#मेरठ में अपना दल (एस)
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eradioindia · 4 years ago
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मेरठ में अपना दल (एस) ने छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाई
मेरठ में अपना दल (एस) ने छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाई
मेरठ: अपना दल (एस) जिला मेरठ के तत्वाधान में आज छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती उनके चित्र पर कमिश्नरी चौराहा स्थित पार्क में धूमधाम से मनाई।जिलाध्यक्ष सुधीर पंवार ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा कुर्मी जाति के शाहजी भोंसले व जीजाबाई के घर हुआ था उनका नाम भगवान शिव के नाम पर शिवाजी रखा गया था। 17 वी शताब्दी के वे एक…
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viralnewsofindia · 7 years ago
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अपना दल एस ने बनारस में आयोजित कार्यक्रम को लेकर बैठक की नोएडा: अपना दल एस पार्टी के जनसंपर्क कार्यालय युसुफपुर चकसबेरी में पार्टी के हाईकमान केंद्रीय राज्य मंत्री स्वास्थ्य परिवार कल्याण भारत सरकार अनु प्रिय पटेल के निर्देश एवं अपना दल एस  के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल के निर्देश पर सभी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गयी। 2 जुलाई 2017 को डाक्टर सोनेलाल पटेल कि जयन्ती पर बनारस चलो पर चर्चा करते हुए   योगेन्द्र सिंह जिला प्रभारी गौतम बुद्ध नगर ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भी अधिक से अधिक संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी जाएँगे। मेरठ मंडल में रैली की तैयारी की समीक्षा बैठक 30 जून को मेरठ में जैय कुमार सिंह जैकी कारागार एवं लोक सेवा प्रबंधन राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार मंडल के सभी जिलों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि बनारस में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में कार्यकर्ता जायेंगे।
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eradioindia · 3 years ago
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डॉ सोनेलाल पटेल का परिनिर्वाण दिवस मनाया
डॉ सोनेलाल पटेल का परिनिर्वाण दिवस मनाया
मेरठ: अपना दल एस संस्थापक किसानों,पिछड़ों व कमेरा समाज के मसीहा यश:कायी डॉक्टर सोनेलाल पटेल जी का परिनिर्वाण दिवस आज सुभाष नगर स्थित पार्टी कार्यालय पर मनाया गया जिसमें बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित रहे। उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए जिलाध्यक्ष सुधीर पंवार ने कहा कि उनका जन्म 2 जुलाई 1950 को कन्नौज जनपद के बुगलई गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता गोविंद पटेल वह माता श्रीमती रानी…
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abhay121996-blog · 4 years ago
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गढ़ में मुरझाया 'कमल'...गांवों में दौड़ी अखिलेश की साइकिल, UP पंचायत चुनाव में सपा का परचम Divya Sandesh
#Divyasandesh
गढ़ में मुरझाया 'कमल'...गांवों में दौड़ी अखिलेश की साइकिल, UP पंचायत चुनाव में सपा का परचम
लखनऊ उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने परचम लहराया है। 75 जिला पंचायतों की 3050 सीटों के नतीजों में अखिलेश यादव की पार्टी ने सत्ताधारी बीजेपी को पछाड़ दिया है। 2022 से पहले हुए ये चुनाव काफी अहम थे। पहली बार बीजेपी ने ��ी खुलकर पंचायत चुनाव में ताकत आजमाई थी। लेकिन रिजल्ट के बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा है। लखनऊ से लेकर वाराणसी तक बीजेपी को शिकस्त झेलनी पड़ी है। यही नहीं अयोध्या में भी समाजवादी पार्टी ने 40 में से 24 सीटें जीतकर झंडा बुलंद किया है। वहीं पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोक दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से भी सपा को फायदा मिला है।
