#मेरी खबर
Explore tagged Tumblr posts
adhoori-kahani · 10 months ago
Text
रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद
रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद,
आदमी भी क्या अनोखा जीव होता है!
उलझनें अपनी बनाकर आप ही फँसता,
और फिर बेचैन हो जगता, न सोता है।
जानता है तू कि मैं कितना पुराना हूँ?
मैं चुका हूँ देख मनु को जनमते-मरते;
और लाखों बार तुझ-से पागलों को भी
चाँदनी में बैठ स्वप्नों पर सही करते।
आदमी का स्वप्न? है वह बुलबुला जल का;
आज उठता और कल फिर फूट जाता है;
किन्तु, फिर भी धन्य; ठहरा आदमी ही तो?
बुलबुलों से खेलता, कविता बनाता है।
मैं न बोला, किन्तु, मेरी रागिनी बोली,
देख फिर से, चाँद! मुझको जानता है तू?
स्वप्न मेरे बुलबुले हैं? है यही पानी?
आग को भी क्या नहीं पहचानता है तू?
मैं न वह जो स्वप्न पर केवल सही करते,
आग में उसको गला लोहा बनाती हूँ,
और उस पर नींव रखती हूँ नये घर की,
इस तरह दीवार फौलादी उठाती हूँ।
मनु नहीं, मनु-पुत्र है यह सामने, जिसकी
कल्पना की जीभ में भी धार होती है,
वाण ही होते विचारों के नहीं केवल,
स्वप्न के भी हाथ में तलवार होती है।
स्वर्ग के सम्राट को जाकर खबर कर दे,
"रोज ��ी आकाश चढ़ते जा रहे हैं वे,
रोकिये, जैसे बने, इन स्वप्नवालों को,
स्वर्ग की ही ओर बढ़ते आ रहे हैं वे।"
~रामधारी सिंह 'दिनकर'
7 notes · View notes
sahunarottm · 2 months ago
Text
#सत_भक्ति_संदेश
कह कबीर शरण गह मेरी,
हो रक्षा जल थल की।
खबर नहीं पल की।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि
इस गन्दे लोक में पल भर में क्या हो जाये, पता नहीं। क्या कहर टूट जाये। इसलिए कबीर परमात्मा की शरण ग्रहण करने से हर तरह से जीव की रक्षा होती है।
देखे 👇👀👇
#साधना चैनल प्रतिदिन 👉 7:30 to 8:30 pm
#ईश्वर चैनल प्रतिदिन 👉 8:30 to 9:30 pm
Tumblr media
2 notes · View notes
rohidasdeore · 10 months ago
Text
कह कबीर शरण गह मेरी, हो रक्षा जल थल की।
...खबर नहीं पल की।।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि इस गन्दें लोक में पल भर में क्या हो जाय, पता नहीं। क्या कहर टूट जाय। इसलिए कबीर परमात्मा की शरण ग्रहण करने से हर तरह से जीव की रक्षा होती है। 🙏🏻🌷
Tumblr media
4 notes · View notes
ashishkikalamse · 2 years ago
Text
Tumblr media
मैं कहीं खो गया शायद ज़रा ढूंढकर तो लाना गर तुम्हे मेरी खबर लगे तो मुझे भी बताना
5 notes · View notes
ainnewsone · 13 days ago
Text
Morning News Brief : ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति, कहा- देश में सिर्फ दो जेंडर होंगे, पुरुष और महिला; कोलकाता रेप-मर्डर के दोषी को उम्रकैद
Tumblr media
नमस्कार, कल की बड़ी खबर अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शपथ की रही। एक खबर कोलकाता रेप-मर्डर केस की रही, अदालत ने 164 दिन बाद दोषी को सजा सुनाई। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... - केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गोवा में कर्व पर बने देश के पहले केबल-स्टे ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा ₹2500 करोड़ की लागत वाले 4 एक्सप्रेसवे के एक्सपेंशन प्रोजेक्ट लॉन्च करेंगे। - ICC अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत और मलेशिया के बीच मुकाबला होगा। ये मैच मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में खेला जाएगा। अब कल की बड़ी खबरें... डोनाल्ड ट्रम्प बने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति, चीन समेत कई देशों पर बढ़ेगा टैरिफ
Tumblr media
मुख्य बिंदु: - डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, उप-राष्ट्रपति बने जेडी वेंस। - ट्रम्प ने कहा, "अब अमेरिकी सरकार केवल दो जेंडर- पुरुष और महिला को ही मान्यता देगी।" - चीन समेत कई देशों पर 10 से 60% तक टैरिफ लगाने की घोषणा। - समारोह में दुनिया भर के 700 से अधिक नेता और प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं। समारोह और शपथ ग्रहण: वाशिंगटन डीसी में हुए भव्य समारोह में डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई, जबकि जेडी वेंस ने उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की। इस मौके पर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत 700 से अधिक नेता और दिग्गज हस्तियां मौजूद रहीं। टैरिफ और नई नीतियां: शपथ ग्रहण के बाद ट्रम्प ने 30 मिनट का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अमेरिका की नई आर्थिक और सामाजिक नीतियों पर जोर दिया। उन्होंने घोषणा की कि अब अमेरिकी सरकार की आधिकारिक नीति होगी कि केवल दो जेंडर—पुरुष और महिला—को ही मान्यता मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने चीन समेत कई देशों पर 10 से 60% तक टैरिफ लगाने की बात कही, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और विदेशी आयात पर नियंत्रण रखने का प्रयास किया जाएगा।       कोलकाता रेप-मर्डर केस: दोषी को उम्रकैद, परिवार ने मुआवजा लेने से किया इनकार
Tumblr media
मुख्य बिंदु: - आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के दोषी संजय रॉय को उम्रकैद। - सियालदह कोर्ट ने कहा कि यह "रेयरेस्ट ऑफ रेयर" मामला नहीं, इसलिए मौत की सजा नहीं दी जा सकती। - दोषी पर 50,000 रुपये का जुर्माना और पीड़ित परिवार को 17 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश। - पीड़ित परिवार ने मुआवजा लेने से इनकार किया, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार हाईकोर्ट में अपील करेगी। अदालत का फैसला और प्रतिक्रिया: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8 अगस्त को हुए रेप और मर्डर केस में दोषी संजय रॉय को सियालदह कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने कहा कि यह "रेयरेस्ट ऑफ रेयर" मामला नहीं है, इसलिए उसे फांसी नहीं दी जा सकती। इसके साथ ही, अदालत ने संजय पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया और राज्य सरकार को पीड़ित परिवार को 17 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया, जिसे परिवार ने लेने से इनकार कर दिया। राजनीतिक और पारिवारिक प्रतिक्रिया: दोषी संजय के परिवार ने कहा कि वे अदालत के फैसले के खिलाफ अपील नहीं करेंगे। उसकी मां ने कहा, "मैं उस लड़की के माता-पिता का दर्द समझ सकती हूं, मेरी भी बेटियां हैं।" दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेगी, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।       केरल: बॉयफ्रेंड की हत्या के मामले में 24 वर्षीय युवती को फांसी की सजा
Tumblr media
मुख्य बिंदु: - तिरुअनंतपुरम कोर्ट ने 24 वर्षीय ग्रीष्मा को फांसी की सजा सुनाई। - युवती ने आयुर्वेदिक टॉनिक में जहर मिलाकर अपने बॉयफ्रेंड शेरोन राज की हत्या की। - अदालत ने इसे "रेयरेस्ट ऑफ द रेयर" केस मानते हुए कठोर सजा दी। - आरोपी युवती की शादी कहीं और तय हो गई थी, इसलिए उसने बॉयफ्रेंड को मारने की साजिश रची। क्या है पूरा मामला? 14 अक्टूबर 2022 को ग्रीष्मा ने अपने बॉयफ्रेंड शेरोन राज को कन्याकुमारी स्थित अपने घर बुलाया और उसे आयुर्वेदिक टॉनिक में पैराक्वाट (एक खतरनाक हर्बीसाइड) मिलाकर पिला दिया। घर से निकलते ही शेरोन की तबीयत ��िगड़ने लगी और उसे उल्टियां होने लगीं। परिवार ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन 11 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 25 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। जांच में सामने आया कि ग्रीष्मा ने पहले भी कई बार शेरोन को मारने की कोशिश की थी। अदालत का सख्त फैसला: सजा सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि यह "रेयरेस्ट ऑफ द रेयर" मामला है क्योंकि आरोपी ने अपने प्रेमी को धोखा दिया और उसकी निर्ममता से हत्या कर दी। इससे समाज में गलत संदेश गया, इसलिए उसे मृत्युदंड दिया जाता है।         सैफ अली खान पर हमला: आरोपी बांग्लादेशी कुश्ती खिलाड़ी निकला, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Tumblr media
मुख्य बिंदु: - सैफ अली खान पर हमला करने वाला आरोपी शरीफुल इस्लाम बांग्लादेश में कुश्ती खिलाड़ी था। - पुलिस के मुताबिक, वारदात के बाद आरोपी बस स्टॉप पर सोया और ठाणे जाने से पहले कपड़े बदले। - दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश। हमला और आरोपी की गिरफ्तारी: मुंबई पुलिस ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमला करने वाला आरोपी शरीफुल इस्लाम बांग्लादेश में कुश्ती खिलाड़ी रह चुका है। इसी वजह से वह शारीरिक रूप से मजबूत था और सैफ पर भारी पड़ा। वारदात के बाद उसने बस स्टॉप पर रात बिताई और फिर ठाणे जाने से पहले अपने कपड़े बदल लिए। रविवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली में घुसपैठियों पर कार्रवाई: इस घटना के बाद दिल्ली के उपराज्यप��ल वी. के. सक्सेना ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा कि इन अवैध प्रवासियों के कारण स्थानीय लोगों को रोजगार पाने में मुश्किल हो रही है और वे आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल रहते हैं।       SC की सख्ती: 'जेल से चुनाव लड़ने पर रोक लगे', ताहिर हुसैन की जमानत याचिका खारिज
