#रत्न और आभूषण
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🚩नवरात्रि का छठा दिन देवी कात्यायनी के नाम, विवाह में रुकावट या धन का है अभाव? आजमाएँ ये उपाय, बन जायेंगे बिगड़े काम !
चंद्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी॥
🚩मां दुर्गा की छठवीं शक्ति हैं मां कात्यायनी। नवरात्रि में छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। उसके रोग, श���क, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं। जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इस देवी को नवरात्रि में छठे दिन पूजा जाता है।
🚩कात्य गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन ने भगवती पराम्बा की उपासना की। कठिन तपस्या की। उनकी इच्छा थी कि उन्हें पुत्री प्राप्त हो। मां भगवती ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लिया।
इसलिए यह देवी कात्यायनी कहलाईं। इनका गुण शोधकार्य है। इसीलिए इस वैज्ञानिक युग में कात्यायनी का महत्व सर्वाधिक हो जाता है। इनकी कृपा से ही सारे कार्य पूरे जो जाते हैं। ये वैद्यनाथ नामक स्थान पर प्रकट होकर पूजी गईं। मां कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं।
भगवान कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा की थी। यह पूजा कालिंदी यमुना के तट पर की गई थी। इसीलिए ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इनका स्वरूप अत्यंत भव्य और दिव्य है। ये स्वर्ण के समान चमकीली हैं और भास्वर हैं।
इनकी चार भुजाएं हैं। दाईं तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में। मां के बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार है व नीचे वाले हाथ में कमल का फूल सुशोभित है। इनका वाहन भी सिंह है।
इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। भक्तों के रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं। जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि इस देवी की उपासना करने से परम पद की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि में मां दुर्गा के भक्त श्रद्धा भाव से जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूप की पूजा करते हैं। इसी कड़ी में बात करें षष्ठी तिथि की तो इस दिन आदिशक्ति मां कात्यायनी की पूजा अर्चना का विधान बताया गया है। इस दिन मां दुर्गा के भक्त श्रद्धा भाव से मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करते हैं।
🚩शारदीय नवरात्रि 2024- षष्ठी तिथि 🚩
👉वर्ष 2024 में नवरात्रि की षष्ठी तिथि नवरात्रि के सातवें दिन यानी 9 अक्टूबर 2024 बुधवार के दिन पड़ रही है। इस दिन माता के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जाएगी। बात करें इस दिन के हिंदू पंचांग की तो इस दिन तिथि षष्ठी रहेगी, पक्ष शुक्ल रहेगा, नक्षत्र मूल रहने वाला है, और योग सौभाग्य और शोभन रहेगा। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन का कोई भी अभिजीत मुहूर्त नहीं है।
🚩माँ कात्यायनी का स्वरूप कैसा है ? 🚩
👉मां के स्वरूप की तो मां कात्यायनी की चार भुजाएं हैं जिसमें उन्होंने अस्त्र-शस्त्र और कमल धारण किया हुआ है। माँ कात्यायनी सिंह की सवारी करती हैं। इन्हें ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी का दर्जा प्राप्त है। कहते हैं गोपियों ने कृष्ण की प्राप्ति के लिए मां कात्यायनी की ही पूजा की थी। इसके अलावा जिन लोगों का विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह में रुकावट आ रही है उन्हें माँ कात्यायनी की पूजा करने की सलाह दी जाती है। साथ ही योग्य और मनचाहा वर प्राप्त करने के लिए भी मां कात्यायनी की पूजा करना सर्वश्रेष्ठ रहता है।
👉ज्योतिष में मां कात्यायनी का संबंध बृहस्पति ग्रह से जोड़कर देखा जाता है। मां का वर्ण सुनहरा और चमकीला है। माता की चार भुजाएं हैं और उन्होंने रत्न आभूषण धारण किए हुए हैं। यह देवी खूंखार और झपट पड़ने वाली मुद्रा में रहने वाले सिंह पर सवारी करती हैं। इनका आभामंडल विभिन्न देवों के तेज अंशों से मिश्रित इंद्रधनुषी छटा देता है। मां कात्यायनी के दाहिने और ऊपर वाली भुजा अभय मुद्रा में है, नीचे वाली भुजा वर देने वाली मुद्रा में है, बाईं ओर की ऊपर वाली भुजा में उन्होंने तलवार धारण की है और नीचे वाली भुजा में कमल का फूल लिया हुआ है।
प्राणियों में मां का वास आज्ञा चक्र में होता है और योग साधक इस दिन अपनी ध्यान आज्ञा चक्र में ही लगाते हैं। मां कात्यायनी पूजा से प्रसन्न होने पर साधक को दैवीय शक्तियाँ प्रदान करती हैं। जिन लोगों की भक्ति से मां कात्यायनी प्रसन्न होती हैं उन्हें देवी कृतार्थ कर देती हैं। ऐसे व्यक्ति इस लोक में रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव को प्राप्त करते हैं।
ऐसे व्यक्तियों के रोग, शोक, संताप, डर के साथ-साथ जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। कहते हैं जो कोई भी भक्त निरंतर देवी कात्यानी की उपासना करता है उन्हें परम पद प्राप्त होता है। यही वजह है कि कहा जाता है की देवी कात्यानी जिस भी व्यक्ति से प्रसन्न हो जाए उसे अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
👉देवी के इस स्वरूप की पूजा करने से शरीर शांतिमय हो जाता है और गृहस्थ जीवन सुखमय बना रहता है। शत्रुओं पर विजय प्राप्ति के लिए भी मां कात्यायनी की पूजा बेहद ही सिद्ध साबित होती है। इसके अलावा देवी नकारात्मक शक्तियों का अंत करने वाली देवी मानी गई हैं।
