गुजरात-चीन मैत्री इतिहास :
2010 में 10 गुजराती हीरा तस्करों को चीन में 73 लाख अमेरिकी डॉलर के 14,000 कैरेट हीरों की तस्करी में सजा हुई।इनके अलावा 12 गुजराती तस्करों पर जुर्माना लगा कर स्वदेश प्रत्यर्पित कर दिया गया।भारत के सँविधान के अनुसार अंतरराष्ट्रीय राजनय केंद्र सरकार कर सकती है।गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी खुद चीन चले गए तथा उन्होंने सार्वजनिक तौर पर दावा किया कि उनकी पहल पर चीन ने गुजराती हीरा…
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जासूसी प्रकरण के खुलासे से पाकिस्तान को लगी मिर्ची, भारतीय राजनयिक को तलब किया सांकेतिक तस्वीर हाइलाइट्स पाकिस्तान को जासूसी के आरोप में अपने उच्चायोग से दो अधिकारियों को निष्कासित किए जाने पर लगी मिर्ची …
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हरीश रावत राजनीतिक भविष्य: हरीश रावत सोशल मीडिया पर भावनात्मक संदेश, रावत ने स्वीकार की हार की जिम्मेदारी - हरीश रावत का राजनय: हरदा की जिम्मेदारी स्वीकार करें मैं हरदा, अब आ गया कि...
हरीश रावत राजनीतिक भविष्य: हरीश रावत सोशल मीडिया पर भावनात्मक संदेश, रावत ने स्वीकार की हार की जिम्मेदारी – हरीश रावत का राजनय: हरदा की जिम्मेदारी स्वीकार करें मैं हरदा, अब आ गया कि…
सर
लालचुबैंग से मतदान के बाद पसंद आने वाला हरा रंग ने सोशल मीडिया पर एक संदेश प्रकाशित किया।
खबर
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विधानसभा हरीश की यह उत्तराखंड में सक्रिय कार्यकर्ता हैं। ️ राजनीतिक️ राजनीतिक️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ हरीश के बाद अगर ऐसा होता है।
आगे बढ़ने के लिए, यह खतरनाक हो सकता है, जैसे कि वे जनादेश को स्वीकार करते हैं। हरीश रावत को पार्टी ने निर्वाचित सदस्य बनाया था। अघोषित पोस्ट पर…
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चीन में अमेरिकी राजनयिकों के एनल स्वाब लेने पर बवाल, ड्रैगन ने दी सफाई
चीन में अमेरिकी राजनयिकों के एनल स्वाब लेने पर बवाल, ड्रैगन ने दी सफाई
Anal Swab Test China US: अमेरिकी डिप्लोमेट का चीन में एनल स्वाब टेस्ट को लेकर बवाल मच गया है. अमेरिका का आरोप है कि उसके राजनयिकों को एनल स्वाब देने के लिए मजबूर किया गया. वहीं चीन ने इस आरोप से इनकार किया है.
चीन में अमेरिकी राजनयिकों के एनल स्वाब लेने पर बवाल, चीन ने दी सफाई (Photo Credit: सोशल मीडिया)
पेइचिंग:
अमेरिका ने चीन में तैनात अपने राजनयिकों लेकर ड्रैगन पर गंभीर आरोप लगाए…
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दर्शन के प्रख्यात आचार्य, वरिष्ठ शिक्षाविद, आईसीपीआर, आईसीएचआर के पूर्व सचिव एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल जी का व्याख्यान-
#डॉआंबेडकर पर उनके वैचारिक उत्तराधिकारी होने का दावा करने वाले लोगों की भारत देश में बहुत बड़ी संख्या है। गांधी जी के बाद डॉ. आंबेडकर ही वह विचारक हैं, वह राजनय के प्रस्तोता हैं जिन पर दावा ठोकने वाले लोगों की समाज में भिन्न भिन्न दृष्टियों से बड़ी संख्या है लेकिन मूल्यांकन करने पर समझ में आता है कि गांधी और आंबेडकर इन दोनों के वैचारिक पथ पर चलने की कोशिश करने वालों की संख्या नगण्य है। डॉ. आंबेडकर के साथ दुर्भाग्य रहा है कि समग्रता में उनको समझने की कोशिश नहीं की गई है।
इस व्याख्यान में डॉ.आंबेडकर को समग्रता में देखने की पूरी कोशिश की जाएगी। स्वतंत्रता आंदोलन में बाबा साहब की भूमिका को देखने की कोशिश की गई, हिंदू परंपरा से वाहत बाहर जाने की मुहीम को चलाने वाले व्यक्तित्त्व के रूप को देखने की कोशिश की गई लेकिन देश में जो चीजें देखी जानी चाहिए थी उनका मूल्यांकन ठीक से नहीं किया गया .....जानिए क्या है ..NEGATION OF TWO RACE THEORY
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Analysis: मोदी सरकार में भारतीय राजनीति और राजनय की दिशा बदली
Analysis: मोदी सरकार में भारतीय राजनीति और राजनय की दिशा बदली
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मोदी ने अपनी शख्सियत के दम पर दुनिया के तमाम नेताओं से सहज रिश्ते कायम किए हैं, लेकिन निजी समीकरणों वाली उनकी कूटनीति से ज्यादा ठोस फायदे नहीं मिलें
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Courtesy : Jagran – Apni Baat
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कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर पर काबू नहीं पा सकी, अगला क्या - विधानसभा चुनाव परिणाम: दैनिक के भविष्य पर 'प्रश्नचिन्हि'
कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर पर काबू नहीं पा सकी, अगला क्या – विधानसभा चुनाव परिणाम: दैनिक के भविष्य पर ‘प्रश्नचिन्हि’
सर
नई दिल्ली : ठोंक कर पहली बार कह रहे हैं कि अब आम आदमी पार्टी हीं का सबसे नया है। ‘आप’ ने पंजाब में नियमित रूप से गुजरात में दैनिक जीवन में हल्का हल्का हल्का बुखार रखा।
खबर
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; में नीला का राजनय क्या है? क्या इंटरनेट पर भी कोई सब कुछ नहीं होगा या ‘आपकी मरजी’ के दिशा प्रवाह में क्या होगा?