Tumblr media
मुख्य बिंदु: - सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "जेल में रहकर चुनाव लड़ना आसान हो गया है, इसे रोका जाना चाहिए।" - दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। - AIMIM ने ताहिर हुसैन को दिल्ली की मुस्तफाबाद सीट से टिकट दिया है। - ताहिर पर IB अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप। SC ने जताई चिंता, जेल से चुनाव लड़ने पर सवाल सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली दंगों के आरोपी और AAP के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन की जमानत याचिका लिस्टेड थी, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। उनके वकील ने जल्द सुनवाई का अनुरोध किया, जिस पर जस्टिस मित्तल ने कहा कि अब तो लोग जेल में बैठकर चुनाव लड़ते हैं और जीतते भी हैं, यह बंद होना चाहिए। ताहिर हुसैन पर क्या आरोप हैं? ताहिर हुसैन पर दिल्ली दंगों (25 फरवरी 2020) के दौरान IB अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या कराने का आरोप है। उन्होंने 14 जनवरी से 9 फरवरी तक चुनाव प्रचार के लिए हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मांगी थी, लेकिन हाईकोर्ट ने कहा कि नामांकन जेल से भी भरा जा सकता है। अब उनकी जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।     IPL 2025: ऋषभ पंत बने लखनऊ सुपर जायंट्स के नए कप्तान
Tumblr media
मुख्य बिंदु: - ऋषभ पंत लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के नए कप्तान बने, केएल राहुल की जगह लेंगे। - फ्रेंचाइजी ने पंत को नवंबर 2024 के मेगा ऑक्शन में 27 करोड़ रुपये में खरीदा, IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। - LSG के मालिक संजीव गोयनका का दावा – "पंत IPL के सबसे सफल कप्तान बन सकते हैं।" - पंत इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर चुके हैं, 2021 में टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया था। कप्तानी में ऋषभ पंत का प्रदर्शन पंत ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए 2021, 2022 और 2024 में कप्तानी की। उनकी अगुवाई में टीम ने कुल 43 मैच खेले, जिनमें 23 में जीत और 19 में हार मिली, जबकि 1 मुकाबला टाई रहा। 2023 में कार एक्सीडेंट के कारण वे पूरे सीजन से बाहर रहे थे। अब LSG की कमान मिलने के बाद उनकी कप्तानी को लेकर बड़ी उम्मीदें हैं। Read the full article
0 notes
writerss-blog · 14 days ago
Text
मंजिल का सफर
सौजन्य गूगल अपने में खोया चलता रहा मुझको ना कोई खबर मंजिल कहां मेरी मकसद क्या इन सबसे बेखबर सपना बसा एक आंखो में जीवन मेरा भी हो सफल करना है क्या मुझे मंजिल है क्या नहीं कोई फिकर चलता रहा एक रास्ता पर सदा मंजिल पर मेरी नजर ।।
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
hindiromanticstories · 20 days ago
Text
कुंवारी सलहज
एनीव्हयर लंड
दोस्तो ! मैं 25 साल का शादीशुदा मिडल परिवार का राजस्थान के एक छोटे से कसबे का सेक्सी लडका हूँ। मैं पहले से औरतोँ को चोदने लगा था। मेरी शादी को दो साल हो गये है। मेरी सलहज की अभी तक चूत कुँवारी है। वो 5 सालोँ मे अभी तक माँ नहीं बन पाई।
उस समय वो 26 साल की थी. बहुत सुंदर है, उसका फिगर 36-26-36, ऊंचाई 5’5″, वो बहुत सेक्सी है. जब भी मैं उसके बारे मे सोचता तो उसको जमकर चोदने का मन करता लेकिन मैं कुछ नही कर पाता. वो मेरी पत्नी से सारी बातें शेयर करती थी। वो मेरी पत्नी को सेक्सी फ़िल्में और सेक्सी किताबें दिया करती थी। उसके बाद मैं इन्टरनैट पर सेक्सी कहानियाँ ढूंढने लगा, मुझे बहुत सी कहानियाँ मिली मैं उन्हें प्रिन्ट करके उन्हें देने लगा। मैं बस उसको चोदना चाहता था। जब मेरी पत्नी के बच्चा हुआ, बीस दिन के बाद वो मायके गई। अब उसके मन में भी माँ बनने की चाह होने लगी।
जब मैं 15 दिनों के बाद रविवार के दिन सुबह ससुराल में गया तो वो मुझे देख कर खुश हुई। दिन में हम दोनो बातें करने लगे ��ैंने बातों बातों में पूछा आप कि के चहरे पर वो मुस्कान नहीं दिखाई देती। उसने कहा कुछ नहीं बस ऐसे ही। मैंने उससे कहा- देखो मैं आपके दोस्त की तरह हूँ, आप मुझे बताओ कि क्या मैं आपकी कुछ हेल्प कर सकता हूँ। उसने कहा ऐसी कोई बात नहीँ। फ़िर दुबारा उससे पूछा तब उसने कहा कि वो मुझे डांटते रहते हैं और ठीक से प्यार भी नहीं करते। मैंने कहा मैं जानता था कि यही बात होगी। अब आप साफ साफ बताओ कि क्या वो आपको वो ख़ुशी पूरी तरह नहीं दे पाते। फ़िर वो रोने लगी और कहा कि क्या बताऊं वो ठीक तरह से नहीं कर पाते।
मैंने कहा कि आज कल ऐसी बहुत सी औरतें है जिनके साथ यह प्रॉब्लम है पर वो तो ऐसे नही रोंती। तो तुम ही बताओ कि मैं क्या करूं। मैंने कहा मैं आपको वो प्यार दे सकता हूँ। वो चौंक गई, मैंने कहा इसमें कोई बुराई नहीं है सभी ऐसे ही करती हैं। आप का कोई दोष नहीं। फ़िर मैंने कहा आप बे फ़िक्र हो जाइये किसी को कानो कान खबर नहीं होगी। उसने कहा ऐसा पोसिबल है? मैंने कहा अगर आप चाहें तो मैं कोई धक्का तो नही कर रहा, मैं आपकी इज़ाज़त हो तो मैं वो प्यार दे सकता हूं जो मेरे साले ने देना था। देखो बाकी आपकी मरजी है मैं तो बस आपको खुश देखना चाहता हूं। आप चाहो तो मुझे रात को मिल सकती है। तो वो कहने लगी- अगर किसी को को पता चल गया तो?
मैंने कहा हम कोई पागल थोडी ना हैं। मर्यादा में तो हमे ही रहना पडेगा। उसने मुसकरा दिया ओर रूम से बाहर आ गई। रात को मैं रूम में वेट कर रहा था। वो 11:30 बजे आई। आते ही मुझसे लिपट गई। मैं उसे बेसबरी से चूम रहा था। वो भी मुझे चूमती हुए कह रही थी इतने दिन पहले क्यों नही मिले। मैंने मेरा हाथ उसके बूब्स पर सरकाया और हलके से दबाया, उसके बूब्स एकदम कड़क थे. फ़िर गाउन के ऊपर से निपल के साथ खेलने लगा तो वो और उत्तेजित हो गई और मुझे पागलो की तरह चूमने लगी, अब मैंने उसका गाउन उपर सरका के उसके बूब्स को नंगा कर दिया। मैं उसके बूब्स को बारी बारी से चूमने और चाटने लगा उसको बहुत मजा आ रहा था, एक हाथ से मैं बूब्स को दबा रहा था तभी दूसरा हाथ मैंने उसकी चूत की ओर बढाया।
उसकी चड्डी भीग चुकी थी इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कितनी उत्तेजित थी और मजे लूट रही थी. अब मैं उसकी कलेटरिस से खेलने लगा. मैंने उसकी पैंटी को भी हटा दिया अब वो एकदम नंगी थी, उसने मेरे सारे कपडे उतार दिये और मेरे लंड को हाथ से मसलने लगी. मैंने अपना मुहं उसकी चूत पर रख दिया, उसकी चूत से एक अजीब सी सुगंध आ रही थी. चूत टेनिस बोल की तरह फूली हुई थी जो क्लीन शेव्ड थी. मैं उसी चूत को चाटने लगा और साथ में उसके बूब्स को भी मसलने लगा। अब वो खुशी के मारे हल्के से बोल रही थी… साम. मुझे बहुत मजा आ रहा है, चूसो मेरी चूत को…आ.आ.. आआया.आआअ.. आआ..उ.ऊउऊ. ऊ.ईई.ऊई..ऊई आह आआह्ह्छ… साम… मुझसे और इंतजार नही हो सकता प्लीज़ मुझे चोदो…प्लीज़ फक मी.
मैं भी तैयार था, उसने दोनों पैर मेरे कंधो पर रख दिए। अब मैंने अपना 8″ लंबा और 3.5″ लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा तो वो गिड़गिड़ाने लगी प्लीज़ मुझे चोदो ना, मत तड़पाओ..अब मैंने अपने लंड का सुपाडा उसकी रसीली चूत के द्वार पे रख कर एक जोरदार धक्का लगाया… मर गई.. निकालो… निकालो.. मैं रुक गया और उसके बूब्स के साथ खेलने लगा, कुछ पल में वो अपनी गांड हिलाने लगी तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगाया लगभग 6″ तक मेरा लंड उसकी चूत में घुस गया. उसकी चूत से खून बहने लगा. सारी दीवारें टूट गई
…वो जोर जोर से चिल्लाने लगी, मैंने अपने होठं उसके होठं पर रख दिए और एक धक्का मारा इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया…वो दर्�� के मारे तड़पने लगी…मैं थोडी देर उसके बूब्स को धीरे धीरे दबाता रहा और उसे चूमता रहा। 2 मिनट बाद उसने थोडी राहत महसूस की तो अपने कुल्हे उठाने लगी। अब मैंने धीरे धीरे अपना लंड अन्दर -बाहर करने लगा. अब वो अपनी स्पीड बढाती जा रही थी. करीब 10 मिनट बाद उसका शरीर तंग हो गया…वो झड़ गई…अब पूरा कमरा फचक फचाक ..फचक की आवाज से गूंज रहता… साथ में अमिता की सिस्कारियां आ..आया.. या.य्य्य. ओह..या..या … ऊऊउईई आआह्ह्ह्ह अब मैंने भी स्पीड बढाई… मेरा लंड चूत में इंजन के पिस्टन की तरह अन्दर बाहर हो रहा था… अब मेरी बारी थी सांसे एकदम तेज हो गई। दोनों पसीने से तर हो रहे थे.
