#राजेश पायलट
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प्रेरणा दिवस के रूप में मनाई गई किसान नेता राजेश पायलट की पुण्यतिथि, स्मृति स्मारक पर आयोजित हुई प्रार्थना सभा
स्व. राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर कांग्रेस कार्यकर्ता पहुँचे दौसा के भण्डानापूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना के नेतृत्व में दी श्रद्धांजलि, कसाना ने किया स्व. पायलट की प्रतिमा पर माल्यार्पण न्यूज़ चक्र,कोटपूतली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री व लोकप्रिय किसान नेता स्व. राजेश पायलट की 24 वीं पुण्यतिथि मंगलवार को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर राजेश पायलट मैमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान…
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सचिन पायलट ने स्व० राजेश पायलट की समाधी पर पहुंचकर उन्हें नमन किया
वैदपुरा: आज जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जनपद आगमन पर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का स्वागत मिलक गोलचक्कर पर किया गया तदोपरांत वैदपुरा गांव में स्व० राजेश पायलट की समाधी पर पहुंचकर उन्हें नमन किया। प्रत्येक वर्ष की भाँति पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव व राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आज गोवर्धन पूजा के दिन स्व० राजेश…
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पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर आठ सांसद पहुंचे, सचिन पायलट सहित सभी ने दी श्रद्धांजलि
दौसा: सचिन पायलट ने स्वर्गीय राजेश पायलट स्मारक भड़ाना (दौसा) पहुंचकर स्व राजेश पायलट को श्रद्धांजलि अर्पित की और सर्व धर्म प्रार्थना सभा में सम्मिलित हुए। श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए कांग्रेस के नवनिर्वाचित 8 सांसद राहुल कसवां, कुलदीप इंदौरा, बृजेन्द्र ओला, हरीश मीणा, मुरारी मीणा, भजनलाल जाटव, उमेदाराम बेनीवाल और संजना जाटव इसके अलावा पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी,हरीश चौधरी सहित कई…
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#UP नोएडा जिला कांग्रेस कमेटी ने किसानों के हितैषी नेता पूर्व मंत्री श्री राजेश पायलट की जयंती मनाकर याद किया!
#upINCUttarPradesh #RajeshPilot #SachinPilot #RahulGandhi #INCIndia
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बड़ी खबर : भाजपा नेता ने की बड़ी पहल, कहा गलत बयानी से क्रोधित है गुर्जर समाज
Noida News : प्रसिद्ध किसान नेता राजेश पायलट पर गलत टिप्पणी के मामले में भाजपा नेता ने बड़ी पहल की है। इस भाजपा नेता ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय का बयान तुरंत वापस कराने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि पूर्व विधायक व भाजपा नेता रुप चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। पत्र में स्व. राजेश पायलट पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को तुरंत वापस लेने की मांग की गई है।
क्या लिखा है भाजपा नेता ने
भारतीय जनता पार्टी के नेता व पूर्व विधायक रुप चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। पत्र में श्री चौधरी ने कहा कि ”आदरणीय महोदय सादर प्रणाम, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे प्रसिद्ध किसान नेता स्व. श्री राजेश पायलट के बारे में श्री अमित मालवीय जी ने सोशल मीडिया में बयान दिया है कि मार्च 1966 में वायुसेना के तत्कालीन पायलट श्री राजेश पायलट ने प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के आदेश पर मिजोरम में बम गिराए थे, जिसमे अनेक लोग मारे गए. दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि श्री राजेश पायलट इस बमबारी में शामिल नहीं थे, उनकी वायुसेना में नियुक्ति ही 29 अक्तूबर 1966 को हुई थी. वे पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में जरूर सक्रिय भूमिका में रहे थे. वे अपने भाषणों में भी अक्सर युद्ध का जिक्र करते थे। स्व. पायलट अब इस दुनिया में नहीं है, उन पर इस तरह के आरोप लगाना बिलकुल उचित नहीं है, वैसे भी कोई सैनिक अपनी इच्छा से कुछ नहीं करता है, वह अपने अधिकारियो के आदेश का पालन करता है हमारे देश की सेना अनुशासन का पालन करती है।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और किसान नेता स्व. श्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।
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Rajasthan: सचिन पायलट इस तारीख को कर सकते है अपने राजनीतिक करियर को लेकर बड़ा ऐलान!
इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव है, लेकिन उसके पहले ही सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे कोल्ड वार के बारे में सबकों पता है। ऐसे में अब सचिन पायलट जल्द ही बड़ा कदम उठा सकते है और उसका कारण यह है की रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पैक को पायलट ने अपने चुनाव प्रचार की जिम्मेदार सौंपी है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो प्रशांत किशोर सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि 11 जून को लेकर कोई बड़ी रणनीति बना रहे है और उस दिन वो सचिन पायलट से कोई बड़ी घोषणा करवा सकते है। जानकारी तो यह भी सामने आ रही है की इस दिन पायलट की नई पार्टी का ऐलान हो सकता है। इसका कारण यह है की इस कार्यकाल में तो पायलट को कुछ मिलेगा नहीं न ही सीएम का पद और ना ही पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी। ऐसे में पायलट अब कोई बड़ा कदम उठा सकते है। pc-tv9bhartvarsh Read the full article
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नागपुर एयरपोर्ट पर 17 अगस्त को कार्डियक अरेस्ट से 40 के साल एक पायलट की मौत हो गई। https://www.youtube.com/watch?v=81JzttiwVWw युग चरण के साथ देखिये देश-विदेश की सभी महत्वपूर्ण और बड़ी खबरें | जयपुर में कार में सवार बदमाशों ने JCB लूट ली। Miscreants riding in a car looted JCB in Jaipur. नागपुर एयरपोर्ट पर 17 अगस्त को कार्डियक अरेस्ट से 40 के साल एक पायलट की मौत हो गई। A 40-year-old pilot died of cardiac arrest on August 17 at Nagpur airport. पाकिस्तान के पूर्व प्रधनमंत्री इमरान खान पर नेशनल सीक्रेट चोरी करने का आरोप दर्ज हुआ। Former Prime Minister of Pakistan Imran Khan has been accused of stealing national secrets. भारत की दिग्गज शूमेकर कंपनी बाटा जल्द ही एडिडास के साथ इंडियन मार्किट के लिए स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप करने का प्लान कर रही है। India's leading shoemaker company Bata is soon planning to enter into a strategic partnership with Adidas for the Indian market. राजेश पायलट को मिजोरम की राजधानी आइजॉल पर साल 1966 में बमबारी में शामिल बताए जाने पर अब सियासी वार पलटवार शुरू हुआ। After Rajesh Pilot was said to be involved in the bombing of Mizoram's capital Aizawl in the year 1966, now the political war counterattack started. Watch the latest Hindi news Live on the World's Most Loved News Channel on YouTube. Latest News about Politics , Sports , Entertainment, Crime at Yugcharan Channel. Un Biased News Reporting ! Follow this link to join our WhatsApp group to get Latest News Updates : https://chat.whatsapp.com/ESor6YJXGEIL9y7DZRCtim Subscribe our channel for the latest news: https://www.youtube.com/@yugcharan Like us: https://www.facebook.com/theyugcharan Follow us: https://twitter.com/theyugcharan Telegram : https://t.me/TheYugCharanpaper Instagram : https://www.instagram.com/theyugcharan/ Website : https://yugcharan.com #today_breaking_news #Breaking_news #Latest_news #Hindi_News #News #NewsHindiLive #LiveTVNews #HindiNews #rajasthannews #rajasthanelection #election2023 #ashokgehlot #cmashokgehlot #imrankhan #pakistannews #politicalnews #jaipurnews #crime #crimenews via Yugcharan News https://www.youtube.com/channel/UCbT6O9BlRulH48ph5QmCYEg August 18, 2023 at 12:36PM
