#यूपीएससी विश्लेषण
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newswave-kota · 6 months ago
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प्रेशर कम करने का ‘वैक्सीन’ है कोटा कोचिंग सिस्टम- डॉ.विक्रांत पांडे
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एलन एलुमनी मीट-2024 ‘समानयन’ : केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव डॉ.विक्रांत पांडे ने कोटा में अपनी पढाई के अनुभव साझा किये अरविंद न्यूजवेव @कोटा  ‘कोचिंग ऐसा टूल है जो विद्यार्थी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। रोज क्लास में उसे कंफर्ट जोन से बाहर आने का डोज दिया जाता है, जिससे उसकी इम्यूनिटी बढ़ती जाती है। पढाई करते समय प्रेशर कम करने का वैक्सीन कोटा कोचिंग सिस्टम ही देता है।' केंद्रीय गृह मंत्रालय, नईदिल्ली में संयुक्त सचिव वरिष्ठ आईएएस डॉ विक्रांत पांडे एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट की दो दिवसीय एलुमनी मीट-2024 ‘समानयन’ में भाग लेने के लिये कोटा पहुंचे। एक विशेष बातचीत में उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यहां का कोचिंग सिस्टम आपको अपनी छिपी हुई क्षमता को पहचानने की ताकत देता है। यह आप पर निर्भर है प्रेशर में कितना खिलकर बाहर आते हैं। कोटा में पढने का अनुभव 
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मैने झालावाड जिले के बकानी कस्बे में हिंदी माध्यम से स्कूली पढाई की। शिक्षक पिता ने कहा कि मैं डॉक्टर नहीं बन सका, तुम कोशिश करो। उनके संस्कार लेकर मैने 1996 में कोटा आकर एलन से पीएमटी की तैयारी की। गांव से शहर में आकर अकेले किराये के कमरे में रहकर पढाई की। एलन के शिक्षकों ने मनोबल बहुत बढाया। पहले प्रयास में ही चयन हो गया। उदयपुर से एमबीबीएस करते हुये आईएएस बनने का सपना देखा। पहले प्रयास में इंटरव्यू में सफल नहीं हुआ लेकिन कोटा कोचिंग की बदलौत हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में यूपीएससी में अच्छी रैंक से चयनित हो गया। गत 19 वर्षों से सिविल सेवा में रहते हुये बलसाड, भरूच व अहमदाबाद में जिला कलक्टर रहा। इन दिनों गृह मंत्रालय, नईदिल्ली में सेवारत हूं। चट्टान की तरह खडे रहो एक सवाल के जवाब में डॉ. पांडे ने कहा कि हमारा पूरा जीवन एक कॉम्पिटीशन है। हर मुकाम पर लाइनें लंबी मिलेगी, आप चट्टान की तरह खडे रहो। यह मानकर चलें कि मेरी सीट तो फिक्स है। मुझे 100 प्रतिशत मेहनत करना है। मैने 2005 में यूपीएससी दी, तब 50 आईएएस के लिये 11 लाख परीक्षार्थी थे। जज्बा ऐसा हो कि मैदान में रोकने वाले कितने भी खिलाडी हों, आपको अपनी गेंद बाउंड्री के बाहर ही भेजना है। कोचिंग सिस्टम आपकी राह में वेलवेट नहीं बिछाता है, दबाव या दर्द सहने की ताकत पैदा करता है। भीतर से बहुत मजबूत बना देता है। आईएएस इंटरव्यू में भी कोटा कोचिंग से मिला आत्मविश्वास ही काम आया। अपने बच्चों में अलख जगाओ डॉ. पांडे ने माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चों से आशा रखें लेकिन अति महत्वाकांक्षी नहीं बनें। अपने बच्चों को प्रतिस्पर्धा में आगे निकलने के लिये अलख जगाओ। कोचिंग शिक्षक उत्प्रेरक का