🚩माँ का नाम कात्यायनी ऐसे पड़ा 🚩
कहा जाता है कि मां कात्यायनी ऋषि कात्यायन की तपस्या के फल स्वरुप उनके घर में उनकी पुत्री के रूप में प्रकट हुई थी। अपने इसी स्वरूप में मां ने महिषासुर नामक असुर का वध किया था और इसी वजह से देवी का नाम मां कात्यायनी पड़ा। कात्यानी देवी को गुप्त रहस्यों का प्रतीक भी माना जाता है।
🚩माँ कात्यायनी पूजा मंत्र- भोग- और शुभ रंग 🚩
बात करें मां कात्यायनी की पूजा में शामिल किए जाने वाले मंत्रों की तो इस दिन की पूजा में मां कात्यानी की प्रसन्नता हासिल करने के लिए नीचे दिए गए मित्रों को स्पष्ट उच्चारण पूर्वक पूजा में अवश्य शामिल करें:
1.या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
2.चंद्र हासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना|
कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानवघातिनि||
नवरात्रि के सभी 9 दिनों में अलग-अलग भोग चढ़ाने की परंपरा है। ऐसे में बात करें मां कात्यायनी के प्रिय भोग ��ी तो मां कात्यायनी को शहद बहुत ही प्रिय होता है इसीलिए षष्ठी तिथि की पूजा के समय मां कात्यायनी को शहद का भोग अवश्य लगाएँ। कहते हैं कि ऐसा करने से व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार आने लगता है।
मां कात्यायनी के प्रिय रंग की तो देवी को पीला और लाल रंग बहुत ही प्रिय होता है। ऐसे में इस दिन की पूजा में मां कात्यायनी को लाल और पीले रंग के गुलाब पीले और लाल रंग के वस्त्र अवश्य अर्पित करें। इसके साथ ही आप खुद भी इन्हीं रंगों का पूजा में इस्तेमाल करें। इससे मां कात्यानी के प्रसन्नता निश्चित रूप से आप हासिल कर सकेंगे।
🚩नवरात्रि षष्ठी तिथि पर करें सरल और यह अचूक उपाय 🚩
👉नवरात्रि के छठे दिन आपको क्या कुछ उपाय करने हैं जिससे आपके विवाह में आ रही रुकावट दूर हो, साथ ही जीवन से धन का अभाव भी दूर जाने लगे।
👉नवरात्रि की षष्ठी तिथि पर नारियल लेकर उसके साथ एक लाल, पीले और सफेद रंग का फूल माता को अर्पित कर दें। इसके बाद नवरात्रि की नवमी तिथि की शाम को यह फूल नदी में प्रवाहित कर दें और नारियल पर लाल कपड़ा लपेटकर इसे अपने तिजोरी या पैसे रखने वाली जगह पर रख दें। इस उपाय को करने से जीवन में धन-धान्य की वृद्धि होती है और अगर आपका धन कहीं अटका हुआ है तो वह भी आपको मिलने लगता है।
👉नवरात्रि की षष्ठी तिथि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान करें और पीले वस्त्र धारण करके माँ की पूजा करें। माँ को पीले रंग के फूल अर्पित करें, भोग लगाएँ और सुख समृद्धि की कामना करें। ऐसा करके आप अपने जीवन में सुख शांति लेकर आ सकते हैं। इस दिन की पूजा में यदि आप मां कात्यायनी को शहद अर्पित करते हैं तो इसके वैवाहिक जीवन में मिठास बनी रहती है। साथ ही अविवाहित लोगों को योग्य वर वधु की भी प्राप्ति होती है।
👉नवरात्रि के छठे दिन अगर आप मां कात्यायनी को तीन गांठ हल्दी चढ़ाते हैं और पूजा के बाद इन गांठों को शुद्ध स्थान पर रख देते हैं तो ऐसा करने से आपको अपने शत्रुओं पर विजय हासिल होती है।
👉नवरात्रि के छठे दिन की पूजा में मां कात्यायनी से संबंधित मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति का आभामंडल मजबूत होता है। साथ ही सामाजिक स्तर पर आपको अच्छे परिणाम मिलते हैं और बिगड़े काम बनने लगते हैं।
👉इस दिन की पूजा में दूध में केसर मिलाकर मां कात्यायनी का अभिषेक करें। ऐसा करने से जीवन की सभी समस्याएं दूर होने लगेगी, आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा, आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और करियर में सफलता प्राप्त होगी।
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पन्ना रत्न धारण करने के फायदे | Benefits of wearing emerald gemstone in Hindi
पन्ना-रत्न-के-फायदे
पन्ना रत्न क्या है?
पन्ना रत्न, जिसे हम Emerald के नाम से भी जानते हैं, एक हरा-भरा है जो न केवल देखने में खूबसूरत लगता है बल्कि इसके अद्भुत लाभ भी हैं। पन्ना-रत्न-के-फायदे सिर्फ इसकी चमक और रंग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसका ज्योतिषीय और आध्यात्मिक महत्व भी है। इसे भारतीय ज्योतिष में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।
इसे बुध ग्रह का प्रतिनिधि माना जाता है और इसे विशेष ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने के लिए पहना जाता है। पन्ना-रत्न-के-फायदे यह भी हैं कि इसे पहनने से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और मानसिक स्पष्टता आती है। पन्ना रत्न को विभिन्न प्रकार की ज्वेलरी में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि अंगूठी, हार, कंगन आदि।
इस प्रकार, यह न केवल एक सुंदर आभूषण है बल्कि यह विभिन्न गुणों और विशेषताओं के साथ एक शक्तिशाली रत्न भी है जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
पन्ना रत्न के फायदे
मानसिक शांति और तनाव में कमी : यह पहनने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव में कमी आती है। यह रत्न मानसिक स्थिति को स्थिर करता है और चिंता को दूर करता है।
आत्मविश्वास में वृद्धि: यह पहनने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह रत्न व्यक्ति को आत्म-संभावना और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे आत्म-छवि में सुधार होता है।