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गुर्जर समाज ने कैप्टेन को नही किया माफ, रेवाडी में फूंका पूतला.. जानिए क्या है विवाद
गुर्जर समाज ने कैप्टेन को नही किया माफ, रेवाडी में फूंका पूतला.. जानिए क्या है विवाद
रेवाडी: दिल्ली पुलिस के साथ उलझने के बाद गुस्साए पूर्व मंत्री और कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव की ओर से गुर्जर समाज पर टिप्पणी करना महंगा पड रहा हैं। कैप्टेन की ओर से टिप्पणी को लेकर माफी मांगने के बावजूद गुर्जर समाज के लोगों ने शनिवार दोपहर राजेश पायलट चौक पर कैप्टन अजय सिंह यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनका पुतला जलाया। Haryana news: जीवन जीने का…
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घनसावंगी शासकीय आयटीआयमध्ये ४ नवीन व्यवसाय अभ्यासक्रम सुरु करण्यास मान्यता - कौशल्य, रोजगार, उद्योजकता आणि नाविन्यता मंत्री राजेश टोपे यांची माहिती
घनसावंगी शासकीय आयटीआयमध्ये ४ नवीन व्यवसाय अभ्यासक्रम सुरु करण्यास मान्यता – कौशल्य, रोजगार, उद्योजकता आणि नाविन्यता मंत्री राजेश टोपे यांची माहिती
मुंबई, दि. १७ : घनसावंगी (जि. जालना) येथील तालुकास्तरीय शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थेत (आयटीआय) सन २०२२-२३ या वर्षापासून ४ नवीन व्यवसाय अभ्यासक्रम सुरु करण्यास मान्यता देण्यात आली असल्याची माहिती कौशल्य, रोजगार, उद्योजकता आणि नाविन्यता मंत्री राजेश टोपे यांनी दिली. नवीन तंत्रज्ञानावर आधारीत औद्योगिक आस्थापनांच्या मागणीनुसार या आयटीआयमध्ये रीमोटली पायलेटेड एअरक्राफ्ट (पीपीए)/ड्रोन पायलट,…
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एसजेवीएन नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए असम सरकार के साथ मिलकर कार्य करने की बना रहा है योजना
शिमला: अखिलेश्वर सिंह, निदेशक (वित्त), एसजेवीएन ने गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंत विश्व शर्मा से भेंट की। बैठक में समीर कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, श्री नीरज वर्मा, प्रमुख सचिव विद्युत, असम सरकार और श्री राजेश गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक, एसजेवीएन भी उपस्थित थे। बैठक के दौरान असम राज्य में ग्राउंड माउंटेड, फ्लोटिंग सोलर, बैटरी स्टोरेज और पायलट हाइड्रोजन प्लांट के विकास पर…
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किसान नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट जी की जयंती पर उन्हें मेरा शत-शत नमन। #RajeshPilot
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और किसान नेता स्व. श्री राजेश पायलट की जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।
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नजर और चिंता अपने पसंदीदा अगले राष्ट्रपति की