कार्य करेंगे, आप कूलेंट बनकर शांत रहो। जो आप नहीं कर पाये, उसकी अपेक्षा बच्चे से नहीं करें। बच्चे की मानसिकता को भांप लें। जीवन बहुत लंबा है, हर बात पर उसे दाद देते हुये कहें कि अगली बार इससे भी अच्छा होगा। किसी अन्य से तुलना कभी मत करो। पढाई के दौरान कई टेस्ट होंगे, हमें गोल पर नजरें टिकानी हैं। परीक्षायें मौज-मस्ती नहीं है, स्वाध्याय और मेडिटेशन है। परीक्षा के बाद बच्चे से मार्क्स पर नही करंे। उससे संवाद कर भावनात्मक लगाव महसूस करायें। जिस भूमि पर पानी के छींटे गिरेंगे, खाद डलेगी, वह बंजर नहीं रहेगी। कोचिंग सिस्टम भी बच्चों को वैज्ञानिक ढंग से स्मार्ट थिंकिंग देता है। उसके मस्तिष्क को उपजाऊ बना देता है। थ्योरी पढ़ने का तरीका बदलो एक सवाल के जवाब में वरिष्ठ आईएएस डॉ.पांडे ने कहा कि हम स्कूली पढाई में जो थ्योरी पढते हैं, उसका तरीका प्रवेश परीक्षाओं में बदल जाता है। स्कूल में नंबर आ जाते हैं लेकिन कंसेप्ट क्लियर नहीं होते हैं। कोचिंग में थ्योरी के चेप्टर के कंसेप्ट को समझाते हैं। प्रश्नों का एनालिसिस करना सिखाते हैं। इससे सोचने की सही क्षमता आ जाती है। थ्योरी के प्रत्येक चेप्टर से 100 प्रश्न हल करने की प्रेक्टिस करने पर पढाई करने का तरीका ही बदल जाता है। तेजी से प्रश्न हल करने का स्किल कोचिंग से ही मिलता है। हर शिक्षक थ्योरी चेप्टर को प्रवेश परीक्षाओं से जोड़कर पढाते हैं। यह आप पर निर्भर है कि प्रेशर से कितना खिलकर बाहर आते हैं। कोचिंग सिस्टम आपको दौडने का रास्ता दिखाता है, राह में कंसेप्ट क्लियर कर पत्थर हटाता है तो कठिन प्रश्न देकर पत्थर डालता भी है। जिससे आप कम्पीटिशन की बाधाओं को पार कर लक्ष्य को पा सको। ये हैं कोटा कोचिंग की खास बातें आज दुनियाभर में कोटा कोचिंग की अलग पहचान है। यहां के शिक्षक बच्चों के साथ कडी मेहनत कर उन्हें लक्ष्मण रेखा से बाहर निकालते हैं। बच्चे खुद का विश्लेषण करें। ओवर थिंकिग व सोशल प्रेशर से खुद को दूर रखें। जल्दी से किसी सफलता की कोशिश न करें। कोटा कोचिंग में पीयर गु्रप आपको पढने का माहौल देता है। टाइम मैनेजमेंट, कंसेप्ट समझने, समर्पित होकर पढाई करने से आप खुद को अपग्रेड करना सीख जायेंगे। कोटा कोचिंग का स्वस्थ वातावरण आपको कम्फर्ट जोन से बाहर निकालने में सक्षम है। इसलिये अपने टारगेट के आगे 1-2 साल सोशल मीडिया व स्मार्ट फोन को भूल जायें। Read the full article
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studycarewithgsbrar · 2 years ago
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UPSC कुंजी विश्लेषण: नारायण मूर्ति के उद्धरणों से लेकर मुस्कान तक के उम्मीदवारों के लिए पारंपरिक निबंध विषय प्रश्नोत्तरी सर्वश्रेष्ठ उपकरण होने के नाते
UPSC कुंजी विश्लेषण: नारायण मूर्ति के उद्धरणों से लेकर मुस्कान तक के उम्मीदवारों के लिए पारंपरिक निबंध विषय प्रश्नोत्तरी सर्वश्रेष्ठ उपकरण होने के नाते
इस साल यूपीएससी मेन्स के लिए निबंध का पेपर पिछले साल से अलग था। पिछले साल का पेपर अंग्रेजी भाषा और अमूर्तता पर एक नाटक था, जबकि इस साल यह अधिक पारंपरिक रहा है। निबंध विषय अपेक्षित थे। उदाहरण के लिए – अपनी छत को ठीक करने का सबसे अच्छा समय वह है जब सूरज चमक रहा हो, यह उद्धरण और कहावतों के परिवार से है। युवाओं ने अपने बचपन के बारे में सोचा होगा, उससे अच्छे विचार प्राप्त किए होंगे, और अंक प्राप्त…