हम अपनी मस्ती में सारी दुनिया भूल चुके थे। वो बहुत खुश थी। मैंने जमकर 45 मिनट तक चुदाई की। वो बोली- आज मैंने असली सुहागरात मनाई है। शादी के बाद आज पहली बार सेक्स की प्यास बुझी है। चुदाई करते समय उसने बताया कि जीजाजी आपका लन्ड मेरे पति से बड़ा और मोटा भी है। अब पूरी रात में हमने 6-7 बार सेक्स किया। वो पूरी तरह तृप्त हो गई थी। उसने कहा कि मुझे सही मायनो में सेक्स का मतलब पता लगा है। फ़िर हमने इसके बाद सोमवार रात को 8-10 बार सेक्स किया। उसने कहा- आज मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इस बार प्रेगनैन्ट हो जाउंगी और ऐसा ही हुआ।
अगली सुबह मैं ससुराल से वापिस आ गया
0 notes
iamsanjivk · 1 month ago
Text
आमिर अजीज की कविता
तुम स्याहियों से झूठ लिखोगे हमें मालूम है
हो हमारे खून से ही हो सही, सच जरूर लिखा जाएगा
सब याद रखा जाएगा
मोबाइल, टेलीफोन, इंटरनेट भरी दोपहर में बंद करके
सर्द अंधेरी रात में पूरे शहर को नजरबंद करके
हथौड़ियां लेकर दफअतन मेरे घर में घुस आना
मेरा सर बदन मेरी मुख्तसर सी जिंदगी को तोड़ जाना
मेरे लख्त-ए-जिगर को बीच में चौराहे पर मार कर
यूं बेअंदाज खड़े होकर झुंड में तुम्हारा मुस्कुराना
सब याद रखा जाएगा
सब कुछ याद रखा जाएगा
दिन में मीठी-मीठी बातें करना सामने से
सब कुछ ठीक है हर जुबां में तुतलाना
रात होते ही हक मांग रहे लोगों पर लाठियां चलाना, गोलियां चलाना
हम ही पर हमला करके हम ही को हमलावर बताना
सब याद रखा जाएगा
मैं अपनी हड्डियों पर लिखकर रखूंगा ये सारे वारदात
तुम जो मांगते हो मुझसे मेरे होने के कागजात
अपनी हस्ती का तुमको सबूत जरूर दिया जाएगा
ये जंग तुम्हारी आखिरी सांस तक लड़ा जाएगा
सब याद रखा जाएगा
ये भी याद रखा जाएगा कि किस तरह तुमने वतन को तोड़ने की साजिशें की
ये भी याद रखा जाएगा कि किस जतन से हमने वतन को जोड़ने की ख्वाहिशें की
जब कभी भी जिक्र आएगा जहां में दौर-ए-बुजदिली का तुम्हारा काम याद रखा जाएगा
जब कभी भी जिक्र आएगा जहां में दौर-ए-जिंदगी का हमारा नाम याद रखा जाएगा
कि कुछ लोग थे जिनके इरादे टूटे नहीं थे लोहे की हथौड़ियों से
कि कुछ लोग थे जिनके जमीर बिके नहीं थे इजारदारों की कौड़ियों से
कि कुछ लोग थे जो टिके रहे थे तूफान-ए-नू के गुजर जाने के बाद तक
कि कुछ लोग थे जो जिंदा रहे थे अपने मौत की खबर आने के बाद तक
भले भूल जाए पलक आंखों को मूंदना
भले भूले जमीं अपनी धूरी पर घूमना
हमारे कटे परों की परवाज को
हमारे फटे गले की ��वाज को
याद रखा जाएगा
तुम रात लिखो, हम चांद लिखेंगे
तुम जेल में डालो, हम दीवार फांद लिखेंगे
तुम FIR लिखो, हम तैयार लिखेंगे
तुम हमें कत्ल कर दो, हम बनके भूत लिखेंगे, तुम्हारी कत्ल के सारे सबूत लिखेंगे
तुम अदालतों से बैठकर चुटकुले लिखो
हम सड़कों, दीवारों पर इंसाफ लिखेंगे
बहरे भी सुन लें, इतनी जोर से बोलेंगे
अंधे भी पढ़ लें, इतना साफ लिखेंगे
तुम काला कमल लिखो
हम लाल गुलाब लिखेंगे
तुम जमीं पर जुल्म लिख दो
आसमां पर इंकलाब लिखा जाएगा
सब याद रखा जाएगा
सब कुछ याद रखा जाएगा
ताकि तुम्हारे नाम पर ताउम्र लानतें भेजी जा सके
ताकि तुम्हारे मुजस्समों पर कालिखें पोती जा सके
तुम्हारे नाम तुम्हारे मुजस्समों को आबाद रखा जाएगा
सब याद रखा जाएगा
सब कुछ याद रखा जाएगा
_ अमीर अजीज
0 notes
imranjalna · 1 month ago
Text
लाडकी बहनों के लिए खुशखबरी! दिसंबर की किस्त ट्रांसफर, आज से खाते में पैसे होंगे जमा
Good news for girls! December installment transfer, money will be deposited in the account from today मुख्यमंत्री मेरी लाडकी बहन योजना (Hindi News) मुख्यमंत्री मेरी लाडकी बहन योजना से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। दिसंबर महीने की किस्त कब जमा होगी, इस पर पिछले कुछ दिनों से चर्चाएं चल रही थीं। अब जानकारी मिली है कि दिसंबर महीने की किस्त जमा करने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। कुछ दिन पहले…
0 notes
rightnewshindi · 3 months ago
Text
सुनीता विलियम्स ने सेहत को लेकर दिया बड़ा अपडेट, कहा, मेरी तबियत ठीक है, अंतरिक्ष में वजन बढ़ गया है; चिंता न करें
Sunita Williams: अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। इस बीच खबर है कि विलियम्स ने खुद राहत भरी अपडेट दी है। उन्होंने कहा है कि उनकी तबीयत ठीक है और ऐसी तस्वीर की वजह भी बताई है। दरअसल, हाल ही में एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें अंतरिक्ष यात्री के गाल धंसे हुए थे और वह काफी कमजोर नजर आ रही थीं। इसके बाद नासा यानी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन को बयान…
0 notes
thehappyaid · 4 months ago
Text
है तुझे भी इजाज़त, करले तू भी मोहब्बत।
यूं झुकी सी, मन में बेरूखी सी लिए मैं रोज़ की सुबह का एक सपना देख रही थी। उजली सी सुबह, तानो सी हवा पर ये चुभन अब बढ़ने लगी थी। सपना टूटा तो क्या पाया? खुद से उसको अनजान। दुनिया का एक कोना मेरी कहानी गाता है और उसी दुनिया का पर कोई दूसरा कोना उसे उसकी कहानी सुनाता है। पर हमारी कहानी का क्या? न पल मिलते हैं, न दिल संभलते हैं। अब इस बेचैनी का क्या? इन्ही खयालों में कब मेरी सुबह से सूरज की दोपहर हुई पता ही न लगा। अनजान कोने में खुद के हिस्से की तलाश को छोड़ मेने दिन की करवट बदल ही ली।
मेरी परछाई भी उसे देखे तो शर्मा जाती है फिर इस दिल से पूछूं तो बस एक ही आवाज़ आती है, "क्या वो मुझे अपने शहर में ढूंढता है? क्या इस बेचैनी से वो भी झूंझता है?" न खबर मुझे उस पार की, न खबर उसे मेरे प्यार की। मन ही मन मेने उसे अपना तो लिया पर उससे खुद का सवाल करना भूल ही गई। नहीं नहीं, मैं खुद से उसको इतना जोड़ चुकी थी की अलग होना भूल ही गई थी।
शाम की चाय मेरे इन्ही खयालों पर पर्दा डाल ही रही थी की गली के एक छोर से उसका हंसता हुआ रंगीन चेहरा देखा मैने। मानो दिल क्या और दिमाग क्या, मैं उसके रंग में रंग चुकी थी। वो खिल-खिलाहट, उसकी हल्की सी फुस-फुसाहट बस अब यही ख्याल मुझे लंबे अरसे तक खोया रखने वाला था। पर ये क्या, उस फुस फुसाहाट में मैने एक बात सुनी। बात ज़रा धीमी पर मुझे सौ बार लगी। ये कैसे, ये किस लिए? कल की बेचैनी मेरा आज भी साथ दे रही है उसके दिल से किसी और की आवाज सुनाई दे रही है।
चाय छोड़ मैं अपने कमरे की ओर भागी। फिसलती, बिलखती मैं उसकी परछाई से दूर भागी। मेरे म�� की मोहब्बत तो मेरा एक तरफा इज़हार था। क्या मैं अपने मन से खुद को इजाजत दे सकती हूं की मैं उसके शहर में बिना कदम रखे वापस जा सकती हूं? थोड़े पहर लगे, थोड़े दिन गुजरे। दिन से महीने और साल भी गुज़रे। वो अभी भी मुझसे अनजान था। कब तक ठहरती मैं एक हां के लिए उस सपने को टूटे अब उसका न भी हुआ। थोड़े पहर और लगे, थोड़े महीने और लगे पर साल गुजरने से पहले मैने कहा,"जा दे दी इजाज़त, करले तू भी मोहब्बत।"
मैं कल से हर शाम खुद को एक नए सिरे से देखूंगी। तुमसे अलग हुए बड़ा वक्त हो गया अब एक रात मैं अकेले रह लूंगी। एक रात से सौ शाम, सौ शाम से सौ रातें हुईं। "अब है मुझे भी इजाज़त, करूंगी मैं भी मोहब्बत।"
-श्रेयशी
0 notes
sahunarottm · 1 month ago
Text
#सत_भक्ति_संदेश
कह कबीर शरण गह मेरी,
हो रक्षा जल थल की।
खबर नहीं पल की।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि
इस गन्दे लोक में पल भर में क्या हो जाये, पता नहीं। क्या कहर टूट जाये। इसलिए कबीर परमात्मा की शरण ग्रहण करने से हर तरह से जीव की रक्षा होती है।
देखे 👇👀👇
#साधना चैनल प्रतिदिन 👉 7:30 to 8:30 pm
#ईश्वर चैनल प्रतिदिन 👉 8:30 to 9:30 pm
Tumblr media
0 notes
shayarikitab · 4 months ago
Text
251+🌹 Best Rose Day Wishes in Hindi | रोज डे विशेस
Tumblr media
Best Rose Day Wishes in Hindi - आज हम आपके लिए एक दिल को छू लेने वाला और भावनात्मक लेख लेकर आए हैं, जो हमारे जीवन में रोज़ डे के महत्व को दर्शाता है। इस खास दिन के गहरे अर्थ को जानने के साथ-साथ, हम रोज़ डे विश के बारे में रोचक तथ्य भी उजागर करेंगे और हिंदी में सबसे खूबसूरत रोज़ डे विश शेयर करेंगे। रोज़ डे, जो हर साल 7 फरवरी को मनाया जाता है, Valentine Week की शुरुआत का प्रतीक है, प्यार का जश्न जो स्नेह और रोमांस से भरे मौसम का द्वार खोलता है। इस दिन, लोग गुलाब के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं, जो लंबे समय से प्यार, जुनून और प्रशंसा का प्रतीक है। चाहे वह एक लाल गुलाब हो या एक जीवंत गुलदस्ता, गुलाब दिल की भावनाओं को व्यक्त करने का एक कालातीत तरीका है। रोज़ डे सिर्फ़ प्रेमियों के लिए नहीं है। जोड़े, दोस्त और यहाँ तक कि परिवार के सदस्य भी देखभाल और स्नेह के संकेत के रूप में गुलाब का आदान-प्रदान करते हैं। यह रोमांस को गले लगाने, गहरी भावनाओं को व्यक्त करने और उन लोगों के साथ स्थायी यादें बनाने का दिन है जो सबसे ज़्यादा मायने रखते हैं। चाहे रोमांटिक डेट की योजना बना रहे हों या बस साथ में सार्थक समय बिता रहे हों, रोज़ डे उन बंधनों को संजोने का मौका देता है जो हमारे जीवन में सुंदरता और खुशी लाते हैं। कई लोगों के लिए, रोज़ डे अपने रिश्तों को मज़बूत करने, सोच-समझकर तोहफ़े बाँटने और अपने जीवन की नींव रखने वाले प्यार और प्रतिबद्धता का जश्न मनाने का एक बेहतरीन मौक़ा है। यह वैलेंटाइन वीक की एक खूबसूरत शुरुआत है, जो प्यार और जुड़ाव को समर्पित एक हफ़्ते की शुरुआत करता है। अगर आप Shayrikitab.com पर नए हैं, तो इस तरह की और भी बेहतरीन सामग्री के लिए हमें Facebook और Instagram पर फ़ॉलो करना न भूलें। और अगर यह ��ेख आपके दिल को छू गया है, तो इसे अपने दो सबसे करीबी दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि प्यार को फैलाने में मदद मिल सके!
