#यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन
Explore tagged Tumblr posts
Text
UPSC: खान ग्लोबल स्टडीज़ के साथ यूपीएससी की तैयारी
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) एक महत्वपूर्ण संगठन है जो भारतीय सरकार के विभिन्न पदों के लिए सिविल सेवा परीक्षाएं आयोजित करता है। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को एक अच्छी तैयारी की आवश्यकता है। खान ग्लोबल स्टडीज़ यूपीएससी की तैयारी के क्षेत्र में अपनी अद्वितीयता के लिए मशहूर है।
खान ग्लोबल स्टडीज़: UPSC की तैयारी का सर्वोत्तम स्थान
खान ग्लोबल स्टडीज़ ने यूपीएससी की तैयारी को सरल और प्रभावी बनाया है। यहाँ प्रदान की जाने वाली उनकी UPSC की तैयारी के पाठ्यक्रम ने छात्रों को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचाया है।
UPSC कोर्सेस
खान ग्लोबल स्टडीज़ UPSC की तैयारी के लिए विशेष पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इन कोर्सों में शामिल हैं ऑनलाइन लाइव क्लासेस, स्वतंत्र अभ्यास सामग्री, और महत्वपूर्ण परीक्षा प्रश्न। ये सभी तत्व एक संपूर्ण तैयारी के लिए साहायक होते हैं।
UPSC में हिंदी में करंट अफेयर्स
UPSC की तैयारी के लिए करंट अफेयर्स को अपडेट रखना महत्वपूर्ण है, और खान ग्लोबल स्टडीज़ इसे हिंदी में प्रदान करता है। इससे छात्रों को ताज़ा जानकारी मिलती है और वे परीक्षा के संदर्भ में अद्यतित रह सकते हैं।
UPSC पाठ्यक्रम 2024 का अन्वेषण
खान ग्लोबल स्टडीज़ ने अपने पाठ्यक्रम को 2024 के UPSC पाठ्यक्रम के साथ समन्वित किया है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र नवीनतम परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी कर रहे हैं और सफलता प्राप्त करने के लिए तैयार हैं।
इस लेख के माध्यम से हमने देखा कि खान ग्लोबल स्टडीज़ कैसे UPSC की तैयारी को सरल बनाता है और छात्रों को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचाता है। इससे साफ होता है कि एक अच्छी तैयारी और मेंटरिंग के साथ सही दिशा में कदम बढ़ाना हमेशा महत्वपूर्ण होता है।
FAQs
1. UPSC की तैयारी के लिए क्या-क्या सुझाव हैं?
उम्मीदवारों को नियमित रूप से पढ़ाई करनी चाहिए और प्रैक्टिस टेस्ट लेने चाहिए।
2. खान ग्लोबल स्टडीज़ के कोर्सेस क्या-क्या हैं?
खान ग्लोबल स्टडीज़ UPSC की तैयारी के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
3. UPSC की तैयारी के लिए कितने समय की आवश्यकता है?
यह निर्भर करता है कि छात्र कितने प्रतियोगी हैं, लेकिन सामान्यतः अच्छी तैयारी के लिए 8-10 महीने की आवश्यकता होती है।
4. क्या खान ग्लोबल स्टडीज़ के कोर्सेस हिंदी में उपलब्ध हैं?