व्यापार और करियर में सफलता: यह व्यवसाय और करियर में सफलता को बढ़ावा देता है। यह रत्न व्यापार में लाभ और पेशेवर प्रगति में सहायक होता है।
रिश्तों में सुधार: यह रिश्तों में सामंजस्य लाता है और पारिवारिक जीवन को बेहतर बनाता है। यह व्यक्तिगत संबंधों में मिठास और समझदारी बढ़ाता है।
स्वास्थ्य लाभ: यह का उपयोग शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में भी किया जाता है। यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से राहत प्रदान करने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
पन्ना रत्न का ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष में पन्ना रत्न की भूमिका ज्योतिष में पन्ना रत्न का विशेष महत्व है।
यह विभिन्न राशियों के ��िए लाभकारी होता है और व्यक्ति की जन्मकुंडली के अनुसार इसे पहनने की सलाह दी जाती है।
इसकी की धारण विधि पन्ना रत्न को सही दिन और समय पर पहनना महत्वपूर्ण होता है। इसे सोने की अंगूठी में जड़कर पहनना सबसे अच्छा होता है और इसे विशेष दिन जैसे शनिवार को पहनने की सलाह दी जाती है।
पन्ना रत्न कैसे चुने और उसकी देखभाल
पन्ना रत्न का चयन असली और नकली पन्ना रत्न की पहचान महत्वपूर्ण है। पन्ना रत्न की गुणवत्ता, रंग और चमक देखकर असली और नकली पन्ना में फर्क किया जा सकता है।
इसकी की उचित देखभाल आवश्यक है। इसे नमी से बचाकर रखना चाहिए और नियमित रूप से साफ करना चाहिए। पन्ना रत्न को लंबे समय तक सही स्थिति में रखने के लिए इसे सॉफ्ट कपड़े से पोंछना और समय-समय पर उसकी जांच करना आवश्यक है।
निष्कर्ष
पन्ना रत्न का कुल लाभ पन्ना रत्न जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुधारने में मदद करता है। इसके फायदे न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में बल्कि पारिवारिक और पेशेवर जीवन में भी प्रकट होते हैं।
सुझाव और सिफारिशें पन्ना रत्न को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है। सही सलाह और सही समय पर पहनकर पन्ना रत्न के लाभों का पूर्ण लाभ उठाया जा सकता है।
इसलिए, पन्ना रत्न को अपनी ज़िंदगी में शामिल करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें! 🌟💎
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Tourist Places to Visit in Leh
Tourist Places to Visit in Leh
Tourist Places to Visit in Leh - अगर आप लेह में घूमने के लिए बेहतरीन जगहों के बारे ��ें जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। लेह में देखने के लिए बहुत सी शानदार चीज़ें हैं, पुराने मठों से लेकर खूबसूरत झीलों और अद्भुत पहाड़ों तक। यह एक ऐसी जगह है जिसे हर किसी को कम से कम एक बार ज़रूर देखना चाहिए । हिमालय के लद्दाख राज्य की मनमोहक राजधानी लेह, लुभावने परिदृश्यों, जीवंत संस्कृति और समृद्ध विरासत की भूमि है। समुद्र तल से 3,524 मीटर की ऊँचाई पर स्थित, लेह रोमांच के शौकीनों, प्रकृति प्रेमियों और अध्यात्म चाहने वालों के लिए एक स्वर्ग है। इसके आश्चर्यजनक मठ, शांत झीलें और राजसी पहाड़ इसे प्रामाणिक और विस्मयकारी अनुभव चाहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक ज़रूरी जगह बनाते हैं। - Leh Palace 17वीं शताब्दी में निर्मित लेह पैलेस एक आकर्षक वास्तुशिल्प चमत्कार है जो शहर के समृद्ध इतिहास का प्रतीक है। अपनी नौ मंजिलों और आसपास के पहाड़ों के शानदार दृश्यों के साथ, यह आगंतुकों को लद्दाख की विरासत की एक झलक प्रदान करता है। - Shanti Stupa लेह के ऊपर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित शांति स्तूप एक आकर्षक सफेद गुंबद वाला बौद्ध स्तूप है जिसे शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। आगंतुक इस पवित्र स्थल से आसपास के पहाड़ों और सिंधु घाटी के मनोरम दृश्यों क�� आनंद ले सकते हैं। - Thiksey Monastery तिब्बत के ल्हासा में प्रसिद्ध पोटाला पैलेस जैसा दिखने वाला यह प्राचीन मठ एक वास्तुशिल्प चमत्कार है जिसमें कई स्तूप, मूर्तियाँ और थंगका हैं। आगंतुक सुबह की प्रार्थना देख सकते हैं और मठ परिसर का भ्रमण करते हुए आध्यात्मिक माहौल में डूब सकते हैं। - Pangong Lake बॉलीवुड फिल्म "3 इडियट्स" से मशहूर हुई पैंगोंग झील प्रकृति का एक मनमोहक आश्चर्य है। अपने नीले रंग के लगातार बदलते रंगों के साथ, यह उच्च ऊंचाई वाली झील आगंतुकों को ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों की पृष्ठभूमि के सामने एक अवास्तविक अनुभव प्रदान करती है। - Nubra Valley दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल दर्रे, खारदुंग ला के ज़रिए पहुँचा जा सकने वाली नुब्रा घाटी सफ़ेद रेत के टीलों, हरे-भरे मरुद्यानों और खूबसूरत गांवों का एक स्वर्गिक विस्तार है। घाटी में आकर्षक डिस्किट मठ भी है, जो इस क्षेत्र की आध्यात्मिक परंपराओं की झलक प्रदान करता है। - Hemis Monastery लद्दाख में सबसे बड़े और सबसे धनी मठ के रूप में जाना जाने वाला हेमिस मठ प्राचीन थांगका, भित्तिचित्रों और कलाकृतियों का खजाना है। यह हर साल हेमिस महोत्सव का भी आयोजन करता है, जिसमें नकाबपोश नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल होते हैं। - Alchi Monastery अपनी उत्कृष्ट 11वीं शताब्दी की दीवार चित्रकलाओं के लिए प्रसिद्ध, अलची मठ सिंधु नदी के तट पर बसा एक छिपा हुआ रत्न है। विस्तृत कलाकृति और