जिला पंचायतों में सपा का जलवा, गढ़ में हारी बीजेपी जिला पंचायतों की कुल 3050 सीटों के नतीजों में मुख्य विपक्षी सपा ने बीजेपी को काफी पीछे छोड़ दिया है। एक निजी चैनल के आंकड़ों के मुताबिक सपा समर्थित प्रत्याशियों ने 779 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी को सिर्फ 579 सीटों पर ही जीत मिल सकी है। निर्दलीय और अन्य को सबसे ज्यादा 1272 सीटों पर सफलता मिली है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को 361 सीटें मिली हैं। वहीं कांग्रेस सिर्फ 59 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी है। चुनाव के नतीजे इसलिए भी अहम है क्योंकि बीजेपी को अपने गढ़ में ही हार मिली है। अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और प्रयागराज में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है। अयोध्या जिला पंचायत की 40 में से 24 सीटों पर सपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। वहीं वाराणसी जिला पंचायत की 40 सीटों में से बीजेपी के खाते में सिर्फ 7 सीटें आईं। यहां 15 सीटों पर समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। वहीं बसपा ने 5, अपना दल एस को 3, सुभासपा और आम आदमी पार्टी को 1-1 सीट मिली है।
लखनऊ से प्रयागराज तक बीजेपी की करारी हार सूबे की राजधानी लखनऊ में बीजेपी की बुरी हार हुई है। यहां जिला पंचायत की 25 सीटों में से बीजेपी को सिर्फ 3 सीटें मिली हैं। वहीं सपा को 10, बीएसपी को 5 और निर्दलीय/अन्य को 7 सीटें हासिल हुई हैं। बाराबंकी की 57 में से 24 सीटें सपा ने जीती हैं। यहां बीजेपी को सिर्फ 14 सीटें ही हासिल हुईं। कानपुर जिला पंचायत में भी सपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है। सपा को यहां 11 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी को सिर्फ 8 सीटों पर जीत हासिल हुई है। मथुरा जिला पंचायत की 33 में से 12 सीटों पर बीएसपी जीती है। बीजेपी को यहां 8 सीटें मिली हैं, जबकि आरएलडी ने 8 सीटें झटकी हैं। प्रयागराज जिला पंचायत की की 84 में से 25 सीटों पर सपा ने जीत हासिल की है। यहां बीजेपी समर्थित 15 उम्मीदवार ही जीते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में भी सपा और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर दिखी। यहां जिला पंचायत की 68 में से 20 सीटों पर सपा और 20 पर बीजेपी समर्थित कैंडिडेट जीते हैं। यहां आम आदमी पार्टी ने भी एक सीट जीती है। वहीं बीएसपी को 2 और अन्य को 25 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
पूर्व���ंचल और अपने गढ़ में भी जीती अखिलेश की पार्टी पूर्वांचल में भी अखिलेश यादव की सपा ने बीजेपी को शिकस्त दी है। देवरिया जिला पंचायत की 56 में से 27 सीटों पर सपा समर्थित जीते हैं। यहां बीजेपी को सिर्फ 6 सीटें मिली हैं। मिर्जापुर की 44 में से 11 सीटों पर सपा जीती है। वहीं बीजेपी को महज 5 सीटें मिली हैं। यहां बीएसपी को 6, अपना दल एस को 4, कांग्रेस को 2 और निर्दलीयों को 14 सीटें मिली हैं। चंदौली की 35 में से 14 सीटें सपा ने जीती हैं। यहां बीजेपी को 8 सीटों से संतोष करना पड़ा है। वहीं सपा ने अपना गढ़ बरकरार रखा है। इटावा जिला पंचायत की 24 सीटों में से 20 पर सपा और शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को जीत मिली है। यहां बीजेपी और बीएसपी को 1-1 सीट ही मिल सकी है। कासगंज की 23 में से 11 सीटें सपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीती हैं। फिरोजाबाद की 33 में से 17 सीटों पर सपा को जीत मिली है। रामपुर जिला पंचायत की 34 में से 11 सीटें सपा को मिली हैं। मैनपुरी जिला पंचायत की 30 में से 12 सीटें सपा ने जीती हैं। यहां निर्दलीयों को 9 और बीजेपी को 8 सीटें मिली हैं। आजमगढ़ जिला पंचायत की 84 में से 25 सीटों पर सपा जीती है। यहां 26 सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। वहीं बीएसपी को 14 और बीजेपी को 10 सीटें मिली हैं।