हां, खान ग्लोबल स्टडीज़ के कोर्सेस हिंदी में भी उपलब्ध हैं।
5. UPSC सिविल सेवा की परीक्षा कितने चरणों में होती है?
UPSC सिविल सेवा की परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और आईएस इंटरव्यू।
1 note
·
View note
Text
छात्रा अग्रिमा रस्तोगी को अखिल भारतीय चतुर्थ रैंक
इण्डियन स्टेटिस्टिकल सर्विस में सी.एम.एस. छात्रा अग्रिमा रस्तोगी को अखिल भारतीय चतुर्थ रैंक लखनऊ, सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चौक कैम्पस की छात्रा अग्रिमा रस्तोगी ने इण्डियन स्टेटिस्टिकल सर्विस (आई.एस.एस.) परीक्षा में अखिल भारतीय चतुर्थ रैंक अर्जित कर लखनऊ का गौरव पूरे देश में बढ़ाया है। यह परीक्षा यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यू.पी.एस.सी.) द्वारा आयोजित हुई। सी.एम.एस. की इस प्रतिभाशाली छात्रा ने इस…
View On WordPress
0 notes
Text
UPSC CDS I Result 2023: यूपीएससी सीडीएस रिजल्ट घोषित ऐसे करें डाऊनलोड
UPSC CDS I Result 2023: यूपीएससी सीडीएस I का रिजल्ट जारी कर लिया गया है आप यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के अधिकारी वेबसाइट पर जाकर इस रिजल्ट देख सकते हैं जिसका लिंक हमने नीचे दे रखा है। Combined Defence Services Examination (I), 2023 UPSC CDS I Result 2023 Released यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने UPSC CDS I result 2023 जारी कर दिया है। सभी उम्मीदवार जिन्होंने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज एग्जामिनेशन…
View On WordPress
0 notes
Text
UPSC CSE 2023 Application To Begin From This Date Know Complete Schedule Of IAS Exam
UPSC CSE 2023 Application To Begin From This Date Know Complete Schedule Of IAS Exam
UPSC CSE 2023 Registration: वे कैंडिडेट्स जो साल 2023 की यूपीएससी सीएसई परीक्षा देना चाहते हैं या दूसरे शब्दों में आईएएस एग्जाम के लिए अपियर होना चाहते हैं, वे जान लें कि फॉर्म कब जारी होंगे. यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन, यूपीएससी सीएसई परीक्षा 2023 के फॉर्म फरवरी महीने में जारी करेगा. वे कैंडिडेट्स जो इसके लिए अप्लाई करना चाहते हैं, वे 1 फरवरी 2023 से फॉर्म भर सकते हैं. यूपीएससी सिविल सर्विसेस…
View On WordPress
0 notes
Text
आईएएस कैसे बने ? इसके लिए क्या स्किल्स हैं ? सबसे ज्यादा आईएएस किस राज्य से हैं, जानिए सबकुछ
आईएएस कैसे बने ? इसके लिए क्या स्किल्स हैं ? सबसे ज्यादा आईएएस किस राज्य से हैं, जानिए सबकुछ
Indian Administrative Service (IAS) भारतीय सिविल सेवा की एक शाखा है। यह भारत सरकार की मुख्य सेवाओं में से एक है। आईएएस बनने के लिए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सर्विस परीक्षा (CSE) देना पड़ा है और इसके लिए किसी भी आवेदक का ग्रेजुएट होना जरूरी है. किसी भी सब्जेक्ट या स्ट्रीम से ग्रेजुएट स्टूडेंट इस एग्जाम के लिए अप्लाई कर सकता है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा को भारत…
View On WordPress
0 notes
Text
यूपीएससी ने सिविल सेवा मेन्स परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर बदलने का नोटिस किया जारी, जानें डिटेल
यूपीएससी ने सिविल सेवा मेन्स परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर बदलने का नोटिस किया जारी, जानें डिटेल
