#रितिका नाम की राशि
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knowlegeupdate · 2 years ago
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रितिका नाम की लड़कियां कैसी होती है, Ritika naam ki ladkiyan kaise hoti hai, Ritika naam ka matlab रीतिका नाम की लड़कियों का मतलब प्रवाह, उदार व्यक्ति, खुशी आदि होता…
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aajkarashifal · 7 years ago
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शनि हैं आपकी कुंडली में शुभ, होगा अपना मकान और वाहन बताते हैं ये संकेत
सद्गुरु स्वामी आनंदजी (आध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषीय चिंतक) टिप्स ऑफ द वीक * प्रणव, ह्रौंकार, जूंकार, और स:कार से निर्मित महामृत्युंजय मंत्र का जप सिर्फ मृत्यु के भय को ही नहीं, बल्कि दरिद्रता को भी नष्ट करता है, ऐसा प्राचीन ग्रंथ कहते हैं। * क्षमा का वरण, लाल मिर्च का त्याग और जलीय जंतुओं को गुड़ का भोजन मंगल दोष को कम करने में सहायक होता है, ऐसा लाल किताब के रहस्य कहते हैं। ये भी जानें * धनी और समृद्ध होना दो अलग-अलग स्थितियां हैं। तंत्रशास्त्र के सूत्र धन के लिए 'शृंकार' या 'श्रीं' की साधना पर बल देता है, पर ऐश्वर्य, आनंद और समृद्धि के लिए 'हृींकार' या हृीं की साधना का उल्लेख है। इसके लिए विशिष्ट मार्गदर्शन अनिवार्य है, पर ध्यान रहे कि सही दिशा में अनवरत सटीक कर्म का कोई विकल्प नहीं है। * जिसे जीवनसाथी, भवन और वाहन का सुख प्राप्त है, जिसके पास अपने नाम की संपत्ति है, जिसकी अपनी सामाजिक हैसियत और रुतबा है और जिसके घुटने और हड्डियों के जोड़ सलामत हैं, यह कुंडली में शनिदेव उत्तम का संकेत है, ऐसा ज्योतिषशास्त्र कहता है। प्रश्न: क्या घर में मोर पंख रखने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है/ -विनोद विश्वकर्मा उत्तर: नहीं, हर्गिज नहीं। सद्गुरुश्री कहते हैं कि पारंपरिक अवधारणाएं घर में मोर पंख रखने को शुभ मानती हैं और इन्हें घर में रखने की संस्तुति भी करती हैं। कुछ विचार इसे नकारात्मक ऊर्जा के उन्मूलन में सहायक मानते हैं, तो कुछ घरेलू मतभेद से निपटने का कारक। कुछ मान्यताएं इसे नजर दोष के उपाय के रूप में देखती हैं, तो जहरीले जीव-जंतुओं से बचने के साधन के रूप में इसकी अनुशंसा करती हैं। भुजंग के शत्रु मोर के पंखों की गृह में मौजूदगी को सर्प से बचाव के रूप में भी देखा जाता है, पर सनद रहे कि इन सबका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। प्रश्न: क्या प्राचीन वास्तुशास्त्र में घर में अक्वेरियम रखने को अशुभ माना जाता है/ -अर्चना साल्वे उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि प्राचीन काल में प्रासादालय के बाहर जलाशय का जिक्र तो मिलता है, पर घर के भीतर अक्वेरियम की मौजूदगी का उल्लेख नहीं मिलता। अक्वेरियम का निर्माण मछली और जल के संयोग से होता है। वास्त्रु शास्त्र यूं तो घर में मछलियों की मौजूदगी पर मौन है, पर वह गृह के अंदर जल के संग्रहण की दिशा पर अवश्य मुखर है। वह जल के संग्रह, उपयोग और बहाव के लिए ईशान्य कोण यानि उत्तर पूर्व दिशा की अनुशंसा करता है। यहां कांच व दर्पण की उपस्थिति भी शुभ मानी जाती है। इन सबको आप अक्वेरियम से जोड़ कर देख सकते हैं। नए साल पर घर में लाएं ये 10 गुडलक चार्म, पूरे साल बरसेंगी खुशियां प्रश्न: इस साल मेरे दो संबंध टूट गए। मैं बहुत दुखी हूं। शादी का योग कब तक है/ जन्म तिथि- 17.07.1995, जन्म समय- 20.07, जन्म स्थान- कल्याण। -अनन्या पांचाल उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि आपकी राशि मीन और लग्न मकर है। आपके पति भाव के स्वामी शत्रु शनि ���े साथ पराक्रम भाव में गतिशील है, वहीं पति भाव में सूर्य देव विराजमान हैं। यह स्थिति रिश्तों में सतर्क रहने की चुगली कर रही है। इस समय आप बुध की महादशा में राहु की अंतर्दशा भोग रही हैं। विधाता का संकेत है कि आपके विवाह के लिए अनुकूल काल आरंभ हो चुका है। 17 अप्रैल, 2017 से आरंभ होने वाला काल निश्चित रूप से वैवाहिक दृष्टि से आपके लिए अच्छी खबर लेकर आ रहा है। साप्ताहिक राशिफलः 25 दिसंबर से 31 दिसंबर 2017 प्रश्न: क्या मेरी किस्मत में लॉटरी की संभावना है/ जन्म तिथि- 09.10.1989, जन्म समय- 20.54, जन्म स्थान- लखनऊ। -आदर्श प्रजापति उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि आपकी राशि मकर और लग्न वृष है। आपके धन भाव में बृहस्पति बैठकर जहां आपको जोखिम वाले आर्थिक प्रयास में सतर्क रहने का संकेत दे रहा है, वहीं सूर्य पंचम भाव में आसीन होकर धन के आकस्मिक लाभ की संभावना क्षीण कर रहा है। मुझे आपकी कुंडली में लॉटरी से लाभ की कोई संभावना नजर नहीं आती। सनद रहे कि अपनी योग्यता में वृद्धिकर, अपनी कुशलता को संवार कर, सही दिशा में सतत सटीक कर्म का कोई विकल्प नहीं है। लॉटरी के द्वारा धन प्राप्ति की कामना खुद को बहलाने के सिवा कुछ और नहीं है। प्रश्न: दक्षिण पूर्व के कक्ष में किस रंग के पर्दों और चादर का प्रयोग करना चाहिए/ -रितिका केडिया उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि दक्षिण पूर्व दिशा अग्नि से संबंधित है और अग्नि का सीधा संबंध जीवन, ऊर्जा, उत्पादन और सम्मान से है। इस कोण के कमरों में लाल, मरून, गुलाबी और हरे रंग की उपस्थिति आनंद में वृद्धि करेगी। चाहें तो, श्वेत और भूरे रंग का भी प्रयोग कर सकते हैं, ऐसा वास्तु के सिद्धांत कहते हैं। पर किसी भी प्रकार से इस जगह नीले और काले रंग की उपस्थिति से बचना चाहिए, वरना हानि हो सकती है। मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट। http://dlvr.it/Q7NwQh
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