वेस्ट यूपी में भी मुरझाया कमल किसान आंदोलन की तपिश से वेस्ट यूपी में भी कमल एक तरह से मुरझा गया। किसान बेल्ट मेरठ, बागपत, सहारनपुर, शामली, मथुरा, अलीगढ़ जैसे जिलों में बीजेपी काफी कम सीट हासिल कर पाई। सियासी जानकार इस बदलाव को बीजेपी के लिए अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में खतरे के संकेत के तौर पर देख रहे हैं। माना जा रहा है कि विधायकों की पसंद को तरजीह देना, संगठन और जनप्रतिनिधियों में तालमेल के अभाव से बीजेपी को शिकस्त मिली है। वेस्ट यूपी की राजधानी कहे जाने वाले जिले मेरठ में बीजेपी को झटका लगा है। 33 वॉर्डों में से बीजेपी समर्थित सिर्फ छह कैंडिडेट जीते। सपा के सात, बीएसपी के नौ और आरएलडी के छह कैंडिडेट को जीत मिली।
कल्‍याण सिंह के गढ़ में भी लगी सेंधपूर्व सीएम कल्याण सिंह के गढ़ अलीगढ़ में भी बीजेपी उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट हासिल नहीं कर पाई। अलीगढ़ के अतरौली विधानसभा क्षेत्र में जिला पंचायत के आठ वॉर्ड हैं। यहां बीजेपी सात वॉर्ड पर चुनाव हारी, एक जीती है। मुजफ्फरनगर में जरूर बीजेपी को थोड़ी राहत दिखी। यहां जिला पंचायत की 43 सीटों में से बीजेपी को 13, आरएलडी को 3, बीएसपी को 3, आजाद समाज पार्टी को 6 और अन्य को 18 सीटों पर जीत मिली। एसपी का यहां खाता नहीं खुला।
बिजनौर-बागपत में आरएलडी-सपा ने बीजेपी को पछाड़ा बिजनौर में सपा और आरएलडी गठबंधन ने बीजेपी को पछाड़ दिया। सपा को 20, आरएलडी को तीन, किसान कैंडिडेट को दो, बीएसपी को 10 और बीजेपी को आठ सीटें मिलीं। बाकी निर्दलीय के खाते में चली गई। उधर, सहारनपुर में बीएसपी ने 18 और बीजेपी ने 14 सीटें जीतीं। कांग्रेस ने छलांग लगाकर 13 सीटों पर दबदबा रखा। आजाद समाज पार्टी समेत कई निर्दलीय भी मजबूत रहे। शामली में 19 सीटों में से बीजेपी चार पर जीती। पांच पर आरएलडी, दो पर सपा और बाकी पर निर्दलीय का परचम ��हा। बागपत में जिला पंचायत के बीस वॉर्डों में से 8 पर आरएलडी, 4-4 पर बीजेपी और सपा, एक पर बीएसपी और तीन पर निर्दलीय जीते।
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abhay121996-blog · 4 years ago
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गढ़ में मुरझाया 'कमल'...गांवों में दौड़ी अखिलेश की साइकिल, UP पंचायत चुनाव में सपा का परचम Divya Sandesh
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गढ़ में मुरझाया 'कमल'...गांवों में दौड़ी अखिलेश की साइकिल, UP पंचायत चुनाव में सपा का परचम
लखनऊ उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने परचम लहराया है। 75 जिला पंचायतों की 3050 सीटों के नतीजों में अखिलेश यादव की पार्टी ने सत्ताधारी बीजेपी को पछाड़ दिया है। 2022 से पहले हुए ये चुनाव काफी अहम थे। पहली बार बीजेपी ने भी खुलकर पंचायत चुनाव में ताकत आजमाई थी। लेकिन रिजल्ट के बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा है। लखनऊ से लेकर वाराणसी तक बीजेपी को शिकस्त झेलनी पड़ी है। यही नहीं अयोध्या में भी समाजवादी पार्टी ने 40 में से 24 सीटें जीतकर झंडा बुलंद किया है। वहीं पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोक दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से भी सपा को फायदा मिला है।
जिला पंचायतों में सपा का जलवा, गढ़ में हारी बीजेपी जिला पंचायतों की कुल 3050 सीटों के नतीजों में मुख्य विपक्षी सपा ने बीजेपी को काफी पीछे छोड़ दिया है। एक निजी चैनल के आंकड़ों के मुताबिक सपा समर्थित प्रत्याशियों ने 790 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी को सिर्फ 599 सीटों पर ही जीत मिल सकी है। निर्दलीय और अन्य को सबसे ज्यादा 1247 सीटों पर सफलता मिली है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को 354 सीटें मिली हैं। वहीं कांग्रेस सिर्फ 60 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी है। चुनाव के नतीजे इसलिए भी अहम है क्योंकि बीजेपी को अपने गढ़ में ही हार मिली है। अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और प्रयागराज में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है। अयोध्या जिला पंचायत की 40 में से 24 सीटों पर सपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। वहीं वाराणसी जिला पंचायत की 40 सीटों में से बीजेपी के खाते में सिर्फ 7 सीटें आईं। यहां 15 सीटों पर समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। वहीं बसपा ने 5, अपना दल एस को 3, सुभासपा और आम आदमी पार्टी को 1-1 सीट मिली है।