UPSC Mains Exam 2021: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा मेन्स 2021 परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को एक बड़ी राहत दी है. आयोग ने एक महत्वपूर्ण नोटिस जारी किया है, जिसके मुताबिक मेंस परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार यूपीएससी की वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाकर अपना परीक्षा केंद्र बदल सकते हैं. तमाम उम्मीदवारों ने आयोग से यह सुविधा देने की मांग की थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है. अभ्यर्थी…
View On WordPress
# UPSC Mains 2021 Exam Centre Change#Union Public Service Commission#UPSC#UPSC Civil Services Exam 2021#UPSC Civil Services Mains Exam#UPSC CSE 2021#UPSC Exam 2021#UPSC Latest Update#UPSC Mains 2021#UPSC Mains 2021 Exam Centre#UPSC Mains 2021 Update#UPSC News#UPSC Notice 2021#यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन#यूपीएससी 2021#यूपीएससी एग्जाम 2021#यूपीएससी न्यूज़#यूपीएससी मेन्स परीक्षा 2021#यूपीएससी लेटेस्ट अपडेट 2021#यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021
0 notes
Quote
Constitutional development 31 दिसम्बर 1600 ई. ब्रिटेन महारानी एलीजाबेथ-प्रथम के समय लंदन में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की स्थापना हुई। 1608 ई. को विलियम हाकिन्स प्रथम अंग्रेज थे जो व्यापार की अनुमति प्राप्त करने भारत आए यहां पर इसकी मुलाकात मुगल शासक जहांगीर से हुई जो असफल रहा। 1611 ई. को कम्पनी द्वारा अपनी पहली व्यापारिक कोठी ‘‘मुसलीपट्टनम (आ.प्र.)’’ में स्थापित की जो दक्षिण भारत में स्थापित प्रथम कोठी थी। 1613 ई. में कम्पनी के द्वारा अपनी दुसरी कोठी ‘सूरत’ में ताप्ती नदी के किनारे स्थापित की गई। 1615 ई. में जैम्स-प्रथम का राजदूत सर टाॅमस राॅ भारत आया इसकी मुलाकात 1616 ई. में राजस्थान के अजमेर में मैग्जिन दुर्ग में जहांगीर से हुई यह भारत में स्वतंत्र व्यापार की अनुमति प्राप्त करने में सफल रहा। 1757 ई. का प्लासी युद्ध - लार्ड क्लाइव व बंगाल नवाब सिराजुदौला के बीच। लार्ड क्लाइव विजय हुये। 1764 ई. का बक्सर युद्ध - मुनरौ v/s बंगाल - मीर कासिम, अवध - शुजाउदौला मुगल - शाहआलम द्वितीय विजेता मुनरो कम्पनी का भारत में सबसे बड़ा पद गवर्नर था जो बंगाल में बैठता था। 1773 ई. का रेग्यूलेटिग एक्ट के द्वारा बंगाल के गवर्नर को बंगाल का गवर्नर जनरल बना दिया गया। बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल - लार्ड वारेन हस्टिंग्स 1833 ई. के चार्टर अधिनिय�� के द्वारा बंगाल के गवर्नर जनरल को ब्रिटिश भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया। बंगाल का अंतिम व ब्रिटिश भारत का प्रथम गवर्नर जनरल लार्ड विलियम बैटिंक 1858 ई. के अधिनियम के द्वारा गवर्नर जनरल के पद के आगे वायसराय का शब्द जोड़ा ब्रिटीश भारत का अंतिम गवर्नर जनरल व प्रथम वायसराय - लार्ड कैनिंग ब्रिटीश भारत का अंतिम वायसराय - लार्ड मांउट बैंटन स्वतंत्र भारत का प्रथम वायसराय - लार्ड माऊट बैटन स्वतंत्र भारत का अंतिम वायसराय व प्रथम भारतीय व्यक्ति था - सी. राजगोपाल चारी 1773 ई. को रेग्यूलेटिंग एक्ट: तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री लार्ड नाॅर्थ द्वारा गठित गुप्त समिति की सिफारिश पर 1773 ई. में पारित एक्ट को रेग्युलेटिंग एक्ट की संज्ञा दी गई। इसके द्वारा गवर्नर जनरल की सहायता के लिए एक चार सदस्यीय कार्यकारी परीषद का गठन किया गया। इस एक्ट के द्वारा मुम्बई $ मद्रास प्रांतों को भी बंगाल के अधीन कर दिया गया। संवैधानिक विकास की प्रक्रिया इसी एक्ट के मानी जाती है। इस एक्ट के द्वारा भारत मे सर्वप्रथम 1774 ई. कोलकता में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई। कुल न्यायाधिश - 1$3 = 4 प्रथम मुख्य न्यायाधिश: इलिजा इम्फै 1781 ई. के एक्ट को ‘‘एक्ट आॅफ सैटलमैंट’’ कहा जाता है। 