#रंग दे बसंती
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Mera Rang De Basanti Chola Lyrics » मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स
Mera Rang De Basanti Chola Lyrics » मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स Mera Rang De Basanti Chola Lyrics Mera Rang De Basanti Chola Lyrics » मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स मेरा रंग दे बसंती चोलामेरा रंग दे बसंती चोला ओ, मेरा रंग दे बसंती चोलामेरा रंग दे बसंती चोलाहो, आज रंग दे, हो, माए, रंग देमेरा रंग दे बसंती चोला आज़ादी को चली बिहाने दीवानों की टोलियाँआज़ादी को…
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ये है भोजपुरी सिनेमा की अब तक की सबसे महंगी फिल्म, इस स्टार ने की हिम्मत और बना डाली जबरदस्त मूवी
भोजपुरी सिनेमा के ट्रेंडिंग स्टार खेसारी लाल यादव कई मामलों में अलग-अलग रिकॉर्ड बना चुके हैं. खेसारी लाल के गानों पर बिलियन व्यूज आ जाते हैं और उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल करती हैं. खेसारी लाल ने भोजपुरी सिनेमा की सबसे महंगी फिल्म बनाई है. उस फिल्म का नाम ‘रंग दे बसंती’ है जो इसी साल रिलीज हुई थी. भोजपुरी सिनेमा की अब तक की सबसे महंगी फिल्म रंग दे बसंती है, जिसमें खेसारी लाल लीड रोल में नजर…
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पुलिस ने निकाली तिरंगा रैली, मेरा रंग दे बसंती चोला पर जमकर थिरके पुलिस कर्मी
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डेढ़ दशक में न रंग दे बसंती जैसी फिल्म बनी, न हजारों ख्वाहिशें ऐसी... क्यों भटक रहे युवा फिल्ममेकर्स?
-अजय ब्रह्मात्मज रील और शॉर्ट फिल्म की भरमार और बुखार के इस दौर में सबसे आसान काम है वीडियो बनाना और उसे दुनिया से शेयर कर लेना। यही वीडियो जब फीचर फिल्म के तौर पर बनाना हो तो मुश्किलें आन पड़ती हैं। उन मुश्किलों की बातें फिर कभी करेंगे। फिलहाल हम फिल्म इंडस्ट्री में युवा प्रतिभाओं के लिए उपयुक्त संभावनाओं और युवाओं पर केंद्रित फिल्मों के विषय और मुद्दों पर बातें करेंगे। आज फिल्मों के निर्माण,…
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Dear sir..
Good morning
Yes the words are our best tool for create to better life in our human community . I am learning how to create and use to words in life ..
So one exersise as a example for your notice ..
मित्रों वरिष्ठ साहित्यकार बीकानेर डॉ. शंकर लाला स्वामी जी द्वारा उपहार स्वरुप दी गयी पुस्तक जो की उनके समग्र साहित्य जीवन यात्रा पर केंद्रित एक विशेषांक के रूप में प्रकाशित मरू नव किरण प्रकाशन से है मुझे उनके कर कमलों से उनके निवास स्थान पर प्राप्त हुई एक लोकार्पण समारोह के उपरांत ! आज पुस्तक का अध्ययन किया , पुस्तक का प्रकाशन 119 पृष्ठों में किया गया है ! जो बहुत ही शानदार प्रकाशन है मरू नव किरण प्रकाशन की ओर से !
ये पुस्तक दो खंड में पढ़ी जा सकती पृष्ठ 5 से 50 एक खंड और फिर पृष्ठ 51 से 119 तक दूसरा खंड !
प्रथम खंड में डॉ. शंकर लाला स्वामी जी के साहित्य सफर को उनके विशेष साहित्यकार मित्रों जिनमे बीकानेर और बीकानेर के साथ राजस्थान और देश के साहित्यकार मित्रों के विश्लेषणात्मक आलेख, पत्र और विचार के रूप में संकलित किये गए है! जो करीब करीब 18 साहित्यकारों के है ! प्रथम खंड सपादक मरू नवकिरण प्रकाशन डॉ. अजय जोशी जी के द्वारा लिए गए साक्षात्कार से आरम्भ होता है फिर उनके बाद पुस्तक में स्व��ं डॉ. शंकर लाला स्वामी जी के स्वयं की जीवन यात्रा और साहित्य यात्रा को रखा है ! फिर डॉ मोहम्मद फारूक चौहान साहब ,डॉ. बसंती हर्ष जी, डॉ. एस ऍन हर्ष जी , डॉ. भीष्मचंद्र सोढ़ी , शिवनाम सिंह , राजाराम स्वर्णकार , डॉ. बंशीधर तातेड़ , राजेंद्र जोशी जी , दर्शना कँवर जी "उत्सुक " , जी डी बिन्नानी , डॉ निर्मला माथुर , डॉ. मंगल राम सोनगर , जुगल किशोर पुरोहित जी , डॉ. नरसिंह बिन्नानी , आप सभी के आलेख संकलित है !