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telnews-in · 2 years ago
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यूपीएससी एनडीए उत्तर कुंजी 2022 चेक 04 सितंबर परीक्षा प्रश्न पत्र और विश्लेषण - Rojgar Samachar
यूपीएससी एनडीए उत्तर कुंजी 2022 चेक 04 सितंबर परीक्षा प्रश्न पत्र और विश्लेषण – Rojgar Samachar
कोड द्वारा यूपीएससी एनडीए उत्तर कुंजी 2022 प्रश्न पत्र डाउनलोड करें। यूपीएससी एनडीए 2, एनए सितंबर 04 परीक्षा प्रश्न पत्र विश्लेषण देखें। परीक्षा भारत के केंद्रीय लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाती है एनडीए, एनए II परीक्षा इस वर्ष के लिए 04 सितंबर 2022 को। प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवार राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी परीक्षा के लिए बैठे। अब जब परीक्षा समाप्त हो गई है तो उम्मीदवार इसकी तलाश…
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bharatlivenewsmedia · 2 years ago
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विश्लेषण : राज्यसेवा परीक्षेच्या अभ्यासक्रम बदलांमुळे होणार काय?
विश्लेषण : राज्यसेवा परीक्षेच्या अभ्यासक्रम बदलांमुळे होणार काय?
विश्लेषण : राज्यसेवा परीक्षेच्या अभ्यासक्रम बदलांमुळे होणार काय? केंद्रीय लोकसेवा आयोगाच्या (यूपीएससी) धर्तीवरच आता राज्यसेवेची परीक्षा यो��ना वर्णनात्मक पद्धतीची करण्यात आली आहे चिन्मय पाटणकर महाराष्ट्र लोकसेवा आयोगाने (एमपीएससी) राज्यसेवा परीक्षेची परीक्षा योजना आणि अभ्यासक्रमामध्ये बदल करण्याचा निर्णय घेतला. आता राज्यसेवेमध्ये वर्णनात्मक (सब्जेक्टिव्ह) पद्धतीचा समावेश करण्यात आला आहे. केंद्रीय…
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sareideas · 2 years ago
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यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक परीक्षा परिणाम 2022 upsconline.nic.in पर जारी, यहां पीडीएफ डाउनलोड करें
यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक परीक्षा परिणाम 2022 upsconline.nic.in पर जारी, यहां पीडीएफ डाउनलोड करें
टाइम्स ऑफ इंडिया एजुकेशन एक प्रमुख स्रोत है जो शिक्षा और नौकरियों पर विश्वसनीय और नवीनतम समाचार प्रदान करता है। सीबीएसई, आईसीएसई, बोर्ड परीक्षा, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, प्रतियोगी परीक्षाओं, डेट शीट, एडमिट कार्ड, उत्तर कुंजी, परिणाम, प्रवेश, परीक्षा विश्लेषण, नौकरी समाचार, भर्ती अधिसूचना आदि पर ब्रेकिंग न्यूज प्राप्त करें। टाइम्स ऑफ इंडिया एजुकेशन बड़े पैमाने पर कवर करता है शिक्षा समाचार, नौकरी…
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vsonker · 3 years ago
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क्या यूपीएससी जैसे बड़े एग्जाम बेरोजगारी को बढ़ावा देते हैं?
क्या यूपीएससी जैसे बड़े एग्जाम बेरोजगारी को बढ़ावा देते हैं?