शांत वातावरण इसे कला और संस्कृति के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक ज़रूरी जगह बनाते हैं। - Leh Market चहल-पहल से भरे लेह मार्केट में जाने से स्थानीय तिब्बती और लद्दाखी हस्तशिल्प, आभूषण और स्मृति चिन्ह देखने का मौका मिलता है। यह मार्केट स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेने और दोस्ताना स्थानीय लोगों से बातचीत करने के लिए भी एक शानदार जगह है। - Stok Palace लद्दाख के शाही परिवार का घर, स्टोक पैलेस में एक संग्रहालय है, जिसमें शाही कलाकृतियां, धार्मिक वस्तुएं और पारंपरिक पोशाक प्रदर्शित की गई है, जो आगंतुकों को क्षेत्र की शाही विरासत की झलक प्रदान करती है। - Changthang Wildlife Sanctuary साहसी लोग चांगथांग वन्यजीव अभयारण्य में वन्यजीव सफारी का आनंद ले सकते हैं, जहाँ वे तिब्बती जंगली गधे, हिम तेंदुए और विभिन्न प्रवासी पक्षियों जैसी दुर्लभ प्रजातियों को देख सकते हैं, जो कि कठोर लेकिन आकर्षक इलाके के बीच में हैं। इन आकर्षक आकर्षणों के अलावा, लेह शहर में हिमालय के विस्मयकारी परिदृश्यों के बीच ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग और राफ्टिंग के अवसर उपलब्ध हैं। तिब्बती और भारतीय स्वादों से प्रभावित स्थानीय व्यंजन खाने के शौकीनों के लिए एक खुशी की बात है। How to reach Leh. भारतीय हिमालय में एक उच्च ऊंचाई वाले शहर लेह तक पहुंचना अपने आप में एक रोमांच हो सकता है। वहां पहुंचने के कई तरीके हैं: 1. हवाई मार्ग से: लेह हवाई अड्डे (कुशोक बकुला रिम्पोची हवाई अड्डा) के लिए उड़ान: लेह पहुंचने का सबसे आसान और तेज़ तरीका दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ या श्रीनगर जैसे प्रमुख शहरों से सीधी उड़ान लेना है। लेह का हवाई अड्डा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और उड़ान हिमालय के शानदार दृश्य पेश करती है। हालाँकि, मौसम की स्थिति के कारण उड़ानें रद्द हो सकती हैं, खासकर सर्दियों के दौरान। 2. सड़क मार्ग से: मनाली-लेह राजमार्ग: दूरी: लगभग 490 किमी। सबसे अच्छा समय: जून से सितंबर। मार्ग: यह मार्ग रोहतांग दर्रे, बारालाचा ला और तंगलांग ला सहित आश्चर्यजनक परिदृश्यों से होकर गुजरता है। यात्रा में 2-3 दिन लगते हैं, और रात भर ठहरने की जगह आमतौर पर केलोंग या जिस्पा में होती है। श्रीनगर-लेह राजमार्ग: दूरी: लगभग 420 किमी। सबसे अच्छा समय: मई से अक्टूबर। मार्ग: यह मार्ग मनाली-लेह राजमार्ग से कम चुनौतीपूर्ण है और कारगिल, ज़ोजी ला और द्रास से होकर गुजरता है। कारगिल में रात भर रुकने के साथ यात्रा में लगभग 2 दिन लगते हैं। बस से: हिमाचल प्रदेश राज्य परिवहन (HRTC) और J&K राज्य सड़क परिवहन (JKSRTC): दोनों मनाली और श्रीनगर से लेह के लिए बस सेवाएँ प्रदान करते हैं। बसें किफ़ायती हैं, लेकिन पहुँचने में अधिक समय लेती हैं। निजी बसें और टैक्सियाँ: निजी बस सेवाएँ और टैक्सियाँ भी उपलब्ध हैं और इन्हें मनाली या श्रीनगर से बुक किया जा सकता है। ट्रेन से: निकटतम रेलवे स्टेशन: जम्मू तवी रेलवे स्टेशन: लेह से लगभग 700 किमी. यहाँ से आप श्रीनगर के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं और फिर लेह जा सकते हैं। पठानकोट रेलवे स्टेशन: दूसरा विकल्प पठानकोट के लिए ट्रेन लेना और फिर श्रीनगर होते हुए सड़क मार्ग से यात्रा जारी रखना है। लेह की यात्रा के लिए सुझाव: - लेह बहुत ऊँचाई पर है (3,500 मीटर या 11,500 फ़ीट), । आगे की खोज करने से पहले लेह में एक या दो दिन बिताएँ। - लेह के लिए सड़कें आमतौर पर मई से अक्टूबर तक खुली रहती हैं। भारी बर्फबारी के कारण सर्दियों में यात्रा करना मुश्किल हो सकता है। - लेह के आस-पास के कुछ इलाकों में जाने के लिए इनर लाइन परमिट (ILP) की ज़रूरत हो सकती है। इन्हें ऑनलाइन या लेह में प्राप्त किया जा सकता है। - Tourist Places to Visit in Mahabaleshwar - Tourist Places to visit in Kheda Read the full article
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Jagannath Ratna Bhandar: जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार का रहस्य आधी पृथ्वी को खरीदा लेगा
Jagannath Ratna Bhandar: पुरी के जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार हमेशा से रहस्य और आश्चर्य का केंद्र रहा है इस भंडार में ऐसे-ऐसे कीमती रत्न और आभूषण हैं जिनकी कीमत का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है आखिरी बार इस भंडार को 1905 में खोला गया था और 1978 में इन रत्नों का हिसाब-किताब किया गया था। लेकिन जब 2018 में इसे फिर से खोलने की मांग उठी तो राज्य सरकार ने कई बहाने बनाए कभी चाबी गुम होने का बहाना तो कभी…
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Tanzanite (Zoisite) Stone
Tanzanite is a gemstone variety of the mineral zoisite, which was first discovered in the Mererani Hills of northern Tanzania in 1967. It is prized for its vivid blue-violet color, which is caused by the presence of vanadium and other trace elements in the crystal structure.
Tanzanite is a relatively soft stone, with a hardness of around 6.5 on the Mohs scale, which means it is prone to scratches and chips. It is also sensitive to heat and sudden temperature changes, which can cause it to crack or break.