1784 ई. का पिट्स एक्ट यह अधिनियम कम्पनी द्वारा अधिग्रहीत भारतीय राज्य क्षेत्रों पर ब्रिटिश ताज के स्वामीत्व दावे का पहला वैधानिक दस्तावेज था। नोट - इस अधिनियम के द्वारा भारत में कम्पनी के अधीन क्षेत्र को पहली बार व्रिटिश अधिपत्य का क्षेत्र कहा गया। गवर्नर जनरल की परीषद की संख्या चार से कम करके तीन कर दी गई। इस एक्ट के द्वारा कम्पनी के राजनैतिक व व्यापारिक कार्यो का बंटवारा किया गया। राजनैतिक कार्य - बोर्ड आॅफ कन्ट्रोल व्यापारिक कार्य - कोर्ट आॅफ डायरेक्टर 1813 ई. का चार्टर एक्ट: इस एक्ट के द्वारा कम्पनी के व्यापारिक एकाधिकार को आंशिक रूप से समाप्त कर दिया गया। नोट - चाय व चीन पर कम्पनी का एकाधिकार व्यापारिक रूप से बना रहा। इस एक्ट में भारतीययों की शिक्षा पर एक लाख रूपये की वार्षिक धन राशि व्यय करने का प्रावधान किया गया। भारत में ईसाई मिशनरियों को धर्म प्रचार की अनुमति प्रदान की गई। 1833 ई. को चार्टर अधिनियम: इस एक्ट के द्वारा बंगाल के गवर्नर जनरल को ब्रिटिश भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया। इस एक्ट के द्वारा कम्पनी के व्यापारिक एकधिकार को पूर्णत्याः समाप्त कर दिया गया। सिविल सेवकों के चयन के लिए खुली प्रतियोगिता का आयोजन शुरू करने का प्रयास किया गया। कोर्ट आॅफ डायरेक्टर्स के विरोध के कारण इस प्रावधान को समाप्त कर दिया गया। विधिक परामर्श हेतु गवर्नर जनरल की परिषद में विधि सदस्य के रूप में चैथे सदस्य को शामिल किया गया। विधियों के सहिताकरण के लिए गवर्नर जनरल को आयोग गठित करने का अधिकार दिया गया। नोट - 1834 ई. में लाॅर्ड मैकाले की अध्यक्षता में चार सदस्यीय विधि आयोग का गठन किया गया। भारत में दास प्रथा को विधि के विरूद्ध घोषित कर दिया गया। 1843 ई. में दास प्रथा को समाप्त कर दिया गया। 1858 ई. का अधिनिमय: इस एक्ट के द्वारा ब���रिटिश भारत के गवर्नर जनरल के आगे वायसराय शब्द जोड़ा गया। प्रथम वायसराय - लार्ड कैनिग इसके द्वारा भारत मे ंकम्पनी के शासन का अंत कर दिया गया और भारत का शासन ब्रिटिश सरकार (क्राऊन) को सौंप दिया गया। इसके द्वारा इंग्लेण्ड की मंत्री परिषद ने भारत के राज्य सचिव (भारत मंत्री) का पद स्थापित किया गया। यह सचिव ब्रिटिश केबिनेट का सदस्य था जो ब्रिटिश संसद के प्रति उत्तरदायी था। प्रथम भारत सचिव - लार्ड स्टनले भारत सचिव सहायता के लिए 15 सदस्यों की भारत परिषद का गठन किया गया। नियंत्रण बोर्ड तथा निदेशक मण्डल को समाप्त कर दिया गया। 1909 ई. मार्ले - मिन्टो सुधार अधियिम: लार्ड मार्ले इंग्लेण्ड में भारत के राज्य सचिव थे। तथा लाॅर्ड मिन्टों भारत में वायसराय थे। इस अधिनिमय के द्वारा पहली बार किसी भारतीय का वायसराय और गवर्नर की कार्यकारी परिषद के साथ एसोसिएशन बनाने का प्रावधान किया गया। सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा वायसराय की कार्यकारी परिषद के प्रथम भारतीय सदस्य बने। उन्हें विधि सदस्य बनाया गया था। भारत में सर्वप्रथम सम्प्र��ायिक निर्वाचन प्रणाली को प्रारम्भ किया गया। इसके द्वारा मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्र स्थापित किए गए। नोट - भारत में पहली बार आरक्षण की शुरूआत 1892 ई. में हुई। 