हम भारतीयों को गर्व है कि UPSC (IAS/IPS/IFS) क्रैक करने वाले 0.2% लोग तुरंत सेलिब्रिटी बन जाते हैं। लेकिन शेष 99.8% का क्या जो अपने जीवन के कुछ सबसे अधिक उत्पादक वर्षों को बर्बाद कर देते हैं? ★ अगर हम निवेश पर लाभ का विश्लेषण करें: ‘परीक्षा में असफल लोगों के लिए समय बर्बाद’ बनाम ‘सफल लोगों द्वारा जोड़ा गया मूल्य’। एक बड़ा नकारात्मक होगा। ★ यूपीएससी में असफलता व्यक्ति के आत्मविश्वास को नष्ट कर…
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studyiqeducation · 5 years ago
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moneycontrolnews · 5 years ago
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जीवन मंत्र डेस्क. जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ है, उनकी राशि मेष होती है। इस राशि का स्वरूप मेंढा जैसा होता है। राशि का स्वामी मंगल है। ये राशि चक्र की सबसे पहली राशि मेष है। इस राशि के लोग आकर्षक होते हैं। इनका स्वभाव कुछ रुखा हो सकता है। दिखने में सुंदर होते हैं। यह लोग किसी के दबाव में काम करना पसंद नहीं करते। इनका चरित्र साफ-सुथरा एवं आदर्शवादी होता है। इन लोगों को नए साल 2020 में भाग्य का साथ मिलने वाला है। बेजान दारूवाला बता रहे हैं मेष राशि के लिए कैसा रहेगा नया साल 2020... मेष राशि वालों के लिए साल 2020 काफी अच्छा रहने वाला है। ये साल आपको विजय दिलाने वाला रहेगा। प्रतिस्पर्धाओं में सफलता के योग हैं। ये साल आपके लिए कुछ विशेष सफलता देने वाला रह सकता है। नौकरीपेशा, बिजनेस पर्सन और विद्यार्थियों के लिए काफी सकारात्मक रहेगा। यदि मेष राशि के विद्यार्थी अपनी नियमित पढ़ाई के साथ किसी प्रतियोगी परीक्षा यूपीएससी, पीएससी, पीएमटी, पीईटी आदि किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो सफलताएं उन्हें मिल सकती है। बैंकिंग क्षेत्र में भी सफलताएं आपको नौकरी के दरवाजे खोल सकती हैं। शासकीय/अशासकीय विभागों में कार्यरत मेष राशि के जातकों के लिए यह वर्ष पदोन्नति के अवसर भी प्रदान कर सकता है। भूमि, प्लाट अथवा फ्लेट खरीदने में हो सके, तो बैंक लोन लेकर ही सही, मकान या प्लाट के मालिक बन सकते हैं। सम्पत्ति के मामलों में आपके लिए वर्ष विशेष फल देने वाला है। बैंकों से कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध होगा। इस राशि के जातकों खासकर इंजीनियर्स, सर्जन अथवा कम्प्यूटर विशेषज्ञों के लिए देश-विदेश में नौकरी के अवसर अवश्य मिलेंगे। यात्राओं के आयोजन बनेंगे। राजनीतिज्ञ सावधान रहें। विवादों की इबारत लिखी जा सकती है। नौकरी के हालात में सुधार होंगे। नए परिवर्तन अथवा नए काम की शुरुआत होगी। शेयर बाजार में सुधार के लक्षण दिख रहे हैं। तेल, लोहा, रियलटी, बैंक एवं पावर से जुड़े शेयर्स में लाभ कमा सकते हैं। यदि डीमेट एकाउन्ट में कम से कम 2-3 सालों को रखकर भूल जाएं, तो अच्छा लाभ मिलेगा। किसी नए काम की शुरुआत से पहले अच्छाई और बुराई का अच्छी तरह विश्लेषण जरूरी होगा। परिवार में मांगलिक कार्य सुखद और सहज रूप में सम्पन्न होंगे। शुक्र कह रहा है - जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल अथवा जून में विवाह की शहनाई बज सकेंगी, शुक्र विदेश यात्राओं का भी सुयोग बनाता है। स्वास्थ्य को लेकर आपको थोड़ा सचेत रहने की आवश्यकता होगी। आपके लिये बेहतर होगा कि नित्य योगाभ्यास करें। मौसमी परिवर्तन आपको परेशान कर सकता है। गृहस्थ जीवन, आमोद-प्रमोद से बीतेगा। समझौतावादी दृष्टिकोण अपनाएं। सावधान रहें, प्रेम प्रसंगों में मंगल विवाद भी करा सकता है। परस्त्री प्रसंग आपके लिए जेल या अस्पताल के दरवाजे भी दिखा सकता है। विवाह योग्य जातकों के जीवन में दाम्पत्य जीवन के सुख मिलने के योग गुरु बना रहा है। इस वर्ष आपकी आमदनी के स्रोतों में इजाफा होगा लेकिन बचत के लिए यह वर्ष अनुकूल नहीं