Tanzanite is typically cut into faceted stones and used in jewelry, particularly in rings, pendants, and earrings. The most valuable tanzanite is deep blue with strong violet overtones and a high degree of transparency.
Tanzanite is a birthstone for December, and is also sometimes used as an alternative to sapphire in engagement rings. It is a popular choice for jewelry collectors and enthusiasts, and has gained widespread recognition as a unique and beautiful gemstone.
Tanzanite खनिज ज़ोसाइट की एक रत्न किस्म है, जिसे पहली बार 1967 में उत्तरी तंजानिया की मेरेरानी पहाड़ियों में खोजा गया था। यह अपने चमकीले नीले-बैंगनी रंग के लिए बेशकीमती है, जो क्रिस्टल में वैनेडियम और अन्य ट्रेस तत्वों की उपस्थिति के कारण होता है। संरचना।
Tanzanite एक अपेक्षाकृत नरम पत्थर है, जिसकी मोह पैमाने पर लगभग 6.5 की कठोरता है, जिसका अर्थ है कि यह खरोंच और चिप्स के लिए प्रवण है। यह गर्मी और अचानक तापमान परिवर्तन के प्रति भी संवेदनशील होता है, जिससे यह टूट या टूट सकता है।
Tanzanite को आमतौर पर कटे हुए पत्थरों में काटा ��ाता है और गहनों में इस्तेमाल किया जाता है, खासकर अंगूठियों, पेंडेंट और झुमके में। सबसे मूल्यवान तंजानाइट गहरा नीला है जिसमें मजबूत बैंगनी रंग और उच्च स्तर की पारदर्शिता है।
Tanzanite दिसंबर के लिए जन्म का रत्न है, और कभी-कभी सगाई के छल्ले में नीलमणि के विकल्प के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। यह आभूषण संग्राहकों और उत्साही लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है, और इसने एक अद्वितीय और सुंदर रत्न के रूप में व्यापक मान्यता प्राप्त की है।
RUBY ( माणिक )
BLUE SAPPHIRE (नीलम)
YELLOW SAPPHIRE (पुखराज)
EMERALD( पन्ना )
PITAMBARI / NEELAMBARI (पीताम्बरी)
WHITE SAPPHIRE (सफ़ेद पुखराज)
PEARL ( मोती )
CORAL RED( मूंगा )
OPAL( दूधिया पत्थर )
HESSONITE (गोमेध )
CAT'S EYE (लहसुनिया )
PINK SAPPHIRE
WHITE ZIRCON
CITRINE (सुनेला )
IOLITE (काकानीली )
AMETHYST (जामुनिया)
MOONSTONE (चंद्रकांत मणि )
LAPIS LAZULI (लाजवर्द )
AQUAMARINE (बेरुज )
TOPAZ
ONEX
AMBER (कहरुआ )
SPINEL
RUDHRAKSHA
ALEXANDRATE
TANZANITE
TURQUOISE (फ़िरोज़ा)
PERIDOT (जबरज़ाद )
JAPA MALA
HAKIK
Unit of Salasar Ji Gems LLP 1185-87, Shop No. 9, Gems Plaza, Chhatta Madan Gopal, Maliwara, Chandni Chowk, Delhi, India, 110006
Working Hrs. : 09:30 AM to 08:30 PM
+91-987 312 3421
+91-997 139 1757
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Financetime.in यूएई को भारतीय निर्यात 31 अरब डॉलर से अधिक हो सकता है
जून 2022-जनवरी 2023 की अवधि में, भारत का गैर-तेल निर्यात 5 प्रतिशत बढ़कर 15.2 बिलियन डॉलर हो गया। (फ़ाइल) नयी दिल्ली: रत्न और आभूषण, मशीनरी और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में स्वस्थ मांग के कारण यूएई को देश का निर्यात, जिसके साथ भारत ने पिछले साल 1 मई को एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, चा��ू वित्त वर्ष के दौरान $31 बिलियन से अधिक होने की उम्मीद है। कहा, एक आधिकारिक शुक्रवार। सरकारी…
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Benefits Gives Auspicious Results How To Wear Gems According To The Zodiac Sign | जानिए रत्न धारण करने से क्यों मिलते है शुभ फल? राशि के अनुसार कौन सा रत्न करें धारण
Benefits Gives Auspicious Results How To Wear Gems According To The Zodiac Sign | जानिए रत्न धारण करने से क्यों मिलते है शुभ फल? राशि के अनुसार कौन सा रत्न करें धारण
प्राचीन काल से ही रत्नों का उपयोग ज्योतिष, अध्यात्म और रोगों के उपचार में किया जाता रहा है। रत्न में सकारात्मक शक्तियां होती हैं। राशियां और उनके रत्न छवि क्रेडिट स्रोत: फ्रीपिक सरल भाषा में रत्न बहुत ही मूल्यवान प्रकार के रत्न होते हैं। रत्न को रत्ती भी कहा जाता है। रत्न बहुत ही आकर्षक और प्रभावशाली होते हैं। रत्नों का उपयोग फैशन की दुनिया, आभूषण उद्योग और ज्योतिष के क्षेत्र में किया जाता है।…
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आतंकवादी फंडिंग की चपेट में आने वाले क्षेत्र, लेंस के नीचे लॉन्ड्रिंग | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
आतंकवादी फंडिंग की चपेट में आने वाले क्षेत्र, लेंस के नीचे लॉन्ड्रिंग | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: एक राष्ट्रीय जोखिम मूल्यांकन (एनआरए) वर्तमान में चल रहा है जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक सहित केंद्रीय एजेंसियों को उन क्षेत्रों का मूल्यांकन करने का काम सौंपा गया है जो मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी वित्तपोषण के लिए असुरक्षित हैं। भारत के आपसी मूल्यांकन से ठीक पहले यह अभ्यास शुरू हो गया है वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ), पेरिस स्थित अंतर-सरकार�� निकाय जिसने हाल ही में पाकिस्तान को अपने पर…
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रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी)
रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी)
नई दिल्ली:- वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के एक शीर्ष निकाय ने चांदी के आभूषणों के एक प्रमुख व्यापारी निर्यातक श्री अशोक सेठ के सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिन्हें जीजेईपीसी क्षेत्रीय ��ध्यक्ष के रूप में फिर से उत्तरी भारत के लिए लगातार तीसरी बार निर्विरोध चुना गया। श्री अशोक सेठ का स्वागत समारोह परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय झंडेवालान कार्यालय, दिल्ली में हुआ । इस अवसर पर दिल्ली के पूर्व…