1919 ई. का माॅटेग्यू-चैक्सफोर्ड अधिनिमय:- माॅटेग्यू-भारत सचिव चैक्सफोर्ड वायसराय यह पहला अधिनियम था जिसमें प्रस्तावना का उल्लेख था। नोट - इसके द्वारा प्रांतों में द्वैद्व शासन प्रारम्भ हुआ। प्रांतों में विषयों को दो भागों में बांटा गया। आरक्षित विषय: गवर्नर कार्यपालिका परिषद् की सहायता से शासन करता था जो विधान परिषद के प्रति उत्तरदायी नहीं था। विषय - राजस्व, न्याय, वित्त व पुलिस आदि। हस्तांतरित विषय: गवर्नर उन मंत्रियों की सहायता से कार्य करता था जो विधान परिषदों के प्रति उत्तरदायी थे। विषय - शिक्षा व स्वास्थ्य, स्थानीय स्वशासन आदि। पहली बार उत्तरदायी शब्द का प्रयोग किया गया। इसके द्वारा प्रांतों में आंशिक रूप से उत्तरदायी शासन लागू किया गया। इस अधिनियम के द्वारा केन्द्र में द्विसदनीय व्यवस्थापिका की स्थापना की गई। केन्द्रीय विधानमण्डल राज्य परिषद केन्द्रीय विधानसभा राज्य परिषद - सदस्य 60 निर्वाचित 34, मनोनित 26 कार्यकाल 5 वर्ष केन्द्रीय विधान सभा - सदस्य 144 । । निर्वाचित 104, मनोनित 40 कार्यकाल 3 वर्ष नोट - केन्द्रीय विधानमण्डल से पूर्व केन्द्रीय विधान परिषद थी। प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली को लागु किया गया तथा महिलाओं को मता अधिकार दिया गया। इस अधिनिमय के द्वारा पहली बार केन्द्रीय बजट को राज्यों के बजट से अलग कर दिया गया और राज्य विधान परिषदों को अपना बजट स्वयं बनाने का अधिकार दिया गया। केन्द्रीय व प्रांतिय विधानपरिषदों को अपनी सूचि के विषयों पर कानून बनाने का अधिकार प्रदान किया गया। केन्द्रीय सूचि के विषय - विदेश नीति, रक्षा, डाक-तार तथा सावर्जनिक ऋण आदि। प्रान्तीय सूचि के विषय - स्थानीय स्वशासन, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, भूमि कर आदि। यह अधिनिमय भारत में स��घात्मक शासन व्यवस्था का आधार माना जाता है। इसमें पहली बार लोक सेवा आयोग (PSC) के गठन का प्रावधान किया गया। नोट - 1923 ई. में लोक सेवाओं में सुधार के लिए ‘‘ली आयोग’’ का गठन किया गया है तत्पश्चात इसकी रिपोर्ट के बाद 1926 ई. में ‘सर रोस बार्कर’ की अध्यक्षता में केन्द्रीय लोक सेवा आयोग (CPSC) का गठन 1926 ई. में किया गया। 1935 ई. FPSC (फैड्रल पब्लिक सर्विस कमीशन) 1950 ई. UPSC (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) इस एक्ट के द्वारा साम्प्रदायिक निर्वाचन प्रणाली का विस्तार किया गया। नोट - इसके द्वारा आंगल भारतीयों, भारतीय इसाईयों, यूरोपियन, सिक्ख���ं को भी साम्प्रदायिक निर्वाचन प्रणाली में शामिल किया गया। भारत सचिव का खर्च भारत के राजस्व से हटाकर ब्रिटिश राजस्व से दिये जाने का प्रावधान किया गया। 1935 भारत शासन अधिनियमः- इस एक्ट का भारतीय संविधान पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ा। इसके तहत संघीय लोक सेवा आयोग तथा राज्य लोक सेवा आयोग की स्थापना का प्रावधान किया गया। प्रांतों में द्वैद्व शासन व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया तथा केन्द्र में द्वैद्व शासन व्यवस्था को प्रारम्भ किया गया प्रांतों में पूर्ण रूप से उत्तरदायी शासन प्रारम्भ किया गया। इसके द्वारा दिल्ली में Oct. 1937 को संघीय न्यायलय की स्थापना की गई यह सर्वोच्च न्यायालय नहीं था क्योंकि इसके निर्णय के विरूद्ध लंदन स्थित प्रिवी कौंसिल में अपील की जा सकती थी। इस एक्ट में निर्देशों के उपकरण का उल्लेख था जिन्हें वर्तमान में राज्य के नीति निर्देशक तत्व कहा जाता है। इसके द्वारा अखिल भारतीय संघ की स्थापना की गई। इसके द्वारा केन्द्र व इकाईयों (प्रांतों$ देशी रियासतों) के बीच तीन सूचियों के आधार पर शक्ति का बंटवारा किया गया। संघ सूचि - विषय 59 राज्य सूचि - विषय 54 समवर्ति सूचि - विषय 36 इस एक्ट को जवाहरलाल नेहरू ने ‘‘दासता का अधिकार पत्र’’ तथा ऐसी इंजन रहित गाड़ी जिसमें अनेक ब्रेक लेगें हो। भाग 14, धाराएं 321, अनुसूचियां 10 जिन्ना के इसे पूर्णतः सड़ा और मूल रूप से बुरा कहा था। रिजर्व बैंक की स्थापना की गई।