है। पैसों के आने से पहले ही खर्चे तैयार मिलेंगे। किसी पारिवारिक व्यक्ति के स्वास्थ्य के बिगड़ जाने के कारण उसमें काफी पैसे खर्च करने पड सकते हैं। कुछ नए कामों की शुरुआत करने के कारण आप अपने संचय किए हुए धन को खर्च करना चाहेंगे। बादाम का एक हिस्सा मंदिर में बाटें और दूसरा हिस्सा घर लाएं। शराब, मांशाहार, अंडे के सेवन और व्यभिचार से बचें। साधुओं, गुरुओं और पीपल के पेड़ की सेवा करें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Rashifal Mesh (Aries) 2020: Mesh Rashifal Yearly, Aries Yearly Horoscope 2020, Mesh Rashi Ka Varshik Rashifal Predictions For Career Love Life Business
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shadowydreamercowboypie · 6 years ago
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एक IAS अधिकारी बनने के लिए UPSC परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए कदम से कदम निर्देश।
Step by step instructions to Crack UPSC Exams to Become AN IAS Officer
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा संचालित, ���ेश में सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं के रूप में मूल्यांकन के लिए हर साल लाखों उम्मीदवार भारतीय सिविल सेवा परीक्षाओं में आते हैं।
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अखिल भारतीय सेवाओं के दायरे में आने वाली 24 सेवाओं में से। जैसा कि 3 मुख्य सेवाएं हैं जो सिविल सेवा के उम्मीदवारों के बीच अपने कैरियर की क्षमता के लिए सबसे अधिक मांग हैं।
अर्थात् भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अंत में उन सभी की सबसे प्रतिष्ठित और उच्च श्रेणी - भारतीय प्रशासनिक सेवा या IAS।
IAS भारत सरकार की नौकरशाही को आधार बनाता है और इसमें राज्य और केंद्र सरकार के सभी वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं, जिन्हें सरकार को कुशलता से काम करने में मद�� करने का काम सौंपा जाता है।
उम्मीदवारों को इस परीक्षा के तीन मुख्य चरणों, जैसे कि प्रारंभिक परीक्षा, और अंतिम साक्षात्कार के दौर को सफलतापूर्वक पूरा करना होगा, इससे पहले कि वे भारतीय प्रशासनिक सेवा में कैरियर के लिए चुने जाते हैं।
एक IAS अधिकारी क्या करता है?
जैसा कि ऊपर उल्लिखित है, एक IAS अधिकारी की सबसे बड़ी प्राथमिकता वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों को नीतियों को फ्रेम करने में मदद करना और उनके संबंधित विभाग / मंत्रालयों को संचालित करना है।
हालांकि, उन्हें संबंधित मंत्रालय को वापस भी रिपोर्ट करना होगा। उसी पर अमल करने के लिए उठाए गए कदमों और जमीनी असर और सुधार की गुंजाइश देने वाले क्षेत्रों पर प्रतिक्रिया साझा करें।
IAS अधिकारी सामान्य रूप से अपने करियर की शुरुआत सबसे कम उप-मंडल स्तर पर करते हैं और अपने राज्य विधानसभाओं और केंद्रीय संसद दोनों के लिए भी जवाबदेह होते हैं।
राजस्व संग्रह, निधि संवितरण, संकट प्रबंधन, आपदा राहत, कानून और व्यवस्था बनाए रखना, नीति निर्माण - IAS अधिकारी के कुछ अन्य प्रमुख दायित्व हैं।
किसी आईएएस अधिकारी को जिला मजिस्ट्रेट या जिला के डीएम के पद पर पदोन्नत करना, जिला कलेक्टर या कमिश्नर को ओवरटाइम और उसके प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
वरिष्ठता के एक निश्चित स्तर तक पहुंचने पर, अधिकारियों को अक्सर केंद्रीय सरकार के साथ उप / संयुक्त / कैबिनेट सचिव के रूप में केंद्रीय पोस्टिंग के लिए प्रतिनियुक्त किया जाता है।
Step by step instructions to Crack UPSC Exams to Become AN IAS Officer
कुछ वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को प्रतिष्ठित पीएसयू या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के प्रमुख पदों पर भी दिया जाता है।
वे प्रति माह कितना कमाते हैं?