251+🌹 Best Rose Day Wishes in Hindi
किसी फूल में इतनी खुशबू नहीं. जितना मुझे तुम महकते हों. काटें तो आने ही थे हमारे नसीब में. हमने यार भी तो गुलाब जैसा चुना था. आशिक़ों के महबूब के पैरो की धुल हूँ. हाँ मैं एक लाल गुलाब का फूल हूँ. लोग काँटों से बच के चलते हैं. मैं ने फूलों से ज़ख़्म खाए हैं. आज फूलों की बेगानगी देखकर. मुझको कांटों से दामन सजाना पड़ा. उन गुलों से तो कांटे अच्छे. जिनसे होती है तौहीने गुलशन. कांटा समझ के मुझ से न दामन बचाइए. गुजरी हुई बहार की इक यादगार हूँ. हँस के चल दूँ काँच के टुकडो पर. अगर तू कह दे ये मेरे बिछाये हुए फूल है. काँटों पर चलकर फूल खिलते हैं. विश्वास पर चलकर भगवान मिलते हैं. एक बात याद रखना दोस्त सुख में सब मिलते है. लेकिन दुख में सिर्फ भगवान मिलते है. कितने कांटों की बद्दुआ ली है. चन्द कलियों की जिन्दगी के लिए. काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर. फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ. काँटों पे चले हैं तो कहीं फूल खिले हैं. फूलों से मिले हैं तो बड़ी चोट लगी है. अगर कांटा निकल जायें चमन से. तो फूलों का निगहबां कौन होगा. कोई समझेगा क्या राज़-ए-गुलशन. जब तक उलझे न काँटों से दामन. ख़ार-ए-हसरत बयान से निकला. दिल का काँटा ज़बान से निकला. Rose Day Wishes फूलों की चुभन पूछिये हमसे साहिब. कांटों से जख्म तो दुनिया खाती है. सब फूल लेकर गए मैं कांटे ही उठा लाया. पड़े रहते तो किसी क़े पाँव मे जख्म दे जाते. मोहब्बत के काफिले को कुछ देर तो रोक लो. आते हैं हम भी पाँव से कांटे निकाल कर. बहुत हसीन सही सोहबतें गुलों की मगर. वो ज़िंदगी है जो काँटों के दरमियाँ गुज़रे. गुलशन-परस्त हूँ मुझे गुल ही नहीं अज़ीज़. काँटों से भी निबाह किए जा रहा हूँ मैं. बहुत हसीं सही सोहबतें गुलों की मगर. जिन्दगी वो है जो कांटों के दरमियां गुजरे. अपनी जिन्दगी का अलग उसूल है. प्यार की खातिर तो कांटे भी कबूल है. बुरी सरिश्त न बदली जगह बदलने से. चमन में आ के भी काँटा गुलाब हो न सका. मेरे ज़ख्मो की खबर देदो उन्हें ए ज़माने वालो. बहुत खुश हुआ करते थे वो मेरी राहों में कांटे बिछा कर. सबसे रोमांटिक जगह मेरे घर की दीवार पे टंगी घड़ी है. जहा�� दोनों कांटे सारा दिन एक दूसरे के पीछे घूमते रहते है. गुलाबों से मुहब्बत है जिन्हें उनको खबर कर दो. चुभने वाले कांटे भी बहुत अरमान रखते हैं. कांटों से घिरा रहता है चारों तरफ से फूल. फिर भी खिला ही रहता है क्या खुशमजाज है. फूलों के इन्तिजार में कांटों से भी निभाइए. यानी खुशी के वक्त गम का शऊर चाहिए. हमने कांटों को भी नरमी से छुआ है लेकिन. लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं. आज कांटें हैं अगर तेरे मुकद्दर में तो क्या. कल तेरा भर जाएगा फूलों से दामन गम न कर. Rose Day Wishes in Hindi फूलों को मैं बिछाऊं कहां है मेरी बिसात. कांटे उठा लिए हैं मगर मैने तेरी राह के. गुलाब जैसी हो. गुलाब लगती हो. हल्का सा जो मुस्कुरा दो. तो लाजवाब लगती हो. ये रोज डे रोज रोज आये. तू भी मुझे मिलने फिर यु रोज आये. लेकर गुलाब हाथों में मेरे नेनों से नेन मिलाये. और ये तेरा दीवाना तेरी झील सी आँखों में डूब जाये. ये लम्हा मेरी मोहब्बत से भरा है. ये समा मेरी मोहब्बत से भरा है. इस गुलाब को सिर्फ गुलाब मत समझना. गौर से देखना ये गुलाब मेरी मोहब्बत से भरा है. अगर छू जाए मेरे गुलाब की खुशुबू आपको. तो एतबार जरूर करना हम से ना नहीं. पर गुलाब से हमारे प्यार जरूर करना. हम तो समझ जाएंगे आपकी आँखों को भी. बस अपनी आँखों से ही इजहार जरूर करना. सोच रहे है तुमको अपना प्यार कैसे भेजे. ढूंढ के लाया हूँ जो खुशबू वो उस पार कैसे भेजे. सँजो के रखी है जो मोहब्बत अपनी इस गुलाब में. सोच रहे है वो गुलाब आपके पास कैसे भेजे. आज दिल चाहता है तुझे गुलाब से सजा दूं. प्यार सारा तुझ पर लुटा दूँ. आकर तेरी जुल्फों के सायें में. सारी दुनिया को भुला दूँ. गुलाबों से बढ़कर गुलाब दूँ आपको. गुलाब की खुशबू से वार दूँ आपको. हो हर लमहें में खूबसूरत एहसास आपको. उतना हर पल में मैं प्यार दूँ आपको. लाये प्यार से भरा गुलाब आपके लिए. इस जहां का सबसे खूबसूरत गुलाब आपके लिए. पसंद आए तो बताना हमको. हम आस्मा से बरसा देंगे ऐसे ही गुलाब आपके लिए. स���त फरवरी को साथ तेरा पाने को. दिल से तेरे दिल मिलाने को. आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को. आ जा गले से लगाले अपने इस दीवाने को. मेरा हर ख्वाब आज हक़ीकत बन जाये. जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिंदगी बन जाये. हम लाये लाखों में एक गुलाब आपके लिए. और ये गुलाब मुहब्बत की शुरूआत बन जाये. हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम. ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम. तुम जैसा हसीन ना होगा इस जहां में. तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम. बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं. मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं. जरा तुम आकर तोह देखो एक बार के. तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं. बड़े ही चुपके से भेजा था. मेरे ��ेहबूब ने मुझे एक गुलाब. कम्भख्त उसकी खुशबू ने. सारे शहर में हंगामा कर दिया. रोज डे विशेस हिन्दी तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ. क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ. कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते. जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ. फूलों जैसी लवों पर हँसी हो. जीवन में आपको कोई न बेबसी हो. ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए. बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो. गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए. पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे. तू ऐसा खूबसूरत हिरा हैं. की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए. गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे. जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे. तुम इन्हें रखना संभाल के सनम. यही भरे है प्यार से हमारे. मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं. तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं. मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का. तेरे सिवाएं मुझ पर किसी का हक़ नहीं. फिजाओं का मौसम जाने के बाद बहारों का मौसम आया. गुलाब से गुलाब का रंग तेरे गालों पर आया. तेरे नैनो ने काली घटा का जब काजल लगाया. जवानी जो तुम पर आई तो नशा मेरी आँखों में आया. तेरी आहट से ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं. तेरे होने का एहसास मेरी साँसे बयां कर जाती हैं. ये सुन्दर गुलाब तेरी ही यादों का हिस्सा हैं. जिन्हें देख कर फिर से वो खुशियाँ जवां हो जाती हैं. यूँ तो प्यार जताने के लिए. किसी गुलाब की जरूरत नहीं हैं मुझे. क्योंकि हर पल दिल से बहुत चाहा हैं तुझे. लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे. बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे. खुद को कभी अकेला मत समझना. हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे. प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते हैं. प्यार में कुछ खोते हैं तो कुछ पाते हैं. प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते हैं. हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं. जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तूम. मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तूम. लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन. मेरी जिंदगी का एक सुन्दर सा गुलाब हो तूम. टूटा हुआ फूल खुशबू दे जाता हैं. बिता हुआ पल यादें दे जाता हैं. हर शख्स का अपना अंदाज होता हैं. कोई जिंदगी में प्यार तो. कोई प्यार में ज़िन्दगी दे जाता हैं. आप मिलते नहीं रोज रोज. आपकी याद आती हैं हर रोज. हमने भेजा हैं रेड रोज. जो आपको हमारी याद दिलाएगा हर रोज. अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फूल बनो. क्योंकि ये फूल उसके हाथ में भी खुशबू छोड़ देता है. जो इसे मसल कर फेंक देता है. फूलों जैसी लबों पर हंसी हो. जीवन में आपके कोई ना बेबसी हो. ले आए हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए. बस अब इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो. Rose Day Wishes फूलों जैसी लबों पर हंसी हो. जीवन में आपके कोई ना बेबसी हो. ले आए हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए. बस अब इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो. बड़ी नाजुक से पली हो तुम. तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम. जिससे मिलने को बेकरार है हम. दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम. खुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती है. तेरी हर बात मुझे बहका जाती है. सांस तो बहुत देर लेती है आने में. हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है. ��ुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए. पर वो मुरझा गया तेरे नूर के आगे. तू ऐसा खूबसूरत हीरा है. की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए. गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे. जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे. तुम इन्हें रखना संभाल