लखनऊ से प्रयागराज तक बीजेपी की करारी हार सूबे की राजधानी लखनऊ में बीजेपी की बुरी हार हुई है। यहां जिला पंचायत की 25 सीटों में से बीजेपी को सिर्फ 3 सीटें मिली हैं। वहीं सपा को 10, बीएसपी को 5 और निर्दलीय/अन्य को 7 सीटें हासिल हुई हैं। बाराबंकी की 57 में से 24 सीटें सपा ने जीती हैं। यहां बीजेपी को सिर्फ 14 सीटें ही हासिल हुईं। कानपुर जिला पंचायत में भी सपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है। सपा को यहां 11 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी को सिर्फ 8 सीटों पर जीत हासिल हुई है। मथुरा जिला पंचायत की 33 में से 12 सीटों पर बीएसपी जीती है। बीजेपी को यहां 8 सीटें मिली हैं, जबकि आरएलडी ने 8 सीटें झ��की हैं। प्रयागराज जिला पंचायत की की 84 में से 25 सीटों पर सपा ने जीत हासिल की है। यहां बीजेपी समर्थित 15 उम्मीदवार ही जीते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में भी सपा और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर दिखी। यहां जिला पंचायत की 68 में से 20 सीटों पर सपा और 20 पर बीजेपी समर्थित कैंडिडेट जीते हैं। यहां आम आदमी पार्टी ने भी एक सीट जीती है। वहीं बीएसपी को 2 और अन्य को 25 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
पूर्वांचल और अपने गढ़ में भी जीती अखिलेश की पार्टी पूर्वांचल में भी अखिलेश यादव की सपा ने बीजेपी को शिकस्त दी है। देवरिया जिला पंचायत की 56 में से 27 सीटों पर सपा समर्थित जीते हैं। यहां बीजेपी को सिर्फ 6 सीटें मिली हैं। मिर्जापुर की 44 में से 11 सीटों पर सपा जीती है। वहीं बीजेपी को महज 5 सीटें मिली हैं। यहां बीएसपी को 6, अपना दल एस को 4, कांग्रेस को 2 और निर्दलीयों को 14 सीटें मिली हैं। चंदौली की 35 में से 14 सीटें सपा ने जीती हैं। यहां बीजेपी को 8 सीटों से संतोष करना पड़ा है। वहीं सपा ने अपना गढ़ बरकरार रखा है। इटावा जिला पंचायत की 24 सीटों में से 20 पर सपा और शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को जीत मिली है। यहां बीजेपी और बीएसपी को 1-1 सीट ही मिल सकी है। कासगंज की 23 में से 11 सीटें सपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीती हैं। फिरोजाबाद की 33 में से 17 सीटों पर सपा को जीत मिली है। रामपुर जिला पंचायत की 34 में से 11 सीटें सपा को मिली हैं। मैनपुरी जिला पंचायत की 30 में से 12 सीटें सपा ने जीती हैं। यहां निर्दलीयों को 9 और बीजेपी को 8 सीटें मिली हैं। आजमगढ़ जिला पंचायत की 84 में से 25 सीटों पर सपा जीती है। यहां 26 सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। वहीं बीएसपी को 14 और बीजेपी को 10 सीटें मिली हैं।
वेस्ट यूपी में भी मुरझाया कमल किसान आंदोलन की तपिश से वेस्ट यूपी में भी कमल एक तरह से मुरझा गया। किसान बेल्ट मेरठ, बागपत, सहारनपुर, शामली, मथुरा, अलीगढ़ जैसे जिलों में बीजेपी काफी कम सीट हासिल कर पाई। सियासी जानकार इस बदलाव को बीजेपी के लिए अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में खतरे के संकेत के तौर पर देख रहे हैं। माना जा रहा है कि विधायकों की पसंद को तरजीह देना, संगठन और जनप्रतिनिधियों में तालमेल के अभाव से बीजेपी को शिकस्त मिली है। वेस्ट यूपी की राजधानी कहे जाने वाले जिले मेरठ में बीजेपी को झटका लगा है। 33 वॉर्डों में से बीजेपी समर्थित सिर्फ छह कैंडिडेट जीते। सपा के सात, बीएसपी के नौ और आरएलडी के छह कैंडिडेट को जीत मिली।
कल्‍याण सिंह के गढ़ में भी लगी सेंधपूर्व सीएम कल्याण सिंह के गढ़ अलीगढ़ में भी बीजेपी उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट हासिल नहीं कर पाई। अलीगढ़ के अतरौली विधानसभा क्षेत्र में जिला पंचायत के आठ वॉर्ड हैं। यहां बीजेपी सात वॉर्ड पर चुनाव हारी, एक जीती है। मुजफ्फरनगर में जरूर बीजेपी को थोड़ी राहत दिखी। यहां जिला पंचायत की 43 सीटों में से बीजेपी को 13, आरएलडी को 3, बीएसपी को 3, आजाद समाज पार्टी को 6 और अन्य को 18 सीटों पर जीत मिली। एसपी का यहां खाता नहीं खुला।