http://advancestudytricks.blogspot.com/2020/01/Constitutionaldevelopmen.html
2 notes
·
View notes
Text
UPSC Bharti Notification 2022 | यूपीएससी भर्ती Online Application
UPSC Bharti 2022: Union Public Service Commission ने भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें Senior Design Officer Grade-I, और साइंटिस्ट-B जैसे कई अन्य पदों पर भर्ती हेतु मांग किया है। चलिए देखते है इसकी पूरी डिटेल्स। UPSC Bharti 2022 Eligibility.
UPSC Bharti 2022: Union Public Service Commission ने भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें Senior Design Officer Grade-I, और साइंटिस्ट-B जैसे कई अन्य पदों पर भर्ती हेतु मांग किया है। चलिए देखते है इसकी पूरी डिटेल्स। UPSC Bharti 2022 Eligibility Criteria, Education Qualification,etc. UPSC Bharti 2022 in Hindi UPSC Bharti 2022 यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा यह नोटिफिकेशन जारी किया गया…
View On WordPress
0 notes
Text
यूपीएससी सीएपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी, यहां चेक करें
��ूपीएससी सीएपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी, यहां चेक करें
UPSC CAPF Result 2021: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से कंबाइंड सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर आयोजित परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है. ऐसे में जो उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए थे यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट (UPSC CAPF Result 2021) चेक कर सकते हैं. यूपीएससी की ओर से जारी इस वैकेंसी के माध्यम से कुल 159 पदों पर भर्तियां होनी है. रिजल्ट देखने के…
View On WordPress
#CAPF Result 2021#UPSC CAPF Result 2021#upsc result 2021#असिस्टेंट कमांडेंट#कंबाइंड सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स#यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन#रिजल्ट
0 notes
Text
Union Public Service Commission Has Released The Combined Defense Service CDS II Exam Admit Card Or Hall Ticket 2022
Union Public Service Commission Has Released The Combined Defense Service CDS II Exam Admit Card Or Hall Ticket 2022
UPSC CDS II Exam Admit Card 2022: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने कंबाइंड डिफेंस सर्विस (CDS) II परीक्षा के एडमिट कार्ड ���ा हॉल टिकट 2022 जारी कर दिए हैं. उम्मीदवार UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsconline.nic.in से कंबाइंड डिफेंस सर्विस परीक्षा (II) 2022 के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. आधिकारिक सूचना के अनुसार, कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज एग्जाम 4 सितंबर 2022 को आयोजित किया जाएगा. इस प्रक्रिया के माध्यम…
View On WordPress
0 notes
Text
यूपीएससी के लिए ग्रेजुएशन कौनसे सब्जेक्ट से करें ?