के सनम. यही भरे है प्यार से हमारे. ये सिर्फ एक गुलाब नही. मेरी प्यार की निशानी है. रखना इसे आप संभाल के. इस के हर पत्ते में छुपी. हमारे प्यार की कहानी है. दिल की किताब में गुलाब उनका था. रात की नींद में ख्वाब उनका था. कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा. मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था. सफर वही तक है जहाँ तक तुम हो. नजर वही तक है जहाँ तक तुम हो. हजारों फूल देखे है इस गुलशन में मगर. खुशबू वही तक है जहाँ तक तुम हो. लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे. बनके महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे. खुद को कभी अकेला न समझना. हर पल हम तेरे दिल में या तेरे ख्वाबो में मिलेंगे. प्यार का तोहफा कुछ इस तरह दिया उसने. एक गुलाब में सब कुछ कह दिया उसने. उसका ये हुनर हम भी आजमाएंगे. देकर लम्हें प्यार के हम भी इश्क जताएंगे. बड़े ही चुपके से भेजा था. मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब. कम्बख्त उसकी खुशबू ने. सारे शहर में हंगामा कर दिया. मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये. जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी ज़िन्दगी बन जाये. हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए. और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये. सारी उम्र में एक पल भी आराम का न था. वो जो दिल मिला किसी काम का न था. कलियाँ खिल रही थी हर गुलाब था ताज़ा. मगर कोई भी गुलाब मेरे नाम का न था. यादों की बरसात लिए. दुआओं की सौगात लिए. दिल की गहराई से. चाँद की रौशनी से. फूलों कागज पर. आप के लिए सिर्फ 3 लफ्ज. I LOVE YOU. मुहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती. जब तन्हाई में आपकी याद आती है. होंठों पे एक ही फ़रियाद आती है. खुदा आपको हर ख़ुशी दे. क्यूंकि आज भी हमारी हर ख़ुशी आपके बाद आती है. रोज डे विशेस गुलाब गुलाब होता है. उसे रोज ना कहो. दोस्त दोस्त होता है. उसे दुश्मन ना कहो. होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का. शायद नजर से वो बात हो जाये. इस उम्मीद में करते हैं इन्तजार रात का. के शायद सपने में मुलाकात हो जाये. प्यार के समुन्दर में सब डूबना चाहते हैं. प्यार में कुछ खोते हैं तो कुछ पाते हैं. प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते हैं. पर हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं. अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फूल बनो. क्यूंकि ये फूल उस के हाथ में भी खुशबू छोड़ देता है. जो इसे मसल कर फ़ेंक देता है. हर फूल आपको नए अरमान दे. हर सुबह आपको एक सलाम दे. हमारी ये दुआ है तहे दिल से. अगर आपका एक आंसू भी निकले. तो खुदा आपको दुगनी ख़ुशी इनाम दे. फूल बनकर मुस्कुराना जिन्दगी है. मुस्कुरा के गम भूलाना जिन्दगी है. जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ. हार कर खुशियाँ मनाना भी जिन्दगी है. फूल खिलते रहें जिंदगी की राह में. हंसी चमकती रहे आपकी निगाह में. कदम कदम पर मिले खुशी ख़ुशी की बहार आपको. दिल देता है यही दुआ बार बार आपको. चला जा रे SMS बन के गुलाब. होगी सच्ची दोस्ती तो आएगा जवाब. अगर ना आये तो मत होना उदास. बस समझ लेना कि मेरे लिए वक़्त नहीं था उनके पास. रोज उनके लिए जो मिलते नहीं रोज रोज. लेकिन उनके लिए जो याद आते हैं रोज रोज. एक नन्हीं सी किरण चुराने आए हैं. खुशियों का अहसास दिल में बसाने आए हैं. नीद की मदहोसी से जो लिपटे हुए हैं. हम उन्हें प्यार से जगाने आए हैं. इकरार में शब्दों की एहमियत नहीं होती. दिल के जज्बात की ��वाज़ नहीं होती. आँखें बयान कर देती हैं दिल की दास्तान. मोहब्बत लफ्जों की मोहताज़ नहीं होती. मेरा हर ख्वाब आज हक़ीक़त बन जाये. जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी ज़िन्दगी बन जाये. हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए. और ये गुलाब मुहब्बत की शरुआत बन जाये. तेरी हर अदा महोब्बत सी लगती है. एक पल की जुदाई सदियों सी लगती है. पहले नई सोचा था अब सोचने लगा हूँ. ज़िन्दगी की हर लम्हे में तेरी ज़रूरत सी लगती है. बहाने से आपकी बात करते हैं. हर पल आपको महसूस करते हैं. इतनी बार सांस न लेते होंगे. जितनी बार हम आपको याद करते हैं. आप मिलते नहीं रोज रोज. आपकी याद आती है हर रोज. हमने भेजा है रेड रोज. जो आपको हमारी याद दिलायेगा हर रोज. हैप्पी रोज़ डे. रोज़ डे मुबारक हो. किसने कहा पगली तुझसे कि हम तेरी खूबसूरती पर मरते हैं. हम तो तेरी गुलाबी आँखों पर मरते हैं. जिस अदा से तू हमें देखती है. Rose Day Wishes for Love एक Rose उनके लिए. जो मिलते नहीं रोज़ रोज़. मगर याद आते हैं हर रोज़. हैप्पी रोज़ डे. दोस्ती का रिश्ता अनोखा है. ना गुलाब सा है ना काँटों सा. दोस्ती का रिश्ता तो उस डाली की तरह है. जो गुलाब और काँटों दोनों को एक साथ जोड़े रखता है. गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे. जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे. तुम इन्हें रखना संभाल के सनम. यही भरे है प्यार से हमारे. गुलशन का हर एक गुलाब परखा हमने. फिर चुना एक गुलाब है. लाये बड़े प्यार से है जिसके लिए. वो खुद एक खूबसूरत गुलाब है. प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते हैं. प्यार में कुछ खोते हैं तो कुछ पाते हैं. प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है. हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं. गुलाब जैसी हो. गुलाब लगती हो. हल्का सा जो मुस्कुरा दो. तो लाजवाब लगती हो. ये रोज डे रोज रोज आये. तू भी मुझे मिलने फिर यु रोज आये. लेकर गुलाब हाथों में मेरे नेनों से नेन मिलाये. और ये तेरा दीवाना तेरी झील सी आँखों में डूब जाये. ये लम्हा मेरी मोहब्बत से भरा है. ये समा मेरी मोहब्बत से भरा है. इस गुलाब को सिर्फ गुलाब मत समझना. गौर से देखना ये गुलाब मेरी मोहब्बत से भरा है. अगर छू जाए मेरे गुलाब की खुशुबू आपको. तो एतबार जरूर करना हम से ना नहीं. पर गुलाब से हमारे प्यार जरूर करना. हम तो समझ जाएंगे आपकी आँखों को भी. बस अपनी आँखों से ही इजहार जरूर करना. सोच रहे है तुमको अपना प्यार कैसे भेजे. ढूंढ के लाया हूँ जो खुशबू वो उस पार कैसे भेजे. सँजो के रखी है जो मोहब्बत अपनी इस गुलाब में. सोच रहे है वो गुलाब आपके पास कैसे भेजे. आज दिल चाहता है तुझे गुलाब से सजा दूं. प्यार सारा तुझ पर लुटा दूँ. आकर तेरी जुल्फों के सायें में. सारी दुनिया को भुला दूँ. गुलाबों से बढ़कर गुलाब दूँ आपको. गुलाब की खुशबू से वार दूँ आपको. हो हर लमहें में खूबसूरत एहसास आपको. उतना हर पल में मैं प्यार दूँ आपको. लाये प्यार से भरा गुलाब आपके लिए. इस जहां का सबसे खूबसूरत गुलाब आपके लिए. पसंद आए तो बताना हमको. हम आस्मा से बरसा देंगे ऐसे ही गुलाब आपके लिए. सात फरवरी को साथ तेरा पाने को. दिल से तेरे दिल मिलाने को. आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को. आ जा गले से लगाले अपने इस दीवाने को. मेरा हर ख्वाब आज हक़ीकत बन जाये. जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिंदगी बन जाये. हम लाये लाखों में एक गुलाब आपके लिए. और ये गुलाब मुहब्बत की शुरूआत बन जाये. हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम. ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम. तुम जैसा हसीन ना होगा इस जहां में. तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम. Happy Rose Day Wishes बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं. मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं. जरा तुम आकर तोह देखो एक बार के. तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं. बड़े ही चुपके से भेजा था. मेरे मेहबूब ने मुझे एक गुलाब. कम्भख्त उसकी खुशबू ने. सारे शहर में हंगामा कर दिया. तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ. क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ. कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते. जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ. फूलों जैसी लवों पर हँसी हो. जीवन में आपको कोई न बेबसी हो. ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए. बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो. गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए. पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे. तू ऐसा खूबसूरत हिरा हैं. की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए. गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे. जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे. तुम इन्हें रखना संभाल के सनम. यही भरे है प्यार से हमारे. मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं. तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं. मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का. तेरे सिवाएं मुझ पर किसी का हक़ नहीं. फिजाओं का मौसम जाने के बाद बहारों का मौसम आया. गुलाब से गुलाब का रंग तेरे गालों पर आया. तेरे नैनो ने काली घटा का जब काजल लगाया. जवानी जो तुम पर आई तो नशा मेरी आँखों में आया. तेरी आहट से ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं. तेरे होने का एहसास मेरी साँसे बयां कर जाती हैं. ये सुन्दर गुलाब तेरी ही यादों का हिस्सा हैं. जिन्हें देख कर फिर से वो खुशियाँ जवां हो जाती हैं. यूँ तो प्यार जताने के लिए. किसी गुलाब की जरूरत नहीं हैं मुझे. क्योंकि हर पल दिल से बहुत चाहा हैं तुझे. लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे. बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे. खुद को कभी अकेला मत समझना. हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे. प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते हैं. प्यार में कुछ खोते हैं तो कुछ पाते हैं. प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते हैं. हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं. जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तूम. मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तूम. लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन. मेरी जिंदगी का एक सुन्दर सा गुलाब हो तूम. टूटा हुआ फूल खुशबू दे जाता हैं. बिता हुआ पल यादें दे जाता हैं. हर शख्स का अपना अंदाज होता हैं. कोई जिंदगी में प्यार तो. कोई प्यार में ज़िन्दगी दे जाता हैं. आप मिलते नहीं रोज रोज. आपकी याद आती हैं हर रोज. हमने भेजा हैं रेड रोज. जो आपको हमारी याद दिलाएगा हर रोज. अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फूल बनो. क्योंकि ये फूल उसके हाथ में भी खुशबू छोड़ देता है. जो इसे मसल कर फेंक देता है. Romantic Rose Day Wishes फूलों जैसी लबों पर हंसी हो. जीवन में आपके कोई ना बेबसी हो. ले आए हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए. बस अब इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो. फूलों जैसी लबों पर हंसी हो. जीवन में आपके कोई ना बेबसी हो. ले आए हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए. बस अब इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो. बड़ी नाजुक से पली हो तुम. तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम. जिससे मिलने को बेकरार है हम. दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम. खुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती है. तेरी हर बात मुझे बहका जाती है. सांस तो बहुत देर लेती है आने में. हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है. गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए. पर वो मुरझा गया तेरे नूर के आगे. तू ऐसा खूबसूरत हीरा है. की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए. गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे. जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे. तुम इन्हें रखना संभाल के सनम. यही भरे है प्यार से हमारे. ये सिर्फ एक गुलाब नही. मेरी प्यार की निशानी है. रखना इसे आप संभाल के. इस के हर पत्ते में छुपी. हमारे प्यार की कहानी है. दिल की किताब में गुलाब उनका था. रात की नींद में ख्वाब उनका था. कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा. मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था. सफर वही तक है जहाँ तक तुम हो. नजर वही तक है जहाँ तक तुम हो. हजारों फूल देखे है इस गुलशन में मगर. खुशबू वही तक है जहाँ तक तुम हो. लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे. बनके महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे. खुद को कभी अकेला न समझना. हर पल हम तेरे दिल में या तेरे ख्वाबो में मिलेंगे. प्यार का तोहफा कुछ इस तरह दिया उसने. एक गुलाब में सब कुछ कह दिया उसने. उसका ये हुनर हम भी आजमाएंगे. देकर लम्हें प्यार के हम भी इश्क जताएंगे. बड़े ही चुपके से भेजा था. मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब. कम्बख्त उसकी खुशबू ने. सारे शहर में हंगामा कर दिया. मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये. जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी ज़��न्दगी बन जाये. हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए. और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये. सारी उम्र में एक पल भी आराम का न था. वो जो दिल मिला किसी काम का न था. कलियाँ खिल रही थी हर गुलाब था ताज़ा. मगर कोई भी गुलाब मेरे नाम का न था. यादों की बरसात लिए. दुआओं की सौगात लिए. दिल की गहराई से. चाँद की रौशनी से. फूलों कागज पर. आप के लिए सिर्फ 3 लफ्ज. I LOVE YOU. Wishes Happy Rose Day मुहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती. जब तन्हाई में आपकी याद आती है. होंठों पे एक ही फ़रियाद आती है. खुदा आपको हर ख़ुशी दे. क्यूंकि आज भी हमारी हर ख़ुशी आपके बाद आती है. गुलाब गुलाब होता है. उसे रोज ना कहो. दोस्त दोस्त होता है. उसे दुश्मन ना कहो. होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का. शायद नजर से वो बात हो जाये. Read the full article
0 notes
ramkaranjangra · 6 months ago
Text
कह कबीर शरण गह मेरी, हो रक्षा जल थल की। खबर नहीं पल की।।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि: इस गन्दे लोक में पल भर में क्या हो जाये, पता नहीं। क्या कहर टूट जाये। इसलिए कबीर परमात्मा की शरण ग्रहण करने से हर तरह से जीव की रक्षा होती है।
🙇 🙇
जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज
Tumblr media
0 notes
pleasantlovenerd · 6 months ago
Text
#संतरामपालजीके_परोपकारी_कार्य
Social reformer Sant Rampal ji
Tumblr media
कह कबीर शरण गह मेरी, हो रक्षा जल थल की। खबर नहीं पल की।।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि: इस गन्दे लोक में पल भर में क्या हो जाये, पता नहीं। क्या कहर टूट जाये। इसलिए कबीर परमात्मा की शरण ग्रहण करने से हर तरह से जीव की रक्षा होती है।
🙇 🙇
जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज
0 notes
hindiromanticstories · 1 month ago
Text
परी सी लड़की की चूत मेरी किस्मत में
मेरा नाम रोहित है, मैं उत्तर प्रदेश गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ. मेरी हाइट 5 फिट 8 इंच है. बॉडी भी मस्त है. मेरा लंड इतना बड़ा है कि मैं किसी भी लड़की की ज़रूरत को पूरा कर सकता हूँ.
मैं सामान्य सा दिखने वाला इंसान हूँ. लेकिन काम देवता की अनुकम्पा हमेशा से ही मुझ पर बनी रही है और मैंने कई लड़कियों और औरतों के साथ सम्भोग का सुख प्राप्त किया है.
मैं अपनी सेक्स कहानी पेश कर रहा हूँ! मैं उम्मीद करूँगा कि मेरी ये टीन गर्ल सेक्स स्टोरी आप लोगों को काफी पसंद आएगी.
मेरा आप सभी से निवेदन है कि कहानी को सही से पढ़िए और पूर्ण ज्ञान के साथ आनन्द और अपना अनुभव साझा करके मेरे हौसले को बढ़ाते रहिए ताकि मैं आपके लिए और भी सच्ची सेक्स कहानियां लेकर आता रहूँ.
मेरा सभी लड़कियों, भाभियों से निवेदन है कि जिनकी गर्म चूत भट्टी की तरह तप रही है, उसको शांति दें. पर मसल कर ���हीं. चूत की भी अपनी भावनाएं होती हैं, उसका भी दिल होता है … उसको समझें और जिंदगी के मज़े लें.
उसके लिए आपको मेरे जैसे मर्द की जरूरत है, जो चूत की भावनाओं को समझता है और उसकी गर्मी को शांत करना जानता है. तभी लोग मुझे कामदेव भी बोलते हैं, इसके लिए मैं उनका शुक्रगुज़ार हूँ.
आज की इस कहानी में मैं आपको जो बताने जा रहा हूँ, वह एकदम सच है. इसमें जरा सा भी झूठ नहीं है.
मेरा वादा है कि आपको यह टीन गर्ल सेक्स स्टोरी बहुत ही पसंद आने वाली है. लंड धारी लंड पकड़ ले और चूत वाली अपनी चूत, अब जो तूफानी होगा, वह उसे पढ़ने के बाद आप रोक नहीं पाएंगे अपने आपको और … आगे आप खुद ही जानते हैं.
मेरे चाचा जी अपने परिवार के साथ नॉएडा शिफ्ट हुए थे. उनके परिवार में मेरी चाची, उनकी बेटी और बेटा है.
उनको नोएडा में ही रहना था ताकि वे वहां रहकर अपने लिए कोई अच्छा फ्लैट ले सकें और उनके बच्चे वहां रह कर पढ़ सकें.
उनको वहां रहते हुए अभी ज्यादा टाइम नहीं हुआ था, यही कोई 15 दिन ही हुए थे.
तभी अचानक से खबर मिली कि मेरे नाना जी की मृत्यु हो गई है. इस वजह से मम्मी को मेरी ननिहाल जाना पड़ा. मैं और पापा जी घर पर अकेले रह गए.
हम दोनों ही अच्छे से खाना बनाना नहीं जानते, हमने एक दो दिन तो कैसे भी करके गुज़ार लिए.
अगले दिन चाचा जी का फ़ोन पापा जी के पास आया- भैया, आपको खाने पीने की प्रॉब्लम हो रही है, मुझे पता नहीं था कि आप लोग अकेले हो, वरना लेने आ जाता. फिर चाचा जी ने पापा जी को उनके यहां जाने के लिए मना लिया.
अगले दिन हम उनके घर पहुँच गए.
मैंने जैसे ही चाचा जी के फ्लैट की डोर बेल बजाई, सामने वाले फ्लैट से एक लड़की ने गेट ओपन करके देखा. क्या बताऊं यार क्या बला की खूबसूरत थी वह, उसकी एक झलक ने मेरी लोअर मैं तम्बू बना दिया.
यहां पर मैं आपको ये बताना चाहूँगा कि मेरा लंड मेरी लोअर में साफ़ दिखता है, लड़कियां आराम से लौड़े की उठान को देख कर अंदाज लगा सकती हैं कि पैंट के अन्दर माल कितना बड़ा होगा. तभी चाचा जी ने गेट ओपन किया और हम घर के अन्दर आ गए. हमने नाश्ता किया और बातें करने लगे.
हमें अभी एक घंटा ही हुआ था, तभी हमारे फ्लैट की डोर बेल बजी और मेरे चाचा जी की लड़की ने गेट ओपन किया. वह सामने वाले फ्लैट वाली लड़की अन्दर आयी और मेरी चाची से बोली.
लड़की- आंटी जी थोड़ी सी चाय पत्ती मिलेगी क्या? चाची- हां रिया, क्यों नहीं बेटा!
मैं आपको रिया के बारे में बताता हूँ कि वह कैसी थी और उसने क्या पहना था हुआ.
एक छोटी सी स्कर्ट, जो शायद घुटनों ��े 4-5 इंच ऊपर ही थी, गहरे गले वाला टॉप, जिसमें से उसके आधे से अधिक चूचे चमक रहे थे. गोरा बदन, चिकनी जांघें, गुलाबी रंगत ऐसी कि छू लो तो मैली हो जाए … ऐसी काया थी उसकी, परी जैसी थी वह!