सार्वजनिक प्रशासन के मामलों में प्रभावशाली शक्ति और प्रभावशाली राजनेताओं के साथ उनकी निकटता के अलावा, आईएएस अधिकारी भी उनकी सेवाओं के लिए बहुत अच्छे हैं।
उदाहरण के लिए, एक जूनियर अधिकारी लगभग अनुमानित करने की उम्मीद कर सकता है। INR 60,000 प्रति माह, यदि लागू हो तो अतिरिक्त भत्ते (HRA / TA) की मेजबानी। एक बदमाश अधिकारी के लिए अभी भी बुरा काम पर नहीं सीख रहा है।
स्पेक्ट्रम के दूसरे छोर पर, एक बहुत ही वरिष्ठ आईएएस अधिकारी - कैबिनेट या संयुक्त सचिव के स्तर पर - प्रति माह लगभग 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है - सभी 7 वें वेतन आयोग की सिफारिशों के लिए धन्यवाद ।
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UPSC परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड यहां कुछ प्राथमिक पात्रता शर्तों पर एक नज़र डाली गई है, जो यूपीएससी परीक्षाओं में बैठने के इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा पूरी की जाती हैं।
1. IAS या IPS में शामिल होने के इच्छुक लोगों को केवल भारतीय नागरिक होना चाहिए।
2. हर उम्मीदवार को अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है, ऐसे किसी भी मुद्दे को हल करता है जो उसके आधिकारिक प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।
3. उम्मीदवारों को अपनी मानसिक और शारीरिक स्थिति निर्धारित करने के लिए केंद्रीय स्थायी चिकित्सा बोर्ड (CSMB) द्वारा आयोजित एक मेडिकल परीक्षा के लिए खुद को बनाने की आवश्यकता होती है।
4. इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए उम्मीदवारों की आयु 21-32 के बीच होनी चाहिए। उम्मीदवार की आयु की गणना आम तौर पर परीक्षा के वर्ष के 01 अगस्त से विचाराधीन हो जाती है।
5. यूपीएससी परीक्षा के लिए उपस्थित होने की यह सीमा ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 3 वर्ष और एससी / एसटी उम्मीदवारों और भूतपूर्व सैनिक के लिए 5 वर्ष है।
6.उम्मीदवारों को सरकार से मान्यता प्राप्त, विख्यात या प्रमुख विदेशी विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
7.दूरस्थ शिक्षा की डिग्री या समकक्ष योग्यता (भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त) के साथ भी आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
8. फाइनल ईयर कॉलेज के छात्र आम तौर पर यूपीएससी परीक्षा का पहला चरण ले सकते हैं।
9. सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के पास यूपीएससी परीक्षा को पास करने के लिए कुल 6 प्रयास हैं।
Step by step instructions to Crack UPSC Exams to Become AN IAS Officer
10. ओबीसी उम्मीदवारों को 9 प्रयासों की अनुमति है, जबकि एससी / एसटी उम्मीदवारों के पास असीमित प्रयास हो सकते हैं जब तक कि वे 32 वर्ष की अधिकतम आयु सीमा को पार नहीं करते हैं।
11. उम्मीदवार यूपीएससी की वेबसाइट पर, या देश भर के विभिन्न डाकघरों के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
12.आवेदन की समय सीमा आमतौर पर फरवरी और मार्च के महीनों के आसपास होती है।
IAS परीक्षा का सिलेबस और संबंधित विवरण
10 प्रतिशत से कम की सफलता दर के साथ, यह परीक्षा देश की सबसे कठिन सार्वजनिक सेवा परीक्षाओं में से एक है।
जोड़ने के लिए, उम्मीदवार के चयन से पहले तीनों राउंड को क्लियर करने के लिए कई महीनों की कठोर यूपीएससी तैयारी और गंभीर अध्ययन की आवश्यकता होती है।
परीक्षा की तीन प्राथमिक श्रेणियां हैं,
1. प्रारंभिक योग्यता परीक्षा या CSAT
मुख्य परीक्षा (लिखित)