बिजनौर-बागपत में आरएलडी-सपा ने बीजेपी को पछाड़ा बिजनौर में सपा और आरएलडी गठबंधन ने बीजेपी को पछाड़ दिया। सपा को 20, आरएलडी को तीन, किसान कैंडिडेट को दो, बीएसपी को 10 और बीजेपी को आठ सीटें मिलीं। बाकी निर्दलीय के खाते में चली गई। उधर, सहारनपुर में बीएसपी ने 18 और बीजेपी ने 14 सीटें जीतीं। कांग्रेस ने छलांग लगाकर 13 सीटों पर दबदबा रखा। आजाद समाज पार्टी समेत कई निर्दलीय भी मजबूत रहे। शामली में 19 सीटों में से बीजेपी चार पर जीती। पांच पर आरएलडी, दो पर सपा और बाकी पर निर्दलीय का परचम रहा। बागपत में जिला पंचायत के बीस वॉर्डों में से 8 पर आरएलडी, 4-4 पर बीजेपी और सपा, एक पर बीएसपी और तीन पर निर्दलीय जीते।
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abhay121996-blog · 4 years ago
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जिला पंचायत रिजल्ट: बलिया में नेता विपक्ष के बेटे हारे, अयोध्या में सपा सबसे आगे Divya Sandesh
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जिला पंचायत रिजल्ट: बलिया में नेता विपक्ष के बेटे हारे, अयोध्या में सपा सबसे आगे
लखनऊ उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। यह चुनाव सत्ताधारी बीजेपी के साथ-साथ विपक्षी समाजवादी पार्टी, बीएसपी और कांग्रेस के लिए भी अहम था। जिला पंचायत की तीन हजार से ज्यादा सीटों के नतीजों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन उसे समाजवादी पार्टी से कड़ी टक्कर मिली। वहीं वेस्ट यूपी में राष्ट्रीय लोक दल ने बढ़त बनाई। यही नहीं बीजेपी अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में हार गई है। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में नतीजों के मायने निकाले जा रहे हैं।
अपडेट@10AM:लखनऊ जिला पंचायत की सभी सीटों के नतीजे घोषित लखनऊ जिला पंचायत की सभी 25 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। खास बात यह है कि वॉर्ड नंबर 18 से बीजेपी कैंडिडेट और दो बार की सांसद रीना चौधरी चुनाव हार गई हैं। उन्हें समाजवादी पार्टी समर्थित पलक रावत ने दो हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है। लखनऊ जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट इस बार एससी के लिए आरक्षित है। ��ाना जा रहा था कि रीना चौधरी के जीतने पर बीजेपी उन्हें अध्यक्ष उम्मीदवार बना सकती है।
अपडेट@8:50 PM: वाराणसी में बीजेपी को तगड़ा झटका पीएम के गढ़ में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। जिला पंचायत की 40 सीटों में से बीजेपी के खाते में आए महज 8 सीटें आईं हैं। वहीं 14 सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं। वहीं बसपा ने 5,अपना दल एस को 3 सुभासपा और आमआदमी पार्टी को 1 सीट मिली है। वहीं 3 निर्दल प्रत्याशी भी जीते चुनाव।
अपडेट@8:30 PM: बुलंदशहर में बीजेपी को मिली शिकस्त बुलंदशहर में हुए जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के महज़ 10 प्रत्याशियों ने दर्ज कराई जीत। 52 जिला पंचायत के वार्डों में सिर्फ 10 वार्डों पर मिली भाजपा उम्मीदवारों को जीत। 42 जिला पंचायत वार्डों पर मिली भाजपा उमीदवारों को शिकस्त। भाजपा प्रत्याशियों को निर्दलीय, सपा, बसपा और रालोद कंडिडेट्स ने हराया।
अपडेट@7:25 PM: अयोध्या में समाजवादी पार्टी की शानदार जीत ज़िला पंचायत के चुनाव में अयोध्या में अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी को शानदार जीत मिली है। 40 में से 24 सीटें उनके खाते में गईं। बीजेपी को बस 6 सीटें मिली। मायावती की पार्टी ने 5 पर जीत दर्ज की।
अपडेट@6:30 PM: पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक ने दर्ज की जीत पूर्व मुख्यमंत्री के चचेरे भाई अभिषेक यादव उर्फ अंशुल सैफ़ई जिला पंचायत सदस्य सीट से 16254 मतों से हुए विजयी घोषित, भाजपा प्रत्याशी अवनीश को 6356 मत प्राप्त हुए।