पेट पर गोल गोल नाभि, कयामत थी वह, परी लोक से ही आयी थी शायद … उसे देख कर मेरे दिल में ऐसी फीलिंग थी.
अगर वह थोड़ी सी झुक जाए, तो शायद कुछ दिख जाए … उस वक्त मेरे दिल में यही तमन्ना जागने लगी. फिर मैंने मन ही मन अपने इष्ट देव श्री कामदेव जी को याद किया और मेरा लंड मेरे लोअर में फिर से खड़ा हो गया.
मैं रिया की तरफ ही देख रहा था, वह भी अपनी कातिल निगाहों से मुझे ही देख रही थी. उसने मेरी बहन के कान में कुछ पूछा, तो मेरी बहन बोली- ये मेरे ताऊ जी और भाई जी हैं!
उसने मेरे पापा जी को नमस्ते बोला ही था कि तभी उसको चाची जी ने चाय पत्ती दे दी. पर रिया जो कटोरी लेकर आयी थी, वह अचानक से गिर गयी.
तभी वह घुटनों के बल बैठी और चाय पत्ती को बटोरने लगी. आह … आज मेरी किस्मत में कुछ और ही लिखा था.
वह जैसे ही झुकी, उसकी गांड दिखने लगी. फिर वह थोड़ा और झुकी तो जन्नत के दर्शन हो गए. आप समझ गए होंगे कि मैं किसकी बात कर रहा हूँ यारो!
लड़कों की कर्म भूमि कि यानि उसकी चूत, समझे अब … एकदम छोटी सी बिना बालों की चिकनी चूत थी उसकी! साली बिना पैंटी के आई थी.
मैं मन ही मन पागल सा होने लगा.
तभी मैं भी उठा और उसकी तरफ बढ़ा.
चाची- अरे बेटा रिया कोई बात नहीं, मैं और दे देती हूँ! रिया- अरे आंटी कोई बात नहीं, हो गया जा रही हूँ मैं अब! मैं बस देख रहा था.
रिया स्माइल करती हुई बोली- थैंक्यू आंटी! वह जैसे ही उठी, उसकी गांड मेरे लंड से टच हो गई और मैं वहां से हट गया.
तभी उसने मेरी बहन के कान में फिर से कुछ बोला, इस बार मेरी बहन ने मेरी तरफ देखा और वह भी स्माइल करके बात करने लगी. उसके बाद वह 2 मिनट में चली गयी.
मौका देख कर मैंने अपनी बहन से पूछा मैं- क्यों बहन, क्या देख कर स्माइल कर रही थी, जब तू उस लड़की से बात कर रही थी?
बहन- भाई वह बोल रही थी कि तेरा भाई कितना स्मार्ट है, मेरी सैटिंग करा दे! मैं यह सुनकर हंसने लगा और बोला- हां करा दे बहन, जो तू बोलेगी, वह कर दूंगा तेरे लिए!
बहन- पार्टी देनी पड़ेगी भाई. मैं- पक्का बहन.
फिर हम हंसने लगे.
दोपहर दो बजे के आस-पास फिर से हमारी डोर बेल बजी. मैं सोचने लगा कि हे भगवन … वह फिर से आ जाए. तभी वह आ गयी.
उसने मुझे देख कर स्माइल दी और बैठ गयी. वह मेरी बहन से कुछ बात करने लगी.
फिर मैं बोला कि मैं नहा लेता हूँ. बहन- भाई … वह … मैं- क्या वह?
बहन- भाई वह बाथरूम में लीकेज हो गया है, भाई प्��म्बर को लेने गया है. मैं- कोई नहीं, मैं बाद में नहा लूंगा!
रिया- अरे कोई नहीं, आप मेरे यहां नहा लो! मैं अपनी बहन की तरफ देखने लगा.
बहन- हां भाई आप चले जाओ, रिया के यहां नहा लो! मैं- कोई नहीं, मैं बाद मैं नहा लूँगा.
रिया- आप नहा लो, मेरा घर आज खाली है … कोई नहीं है. मैं अकेली हूँ, आपको कोई प्रॉब्लम नहीं होगी!
फिर मैंने भी मौके पर चौका मारने की सोची और मन ही मन कामदेव जी का शुक्रिया अदा किया कि इतनी जल्दी छेद की व्यवस्था करवा दी.
मैंने अपने बैग से टॉवल और टी-शर्ट, लोअर निकाला और मन ही मन में सोचा कि आज मैं लोअर के अन्दर कुछ नह��ं पहनूंगा.
मैंने रिया से कहा- चलें क्या? रिया- जी.
हम दोनों चल दिए. उसने अपने फ्लैट का गेट ओपन किया और मैं उसके घर के अन्दर आ गया. फिर वह गेट बंद करने के लिए इस तरह से झुकी, जिससे एक बार फिर से उसकी गांड बाहर की ओर निकल आयी और उसकी छोटी सी चूत बाहर को झांकने लगी.
मैंने ऐसा महसूस किया कि वह ये सब जानबूझकर कर रही थी. उसने अपना घर बंद कर लिया.
अब वह और मैं अकेले थे. फिर उसने पूछा- आप पानी लोगे या चाय बनाऊं!
मैं- नहीं नहीं कुछ नहीं, मैं तो बस नहाने के लिए आया हूँ जी … आप बस बाथरूम बता दीजिए. रिया- आप मेरे पीछे आओ.
मैं उसके पीछे जाना लगा.
क्या मटक मटक कर चल रही थी भेनचोद मज़ा आ रहा था, लंड एक बार फिर से अंगड़ाई लेने लगा. फिर उसने इशारा किया कि ये बाथरूम है.
उसने लाइट ऑन कर दी मैं बाथरूम में आ गया और मुझे लगा कि वह शायद चाय बनाने के लिए किचन में चली गयी.
मैंने बाथरूम बंद करने के लिए जैसे ही चटकनी लगाई, तो देखा कि वह ख़राब है. फिर एक बार मैंने अपना लंड पकड़ लिया कि शायद आज कुछ अच्छा होने वाला है.
मैंने अपने कपड़े उतारे और नंगा होकर नहाने की तैयारी की. पहले सुसु की, जो बहुत ज़ोर से लगी थी और फिर मैं गाना गुनगुनाने लगा.
‘हम तुम एक कमरे में बंद हों और चाबी ख़ो जाए!’ इधर उधर देखा तो पाया कि मैडम जी की पैंटी बाथरूम में ही टंगी है.
बस फिर क्या भाइयो, किस्मत की चाबी हाथ लग गई और मैंने उसकी पैंटी को झट से अपनी नाक से लगा कर सूंघी, आह क्या ही बताऊं यार क्या मस्त खुशबू आ रही थी. थोड़ी देर तक चूत की सुगंध का मज़ा लेने के बाद मैंने नल चालू किया, खुद पर पानी डाला और नहाने लगा.
साबुन लगाने लगा और लंड को साबुन से रगड़ते हुए मैडम की चूचियों का ध्यान करने लगा.
कुछ देर बाद मन में विचार आया कि लंड की झांटों की भी साफ़ सफाई कर लूँ. यह सोच कर मैं ऊपर सेल्फ में रखा बालसफा साबुन झांटों में लगाने लगा.
तभी मुझे लगा कि कोई है जो ��ुझे देख रहा है. मैंने भाव नहीं दिया, मैं जानता था कि कौन हो सकता है.
कुछ देर में लंड को कुंदन सा चमका कर और नहा धो कर मैं बाहर आ गया. उसी कमरे में लगी ड्रेसिंग टेबल के सामने अपने आपको देखने लगा.
मेरी तौलिया कुछ ज्यादा ही छोटी थी जिस वजह से मेरी आधी जांघें साफ दिख रही थीं.
दोस्तो, मैं अभी सोच ही रहा था कि इसी अंदाज में इस परी को अपना लंड दिखा दूँ क्या?
तभी रिया आ गई और तौलिया के ऊपर से ही मेरे लंड को ऐसे देखने लगी मानो कच्चा ही खा जाएगी.
तभी रिया आगे को आयी और बोली- मैंने चाय बना ली है, काफी टाइम हो गया … ठंडी हो रही है. पहले पी लो फिर तैयार हो जाना आप! मैं- जी.
तब मैं टॉवल में ही चल दिया.
वह मेरे सामने सोफे पर बैठ गई और मैं दीवान पर था. वह चाय पीने लगी और मैं भी.
तभी उसने अपने पैरों को सोफे पर इस तरह से फैला कर रखा, जिससे उसकी टांगें सोफे के हैंडल से टच हो गईं और पैर चौड़े हो गए. इस तरह से बैठने से उसकी चूत मेरे सामने साफ़ साफ़ दिखने लगी थी.
शायद उसकी चूत मुझसे कह रही थी ‘ना सील टूटी है, मेरी ना ही टूटा है हौसला … आओ मेरी टांगों के बीच, आकर बनाओ घौंसला.’
बस फिर क्या था जनाब … रोहित के छोटे साब फिर से खड़े हो गए टॉवल में और टॉवल की पकड़ भी ढीली पड़ गयी.
मैं अब आपको उसकी चूत की सुंदरता बताता हूँ दोस्तो, कैसी चूत थी उसकी!
एक छोटी सी मौसमी की दो फाँकों जैसी दो छोटी छोटी खापें, कसके आपस में चिपकी हुई थीं. एकदम गोरी गुलाबी सी रंगत लिए हुई, बिना बालों की चूत देख कर बस यह लग रहा था मानो जन्नत का दरवाज़ा यही है.
इधर मेरे मन के अन्दर अब एक उथल-पुथल थी कि क्या करना चाहिए!
आप सभी लड़कियां और भाभी जी लोग बहुत अच्छे से जानती हैं कि कोई लड़की कभी भी पहल नहीं करती, सिवाय हिंट देने के! वैसे भी जन्नत मेरे सामने थी और अब जो करना था, मुझे करना था … जन्नत बुला रही थी. मैं सोच रहा था कि क्या करूं!
फिर मैंने पहले जल्दी से चाय पी और मेरे कदम अपने आप आगे बढ़ने लगे. पता ही नहीं चला कि मेरे लौड़े पर कसी टॉवल कहां टपक गयी. मैंने जल्दी से कप टेबल पर रखा और जमीन पर घुटनों के बल बैठ कर उसकी टांगों को पकड़ कर अपना मुँह उसकी चूत पर लगा दिया.