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रूस-यूक्रेन युद्ध लंबे समय तक जारी रहने पर भारत निर्यातकों के लिए वैकल्पिक वेतन प्रणाली पर विचार कर सकता है
रूस-यूक्रेन युद्ध लंबे समय तक जारी रहने पर भारत निर्यातकों के लिए वैकल्पिक वेतन प्रणाली पर विचार कर सकता है
यह विचार रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों द्वारा लगाए जा रहे प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि के खिलाफ आया, जिसमें सात (जी -7) अर्थव्यवस्थाओं के समूह शामिल हैं, जिन्होंने रूसी केंद्रीय बैंक के खिलाफ दंडात्मक प्रतिबंध लगाए हैं। भारत निर्यातकों के लिए वैकल्पिक भुगतान तंत्र पर विचार कर सकता है यदि रूस-यूक्रेन संघर्ष लंबे समय तक जारी रहता है और रत्न और आभूषण जैसे प्रमुख व्यापार क्षेत्रों को अंतरराष्ट्रीय…
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अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध, भारतीय रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए एक अवसर: इंडस्ट्री
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध, भारतीय रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए एक अवसर: इंडस्ट्री
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Photo:INSTAGRAM/JUST_KUNDAN
Gems and Jewellery industry
नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा इसी महीने हांगकांग का तरजीही व्यापार का दर्जा रद्द किए जाने से भारत के रत्न एवं आभूषण निर्यात क्षेत्र को उम्मीद की किरण नजर आ रही है। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही। जीजेईपीसी के अधिकारियों ने बताया कि चीन ने हांगकांग पर राष्ट्रीय सुरक्षा…
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#business news in Hindi#Gems and Jewellery business#US China trade war#अमेरिका चीन तनाव#रत्न और आभूषण कारोबार
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रत्न आभूषण निर्यात: रत्ना गहनता में 27.17 बढ़ा, 30,195 करोड़ रुपये
रत्न आभूषण निर्यात: रत्ना गहनता में 27.17 बढ़ा, 30,195 करोड़ रुपये
रत्न और आभूषण निर्यात: रत्ना गहना, 2022 में संवत् आधार पर 27.17 को सुना गया 30,195.21 करोड़ पर। रत्ना रत्न संवर्द्धन परिषद (जीजेई) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जीजेई के अनुसार, 2021 के वस्त्र और जेवर 23,743.46 अरब था। अप्रैल-सितंबर, 2022 की समय में कुल चार्ज 12.82 बढ़ाएअप्रैल-सितंबर, 2022 की घड़ी में रत्न का रत्न 12.82 अरब डॉलर के हिसाब से बढ़ा। एक साल पहले समय में 1,43,187.15 अरब डॉलर था। ऋतिक…
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What To Buy According To Your Zodiac In Dhanteras 2022 धनतेरस में आपकी राशि के अनुसर क्या ख़रीदना होगा शुभ
Dhanteras (धनतेरस) - Sunday, October 23 2022
In Indian culture, there are many festivals throughout the year. These festivals not only bring auspiciousness to our lives but also inspire us to have good values and walk on the right path.
According to the Hindu religion, although every day is a festival, it is very important for us to know the reason and importance of celebrating each and every festival. According to the Hindu calendar, one of these festivals is celebrated as Dhanteras on the Trayodashi date of Krishna Paksha of Kartik month. Celebrated 2 days before Deepawali, this festival is celebrated all over India. It is said that by bringing vehicles, metal items or ornaments, household items, etc. to the house on this day, wealth always remains in the house. On this Lord Dhanvantari Ji, Mata Lakshmi, and Kuber are mainly worshiped on Dhanteras.
भारतीय संस्कृति के अंतर्गत वर्ष भर में अनेकों त्यौहार आते हैं। ये त्यौहार हमारे जीवन में शुभता तो लाते ही हैं साथ ही हमें अच्छे संस्कारो और सही राह पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
हिन्दू धर्म के अनुसार वैसे तो हर दिन त्यौहार ही है पर हर एक त्यौहार को मनाने का कारण और महत्व को जानना हमारे लिए बहुत ज़रूरी होता है। इन्हीं त्यौहारों में से एक त्यौहार हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस के नाम से मनाया जाता है। दीपावली के 2 दिन पहले मनाए जाने वाले इस त्यौहार को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाता है।
कहा जाता है इस दिन घर में वाहन,धातु से बनी वस्तु या आभूषण,घरेलू सामान आदि लाने से घर में हमेशा धन सम्पन्नता बनी रहती है। धनतेरस पर प्रमुख रूप से भगवान धन्वंतरि जी,माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है।
पौराणिक ���ारण / Mythological Reason -
According to mythology, the ocean was churned between the demons and the gods to get the nectar urn, in which Vasuki Nag was churned for several days by making neti and Mandarachal mountain churn. 14 gems emerged from this ocean churning, after which Lord Dhanvantari appeared with the nectar urn. Hence this date is called Dhanteras. This nectar urn was filled with many medicines. Ayurveda was created in India. Hence this day is celebrated as “National Ayurveda Day”. Lord Dhanvantari had appeared with nectar in an urn, so people usually buy more utensils on this day.
Dhanteras is celebrated in Jainism as Dhyan Teras and Blessed Teras because Lord Mahavir went on his last meditation on this date and attained Nirvana on the day of Deepawali.
