#यूपी नीट यूजी 2022
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trendingwatch · 2 years ago
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यूपी नीट काउंसलिंग 2022 मॉप-अप राउंड के लिए च्वाइस फाइलिंग आज से शुरू
यूपी नीट काउंसलिंग 2022 मॉप-अप राउंड के लिए च्वाइस फाइलिंग आज से शुरू
चिकित्सा निदेशालय शिक्षा एंड ट्रेनिंग (DMET), उत्तर प्रदेश ने आज राज्य की राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा अंडरग्रेजुएट (UP NEET UG) मॉप-अप काउंसलिंग राउंड 2022 के लिए च्वाइस फाइलिंग शुरू कर दी है। जो आवेदक पंजीकृत हैं और इसके लिए पात्र हैं, वे 13 दिसंबर तक इसकी आधिकारिक वेबसाइट upneet.gov.in पर अपनी प्राथमिकताएं जमा कर सकेंगे। उम्मीदवारों द्वारा किए गए विकल्पों के अनुसार, मॉप-अप यूपी नीट यूजी…
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slnkhabar · 2 years ago
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यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2022 मॉप अप राउंड रजिस्ट्रेशन शुरू
यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2022 मॉप अप राउंड रजिस्ट्रेशन शुरू
UP NEET UG Counselling 2022: चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशालय, उत्तर प्रदेश ने यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2022 (UP NEET Counselling 2022) मॉप अप राउंड रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज, 6 दिसंबर, 2022 से शुरू हो गई है। जो उम्मीदवार अपना रजिस्ट्रेशन (UP NEET 2022) कराना चाहते हैं, वे यूपी नीट की आधिकारिक साइट upneet.gov.in के माध्यम से कर सकते हैं। बता दें रजिस्ट्रेशन शुल्क…
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mwsnewshindi · 2 years ago
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यूपी नीट यूजी 2022 काउंसलिंग: डीएमईटी ने जारी किया शेड्यूल, राउंड 2 का समय
यूपी नीट यूजी 2022 काउंसलिंग: डीएमईटी ने जा���ी किया शेड्यूल, राउंड 2 का समय
यूपी नीट यूजी 2022 काउंसलिंग: महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, उत्तर प्रदेश ने आज काउंसलिंग के दूसरे चरण का कार्यक्रम जारी किया उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (यूपी एनईईटी) -यूजी 2022. उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट upneet.gov.in पर शेड्यूल चेक कर सकते हैं। ऑनलाइन पंजीकरण आज से शुरू हो गया है और 14 नवंबर दोपहर 2 बजे तक चलेगा। छात्र आज से 15 नवंबर तक अपनी सुरक्षा जमा कर…
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newslobster · 2 years ago
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UP NEET UG 2022 Counselling: यूपी नीट यूजी काउंसलिंग राउंड 1 मेरिट लिस्ट जारी, डायरेक्ट लिंक से करें चेक
UP NEET UG 2022 Counselling: यूपी नीट यूजी काउंसलिंग राउंड 1 मेरिट लिस्ट जारी, डायरेक्ट लिंक से करें चेक
UP NEET UG Counselling 2022: DMET उत्तर प्रदेश ने 30 अक्टूबर तक यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2022 के लिए सही दस्तावेज अपलोड कर���े के लिए पंजीकृत उम्मीदवारों के लिए दस्तावेज़ सुधार विंडो भी खोली है. UP NEET UG Counselling 2022: चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशालय (डीएमईटी), उत्तर प्रदेश ने 29 अक्टूबर को राज्य की नीट यूजी काउंसलिंग 2022 राउंड 1 मेरिट लिस्ट जारी की है. यूपी नीट यूजी काउंसलिंग के लिए…
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telnews-in · 2 years ago
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NEET Result 2022: सबसे ज्यादा यूपी के छात्रों को मिली नीट में सफलता, टॉप 50 में कर्नाटक सबसे आगे - neet result 2022 highest number of students from up cleared exam
NEET Result 2022: सबसे ज्यादा यूपी के छात्रों को मिली नीट में सफलता, टॉप 50 में कर्नाटक सबसे आगे – neet result 2022 highest number of students from up cleared exam
देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी रिजल्ट 2022 घोषित कर दिया गया है। इस परीक्षा में 18.72 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है और 17,64,571 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 9,93,069 छात्रों को योग्य घोषित किया गया है। तनिक्षा, राजस्थान की एक छात्रा (नीट टॉपर तनिष्क) शीर्ष है। दिल्ली के छात्र वत्स आशीष बत्रा ने दूसरा स्थान हासिल किया। कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गंगुले तीसरे और छात्र…
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abhay121996-blog · 3 years ago
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यूपी चुनाव से पहले NEET में OBC आरक्षण, बीजेपी के 'मास्टरस्ट्रोक' की क्या है सियासी अहमियत? समझिए Divya Sandesh
#Divyasandesh
यूपी चुनाव से पहले NEET में OBC आरक्षण, बीजेपी के 'मास्टरस्ट्रोक' की क्या है सियासी अहमियत? समझिए
लखनऊ केंद्र सरकार ने नीट की परीक्षा में अखिल भारतीय कोटे से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से कमजोर तबके (ईडब्ल्यूएस) को आरक्षण देने का फैसला किया है। इसके तहत अब ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन सीटों पर नामांकन के लिए केंद्रीय कोटे में ओबीसी को 27 फीसदी और ईडब्ल्यूएस को 10 फीसदी आरक्षण लागू किया जाएगा। इस व्यवस्था इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू होगी। बीजेपी के इस फैसले का राजनीतिक महत्व भी है, खासकर यूपी में, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
मेडिकल शिक्षा में ओबीसी आरक्षण की कवायद लंबे समय से चल रही थी। अभी कुछ दिन पहले ही मोदी कैबिनेट विस्तार में ओबीसी मंत्रियों की संख्या बढ़ाकर 27 हो गई है। जाहिर है कि अगले चुनाव से पहले मोदी और बीजेपी का फोकस पिछड़े वर्ग पर है। पीएम मोदी खुद को भी पिछड़े समुदाय से ताल्लुक रखने वाला बताते हैं।
क्या है आरक्षण के फैसले का मकसद? लखनऊ से वरिष्ठ पत्र��ार सिद्धार्थ कलहंस ��नबीटी ऑनलाइन से बातचीत में कहते हैं, ‘नीट में आरक्षण का राजनीतिक मकसद पिछड़े वर्ग की नाराजगी को दूर करना है। तमिलनाडु से लेकर मध्य प्रदेश और बिहार में तेजस्वी का लगातार दबाव था, तमिलनाडु में स्टालिन का दबाव था। इसके अलावा यूपी में पिछड़ों के अलग-अलग समूह और राजनीतिक दल भी इसके लिए आंदोलन कर रहे थे जिसमें कांग्रेस प्रमुख थी।’
‘यूपी चुनाव को देखते हुए लिया गया फैसला’सिद्धार्थ कलहंस बताते हैं, ‘यह फैसला खासतौर से अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लिया है, जहां 40 फीसदी से ज्यादा पिछड़े समुदाय की आबादी है। एक कारण और भी हो सकता है कि सुप्रीम कोर्ट में यह मुद्दा गया था और हो सकता है कि वहां से इस तरह के निर्देश आ जाते तो असहज स्थिति हो सकती थी, तो उस असहज स्थिति से बचने के लिए यह घोषणा पहले ही कर दी गई, ताकि इसका श्रेय भी लिया जा सके और यूपी चुनाव में इसे भुनाया जा सके।’
यूपी चुनाव में बीजेपी को इस फैसले से होगा फायदा? वरिष्ठ पत्रकार का कहना है कि जिस तरह से बीजेपी ने नीट में पिछड़ों को आरक्षण देने के मुद्दे को हाइलाइट किया है उससे साफ है कि यूपी चुनाव में वह इसका फायदा लेने का प्रयास करेगी। साथ ही बीजेपी नहीं चाहेगी कि किसी और दल को इसका क्रेडिट मिले। इसकी शुरुआत हो भी गई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव हों या बीएसपी सुप्रीमो मायावती सभी इस फैसले में अपना योगदान दिखाने की जुगत में लग गए हैं।
सपा-बीएसपी-कांग्रेस में क्रेडिट लेने की होड़ बीजेपी के फैसले के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘सपा के आंदोलन के आगे अंततः आरक्षण विरोधी बीजेपी को झुकना ही पड़ा। बीजेपी ने लाख हथकंडे और चालें चलीं पर आखिर उसे मेडिकल में 27 फीसदी ओबीसी और 10 फीसदी इडब्ल्यूएस का सांविधानिक अधिकार देना ही पड़ा। ये सपा के सामाजिक न्याय के संघर्ष की जीत है। इस जीत के बाद हम 2022 भी जीतेंगे।’
वहीं मायावती ने ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। मायावती ने लिखा, ‘देश में सरकारी मेडिकल कालेजों की ऑल इंडिया की यूजी और पीजी सीटों में ओबीसी कोटा की घोषणा काफी देर से उठाया गया कदम। केंद्र सरकार अगर यह फैसला पहले ही समय से ले लेती तो इनको अबतक काफी लाभ हो जाता, किंतु अब लोगों को यह चुनावी राजनीतिक स्वार्थ हेतु लिया गया फैसला लगता है।’
बीएसपी सुप्रीमो ने लिखा, ‘वैसे बीएसपी बहुत पहले से सरकारी नौकरियों में एससी, एसटी व ओबीसी कोटा के बैक���ॉग पदों को भरने की मांग लगातार करती रही है, किंतु केंद्र औप यूपी सहित अन्य राज्यों की भी सरकारें इन वर्गों के वास्तविक हित और कल्याण के प्रति लगातार उदासीन ही बनी हुई हैं, यह अति दुःखद है।’