इन अलीखों से यह ज्ञात हुआ की किस प्रकार डॉ. शंकर लाला स्वामी जी ने, कहाँ से अपनी साहित्य यात्रा आरंभ की और वो कहा तक किन किन रास्तों से होते हुए आज के इस प्रतिष्ठित साहित्य मंच की विशेष कड़ी विशेषांक तक पहुंची है ! !
चिकित्सक की सेवा में व्यक्ति ठीक वैसे ही अपने जीवन को जीता है जैसे की रंग मंच पर एक अभिनेता एक ही किरदार को रोज अभिनीत करता है अपनी नाट्य प्रस्तुति में ! पर उसके दर्शक भिन्न भिन्न होते है और उन सब के लिए वो अभिनेता का किरदार एक नयी अनुभूति सम्प्रेषित करता है मंचन के दौरान दर्शक के मन मस्तिष्क में ! पर मंच के अभिनेता के लिए एक ही किरदार को एक ही भाव के साथ निभाना होता है जबकि एक चिकित्सक के लिए किरदार एक ही रूप रंग में एक ही मंच चिकित्सालय ही होता है पर उसके लिए अपने किरदार को निभाने के लिए हर मरीज की पीड़ा और तकलीफ के साथ उसके निदान के लिए अलग अलग भाव और उपचार की भिन्न भिन्न क्रियाओं के साथ खुद के भिन्न भिन्न रूप के किरदार को निभाना पड़ता है ( कभी करुणा भाव से तो कभी रूद्र भाव से और कभी प्रेम भाव से आदि आदि ) ! इस उपक्रम में अनेको परिस्थितियां , घटनाएं , भाव , संवेदनाएं आदि से नित सामना करना पड़ता है एक सुलझा हुआ चिकित्सक उन सभी क्रीड़ा और पीड़ा को अपने में समेटते हुए उसे जब मानसिक दबाव न बनाकर सकारात्मक दृष्टि से रचनात्मक अभिव्यक्ति में परिणित कर देता है तो साहित्यकार, कलाकार , गीतकार या नाटककार आदि आदि स्वरुप में समाज के सामने एक उदाहरण के तौर पर तटस्त नजर आया है ! यही बात डॉ. शंकर लालास्वामी जी में भी मुझे नजर आयी पुस्तक के प्रथम खंड के सभी आलेखों को पढ़ने के बाद जो की एक सफल रचनाकार बन ने के लिए अनुकरणीय बात है !
पुस्तक के दूसरे खंड में पृष्ठ 51 से 119 तक में डॉ. शंकर लाला स्वामी जी के साहित्य सृजन की समस्त विधाओं पर प्रकाश डाला गया है ! जो आरम्भ होता है कविता के रचाव की परिभाषा और ��िधि के उल्लेख के साथ जो डॉ. शंकर लाला स्वामी जी की स्वयं के तर्क और अनुभव के आधार पर आधारित है !
पुस्तक के दूसरे खंड में एक बात और गौर करने की है ,और वो है डॉ. शंकर लाला स्वामी जी के साहित्य लेखन में एक शब्द को व्याख्यायित करने की ! ठीक वैसे ही जैसे की एक कथा वाचक संत प्रभु शब्द को कई अर्थों और रूपों में कथा श्रोताओं के समक्ष रखते हुए एक लंबा उपदेश दे देते है ! इस पुस्तक में डॉ. शंकर लाला स्वामी जी ने टपका शब्द को बहुत ही विस्तार से परिभाषित किया है मानो शब्द नहीं कोई विषय हो. आप की लेखनी की क्षमता "कौन आ टपका है " आलेख से आंकी जा सकती है आप को लिखने के लिए कोई विषय , कथा कहानी अथवा भाव की आवश्यकता नहीं , मात्र एक शब्द ही प्रयाप्त है लिखने को ग्रंथ के ग्रंथ ! वंदन आप की लेखनी की क्षमता को।
इस दूसरे खंड में आप के अभी तक के लिखे गए सभी साहित्य कृतियों के विवरण के साथ उनमे प्रकाशित , कहानियों , लघु कथाओं, कवितों , यात्रा वृतांत ,हाइकु ,राजस्थानी कहानियां , गजल, दोहे के साथ बाल साहित्य व् सोरठे आदि का जिक्र और कुछ चुनिंदा रचनाओं का प्रकाशन भी किया गया है ! जो पाठक को पुस्तक के पठन हेतु और साहित्य शोधकर्तों के लिए प्रयाप्त सामग्री ही कही जानी उचित रहेगी मेरी दृष्टि से !