खेल का मैदान हो या व्यापार के लिए बाजार का , दूरगामी सफलता की तैयारी होने पर ही शिखर पर पहुँचने का लाभ मिल सकता है | इसी तरह राजनीति में दूरगामी हितों को ध्यान में रखकर निरंतर प्रयास करने पर ही लक्ष्य पूरे हो सकते हैं | नरेंद्र मोदी उन नेताओं में से हैं , जो तात्कालिक लाभ हानि के साथ अधिक दूरगामी लक्ष्य और परिणामों को ध्यान में रखकर तैयारियां करते रहते हैं | इस दृष्टि से यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि उत्तर प्रदेश और पंजाब विधान सभा के आगामी चुनाव के परिणाम केवल उनकी और भाजपा की जयकार वाली सत्ता से अधिक कुछ ही महीनों में होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव , फिर 2024 में वही राष्ट्रपति नई सरकार बनाने के लिए बहुमत साबित कर सकने वाले नेता को आमंत्रित कर सकता है | कुछ हद तक राजनीति के सबसे पुराने खिलाड़ी , शरद पवांर ,प्रतिपक्ष को एकत्र करने में जुटी ममता बनर्जी भी इसी रणनीति पर काम कर रहे हैं |
भारतीय राजनीति में बहुत पहले एक पुस्तक आई थी -" हु आफ्टर नेहरू " | लेकिन 1980 में दुबारा सत्ता में आने के बाद इंदिरा गाँधी दिग्गज नेताओं के रहने के बावजूद कोई पुस्तक नहीं आई कि ' इंदिरा के बाद कौन "? 1984 में उनकी नृशंस हत्या के बाद जल्दबाजी में केबिनेट के वरिष्ठतम मंत्री के नाते प्रणव मुखर्जी का जीवन परिचय हम जैसे पत्रकारों को बंटवा दिया गया | लेकिन कांग्रेस के अन्य नेताओं और तत्कालीन राष्ट्रपति जैलसिंह ने राजीव गाँधी को प्रधान मंत्री बना दिया | वी पी सिंह , चंद्र शेखर और नरसिंह राव के प्रधान मंत्री बन सकने पर कोई पुस्तक नहीं आई थी | हाँ , 1993 में मेरी एक पुस्तक प्रकाशित हुई थी - " राव के बाद कौन " | किताब में मैंने राव के विकल्प हो सकने वाले प्रमुख नेताओं में शरद पंवार , अर्जुन सिंह , माधव राव सिंधिया , राजेश पायलट , चंद्र शेखर और अटल बिहारी वाजपेयी पर एक एक अध्याय उनकी राजनीतिक ताकत और कमजोरियों पर लिखे थे | हिंदी की यह पुस्तक अधिक बिकी भले ही न हो राजनीतिक गलियारों में सर्वाधिक चर्चित हुई | पुस्तक से थोड़े खिन्न नरसिंह रावजी ने तो एक समारोह में कह भी दिया " राव के बाद कौन जैसी और कि��ाबें लिख ली जाएँ , मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता | " फिर अलग से भेंट होने पर मुझसे कहा - " आपके मित्र सिंधिया और राजेश को प्रधान मंत्री बनने की जल्दी क्या है ? " मैंने विनम्रता से इतना ही उत्तर दिया कि आपको प्रसन्न होना चाहिए कि आपके युवा सहयोगी भी प्रधान मंत्री बनने की क्षमता रखते हैं | ' बहरहाल बाद में सिंधियाजी और उनके कुछ सहयोगी यह आशंका करते रहे कि इस किताब में नाम आने के कारण ही राव ने उन्हें हवाला कांड के आरोप में फंसा दिया | यह बात अलग है कि बाद में इस विवाद के सभी आरोपी अदालत ने दोषमुक्त करार दिए | लेकिन राव के रवैयों से कांग्रेस विभाजित हो गई | 1996 के लोक सभा चुनाव में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने संख्या बल के आधार और कुछ हद तक अपनी पसंद के अटल बिहारी वाजपेयी को सरकार बनाने का निमंत्रण देकर प्रधान मंत्री बना दिया | इसके बाद तो संख्या बल , जोड़ तोड़ और गठबंधन से दो तीन बार केंद्र में सरकार बनी | राष्ट्रपति की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही |
राष्ट्रपति की शक्ति के सन्दर्भ में एक और घटना क्रम का उल्लेख उचित होगा | राजीव गाँधी से बहुत नाराज होने के बाद राष्ट्रपति जैलसिंह ने एक बार मेरी उपस्थिति में ही उनके करीबी पुराने कांग्रेसी विद्याचरण शुक्ल से यह तक कह दिया कि " तुम पचास सांसदों से दस्तखत कराकर ले आओ , तो मैं तुम्हें ही प्रधान मंत्री की शपथ दिला दूंगा बाद में तुम बहुमत जुटा लेना | " उस समय राष्ट्रपति राजीव गाँधी को बर्खास्त करने की सोचने लगे थे | लेकिन न तो शुक्ल ऐसा प्रयास कर सके और फिर कई दबाव और सलाह से जैलसिंह उन्हें बर्खास्त नहीं कर सके | मतलब यह कि संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति अपनी अनुकम्पा से किसी को भी एक बार प्रधान मंत्री बना सकता है और अधिक उत्तेजित होने पर बर्खास्त भी कर सकता है | स्पष्ट बहुमत नहीं होने पर उसकी इच्छा का महत्व बड़ जाता है | ममता बनर्जी भी 2024 में एक गठबंधन के बल पर किसी अनुकूल नेता को राष्ट्रपति के रुप में देखना चाहती हैं |
वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में ममता और उनके समर्थक नेताओं को लगता है कि पश्चिम बंग���ल , तेलंगाना , ओड़िसा , तमिलनाडु , केरल , झारखंड ,महाराष्ट्र , राजस्थान और दिल्ली विधान सभा के सदस्यों और ऐसे ही क्षेत्रीय दलों के सांसदों के बल पर यदि प्रतिपक्ष का संयक्त उम्मीदवार होने से उनकी पसंद का राष्ट्रपति बन सकता है | यही कारण है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी , भाजपा और उनके समर्थक किसी भी कीमत पर उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित अन्य राज्यों की विधान सभाओं में स���्वाधिक संख्या में अपने विधायक लाना चाहते हैं |पांच विधान सभाओं में करीब 690 विधायक चुने जाने हैं | फिर आबादी के अनुसार उत्तर प्रदेश के 403 और पंजाब के 117 विधायकों के मत राष्ट्रपति चुनाव में छोटे राज्यों से अधिक उपयोगी होंगे |
इस मुद्दे से जुड़ा दूसरा सवाल है - कोविन्दजी के बाद राष्ट्रपति कौन ? परम्परानुसार डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के बाद किसीको दुबारा राष्ट्रपति पद नहीं मिला | मोदीजी की पसंद से भाजपा के किसी नेता के राष्ट्रपति बनने की सम्भावना पर इस समय कोई शायद सही नाम नहीं बता सकता , क्योंकि 2017 में किसी ने भी नहीं कल्पना की थी कि मोदीजी थोड़ा पहले ही राज्यपाल बने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बना देंगें | वैसे डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा और श्रीमती प्रतिभा पाटिल को राज्यपाल रहने के बाद यह पद मिला था | लेकिन वे दोनों कई दशकों से विधायक , सांसद , मंत्री रह चुके थे |इस समय भाजपा सरकार द्वारा नामजद राज्यपालों में कलराज मिश्रा , भगत सिंह कोश्यारी पुराने अनुभवी और संघ से जुड़े नेता हैं | भाजपा के केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों अथवा सांसदों या मुख्यमंत्री में एक लम्बी सूची इच्छुकों की बन सकती है | लेकिन अन्य दलों के सहयोग की जरुरत होने पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान , गुलाम नबी आज़ाद जैसे नाम भी सामने आ सकते हैं | आख़िरकार , भाजपा ने डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया था | कश्मीर के नाम पर गुलाम नबी के अलावा पुराने दावेदार , हिंदुत्ववादी और कांग्रेसी डॉक्टर कर्णसिंह भाजपा के लिए अनुकूल हो सकते हैं | जबकि कश्मीर के ही पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला वर्षों से इस दौड़ में हैं | ममता खेमा तो शरद पवांर , फारूक के अलावा नवीन पटनायक जैसा कोई नाम आगे बढ़ाने की कोशिश कर सकती हैं | इसलिए वह स्वयं विभिन्न राज्यों की राजनीति , पार्टियों और नेताओं से सम्पर्क सम्बन्ध बढ़ाने में लगी हैं | स्वाभाविक है - चुनाव के दूरगामी नतीजों वाला खेल तो अब शुरू हो रहा है |