अंत तक परिणाम आने तक। आँकड़ों में आँकड़ों के हिसाब से आँकड़ों में घनत्व 7 और 6.3 प्रतिशत था। इस चुनाव…
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चीनी रक्षा मंत्री को फोन करते रहे अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, उठाया नहीं: रिपोर्ट Divya Sandesh
#Divyasandesh
चीनी रक्षा मंत्री को फोन करते रहे अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, उठाया नहीं: रिपोर्ट
वॉशिंगटन/पेइचिंग
अमेरिका और चीन के बीच तनावपूर्ण रिश्तों की झलक अब राजनयिक शिष्टाचार पर साफ नजर आने लगी है। ताजा घटना में अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अपने चीनी समकक्ष वेई फेंघे से बात करने के लिए उन्हें कई बार फोन किया लेकिन चीनी नेता ने उठाया नहीं। चीनी सेना के सूत्रों ने बताया कि राजनयिक प्रोटोकॉल के उल्लंघन के कारण वेई फेंघे ने ऑस्टिन के फोन को नहीं उठाया।
हॉन्ग कॉन्ग से प्रकाशित अखबार साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी रक्षा मंत्री के अनुरोध से गलतफहमी पैदा हो गई क्योंकि उन्होंने चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमिशन के वाइस चेयरमैन शू किलिआंग से बात करनी चाही थी। वाइस चेयरमैन शू प्रोटोकॉल में वेई फेंघे से ऊपर हैं। यह चीन के रक्षा मंत्रालय को नागवार गुजर गया। हालांकि शू किलिआंग और रक्षा मंत्री दोनों ही सीधे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रिपोर्ट करते हैं लेकिन राजनयिक प्रोटोकॉल के मुताबिक अमेरिकी रक्षा मंत्री को वेई फेंघे से बात करनी चाहिए थी।
‘राजनयिक प्रोटोकॉल के लिहाज से अपमान’
इस बीच अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि इसके बाद भी हम चीनी सेना के प्रमुखों से बात करने को तैयार थे। उन्होंने कहा कि हम चीन में अपने समकक्ष से निश्चित रूप से बातचीत करना चाहते थे और हम अभी भी इस बातचीत के तरीकों पर काम कर रहे हैं। किर्बी ने हालांकि चीनी मीडिया में आई उस रिपोर्ट पर कोई जवाब नहीं दिया जिसमें उसने दावा किया था कि पेइचिंग ने ऑस्टिन को दोस्ती का संकेत भेजा था लेकिन अमेरिकी अधिकारी ने कोई जवाब नहीं दिया।
चीनी मीडिया ने ���हा कि ऑस्टिन ने बाद में सीएमसी के एक अन्य अधिकारी से बातचीत करनी चाहिए जिसे राजनयिक प्रोटोकॉल के लिहाज से अपमान माना जाता है। बता दें कि ताइवान और दक्षिण चीन सागर समेत कई मुद्दों को लेकर चीन और अमेरिका के बीच तनाव काफी बढ़ा हुआ है। हाल ही में अमेरिकी जंगी जहाज साउथ चाइना सी से गुजरे थे जिसका चीनी सेना ने कड़ा विरोध किया था।
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संपादकीयः प्रतिबंध का राजनय
{$inline_image} अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय से मुसलिम बहुलता वाले छह देशों के लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध संबंधी फैसले को मंजूरी मिल जाने से माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने में मदद मिल सकती है। The post संपादकीयः प्रतिबंध का राजनय appeared first on Jansatta. Read More : संपादकीयः प्रतिबंध का राजनय Courtesy : Jansatta – editorials
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