मरू नवकिरण के संपादक डॉ. अजय जोशी जी ने इस विशेषांक को एक साहित्यिक दस्तावेज के रूप में सब के समक्ष प्रस्तुत किया है ! जो आंकलन योग्य और ज्ञान प्रदत कृति के रूप में सहित्य शिल्प भी है डॉ. शंकर लाल स्वामी जी की जीवन यात्रा और साहित्य यात्रा की !
इस से आगे अब कुछ और नहीं लिख रहा हूँ जान बुझ कर क्योंकि कुछ आप भी जाने समझे इस पुस्तक और डॉ. शंकरलाल स्वामी जी के सन्दर्भ में इस विशेषांक को पढ़कर ! सो आभार आप सब का !
You have a great day sir
Warm regards
Yogendra Kumar Purohit
Master of fine arts
Bikaner, India
DAY 6131
Jalsa, Mumbai Dec 2, 2024/Dec 2 Mon/Tue 1:02 am
🪔 ,
December 03 .. birthday greetings to Ef Attia Mirza from New York .. 🙏🏽❤️🚩
..
Birthday - Shilpa Deepak Makwana Ef Chennai .. Dec 2, 2024 greetings and affection from the Ef brigade ..
It takes more than time to be able to fathom words expressions thoughts .. and the reason they are put out has been the best to let them remain in the realm of the originator .. complete and relevant understanding shall never be the domain of the unknown understanding .. for the mind of the creator shall ever be his or hers , and the understanding shall ever be the debate or the questioning of them that make effort to enter that cave ..
so if you can find the mind of the creator , that shall be the creation that you would understand .. can you truly be that ..
NEVER !!
which is why it is put out .. to express this very thought that the independence of the creator may it prosper and flourish in its own depth ..
it cannot be for you or me .. which is why it is expressed .. if you cannot penetrate its depth its vertical profundity , turn the page or close the book ..
but it's deprivation from its questioning can never be me .. it belongs to him .. and expressing it for all to see and know is the prerogative of him .. not you or any other .. because you are not me .. you are not him ..
the last words say it all .. the words that belong to me cannot be given through any medium to them that give it blame , of not receiving them .. for those words shall never be the property of any else .. or other ..
and the debate on the 'other' has been researched through the ages and remains inconclusive ..
research its literature and be the vendor of even further debate ..
THE OTHER ..
MY LOVE 😍
Amitabh Bachchan
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Celebrity Interviews: Lata's Emotional Moment Exposed
Explore the emotional journey of legendary singer Lata Mangeshkar as she reacts to a heartfelt song. Immerse yourself in the world of entertainment mix masala, a hub for exclusive bollywood tadka and celebrity interviews, offering a perfect blend of emotions and entertainment. Read the blog now!
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Dada saheb Phalke Award- वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, यह सम्मान पाने वाली 8वीं महिला एक्ट्रेस
मुंबई: वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान को इस साल दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. वहीदा ने अपने करियर में गाइड, रेश्मा और शे��ा, तीसरी कसम, मेरा नाम जोकर, प्यासा और रंग दे बसंती हिट फिल्मों में काम किया है. इस बात की जानकारी मंगलवार को आईबी मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी. सोशल मीडिया पर एक ट्वीट शेयर करते हुए ठाकुर ने लिखा, ‘मुझे यह जानकारी देते हुए बहुत खुशी और गर्व महसूस…
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The Legend Of Bhagat Singh (2002) - Mera Rang De Basanti Chola Lyrics in Hindi & English with Meaning (Translation) | #SonuNigam | मेरा रंग दे बसंती चोला #AjayDevgan #IndependenceDay Lyrics: https://hindikala.com/hindi-songs-lyrics/the-legend-of-bhagat-singh-2002-mera-rang-de-basanti-chola-lyrics-in-hindi-and-english-with-meaning-translation-sonu-nigam/