पौराणिक कथाओं के अनुसार राक्षसों और देवताओं के बीच में अमृत कलश को पाने के लिए समुद्र मंथन हुआ, जिसमें वासुकी नाग को नेति और मंदराचल पर्वत को मथनी बनाकर कई दिनों तक मथा गया। इस समुद्र मंथन से 14 रत्न निकले जिसके बाद भगवान धनवंतरी अमृत कलश को लेकर प्रकट हुये। इसलिए इस तिथि को धनतेरस कहा जाता है। यह अमृत कलश अनेकों औषधियों से भरा हुआ था। जिसके माध्यम से भारत में आयुर्वेद का निर्माण हुआ। इसलिए इस दिन को “राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस” के रूप में मनाया जाता है। भगवान धन्वन्तरि अमृत को एक कलश में लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस दिन आमतौर पर लोग बर्तन की खरीदी ज़्यादा करते है।
धनतेरस को जैन धर्म में ध्यान तेरस और धन्य तेरस के नाम से मनाया जाता है क्योंकि भगवान महावीर इसी तिथि को अपने अंतिम ध्यान पर गए थे और दीपावली के दिन निर्वाण प्राप्त किये थे।
धनतेरस का महत्व / Significance Of Dhanteras
According to Indian Hindu tradition, on the day of Dhanteras, which is celebrated two days before Deepawali. On this day people buy items made of gold and silver. It is said that on the evening of Dhanteras, by keeping a lamp in the name of Yamdev facing the south direction, the fear of death also ends.
भारतीय हिन्दू परम्परा के अनुसार दीपावली के दो दिन पूर्व मनाए जाता है | इस दिन लोग सोना और चांदी से बनी वस्तु खरीदने का ज़्यादा महत्व रखते हैं। कहते हैं कि धनतेरस की शाम को यमदेव के नाम से दक्षिण दिशा की ओर मुख करके दीपक रखने से मृत्यु का डर भी खत्म हो जाता है।
Kuber, The God Of Wealth, Is Worshiped On This Day.
There is a chance to increase your wealth by spending your money on buying new items, utensils, ornaments, or other household items which are considered shubh. Kuber, the god of wealth, is worshiped on this day.
धनतेरस के दिन अपने धन को व्यय करके नयी वस्तु,बर्तन,आभूषण या अन्य घरेलू सामान खरीदने पर धन में वृद्धि होती है। धन के देवता कुबेर की इस दिन पूजा की जाती है |
Farmers Buy New Seeds For The Growth Of A New Crop.
Farmers buy new seeds for the growth of a new crop on this day and worship them, after Diwali, they start sowing the same seeds says the vedic best astrologer in India Astro Arun Pandit ji . It is considered as shubh and they pray to god for a good harvest.
किसान व्यक्ति आज के दिन नयी फसल की वृद्धि के लिए नये बीज खरीदते हैं और पूजा करते हैं दीपावली के बाद उन्हीं बीजों को बोने का काम शुरू करते हैं। भारत में बेस्ट ज्योतिषी एस्ट्रो अरुण पंडित जी कहते हैं। इसे शुभ माना जाता है और वे अच्छी फसल के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं।
This Year On Dhanteras, What Would Be Auspicious For You To Buy According To Your Zodiac Signs? Let's Know Here-
Aries / Mesh (मेष) Zodiac / Rashi -
It will be auspicious to buy land, plot or farm on this Dhanteras. Mars is the lord of Aries, so you should buy copper utensils in the form of metal.
मेष राशि वाले व्यक्ति इस धनतेरस पर ज़मीन,प्लॉट या खेत खरीदना शुभ रहेगा। मेष राशि का स्वामी मंगल होता है इसलिए धातु के रूप में आपको तांबा के बर्तन ख़रीदना चाहिए।
Taurus / Vrusabh (वृषभ) Zodiac / Rashi -
Taurus Vrusabh Rashi should buy gold and silver items, utensils, or coins on this Dhanteras. Buying diamond items is best for you this Dhanteras.
वृषभ राशि के जातकों को इस धनतेरस पर सोने और चांदी की वस्तु,बर्तन या सिक्के खरीदना शुभ होगा। हीरे की वस्तु खरीदना इस धनतेरस पर आपके लिए सर्वोत्तम है।
Gemini / Mithun (मिथुन) Zodiac / Rashi -
Gemini people should buy things related to green colors, such as a green colored vehicle, green saree, emerald gemstone, etc. Whereas buying gold ornaments or coins is best for you this Dhanteras says the best Vedic astrology, horoscope prediction expert Astrologer Astro Arun Pandit.
मिथुन राशि के जातकों को हरे रंग से जुड़ी वस्तुएं खरीदना चाहिए,जैसे हरे रंग का वाहन,हरी साड़ी, पन्ना आदि। जबकि सोने के गहने या सिक्का खरीदना इस धनतेरस आपके लिए श्रेष्ठ है।
Cancer / Kark (कर्क) Zodiac / Rashi -
Cancer-born people should buy the idol of Goddess Lakshmi and Shree Yantra on this Dhanteras 2022, it can be of any metal, but the idol and Shree Yantra made of silver is best for you this year. Dhanteras is an auspicious day to invest money in the stock market.
कर्क राशि वाले जातकों को इस धनतेरस पर माँ लक्ष्मी की प्रतिमा और श्री यंत्र खरीदना चाहिए यह किसी भी धातु की हो सकती है पर चांदी से बनी मूर्ति और श्रीयंत्र इस वर्ष आपके लिए श्रेष्ठ फलदायक है। शेयर मार्केट में धन इन्वेस्ट करने के लिए धनतेरस एक शुभ दिन है।
Leo / Singh (सिंह) Zodiac / Rashi -
Leo-born people, regardless of the quantity, can buy gold coins, necklaces, or pearls. Among other metals, you can also buy brass and copper. Copper is very dear to the Sun, so buying copper is also very auspicious for you.
सिंह राशि वाले लोगों के लिए सोना खरीदना बहुत शुभ होगा चाहे उसकी मात्रा कितनी ही हो,आप सोने का सिक्का,हार या मोती भी खरीद सकते हैं। अन्य धातु में आप पीतल और तांबा भी खरीद सकते हैं। तांबा सूर्य को अति प्रिय है इसलिए तांबा खरीदना भी आपके लिए बहुत शुभ है।
Virgo / Kanya (कन्या) Zodiac / Rashi -
Virgo-born people should buy bronze items this Dhanteras. For example, the best Jyotish in India Astro Arun Pandit recommends buying Bronze plates, bronze bowls, bronze glass or idols, etc. can also be purchased. Also, on this Dhanteras, buying any item made of ivory, increases the chances of economic benefits.
