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीवेज के पानी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है. लखनऊ के पीजीआई ने पानी के सैंपल की जांच की. जिसके बाद पान��� में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. जानकारी के लिए बता दें की…
View On WordPress
0 notes
Text
यूपी में योगीराज के 4 साल: 'दुनियाभर के निवेशकों की पसंद यूपी, धार्मिक पर्यटन में भी परचम' Divya Sandesh
#Divyasandesh
यूपी में योगीराज के 4 साल: 'दुनियाभर के निवेशकों की पसंद यूपी, धार्मिक पर्यटन में भी परचम'
लखनऊ यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को आज 4 साल पूरे हो गए हैं। प्रचंड बहुमत और जनाकांक्षाओं की लहर पर सवार बीजेपी सरकार की कमान जब योगी आदित्यनाथ को दी गई थी तो पार्टी के भीतर- बाहर कौतूहल था। पार्टी के ‘चाणक्य’ अमित शाह ने फैसले की वजह दो साल बाद बताई।विश्लेषक भी मानते हैं कि चार साल में योगी ने स्थापित मिथकों को तोड़ मिशन की ओर कदम बढ़ाए हैं। योगी सरकार के चार साल पूरे होने पर उन्होंने कहा, ‘चुनौतियों का समंदर और मांझी की जिद… चार साल में यूपी का ऐसा कायाकल्प हो गया है जो पहले कुछ समय तक असंभव माना जाता था।’
सफल चार साल पूरे होने पर योगी ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश उन्नति के पथ पर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश की नई कार्य-संस्कृति को श्रेय जाता है कि कोरोना जैसे आपदाकाल में भी यह राज्य, राष्ट्रीय पटल पर एक समृद्ध राज्य के तौर पर उभरा है। चार वर्षों में उत्तर प्रदेश की विकास यात्र�� का एक सिंहावलोकन…’
विकास पुस्तिका का विमोचन उत्तर प्रदेश सरकार के सफलतापूर्वक चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित समारोह एवं प्रदेश स्तरीय ‘विकास पुस्तिका’ का विमोचन किया गया। शॉर्ट फिल्म के जरिए योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाई गईं।
योगी ने गिनाईं ये उपलब्धियां – चार साल में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई। पहले की सरकारों में सोच की कमी थी जिसकी वजह से प्रदेश बीमारू हुआ था – चार साल पहले केंद्र की किसी भी योजना में यूपी का स्थान नहीं होता था। ईमानदारी से योजनाएं लागू नहीं की गईं। – स्वच्छ भारत मिशन में यूपी का प्रथम स्थान रहा, जो 2017 से पहले कहीं नहीं था। – हर एक फील्ड में यूपी ने व्यापक परिवर्तन किए। – हर पर्व और त्योहार चार वर्षों में शांति से मनाए गए। एक भी दंगा नहीं हुआ। माफियाओं और शांति भंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करके मानक बनाया। – यूपी को लेकर अब धारणा बदल गई है। कोई निवेशक नहीं आना चाहता था अब दुनिया के हर जगह से निवेशक यूपी आना चाहता है। – पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम शुरू किया गया, जो लंबे समय से मांग हो रही थी। – यूपी में अपराध की घटनाओं में कमी आई। – किसानों के लिए कई योजनाएं लागू की गईं। सिंचाई की जो 11 परियोजनाएं लागू नहीं हो सकी थीं उन्हें लागू किया गया जिससे किसानों को सिंचाई में सहूलियत मिली है। किसानों को आधुनिक नीति से जोड़ने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र खोले गए। – आजादी मिल गई थी लेकिन 2017 में जब बीजेपी की सरकार आई तो पता चला कि कई गांवों में किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा। यहां तक कि न तो वहां बिजली थी न ही ग्रामीणों को वोटिंग का अधिकार था। बीजेपी सरकार ने उन्हें योजनाओं का लाभ दिया और हर अधिकारी दिए। – सड़क और बिजली की बड़ी समस्या थी। खराब सड़क आने और सड़कों पर अंधेरा आने पर लोग कहते थे यूपी आ गया। – गंगा आस्था ही नहीं अर्थव्यवस्था का भी केंद्र। गंगोत्री से गंगासागर तक की गंगा आत्रा में लगभग 1000 किलोमीटर की यात्रा यूपी से गुजरती है। नमामि गंगे प्रॉजेक्ट लागू होने से पहले बुरा हाल था। लाखों लीटर सीवेज सिर्फ कानपुर में ही गंगा में गिरता था। – प्रदेश में खाद्यान घोटाले होते थे। लोगों को राशन नहीं मिलता था। लोग भूख से मर जाते थे। बीजेपी की सरकार आने के बाद अब भुखमरी खत्म हो गई है। – यूपी में नकलविहीन परीक्षा हो रही है, जहां नकल का अड्डा हुआ करता था। शिक्षा का स्तर सुधारा गया है। – कोरोना काल में यूपी का प्रबंधन इतना अच्छा रहा कि WHO ने भी तारीफ की। इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद कोरोना महामारी का प्रसार रोका। – प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा व चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र विशेष प्रयास किए हैं। साल 2017 तक जहां प्रदेश के महज 12 जिलों में राजकीय मेडिकल कालेज संस्थान थे वहां आज 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज संस्थान बनाए जा रहे हैं। – पोषण मिशन पर विवाद रहा है। भ्रष्टाचार रहा है। इसे स्वयं सेवी महिला संगठनों को दिया गया। – पेंशन लाभार्थियों की संख्या के अलावा पेंशन भी बढ़ाई गई। स्कॉलरशिप सिर्फ 50 लाख बच्चों को मिलती थी, आज 65 लाख बच्चों को मिल रही है। – पर्यटन और संस्कृति की दृष्टि से बड़े काम हुआ। पर्यटन पर ध्यान नहीं देने के कारण तीसरे नंबर पर था। आज यूपी धार्मिक पर्यटन के मामले में देश का नंबर वन राज्य बना। – किसानों, महिलाओं, नौजवानों, हर किसी के लिए यूपी सरकार ने पारदर्शी तरीके से काम किया है। – चार साल में अब यूपी को बीमारू राज्य को उबारा जा सका है। प्रदेश सरकार की हर योजना जन-जन तक पहुंची है।
‘काम करने वाली वही, बदली संस्कृति’ योगी ने एक और ट्वीट किया, ‘अंत्योदय से सर्वोदय के पथ पर… राज्य वही है, संसाधन वही हैं, काम करने वाले भी वही हैं, बदली है तो सिर्फ कार्य-संस्कृति। यही प्रतिबद्धतापूर्ण, समर्पित भावना वाली पारदर्शी कार्य-संस्कृति ‘नए उत्तर प्रदेश’ की पहचान है।’
योगी ने लिखा, ‘4 साल पहले, सरकार के जनकल्याण की यात्रा किसानों के ऋण माफ करने के साथ शुरू हुई थी। आज यूपी में किसान उन्नत तकनीक से जुड़कर कृषि विविधीकरण की ओर बढ़ रहे हैं।’
0 notes