2.. फेस-टू-फेस साक्षात्कार
पहला चरण जो प्रारंभिक (वस्तुनिष्ठ) परीक्षा है, आमतौर पर जून के महीने के आसपास आयोजित की जाती है, जबकि लिखित परीक्षा प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के आसपास आयोजित की जाती है।
3. केवल वे छात्र जो दोनों परीक्षाओं में उत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें अंतिम साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण दौर के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जो हर साल मार्च-मई के बीच आयोजित किया जाता है।
अंतिम परिणाम जून के महीने में घोषित किए जाते हैं।
नए सिरे से यूपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी करने की तैयारी के लिए नए सिरे से अध्ययन योजना बनानी चाहिए क्योंकि परीक्षा के पाठ्यक्रम और पैटर्न की बेहतर समझ हासिल करना आवश्यक है।
पहला चरण जो प्रारंभिक परीक्षा है, उसमें दो अ��िवार्य परीक्षण शामिल हैं - सामान्य अध्ययन I और सामान्य अध्ययन II।
यदि आप अगले स्तर तक पहुँचना चाहते हैं तो प्रत्येक पेपर में 200 अंक होते हैं और दोनों अनिवार्य हैं।
लिखित परीक्षा में शामिल किए गए कुछ मुख्य विषयों के बारे में आपको बेहतर जानकारी देने के लिए, यहाँ कुछ महत्वपूर्ण विषयों का पूर्वावलोकन है, जिन्हें आपको लिखित परीक्षा में शामिल करने के लिए पढ़ना होगा।
महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और वैश्विक कार्यक्रम।
भारतीय संविधान और शासन प्रणाली।
भारतीय इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम।
सामाजिक-आर्थिक और सतत विकास के मुद्दे और चुनौतियाँ।
ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण पारिस्थितिकी और सामान्य विज्ञान।
ये महत्वपूर्ण परीक्षण आपके कुछ प्रमुख व्यक्तित्व लक्षणों का आकलन करने के लिए भी उपयोग किए जाते हैं जिनमें शामिल हैं;
अपने निर्णय लेने और समस्या को सुलझाने के कौशल।
लेखन और समझ कौशल
तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक विश्लेषण की क्षमता।
सामान्य मानसिक और संज्ञानात्मक क्षमता।
मूल संख्या और डेटा व्याख्या के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट की तैयारी।
संदर्भ पुस्तकें और अध्ययन सामग्री
पुस्तकों और अकादमिक साहित्य में कोई कमी नहीं है, जो आपको पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने में मदद कर सकता है।
आप कई एनसीईआरटी पुस्तकों और विषयों को भी देख सकते हैं जो विशेष रूप से आईएएस उम्मीदवारों द्वारा संदर्भ और तैयारी सामग्री के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
इस श्रेणी में कुछ अधिक लोकप्रिय विकल्प ये किताबें हैं जो निश्चित रूप से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में आपकी मदद करने वाली हैं;
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bankiq · 6 years ago
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biographyiq · 6 years ago
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globalexpressnews · 7 years ago