कन्या राशि ���े लोगों को इस धनतेरस कांसे की बनी हुई वस्तु खरीदना चाहिए। कांसे की थाल,कांसे का कटोरा,कांसे की ग्लास या मूर्ति आदि भी खरीदी जा सकती है। साथ ही इस धनतेरस पर हाथी दांत से बनी कोई भी वस्तु खरीदें इससे आर्थिक लाभ की सम्भावना बढ़ जाती है।
Libra / Tula (तुला) Zodiac / Rashi -
Libra Zodiac Sign people should buy makeup-related items, you can buy necklace, earrings, Nath, or cosmetics. This Dhanteras will provide special fruits for you. Do not forget to offer makeup to Maa / Devi / Goddess Lakshmi.
तुला राशि वाले लोगों को श्रृंगार से संबंधित सामग्री खरीदना इस धनतेरस पर बहुत शुभ है,आप हार, झुमके,नथ,या सौंदर्य प्रसाधन खरीद सकते हैं। इस धनतेरस पर आपके लिए यह विशेष फल प्रदान करेगा। माँ लक्ष्मी को श्रृंगार अर्पित करना न भूलें।
Scorpio / Vrschik (वृश्चिक) Zodiac / Rashi -
It will be auspicious to buy gold coins, gold ornaments, anklets, bracelets, etc. on this Dhanteras 2022. Buying religious books like bhagwad gita is very auspicious for you. If possible, dedicate a golden mace to Lord Hanuman ji, its effect will bring a good change in your life.
वृश्चिक राशि वाले जातकों को इस धनतेरस पर सोने के सिक्के,सोने के गहने,पायल,कड़े आदि खरीदना शुभ होगा। धार्मिक किताबें खरीदना आपके लिए बहुत शुभ है। अगर सम्भव हो तो भगवान हनुमान जी को सोने की गदा समर्पित करें,इसके प्रभाव से आपके जीवन में अच्छा बदलाव आएगा।
Sagittarius / Vrschik (वृश्चिक) Zodiac / Rashi -
Sagittarius born people should buy silver coins on this Dhanteras. This will have a positive effect on your mental thoughts, as well as buying a new vehicle will be very auspicious for you this Dhanteras.
धनु राशि के जातकों को इस धनतेरस पर चांदी के सिक्के खरीदना चाहिए। इससे आपके मानसिक विचारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, साथ ही एक नया वाहन खरीदना आपके लिए इस धनतेरस पर बहुत शुभदायक होगा।
Capricorn / Makar (मकर) Zodiac / Rashi -
Capricorn born natives should buy items made of silver and steel. You can also buy any item that has steel attached. Buying home decoration items is also very auspicious for you.
मकर राशि के जातको को चांदी और स्टील से बने सामान खरीदना चाहिए। ऐसी कोई भी वस्तु जिसमे स्टील लगा हो वह भी आप खरीद सकते हैं। घर को सजाने की वस्तुएं खरीदना भी आपके लिए बहुत शुभ है।
Aquarius / Kumbh (कुम्भ) Zodiac / Rashi -
Aquarius Rashi / zodiac people. You can also buy gold and silver this Dhanteras, but buying furniture and small or big vehicles is also considered very auspicious.
कुम्भ राशि के लोगों के लिए अनाज और हार्डवेयर सम्बंधित सामान खरीदना बहुत शुभ होता है। इस धनतेरस आप सोने चांदी भी खरीद सकते हैं पर साथ में फर्नीचर और छोटा या बड़ा वाहन खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है।
Pisces / Meen (मीन) Zodiac / Rashi -
Pisces / Meen Rashi people are suggested by the best couple Kundli match astrologer Astro Arun pandit to buy silver as its most auspicious for Pisces. God Kuber loves silver very much. Therefore, silver items, jewelry, or any item of the house of worship which is made of silver is very auspicious for you. You can also shop for electronic items.
मीन राशि के लिए सबसे ज़्यादा शुभ चाँदी मानी गई है। कुबेर को चांदी बहुत प्रिय होती है। इसलिए चांदी की वस्तुएं,आभूषण या पूजा घर की कोई भी वस्तु जो चांदी से बनी हो आपके लिए बहुत शुभदायक है। आप इलेक्ट्रॉनिक सामानों की खरीददारी भी कर सकते हैं।
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मुंबई में सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र (एसईईपीजेड) में मेगा कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) परियोजना को निर्धारित समय के भीतर पूरा किया जाना चाहिए और ऐसी परियोजनाओं के लिए एक उदाहरण बनना चाहिए: श्री पीयूष गोयल
मुंबई में सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र (एसईईपीजेड) में मेगा कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) परियोजना को निर्धारित समय के भीतर पूरा किया जाना चाहिए और ऐसी परियोजनाओं के लिए एक उदाहरण बनना चाहिए: श्री पीयूष गोयल
मेगा सीएफसी रत्न और आभूषण क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में मदद करेगा- श्री पीयूष गोयल सीएफसी छोटे और मध्यम उद्यमों की क्षमता में सुधार और मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाने में मदद करेगा: श्री गोयल केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि मुंबई में सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र (सीप्ज)…
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31 लाभदायक छोटे पैमाने के ज्वेलरी बिज़नेस आइडियाज
Jewellery Business Ideas in Hindi - ज्वेलरी बिज़नेस आइडियाज Jewellery Business Ideas in Hindi - ज्वेलरी बिज़नेस आइडियाज क्या आप ज्वेलरी बिजनेस आइडिया खोज रहे हैं? क्या आप रत्न और आभूषण उद्योग में एक लाभदायक व्यवसाय शुरू करने में रुचि रखते हैं? यहां इस लेख में, हम इच्छुक उद्यमियों के लिए 31 आकर्षक रत्न और आभूषण बिज़नेस आइडियाज प्रदान करने का इरादा रखते हैं। Read the full article
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