इस समय वह बिल्कुल असहज नहीं थी. पर मेरी कहानी पढ़ रही सभी लड़कियां और भाभियां अच्छी तरह से जानती हैं कि जब चूत पर किसी मर्द की जीभ चलती है, तो औरत के शरीर में एक करंट सा दौड़ जाता है और वह चरमसुख के सागर में गोते खाने के अलावा और कुछ नहीं कर पाती.
तो वही हुआ, उस समय ना चाहते हुए भी उसने मेरे सिर को पकड़ा और चूत पर दबाती हुई सहलाने लगी. बीच बीच में वह मेरे सर को ऐसे खुद में धकेलती, जैसे मुझे अपन�� चूत में समा लेना चाहती हो.
मैंने रिया की चूत से अपना मुँह हटाया और जैसे उस पर अपने हाथ से हल्के हल्के अपनी उंगलियां फिराने लगा.
अब उसकी चूत गीली हो चुकी थी और उसमें से एक बहुत मादक सुगंध आ रही थी. मैं यूँ तो पागल हुआ जा रहा था, पर मैंने रिया को देखा तो समझ आया कि सारा आनन्द आज उसके ही हिस्से में था.
वह जैसे किसी मतवाली रांड की तरह इस सबका मज़ा ले रही थी और उसका पूरा बदन कांपने लगा था. रिया के मुँह से ‘ओहह … ओहह …’ की आवाजें आ रही थीं.
तभी मैंने उसको गोदी में उठा कर दीवान पर पटक दिया और मैंने उसे नंगी कर दिया ताकि उसके बदन की सुंदरता को निहार सकूं. क्या बताऊं यारो, आज तक का मेरी लाइफ का सबसे खूबसूरत बदन था उसका!
उसे शानदार गुड़िया, या परी कहूँ तो ज्यादा अच्छा होगा. मुझे उसको भोगने की लालसा ऐसे बढ़ रही थी, मानो आज कामदेव मैं ही हूँ और वह मेरी रति!
मैं उसके ऊपर आया और बिना किसी देरी के अपने होंठों को रिया के होंठों पर रख कर उनको चूसने लगा.
मैं रिया के होंठों को बेदर्दी से चूसने लगा. बीच में तो एक बार मैंने उसके होंठों पर ज़ोर से काट भी लिया जिस पर वह तड़प कर रह गयी.
हम दोनों ने करीब 10 मिनट तक एक दूसरे को चूसा होगा.
तभी घर की डोर बेल बजी मैं और रिया घबरा गए.
मैं उठा और मैंने टॉवल लपेट ली. उसने कपड़े पहन लिए. फिर रिया ने ‘आती हूँ’ की आवाज दी और गेट खोल कर देखा कि कौन आया है?
मेरी बहन- रिया, भाई नहा लिए क्या, वहाँ ताऊजी बुला रहे थे! पीछे से मैं बोला- हां आया, बस दो मिनट में!
बहन- ओके, भाई! मैं जाकर उन्हें बताती हूँ. बहन के जाते ही मैंने जल्दी से कपड़े पहने और रिया को किस करके निकल आया.
मैं जैसे ही घर में घुसा, मेरे चाचा जी के साले अपने परिवार के साथ आ गए थे.
शायद आज हमारी किस्मत में कुछ और ही लिखा था क्योंकि उनके आने से फ्लैट में सोने की समस्या होनी तय थी.
जैसे तैसे रात का समय आया, सबके बिस्तर लगने लगे. दिल और लंड प्यासे रह गए थे, कहीं दिल नहीं लग रहा था. सब कुछ होते हुए भी अकेलापन महसूस हो रहा था.
तभी रिया ने दरवाजा खोला और वह चाची जी से कुछ बात करने लगी. थोड़ी देर के बाद, चाची जी ने चाचा जी से कुछ कहा और फिर उन दोनों में बात होने लगी.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है. इधर मैं अपने इष्ट कामदेव जी से प्रार्थना कर रहा था कि हे प्रभु जी कुछ तो कीजिये वरना मैं आज प्यासा ही रह जाऊंगा!
तभी मेरी प्रार्थना स्वीकार हुई और चाचा जी पापा जी से बोले- भाई साब, अगर कोई समस्या न हो तो आप और रोहित, रिया के यहां जाकर सो सकते हैं क्या? पापाजी- राजेश, मुझे कोई समस्या नहीं है, मैं चला जाता हूँ.
मुझे तो वैसे ही कुछ नहीं कह��ा था. उसके बाद हम दोनों रिया के घर में आ गए.
उसने हमारा बिस्तर दीवान पर लगा दिया. हम लेट गए, पर नींद किसे आनी थी भेनचोद … और सोना भी कौन चाहता था! मैं तो बस पापा जी के सोने का इंतज़ार कर रहा था.
लगभग एक घंटा के बाद लगा कि शायद पापाजी सो गए हैं. मैं उठा और रिया के कमरे में आ गया, जहां वह सो रही थी.
मैं उससे जाकर चिपक कर लेट गया और उसके चूचों को दबाने लगा. वह कसमसाई मगर मैंने झट से उसकी स्कर्ट निकली फेंकी.
वह जाग रही थी, उसको भी नींद किधर आनी थी. उसको भी तो मेरा प्यार पाना था.
फिर मैंने उसका टॉप भी उतार दिया. उसके बाद मैंने अपने कपड़े भी उतार फेंके.
अब मैं इनको बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. दिल में तम्मना थी कि जहां से उसे छोड़ा था, वहीं से गेम फिर से स्टार्ट करूं.
मैंने धीरे से कान में पूछा- लाइट का बटन किधर है? उसने कहा- सामने.
मैंने लाइट ऑन कर दी और उसके ऊपर चढ़ गया. उसके बूब्स फिर से चूसे, जो चीकू की तरह छोटे छोटे थे, पर नुकीले थे.
उसके बाद रिया के पेट पर किस किया और एक बार उसकी चूत पर भी चूमा. मैं इससे ज्यादा देरी बर्दाश्त नहीं कर सकता था, मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा.
वह लंड के गर्म अहसास को महसूस करने लगी और उसकी कामुक सिसकारी निकल गई. मैं बहुत प्यासा था तो ज्यादा वक़्त इंतज़ार नहीं कर सकता था.
इसलिए मैंने उसको बेड के किनारे पर खींचा और खुद भी नीचे आ गया, एक तकिया उसके चूतड़ों के नीचे लगा दिया, उसकी टांगों को अपने कंधों पर रखा और लंड उसकी नन्ही सी चूत पर रख दिया जो शायद दो इंच से भी कम की थी.
जैसे ही मैंने एक शॉट मारा, वह उछल पड़ी और ज़ोर से चिल्लाई- उई मां चुद गई. शायद उसकी आवाज़ पांच किलोमीटर दूर तक गयी होगी.
मुझे ऐसा लगा जैसे हमारे प्यार का शंखनाद हुआ हो. वह तड़फने लगी और बोली- मुझे छोड़ो प्लीज!
मैंने उसको अनसुनी कर दिया और उसके चूचों को अपने हाथों से कसके पकड़ा और दबाने लगा.
मैं वहीं रुक गया था ताकि उसका दर्द कम हो और वह थोड़ी स्थिर हो गई.
उसको मैं छोड़ना नहीं चाहता था. तभी हमारे कमरे का दरवाज़ा खुला. मैंने सकपका कर उधर की तरफ देखा कि इतनी रात में कौन आया.
देखा कि पापा जी ने कमरे को खोला और उन्होंने हमें उस पोजीशन में देख लिया.
मैं बिल्कुल भी हटने के मूड में नहीं था, मैं कुछ नहीं बोला और लंड का धक्का और बढ़ा दिया. इससे रिया की एक सिसकारी फिर से निकल गयी.
पापा जी वहां से यह कहते हुए निकल गए- वह मुझे किसी के चीखने की आवाज़ आयी तो मैं ये देखने आया कि क्या हुआ, कोई बात नहीं आप लगे रहो बच्चो! और पापा मुस्कराते हुए निकल गए.
तभी मैंने फिर से लंड का दबाव उसकी चूत पर बढ़ा दिया. अब आधे से ज्यादा लंड चूत में जा चुका था.
मैंने एक और शॉट मारा और पूरा लंड उसकी चूत ��ें उतार दिया. वह एक बार फिर से चीखी, आज उसे बचाने वाला वहां कोई नहीं था.
मैंने अपने लंड को बाहर खींचा और फिर से अन्दर ठांस दिया.
मेरा लंड लहूलुहान हो गया था, आज मेरी ये बारहवीं कुंवारी चूत थी जिसको चोद कर मैं कली से फूल बना रहा था. रिया की मादक सिसकारियां बढ़ने लगीं.
चूत की दीवारों से घर्षण करता हुआ मेरा लंड अब अन्दर बाहर हो रहा था. उसकी दर्द वाली सिसकारियां अब आनन्द वाली सिसकारियों में तब्दील होने लगी थीं.
उसने नीचे से … और मैंने ऊपर से धक्के लगाने शुरू कर दिए. धकापेल चुदाई चलने लगी.
मैं उसके एक चूची को अपने मुँह में दबा कर चुदाई का मजा ले रहा था और वह ले रही थी. फिर वह समय आया, जब मैं अपने स्खलन की ओर बढ़ने लगा था.
उसकी चूत और मेरे लंड में भीषण युद्ध छिड़ गया था और अब यह युद्ध अपने अंतिम पड़ाव की तरफ आने लगा था. उसी वक्त लंड ने अपनी पिचकारी चूत के अन्दर ही छोड़ दी.
हमारा यह खेल बहुत लंबा तो नहीं चला, लेकिन दोनों संतुष्ट जरूर हो गए थे. इधर मैं इतरा रहा था और उधर मेरा लंड.
हॉट वर्जिन सेक्स विद नेक्स्ट डोर गर्ल करके हम दोनों थोड़ी देर चिपक कर लेट गए.
कुछ देर में ही दूसरा दौर छिड़ गया. इस बार उसमें गजब की मस्ती थी. वह लंड पर चढ़ कर झूला झूली और अपने दूध मेरे मुँह में देकर चुसवाती हुई मजा ले दे रही थी.
इस तरह मैंने उसे सारी रात में पांच बार चोदा और हर बार यह सोच कर चोदा कि आज के बाद ये चूत मुझे नहीं मिलेगी. मैंने उसकी चूत चोद चोद कर रसगुल्ला सी सुजा कर लाल कर दी.
0 notes