( लेखक आई टी वी नेटवर्क - इंडिया न्यूज़ और दैनिक आज समाज के संपादकीय निदेशक हैं )
https://mediawala.in/alok-mehta-column-next-president/
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‘दोषी मुस्लिम भी हो तो फाँसी पर लटका दूँगा’: गुस्से से लाल थे राजेश पायलट, RSS दफ्तर में ब्लास्ट से मरे थे 11 स्वयंसेवक - https://www.annlive.co.in/?p=919 #KanhaiyaKumar #ANNlive #ANN #ANNmrgv आज से 28 साल पहले तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दफ्तर को आतंकियों ने निशाना बनाया गया। वो 8 अगस्त, 1993 का ही दिन था जब चेन्नई में RSS के दफ्तर हुए बम ब्लास्ट में 11 स्वयंसेवकों की जान चली गई थी। इनमें से 5 संघ के प्रचारक थे। उस समय केंद्र में कॉन्ग्रेस पार्टी की सरकार थी और पीवी नरसिंहा राव भारत के प्रधानमंत्री थे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चव्हाण तब देश के गृह मंत्री हुआ करते थे। वहीं तमिलनाडु की बात करें तो वहाँ AIADMK की सरकार थी और जयललिता पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं। तब बाबरी विध्वंस और लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के कारण देश की राजनीति उबाल पर थी। साथ ही श्रीलंका में तमिल अलगावादियों ने वहाँ की सरकार के दाँत खट्टे कर रखे थे। इस घटना से सवा 2 साल पहले ही मई 1991 में तमिलनाडु के ही कांचीपुरम स्थित श्रीपेरुम्बुदुर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की एक बम ब्लास्ट में हत्या कर दी गई थी। लालकृष्ण आडवाणी ने चेन्नई के RSS दफ्तर में मारे गए स्वयंसेवकों को श्रद्धांजलि भी दी थी। बॉम्बे और कलकत्ता (मुंबई और कोलकाता) में बम ब्लास्ट हो चुके थे, ऐसे में दिल्ली की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी क्योंकि आशंका थी कि आतंकी राष्ट्रीय राजधानी को निशाना बना सकते हैं। ये बात तब की है, जब चेन्नई, मद्रास हुआ करता था। चेटपेट इलाके में स्थित RSS की इमारत में रात के समय जोरदार धमाका हुआ। 11 स्वयंसेवकों की मौत हो गई और 7 घायल हुए। मृतकों में दो महिलाएँ भी शामिल थीं। RSS मुख्यालय के सेक्रेटरी वी काशीनाथन की भी इस हमले में जान चली गई। देश में इस घटना के कारण काफी खलबली मची थी। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री राजेश पायलट तुरंत मद्रास पहुँचे थे। बताते चलें कि राजस्थान में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सचिन पायलट उन्हीं के बेटे हैं। राजेश पायलट की जून 2011 में एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। RSS के स्थानीय नेताओं ने तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री राजेश पायलट को जानकारी दी थी कि ‘पलानी बाबा’ नाम के एक इस्लामी कट्टरवादी ने इस धमाके के पिछले महीने ताम्बरम में अपने अनुयायियों को भड़काते हुए RSS के मुख्यालय व कांची शंकराचार्य मठ में बम विस्फोट करने के लिए कहा था। ‘पलानी बाबा’ पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI और प्रतिबंधित ‘इस्लामिक सेवक संघ’ से जुड़ा हुआ था। राजेश पायलट ये सुनते ही गुस्से से लाल हो गए थे और उन्होंने कहा था, “मैं दोषियों को फाँसी पर लटका दूँगा, वो मुस्लिम ही