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बॉलीवुड की 6 फिल्में, आमिर खान ने किया था रिजेक्ट, शाहरुख-सलमान को बनाया सुपरस्टार, आज भी होगा अफसोस
नई दिल्ली- बॉलीवुड के ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान (Aamir Khan) ने अपनी फिल्मों के चयन से इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है. आमिर अपनी हर फिल्म की स्क्रिप्ट से लेकर करैक्टर की हर बारीक डिटेल तक का ध्यान रखते हैं. ‘लगान’, ‘सरफरोश’, ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘रंग दे बसंती’, ‘3 इडियट्स’, ‘तारे जमीन पर’ और ‘दंगल’ जैसी एक से बढ़कर एक आइकॉनिक फिल्में देने वाले आमिर खान की ब्लॉकबस्टर फिल्मों की लिस्ट…
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प्रसून जोशी: सबसे बड़ी चीज है निर्माता और दर्शकों के बीच का विश्वास - टाइम्स ऑफ इंडिया
प्रसून जोशी: सबसे बड़ी चीज है निर्माता और दर्शकों के बीच का विश्वास – टाइम्स ऑफ इंडिया
हर बार जब आप ‘की भावपूर्ण धुनों को गुनगुनाते हैं’रंग दे बसंती‘लुका छुपी’ गानातारे ज़मीन पर‘, ‘माँ’, आपके पास है प्रसून जोशी धन्यवाद करने के लिए। कवि-लेखक-गीतकार-पटकथा लेखक और वर्तमान केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) अध्यक्ष के साथ बातचीत में वाणी त्रिपाठी, अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव ने टाइम्स लिटफेस्ट के कार्यक्रम में फिल्मों, ओटीटी और उनकी कहानियों में महिला…
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Mera Rang De Basanti Chola Lyrics » मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स
Mera Rang De Basanti Chola Lyrics » मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स Mera Rang De Basanti Chola Lyrics Mera Rang De Basanti Chola Lyrics » मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स मेरा रंग दे बसंती चोला लिरिक्स मेरा रंग दे बसंती चोलामेरा रंग दे बसंती चोला ओ, मेरा रंग दे बसंती चोलामेरा रंग दे बसंती चोलाहो, आज रंग दे, हो, माए, रंग देमेरा रंग दे बसंती चोला आज़ादी को चली बिहाने दीवानों की टोलियाँ(आज़ादी को…
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Jamshedpur film report - बॉलीवुड सिंगर दिलेर मेहंदी ने खेसारीलाल यादव की फिल्म रंग दे बसंती में दी अपनी आवाज, 4 गाने गाए
जमशेदपुर : बॉलीवुड में अपनी गायकी से सब���ं के दलों में बसने वाले सिंगर दिलेर मेहंदी ने भोजपुरी सिनेमा के खेसारीलाल यादव की फिल्म के लिए 4 बेहतरीन गाना गाया है. इस फिल्म का नाम ‘रंग दे बसंती’ है, जो एस आर के म्यूजिक फिल्म्स के बैनर से बन रही है. इस फिल्म के निर्देशक प्रेमांशु सिंह हैं. देश भक्ति पर आधारित उनकी इस फिल्म के एक गाने में दिलेर मेंहदी की आवाज होगी और यह गाना खुद बेहतरीन सिंगर की पहचान…
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शरमन जोशी बर्थडे: जरीन खान संग बोल्ड सीन देख बेटी ने पूछा सवाल, जवाब नहीं मिले थे एक्टर | sharman joshi जन्मदिन की विशेष कहानी जब उनकी बेटी ने ज़रीन खान के साथ अपने बोल्ड सीन के बारे में पूछा बॉलीवुड - समाचार हिंदी में
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‘वजह तुम हो’ फिल्म का एक दृश्य। शरमन जोशी (शरमन जोशी) ने कई यादगार भूमिकाएँ निभाई हैं। चाहे हो ‘3 इडियट्स’ का राजू का किरदार हो या ‘रंग दे बसंती’ का सुखी। लेकिन वे कभी मल्टीस्टारर फिल्मों से उबर नहीं मिलीं।
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कुणाल कपूर बोले- 'रंग दे बसंती' के बाद मैं बड़ी चीज था, पर मेकर्स ने कहा- वह खत्म है
कुणाल कपूर बोले- ‘रंग दे बसंती’ के बाद मैं बड़ी चीज था, पर मेकर्स ने कहा- वह खत्म है
ऐक्टर कुणाल कपूर (Kunal Kapoor) सोमवार यानी 18 अक्टूबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनका कहना है कि वर्तमान परिदृश्य में ऑनस्क्रीन कलाकारों के लिए बेहतरीन समय है क्योंकि एक्सप्लोर करने के लिए कई सारे माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले ऐक्टर बनना, खासकर तब जब आप आउटसाइडर हों, बेहद मुश्किल था। कुणाल ने बताया कि 2004 में ‘मीनाक्षी- अ टेल ऑफ थ्री सिटीज’ में डेब्यू से पहले…
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