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस फैसले के लिए मद्रास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया है। उन्होंने लिखा, ‘मद्रास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को साधुवाद जिन्होंने मोदी सरकार को फटकार लगाई और उन्हें सभी मेडिकल और डेंटल कॉलेज में ऑल इंडिया कोटे के तहत ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने पर मजबूर दिया। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 2007 में इसके लिए ऐतिहासिक कानून बनाया था, जिसे मद्रास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के साथ अंतिम रूप दिया गया है।’
‘चुनाव के दवाब में बीजेपी ने लिया फैसला’समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने एनबीटी ऑनलाइन से कहा, ‘ओबीसी समाज को आरक्षण मिलना चाहिए लेकिन यह देर से लिया गया फैसला है। समाजवादी पार्टी हमेशा सामाजिक न्याय की पक्षधर रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नीट में ओबीसी समाज के लिए आरक्षण की वकालत की थी। अभी तक 11,000 डॉक्टर बनते ओबीसी समाज के लेकिन केंद्र की वजह से यह संभव नहीं हो पाया। साथ ही अगले साल यूपी में चुनाव भी होने हैं, ऐसे में लगता है कि बीजेपी ने दबाब में रहते हुए यह फैसला लिया।’
यूपी में पिछड़ा वर्ग की कितनी आबादी? गौरतलब है कि यूपी में पिछड़े वर्ग की आबादी 40 फीसदी से अधिक है जोकि अन्य किसी समुदाय से सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2017 के चुनाव में भी बीजेपी को प्रचंड जीत मिलने के पीछे ओबीसी समुदाय का मोदी का साथ देना रहा। इनमें से अधिक गैर-यादव समुदाय से आते हैं, जिन पर बीजेपी का लक्ष्य है। एक दिन पहले पिछड़े वर्ग के सांसदों ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में पीएम मोदी से मुलाकात की थी। फिर उसके बाद पीएम के निर्देश पर इसकी कार्यवाही शुरू हुई और गुरुवार को पीएम मोदी ने इसकी घोषणा की।
‘एमपी-राजस्थान चुनाव में भी बीजेपी को होगा लाभ’ वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ कलहंस ने कहा, ‘इस फैसले का सबसे ज्यादा लाभ यूपी में होना है जहां अगले साल चुनाव है। उत्तराखंड और पंजाब में पिछड़ा वर्ग की इतनी आबादी नहीं है। इसलिए कहा जा सकता है कि यूपी में चुनाव को देखते हुए भी यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही एक साल बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने हैं, इन राज्यों में इसका लाभ होगा।’
फैसले से कितने छात्रों को मदद? मोदी सरकार का फैसला शैक्षणिक वर्ष 2021-22 से अंडर ग्रैजुएट और पोस्टग्रैजुएट मेडिकल/डेंटल कोर्स (एमबीबीएस, एमडी, एमएस, डिप्लोमा, बीडीएस, एमडीएस) में ये लागू हो जाएगा। केंद्र सरकार के इस फैसले से हर साल लगभग 5,550 छात्रों को लाभ होगा। केंद्रीय कोटे में स्नातक की सीटों पर 1,500 और पोस्ट ग्रैजुएट ��ीटों पर 2,500 छात्रों को ओबीसी कोटे से लाभ मिलेगा। इसी तरह आर्थिक रूप से कमजोर तबक के 550 छात्रों को गैजुएट और 1000 छात्रों को पोस्ट ग्रैजुएटकोर्स में लाभ मिलेगा।
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newslobster · 2 years ago
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UP NEET UG 2022: काउंसलिंग के लिए आज है पंजीकरण की आखिरी तारीख, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
UP NEET UG 2022: काउंसलिंग के लिए आज है पंजीकरण की आखिरी तारीख, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
UP NEET UG Counselling 2022: DMET 29 अक्टूबर, 2022 को UP NEET UG 2022 काउंसलिंग मेरिट लिस्ट जारी करेगा. UP NEET UG 2022 Counselling: चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशालय (डीएमईटी), उत्तर प्रदेश, यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2022 के लिए पंजीकरण विंडो आज, 28 अक्टूबर को बंद कर देगा. उम्मीदवार यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2022 के लिए आज दोपहर 2 बजे तक आधिकारिक वेबसाइट- upneet.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन…
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