क्यों न हो।” लालकृष्ण आडवाणी भी चेन्नई पहुँचे थे और इस बम ब्लास्ट को पिछले 2 बड़े ब्लास्ट्स से जोड़ते हुए सरकार को ��ेताया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकियों के तमिलनाडु में सक्रिय होने की ख़ुफ़िया सूचना मिलने के बावजूद केंद्र व राज्य की सरकारें हाथ पर हाथ धरे बैठी रहीं। जब RSS में बम ब्लास्ट के कारण दिल्ली तक के नेता वहाँ पहुँच रहे थे, जब ��यललिता पलानी में चुनाव प्रचार के लिए निकली हुई थीं। तमिलनाडु के तत्कालीन राज्यपाल एम चन्ना रेड्डी ने इसके लिए उनकी आलोचना भी की थी। जयललिता ने बाद में सफाई में कहा था कि उन्हें इस बम विस्फोट की तीव्रता व इससे हुए नुकसान का अंदाज़ा नहीं था। राज्यपाल ने पुलिस और मुख्य सचिव की भी उनकी निष्क्रियता के लिए आलोचना की थी। ‘पलानी बाबा’ के बारे में बता दें कि इस बम ब्लास्ट के पौने 4 साल बाद फरवरी 1997 में उसकी भी हत्या हो गई थी, जिसके बाद तमिलनाडु के कई हिस्सों में हिन्दू-मुस्लिम दंगे भड़क गए थे। इसी साल जनवरी में भाजपा के स्टेट एग्जीक्यूटिव सदस्य एसडी माणिक्कम की हत्या हुई थी। तब तक तमिलनाडु में करुणानिधि के DMK की सरकार आ चुकी थी। गणेश पूजा के जुलूस को मुस्लिम इलाकों से नहीं गुजरने दिया गया। On this day 28 years ago, 11 of our innocent Swayamsevaks died in a dastardly bomb blast at the Chennai RSS Office. Among those included 5 Pracharaks. Our respectful homage to all of them. pic.twitter.com/eA5CAhg36b — Friends of RSS (@friendsofrss) August 8, 2021 ‘मुनेत्र कझगम’ नाम के एक इस्लामी चरमपंथी संगठन ने तो राजभवन पर ही कब्ज़ा करने की कोशिश की थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया था। ये भी जानने लायक है कि RSS के चेन्नई दफ्तर में हुए बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपित मुस्ताक अहमद इस घटना के 25 साल बाद जनवरी 2018 में धराया। CBI ने उसे चेन्नई से दबोचा था। वो तमिलनाडु के आतंकी संगठन ‘अल उम्माह’ का सरगना था। 59 वर्षीय मुस्ताक अहमद पर तब पुलिस ने 10 लाख रुपए का इनाम रखा था। बम ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए RDX का इंतजाम उसी ने किया था और अन्य आतंकियों को शरण दी थी। इस मामले की जाँच CB-CID को सौंपी गई थी। इसके बाद 1994 में 18 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। इस मामले में 431 गवाह थे। जून 2007 में स्पेशल कोर्ट ने 11 को दोषी ठहराया और 4 को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। एक अन्य आरोपित इमाम अली मुठभेड़ में मारा गया था।
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ग्राम वैदपुरा में हुआ गँगा जल संकल्प यात्रा का स्वागत
ग्राम वैदपुरा में हुआ गँगा जल संकल्प यात्रा का स्वागत
नोएडा: वैदपुरा गाँव में भृमण से पूर्व किसान नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री पूर्व स्व० राजेश पायलट की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शॉल अर्पित कर गँगा जल से चरण वंदना करके नमन किया। वैदपुरा गाँव पहुंचने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट के बड़े भाई महिपाल सिंह द्वारा पगड़ी पहनकर स्वागत किया गया और उन्होंने कहा कि हम आपके संघर्ष में शामिल साथ हैं। Continue reading
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