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UPSC टॉपर्स में हरियाणा नंबन वन, सचिन ने टाइम मैनेजमेंट से हासिल की सफलता खास बातेंइंडियन कॉर्पोरेट लॉ सर्विस के अधिकारी हैं सचिन गुप्तासचिन मारुति सुज़ुकी में भी काम कर चुके हैंकहा, अपनी ख़ासियत और कमियों का विश्लेषण करके विषय चुने जाएंनई दिल्ली: संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के नतीजों में टॉपर्स की लिस्ट में हरियाणा राज्य भी टॉप पर है. नंबर दो पर आई है बेटी और नंबर तीन पर बेटा. नंबर दो पर अनु कुमारी रहीं और नंबर 3 पर रहे सचिन गुप्ता. सचिन गुप्ता की सफलता का राज़ समय का प्रबंधन और परीक्षा की तैयारी के लिए स्मार्ट स्टडी है. सिरसा के बिज़नेस परिवार से आने वाले सचिन ने मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. फिर कुछ वक़्त के लिए मारुति सुज़ुकी में काम कर चुके हैं. इस समय वे इंडियन कॉर्पोरेट लॉ सर्विस के अधिकारी हैं और फिलहाल मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉर्पोरेट अफेयर्स में काम करते हैं. यह भी पढ़ें : UPSC Result 2017: 4 साल के बच्चे की मां ने किया कमाल, हरियाणा में बनीं मिसाल सचिन बताते हैं कि टाइम मैनेजमेंट और स्मार्ट स्टडी उनकी स्ट्रेटेजी में सबसे अहम था. इस साल की सिविल सेवा परीक्षा का प्रीलिम्स अब बस महीने भर दूर है ऐसे में सचिन कहते हैं कि तैयारी में जुटे छात्रों को प्रीलिम्स तक कुछ भी नया पढ़ने के बजाय पढ़ी हुई चीज़ों को दोहराने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. यह भी पढ़ें : EXCLUSIVE : यूपीएससी टॉपर्स से एनडीटीवी की खास बातचीत पहली रैंक हासिल करने वाले अनुदीप की तरफ सचिन का ऑप्शनल भी एंथ्रोपोलॉजी था. सचिन का कहना है अपनी ख़ासियत और कमियों का ठीक से विश्लेषण करने के बाद ही आपको ऑप्शनल के बारे में कोई फैसला करना चाहिए. जहां तक पढ़ाई के लिए रिसोर्सेज का सवाल है सचिन ने भी दूसरे नंबर की ��ॉपर अनु की तरफ ऑनलाइन रिसोर्सेज का सहारा लिया. इसके अलावा NCERT की पुरानी किताबों पर भी सचिन का जोर था. टिप्पणियां
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pragatitimes2016-blog · 8 years ago
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सिविल सेवा परीक्षा के लिए इतिहास की पुस्तक का विमोचन has been published on PRAGATI TIMES
सिविल सेवा परीक्षा के लिए इतिहास की पुस्तक का विमोचन
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए ‘एनशिएन्ट एंड मेडिएवल इंडिया’ पुस्तक लांच किया गया है।
पुस्तक में प्राचीन एवं मध्यकालीन ��तिहास का पूरा पाठ्यक्रम शामिल है, साथ ही इसमें प्रीलिम्स यानी आरम्भिक परीक्षा के लिए आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध है। मैकग्रॉ हिल एजुकेशन की ओर से पेश इस पुस्तक में मौजूदा पाठ्यक्रम एवं पिछले सालों में पूछे गए सवालों के विस्तृत विश्लेषण द्वारा पुस्तक की सामग्री तैयार की गई है। इसके अलावा इसमें अभ्यास के लिए अध्याय-वार सवाल भी दिए गए हैं, जो परीक्षा की तैयारी को बेहद आसान बनाते हैं। केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने शनिवार को पुस्तक का विमोचन किया और कहा, “पुस्तक में भारत के प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास से जुड़े सभी पहलू शामिल हैं और परीक्षा के लिए यह इन विषयों की तैयारी हेतु वन-स्टॉप समाधान की भूमिका निभाएगी।” इस मौके पर मैकग्रॉ हिल एजुकेशन इंडिया में टेस्ट प्रिपरेशन के महाप्रबंधक तन्मय रॉय चौधरी ने कहा, “पुस्तक में यूपीएससी पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए भारत के प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास के सभी पहलुओं को विस्तार से दिया गया है।”
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studyiqeducation · 5 years ago
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studyiqeducation · 5 years ago
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