अपडेट@6:15PM: मेरठ में चल रही कांटे की टक्कर मेरठ में जिला पंचायत के वार्ड-6 से बसपा प्रत्याशी सलोनी की जीत पक्की मानी जा रही है। वहीं दूसरे नंबर पर चल रही सपा प्रत्याशी महिमा के एजेंट बने पति गौरव ने मतगणना स्थल छोड़ दिया है। वार्ड-8 से रालोद प्रत्याशी अरुणा भाजपा प्रत्याशी से लगभग तीन हजार वोटों से आगे चल रही। उधर, वार्ड-7 में भी बसपा के शेखर बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि वार्ड-9 में सबसे अधिक दिलचस्प मुकाबला हुआ। यहां से निर्दलीय प्रत्याशी अंकित मोतला की माता ने बढ़त बनाई हुई है। दूसरे नंबर पर भी निर्दलीय प्रत्याशी है। बसपा, भाजपा व रालोद के प्रत्याशी यहां मुकाबला नहीं कर सके।
अपडेट@5:45PM: अयोध्या में अभी तक एसपी और बीजेपी को मिलती दिख रहीं बराबर सीटें जिला पंचायत सदस्य परिणाम। मसौधा प्रथम से सपा समर्थित सीमा यादव विजई, मसौधा द्वितीय से सपा समर्थित राजा मानसिंह विजई। मसौधा तृतीय से भाजपा समर्थित इंद्रभान सिंह विजई, मया प्रथम से सपा समर्थित प्रेमा देवी विजई, मया द्वितीय से सपा समर्थित नागेंद्र यादव विजई, पूरा द्वितीय से भाजपा समर्थित रोली सिंह विजई। पूरा तृतीय से भाजपा समर्थित देवता पटेल विजई,मिल्कीपुर प्रथम से भाजपा समर्थित अशोक मिश्रा विजई, बीकापुर प्रथम से सुनील सिंह राजपूत विजई।
अपडेट@3:45PM: गोरखपुर में बीजेपी 23 सीटों पर आगे गोरखपुर जिला पंचायत में 68 सीटें हैं। यहां 23 सीटों पर अभी बीजेपी प्रत्याशी आगे हैं। वहीं 22 सीटों पर निर्दलीय कैंडिडेट्स को बढ़त मिली है। 13 सीटों पर एसपी और 2 पर बीएसपी प्रत्याशी आगे हैं। 1-1 सीट पर कांग्रेस और निषाद पार्टी के प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं। अभी जीत ��र्ज करने वाले किसी प्रत्याशी को प्रमाणपत्र नहीं मिला है।
अपडेट@3:30PM: अयोध्या में समाजवादी पार्टी को बढ़त अयोध्या जिला पंचायत में बीजेपी को झटका लगता दिख रहा है। जिला पंचायत की 40 में से 24 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने बढ़त बनाई है। बस्ती जिला पंचायत की 43 में से 15 सीटों पर एसपी ने जीत दर्ज की है। 12 सीटों पर बीजेपी विजयी हुई है। वहीं आजमगढ़ की 54 में से 40 जिला पंचायत सीटों पर एसपी आगे है। यहां बीजेपी 9 और अन्य ने 5 सीटों पर बढ़त बनाई है।
अपडेट@2.15 PM: गोरखपुर जिला पंचायत में निर्दलीय आगे सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में जिला पंचायत चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों ने सभी दलों को पीछे छोड़ दिया है। जिला पंचायत की 68 में से 25 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। वहीं 20 सीटों पर बीजेपी को बढ़त मिली है। 13 सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आगे हैं। वहीं 4 सीटों पर बीएसपी उम्मीदवारों को बढ़त मिली है। जौनपुर जिला पंचायत चुनाव में ग्लैमर का तड़का नहीं चला। यहां जिला पंचायत सदस्य की उम्मीदवार और 2015 मिस इंडिया रनर अप दीक्षा सिंह चुनाव हार गई हैं। वॉर्ड नंबर 26 से दीक्षा को दिवंगत बीजेपी नेता राजमणि सिंह की भतीजी नगीना सिंह ने करीब 2 हजार वोटों से मात दी है।
अपडेट@1:45PM: बलिया में नेता प्रतिपक्ष के पुत्र हारे पंचायत चुनाव समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी के बेटे सहित अनेक सूरमाओं के रिश्तेदारों को पराजय का सामना करना पड़ा है। राम गोविंद चौधरी के बेटे रंजीत चौधरी बलिया के जिला पंचायत वॉर्ड संख्या 16 से पराजित हो गए हैं। वह तीसरे नंबर पर रहे। बीजेपी के बेल्थरा रोड क्षेत्र के विधायक धनंजय कनौजिया की मां सूर्यकुमारी देवी नगरा क्षेत्र पंचायत के वॉर्ड संख्या 19 से चुनाव हार गई हैं। इसके अलावा बीजेपी के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर के बेटे अटल राजभर जिला पंचायत के वॉर्ड संख्या 24 से, एसपी नेता और पूर्व मंत्री शारदा नंद अंचल के पौत्र विनय प्रकाश अंचल जिला पंचायत के वॉर्ड संख्या 27 से और बीजेपी के गोरक्षनाथ प्रांत के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव जिला पंचायत के वॉर्ड संख्या 10 से चुनाव हार गए हैं। बीजेपी नेता और पूर्व सांसद बब्बन राजभर के भाई लल्लन राजभर सीयर क्षेत्र पंचायत के गजियापुर ग्राम पंचायत से प्रधान पद और बीजेपी सांसद नीरज शेखर के रिश्तेदार आलोक सिंह सीयर क्षेत्र पंचायत के मझौवा से क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) का चुनाव हार गए हैं। बीएसपी नेता और पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी जिला पंचायत के वॉर्ड संख्या 44 से चुनाव जीत गए हैं।