UPSC Ke Liye Graduation Kounse Subject Se Kare : - ��ब बात आती है भारत की सबसे कठिन मानी जाने वाली एग्जाम यूपीएससी की तो सभी के मन में एक ही सवाल आता है कि यूपीएससी के लिए ग्रेजुएशन कौन से सब्जेक्ट से करें ? जैसा कि आपको पता ही होगा कि यूपीएससी यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन जो कि सिविल सर्विस एग्जाम आयोजित करवाती है। इस एग्जाम को क्वालीफाई करने वाले या यूपीएससी में अच्छी रैंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को IAS या IPS के लिए सिलेक्ट किया जाता है।
लेकिन जब भी स्टूडेंट 10th पास कर लेते हैं तो वह 11th व 12th की पढ़ाई करने के लिए आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस सब्जेक्ट तो सेलेक्ट कर लेते हैं लेकिन जब वे ट्वेल्थ की पढ़ाई कंप्लीट करके निकलते हैं। तो उनके मन में यही सवाल होता है कि अब यूपीएससी की तैयारी करने के लिए ग्रेजुएशन में कौन सा सब्जेक्ट लें ? या हमने 12th जिस स्ट्रीम से की है वह स्ट्रीम ग्रेजुएशन में चेंज करें या नहीं ? यूपीएससी के लिए ग्रेजुएशन में कौन से सब्जेक्ट इंपोर्टेंट हैं ?
तो दोस्तों आप टेंशन ना करें। इस लेख में हम आपको यूपीएससी के लिए ग्रेजुएशन में कौन सा सब्जेक्ट ले ? इससे जुड़ी संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं तो आप इस ब्लॉग को शुरू से लेकर के अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको पूरी बात समझ में आ जाए।
1 note
·
View note
Link
UPSC के रिजल्ट घोषित, रायपुर की श्रद्धा शुक्ला ने 45वां रैंक प्राप्त किया रायपुर। UPSC के रिजल्ट घोषित कर दिए गए ...
0 notes
Text
UPSC CAPF 2022: बीएसएफ और सीआरपीएफ में नौकरी के लिए आज है आवेदन की आखिरी तारीख, ये रह डायरेक्ट लिंक
UPSC CAPF 2022: बीएसएफ और सीआरपीएफ में नौकरी के लिए आज है आवेदन की आखिरी तारीख, ये रह डायरेक्ट लिंक
UPSC CAPF 2022: बीएसएफ और सीआरपीएफ में नौकरी के लिए आज है आवेदन की आखिरी तारीख, ये रह डायरेक्ट लिंक यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा संचालित सेंट्रल आर्म्ड फोर्स परीक्षा (CAPF AC exam 2022) के आवेदन की आज आखिरी तारीख है। जो इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए अप्लाई करना चाहते हैं वे ऑफिशियल वेबसाइट upsconline.nic.in पर विजिट कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार इस बात का…
View On WordPress
#career#jobs 2022#latest jobs#UPSC CAPF 2022#बीएसएफ और सीआरपीएफ में नौकरी के लिए आज है आवेदन की आखिरी तारीख#ये रह डायरेक्ट लिंक
0 notes