अपडेट@1PM: लखनऊ में 2 बार की सांसद रीना चौधरी पीछे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के गृह क्षेत्र आजमगढ़ में जिला पंचायत की 54 सीटें हैं। यहां 40 जिला पंचायत सीटों पर एसपी को बढ़त मिली है। वहीं लखनऊ जिला पंचायत के वॉर्ड नंबर 15 से दो बार की सांसद रीना चौधरी पीछे चल रही हैं। लखनऊ के मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर की बहू सविता जिला पंचायत वॉर्ड नंबर 7 से पीछे चल रही हैं।
अपडेट@12:15PM: बीजेपी 491 और एसपी 364 सीटों पर आगे 1536 सीटों पर मिले रुझान और नतीजों के मुताबिक बीजेपी के कैंडिडेट 491 सीटों पर या तो जीत चुके हैं या आगे चल रहे हैं। वहीं मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी भी बीजेपी के करीब है। रुझानों में एसपी 364 सीटों पर आगे हैं। इसके अलावा बीएसपी 130 और कांग्रेस 52 सीटों पर आगे है। वहीं निर्दलीय और अन्य ने 499 सीटों पर बढ़त बनाई है। जिला पंचायत में किसी पार्टी का बोर्ड बनाने में निर्दलीय और अन्य की बड़ी भूमिका होगी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ��रानी के लोकसभा क्षेत्र अमेठी में जिला पंचायत की कई सीटों के नतीजे आ गए हैं। वॉर्ड 30 से बीजेपी के राजेश अग्रहरि जीते हैं। वहीं वॉर्ड नंबर 27 से पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति की बहू रेनू प्रजापति ने बतौर निर्दलीय चुनाव जीत लिया है। वॉर्ड 26 से बीजेपी के अभिषेक चंद कौशिक जीते हैं। वहीं वॉर्ड 2 से निर्दलीय उदयराज यादव जीते हैं। बलरामपुर जिला पंचायत के रुझानों में एसपी और बीएसपी 5-5 सीटों पर आगे है। जिला पंचायत के 7,9,21, 22 और 29 वॉर्ड में एसपी आगे है। वहीं बीएसपी को 1,3,11,15 और 27 नंबर वॉर्ड में बढ़त मिली है। बीजेपी निर्दलीय 2-2 सीटों पर आगे हैं। बीजेपी वॉर्ड नंबर 17,23 और 25 में आगे है। वहीं वॉर्ड नंबर 8 और 26 में निर्दलीय आगे हैं।
अ��डेट@12PM: गोरखपुर जिला पंचायत की 2 सीटों पर जीती बीजेपी सीएम योगी के गृह क्षेत्र गोरखपुर के दो वॉर्डों में बीजेपी प्रत्याशी जीते हैं। जिला पंचायत के वॉर्ड नंबर 38 उरुवा बेलघाट से डिंकू मिश्र और वॉर्ड नंबर-19 कैंपियरगंज से साधना सिंह विजयी हुई हैं। बताते चलें कि साधना सिंह बीजेपी विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी हैं। वॉर्ड नंबर-54 से निर्दलीय प्रत्याशी बिट्टू राय ने निकटम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के जितेंद्र सिंह को 432 वोटों से हराया। उधर गोंडा जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी को झटका लगा है। बीजेपी समर्थित प्रत्याशी और अवध क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पीयूष मिश्रा यहां एसपी प्रत्याशी से चुनाव हार गए हैं। मनकापुर वॉर्ड नंबर-4 से एसपी प्रत्याशी विजय कुमार यादव ने पीयूष मिश्रा को 600 से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है।
अपडेट@11:30AM: वाराणसी और गोरखपुर जिला पंचायत का हाल पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अभी जिला पंचायत की किसी सीट का नतीजा नहीं आया है। रुझानों के मुताबिक 40 में से 20 सीटों पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। वहीं 7 सीटों पर कांटे की टक्कर बताई जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में जिला पंचायत की 68 सीटें हैं। यहां के दो जिला पंचायत वॉर्डों में बीजेपी को अभी जीत मिली है। अभी ग्राम प्रधान की 929 और क्षेत्र पंचायत सदस्य की 1023 सीटों का परिणाम घोषित हुआ है।
अपडेट@11:15AM: वेस्ट यूपी के जिलों में आरएलडी को बढ़त पश्चिमी यूपी के कई जिलों में चौधरी अजित सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल को बढ़त मिलती दिख रही है। बागपत और मथुरा में जिला पंचायत की सीटों पर आरएलडी कैंडिडेट आगे बताए जा रहे हैं। अजित सिंह के गृहक्षेत्र बागपत में ज्यादातर सीटों पर आरएलडी आगे है। अगर रुझान नतीजों में बदलते हैं तो जाटलैंड में बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है। बागपत जिला पंचायत में 8 जबकि मेरठ और हाथरस में 4-4 सीटों पर आरएलडी आगे है। गाजियाबाद में भी जिला पंचायत की 3 सीटों पर आरएलडी कैंडिडेट आगे हैं।
अपडेट@11AM: बीजेपी और एसपी में तगड़ी टक्कर 75 जिलों में 3051 जिला पंचायत सीटें हैं। इनमें से 753 सीटों पर मिले रुझान और नतीजों के मुताबिक बीजेपी के कैंडिडेट 236 सीटों पर या तो जीत चुके हैं या आगे चल रहे हैं। वहीं मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी 218 सीटों पर आगे हैं। इसके अलावा बीएसपी 74 और कांग्रेस 53 सीटों पर आगे है। वहीं निर्दलीय और अन्य 172 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
अपडेट@10:30AM: इटावा, बरेली और मैनपुरी में एसपी आगे इटावा जिला पंचायत में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव की जुगलबंदी काम करती नजर आ रही है। यहां की 24 में से 18 सीटों पर एसपी और पीएसपीएल आगे बताए जा रहे हैं। अखिलेश ��े भाई अभिषेक यादव को इटावा जिला पंचायत की सैफई वॉर्ड नंबर-2 सीट पर रेकॉर्ड बढ़त मिली है। उन्हें 21551 वोट मिल चुके हैं। वहीं सैफई वॉर्ड नंबर एक से शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के डॉ. अरविंद यादव आगे हैं। उन्हें 11,374 वोट मिल चुके हैं। हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव को शिकस्त मिली है। संध्या ने मैनपुरी जिला पंचायत के वॉर्ड नंबर 18 से चुनाव लड़ा था। वहीं राम गोपाल यादव के करीबी सदर विधायक राज कुमार यादव राजू की पत्नी वंदना यादव जिला पंचायत का चुनाव हार गई हैं। मैनपुरी के वॉर्ड नंबर-28 से उन्हें एसपी के बागी कैंडिडेट से शिकस्त मिली है। बरेली जिला पंचायत की 60 सीटों में से 23 पर एसपी ने बढ़त बनाई है। यहां बीजेपी 22 सीटों पर आगे है। पीलीभीत जिला पंचायत सदस्य की 34 में से 23 सीटों का रुझान मिला है। यहां एसपी 14 और बीजेपी 9 सीटों पर आगे है। अयोध्या जिला पंचायत की 10 सीटों पर बीजेपी कैंडिडेट आगे चल रहे हैं।
अपडेट@10AM: पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी आगे हाथरस जिले के वॉर्ड नंबर-24 से पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीएसपी विधायक रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय आगे हैं। उनके खिलाफ उन्हीं की देवरानी ऋतु उपाध्याय चुनाव मैदान में हैं। एटा सांसद और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह समधन विजय सिंह वॉर्ड नंबर-47 में पीछे चल रही थीं।
अपडेट@9:30AM:अमेठी में पहला नतीजा एसपी के पक्ष में जौनपुर में बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत लिया है। वॉर्ड नंबर-45 से उन्होंने 11 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की है। वॉर्ड नंबर 44 से एसपी के विकास यादव जीते हैं। अमेठी में जिला पंचायत का पहला नतीजा एसपी के पक्ष में गया है। वॉर्ड नं 8 से एसपी समर्थित सीलम सिंह ने 2000 वोटों से जीत दर्ज की है। उन्नाव में जिला पंचायत की 51 सीटों में से 27 सीटों का रुझान आया है। बीजेपी यहां 15, एसपी 10 और निर्दलीय प्रत्याशी 2 सीटों पर आगे हैं।
(भाषा से मिले इनपुट के साथ)
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eradioindia · 4 years ago
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Apna Dal-S Meerut ने मनाई सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि
Apna Dal-S Meerut ने मनाई सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि
संवाददाता || मेरठ Apna Dal-S Meerut: अपना दल (एस) के तत्वाधान में जिला कार्यालय सुभाष नगर पर कार्यकर्ताओं द्वारा सावित्रीबाई फुले जी की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। Apna Dal-S Meerut के जिलाध्यक्ष सुधीर पंवार व अन्य पदाधिकारियों ने सावित्रीबाई फुले जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के गांव नायगांव…
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